भीषण गर्मी में गांवों की खैरखबर ली जिला कलक्टर ने
स्कूलों का निरीक्षण किया, पेयजल समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए
जैसलमेर, 6 मई/जिला कलक्टर गिरिराजसिंह कुशवाहा ने भीषण गर्मी के दौर में ग्राम्यांचलों की वास्तविक स्थितियों से रूबरू होने शनिवार को विभिन्न गांवों का दौरा किया और सरकारी संस्थाओं की जांच के साथ ही ग्रामीणों से चर्चा करते हुए समस्याओं और ग्राम्य लोक जीवन की टोह ली।
ग्रामीण क्षेत्रों में जहां कहीं समस्याएं सामने आयी, जिला कलक्टर ने मोबाइल से संबंधित विभागों के अधिकारियों से संपर्क साधा और तत्काल कारगर कार्यवाही करने को कहा।
जिला कलक्टर ने इन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ग्राम्यांचलों का भ्रमण करें और लोक समस्याओं की जानकारी अपने स्तर पर प्राप्त करते हुए इनका निराकरण कर जनता को जल्द से जल्द राहत प्रदान करें।
जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान खासकर विभिन्न स्थानों पर पेयजल की समस्याओं की जानकारी सामने आने पर सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों में पेयजल समस्याओं का तुरन्त निराकरण कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजें।
जिला कलक्टर ने खारिया गांव का दौरा किया जहां ग्रामीणों से चर्चा के बाद दूरदराज के इस गांव में एएनएम के नहीं होने की वजह से उन्होंने हर दस-दस दिन में डॉक्टर भेजते हुए ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच के निर्देश चिकित्साधिकारियों को दिए। गांव में बारह किलोमीटर ग्रेवल सड़क के डामरीकरण के लिए उन्होंने निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने स्कूल का निरीक्षण किया जहां डेढ़ सौ बच्चों पर चार शिक्षक लगे हुए हैं। इसी प्रकार पशुपालन चिकित्सक की अनुपलब्धता को देखते हुए पशुओं के स्वास्थ्य की देखरेख के प्रति गंभीरता बरतने के निर्देश दिए। गांव में पेयजल की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त जीएलआर को ठीक कराकर पाईप लाईन से जोड़कर ग्रामीणों को पेयजल मुहैया करवाएं। इसके साथ ही पाईप योजना से पशु खेली को भी जोड़ें।
जिला कलक्टर ने छत्तानगढ़ में जलदाय से संबंधित आठ हैल्परों तथा खारिया में इनकी कमी को देखते हुए जरूरत के अनुसार समानुपाती व्यवस्था करने को कहा। जोगराजसिंह की ढाणी को भी पाईपलाईन से जोड़ने के निर्देश दिए गए। यहीं पर वाल्व ऑपरेशन की जरूरत वाले मरीज पोकरसिंह/प्रेमसिंह के ईलाज के लिए उन्होंने चिकित्सा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे किसी भी योजना में लाभान्वित करने की पहल की जाए और पूरी मानवीय संवेदनाओं के साथ हरसंभव मदद मुहैया कराई जाए।
जिला कलक्टर ने दूजासर का दौरा किया। वहां राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पानी की समस्या सामने आने पर जिला कलक्टर ने वहीं से मोबाइल के जरिये जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता से चर्चा की और टैंकर से पानी पहुंचाने को कहा। इसी प्रकार सलखा में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण में 187 विद्यार्थियों पर 3 शिक्षक नियुक्त मिले। इस स्कूल में भी पानी की समस्या की जानकारी सामने आने पर यहां भी टैंकर से तत्काल पानी पहुंचाने को कहा तथा अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि टयूब वैल से अवैध कनेक्शन समाप्त करें। भीलों की बस्ती में निरीक्षण के वक्त राजकीय प्राथमिक विद्यालय बंद मिला। यहां भी पेयजल समस्या को देखते हुए टैंकर से पानी पहुंचाने के निर्देश उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दिए।
केसवों की बस्ती में भी जिला कलक्टर के निरीक्षण के लिए पहुंचने पर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद पाया गया। यहां पानी की समस्या के निराकरण के लिए उन्होंने निर्देश दिए। यहां एएनएम उपलब्ध नहीं थी। ग्रामीणों को पूछे जाने पर वे भी इस बारे में कोई पुख्ता जवाब नहीं दे सके। सलखा में एएनएम को दो माह से वेतन नहीं मिलने की जानकारी सामने आयी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागीय इन विषयों पर जिला कलक्टर ने तत्काल विभाग के अधिकारियोें को निर्देश दिए।
कनोई में जिला कलक्टर ने राजीव गांधी सेवा केन्द्र का निर्माण देखा जो कि लगभग पूर्णता की स्थिति में आ गया है। यहां पानी की समस्या के निराकरण के लिए उन्होंने विभाग के अधिकारियों को फोन पर निर्देश दिए।
कुशवाहा के निरीक्षण के दौरान लक्ष्मणों की बस्ती और कुरकों की बस्ती में उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद मिले। कुरकों की बस्ती स्कूल में पानी की समस्या देखी गई। इस पर निर्देश दिए गए। ग्रामीणों ने यहां एएनएम की आवश्यकता जताते हुए बताया कि साल भर से अपूर्ण पड़े एएनएम क्वाटर को पूर्ण किया जाना चाहिए। इस पर जिला कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों से चर्चा की। मांगलियावास में सात दिन से मोटर जल जाने की वजह से बंद पड़े टयूब वैल की स्थिति को देख जिला कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों को फटकारा और ऐसे मामलों में बेवजह देरी नहीं किए जाने को कहा। गांव में आंगनवाड़ी केन्द्र चलता हुआ पाया गया।
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