बुधवार, 26 फ़रवरी 2014

जैसलमेर कोतवाली के हल्का में जुआ खेलते 02 गिरफतार

जैसलमेर कोतवाली के हल्का में जुआ खेलते 02 गिरफतार


जैसलमेर पुलिस थाना कोतवाली के हल्का में मंगलवार को शैतान सिंह सउनि मय जाब्ता द्वारा जरिये मुखबीर र्इतलानुसार राणीसर कोलोनी कच्ची बस्ती जैसलमेर पहुंचे जहां पर मुलजिम प्रताप पुत्र कोशलाराम उम्र 22 साल 2. गणेश पुत्र हरचंद राम उम्र 28 साल, देमा राम पुत्र नारायण राम उम्र 35 साल निवासीयान राणीसर कोलोनी कच्ची बस्ती जैसलमेर को सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलते पाये जाने पर गिरफतार किया जाकर उनके कब्जा से कुल 500रू0 बरामद किये।

देवड़ा नरेन्द्र मोदी सेना के जिलाध्यक्ष मनोनीत

देवड़ा नरेन्द्र मोदी सेना के जिलाध्यक्ष मनोनीत


बाड़मेर। नरेन्द्र मोदी सेना के प्रदेषाध्यक्ष भानुप्रतापसिंह ठाकरियावास ने एक आदेष जारी कर बाड़मेर के सरदारपुरा निवासी युवा भाजपा नेता नरपतसिंह देवड़ा को बाड़मेर नरेन्द्र मोदी सेना का जिलाध्यक्ष मनोनीत किया हैं। साथ ही उन्होंने आषा व्यक्त की हैं कि इनके मनोनयन से संगठन को मजबूती मिलेगी। वहीं उन्हाेंने देवड़ा के उज्जवल भविष्य की कामनाऐं दी।

रामजी कि गोल में 108 एम्बुलेंस का लोकार्पण

रामजी कि गोल में 108 एम्बुलेंस का लोकार्पण
  
26 फरवरी  बाड़मेर जिले के रामजी का गोल गाँव में बुधवार को १०८ एम्बुलेंस कि सुविधा शुरू हो गयी।  NH-15 पर राम जी का गोल में स्थानीय विधायक लाधुराम विश्नोई और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी फुशाराम विश्नोई ने फीता काटकर 108 एम्बुलेंस का लोकार्पण किया गया।
इस मौके पर स्थानीय लोगो के अलावा 108 के जिला प्रभारी राजीव रंजन एवम स्टाफ में 

गेनसिंह,हेमराज,कंवराराम,प्रवीण,नरेन्द्र,लीलाराम सेजु मोजूद थे।

विधायक ने बताया की 108 की सेवा यह के वाशिंदो को आपातकाल की स्थिति में रहत पहुचाएगी। 
इस मोके पर 108 के जिला प्रभारी राजीव रंजन ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगो को आपातकाल का स्थिति में 108 एम्बुलेंस की भूमिका के बारे में बताया।


काफी समय से थी 108 की जरुरत।

रामजी का गोल NH-15 और मेगा हाईवे पर होने के कारण एक्सीडेंट होने पर घायलों को हॉस्पिटल ले जाने के लिए 108 एम्बुलेंस की जरुरत थी।

समय सुबह 10:30 बजे रामजी का गोल बस स्टैंड पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।

खाप की "गंदी बात", सगोत्र विवाह से पैदा होते हैं हिजड़े

हिसार। खाप पंचायत से जुड़े नेताओं ने एक बार फिर सगोत्र विवाह पर तीखे बोल बोले हैं। उन्होंने एक सम्मेलन के दौरान कहा कि सगोत्र विवाह करने से हिजड़े पैदा होते हैं।
हिसार के कृषि विश्वविद्यालय में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने हरियाणा में ऑनर किलिंग रोकने के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया था, उसमें सगोत्र विवाह के दौरान चर्चा पर खाप नेताओं ने यह बयान दे दिया।

वर्कशॉप में बवाल
वर्कशॉप में विश्वविद्यालय के सेवानिवृत एक वैज्ञानिक डॉ. महावीर सिंह नरवाल ने खाप नेताओं को बताया कि गोत्र और खून का रिश्ता दोनों अलग चीजें हैं। एक गोत्र का लड़का-लड़की भाई-बहन नहीं हो सकते हैं।

उन्होंने सवाल किया कि एक गोत्र के दो लाख लोग भाई-बहन कैसे हो सकते हैं? उन्होंनें बताया कि सिर्फ वे लड़का-लड़की भाई-बहन हो सकते हैं, जिनके माता-पिता एक हों। एक गोत्र में शादी करने से यह जरूरी नहीं कि उसका हानिकारक प्रभाव पड़े।

इस पर एक खाप नेता कुलदीप सिंह खड़े हो गए और इसका विरोध करते हुए मंच पर पहुंच गए।

सगोत्र विवाह पर खाप के सवाल
उन्होंने कहा कि अगर सगोत्र विवाह से कोई हानि नहीं होती है तो फिर हिजड़े क्यों पैदा होते हैं? हमें अनुवांशिक बीमारियां क्यों होती हैं?

उन्होंने दावा किया कि 90 फीसदी हिजडे उन घरों या धर्मो में पैदा होते हैं जहां गोत्र व्यवस्था को नहीं माना जाता है। उन्होंने कहा कि नजदीकी खून के रिश्ते में शादी होने से ही अल्पसंख्यकों की संख्या कम हो रही है।

उन्होंने बताया कि हमने सगोत्र विवाह पर एक सर्वे किया है जिसमें सगोत्र व्यवस्था को न मानने वाले समुदायों में ऎसी शादियों के हानिकारक परिणाम सामने आए हैं।

वहीं विश्वविद्यालय के वाईस-चांसलर के एस खोकर ने भी कहा, "मैने बचपन से देखा है कि खाप पंचायतें हरियाणा के विकास के लिए सही फैसले लेती हैं।"

ठगी के तीन आरोपियों की हत्या

मथुरा। मथुरा के एक्सप्रेस-वे पर मिले तीन शवों की शिनाख्त कर ली गई है। तीनों पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का आरोप था। पुलिस ने इस मामले में फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह हाईवे इलाके में विकासनगर बजाना पुल के पास तीन लोगों का शव मिला था। मौके पर पुलिस को दो तमंचे भी मिले थे। छानबीन के बाद तीनों शवों की शिनाख्त राजस्थान के अलवर निवासी रामेन्द्र, मुकेश और अरविंद के रूप में की गई।

छानबीन में पुलिस को इस बात का भी पता चला कि मारे गए लोग पहले भी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर चुके हैं और जेल भी गए हैं। शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

तबादले शुरू,25 प्राचार्य,200 व्याख्याता बदले

जयपुर। राज्य के उच्च शिक्षा विभाग में तबादले शुरू हो गए हैं। मंगलवार को 25 से अधिक राजकीय कॉलेजों के प्राचार्यो के तबादला आदेश जारी किए गए। वहीं देर शाम करीब 200 व्याख्याताओं के भी तबादले कर दिए गए।
तबादला सूची में दो ऎसे प्राचार्य के नाम भी शामिल हैं, जो राज्य स्वेच्छया ग्रामीण सेवा के तहत ही सरकारी सेवा में समायोजित किए गए थे और इस सेवा नियमों के तहत इनका तबादला नहीं किया जा सकता।

पर, रसूखात के चलते इनके तबादले किए गए हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि पहले उच्च स्तर पर व्याख्याताओं की प्रतिनियिुक्ति का आदेश जारी किया गया था। अब प्राचार्यो का तबादला किया गया। इससे ग्रामीण सेवा नियमों का टूटना शुरू हो गया है।

"मेरे पैसे दे दो...वरना तलाक हो जाएगा"

उदयपुर। "सर...प्लीज कोई तो बता दो कि पैसा कौन देगा। मेरी अभी जनवरी में ही शादी हुई है। हमारे लाखों रूपए सोसायटी ने ले लिए हैं और अब कोई दे नहीं रहा है। पैसा मांगने वाले जयपुर में मेरे घर पर डेरा डालकर बैठे हैं। पत्नी ससुराल चली गई है। सब परेशान हैं। ससुराल वाले तलाक की धमकी दे रहे हैं। क्या करूं, कहां जाऊं।"
यह कहकर युवक फफक-फफक कर रो पड़ा और उसे आस-पास जमा बाहर से आए लोग ढांढस बंधाकर चुप करते रहे। नितिन के साथ आए उसके दोस्तों की आंखें भी नम हो गई। तीनों दोस्त लाखों रूपए का निवेश वापस लेने के लिए भविष्य क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के दुर्गा नर्सरी कार्यालय पर दो दिन से पड़ाव डाले हुए हैं।

इस सोसायटी के कार्यालय पर सुबह से शाम तक बाहर से कई लोगों का आना-जाना लगा हुआ है। ब्यावर से आई एक युवती और लोग भी सुबह से शाम तक सोसायटी के बाहर खड़े होकर इंतजार करते रहे कि सोसायटी का कोई जिम्मेदार व्यक्ति आकर पैसा देने की बात तो करे तो बेगूं से आए कई लोगों ने उनका मूल पैसा ही वापस देने की गुजारिशें कीं।

महिलाएं हुईं परेशान
सोसायटी में लाखों रूपए का अपना निवेश वापस लेने के लिए उम्रदराज महिलाएं भी मंगलवार को वहां आई और रो-रोकर अपना पैसा दे देने की दुहाई दी। कार्यालय के कार्मिक लोगों को कोई जवाब नहीं दे पाए हैं। एक ओर, अरविंद अजमेरा की उप रजिस्ट्रार विभाग को लिखित शिकायत मिली है, जिस पर सोसायटी से लोगों को पैसा दिलाने की मांग की गई है।

शुक्ला फरार, लाखों उलझे
सोसायटी के अध्यक्ष दामोदर नागदा ने भी अब तक लोगों को कोई जवाब नहीं दिया है जबकि एक निदेशक संजय शुक्ला गायब हो गया है। संजय शुक्ला ने सोसायटी के अलावा व्यक्तिगत तौर पर भी कई लोगों से लाखों रूपए ले लिए।

शुक्ला को पैसा देने वालों में पूरणमल पोरवाल, उषा वर्मा, साबिर हुसैन, कल्पना जैन, ओमप्रकाश पाहुजा, सुनील अग्रवाल, महावीर मेहता, केशव, सलीम खान आदि शामिल हैं। इन लोगों ने शुक्ला पर भरोसा कर उसे लाखों रूपए दे दिए।

उत्तराखंड के मंत्री पर यौन उत्पीडन का आरोप


नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने एक महिला के कथित यौन उत्पीडन के मामले में उत्तराखंड के कृषि मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की।

पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली 30 वर्षीय महिला ने रावत के खिलाफ सोमवार को सफदरजंग इक्लेव पुलिस थाना में लिखित शिकायत दर्जü कराई थी। महिला ने आरोप लगाया है कि गत सितम्बर में रावत ने दक्षिण दिल्ली के ग्रीन पार्क क्षेत्र स्थित अपने मकान में उसका यौन उत्पीडन किया था।

फतवे थोपे नहीं जा सकते : सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा, मौलवियों की ओर से जारी फतवे लोगों पर थोपे नहीं जा सकते। सरकार को ऎसे फतवे मानने से इनकार करने वाले लोगों को उत्पीड़न से बचाना चाहिए।
एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, फतवे मानना या न मानना लोगों पर निर्भर करता है। दारूल कजा व दारूल इफ्ता जैसी संस्थाओं का काम राजनीतिक-धार्मिक मसला है।

अदालतों को तभी दखल देना चाहिए जब उनके फैसलों से किसी के अधिकारों का हनन हो रहा हो। कोर्ट ने कहा, जब एक पुजारी दशहरे की तिथि बताता है तो वह किसी को उसी दिन दशहरा मनाने को बाध्य नहीं कर सकता।

याचिकाकर्ता की ओर से फतवे को असंवैधानिक बताने पर कोर्ट ने कहा, यदि कोई उसे मानने को बाध्य करता है तो हम सुरक्षा कर सकते हैं। कोर्ट ने कहा, कुछ फतवे जनहित में भी जारी किए गए हो सकते हैं।

यह था मामला
एक लड़की को अपने शौहर को सिर्फ इसलिए छोड़ना पड़ा, क्योंकि उसे फतवा जारी कर ससुर के साथ रहने को कहा गया था, जिसने उससे दुष्कर्म किया।

कलयुगी "भाइयों" ने बहन की आबरू लूटी

शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ उसके ममेरे भाइयों द्वारा बलात्कार किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार जिले के झिंझाना इलाके में एक व्यक्ति ने थाने ने लिखित तहरीर देते हुए बताया कि मंगलवार सुबह जब उसकी 16 वर्षी पुत्री खेत में काम कर रही थी तभी उसके दो ममेरे भाइयों मुज्जमील एवं आलीम ने उसके साथ बलात्कार किया।

बाद में वे जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। इस सिलसिले में मामला दर्ज करा दिया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। लड़की को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया है।

विदेश मंत्री खुर्शीद बोले, नरेन्द्र मोदी "नपुंसक"

फर्रूखाबाद। केन्द्रीय विदेश मंत्री जनता के बीच भाषण देते हुए इतने जोश में आ गए कि उन्होंने आपत्तिजनक भाषा बोलते हुए बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को "नपुंसक" तक कह डाला।
खुर्शीद के इस बोल के बाद भाजपा गुस्सा गई है और उसने मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वालों की कड़ी निंदा की है। हुआ यूं था कि खुर्शीद मंगलवार को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र फर्रूखाबाद में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

इसी दौरान उन्होंने मोदी के खिलाफ गुजरात में साल 2002 में गोधरा कांड के बाद हुए दंगों का आरोप मोदी पर मढते हुए यह टिप्पणी की थी। विदेश मंत्री ने दंगों को रोकने के नाम पर मोदी सरकार के तौर तरीकों पर भी सवाल उठाए और दंगों के लिए मोदी को दोषी कहने से भी नहीं चूके।

मंगलवार, 25 फ़रवरी 2014

ब्रिटेन: महिला कैदियों को किया गया 'सेक्स के लिए मजबूर'



एक रिपोर्ट के मुताबिक़ इंग्लैंड और वेल्स की जेलों में महिला क़ैदियों को जेल के कर्मचारी शराब और सिगरेट जैसी चीज़ों के बदले सेक्स के लिए बाध्य करते हैं.
ब्रिटेन की एक जेल
क्लिक करेंइस रिपोर्ट को जेल में सेक्स विषय पर बने आयोग ने प्रकाशित किया है. आयोग का गठन समाजसेवी संस्था हावर्ड लीग फ़ॉर पीनल रिफ़ार्म ने किया था.



रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ क़ैदी अपनी सुविधा और समर्थन के लिए इस तरह के संबंध स्थापित कर लेते हैं. लेकिन इनमें से कुछ संबंध शोषण की वजह बन जाते हैं.

क्लिक करेंजेल विभाग ने कहा है कि वो जेल में सेक्स की अनदेखी नहीं करता है.
पहली समीक्षा
आयोग में प्रमुख शिक्षाविद, पूर्व जेल गवर्नर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल थे. यह इंग्लैंड और वेल्स की जेलों में सेक्स को लेकर अपनी तरह की पहली समीक्षा है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि यौन उत्पीड़न के एक ख़ास प्रकार, जिसे 'डीक्रोचिंग' कहा जाता है, कि घटनाएँ जेल में हुई हैं. डीक्रोचिंग में एक महिला  क़ैदी जबरदस्ती दूसरे महिला कैदी के शरीर में छिपाकर रखे नशीले पदार्थ निकालती है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में अलग यौन स्वास्थ्य की जरूरत होती है और उनमें एचआईवी जैसे यौन संक्रमण से होने वाली बीमारियों के साथ जेल में दाखिल होने की संभावना अधिक होती है.

अपनी सिफ़ारिशों में इस आयोग ने कहा है,'' जेल में महिला क़ैदियों के साथ काम कर रहे कर्मचारियों को इस बात का प्रशिक्षण और मार्गदर्शन देने की ज़रूरत है कि वे महिलाओं की मदद कैसे करें, क़ैदियों के बीच संबंध की पहचान कर सकें और डराने-धमकाने के मामलों का पता लगा सकें.''

रिपोर्ट में कहा गया है, ''जेल के कर्मचारियों और महिला क़ैदियों के बीच कामकाजी संबंध लाभदायक होना चाहिए और इस बात के प्रमाण हैं कि अपनी भावनाओं को लेकर महिला क़ैदी पुरुषों की तुलना में ज्यादा खुली हुई थीं और जेल कर्मचारियों से अपनी समस्याओं पर चर्चा भी कर रही थीं.''
विशेष प्रशिक्षण की ज़रूरत



"जेल में यौन शोषण की जिन घटनाओं का वर्णन किया गया है, वे दुर्लभ हैं. यौन शोषण के जिन कथित मामलों की बात की गई हैं या पता लगाया गया है उनकी जांच की जाएगी."


जेल सेवा के प्रवक्ता

आयोग के अध्यक्ष क्रिस शेफ़ील्ड ने कहा, ''जेल में महिलाएं ख़ासतौर पर असुरक्षित हैं और पुरुषों की तुलना में उनके हिंसा या यौन शोषण का शिकार होने की आशंका अधिक है.''

उन्होंने कहा,''यह भी उतना ही जरूरी है कि महिला जेलों के कर्मचारियों को महिलाओं के साथ काम करने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाए.''

जेल सेवा के एक प्रवक्ता ने कहा, ''क़ैदियों के बीच शारीरिक संबंध आम बात नहीं है. हम जेल में सेक्स की अनदेखी नहीं कर सकते और न ही हम उन कैदियों को एक ही कोठरी में रखने में यकीन रखते हैं, जिनके बीच यौन संबंध हों.''

प्रवक्ता ने कहा, ''जेल में यौन शोषण की जिन घटनाओं का वर्णन किया गया है, वे दुर्लभ हैं. यौन शोषण के जिन कथित मामलों की बात की गई हैं या पता लगाया गया है, उनकी जांच की जाएगी और अगर ज़रूरत पड़ी तो इसकी सूचना पुलिस को दी जाएगी.''



हावर्ड लीग फ़ॉर पीनल रिफ़ार्म ने कहा है कि वह जेल में अपराधों में कमी के साथ ही समुदाय की सुरक्षा चाहता है. वो चाहता है कि जेल में कम से कम लोग रहें.

आपको मिलेगी जल्द ही दो खुशखबरी, मनरेगा के दिन बढ़ेंगे तो महंगाई भत्ता होगा 100 फीसदी



नई दिल्ली. चुनावी साल में सरकार अपने पक्ष में माहौल बनाने की मुहिम में जुट गई है. जल्द ही कैबिनेट मनरेगा को लेकर एक अहम फैसला हो सकता है.



मनरेगा में 100 की जगह 150 दिन रोजगार की गारंटी देने की तैयारी में सरकार जुटी हुई है. इस पर कैबिनेट में जल्द ही फैसला हो सकता है. उधर खबर आ रही है कि शुक्रवार को कैबिनेट में महंगाई भत्ता 100 फीसदी करने पर मुहर लग सकती है. फिलहाल 90 फीसदी डीए मिलता है.



महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार सुरक्षा कानून यानि मनरेगा में अब 100 की जगह डेढ़ सौ दिन रोजगार की गारंटी देने की तैयारी में यूपीए सरकार है. इस पर गुरुवार को कैबिनेट में फैसला हो सकता है. यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल यानि 2004 से 2009 के बीच पहली बार मनरेगा कानून बना था. ऐसा माना जाता है कि 2009 में इसी के दम पर यूपीए सरकार दूसरी बार सरकार में लौटी थी.

जैसलमेर पशुपालन विभाग के अफसर ने की सुसाइड

जैसलमेर। राजस्थान के जैसलमेर में पशुपालन विभाग में पदस्थ संयुक्त निदेशक डॉ. श्याम सुंदर मीणा ने मंगलवार को अपने आवास पर फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली।
पुलिस उपाधीक्षक सोहन राम विश्नोई ने बताया कि घटना के वक्त सातवीं कक्षा में पढ़ रही उनकी बेटी तथा 18 साल की साली मौजूद थीं। उन्होंने बताया कि मीणा अवसाद में थे और गत एक माह से उनका इलाज चल रहा था।

उन्होंने बताया कि सुबह करीब दस बजे मीणा ने अपने आपको एक कमरे में बंद कर लिया तथा काफी देर तक दरवाजा नहीं खुलने पर दोनों बालिकाओं ने पड़ोसियों को इत्तिला दी। दरवाजा तोड़ने पर वह फंदे से लटके मिले। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया है, उनकी पत्नी के जयपुर से पहुंचने के बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

शिव विधायक मानवेन्द्रसिह ने जलदाय मंत्री को लिखा पत्र

जलदाय के रिक्त पदों को भरने की मांग

शिव विधायक मानवेन्द्रसिह ने जलदाय मंत्री को लिखा पत्र

बाड़मेर, 25 फरवरी।शिव विधानसभा के विधायक मानवेन्द्रसिह ने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिक विभाग राजस्थान के मंत्री सांवरलाल जाट को पत्र लिख शिव विधानसभा क्षेत्र में जन स्वा एवं अभि. विभाग में रिक्त पदों को भरने की मांग की हैं।
विधायक के निजी सहायक रामसिह राठौड़ ने बताया कि सांवरलाल जाट को पत्र लिख अवगत कराया कि शिव विधानसभा क्षेत्र में सहायक अभियंता के 4 पद, कनिष्ठ अभियंता के 7 पद व तकनीकी कर्मचारियो के 425 पद रिक्त होने से शिव विधानसभा के सभी गांवो में पेयजल सुविधा बाधित हो रही हैं। पीने के पानी की सप्लार्इ समय पर नही होने से ग्रामीणो व पशुपालको को पानी के लिए आज भी मीलो पैदल सफर तय करना पडता है। परिणाम स्वरूप ग्रामवासियो को पीने के पानी के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ती है। वही कही पार्इप लार्इन में खराबी या कोर्इ रूकावट आ जाती है। तो कर्मचारियो की कमी से महिनो तक पानी की सप्लार्इ समय पर नही हो पाती है वही विभाग के एक मात्र वाहन की डीजल व बजट नही मिलने से समय पर मानीटरिंग नही हो पाती। जिससे सैकड़ो गांवो में कर्मचारियो की कमी से पेयजल संकट खड़ा हो गया है। जन स्वा. एवं अभियांत्रिक विभाग के राज्यमंत्री सावरमल जाट को लिखे पत्र में रिक्त कर्मचारियो की नियुक्ती की मांग की जिसने क्षैत्र में व्याप्त पेयजल संकट को दुर किया जा सके।

जैसलमेर में देह व्यापार गिरोह पकड़ा। . जैसलमेर पुलिस कि बड़ी कार्यवाही ,

जैसलमेर में देह व्यापार गिरोह पकड़ा। . जैसलमेर पुलिस कि बड़ी कार्यवाही ,


जैसलमेर शहर जैसलमेर में पर्यटन सीजन के समय आये दिन देह व्यापार की सुचनाओं को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर विकास शर्मा द्वारा वृताधिकारी वृत जैसलमेर सोहनराम एवं शहर कोतवाल वेदप्रकाश आरपीएस को देह व्यापार करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देशों की पालना में शहर में लगातार रात्रि कालीन गश्त को तेज किया गया। आज दिनांक 25.02.2014 को सोहनराम आरपीएस वृताधिकारी वृत जैसलमेर बमय जाब्ता कानि0 नरेन्द्रसिंह 416, जरिये सरकारी वाहन बोलेरो आरजे 15 युए 0843 चालक राजु राम न0 1051 के रात्रि में शहर मे गष्त करते हुए जरिये मोबार्इल फोन पर सूचना मिली कि हाऊसिंग बोर्ड जैसलमेर के क्वार्टर न0 पी-4 मे इन्द्र कुमार उर्फ राजू व उसकी एक सहयोगिनी कविता उर्फ चांदनी किराये से रहते है। तथा अवैध देह व्यापार का धंधा करते है। जिस पर सोहनराम उप अधीक्षक वहां से रवाना होकर थाना कोतवाली पहुंचे तथा थाना पर तैनात कानि0 जालम सिंह न0 237 को मुखबीर सूचना से अवगत करवाया जाकर सादा वस्त्रो मे डेकोय (बाग्स ग्राहक) मामूर किया तथा थाना से वृताधिकारी मय पुलिस जाब्ता नरेन्द्र सिंह कानि, महिला कानि0 श्रीमति विमला न0 838, मामूरा डेकोय जालम सिंह कानि न0 237 जरिये सरकारी बोलेरो आरजे 15 युए 0843 चालक राजू राम न0 1051 व श्री प्रेमषंकर मुआ 67, अचला राम कानि न0 164, श्रीमति निर्मला महिला कानि0 841 जरिये सरकारी जीप आरजे 15 युए 0743 चालक जगरूपा राम न0 1079 के थाना से रवाना होकर हाऊसिंग बोर्ड कोलोनी जैसलमेर पहुंचे, डेकोय जालम सिंह को सादा वस्त्रो मे बाग्स गा्रहक के रूप मे क्वार्टर न0 टी-4 पर भेजा जाकर निर्देष दिये। जहा पर कानि जालमसिंह को सुचना अनुसार सही बात लगने पर वृताधिकारी मय जाब्ता को र्इशारा किया गया तो वृताधिकारी मय जाब्ता तुरंत क्वार्टर न0 टी-4 के मैन गेट पर पहुंचे। जहां पर एक व्यकित गेट को बंद करने ही लगा। लेकिन पुलिस जाब्ता ने तुरंत दरवाना खोल दिया तथा दरवाजा देने वाले ने अपना नाम इन्द्र कुमार पुत्र तमाकी मल जाति ंिसंधी उम्र 44 साल नि0 532 सिंधी कोलोनी राजा पार्क पुलिस थाना मानसरोवर जिला जयपुर होना बताया। जिसके बाद वृताधिकारी वृत जैसलमेर द्वारा उक्त क्वारटर की तलाशी ली गर्इ तो उस क्वार्टर में विजय सिंह पुत्र रूप सिंह जाति राजपूत उम्र 22 साल नि0 आर्इंता देउंगा थाना मोहनगढ जिला जैसलमेर तथा प्रिया पोदार पुत्री रणजीत पोदार जाति पोदार उम्र 23 साल नि0 रानागढ थाना गाजनापुर जिला नोदिया (पषिचम बंगाल), पिंकी पोदार पुत्री राधाकांत जाति पोदार उम्र 21 साल नि0 रानागढ थाना गाजनापुर जिला नोदिया (पषिचम बंगाल, कविता उर्फ चांदनी पुत्री राधाकांत जाति पोदार उम्र 35 साल नि0 रानागढ थाना गाजनापुर जिला नोदिया (पषिचम बंगाल) को देह व्यापार करने तथा इन्द्र कुमार पुत्र तमाकी मल जाति ंिसंधी उम्र 44 साल नि0 532 सिंधी कोलोनी राजा पार्क पुलिस थाना मानसरोवर जिला जयपुर को शहर में देह व्यापार चलाने के जूर्म में गिरफतार किया गया तथा पुलिस थाना कोतवाली में पीटा एक्ट के तहत मुकदमा जर्द किया गया।



