लखनऊ। क्या आपने आज तक सुना है कि कहीं इंसान की खोपड़ी से सोना बनता है अगर नहीं तो हम आपको ऎसी घटना के बारे में बताते हैं जिसे सुनकर शायद आपको अपने कानों पर यकीन नहीं होगा।
ऎसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के आगरा शहर की है जहां तंत्र मंत्र के अंधविश्वास के चक्कर में तांत्रिकों ने 12 साल की बच्ची की कब्र खोद डाली। कब्र से शव निकालकर उसका सिर काट लिया। तांत्रिक सिर को बैग में डालकर ले जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
पुलिस अधीक्षक (नगर) सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बच्ची के कटे सिर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पकडे गए दोनों तांत्रिकों का कहना है कि तांत्रिक क्रिया के जरिए वे खोपड़ी से सोना बनाने जा रहे थे। मामला नगर के एत्माद-उद्द-दौला का है।
यहां के फाउंड्री स्थित कबीर घाट पर यमुना किनारे शमशान घाट है। वहां गत 21 फरवरी की रात दो लोग पहुंचे थे।
उन्होंने दो दिन पहले दफनाई गई बच्चों की कब्र को खोदकर शव निकाला और उसे लाल कपड़ा पहनाकर तंत्र मंत्र करते रहे। इसके बाद चाकू से दोनों ने सिर को धड़ से अलग कर दिया। उसी वक्त वहां के महन्त की नजर उन पर पड़ी। दोनों ने जल्दबाजी में कब्र को बंद करते हुए बताया कि कब्र जानवरों ने खोद दी थी जिसे वे बंद कर रहे थे।
ऎसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के आगरा शहर की है जहां तंत्र मंत्र के अंधविश्वास के चक्कर में तांत्रिकों ने 12 साल की बच्ची की कब्र खोद डाली। कब्र से शव निकालकर उसका सिर काट लिया। तांत्रिक सिर को बैग में डालकर ले जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
पुलिस अधीक्षक (नगर) सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बच्ची के कटे सिर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पकडे गए दोनों तांत्रिकों का कहना है कि तांत्रिक क्रिया के जरिए वे खोपड़ी से सोना बनाने जा रहे थे। मामला नगर के एत्माद-उद्द-दौला का है।
यहां के फाउंड्री स्थित कबीर घाट पर यमुना किनारे शमशान घाट है। वहां गत 21 फरवरी की रात दो लोग पहुंचे थे।
उन्होंने दो दिन पहले दफनाई गई बच्चों की कब्र को खोदकर शव निकाला और उसे लाल कपड़ा पहनाकर तंत्र मंत्र करते रहे। इसके बाद चाकू से दोनों ने सिर को धड़ से अलग कर दिया। उसी वक्त वहां के महन्त की नजर उन पर पड़ी। दोनों ने जल्दबाजी में कब्र को बंद करते हुए बताया कि कब्र जानवरों ने खोद दी थी जिसे वे बंद कर रहे थे।
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