जयपुर। मोहब्बत भी अजीब होती है जो किसी धर्म, जाति और किसी देश की सरहदों को नहीं मानती। प्यार करने वाले सरहदों को लांघ कर एक दूसरे से मिलने पहुंच जाते हैं।
अगर इस प्रेम कहानी में प्रेमी जोड़ा भारत-पाकिस्तान का हो तो फिर मामला पूरा फिल्मी हो जाता है। यह प्रेम कहानी है मुंबई के एक नौजवान और पाकिस्तान की एक युवती की, जो एक दूसरे से फेसबुक पर मिले और फिर एक दूसरे को दिल दे बैठे।
लेकिन लड़की के घरवाले जब उसकी शादी की बात किसी और लड़के से चलाने लगे तो उसने अपने प्रेमी को यह बात बताई। फिर क्या था, 26 साल का हामिद नेहाल अंसारी अपनी महबूबा से मिलने निकल पड़ा। काबुल से होता हुआ वह पाकिस्तान की सरजमीं पर पहुंच गया। लेकिन उसका कुछ महीनों से पता नहीं चल रहा है।
कोर्ट से मदद की गुहार
हामिद 4 नवंबर को काबुल पहुंचा और फिर वह अवैध तरीके से 10 नवंबर को पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम इलाके में घुस गया। आखिरी बार वह पाकिस्तान के कोहाट क्षेत्र में था। वहां वह एक उदूूü अखबार के पत्रकार के साथ रह रहा था।
उसके रिश्तेदारों ने फेसबुक से जाना कि वह एक नौकरी के लिए काबुल गया था। हामिद की मां फौजिया कोे सोमवार को उच्चतम न्यायालय से कुछ मदद की उम्मीद जगी। उसने कोर्ट से बेटे को खोजने के लिए भारत सरकार को इस मसले को पाक सरकार के सामने उठाने की अपील की थी।
"तालिबान के गढ़ में बेटा"
फौजिया को जब पता चला कि उसका बेटा कोहाट में है तो उसकी चिंता बढ़ गई। यह क्षेत्र पाक तालिबान के प्रभाव वाले इलाके वजीरिस्तान के पास ही है। तब उसने नवंबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट से मदद की अपील की थी।
हामिद को ढूंढने की कोशिश
कोर्ट ने फौजिया की याचिका की एक कॉपी एडिशनल सॉलिसीटर जनरल इंदिरा जयसिंह को भेजने का आदेश दिया। उन्होंने कोर्ट को बताया कि भारत सरकार हामिद का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
फौजिया के वकील ने सोमवार को कोर्ट को बताया कि हामिद 4 नवंबर को रोटरी क्लब के माध्यम से अफगानिस्तान गया था। पाक में वह जिस पत्रकार के साथ रहा, उसने भारतीय उच्चायोग को बताया कि वह दो दिन उसके साथ रहा था और अपनी प्रेम कहानी उसे बताई थी। ऎसा लगता है कि उसके बाद पाक की सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया हो और उसके बाद कोर्ट में उसका मामला ठंडे बस्ते में चला गया हो।
हामिद को खोजने की भारत सरकार के प्रयासों से संतुष्ट होकर कोर्ट ने फिलहाल कुछ नहीं कहा और उसकी मां को फिलहाल खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
अगर इस प्रेम कहानी में प्रेमी जोड़ा भारत-पाकिस्तान का हो तो फिर मामला पूरा फिल्मी हो जाता है। यह प्रेम कहानी है मुंबई के एक नौजवान और पाकिस्तान की एक युवती की, जो एक दूसरे से फेसबुक पर मिले और फिर एक दूसरे को दिल दे बैठे।
लेकिन लड़की के घरवाले जब उसकी शादी की बात किसी और लड़के से चलाने लगे तो उसने अपने प्रेमी को यह बात बताई। फिर क्या था, 26 साल का हामिद नेहाल अंसारी अपनी महबूबा से मिलने निकल पड़ा। काबुल से होता हुआ वह पाकिस्तान की सरजमीं पर पहुंच गया। लेकिन उसका कुछ महीनों से पता नहीं चल रहा है।
कोर्ट से मदद की गुहार
हामिद 4 नवंबर को काबुल पहुंचा और फिर वह अवैध तरीके से 10 नवंबर को पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम इलाके में घुस गया। आखिरी बार वह पाकिस्तान के कोहाट क्षेत्र में था। वहां वह एक उदूूü अखबार के पत्रकार के साथ रह रहा था।
उसके रिश्तेदारों ने फेसबुक से जाना कि वह एक नौकरी के लिए काबुल गया था। हामिद की मां फौजिया कोे सोमवार को उच्चतम न्यायालय से कुछ मदद की उम्मीद जगी। उसने कोर्ट से बेटे को खोजने के लिए भारत सरकार को इस मसले को पाक सरकार के सामने उठाने की अपील की थी।
"तालिबान के गढ़ में बेटा"
फौजिया को जब पता चला कि उसका बेटा कोहाट में है तो उसकी चिंता बढ़ गई। यह क्षेत्र पाक तालिबान के प्रभाव वाले इलाके वजीरिस्तान के पास ही है। तब उसने नवंबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट से मदद की अपील की थी।
हामिद को ढूंढने की कोशिश
कोर्ट ने फौजिया की याचिका की एक कॉपी एडिशनल सॉलिसीटर जनरल इंदिरा जयसिंह को भेजने का आदेश दिया। उन्होंने कोर्ट को बताया कि भारत सरकार हामिद का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
फौजिया के वकील ने सोमवार को कोर्ट को बताया कि हामिद 4 नवंबर को रोटरी क्लब के माध्यम से अफगानिस्तान गया था। पाक में वह जिस पत्रकार के साथ रहा, उसने भारतीय उच्चायोग को बताया कि वह दो दिन उसके साथ रहा था और अपनी प्रेम कहानी उसे बताई थी। ऎसा लगता है कि उसके बाद पाक की सुरक्षा एजेंसियों ने उसे पकड़ लिया हो और उसके बाद कोर्ट में उसका मामला ठंडे बस्ते में चला गया हो।
हामिद को खोजने की भारत सरकार के प्रयासों से संतुष्ट होकर कोर्ट ने फिलहाल कुछ नहीं कहा और उसकी मां को फिलहाल खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें