जैसलमेर गाज़ी फ़क़ीर गुट ने परचम लहराया निर्दलीय कल्ला बने सभापति*
*जैसलमेर नगर परिषद जेसलमेर के सभापति के लिए हुए चुनावो में सरहद के सुल्तान के रूप पहचान रखने वाले मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर गुट के प्रत्यासी हरि वल्लभ कल्ला ने भाजपा कांग्रेस को पटखनी देकर सभापति निर्वाचित हुए।।नगर परिषद चुनाव में विधायक रूपाराम धनदे गुट द्वारा पूर्व सभापति अशोक तंवर सहित मौजिज लोगो की टिकट काटने से उपजे विवाद ने कांग्रेस का माहौल खराब कर दिया।।चुनावो में गाज़ी फकीर गुट के अधिकांश पार्षद जीत के आये।।इधर पर्याप्त पार्षद न होने के बावजूद विधायक ने सर्व सम्मति को दरकिनार कर कमलेश छंगाणी को उम्मीदवार बनाया जिसका कांग्रेसियों ने विरोध दर्ज करा पूर्व विधायक गोवर्धन कल्ला के भतीजे हरिवल्लभ कल्ला को निर्दलीय मैदान में उतार दिया।।सोची समझी रणनीति को फ़क़ीर परिवार ने धरातल पर उतार हरिवल्लभ कल्ला को जीत दिला दी।।कल्ला को 19 कांग्रेस प्रत्यासी कमलेश छंगाणी को 12 भाजपा के विक्रम सिंह को 13 मत मिले।एक मत खारिज हो गया।।सभापति के चुनाव में विधायक और फकीर परिवार आमने सामने थे।।जजेसलमेर कि राजनीति में वर्चस्व रखने वाले फ़क़ीर परिवार की सशक्त टीम ने सभापति पद की जंग जीत कर विधायक गुट को पटखनी दे दी।।फकीर परिवार से प्रधान अमरदीन फकीर,पूर्व सभापति अशोक तंवर ने कल्ला की कमान संभाल रखी थी।।भाजपा और कांग्रेस के प्रत्यसियो की लाख बाड़ेबंदी के बावजूद फकीर गुट सेंधमारी में कामयाब रहे।।सभापति निर्वाचित होने के बाद हरि वल्लभ कल्ला सीधे केबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद के घर सरहद के सुल्तान गाज़ी फकीर से आशीर्वाद लेने पहुंचे।।कल्ला के सभापति बनने का जश्न शहर वासियो ने जमकर मनाया।।शहर भर में कल्ला का भव्य अभिनन्दन किया गया।।कल्ला ने जीत के तुरंत बाद कांग्रेस जॉइन कर ली।।
*जैसलमेर नगर परिषद जेसलमेर के सभापति के लिए हुए चुनावो में सरहद के सुल्तान के रूप पहचान रखने वाले मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर गुट के प्रत्यासी हरि वल्लभ कल्ला ने भाजपा कांग्रेस को पटखनी देकर सभापति निर्वाचित हुए।।नगर परिषद चुनाव में विधायक रूपाराम धनदे गुट द्वारा पूर्व सभापति अशोक तंवर सहित मौजिज लोगो की टिकट काटने से उपजे विवाद ने कांग्रेस का माहौल खराब कर दिया।।चुनावो में गाज़ी फकीर गुट के अधिकांश पार्षद जीत के आये।।इधर पर्याप्त पार्षद न होने के बावजूद विधायक ने सर्व सम्मति को दरकिनार कर कमलेश छंगाणी को उम्मीदवार बनाया जिसका कांग्रेसियों ने विरोध दर्ज करा पूर्व विधायक गोवर्धन कल्ला के भतीजे हरिवल्लभ कल्ला को निर्दलीय मैदान में उतार दिया।।सोची समझी रणनीति को फ़क़ीर परिवार ने धरातल पर उतार हरिवल्लभ कल्ला को जीत दिला दी।।कल्ला को 19 कांग्रेस प्रत्यासी कमलेश छंगाणी को 12 भाजपा के विक्रम सिंह को 13 मत मिले।एक मत खारिज हो गया।।सभापति के चुनाव में विधायक और फकीर परिवार आमने सामने थे।।जजेसलमेर कि राजनीति में वर्चस्व रखने वाले फ़क़ीर परिवार की सशक्त टीम ने सभापति पद की जंग जीत कर विधायक गुट को पटखनी दे दी।।फकीर परिवार से प्रधान अमरदीन फकीर,पूर्व सभापति अशोक तंवर ने कल्ला की कमान संभाल रखी थी।।भाजपा और कांग्रेस के प्रत्यसियो की लाख बाड़ेबंदी के बावजूद फकीर गुट सेंधमारी में कामयाब रहे।।सभापति निर्वाचित होने के बाद हरि वल्लभ कल्ला सीधे केबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद के घर सरहद के सुल्तान गाज़ी फकीर से आशीर्वाद लेने पहुंचे।।कल्ला के सभापति बनने का जश्न शहर वासियो ने जमकर मनाया।।शहर भर में कल्ला का भव्य अभिनन्दन किया गया।।कल्ला ने जीत के तुरंत बाद कांग्रेस जॉइन कर ली।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें