जोधपुर।सीमा पार से मादक पदार्थो की तस्करी के लिए पंजाब के तस्कर अब राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों के तस्करों से गठजोड़ कर रहे हैं। मौत के सौदागरों के इस अंतरराज्यीय गठजोड़ की जानकारी मिलने के बाद बीएसएफ व अन्य सुरक्षा एजेन्सियों ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। विशेषकर श्रीगंगानगर के हिन्दूमल कोट, जैसलमेर के सम व बाड़मेर के गडरा रोड क्षेत्र से मादक पदार्थो, विस्फोटक सामग्री व हथियारों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी का खेल खेला जा रहा है। इनके तार पाक की गुप्तचर एजेन्सी आईएसआई से जुड़े होने की आशंका भी जताई जा रही है। सर्दी में कोहरे की आड़ में तस्करी की ज्यादा आशंका के मद्देनजर बीएसएफ अब 14 जनवरी से शुरू होने वाले "ऑपरेशन सर्द हवा" में इस पर पूरी चौकसी रखेगी।
हेरोइन की तस्करी ज्यादा: मादक पदार्थो में सबसे ज्यादा हेरोइन की तस्करी हो रही है। अफगान से पहले जहां पाकिस्तान के लाहौर होकर हेरोइन भारत भेजी जाती थी। अब इसे सिंध प्रांत के बावलपुर व बावलनगर से बाड़मेर व जैसलमेर, श्रीगंगानगर के रास्ते भेजा जा रहा है। यहां से दिल्ली समेत अन्य शहरों में नशीलें पदार्थो का जखीरा पहुंचा रहे हैं। दिल्ली से इसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी होने की जानकारी सुरक्षा एजेन्सियों को मिली है।
पुलिस ने भी किया खुलासा : उल्लेखनीय है कि इसी सप्ताह पंजाब में भारत-पाक सीमा पर दो पाक तस्कर मारे गए। इनसे 20 करोड़ की हेरोइन बरामद की गई। इधर, पंजाब की पटियाला पुलिस ने छह हजार करोड़ के अंतरराष्ट्रीय नशीली ड्रग तस्करी रैकेट का तार श्रीगंगानगर जिले से जुड़े होने का खुलासा कर मंगलवार को ही रायसिंह नगर क्षेत्र से एक सरगना को गिरफ्तार किया है।
सम के धोरों में बिछा रहे जाल
पंजाब से सटी सीमा पर सख्ती के चलते तस्करों ने पहले श्रीगंगानगर के हिन्दूमल कोट में जगह तलाशी और इसके अलावा बाड़मेर के गडरा रोड व जैसलमेर के सम इलाके में तस्करी की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार सीमा पर तारबंदी होने से तस्कर स्थानीय लोगों का सहयोग ले रहे हैं और तार के नीचे पाइप डालकर मादक पदार्थो के पैकेट फेंके जा रहे हैं। अब श्रीगंगानगर में सख्ती के बाद तस्करों की नजर रेतीले इलाके जैसलमेर के सम पर टिकी है। हालांकि सीमा सुरक्षा बल के जवान उनकी इन अवांछनीय गतिविधियों पर पूरी नजर रखे हुए हैं।
हम अलर्ट हैं
अवांछनीय गतिविधियों की जानकारी मिली है। सीमा पर किसी भी तरह की ऎसी गतिविधि से निपटने के लिए बीएसएफ के जवान अलर्ट हैं। अमित लोढ़ाउप महानिरीक्षक, सीसुब, जैसलमेर
हेरोइन की तस्करी ज्यादा: मादक पदार्थो में सबसे ज्यादा हेरोइन की तस्करी हो रही है। अफगान से पहले जहां पाकिस्तान के लाहौर होकर हेरोइन भारत भेजी जाती थी। अब इसे सिंध प्रांत के बावलपुर व बावलनगर से बाड़मेर व जैसलमेर, श्रीगंगानगर के रास्ते भेजा जा रहा है। यहां से दिल्ली समेत अन्य शहरों में नशीलें पदार्थो का जखीरा पहुंचा रहे हैं। दिल्ली से इसके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी होने की जानकारी सुरक्षा एजेन्सियों को मिली है।
पुलिस ने भी किया खुलासा : उल्लेखनीय है कि इसी सप्ताह पंजाब में भारत-पाक सीमा पर दो पाक तस्कर मारे गए। इनसे 20 करोड़ की हेरोइन बरामद की गई। इधर, पंजाब की पटियाला पुलिस ने छह हजार करोड़ के अंतरराष्ट्रीय नशीली ड्रग तस्करी रैकेट का तार श्रीगंगानगर जिले से जुड़े होने का खुलासा कर मंगलवार को ही रायसिंह नगर क्षेत्र से एक सरगना को गिरफ्तार किया है।
सम के धोरों में बिछा रहे जाल
पंजाब से सटी सीमा पर सख्ती के चलते तस्करों ने पहले श्रीगंगानगर के हिन्दूमल कोट में जगह तलाशी और इसके अलावा बाड़मेर के गडरा रोड व जैसलमेर के सम इलाके में तस्करी की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार सीमा पर तारबंदी होने से तस्कर स्थानीय लोगों का सहयोग ले रहे हैं और तार के नीचे पाइप डालकर मादक पदार्थो के पैकेट फेंके जा रहे हैं। अब श्रीगंगानगर में सख्ती के बाद तस्करों की नजर रेतीले इलाके जैसलमेर के सम पर टिकी है। हालांकि सीमा सुरक्षा बल के जवान उनकी इन अवांछनीय गतिविधियों पर पूरी नजर रखे हुए हैं।
हम अलर्ट हैं
अवांछनीय गतिविधियों की जानकारी मिली है। सीमा पर किसी भी तरह की ऎसी गतिविधि से निपटने के लिए बीएसएफ के जवान अलर्ट हैं। अमित लोढ़ाउप महानिरीक्षक, सीसुब, जैसलमेर
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