इसके साथ-साथ शहर में देह व्यापार करने वालों को चिनिहत किया गया है तथा उनके विरूद्ध भी शीघ्र कार्यवाही अमल में लार्इ जायेगी।

मुख्यमंत्री की घोषणा, परसराम मदेरणा के नाम पर होगा कॉलेज

जोधपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार को पूर्व विधानसभाध्यक्ष परसराम मदेरणा को श्रद्धांजलि देने उनके पैतृक गांव चाडी पहुंची। इस दौरान राजे ने मदेरणा परिवार को सांत्वना दी और काफी देर तक महिपाल मदेरणा से बात की। इस मौके पर राजे ने भोपालगढ़ राजकीय कॉलेज का नाम परसराम मदेरणा के नाम पर करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री की घोषणा, परसराम मदेरणा के नाम पर होगा कॉलेज
"हर जायज काम में मदेरणा परिवार के साथ"
राजे ने साथ ही कहाकि मदेरणा परिवार के हर जायज काम में वे उनके साथ है।इस दौरान राजे ने कहाकि मदेरणा परिवार ेसे उनका काफी करीबी रिश्ता है। शुरू से ही वे मदेरणा परिवार के नजदीक रही हैं। इस दौरान राजे ने परसराम मदेरणा के राजनीतिक अनुभवों पर भी चर्चा की। राजे के साथ उनके बेटे और झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह और रामनारायण डूडी भी थे।

अब मोबाइल रैन बसेरों में लीजिए आसरा
वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री ने जयपुर में मोबाइल रैन बसेरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर राजे ने कहाकि इससे जरूरतमंदों को काफी फायदा होगा। इन रैन बसेरों को कहीं भी खड़ा किया जा सकता है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इनकी पहुंच होगी।

गौरतलब है कि रोडवेज की बसों को चलते-फिरते रैन बसेरों का रूप दिया गया है। इन पर जयपुर के पर्यटन स्थलों के चित्र भी बनाए गए हैं। ये रैन बसेरे टीबी सेनेटोरियम, शास्त्री नगर, जनाना अ्रस्पताल, चांदपोल, महिला चिकित्सालय, सांगानेरी गेट, घाटगेट, जोरावर सिंह गेट, वीटी रोड़, मानसरोवर, सांगानेर पुलिया, रामलीला मैदान और ईदगाह दिल्ली रोड़ पर उपलब्ध रहेंगे।

मुखर हुई आने वाले कल की चिंता

मुखर हुई आने वाले कल की चिंता

- जिले भर में हुए कई कार्यक्रम ,हर ब्लॉक में हुई कार्यशाला
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बाड़मेर 'वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत में भूजल स्तर तेज़ी से गिरता जा रहा है और लाखों लोगों के लिए इसके गंभीर परिणाम होंगे.शोधकर्ताओं ने लिखा है कि सिंचाई और दूसरे मकसदों के लिए के लिए पानी की खपत सरकारी अनुमान से कहीं ज़्यादा तेज़ी से बढ़ी है.इस कारण कृषि उत्पादन ठप्प हो सकता है और पीने के पानी की भारी किल्लत हो सकती है.भूजल उस पानी को कहा जाता है जो बारिश और अन्य स्रोत्रों के कारण ज़मीन में चला जाता है और जमा होता रहता है.नए शोध के मुताबिक उत्तर भारत में भूजल स्तर 2002 से 2006 के बीच हर साल चार सेंटीमीटर नीचे गया है.' यह कहना है जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता व्रत बाड़मेर ओ पी व्यास का। उन्होंने यह बात राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल जागरूकता सप्ताह के दोरान जिला स्तरीय कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में बहुत ज़्यादा पानी बर्बाद हुआ है. वैज्ञानिकों ने इन बदलावों को समझने के लिए उपग्रह से मिले आकड़ों का इस्तेमाल किया है.उनके मुताबिक पानी के गिरते स्तर का कारण मौसम में बदलाव नहीं है क्योंकि जिस दौरान ये शोध किया गया था उस दौरान बारिश में कमी दर्ज नहीं की गई थी.सीसीडीयू के आईईसी कंसल्टेंट अशोक सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल जागरूकता सप्ताह में जिले भर में आम के मुद्दे पर साथ जोड़ने के उदेश्य से कई कार्यक्रमो का आयोजन किया गया जिसमे बाड़मेर जिला स्तरीय कार्यशाला बाड़मेर प्रधान ढाई देवी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुई। स्थानीय पंचायत समिति सभागार में आयोजित इस कार्यशाला में वर्षा जल संग्र्हण , भूजल पुनर्भरण , जल गुणवत्ता का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव , पिने का पानी केवल सुरक्षित जल स्रोतो से और शोधित जल के उपयोग विषय पर आम जनता में जल चेतना कि बात प्रेषित कि अगि। इस अवशर पर अधीक्षण अधिनता जे पि जोरवाल ने कहा कि सर्दी के मौसम में पानी की जरूरत वैसे ही कम होती है और इस बार तो मानसून ने भी बरसने का रिकॉर्ड बनाया है, लेकिन देश के तमाम शहरों और कस्बों में पानी की कमी अभी से महसूस की जाने लगी है। यह शिकायत आम है कि लोगों की जितनी जरूरत है, उन्हें उतना पानी नहीं मिल पा रहा। दिनोंदिन जल संकट के भयावह रूप धारण कर लेने से अब जल प्रबंधन प्रणाली में सुधार करने और पानी की परंपरागत प्रणाली को पुनर्जीवित करने की जरूरत महसूस की जाने लगी है। इस अवशर पर भूजल के गिरते स्तर पर हर किसी ने चिंता व्यक्त की। इस कार्यशाला को संजय जैन ,दीपाराम, जमील अहमद गोरी, महेश शर्मा, और आरती परिहार ने भी सम्बोधित किया। जिला स्तर पर आयोजित हुई कार्यशाला के साथ साथ मंगल वर को ही बायतु ,शिव,चोहटन,सिणधरी,पचपदरा,सिवानाऔर धोरीमना ब्लाक स्तर पर भी कार्य शाला का आयोजन किया गया जिसमे बटोर मुख्य अतिथि प्रधान और उपखंड अधिकारी मौजूद रहे । जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल जागरूकता सप्ताह में जिला शिक्षा अधिकारी , महिला एवं बाल विकास अधिकारी , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ,मुख्य करकरी अधिाकरी , जिला परिषद् एवं अधिशाषी अभियंता और जल संसाधन विभाग सहयोगी विभागो तोर पर साथ रहे।

कांग्रेस छोड़ मोदी के पाले में जाएंगे वाघेला?

नई दिल्ली/गांधीनगर। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में देश में बह रही हवा से कांग्रेस हाईकमान भी सकते में हैं। खासकर कांग्रेस को गुजरात में उसके अपनों के ही साथ छोड़कर जाने की बढ़ रही फेहरिस्त ने और परेशानी में डाल दिया है।
बीते एक पखवाड़े में कांग्रेस के 5 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं, इनमें से तीन ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। सूत्र बताते हैं कि भाजपा छोड़कर कभी कांग्रेस में शामिल हुए दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला भी कांग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं। उनके फिर से बीजेपी में लौटने के कयास लगाए जा रहे हैं।

मालूम हो कि मोदी के पीएम पद का उम्मीदवार बनने के बाद से उनके पक्ष में एक के बाद एक नेता के जाने से कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा संकट यह खड़ा हो गया है कि वह पहले पार्टी में हो रही बगावत को थामे या मोदी के खिलाफ चुनावी तैयारी में जुटे।

मोदी की रणनीति गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट जीतने की है। वह इसी लक्ष्य को लेकर अपने कुनबे को बढ़ाने में लगे हैं। सोमवार को गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) का भाजपा में विलय कर दिया गया। जीपीपी के मौजूदा अध्यक्ष गोरधन झड़फिया और जीपीपी से विधायक रहे नलीन कोटडिया ने अपने वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ केसरिया धारण कर लिया।

भाजपा में विलीनीकरण पर गोरधन झड़फिया का कहना है कि भाजपा मातृ संस्था है। भले ही हमारे बीच मतभेद रहे हों, लेकिन मतभेद देश से बड़े नहीं हैं। गुजरात और देश हित की बात आएगी तो एकजुट रहेंगे। यह आत्मसमर्पण नहीं विलीनीकरण है। उन्होंने दावा किया कि सभी वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों की सहमति के बाद ही यह निर्णय किया गया। जीपीपी के करीब सात लाख प्राथमिक सदस्य हैं।

पूर्व गृह मंत्री हरेन पंडया की पत्नी एवं जीपीपी नेता जागृति बेन के बारे में पूछने पर झड़फिया ने कहा कि पार्टी का भाजपा में विलीनीकरण में उनका भी विरोध नहीं रहा। इससे पूर्व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आर.सी. फलदू ने विधायक नलीन कोटडिया, गोरधन झड़फिया, फकीर चौहाण, ठाकोर देसाई, विक्रम चौहाण, नरेश पटेल, दीपक जोशी, बिपिन पटेल, गीताबेन पटेल, दीपक पंडया संजय पटेल समेत जीपीपी के वरिष्ठ नेता एवं पदाधिकारियों का केसरिया पहनाकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जब नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है तब से अलग-अलग पार्टियों के सांसद, विधायक और नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री के खिलाफ एसीबी में परिवाद

जयपुर। देश के रक्षा राज्यमंत्री और अलवर से सांसद जितेंद्र सिंह के खिलाफ प्रदेश के एंटी करप्शन ब्यूरो में परिवाद दर्ज हुआ है।
मामले को प्राथमिक जांच के लिए अलवर कार्यालय भेजा गया है। जानकारी के अनुसार, जितेंद्र सिंह के खिलाफ अलवर में कब्रिस्तान की जमीन को गलत तथ्य पेश कर अपने नाम कराने का आरोप है।

इस संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता अशोक पाठक की ओर से 27 जनवरी को एसीबी डीजी मनोज भट्ट के समक्ष परिवाद पेश किया गया था। मामले में डीजी मनोज भट्ट ने आगामी कार्रवाई के लिए परिवाद को अलवर में जांच के लिए भेज दिया है। मामले में बीस फरवरी को 40/2014 संख्या में परिवाद दर्ज किए जाने की सूचना है।

यह है मामला
सांसद सिंह ने अलवर स्थित एक जमीन पर दावा पेश करते हुए वर्ष 1998 में एक याचिका एसडीएम के समक्ष लगाई थी। इस पर सुनवाई के बाद दावे को खारिज कर दिया गया। बाद में पुन: इस संबंध में वर्ष 2000 में याचिका लगाई गई, जिसे करीब पांच साल सुनवाई के बाद एसडीएम ने जून 2005 में खारिज कर दिया था।

वर्ष 2009 में जितेंद्र सिंह ने अपने वकील के जरिए एक बार फिर याचिका लगाकर इस केस पर सुनवाई की अपील की। उन्होंने अपील में हवाला दिया कि केस की काफी लंबे समय से सुनवाई नहीं हुई है। इसलिए इसे वापस शुरू किया जाए। मामले में एसडीएम नारायण सिंह ने सुनवाई के बाद फैसला जितेंद्र सिंह के पक्ष में दे दिया।


यह है आरोप
आरटीआई कार्यकर्ता अशोक पाठक के अनुसार, केस को पूर्व में हुई सुनवाई के बाद खारिज कर दिया गया था, लेकिन वकील के जरिए की गई अपील में इस केस में कोई भी कार्रवाई होना नहीं बताया गया।

मामले में करीब पांच दर्जन से अधिक बार पेशी हुई, लेकिन कोर्ट से इस संबंध में सारे कागज गायब कर दिए गए। यही नहीं मामले में पेश हुए चार प्रमुख गवाहों ने इस जमीन को कब्रिस्तान के लिए दिया जाना बताया था। इसके बाद भी एसडीएम ने बिना किसी पक्ष की परवाह किए सिंह के पक्ष में निर्णय कर दिया।

पहले भरी प्रेमिका की मांग, फिर खाया जहर

श्रीगंगानगर। परिजन शादी को राजी नहीं हुए तो गांव के पास ही एक खेत में जाकर अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए, खुद ही विवाह की सारी रस्में निभाई और बाद में जहर खाकर साथ जीने और मरने का वादा निभा गए।
घटना पंजाब के अबोहर क्षेत्र के गांव खाटवां में रविवार रात की है। पुलिस ने प्रेमी युगल के शव बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए।

पुलिस के अनुसार गांव खाटवां के रहने वाले सोनू का गांव की सुनीता के साथ प्रेम प्रसंग था। दोनों के परिजन इसका लगातार विरोध करे रहे थे।

