शुक्रवार, 27 जनवरी 2012

बाडमेर आज की ताजा खबर. 27 जनवरी


सतर्कता समिति की बैठक 


फर्जी टी.सी. से लगी आंगनवाडी कार्यकर्ता को हटाने के निर्दो 


बाडमेर, 27 जनवरी। जिले के गुडामालानी तहसील के गांधवकलां गांव में फर्जी टीसी के आधार पर नियुक्त की गई आंगनवाडी कार्यकर्ता को जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक में हटाने का निर्णय किया गया। भाुक्रवार को जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में समिति के समक्ष प्रस्तुत 20 प्रकरणों में से 5 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। 
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने गांघवकलां की आंगनवाडी कार्यकर्ता गीता देवी के विरूद्ध प्राप्त िकायत में जांच के दौरान उसकी टीसी फर्जी पाए जाने पर हटाने का निर्दो दिया गया। इसी तरह गागरिया में भीलों का पार में आबादी भूमि के फर्जी पट्टों के मामला में निगरानी पो किए जाने के कारण निस्तारित कर दिया गया। इसी तरह आंगनवाडी केन्द्र रिधुसर में भाीध्र भर्ती के निर्दो दिए गए तथा धोरीमना के मुख्य बाजार में संयुक्त कार्यवाही दल द्वारा अतिक्रमण हटाने के निर्दो दिए गए। सांजटा प्रकरण को भी जांच के पचात निस्तारित कर दिया गया। इसी तरह महादेवपुरा बींजराड में अपूर्ण चार दिवारी की िकायत झूठी पाए जाने पर मामले का निस्तारण किया गया। गागरिया में विद्युतिकरण का मामला भी निस्तारित किया गया। गौतम डोसी की िकायत को नगर पालिका द्वारा नियमानुसार वसूली कर निस्तारित करने के निर्दो दिए गए। 
इस अवसर पर जिला स्तरीय सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने गम्भीरता से लेने के निर्दो दिए है। उन्होने समिति के समक्ष प्रस्तुत प्रकरणों के संबंध में अधिकारियों को निश्पक्ष जांच करने तथा जांच रिपोर्ट में सभी तथ्यों से अवगत कराने को कहा है। डॉ. प्रधान ने कहा कि सतर्कता समिति जिला स्तर पर सबसे बडी समिति है तथा इसमें दर्ज प्रकरणों की जांच सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए पूर्ण गम्भीरता से की जानी चाहिए। साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारी को जांच रिपोर्ट के साथ व्यक्तिः उपस्थित होना जरूरी है। उन्होने कहा कि जिला कार्यालय से समाचार पत्रों में प्रकाित विभिन्न समस्याओं एवं िकायतों की कतरने भिजवाई जा रही है, जिन पर आवयक कार्यवाही, जॉच की जाकर रिपोर्ट भिजवाई जाए। 
बैठक में जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर, विधायक मेवाराम जैन, जिला पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित समेत संबंधित विभागों के अधिकारी तथा समिति सदस्य उपस्थित थे। 
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औद्योगिक समिति की बैठक 30 को 


बाडमेर, 27 जनवरी। जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में 30 जनवरी को दोपहर 3.30 बजे उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बालोतरा में आयोजित की जाएगी। 
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक ओ.पी. गोस्वामी ने बताया कि उक्त बैठक में गत बैठक की कार्यवाही विवरण की पुश्टि, बैठक में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों की अनुपालना, विभिन्न विभागों में लम्बित प्रकरणों की समीक्षा सहित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी। 
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डीड राईटर की परीक्षा 29 को 


बाडमेर, 27 जनवरी। महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग के निर्दोानुसार जिले में दस्तावेज लेखकों की 37 रिक्तियों के लिए 29 जनवरी को प्रातः 10.00 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक मुल्तानमल भीखचन्द छाजेड राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधी चौक बाडमेर में परीक्षा आयोजित की जाएगी। 
उप पंजीयक बद्रीनारायण विनोई ने बताया कि इस परीक्षा के लिए जिले में 273 आवेदन पत्र प्राप्त हुए है, जिसमें से पात्रता की जांच के बाद 270 आवेदन सही पाए गए है। 
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पंजीकृत मदरसों में गणतन्त्र दिवस मनाया गया 


बाडमेर, 27 जनवरी। अध्यक्ष राजस्थान मदरसा बोर्ड जयपुर के आदोानुसार समस्त पंजीकृत मदरसों में गणतन्त्र दिवस हशोर्ल्लास से मनाया गया तथा ध्वजारोहण किया गया। 
कार्यक्रम अधिकारी लियाकत अली ने बताया कि गणतन्त्र दिवस पर ध्वजारोहण कार्यक्रम के साथ गणतन्त्र दिवस हशोर्ल्लास के साथ समस्त पंजीकृत मदरसों में मनाया गया। इस दौरान सदर/सचिव एवं गांव के मौजिज लोगों के बीच तिरंगा झण्डा फहराया गया एवं बच्चों में मिश्ठान वितरित किया गया तथा बच्चों को गणतन्त्र दिवस की जानकारी दी गई। 0- 


गणतन्त्र दिवस के मौके पर मैत्री मैच आयोजित 


बाडमेर, 27 जनवरी। गणतन्त्र दिवस के अवसर पर संजय कि्रकेट स्टेडियम में जिला प्रासन बनाम बीएसएफ के बीच कि्रकेट का मैत्री मैच खेला गया। 
जिला खेल अधिकारी सोहनलाल चौधरी ने बताया कि जिला प्रासन बनाम बीएसएफ के बीच खेले गये कि्रकेट मैच में जिला प्रासन की टीम विजयी रही। उन्होने बताया कि जिला प्रासन की टीम ने एक विकेट खोकर 96 रन बनाकर विजय हासिल की। जिला प्रासन टीम में जितेन्द्र ने 41, पप्पूसिंह ने 32, जिला पुलिस अधीक्षक संतोश चालके ने 9 तथा जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने एक रन लेने पर टीम विजयी रही। बीएसएफ की टीम ने 7 विकेट देकर 95 रन बनाए। इसी प्रकार पुलिस विभाग बनाम युवा वर्ग के मध्य बास्केट बॉल का मैच खेला गया जिसमें युवा वर्ग की टीम 4027 अंकों से विजयी रही। 
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गणतंत्र दिवस पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन 


कलाकारों ने बांधी समां, सर्द रात में थिरके दार्क 




बाडमेर, 27 जनवरी। गणतंत्र दिवस की संध्या पर हाई स्कूल ग्राउंड में जिला प्रासन की ओर से आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों ने ऐसी समां बांध कि सर्द रात में भी दार्क थिरक उठे। कलाकारों की भानदार और भावभीनी दोभक्ति प्रस्तुतियों से माहौल रंगीन हो उठा। 
इस मौके पर जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान, एडीएम अरूण पुरोहित, एसडीएम सीएल देवासी, तहसीलदार, जिला िक्षा अधिकारी (मा.) गोरधनलाल पंजाबी एवं जिला िक्षा अधिकारी (प्रा.) पृथ्वीराज दवे सहित बड़ी संख्या में दार्क मौजूद थे। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के दौरान ही कार्यक्रम में जिला प्रासन की ओर से जिला स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र समारोह में झांकी के विजेताओं और स्कूल प्रभारियों को सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि गणतंत्र समारोह में राजवेस्ट की झांकी प्रथम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और पंचायती समिति बाडमेर की झांकी द्वितीय स्थान पर रही थी। राजस्थानी लोक गीतों पर आधारित जिला प्रासन के इस कार्यक्रम की विधिवत भाुरूआत जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित कर की। स्वागत गीत किसान केसरी उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने पो किया। इस दौरान भाुभम उच्च प्राथमिक विद्यायल, बीआर बिड़ला पब्लिक स्कूल, आरके पब्लिक स्कूल के छात्रछात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक व दोभक्ति कार्यक्रम पो किए। भाुभम संस्थान की ओर से सामाजिक कुरीतियों पर आधारिक नाटक ॔॔अनपॄ धुड़िया’’ का मंचन किया गया। मंच संचालन मुको व्यास ने किया। कार्यक्रम के संयोजक पुश्कर प्रदीपजानकी गोस्वामी थे। 

गणतंत्र दिवस: अद्र्ध नग्न युवाओं का अश्लील डांस

 

जोधपुर. उम्मेद स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में एक निजी कंप्यूटर और मल्टी एजुकेशन संस्थान के छात्रों द्वारा किए गए अश्लील काले लोवर डांस ने आयोजकों को सवालों के घेरे में ला दिया हैं।


जिला प्रभारी मंत्री राजेंद्र पारीक के मुख्य आतिथ्य में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में संभागीय आयुक्त आरके जैन, पुलिस कमिश्नर भुपेंद्र कुमार, कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन, जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ महापौर, जेडीए अध्यक्ष, विधायक और पूर्व विधायक सहित कई जन प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सूरज कंप्यूटर एवं मल्टी एजुकेशन संस्थान के छात्रों ने अर्ध नग्न होकर फिल्म सिंघम के गाने पर अश्लील डांस किया।


अश्लील और भौंडे डांस को देखकर समारोह स्थल पर मौजूद लोग दंग रह गए। हर किसी की जुबान पर फिल्मी गाने पर अद्र्ध नग्न युवाओं का काले रंग का लोवर पहन कर थिरकना चर्चा में रहा। पुलिस कमिश्नर भुपेंद्र कुमार ने कहा कि समारोह में बहुत ही घटिया कार्यक्रम शामिल किया गया। जबकि प्रशासन के लोग इस पर प्रक्रिया देने से बचते रहे।


अधिकारियों ने बताया कि इस कार्यक्रम को शामिल करने की सिफारिश शिक्षा विभाग के उप जिला शिक्षा अधिकारी (शारीरिक शिक्षा) जयनारायण गहलोत ने की। इस पर विश्वास करते हुए कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन ने परमिशन दे दी, लेकिन बाद में उनको भी पछतावा हुआ।


गणतंत्र दिवस पर मौजूद लोगों ने बताया कि समारोह में यह कार्यक्रम शामिल ही नहीं था, इसकी किसी ने रिहर्सल देखी भी नहीं लेकिन ऐन वक्त पर इसको शामिल करने की परमिशन किसने और क्यों, और क्या सोच कर दी।

जैसलमेर ....आज की ताजा खबर.पुलिस न्यूज़ इनबॉक्स.


पुलिस थाना रामगढ  में तीन तार चोर गिरफतार वाहन में भरा माल जब्त पुछताछ जारी



जैसलमेर जैसलमेर जिले  में हो रही चोरी को वारदातो को देखते हुए मन पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियो,थानाधिकारियो को चोरियो पर अंकुश लगाने एवं चोरो को पकडने के लिए कडे निर्देश दिये गये.पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की  जिसके क्रम में पुलिस थाना रामग श्री जगदीशराम विश्नोई उनि के नेतृत्व में आज दिनांक 27.01.12 को थाना कि टीम कानि0 सर्व श्री तुलछाराम, संजय विश्नोई, कैलाश, हिम्मतिंसंह मय जिप्सी व चालक द्वारा दौराने रात्रिकालीन हल्खा गश्त वक्त 05.10 एएम पर सरहद सोनू के पास एक वाहन बोलेरो, रजि0 संख्या आरजे 19 यूए 1374 को रूकवा कर चैक किया तो उक्त वाहन में बिजली के तारों के गठ्ठे, तार काटने हेतू प्रयुक्त एक बड़ा कटर, आरी फन्नर एवं एक बेसबॉल की स्टिक वाहन में होना पाया जाने पर अभियुक्तगण नीम्बसिंह पुत्र भंवरसिंह जाति राजपूत उम्र 28 साल, रूपसिंह पुत्र राणसिंह जाति राजपूत उम्र 25 साल, नरपतसिंह पुत्र दानिंसंह जाति राजपूत उम्र 25 साल सर्वे निवासीयान पूनमनगर थाना रामग जिला जैसलमेर ें को गिर्फतार कर वाहन व माल को जब्त किया गया। उपरोक्त के संबध धारा 136 विधुत अधिनियम में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान जारी है। गिरफ्तारसुदा मुल्जिमानों से गहनता से पुछताछ की जा रही है। पुछताछ से अन्य बिजली तार चोरी वगैरा की वारदातों से पर्दाफाश होने की पूर्ण संभावना है। 


सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलते एक व्यक्ति गिरफतार 


जैसलमेर  पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 2601-2012 को जरिये मुखबीर इतला पर श्री जीतसिंह हैड कानि0 07 मय जाब्ता द्वारा गडीसर प्रोल के पास सार्वजनिक स्थान पर पर्चियों से जुआ खेलते हुए मनोहरलाल पुत्र मूलचंद गर्ग निवासी ब्बि पाडा जैसलमेर को गिरफतार कर उनके कब्जा से पर्चियॉ बरामद कर पुलिस थाना जैसलमेर में धारा 13 आरपीजीओ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। 


जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस लाईन एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ध्वजारोहण 


जैसल्न्मेर  गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई द्वारा पुलिस लाईन, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ध्वजारोहण किया गया। इसके साथसाथ पुलिस लाईन में स्थित विधालय में भी ध्वजारोहण कर विधालय में विध्यार्थियो को गणतंत्र दिवस की बधाई दि गई तथा गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में बच्चो को मिठाई बाटी गई। मन पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला के समस्त पुलिस विभाग को गणतंत्र दिवस की बधाई दी गई। 


पर्यटक सुरक्षा दल के प्रभारी के द्वारा पर्यटक सुरक्षा बूथ पर ध्वजारोहण 


जैसलमेर पर्यटक व्यवसाय से जूडे लोग व आम जनता हुई शामिल 
जैसलमेर   63वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में जिला पुलिस की पर्यटक सुरक्षा दल के प्रभारी श्री शैतानसिंह सउनि द्वारा पर्यटक सुरक्षा दल बूथ पर ध्वजारोहण किया गया जिसमें पर्यटक सुरक्षा दल का जाब्ता हैड कानि0 नरेश, कानि0 कमालखॉ, महेन्द्र, गुमानाराम शरीक हुऐ। इसके अलावा शहर में पर्यटक व्यवसाय से जुडे लोग व आम जनता भी उपस्थित रही। 

जैसलमेर......स्कूल में हुआ दलित छात्रों पर हमला





स्कूल में हुआ दलित छात्रों पर हमला 


जैसलमेर/ 27 जनवरी/


कल पूरा देश जहाँ 63 वां गणतंत्र दिवस मन रहा था वही जिले के मोहनगढ़ कसबे में जवाहिर नवोदय विद्यालय के दलित छात्रों पर वही के 40 से 50 छात्रों ने हमला कर दिया जिससे 20 के करीब दलित छात्रों को छोटे आई, गंभीर छात्रो को यहाँ अल सुबह जवाहिर चिकित्सालय जैसलमेर लाया गया जहाँ उनका उपचार चल रहा है और पोलिस महकमा मोहनगढ़ में डेरा दाल बैठा है 40 से 50 लोगों पर मुक़दमा दर्ज किया गया है


देश जहाँ सामंत वाद से उबरने की बात कर रहा है वहीँ जैसलमेर जिले में आज भी इसकी परमपराएं देखने को मिल रही है ..जिला आज भी इन दकियानूसी खयालात से बहार नहीं आ रहा ई . लेकिन बात विद्या के मंदिर की हो तो थोड़ी अटपटी लगती है, जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ कसबे में स्थित जवाहिर नवोदय विद्यालय में पिछले काफी समय से दलित छात्रों के साथ हो रहे भेदभाव की खबरे आ रही थी, वह के दलित छात्रों ने पहले भी जिला कलेक्टर से मिल उनके साथ हो रहे भेदभाव की शकायत की थी साथ ही वहां के स्कूल स्टाफ को भी इसमें ज़िम्मेदार ठहराया था, मगर जिला कलेक्टर द्वारा इस बाबत ध्यान नहीं दिए जाने से आज एक गंभीर हादसा हो गया.
वहा पढने वाले दलित छात्रों को वही के स्कूल के चंद सामंत वादी 40 से 50 छात्रों ने कल रात मिलकर साइकिल की चेनों , लाठियों और हथियारों से इतना मारा की उनकी पीठ इस बात की गवाही देती है की आज भी दलितों को सामंत मारते पीटते हैं.
इसका ज़िम्मेदार ये दलित स्कूल के समस्त स्टाफ और पूर्व प्रिसिपल को ठहराते हैं.
स्कूल के दलित छात्र सोनाराम बताते हैं की" पूर्व प्रिसिपल वि एस गोसाई उनके साथ भेदभाव करते थे जिसकी शिकायत हमने जिला कलेर्क्टर से भी की थी मगर उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की थी, अभी कुछ दिन अहले ही जब गोसाई का ट्रान्सफर यहाँ से हुआ तो वो इन दलित छात्रों को देख लेने की धमकी देकर गया था, जिसका परिणाम उन पर हुई मारपीट से हुआ.."
इसके अलावा एक और दलित छात्र सुरेन्द्र कुमार कहते है की"पूर्व प्रिंसिपल ने यहाँ के छात्रों को फ़ोन कर कहा की वो इन दलित छात्रों को मारे पीटे जिससे उनके साथ ये घटना हुई समय पर पोइल्स को बुलाने से उनकी जान बच गयी वरना बहुत जान जा भी सकती थी"

सेंसरशिप लागू करेगा टि्वटर

सेंसरशिप लागू करेगा टि्वटर

वाशिंगटन। सोशल नेटवर्किग साइट पर पोस्ट होने वाले आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मचे हो- हल्ला के बाद टि्वटर ने घोषणा किया है कि वह टि्वटर पर आने वाले टि्वट्स पर सेंसर लागू करेगा। ज्ञात है कि भारत में सोशल नेटवर्किग साइट में किए जा रहे आपत्तिजनक पोस्ट को को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा हैं।

साइट पर पोस्ट के जरिए जानकारी देते हुए टि्वटर ने कहा कि हम दुनिया भर में आगे बढ़ रहे है। लेकिन टि्वटर पर किए जा रहे कमेंट्स पर लगाम लगाने की आवश्यकता हैं। सैन फ्रांसिस्कों की माइक्रो ब्लागिंग कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा कि हम सभी देशों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तौर पर अलग विचार लेकर प्रवेश कर रहे है। जिसके लिए सेंसर लगाना भी जरूरी हैं।

बताया जा रहा है कि टि्वटर ने सिर्फ कुछ देशों के कुछ कंटेट पर पांबदी लगाने की बात कही। उसने कहा कि जैसे जर्मनी में नाजी समर्थकों के कंटेट पर पांबदी लगाई जाएगी। हालांकि माइक्रो ब्लालिंग कंपनी ने यह साफ किया है कि हर देश में कंटेट पर पांबदी नहीं लगाई जा सकती। इसलिए वहां पर टि्वटर को बंद करने का फैसला किया गया हैं।

उल्लेखनीय है कि टि्वटर का यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले ही दावोस में गूगल कंपनी के चीफ ने कहा कि वेब को सेंसर करना मुश्किल हैं। इसके लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं।

800 पेटी शराब जब्त

800 पेटी शराब जब्त

पाली। राजस्थान में पाली जिले के सोजतसिटी में पुलिस ने एक ट्रक से अवैध शराब की करीब 800 पेटियां जब्त की हैं। बरामद शराब की कीमत 25 लाख रूपए से अधिक आंकी गई है।

पुलिस के अनुसार सुराग के आधार पर बीती देर रात सांडिया गांव के पास ब्यावर की ओर से आ रहे ट्रक की तलाशी ली गई। ट्रक में दाल के छिलकों की बोरियों के नीचे छुपा कर रखी गई विभिन्न ब्राण्ड की 800 पेटी शराब पाई गई जिसे जब्त कर लिया गया। उन्होंने बताया कि ट्रक चालक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर चालक की तलाश शुरू कर दी है।

कॉल गर्ल को पत्नी बता होटल लाया, वियाग्रा खाने से हुई मौत!

जालंधर. यहां के एक होटल से 21 साल के युवक की लाश बरामद होने से सनसनी मची हुई है। युवक की पहचान मनिंदर मेहरा के तौर पर की गई है जो किशनपुरा के निवासी तरसेम लाल का पुत्र बताया जा रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया है।
 
पुलिस के मुताबिक मनिंदर मदन फ्लोर मिल चौक के निकट स्थित होटल सिटी कैस्टल में एक कॉल गर्ल को पत्नी बताकर होटल में लाया और सेक्स करने के लिए गोलियां खा ली जिससे उसकी मौत हो गई। कॉल गर्ल ने सोचा कि युवक सो गया है तो वो कमरा छोड़कर चली गई। सुबह पता चला कि युवक मर गया हैं। युवक की लाश होटल के कमरे में नग्नावस्था में बरामद हुई।

एसीपी (सेंट्रल) नरेश डोगरा का कहना है कि ऐसी संभावना है कि युवक ने वियाग्रा लिया होगा। विसरा के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। एसीपी के मुताबिक पुलिस ने उस लड़की को जांच के लिए तलब किया है जिसे युवक होटल में लेकर आ गया था। इस सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया गया है।

होटलवालों ने किया फोन
होटल के कमरा नंबर-108 में ठहरे मनिंदर की बिस्तर पर नंगी हालत में पड़ी लाश देख कर कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। इस बीच मनिंदर के मोबाइल फोन पर फोन भी आया, लेकिन फोन पुलिस वाले ने उठाया। यहां से मनिंदर के दोस्त अमित को पता चला कि उसकी मौत हो गई थी।

दोस्‍त ने खोला राज
अमित ने पुलिस को बताया कि उसका दोस्त एक लड़की से मौज मस्ती करना चाहता था। इस लिए दोनों बुधवार रात बस्ती शेख की घास मंडी से एक लड़की को पांच हजार रुपए देकर लेकर आए थे। इस होटल में मनिंदर ने लड़की को पत्नी बता कर कमरा किराए पर लिया। अमित ने माना कि वह इस लड़की के साथ संबंध बनाकर चला गया था और उसके पास मनिंदर की मोटर साइकिल थी। उसे सुबह मनिंदर को होटल से लेने आना था।

पुलिस ने लड़की का पता लगाया और जब उससे पूछताछ कि तो उसने कबूल किया कि वह अमृतसर की रहने वाली है, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इस धंधे में है। लड़की ने पुलिस को बताया कि मनिंदर उसके साथ संबंध बनाने की इच्‍छा रखता था लेकिन उससे पहले उसने गोलियों का सेवन किया जिसके बाद मनिंदर बिस्तर पर एक तरफ कंबल लेकर सो गया। लड़की का कहना है कि तड़के उसकी आंख खुली तो वह होटल से निकल गई थी। उसने समझा था कि मनिंदर गहरी नींद में सो रहा है।

चुनाव खर्च के एवज में उम्‍मीदवारों ने की स्‍पीकर पर अंडे फेंकने की 'डील'

 

नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले निजी खबरिया चैनल इंडिया टीवी ने स्टिंग ऑपरेशन करके सियासी गलियारों में सनसनी फैला दी है। इंडिया टीवी ने यूपी में चुनाव लड़ रहे 11 उम्मीदवारों को कैमरे पर धड़ल्ले से चुनावी खर्च मांगते हुए दिखाया है। वह भी करोड़ों में।

बेनकाब होने वालों में तमाम पार्टियों- कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, बीजेपी, राष्ट्रीय लोकदल, पीस पार्टी के उम्‍मीदवार हैं। चुनाव आचार संहिता को किस तरह ठेंगा दिखाया जा रहा है, स्टिंग ऑपरेशन में उम्मीदवार खुद बता रहे हैं। इन उम्मीदवारों में शाहनवाज राणा, अंसारी, हरपाल सिंह, नरेंद्र सिसोदिया शामिल हैं।


स्टिंग ऑपरेशन में थाना भवन सीट से सपा के उम्मीदवार किरणपाल कश्यप ने 4 करोड़ रुपये की मांग करते हुए दिखाया गया है। वहीं, गंगोह से बीएसपी के उम्मीदवार ने अपने प्रतिनिधि के जरिए 2.5 करोड़ की मांग रखी है। नरेंद्र सिसोदिया ने अपने लेटरहेड पर 1.5 करोड़ रुपये की मांग की। शामली से सपा के उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह ने 1 करोड़ रुपये की मांग की


निजी समाचार चैनल के रिपोर्टर एक कॉरपोरेट घराने के प्रतिनिधि के तौर पर इन नेताओं से मिले और उनसे अपने लिए लॉबिंग करने की बात कही। इन सभी नेताओं ने चुनावी खर्च के लिए फंड की मांग करते हुए कॉरपोरेट घराने के पक्ष में नीतियां बनवाने, विधानसभा में हंगामा करने, विधानसभा अध्यक्ष पर चप्पल, अंडे, आलू फेंकने तक पर हामी भरी। कुछ नेताओं ने तो औद्योगिक घराने के की राह में रोड़ा बनने वाले लोगों को मारने तक का आश्वासन दे दिया। ज़्यादातर नेताओं ने कैमरे पर स्वीकार कर लिया है कि उन्होंने चुनाव में अब तक 16 लाख रुपये से खर्च कर चुके हैं। गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने पूरे चुनाव में कुल खर्च 16 लाख रुपये तय की है।

इस सनसनीखेज वीडियो के सामने आने के बाद चुनाव आयोग हरकत में आ गया है। उत्तर प्रदेश चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने कहा है कि वे मामले की जांच करेंगे। वहीं, सहारनपुर, प्रबुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारियों ने स्टिंग ऑपरेशन की सीडी की कॉपी मांगी है। कांग्रेस की प्रदेश ईकाई की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि जांच में अगर कांग्रेसी दोषी पाए गए तो उन पर कार्रवाई होगी।

बाड़मेर जन्हा बहूओ के सपने साकार कर रही हें सासू माए

बाड़मेर जन्हा बहूओ के सपने साकार कर रही हें सासू माए

बाड़मेर (राजस्थान)। भारतीय समाज में अक्सर सास की छवि बहुत नकारात्मक ढंग से पेश की जाती है। लेकिन राजस्थान के बाड़मेर जिले में बहुओं के सपने सास के कारण ही साकार हो रहे हैं। सामाजिक बदलाव के इस नए उदाहरण में गांवों में सरकारी नौकरियों के अवसरों ने योगदान दिया है।क्षेत्र की अनेक बहूओ ने ससुराल में रहते हुए सरकारी नौकरिया पाने में सफलता हासिल की हें ,

चैनी देवी (19) के माता-पिता ने कक्षा आठवीं के बाद उनका स्कूल छुड़ा दिया था और शादी कर दी थी। लेकिन आज वह अपनी सासू मां के प्रोत्साहन और गांव में सरकारी नौकरी की उम्मीद से स्नातक कक्षा की पढ़ाई कर रही हैं।

चैनी अकेली नहीं हैं। राजस्थान के बाड़मेर जिले में ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसरों के आकर्षण में कई शादीशुदा अनुसूचित जाती जनजातीय महिलाओं ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है।

अधिकांश मामलों में रोचक बात यह है कि इन महिलाओं के समर्थन में सबसे पहले उनकी सासू मां आई हैं, जिनकी भारतीय समाज में अक्सर एक नकारात्मक छवि बनी हुई है।

शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ने बताया, "2,000 से अधिक शादीशुदा महिलाएं ग्रामीण इलाकों में स्कूलों में आ रही हैं। इनमें से कुछ ऐसी हैं, जिनकी शादी बहुत ही कम उम्र में हो गई थी और वे किताब का मुह तक नहीं देख पाई थीं।

वे अपने पास-पड़ोस की उन महिलाओं का अनुसरण कर रही हैं, जिन्हें पढ़ाई करने के बाद सरकारी नौकरी मिल गई है।"

अधिकारी ने कहा, "ढेरों महिलाएं आंगनवाड़ी केंद्रों से जुड़ रही हैं। इन महिलाओं को ग्रामीण इलाकों के लिए शुरू की गई विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सहायकों के रूप में नियुक्त किया जा रहा है।"कई बहूए ग्राम सेवक ,पटवारी ,अध्यापिका ,आंगनवाडी कार्यकर्ता ,रोजगार सहायिका,सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी सेवाए दे रही हें ,यह बाड़मेर वो जिला हें जन्हा किसी समय पढ़ी लिखी महिला तो दूर पुरुष भी गिने चुने मिलते थे ,मगर आज इस सरहदी क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में आई क्रांति ने कहानी बदल कर रख दी ,


इन नौकरियों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता आठवीं पास है। चैनी देवी बाड़मेर की महिला महाविद्यालय से बीए कक्षा की पढ़ाई कर रही हैं। चैनी देवी ने कहा, "मुझे लगा था कि मैं अब दोबारा कभी स्कूल नहीं जा पाऊंगी।

मैंने आंगनवाड़ी कर्मी की नौकरी के लिए आवेदन किया था और मेरी मामूली शैक्षिक योग्यता के कारण मुझे नौकरी मिल गई। इससे मेरी सासू मां का उत्साह बढ़ा और उन्होंने मुझे फिर से स्कूल जाने के लिए विवश कर दिया।"

चैनी कहती हैं कि जब गांव की अन्य महिलाओं ने उन्हें नौकरी करते देखा तो उनका भी उत्साह बढ़ा।

चैनी देवी ने कहा, "यहां की महिलाएं आमतौर पर घूंघट में रहती हैं, लेकिन कई महिलाओं ने घूंघट हटा दिया है और अब वे स्कूल जाने लगी हैं।"

चैनी देवी ने कहा कि उनके कॉलेज में पढ़ाई करने वाली कम से कम दो दर्जन महिलाओं की शादी बचपन में ही हो गई थी।

इस नई प्रक्रिया ने पाकिस्तान के साथ लगे इस पश्चिमी जिले में सामाजिक बदलाव का सूत्रपात कर दिया है। अधिकांश महिलाएं 15 से 16 वर्ष उम्र की हैं।


रुखमा नामक एक अन्य महिला ने कहा कि इस इलाके में बदलाव पिछले तीन-चार साल से शुरू हुआ है। पार्वती ने कहा, "पहले शादीशुदा महिलाएं अपने घर का चौखट लांघने की कल्पना नहीं कर पाती थीं। बहुओं की तो बात दूर, बेटियों को पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई की अनुमति नहीं होती थी।"
उसने उन दिनों को याद किया जब उसका शिक्षिका बनने का सपना चूर-चूर हो गया था और उसके माता-पिता ने बहुत कम उम्र में उसकी शादी कर दी थी।

रुखमा ने कहा, "मेरे ससुराल के लोगों ने मुझे स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित किया। मैं 22 की उम्र में कक्षा 12वीं में हूं, लेकिन मैं हतोत्साहित नहीं हूं। मैं अपने सपने को साकार करने के लिए कम से कम बीएड करना चाहती हूं।"रुखमा आज बी एड कर सरकारी स्कूल में अध्यापिका लगी हें

प्रतिबंधित क्षेत्र में ....सरकार को नहीं मिली विशेष अपील की अनुमति

बाड़मेर में पाकिस्तान के सीमावर्ती प्रतिबंधित क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जमीन की खरीद-फरोख्त व नामांतरण के मामले में राज्य सरकार की अर्जियां राजस्व मंडल की एकलपीठ ने खारिज कर दी है। राज्य सरकार की ओर से इन अर्जियों के जरिए एकलपीठ से खंडपीठ में विशेष अपीलों पर सुनवाई के लिए अनुमति मांगी गई थी।

एकलपीठ के सदस्य बीएल नवल ने राज्य सरकार की विशेष अपीलों को देरी से पेश हुआ मानते हुए सुनवाई योग्य नहीं माना व अनुमति देने से इंकार कर दिया है।

एकलपीठ ने राज्य सरकार के 331 प्रकरण में विशेष अपील की सुनवाई के लिए भू राजस्व अधिनियम के तहत अनुमति की अर्जियों को खारिज कर दिया।

भू राजस्व अधिनियम की धारा 10 के तहत खंडपीठ के समक्ष विशेष अपील के लिए उसी एकलपीठ से अनुमति लिया जाना जरूरी है, जिसके फैसले को चुनौती दी जा रही है। एकलपीठ ने इस मामले में सरकार की ओर से प्रस्तुत इस तर्क को नामंजूर कर दिया कि सीमावर्ती प्रतिबंधित क्षेत्र में पीएसीएल कंपनी ने अपने एजेंटों के जरिए जमीन खरीदी थी।
 
