शोलापुर। गाय को हमारे देश में माता का दर्जा दिया गया है। हर शुभ कार्य में हम गाय माता की पूजा कर उनको भोग लगाते हैं।
अब यहां के लक्ष्मण भोंसले को ही लीजिए जो कुछ ऎसा ही कर लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं।
लक्ष्मण की गाय भी बड़ी विचित्र है। इस गाय के पांच पैर हैं । इसका पांचवा पैर इसकी पीठ पर है। लक्ष्मण आजकल अपनी इस गाय को लेकर भारत भ्रमण पर निकले हैं। कारण यह विश्वास कि चार साल की इस गाय के पांचवे पैर को छूना शुभ होता है।
लक्ष्मण का कहना है कि गाय का यह पांचवा पैर हमें यह सीख देता है कि इस प्राणी का सम्मान करना चाहिए और इसका आशीर्वाद लेना चाहिए। उनका यह भी कहना है कि इस से अच्छा भाग्य प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
लक्ष्मण पिछले साल की 15 जुलाई से भारत यात्रा पर हैं और महाराष्ट्र के शोलापुर से शुरू हुई इस कामधेनू यात्रा में वे अब तक 6 राज्य और 15 प्रमुख शहर कवर कर चुके हैं।
वे बताते हैं कि इस गाय के दर्शन और आशीर्वाद को आतुर लोग दूर दराज से भी इसके पास आते थे । इसीलिए उन्होंने इस यात्रा का प्रायोजन किया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
अब तक लक्ष्मण महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों को इस यात्रा में माप चुके हैं।
अब यहां के लक्ष्मण भोंसले को ही लीजिए जो कुछ ऎसा ही कर लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं।
लक्ष्मण की गाय भी बड़ी विचित्र है। इस गाय के पांच पैर हैं । इसका पांचवा पैर इसकी पीठ पर है। लक्ष्मण आजकल अपनी इस गाय को लेकर भारत भ्रमण पर निकले हैं। कारण यह विश्वास कि चार साल की इस गाय के पांचवे पैर को छूना शुभ होता है।
लक्ष्मण का कहना है कि गाय का यह पांचवा पैर हमें यह सीख देता है कि इस प्राणी का सम्मान करना चाहिए और इसका आशीर्वाद लेना चाहिए। उनका यह भी कहना है कि इस से अच्छा भाग्य प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
लक्ष्मण पिछले साल की 15 जुलाई से भारत यात्रा पर हैं और महाराष्ट्र के शोलापुर से शुरू हुई इस कामधेनू यात्रा में वे अब तक 6 राज्य और 15 प्रमुख शहर कवर कर चुके हैं।
वे बताते हैं कि इस गाय के दर्शन और आशीर्वाद को आतुर लोग दूर दराज से भी इसके पास आते थे । इसीलिए उन्होंने इस यात्रा का प्रायोजन किया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
अब तक लक्ष्मण महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों को इस यात्रा में माप चुके हैं।
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