रविवार रात सोनू सुनीता को अपने खेत में ले गया। वहां उसने सुनीता की मांग में सिन्दूर भरने के बाद अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए।

फेरे पूरे होने के बाद दोनों ने जहर गटक लिया। उधर रात्रि में दोनों को घरों में नहीं पाकर उनके परिजन सुबह तक ढूंढ़ते रहे। इसी बीच सुबह खेत में काम करने वाले लोगों ने युवक-युवती के शव खेत में पड़े होने की सूचना दी।

सुसाइड नोट मिले
घटनास्थल से दोनों की ओर से लिखे अलग-अलग सुसाइड नोट बरामद हुए। इसमें उन्होंने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ही बताया है। चिकित्सकों के अनुसार दोनों की मौत जहर के असर से हुई है।

इश्क में पागल छोरा पाक सरहद में घुसा

जयपुर। मोहब्बत भी अजीब होती है जो किसी धर्म, जाति और किसी देश की सरहदों को नहीं मानती। प्यार करने वाले सरहदों को लांघ कर एक दूसरे से मिलने पहुंच जाते हैं।
अगर इस प्रेम कहानी में प्रेमी जोड़ा भारत-पाकिस्तान का हो तो फिर मामला पूरा फिल्मी हो जाता है। यह प्रेम कहानी है मुंबई के एक नौजवान और पाकिस्तान की एक युवती की, जो एक दूसरे से फेसबुक पर मिले और फिर एक दूसरे को दिल दे बैठे।

लेकिन लड़की के घरवाले जब उसकी शादी की बात किसी और लड़के से चलाने लगे तो उसने अपने प्रेमी को यह बात बताई। फिर क्या था, 26 साल का हामिद नेहाल अंसारी अपनी महबूबा से मिलने निकल पड़ा। काबुल से होता हुआ वह पाकिस्तान की सरजमीं पर पहुंच गया। लेकिन उसका कुछ महीनों से पता नहीं चल रहा है।

कोर्ट से मदद की गुहार
हामिद 4 नवंबर को काबुल पहुंचा और फिर वह अवैध तरीके से 10 नवंबर को पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम इलाके में घुस गया। आखिरी बार वह पाकिस्तान के कोहाट क्षेत्र में था। वहां वह एक उदूूü अखबार के पत्रकार के साथ रह रहा था।

उसके रिश्तेदारों ने फेसबुक से जाना कि वह एक नौकरी के लिए काबुल गया था। हामिद की मां फौजिया कोे सोमवार को उच्चतम न्यायालय से कुछ मदद की उम्मीद जगी। उसने कोर्ट से बेटे को खोजने के लिए भारत सरकार को इस मसले को पाक सरकार के सामने उठाने की अपील की थी।

"तालिबान के गढ़ में बेटा"
फौजिया को जब पता चला कि उसका बेटा कोहाट में है तो उसकी चिंता बढ़ गई। यह क्षेत्र पाक तालिबान के प्रभाव वाले इलाके वजीरिस्तान के पास ही है। तब उसने नवंबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट से मदद की अपील की थी।

हामिद को ढूंढने की कोशिश
कोर्ट ने फौजिया की याचिका की एक कॉपी एडिशनल सॉलिसीटर जनरल इंदिरा जयसिंह को भेजने का आदेश दिया। उन्होंने कोर्ट को बताया कि भारत सरकार हामिद का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

फौजिया के वकील ने सोमवार को कोर्ट को बताया कि हामिद 4 नवंबर को रोटरी क्लब के माध्यम से अफगानिस्तान गया था। पाक में वह जिस पत्रकार के साथ रहा, उसने भारतीय उच्चायोग को बताया कि वह दो दिन उसके साथ रहा था और अपनी प्रेम कहानी उसे बताई थी। ऎसा लगता है कि उसके बाद पाक की सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया हो और उसके बाद कोर्ट में उसका मामला ठंडे बस्ते में चला गया हो।

हामिद को खोजने की भारत सरकार के प्रयासों से संतुष्ट होकर कोर्ट ने फिलहाल कुछ नहीं कहा और उसकी मां को फिलहाल खाली हाथ ही लौटना पड़ा।

ऊंट को राज्य धरोहर का दर्जा देने की तैयारी



साभार अरविंद सिंह शक्तावत/

जयपुर। रेगिस्तान के जहाज ऊंट को राज्य की धरोहर का दर्जा देने की तैयारी की जा रही है। धरोहर घोषित होने के बाद ऊंट का वध करने वाले को कम से कम एक साल की सजा भुगतनी पड़ेगी।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पिछले दिनों ही ऊंटों की तेजी से घटती संख्या पर गहरी चिंता जताते हुए इनके संरक्षण के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। इसके साथ ही सरकार ऊंट की प्रदेश से बाहर निकासी पर भी प्रतिबंध लगाने जा रही है।

राज्य सरकार ऊंट को राजकीय धरोहर घोषित कर इसके "लोगो" अर्थात प्रतीक चिन्ह का प्रमुख विभागों, संस्थाओं, राजकीय उपक्रमों एवं प्रचार-प्रसार सामग्रियों में इस्तेमाल करेगी।

वर्तमान में सिर्फ राजस्थान पर्यटन विकास निगम ही अपने "लोगो" में ऊंट के चित्र का उपयोग कर रहा है। ऊंट को राज्य, राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और उसके संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता फैलाने के लिए सरकार यह कदम उठाने जा रही है।

मुख्यमंत्री ऊंटों की घटती संख्या को लेकर खासी चिंतित हैं। उनके निर्देश के बाद ऊंट को राजकीय धरोहर घोषित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। ऊंट को बचाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाएंगे। प्रभुलाल सैनी, कृषि एवं पशुपालन मंत्री

राज्य में ऊंट
1983 -- 7.56 लाख
2007-- 4.22 लाख
2014-- 02 लाख से कम होने की आशंका

ये कदम उठाए जाएंगे
सभी जिलों में ऊंट, ऊंट टोलों, ऊंट पालकों का पंजीकरण होगा। स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से ऊंट पालक सहकारी समितियों का गठन होगा।
अलग से प्रजनन नीति लागू की जाएगी। इससे ऊंटों की नस्लों में सुधार और दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
चराई के लिए ऊंटों को राज्य से बाहर जाने से रोकने के लिए गोचर भूमियों का विकास होगा, वन क्षेत्र में भी एक सीमित क्षेत्र में चराई की अनुमति के प्रयास होंगे।
कैमल सफारी को बढ़ावा देने के लिए ऊंट पालकों को पर्यटन विभाग से जोड़ा जाएगा। ऊंट की बीमा राशि को बढ़ाया जाएगा।

ऊंट वध पर जेल
पशुपालन विभाग ने जो प्रस्ताव तैयार किया है, उसके मुताबिक, कोई ऊंट का वध करता है, तो कम से कम एक साल की सजा का प्रावधान किया गया है। इसके लिए सरकार राजस्थान ऊंष्टवंशीय पशु (वध का प्रतिषेध और अस्थाई प्रजनन या निर्यात का विनियमन ) अधिनियम 2014 बनाने जा रही है। यह प्रस्ताव एक-दो दिन में विधि विभाग को भिजवाया जाएगा।

20 हजार में बनी थी एक रात की दुल्हन

सीकर। इलाके के सुरपुरा गांव में एक युवक को शादी का झांसा देकर एक रात की दुल्हन व उसके साथियों ने साढ़े तीन लाख रूपए ठग लिए। शादी के बाद युवक व उसके परिवार वाले रूपए व दुल्हन को लाने के लिए चक्कर लगाते रहे, लेकिन रूपए वापस नहीं मिले।
बाद में युवक ने महिला व उसके साथी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया। मामले में पुलिस ने सोमवार को दुल्हन को रेवाड़ी से गिरफ्तार किया है। दुल्हन पहले से शादीशुदा है तथा उसके दो बच्चे हैं। पूछताछ में उसने बताया कि 20 हजार रूपए देकर एक रात की दुल्हन बनाया गया था।

साढ़े तीन लाख रूपए में तय हुई थी शादी

थानाप्रभारी भगवानसिंह ने बताया कि सुरपुरा निवासी बहादुरसिंह की कई दिनों से शादी नहीं हो रही थी। बहादुर का सम्पर्क अपने रिश्तेदार लाडपुरा स्थित टीलावाली ढाणी निवासी मूलचंद से हुआ। मूलचंद ने बहादुर की शादी करवाने की बात कहीं।

मूलचंद ने शादी करवाने की एवज में साढ़े तीन लाख रूपए की मांग की। साढ़े तीन लाख रूपए मिलने पर कोटपुतली में बहादुर की सुनीता से शादी करवा दी गई। शादी के दूसरे दिन पत्नी सुनीता वापस ससुराल चली गई। वहां से सुनीता लौटी नहीं। बाद में बहादुर को ठगी का पता चला। इस पर उसने मूलचंद व रेवाड़ी की सुनीता के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।

दो बच्चों की मां है

मामले में पुलिस ने सोमवार को रेवाड़ी से सुनीता को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि सुनीता की शादी रेवाड़ी में हुई है। सुनीता के दो बच्चे हैं। मूलचंद ने 20 हजार रूपए देकर एक रात की दुल्हन बनने के लिए राजी किया था। पुलिस मूलचंद की तलाश कर रही है।

सोमवार, 24 फ़रवरी 2014

बाड़मेर धोरीमन्ना थानाधिकारी के खिलाफ प्रसंज्ञान

  बाड़मेर धोरीमन्ना थानाधिकारी के खिलाफ प्रसंज्ञान

 प्रकाशचंद बिश्नोई (धोरीमन्ना)


बाड़मेर। अतिरिक्त सिविल न्यायाधीन कनिष्ठ खंड बाड़मेर ने धोरीमन्ना थानाधिकारी राजेंद्र चौधरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 166 ए((सी)) के तहत प्रसंज्ञान लिया है।
6 सितंबर 2013 को भादूओ की बेरी कातरला निवासी एक जने ने अपनी पत्नी के साथ दुष्कर्म के मामले की रिपोर्ट पुलिस थाना धोरीमन्ना को दी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। वहीं 1 अक्टूबर 2013 को पीडि़त ने एसपी को ज्ञापन सौंपा और पुलिस की ओर से मामला दर्ज नहीं करने की शिकायत की। 19 अक्टूबर 2013 को पीडि़त ने परिवादी की पत्नी ने न्यायिक मजिस्ट्रेट बाड़मेर के समक्ष अपना परिवाद पेश किया। कोर्ट ने इस मामले में थानाधिकारी के खिलाफ भी प्रसंज्ञान लिया है। 

बाड़मेर बजट बैठक में नहीं आई सभापति ,भाजपा परिषदो के हंगामे कि आशंका के चलते

बाड़मेर बजट बैठक में नहीं आई सभापति ,भाजपा परिषदो के हंगामे कि आशंका के चलते 


बाड़मेर बाड़मेर के सालन बजट पारित करने के लिए सोमवार को राखी गयी अहम् बैठक सभापति के बैठक में नहीं आने से स्थगित कर दी गयी। सभापति को भाजपा पार्षदो के हंगामा करने कि आशंका थी। उल्लेखनीय हें वर्त्तमान में कांग्रेस का बोर्ड हें।


सोमवार को बाड़मेर नगर परिषद् के वार्षिक बजट निर्धारण के लिए अहम् बैठक आहूत कि गयी थी। निर्धारि बाराज बजे तक कांग्रेस और भाजपा के पारिषद और आयुक्त बैठक में पहुँच गए मगर दो घंटे तक सभापति का इन्तजार करने के बावजूद उनके ना आने से पार्षद बिफर गए। बैठक छोड़ चलते बने। इधर सभापति को बैठक पूर्व सूचना मिली थी कि बैठक में भाजपा पार्षद हंगामा खड़ा करने जा रहे हें ,चूँकि पूर्व कि बोर्ड कि बैठको में स्थानीय विधायक उपस्थित रहते थे जो सभापति का बचाव करते मगर राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार हो रही बैठक में क्षेत्रीय कांग्रेसी विधायक ने आना मुनासिब नहीं समझा वाही सभापति ने भी बैठक से किनारा कर लिया।

नेताजी बोस ने नहीं दिया जय हिंद का नारा!

