बीकानेर। सैकिण्ड ग्रेड टीचर्स भर्ती नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश
प्रकाशचंद बिश्नोई (धोरीमन्ना)
बीकानेर। बीकानेर पुलिस ने आज बडी कार्रवाई करते हुए आरपीएससी सैकिण्ड ग्रेड टीचर्स भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस मामले में कई नामचीन पदों पर कार्यरत व्यक्तियों के साथ साथ कोचिंग सेंटरों के लोगो को धर दबोचा है। सैकिण्ड ग्रेड टीचर्स भर्ती परीक्षा में आज सामाजिक ज्ञान विषय का पेपर लीक होने की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए और उन्होंने एमकैप व चाणक्य कोचिंग सेन्टर सहित कई निजी परीक्षा केन्द्रों पर दबिश दी। दबिश के दौरान पुलिस ने वहां से करीब आठ लोगों को गिरफ़तार किया। गिरफ्तार हुए लोगो में पीबीएम अस्पताल का एक डाक्टर सुरेश कुमार विश्नोई, आरएएस अधिकारी का शिक्षक बेटा श्रवण मान, सब इन्स्पेक्टर के रूप में चयनित पौरव कालेर सहित दो प्राइवेट कोचिंग सेंटरों के संचालको भी गिरफ्तार किया है. इन लोगो की गिरफ्तारी से साफ़ हुआ है कि ये लोग एमकेप संसथान से पेपर लिक कर उसे सोल्व करवाते और फिर अभिभावकों को बेचते थे जो "मक्खी ब्ल्यूटूथ" के जरिये परीक्षार्थियों तक उतर पहुंचाते थे। इन लोगो के पास से कंप्यूटर, कई मोबाइल और करीब एक करोड़ रूपये के लेनदेन के कागजात भी बरामद हुए है। दूसरी और परीक्षा देकर बाहर आने वाले अभ्यर्थियों का कहना था कि सेन्टर में एक परीक्षार्थी ने मात्र दस मिनट में ही पेपर हल कर दिया। जिससे यह साबित होता है कि उसके पास पेपर पहले से ही था। परीक्षार्थियों का तो यह तक कहना है कि हर बार पेपर लिफाफे में बन्द होकर आते हैं या उन पर सील लगी होती है लेकिन इस पेपर में ऐसा कुछ भी नहीं था। जिससे यह साबित होता है कि यह पेपर पहले ही आउट हो गया था। वाल्क थ्रू विथ स्टूडेंट्स ऍफ़ नौकरी की आस में परीक्षा देने वाले वाले परीक्षार्थियों के अभिभावकों का कहना है कि आरपीएससी बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड कर रही है।परीक्षा केन्द्रों के संचालक भी अपने स्वार्थों की पूर्ति आरपीएससी की परीक्षाओं के माध्यम से करते हैं। केन्द्र संचालक परीक्षार्थियों से चार-पांच लाख रुपए लेकर नकल कराने का काम करते हैं। आरपीएससी इन केन्द्रों पर मॉनिटरिंग नहीं रख पाती है।
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