नई दिल्ली। जय हिंद का नारा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने नहीं बल्कि उनके दुभाषिए और सचिव जैनुल आबिदीन हसन ने दिया था। ये दावापूर्व ब्यूरोक्रेट नरेन्द्र लूथर ने अपनी किताब "लिजेंड्स ऑफ हैदराबाद" में किया है। हालांकि ये अभी तक माना जाता है कि ये नारा बोस ने दिया था। नेताजी बोस ने नहीं दिया जय हिंद का नारा!
नेताजी के लिए छोड़ दी थी इंजीनियरिंग
लूथर ने अपनी किताब में आजादी के समय की बातों का उल्लेख किया है। उनकी किताब का केन्द्र हैदराबाद शहर है। किताब में हैदराबाद के बारे में भी कई रोचक बातें लिखी गई है। उन्होंने किताब में लिखा है कि जय हिंद का नारा सबसे पहले नेताजी के सचिव और दुभाषिए जैनुल आबिदीन हसन ने दिया था। हसन मूल रूप से हैदराबाद के निवासी थे। उन्होंने केवल नेताजी के साथ काम करने के लिए जर्मनी में अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दी थी। खास बात यह भी है कि हसन के पिता स्वयं कलक्टर थे।

इस तरह हुआ जय हिंद का जन्म
लूथर ने लिखा है, नेताजी आजाद भारत के लिए एक भारतीय नारा चाहते थे। बहुत सारी सलाहें मिलीं। हसन ने भी पहले हलो शब्द दिया। इसपर नेताजी खफा हो गए थे। फिर उन्होंने जय हिंद का नारा दिया जो नेताजी को पसंद आया और इस तरह जय हिंद आईएनए और क्रांतिकारी भारतीयों के अभिवादन का वास्तविक स्वरूप बन गया।

आईएनए में मेजर बने थे हसन
लूथर के अनुसार द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान नेताजी बोस भारत की आजादी के लिए सशस्त्र संघर्ष के लिए समर्थन जुटाने जर्मनी चले गए थे। वहां वे भारतीयों से मिले और उनसे अपनी लड़ाई में शामिल होने की अपील की। हसन युवा थे और वो भी नेताजी से मिले और देशभक्ति की भावना से प्रेरित होकर अपनी पढ़ाई खत्म कर उनके साथ काम करने की बात कही। हसन बाद में इंडियन नेशनल आर्मी में मेजर बन गए। इसके बाद बर्मा (अब म्यांमार) से भारत की सीमा पार तक के मार्च में हिस्सा लिया।

प्यार में हताशा मिली तो युवती ने दी जान!

बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर में रविवार रात को एक युवती ने तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी सोमवार सुबह लगी। इस पर पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकलवाया। प्राथमिक जानकारी में मामला प्रेम प्रसंग का माना जा रहा है। डूबनेप्यार में हताशा मिली तो युवती ने दी जान!
सदर थानाधिकारी ओपी उज्जवल ने बताया कि जिले के महाबर गांव में युवती के तालाब में कूदने की जानकारी मिली। इसके बाद उसके शव को गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला गया। हालांकि तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। युवती की आत्महत्या के पीछे प्रेम प्रसंग में असफलता को माना जा रहा है।

गौरतलब है कि रविवार को दोपहर में ही इसी तालाब में एक युवक ने आत्महत्या की थी। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है।

पढ़ने के लिए बन गई पोर्न स्टार

वाशिंगटन। लाचारी और तंगी लोगों से क्या-क्या नहीं कराने को मजबूर करता है। एक अमरीकन छात्रा को अपनी फीस भरने के लिए ऎसा काम करना पड़ा जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते।
डयूक विश्वविद्यालय की एक छात्रा के लिए फीस भरना इतना मुश्किल था कि उसने पढ़ाई छोड़ने से बेहतर पोर्न फिल्मों में काम करना समझा। यूनिवर्सिटी से लॉ कर रही छात्रा लॉरेन ने ये चौंकाने वाला खुलासा किया है।

लॉरेन ने बताया कि पढ़ाई की भारी फीस 60,000 डॉलर चुकाने के लिए वो पोर्न फिल्मों में काम करती थी और उसे यह काम करने मेे कुछ भी गलत नजर नहीं आता। लॉरेन की परेशानी तब बढ़ी जब एक नया छात्र थामस बैगल यूनिवर्सिटी में पढने आया।

जब वह लॉरेन से मिला तो उसने पूछा कि क्या वह एडल्ट फिल्मों में काम करती थी? छात्र ने कहा कि उसने लॉरेन को पोर्न फिल्मों में देखा है। तब लॉरेन को ये स्वीकार करना पड़ा कि वो अपनी पहचान छिपाकर पोर्न फिल्मों में काम करती है।

लॉरेन के बारे में यह बात पता चलने पर टि्वटर और एफबी पर कमेंट का दौर चल पड़ा। इसके बाद लॉरेन ने ऑनलाइन चर्चाओं को थामने के लिए अपना पक्ष रखा। उसने बताया कि वह यूनिवर्सिटी की पढ़ाई की भारी फीस चुकाने के लिए ऎसा करती थी।

लॉरेन ने कहा कि खबर छपने से उसका भरोसा टूटा है। खबर में उसे पैसा उड़ाने और मौजमस्ती करने वाली लड़की बताया गया। उसने कहा कि आर्थिक परेशानियों की वहज से वह यूनिवर्सिटी की भारी भरकम ट्यूशन फीस नहीं दे सकती थी, इसलिए स्नातक की शिक्षा पूरी करने के लिए यह रास्ता चुना।

कामधेनू के आशीर्वाद को आतुर हुए लोग

शोलापुर। गाय को हमारे देश में माता का दर्जा दिया गया है। हर शुभ कार्य में हम गाय माता की पूजा कर उनको भोग लगाते हैं।
अब यहां के लक्ष्मण भोंसले को ही लीजिए जो कुछ ऎसा ही कर लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं।

लक्ष्मण की गाय भी बड़ी विचित्र है। इस गाय के पांच पैर हैं । इसका पांचवा पैर इसकी पीठ पर है। लक्ष्मण आजकल अपनी इस गाय को लेकर भारत भ्रमण पर निकले हैं। कारण यह विश्वास कि चार साल की इस गाय के पांचवे पैर को छूना शुभ होता है।

लक्ष्मण का कहना है कि गाय का यह पांचवा पैर हमें यह सीख देता है कि इस प्राणी का सम्मान करना चाहिए और इसका आशीर्वाद लेना चाहिए। उनका यह भी कहना है कि इस से अच्छा भाग्य प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

लक्ष्मण पिछले साल की 15 जुलाई से भारत यात्रा पर हैं और महाराष्ट्र के शोलापुर से शुरू हुई इस कामधेनू यात्रा में वे अब तक 6 राज्य और 15 प्रमुख शहर कवर कर चुके हैं।

वे बताते हैं कि इस गाय के दर्शन और आशीर्वाद को आतुर लोग दूर दराज से भी इसके पास आते थे । इसीलिए उन्होंने इस यात्रा का प्रायोजन किया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।

अब तक लक्ष्मण महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों को इस यात्रा में माप चुके हैं।

आतंकवादी संगठन से जुड़ा फौजी अरेस्ट

गुरदासपुर। खालिस्तान लिबरेशन फोर्स आतंकवादी संगठन के साथ संबंध रखने के आरोप में भारतीय सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया गया है। पंजाब के गुरदासपुर जिले की अदालत से आदेश प्राप्त कर इसे हरियाणा के हिसार जिले में भारतीय सेना की यूनिट से दबोचा गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गत वर्ष सितम्बर माह में पुलिस ने शिव सेना नेताओं को मारने की योजना बनाने बाले तथा हथियारों की आपूर्ति करने वाले गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया था लेकिन जांच के बाद दो नौजवानों को निर्दोष पाए जाने पर उन्हे छोड़ दिया गया था।

इन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के गिरफ्तार आतंकवादियों मे से एक गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी ने स्वीकार किया था कि उनका एक भाई हरप्रीत सिंह फौजी जो हिसार मे सेना मे नौकरी करता है, वह भी खालिस्तान संबंधी गतिविधियों मे शामिल है।

सूचना के आधार पर पुलिस ने अदालत से हरप्रीत सिंह सैनिक को गिरफ्तारी करने संबंधी वारंट प्राप्त किए और उसे गिरफ्तार करके जिला गुरदासपुर लाया गया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार हरप्रीत सिंह से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि उसने अपने गांव खोखर से एके-47 राइफल तथा दो पिस्तौल गत वर्ष उठाकर गांव सोहल में अपने भाई की सास को दिए थे। आरोपी का पुलिस रिमांड लेकर उससे गहनता से पूछताश की जा रही है तथा उससे महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।

सरकार हटा सकती है तबादलों पर रोक!

जयपुर। प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी के बड़े बदलाव के बाद अब भाजपा विधायकों ने सरकार पर लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले तबादलों से प्रतिबंध हटाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
हालांकि सरकार की ओर से तबादलों से प्रतिबंध हटाने का कोई संकेत नहीं मिला है। दूसरी ओर विधायक चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले तबादलों से प्रतिबंध हटाया जाए, जिससे उनको लोकसभा चुनाव के लिए वोटबैंक बनाने में कुछ मदद मिल सके।

सूत्रों की मानें तो शिक्षा, चिकित्सा, पानी और बिजली महकमों के मंत्रियों ने लगभग 50 से 60 हजार कार्मिकों के तबादलों की सूचियां तैयार भी कर ली हैं।

गौरतलब है कि सरकार के विधायक मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से सरकार बनने के बाद लगतार यह शिकायत कर रहे थे कि उनके विधानसभा क्षेत्रों में पिछली सरकार के समय लगे एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार समेत तमाम अधिकारी लगे हुए हैं, जिन्हें हटाया जाए।

पैठ बनाने में सहारा
मुख्यमंत्री ने रविवार रात को विधायकों की भावना को ध्यान में रखते हुए 400 से अधिक अफसरों को बदल दिया। अब विधायक चाहते हैं कि चुनाव आचार संहिता लगने से पहले विभागों में लगे तबादलों से प्रतिबंध भी हटा लिया जाए, जिससे लोकसभा चुनाव में वोट बैंक बनाया जा सके।

दौरे के दौरान मिलीं अर्जियां
वैसे भी मुख्यमंत्री जब सभी मंत्रियों के साथ भरतपुर संभाग के दौरे पर गई तो खुद उनके और मंत्रियों को पास हजारों की संख्या में तबादला कराने के लिए अर्जियां आईं, जिन्हें मंत्रियों ने आश्वासन देकर अपने पास रख लिया। सूत्रों के अनुसार अगर तबादलों से प्रतिबंध हटता है तो सबसे ज्यादा तबादले शिक्षा, चिकित्सा, पानी बिजली महकमों में होंगे।

जैसलमेर।हुक्का-पानी किया बंद, पंचायत पर एफआईआर



जैसलमेर। एक जाति पंचायत के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। इस पंचायत ने गांव के एक परिवार का हुक्का पानी इसलिए बंद कर दिया था क्योंकि उन्होंने बेटी के ससुराल वालों के खिलाफ दर्ज मामला वापस लेने से इनकार कर दिया था।

परिवार के मुखिया की शिकायत पर पुलिस ने रामगढ़ क्षेत्र की पंचायत के 24 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह घटना राजस्थान के जैसलमेर की है।

"खुदकुशी के लिए बेटी को उकसाया"
राणाराम ने दो साल पहले अपनी बेटी संतोष की शादी खेमराम से की थी। पांच अक्टूबर 2013 को खेमराम और उसके घरवालों ने दहेज के लिए संतोष को खुदकुशी के लिए मजबूर कर दिया। राणाराम की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी खेमराम को गिरफ्तार कर लिया। वह फिलहाल जेल में है।

समझौते के लिए दबाव
पुलिस में मामला दर्ज कराने से नाराज खेमराम के घरवालों ने जाति पंचायत में इस मुद्दे को उठाया और उनके पक्ष में फैसला करने की बात की। इसके कुछ दिनों बाद ही मेघवाल पंचायत ने राणाराम को बुलाया। उसे एफआईआर वापस लेने और समझौता करने को कहा। ताकि खेमराम को जेल से आजादी मिल सके।

पंचायती फरमान के इनकार पर हुक्का पानी बंद
राणाराम ने पंचायती फरमान मानने से इनकार कर दिया। मेघवाल समुदाय ने उसके परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया। इस पर राणाराम ने पुलिस को लिखित शिकायत दी। एसपी विकास शर्मा के निर्देश पर पंचायत के 24 सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

‘निर्मल बाबा’ पर 3.5 करोड़ का कर चोरी का आरोप



नयी दिल्ली, स्वयंभू धार्मिक गुरु ‘निर्मल बाबा’ को मिल रहे ‘दसबंद’ ने उन्हें संकट में डाल दिया है। निर्मल बाबा को 3.5 करोड़ रुपए की कथित सेवाकर चोरी का नोटिस भेजा गया है। दसबंद श्रद्धालु की आय का दसवां हिस्सा है जो वह दान में प्राप्त करते हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग ने इस आधार पर नोटिस जारी किया है कि ‘समागम’ में आने वाले श्रद्धालुओं से एक ‘सेवा’ के लिए दसबंद वसूला जाता है।
‘निर्मल दरबार’ की गतिविधियां जुलाई, 2012 के बाद उत्पाद शुल्क विभाग की नजर में आईं। जुलाई, 2012 में और सेवाओं को ‘सेवाकर’ दायरे में लाने के लिए एक नकारात्मक सूची जारी की गई थी। उन्होंने कहा कि निर्मल बाबा के खिलाफ दसबंद संग्रह को लेकर करीब 3.5 करोड़ रुपए का नोटिस दिया गया है। निर्मल दरबार को भेजे गए ई-मेल का कोई जवाब नहीं आया। इसी तरह, फोन किए जाने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
निर्मल दरबार के एक कर्मचारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘हमारे यहां मीडिया से बातचीत करने के लिए कोई व्यक्ति नहीं है। कृपया हमारी वेबसाइट पर दिए गए पते पर ईमेल भेजें।’ निर्मल बाबा के वेबसाइट के अनुसार उनके समागम में शामिल होने के लिए प्रति व्यक्ति 3,000 रुपए (कर सहित) पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना होता है, जबकि ‘शो’ में शामिल होने का खर्च प्रति व्यक्ति 5,000 रुपए (कर सहित) है।

तेरहताली नृत्य रेत के टीलों से निकल कर विदेशी धरती पर


तेरहताली नृत्य रेत के टीलों से निकल कर विदेशी धरती पर

साभार ओम मिश्रा

राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र के प्रसिद्ध तेरहताली नृत्य को देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में पहचान दिलाने वाली मांगी बाई आज किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है। शारीरिक कौशल का पर्याय माने जाने वाले इस लोकनृत्य को कामड़ जाति की औरतें प्रस्तुत करती हैं। कामड़ जाति के आराध्य देव बाबा रामदेव जी हैं। अपने आराध्य देव की प्रार्थना में किये जाने वाले भजनों को तेरहताली लोकनृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। कामड़ जाति की स्त्रियां इस नृत्य को बैठकर करती हैं और पुरुष स्त्रियों के चौतरफा बैठकर तंदूरा, ढोलक एवं मंजीरा बजाकर बाबा रामदेव व अन्य देवी-देवताओं की जीवन-लीला तथा भजनों को गाते हैं।
राजस्थान के लोकनृत्य को देश के अतिरिक्त विदेशों में लोकप्रिय बनाने का श्रेय 72 वर्षीय नृत्यांगना मांगीबाई को जाता है। उन्होंने इस लोकनृत्य को अपनी रोजी-रोटी का साधन न बनाकर भक्ति, कला और साधना के साथ में ही अंगीकार किया। यह मांगी बाई की कला साधना का ही परिणाम है कि उनके द्वारा किए जाने वाले तेरहताली नृत्य में बजने वाले मंजीरों से निकलने वाली स्वर लहरियों ने समूचे संसार को मंत्र मुग्ध कर दिया।
मांगीबाई का जन्म यूं तो चित्तौडग़ढ़ के बनिला गांव में हुआ। परन्तु विवाह पाली जिले के पादरला गांव में मात्र दस वर्ष की अवस्था में हो गया। ससुराल में आकर अपने जेठ गोरमदास से तेरहताली नृत्य की कला सीखी। तेरहताली उनके परिवार तथा जाति का पुश्तैनी धंधा था। मांगीबाई शुरू में तो अपने पुश्तैनी धंधे के रूप में यह नृत्य आस-पास के गांवों में ही करती रही। सन् 1954 पं. जवाहर लाल नेहरू की उपस्थिति में चित्तौडग़ढ़ में आयोजित गाडिय़ा लुहार सम्मेलन में पहली बार हजारों दर्शकों तथा पं. नेहरू जी को भी अपनी नृत्यकला से मोहित कर लिया। इस अविस्मरणीय प्रथम प्रस्तुति के बाद मांगीबाई एक के बाद एक सफलता के पायदान तय करती हुई आज इस स्थिति में पहुंच गयी कि उन्हें तेरहताली नृत्य का पर्याय माना जाने लगा।
72 वर्षीय मांगीबाई तेरहताली नृत्य के बारे में बताती हैं कि — ‘ तेरहताली नृत्य में तेरह मंजीरे हाथ और पांव पर बंधे रहते हैं। दायें पैर पर एड़ी से घुटने के मध्य रेखीयक्रम में नौ मंजीरे बंधे होते हैं। जबकि एक-एक मंजीरा दोनों हाथों की कुहनियों पर तथा दो तथा दो मंजीरे हाथ की उंगलियों में खुलेे रहते हैं। हाथ के दोनों मंजीरों को लेकर जब इन बंधे हुए मंजीरों को बजाया जाता है तो ध्वनि तथा लय का अद्भुत समा बंध जाता है। इस नृत्य के दौरान तेरहताली नृत्यांगनाएं सिर पर पूजा की थाली, कलश, दीपक रखकर तथा मुंह में तलवार दबाकर अनेकानेक भाव भंगिमाओं एवं शारीरिक संतुलन के साथ बैठकर नृत्य करती हैं। नृत्य के दौरान लेट कर तेरहताली बजाना, चक्कर लगाकर तेरहताली बजाना जैसे करतब विशिष्टï शारीरिक संतुलन को प्रदर्शित करते हैं। इस दौरान क्या मजाल कि एक भी मंजीरा बजने से चूक जाए। यह नृत्य महिलाओं द्वारा ही किया जाता है। पुरुष तानपुरे पर भजन तथा देवलीला का गायन करते हैं।
पचास वर्षों से लगातार तेरहताली नृत्य को प्रस्तुत करने वाली मांगीबाई को महामहिम राष्ट्रपति महोदय, माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। राजस्थान सरकार द्वारा प्रतिष्ठिïत मीरा अवार्ड तथा राजस्थानी लोकनृत्य तेरहताली अवार्ड दिया जा चुका है। जिला कलक्टर पाली एवं पर्यटन विभाग भारत सरकार द्वारा भी उनकी कला को सम्मानित किया गया है। इस नृत्यकला के भविष्य के बारे में वह कहती हैं कि ‘ इस बात की पीड़ा है कि उन नृत्य को साधना के रूप में आज बहुत कम महिलाएं ले रही हैं। केवल जीविकोपार्जन के लिए नृत्य करना या जागरण में नृत्य करना इस कला के विकास को अवरुद्ध ही करता है। आने वाले समय में इस हिसाब से यह अनूठी लोकनृत्य कला लुप्त हो जाएगी। इसलिए यह जरूरी है कि तेरहताली नृत्य को एक कला साधना के रूप में स्वीकार कर इसके फलक को विस्तार दिया जाए। मैंने इसी क्रम में कुछ प्रयास किया है। नई पीढ़ी भी कुछ सक्रिय सार्थक प्रयास करे तो इस कला के क्षितिज को विस्तार मिलेगा।Ó
पेरिस,लंदन,अमेरिका, इटली,स्पेन, कनाडा, रूस आदि देशों में तेरहताली नृत्य का परचम फहराने वाली मांगीबाई की इस लोकनृत्य के लिए एक बेहद प्रशिक्षण केंद्र खोलने की योजना है लेकिन आर्थिक सहायता के अभाव में उनकी यह योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। अपनी इस योजना के संबंध में वह बताती हैं कि -’मैं अब तक पच्चीस से अधिक युवतियों को अपने स्तर पर इस कला में पारंगत कर चुकी हूं। लेकिन यह प्रयास थोड़ा ही है। यदि तेरहताली नृत्य प्रशिक्षण केंद्र खोलकर इस लोकनृत्य की तालीम युवतियों को दी जाती है तो अधिक से अधिक युवतियां इस कला को सीखने के लिए आयेंगी तथा इस लोकनृत्य कला का विकास भी होगा। परन्तु इस प्रशिक्षण संस्थान हेतु राजकीय स्तर पर अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। मैं इस लोकनृत्य को फलता-फूलता देखना चाहती हूं।’

बाड़मेर महाबार में युवक के बाद युवती ने आत्महत्या कि


बाड़मेर महाबार में युवक के बाद युवती ने आत्महत्या कि


बाड़मेर जिला मुख्यालय से सटे गांव महाबार में रविवार रात्रि को एक युवती ने तालाब में कूद कर अपनी जान दे दी। रविवार को दिन में इसी स्थान और तालाब में एक युवक ने आत्महत्या कि थी। रविवार कि रात गाँव कि ही युवती ने तालाब में छलांग लगा आत्महत्या कर ली। सदर पुलिस को सूचना मिलाने पर पुलिस दल ने मौके पर पहुँच युवती का शव बाहर निकला। पुलिस को आशंका हें कि प्रेम प्रसंग का मामला हो सकता हें

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पाक अभिनेत्री दीदार की मेहंदी रस्म पर छापा

लाहौर। पाकिस्तान की प्रसिद्ध रंगमंच अभिनेत्री दीदार की मेहंदी समारोह में उस समय रंग में भंग पड़ गया जब पुलिस ने अचानक छापा मारा। स्थानीय प्रशासन और पुलिस अफसरों ने कार्यक्रम स्थल को घेर लिया। कोई कुछ समझ नहीं पाया कि आखिर हुआ क्या है। पुलिस ने अभिनेत्री के एक रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सारा वाकया आधी रात को हुआ। रात 11 बजे तक कार्यक्रम की समाप्ति किए जाने के सरकारी नियमों का पालन नहीं किए जाने की शिकायतों पर स्थानीय प्रशासन ने पुलिस के साथ मिलकर का ग्रीन टाउन इलाके में स्थित मैरिज हाल पर छापा मारा।

सरकारी नियमों के उल्लंघन के आरोप में पुलिस ने दीदार के एक रिश्तेदार को गिरफ्तार भी किया है। मेहंदी की रस्म के मौके एक और प्रसिद्ध कलाकार मदीहा शाह, रंगमंच अभिनेता नसीम विकी और अन्य कलाकार भी मौजूद थे। आयोजकों ने प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहाकि सार्वजनिक बल्कि निजी स्थल पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

मां ने कलेजे के टुकडे को 1000 में बेचा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आर्थिक तंगी से जूझ रही महिला द्वारा अपने दुधमुंहे बेटे को महज एक हजार रूपए में नि:संतान दम्पती को बेच देने का मामला सामने आया है। राज्य के विकास के दावे की पोल खोलती यह घटना बर्दवान जिले के धधका इलाके की है। हालांकि पुलिस ने हस्तक्षेप कर बच्चों को उसकी मां को लौटवा दिया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार कलेजे के टुकड़े को बेचने वाली मां का नाम लख्खी हांडी है। यह उसकी चौथी संतान है। वह हमेशा बीमार रहता था। कुछ महीने पहले पति ने साथ छोड़ दिया है। लख्खी ने बताया कि वह बच्चे का लालन-पालन करने में खुद को असमर्थ पा रही थी। पति के साथ छोड़ने के कारण उसे खाने के लाले पड़ गए हैं। इलाज के पैसे नहीं होने के कारण वह उसका इलाज नहीं करा पा रही थी। इसलिए उसे बेच दिया

सोना बनाने वाला तांत्रिक

लखनऊ। क्या आपने आज तक सुना है कि कहीं इंसान की खोपड़ी से सोना बनता है अगर नहीं तो हम आपको ऎसी घटना के बारे में बताते हैं जिसे सुनकर शायद आपको अपने कानों पर यकीन नहीं होगा।
ऎसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के आगरा शहर की है जहां तंत्र मंत्र के अंधविश्वास के चक्कर में तांत्रिकों ने 12 साल की बच्ची की कब्र खोद डाली। कब्र से शव निकालकर उसका सिर काट लिया। तांत्रिक सिर को बैग में डालकर ले जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।

पुलिस अधीक्षक (नगर) सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बच्ची के कटे सिर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पकडे गए दोनों तांत्रिकों का कहना है कि तांत्रिक क्रिया के जरिए वे खोपड़ी से सोना बनाने जा रहे थे। मामला नगर के एत्माद-उद्द-दौला का है।

यहां के फाउंड्री स्थित कबीर घाट पर यमुना किनारे शमशान घाट है। वहां गत 21 फरवरी की रात दो लोग पहुंचे थे।

उन्होंने दो दिन पहले दफनाई गई बच्चों की कब्र को खोदकर शव निकाला और उसे लाल कपड़ा पहनाकर तंत्र मंत्र करते रहे। इसके बाद चाकू से दोनों ने सिर को धड़ से अलग कर दिया। उसी वक्त वहां के महन्त की नजर उन पर पड़ी। दोनों ने जल्दबाजी में कब्र को बंद करते हुए बताया कि कब्र जानवरों ने खोद दी थी जिसे वे बंद कर रहे थे।

जज ने डॉक्टर से की नर्स की मांग, हाईकोर्ट ने किया सस्पेंड

गया. बिहार में एक और जज पर लड़की के मामले में गाज गिरी है। लड़की और पैसे मांगने के आरोप में निलंबित किए गए शेरघाटी (गया) के सब डिवीजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (एसडीजेएम) राम सज्जन पर बर्खास्‍तगी की तलवार लटक रही है। मंगलवार को हाईकोर्ट की फुल कोर्ट की बैठक हो सकती है। इसमें एसडीजेएम राम सज्जन की बर्खास्तगी का फैसला हो सकता है।
जज ने डॉक्टर से की नर्स की मांग, हाईकोर्ट ने किया सस्पेंड
गया के जिला जज ने रविवार को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट राजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से शेरघाटी एसडीजेएम का चार्ज लेने का निर्देश दिया है। राम सज्जन को पटना के व्यवहार न्यायालय में रिपोर्ट करने को कहा है।

क्‍यों और कैसे हुई कार्रवाई?
शेरघाटी अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. आरपी सिंह ने एसडीजेएम पर आरोप लगाया था कि वे अस्पताल की नर्सें भेजने के लिए दबाव बनाते हैं। हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच गया के जिला एवं सत्र न्यायाधीश को सौंपी। जांच रिपोर्ट आने के बाद शनिवार को हुई हाईकोर्ट की स्टैंडिंग काउंसिल की बैठक में एसडीजेएम को सस्पेंड करने का फैसला हुआ।

क्‍या कहते हैं एसडीजेएम?
एसडीजेएम राम सज्जन ने अपने ऊपर लगे आरोप बेबुनियाद बताए। कहा- मैंने एक मामले में आरपी सिंह के खिलाफ संज्ञान लिया था, इसीलिए उन्होंने ऐसे आरोप लगाए थे।

किस मामले में लिया था संज्ञान?
वर्ष 2010 में रेफरल अस्पताल में ममता कार्यकर्ता की भर्ती हुई थी। भर्ती में भेदभाव करने के आरोप में 13 फरवरी 2013 को डॉ. आरपी सिंह के खिलाफ एक महिला ने केस दर्ज कराया था। एसडीजेएम राम सज्जन ने पदभार ग्रहण करने के दूसरे दिन 20 जून 2013 को इस मामले में संज्ञान लिया था।

डॉक्‍टर का आरोप
डॉ. आरपी सिंह ने 20 दिसंबर 2013 को हाईकोर्ट में दिए आवेदन में आरोप लगाया था कि एसडीजेएम राम सज्जन 31, अगस्त 2013 को अस्पताल में आए। मेरे साथ और डॉक्टर भी थे। उन्होंने हमसे अस्पताल में काम करने वाली नर्सों के बारे में पूछा और कहा कि कुछ को मेरे आवास पर भी भेजे दीजिए। मैं अकेले रहता हूं। मैंने इनकार किया तो एसडीजेएम जेल भेजने की धमकी देते हैं। वे एक वकील से बार-बार कहलवाते हैं कि पैसे दो और लड़की भेजो तो आपके खिलाफ दर्ज केस खत्म कर देंगे।

एसडीजेएम ने भी करवाया केस
15 फरवरी 2014 को एसडीजेएम राम सज्जन ने आमस थाने में केस दर्ज कराया कि डॉक्टर ने मेरे आवास आकर मुझे जान से मारने की धमकी दी। उनके साथ चार लोग थे। मेरे खिलाफ जातिसूचक शब्द कहे।

बिहार में हाल के दिनों में इस तरह के मामले में जज पर कार्रवाई का यह दूसरा बड़ा मामला है। हाल ही में नेपाल में लड़कियों के साथ पकड़े जाने के मामले में तीन जजों पर कार्रवाई हुई थी।

रविवार, 23 फ़रवरी 2014

लोजपा ने दिया भाजपा के साथ गठबंधन को अंतिम रूप

वरिष्ठ नेता रामविलास पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने अगला लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ मिल कर लड़ने का फैसला किया है। पासवान के आवास पर लोजपा नेताओं के साथ एक बैठक के बाद पूर्व सांसद और पार्टी के नेता सूरजभान सिंह ने बताया लोजपा और भाजपा के बीच गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है।Image Loading
बहरहाल, लोजपा महासचिव अब्दुल खलीक ने बताया कि अंतिम निर्णय नहीं किया गया है और लोजपा का संसदीय बोर्ड ही यह फैसला कर सकता है। उनसे पूछा गया कि गुजरात में वर्ष 2002 में हुए दंगों के विरोध में राजग से सबसे पहले अलग होने वाले लोजपा प्रमुख उस भाजपा के साथ कैसे जा सकते हैं जिसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी हैं। इस पर सूरजभान सिंह ने कहा जब अदालत ने मोदी को क्लीन चिट दे दी है तो हम कुछ कहने वाले कौन होते हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन के बारे में औपचारिक घोषणा शीघ्र ही की जाएगी जिसमें यह स्पष्ट किया जाएगा कि बिहार में पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सिंह ने यह भी कहा कि पासवान जल्द ही इस मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मिलेंगे। बहरहाल, पार्टी के अन्य नेताओं ने कहा कि ऐसा कोई फैसला अब तक नहीं किया गया है और गठबंधन के मुद्दे पर पार्टी को अभी निर्णय करना है। खलीक ने बताया गठबंधन के मुद्दे पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं किया गया है और केवल लोजपा का संसदीय बोर्ड ही इसका फैसला कर सकता है। बोर्ड की बैठक कुछ ही दिनों में होगी।

इस सवाल का स्पष्ट जवाब खलीक ने नहीं दिया कि क्या लोजपा ने भाजपा के साथ गठबंधन के लिए कोई बातचीत की है। उन्होंने कहा कांग्रेस और राजद के साथ हमारी बातचीत चल रही है। पार्टी के एक अन्य नेता ने नाम जाहिर न करने के अनुरोध पर बताया कि कांग्रेस, राजद और लोजपा के बीच गठबंधन को अंतिम रूप देने में विलंब के बीच, पार्टी कार्यकर्ता अलग रास्ता चुनने और पार्टी के हित में निर्णय करने के लिए दबाव डाल रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि बिहार से भाजपा के कुछ नेताओं ने हाल ही में पासवान से मुलाकात की थी। बिहार में 40 लोकसभा सीटें हैं। पूर्व में पासवान ने नीतीश कुमार की तारीफ कर जद(यू) के साथ जाने के संकेत दिए थे।

पासवान की पार्टी राजग सरकार की घटक थी लेकिन गुजरात में वर्ष 2002 में हुए दंगों के बाद सबसे पहले लोजपा प्रमुख इस गठबंधन से अलग हुए थे। तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। लोजपा के राजग छोड़ने के बाद अन्य दलों ने भी गठबंधन से किनारा कर लिया और राजग के विघटन से 2004 में कांग्रेस नीत संप्रग के सत्तारूढ़ होने की राह बनी।

भाभी से थे अवैध संबंध, 4 रिश्तों का खून

कोलकाता। भाभी के प्रेम में पागल युवक ने रविवार सुबह दिनदहाड़े अपने ताऊ (पिता के बड़े भाई) सहित परिवार के 4 लोगों की नृशंस तरीके से हत्या कर दी। खून के रिश्ते को शर्मसार करने वाली यह ह्वदय विदारक घटना पश्चिम बंगाल के पूर्व मिदनापुर जिले के महिलाषादल थाना क्षेत्र के कालिकाकुण्डू गांव की है। भाभी से थे अवैध संबंध, 4 रिश्तों का खून
आरोपी की तलाश जारी

आरोपी युवक जगन्नाथ कुइला घटना को अंजाम देने के बाद से फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। विवाहेत्तर अवैध सबंध रखने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने आरोपी जगन्नाथ से अपने अवैध शारीरिक संबंध रखने की बात स्वीकारी है, और यह भी बताया है कि जगन्नाथ ने ही उसके सास-ससुर, देवर और मामी की हत्या की है। घटना की खबर पाकर जिला पुलिस अधीक्षक सुकेश जैन गांव पहुंचे तथा मौके का मुआयना किया।


मृतकों के नाम रामप्रकाश कुइला, उनकी पत्नी निहारी बाला कुइला, बेटा अरूण कुइला और रिश्तेदार कल्पना मन्ना हैं। आरोपी रामप्रकाश के छोटे भाई का लड़का है।


एक-एक करके रिश्तों का खून

इस घिनौनी वारदात से पूरे गांव में सनसनी मच गई है, लोगों में भारी रोष है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार जगन्नाथ की चेचेरी भाभी (बड़े पिताजी के बेटे की पत्नी) के साथ अवैध प्रेम संबंध था।

यह भनक उसके बड़े पिताजी रामप्रसाद को लग गई थी। रविवार सुबह जगन्नाथ उनके घर जाकर भाभी के साथ बातचीत कर रहा था, तब रामप्रसाद ने जगन्नाथ को डांट-फटकार लगाते हुए तुरंत घर से निकल जाने को कहा। इस पर जगन्नाथ भड़क उठा। धारदार हथियार से एक के बाद एक वार कर रामप्रसाद को मार डाला।

राम प्रसाद को बचाने आई उनकी पत्नी निहारी बाला और छोटे पुत्र अरूण तथा रिश्तेदार कल्पना को भी मार डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद वह तुरंत वहां से भाग निकला। जिला पुलिस अधीक्षक सुकेश जैन का कहना है कि आरोपी युवक जगन्नाथ कुइला को दबोचने के लिए छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।

देखिये सूचि चार सौ चोपन आर ऐ एस अधिकारी बदले। दस आई पी एस भी बदले


देखिये सूचि चार सौ चोपन आर ऐ एस अधिकारी बदले। दस आई पी एस भी बदले

बाड़मेर सी ई ओ और अतिरिक्त कलेक्टर बदले

बाड़मेर राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने रविवार आदेश जरी कर चार सौ चौवन आर ऐ एस अधिकारियो को इधर उधर कर दिया वाही दस आई पी एस अधिकारी बदले। बाड़मेर में अतिरिक्त जिला कलेक्टर ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी ,चौहटन उप खंड अधिकारी ,बालोतरा ,गुदा मलानी उप खंड अधिकारियो को बदला गया हें।अशोक कुमार को गुड़ा ,उदयभान चारण को बालोतरा ,निकेश चौधरी चौहटन ,राजेंद्र कुमार मिश्रा को मुख्य कार्यकारी अधिकारी बाड़मेर ,हरभन मीना को अतिरिक्त जिला कलेक्टर लगाया हें वाही ओ पी बुनकर को जैसलमेर अतिरिक जिला कलेक्टर लगाया हें। 


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http://www.dop.rajasthan.gov.in/writereaddata/orderDetail/201402230912504630297ipsorder23-2-14.pdf



http://www.dop.rajasthan.gov.in/writereaddata/orderDetail/201402230919021845255RASorder23-02-2014.pdf

बाड़मेर नगर परिषद् कि करोडो कि जमीं अतिक्रमण से मुक्त करने कि मांग

बाड़मेर नगर परिषद् कि करोडो कि जमीं अतिक्रमण से मुक्त करने कि मांग
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भूमाफियाओं द्वारा नगर परिषद् की करोड़ों की जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण करा दिया गया जबकि इस जमीन में हुए भ्रष्टाचार की जाँच स्वायत शासन विभाग ,जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस के ठन्डे बस्ते में पड़ी है. इस प्रकरण में नगर पालिका के चार कार्मिक निलंबित भी हो चुके हैं. यहाँ तक कि पूर्व में मुख्यमंत्री कार्यालय से चार मर्तबा इस प्रकरण की जाँच जिला कलेक्टर और स्वायत शासन विभाग के सचिव को दी गयी थी वर्त्तमान वसुंधरा राजे सरकार से भी जांच के आदेश जिला कलेक्टर बाड़मेर को दिए गए हें इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की. जबकि जिला कलेक्टर बाड़मेर द्वारा इस प्रकरण की जाँच तहसीलदार बाड़मेर को दी थी.तहसीलदार ने पटवारी को जाँच सौंप दी मगर कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई.मुख्यमंत्री के आदेश की धज्जियां नगर परिषद् और जिला प्रशासन उड़ा रहे हैं. स्वायत शासन विभाग के सचिव द्वारा अप्रैल में यह जाँच आयुक्त नगर परिषद् बाड़मेर को दी थी जो कचरे की टोकरी की शोभा बढ़ा रही है.छह करोड़ कि नगर परिषद् कि इस जमीं को अतिक्रमण से मुक्त करने कि मांग को लेकर आर टी आई कार्यकर्ता चन्दन सिंह भाटी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पात्र लिखा था जिस पर मुख्यमंत्री कार्यालयो द्वारा इस प्रकरण कि तथ्यतमक रिपोर्ट जिला प्रशासन बाड़मेर से मांगी गयी हें ,

शहर के महावीर नगर में नगरपालिका बाड़मेर का व्यवसायिक भूखंड संख्या 66 है जिसकी कीमत करीब करोड़ों रूपए है. उक्त भूखंड पर तत्कालीन जिला कलेक्टर सुबीर कुमार ने वर्ष 2007 में निरस्तीकरण के आदेश जारी कर नगरपालिका के चार अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया था। उक्त प्रकरण में पालिका के चार अधिकारी कर्मचारी निलंबित भी किए गए है. इस व्यवसायिक भूखंड प्रकरण की जाँच आज भी राज्य सरकार के पास विचाराधीन है. राज्य सरकार ने इस भूखंड के आवंटन को निरस्त कर भूखंड राशि जमा नही करवाई गई थी. इसके बावजूद इस भूखंड पर भूमाफियाओं जिन्होने सरकारी जमीनों पर कई अतिक्रमण कर रखे है और वहाँ पर अवैध रूप निर्माण कार्य आरम्भ करा रखा है. उक्त भूखंड पर रामचंद्र वैष्णव, सावताराम माली, भगा राम माली तथा इनके भूमाफिया सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कार्य निर्बाध रूप से किया जा रहा है. उक्त भूखंड राज्य सरकार का है जिसकी कीमत करोड़ों रूपए है। इस पर नगरपालिका कर्मचारियों तथा अधिकारियों की मिलीभगत से भूमाफियों द्वारा अतिक्रमण कर व्यवसायिक काम्पलेक्स का निर्माण करवाया जा चूका है. स्थानीय जिला प्रशासन की कई बार लिखित सूचना देने के बावजूद कोई कार्यवाही नही की गई.

उक्त व्य्ावसायिक भूखंड संख्या 66 के पूरे प्रकरण की जाँच प्रशासनिक अधिकारी करने से कतरा रहे हैं जबकि इस मामले के तीन मुकदमे शहर कोतवाली में भी दर्ज है. सरकारी संपति को भूमाफियाओं के चंगूल से मुक्त करवाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की बजाय भूमाफियाओं को शह दी जा रही है.


नगर परिषद् द्वारा कराई गयी जिसमे स्पष्ट लिखा हें कि उक्त जमीं नगर परिषद् कि हें जिस पर भूमाफियो द्वारा अवैध कब्ज़ा कर भवन निर्माण कराया गया ,परिषद् के तत्कालीन आर ओ द्वारा अतिकर्मियो को अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए गए मगर अतिक्रमण आज तक नहीं हटाया गया।

बाड़मेर युवक कि तालाब में डूबने से मौत

बाड़मेर युवक कि तालाब में डूबने से मौत


बाड़मेर जिले के सदर थाना क्षेत्र के महाबार गांव मे एक युवक के तालाब मे डुबने से मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और तैराको के सहयोग से शव को बाहर निकाला। और पोस्टमार्टम के लिए शव को मोर्चरी लाया गया। सदर थानाधिकारी ओपी उज्जवल के अनुसार हंजारीसिंह पुत्र ईश्वरसिंह राजपुत उम्र 25 वर्ष जो की घर से मोटरसाईकिल लेकर निकला था और उसके बाद गांव मे बने   तालाब मे डुबने से मौत हो गई। पुलिस प्रथम दृष्टया आत्महत्या मान रही है फिर भी के जांच के बाद ही पता चलेगा की युवक नहाने गया था या सुसाइड कर इहलीला समाप्त करने। पुलिस  ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


असम की युवती से दिल्ली में गैंगरेप

नई दिल्ली। देश की राजधानी में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे। वसंत कुंज इलाके में एक युवती के साथ गैंगरेप की वारदात हुई है। आरोपी पीडित युवती के दो दोस्त ही बताए जा रहे हैं। पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया है। पीडित लड़की पूर्वात्तर राज्य असम की रहने वाली बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार करीब एक माह पहले ही असम की रहने वाली युवती दोस्तों के साथ घूमने शुक्रवार को दिल्ली पहुंची थी। इससे पहले वह केरल भी गई थी। दिल्ली में पीडिता अपने दोस्तों के साथ महिपालपुर में ठहरी थी। युवती के साथ पहले उसके एक फ्रेंड ने रेप किया और उसके बाद दूसरे दोस्त से भी लड़की का रेप कराया।

बाद में दोनों युवती को बदहवाश हालत में वहीं छोड़कर फरार हो गए। बाद में पीडिता थाने पहुंची तथा पुलिस को सारी घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पीडिता का मेडिकल कराया जिसमें रेप की पुष्टि हो गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी दोस्तों को ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया।

बाड़मेर प्रतिबंधित क्षेत्र में बिना अनुमति के आये पांच विदेशी कृषि विशेषज्ञ गिरफ्तार

बाड़मेर प्रतिबंधित क्षेत्र में बिना अनुमति के आये पांच विदेशी कृषि विशेषज्ञ गिरफ्तार


बाड़मेर जिले के सीमावर्ती इलाको मे प्रतिबंधित के बावजुद चौहटन क्षेत्र के रबासर गांव मे पांच विदेशी नागरिको और पांच भारतीय नागरिको सहित कुल 11 जनो को घुमते हुए सुरक्षा एंजेसियो ने धर दबोचा जिन्हे चौहटन थाना पुलिस को सुपुर्द किया जिन्हे आज संयुक्त पुछताछ के लिए बाड़मेर मुख्यालय लाया गया जहां पर सुरक्षा एंजेसियो पांचो विदेशी नागरिको से गहन पुछताछ कर रही है की आखिर किस मकसद के तहत बिना अनुमति के प्रतिबंधित क्षेत्र मे पहुंचे । गौरतलब है की विदेशी नागरिक अपने आप को कृषक सलाहकार बता रहे है और वो गुजरात और बेंगलोर के दो जीरा व्यापारियो के साथ जीरे की फसल खरीदने के लिए बाड़मेर जिले मे पहुंचे थे और घुमते हुए प्रतिबंधित इलाके चौहटन के रबासर गांव मे बोर्डर पर पहुंच गये जहां सुरक्षा एंजेसियो ने धर दबोचा। विदेशी नागरिक घुमते हुए पकड़े जिसके नाम जरेजरी स्वामी बिल्बी साइमन आइसलेंट,मेरी पिक साइमन आइसलेंट,सालको एलकोनिक अमेरिकन क्रेसिया युरोप,एक्टयूवारसन अमेरिका,पिकर वान्सन सहित पांच लोग कलेक्टर की बिना अनुमति के सीमावर्ती क्षेत्र मे पहुंच गये थे जिन्हे सुरक्षा एंजेसियो ने धर दबोचा।


टीनएज गर्ल के साथ 6 घंटे में 30 बार रेप!

बर्मिंघम। एक किशारों के साथ एक के बाद एक 30 लोगों ने रेप किया। रेप करने वाले सभी एशियाई थे। इतना ही नहीं बल्कि उसके पिता, स्कूली छात्र और उसका बेटो भी इस कृत्य में शामिल थे। करीब छह घंटे तक किशोरी के जिस्म से खिलवाड़ चलता रहा। लड़की के साथ ऎसा करने के पीछे उसे बड़ा करने का भरोसा दिलाया गया था।
इस बारे में ब्रिटेन के ही एक अखबार में मुस्लिम समाज के बीच काम कर रही ब्रिटेन की कार्यकर्ता शाइस्ता गोहिर की रिपोर्ट छपने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। गोहिर का ने बर्मिंघम के एक केस पर की गई स्टडी का उल्लेख करते हुए बताया है कि ऎसा बहुत सी लड़कियों के साथ हो चुका है। एशियाई समाज की कई नस्ल में लड़कियों का यौन शोषण हो रहा है लेकिन पुलिस इन मामलों को नजरदांज कर देती है। इन अपराधों को समुदायों के नेता, परिवार के लोग भी गंभीरता से नहीं ले रहे।

गोहिर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि किस तरह एक टीनएज लड़की के साथ लगातार छह घंटे तक करीब तीस लोगों ने बलात्कार करा। उन्होंने बर्मिंघम की सिटी काउंसिल को इस बारे में रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में 35 लड़कियों से बातचीत के आधार पर निकला निष्कर्ष शामिल है।

राजस्थान में प्लास्टिक वेस्टेज से बनेंगी सड़कें

जयपुर। सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अब डामर की सड़कें बनाने में प्लास्टिक कचरे का उपयोग करेगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरूआत जयपुर और दौसा जिले की 24 सड़कों के निर्माण से की जाएगी।
जयपुर जिले में 19 एवं दौसा जिले में 5 सड़कों का चयन किया गया है। 74 किमी. लम्बाई वाली इन सड़कों के करीब 62 किलोमीटर लम्बे हिस्से में प्लास्टिक कचरे का उपयोग किया जाएगा।

इसके अलावा जहां-जहां प्रचुर मात्रा में फ्लाई एश उपलब्ध है, उसे भी मिट्टी के साथ मिलाकर सड़क का आधार बनाने के काम में लिया जाएगा। इससे सड़क पर होने वाले खर्च में भी कमी आएगी।

इस पायलट प्रोजेक्ट को शुरू करने को लेकर सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने शनिवार को विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में रोड सेफ्टी अथॉरिटी एक्ट, प्रस्तावित नई टोल नीति, ग्रामीण गौरव पथ, प्रस्तावित स्टेट रोड (लैण्ड एण्ड ट्रैफिक एक्ट) कन्ट्रोल एक्ट सहित कई कार्यो के लिए गठित समितियों की कार्यप्रगति की समीक्षा की गई।

10 प्रतिशत कम होगा डामर खर्च
खान ने बताया कि प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग करने से 10 प्रतिशत डामर खर्च कम होगा। रोड सेफ्टी अथॉरिटी एक्ट को लेकर खान ने कहा कि राज्य के पंचायती राज सैटअप के सहयोग को भी एक्ट के प्रावधानों में शामिल किया जाए, जिससे कि ग्राम पंचायत स्तर तक सड़क सुरक्षा का संदेश पहुंचे।

उन्होंने नई टोल नीति को लेकर कहा कि इसमें कम टोल लगाने के प्रावधानों के साथ ही पंजाब, गुजरात, आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों की टोल नीति का अध्ययन भी किया जाए। प्रमुख शासन सचिव जे.सी. महान्ति ने अधिकारियों को इन राज्यों का दौरा कर 15 मार्च तक रिपोर्ट देने के लिए कहा।

बैठक में विभाग की सड़कों का विधानसभावार डाटा तैयार करने के लिए कहा गया। इसके अलावा प्रस्तावित स्टेट रोड्स कन्ट्रोल एक्ट पर चर्चा के दौरान बताया गया कि सड़कों पर घर का पानी आने व कचरा डालने से भी सड़कें जल्दी टूटती हैं। इसको लेकर एक्ट में सड़कों पर अतिक्रमण की रोकथाम, ओवर लोडिंग पर नियंत्रण के प्रावधान किए जा रहे हैं।

मिट्टी से तय होगा सड़क का निर्माण
प्रदेश में सड़क निर्माण के लिए एक जैसी तकनीक नहीं अपनाई जाएगी। सड़क का निर्माण क्षेत्र की मिट्टी के आधार पर तय किया जाएगा। सड़क पर डामरीकरण से पहले संबंधित इलाके की मिट्टी का परीक्षण किया जाएगा, जिससे वहां सड़क तय मियाद से पहले नहीं टूटे और वाहन दबाव आसानी से झेल सके।

सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने सड़कों का स्थायित्व बढ़ाने के लिए विभिन्न शहरों का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं।

मंत्री खान शनिवार को राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम लिमिटेड (आरएसआरडीसी) के सभागार में आयोजित सड़क निर्माण क्षेत्र के निवेशकों के साथ मंथन कर रहे थे।

बैठक में सामने आया कि कई जिलों में सड़क निर्माण सामग्री की प्रचुरता है, जबकि कई इलाकों लम्बी दूरी तय कर यह सामग्री लानी पड़ती है। इससे बचने के लिए ठेकेदार स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री से ही सड़कें बना डालते हैं। इससे सड़कें आवश्यकता के अनुसार गुणवत्तापूर्ण नहीं हो पातीं।

बन रहा कांट्रेक्ट मैनेजमेंट सिस्टम
मंत्री ने निवेशकों को प्रदेश में सड़कों के सुदृढ़ीकरण की नई व्यवस्था लागू करने की जानकारी दी। तहसील या जिले को एक इकाई मानकर उसका मेंटीनेंस का काम भी एक ही कांट्रेक्टर के जरिए होगा।

इसके लिए कांट्रेक्ट मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जिसके लिए कमेटी गठित की गई है। इसी तरह विभाग के मुख्य वास्तुविद, मुख्य अभियंता के निर्देश में भी कमेटी बनाई गई है, जो सरकारी भवनों के एलीवेशन व अन्य सुविधाओं में बदलाव के बारे में बताएंगे।

बीकानेर। सैकिण्‍ड ग्रेड टीचर्स भर्ती नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

बीकानेर। सैकिण्‍ड ग्रेड टीचर्स भर्ती नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश

प्रकाशचंद बिश्नोई (धोरीमन्ना)

बीकानेर। बीकानेर पुलिस ने आज बडी कार्रवाई करते हुए आरपीएससी सैकिण्‍ड ग्रेड टीचर्स भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस मामले में कई नामचीन पदों पर कार्यरत व्यक्तियों के साथ साथ कोचिंग सेंटरों के लोगो को धर दबोचा है। सैकिण्‍ड ग्रेड टीचर्स भर्ती परीक्षा में आज सामाजिक ज्ञान विषय का पेपर लीक होने की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए और उन्‍होंने एमकैप व चाणक्य कोचिंग सेन्टर सहित कई निजी परीक्षा केन्द्रों पर दबिश दी। दबिश के दौरान पुलिस ने वहां से करीब आठ लोगों को गिरफ़तार किया। गिरफ्तार हुए लोगो में पीबीएम अस्पताल का एक डाक्टर सुरेश कुमार विश्नोई, आरएएस अधिकारी का शिक्षक बेटा श्रवण मान, सब इन्स्पेक्टर के रूप में चयनित पौरव कालेर सहित दो प्राइवेट कोचिंग सेंटरों के संचालको भी गिरफ्तार किया है. इन लोगो की गिरफ्तारी से साफ़ हुआ है कि ये लोग एमकेप संसथान से पेपर लिक कर उसे सोल्व करवाते और फिर अभिभावकों को बेचते थे जो "मक्खी ब्ल्यूटूथ" के जरिये परीक्षार्थियों तक उतर पहुंचाते थे। इन लोगो के पास से कंप्यूटर, कई मोबाइल और करीब एक करोड़ रूपये के लेनदेन के कागजात भी बरामद हुए है। दूसरी और परीक्षा देकर बाहर आने वाले अभ्‍यर्थियों का कहना था कि सेन्‍टर में एक परीक्षार्थी ने मात्र दस मिनट में ही पेपर हल कर दिया। जिससे यह साबित होता है कि उसके पास पेपर पहले से ही था। परीक्षार्थियों का तो यह तक कहना है कि हर बार पेपर लिफाफे में बन्‍द होकर आते हैं या उन पर सील लगी होती है लेकिन इस पेपर में ऐसा कुछ भी नहीं था। जिससे यह साबित होता है कि यह पेपर पहले ही आउट हो गया था। वाल्क थ्रू विथ स्टूडेंट्स ऍफ़ नौकरी की आस में परीक्षा देने वाले वाले परीक्षार्थियों के अभिभावकों का कहना है कि आरपीएससी बेरोजगारों के भविष्‍य के साथ खिलवाड कर रही है।परीक्षा केन्‍द्रों के संचालक भी अपने स्‍वार्थों की पूर्ति आरपीएससी की परीक्षाओं के माध्‍यम से करते हैं। केन्‍द्र संचालक परीक्षार्थियों से चार-पांच लाख रुपए लेकर नकल कराने का काम करते हैं। आरपीएससी इन केन्‍द्रों पर मॉनिटरिंग नहीं रख पाती है।