एकलपीठ ने कहा कि इस स्तर पर सरकार को यह नया आधार प्रस्तुत करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। एकलपीठ ने कहा कि 14 अक्टूबर को हुए फैसले के खिलाफ अपील 30 दिवस में पेश होनी चाहिए थी, लेकिन सरकार ने देरी से 30 नवंबर को अपील पेश की है।

एकलपीठ के इस फैसले से सरकार का राजस्व मंडल में प्रकरण को चुनौती देने का रास्ता बंद हो गया है। खंडपीठ में अब सरकार की विशेष अपील पर सुनवाई नहीं हो पाएगी।

अब हाईकोर्ट का सहारा :

एकलपीठ के इस फैसले से सरकार का राजस्व मंडल में प्रकरण को विशेष अपील के जरिए चुनौती देने का रास्ता बंद हो गया है। अब राज्य सरकार को इस मामले में राजस्थान उच्च न्यायालय में रिट दायर करने का विकल्प बाकी है। राजकीय अभिभाषक रविकांत गुप्ता ने बताया कि एकलपीठ के आदेश की प्रति मिलने के बाद उस पर विचार विमर्श कर आगामी निर्णय किया जाएगा।


यह थी दोनों पक्षों की दलील :

इससे पहले सरकार की ओर से एकलपीठ के समक्ष पेश अर्जी में पीएसीएल कंपनी द्वारा जमीन खरीद का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था।

सरकार की ओर से पीएसीएल कंपनी द्वारा जमीन खरीद को लेकर पुलिस की जांच रिपोर्ट भी एकलपीठ के समक्ष पेश की गई। इन रिपोर्ट में जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर की सीआईडी को सौंपी गई 14 नवंबर 2007 और जिला कलेक्टर बाड़मेर को दी गई 17 फरवरी 2010 की रिपोर्ट शामिल है।

राज्य सरकार की दलील है कि पीएसीएल कंपनी ने एजेंटों के जरिए बड़े पैमाने पर सीमावर्ती प्रतिबंधित क्षेत्र में जमीन खरीद की है। ऐसे में ना तो खरीदारों को जमीन का कब्जा मिला ना ही उनका जमीन में सीधा हित है। इसलिए सेल डीड के आधार पर जो नामांतरण खोले गए वे निरस्त होने लायक हैं।

वहीं दूसरी ओर खरीदारों ने नामांतरण को वैध ठहराने संबंधी एकलपीठ के फैसले को सही बताते हुए कहा था कि सेल डीड में जमीन पर कब्जा सौंपने का साफ उल्लेख है इसलिए और किसी जांच की जरूरत नहीं है।


सरकार के पक्ष पर हुई देरी ! :

14 अक्टूबर को एकलपीठ के सदस्य बीएल नवल ने कुछ प्रकरणों में सरकार के खिलाफ निर्णय पारित करते हुए नामांतरण को वैध ठहराया था। इन निर्णयों की नकल के लिए सरकार की ओर से कार्रवाई कर विशेष अपील व उसके साथ अनुमति प्रदान करने की अर्जी प्रस्तुत कर दी गई।

सरकारी पक्ष की माने तो एकलपीठ के निर्णय की नकल लेने में जो समय लगा उसे छोड़ दिया जाए तो निर्धारित तीस दिवस के भीतर अपील प्रस्तुत कर दी गई थी। लेकिन एकलपीठ ने बुधवार को सरकार की अर्जी को खारिज करने का महत्वपूर्ण आधार अपीलों को पेश करने में हुई देरी को माना है।

कानूनविदों के अनुसार देरी हुई तो यह अत्यंत गंभीर है, क्योंकि सरकार के पास पर्याप्त समय था। देरी के तकनीकी बिंदु पर सरकार की अर्जी नामंजूर होना भी गंभीर मुद्दा है।


फ्लैश बैक.. :

राज्य के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में वर्ष 2005-06 में प्रतिबंधित क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जमीनों की खरीद फरोख्त हुई थी। इसमें वास्तविक खरीदारों के बजाय एक कंपनी द्वारा भुगतान के तथ्य उजागर हुए थे। प्रतिबंधित क्षेत्र में हुई खरीद-फरोख्त को तब विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बनाकर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बताते हुए कार्रवाई की मांग की थी।

इसके बाद तत्कालीन कई उप पंजीयकों को चार्जशीट भी दी गई थी। कई फौजदारी मुकदमे भी दर्ज हुए थे। सरकार की ओर से विवादित बेचाननामों को निरस्त कराने के लिए सिविल कोर्ट में दायर किए गए वाद अब भी लंबित हैं।

सांसद का नाम देख बिफरे विधायक

सांसद का नाम देख बिफरे विधायक

बालोतरा। बायतु विधायक सोनाराम चौधरी और क्षेत्रीय सांसद हरीश चौधरी के बीच छत्तीस का आंकड़ा बुधवार को कलह की वजह बन गया। एक उद्घाटन समारोह में शरीक होने आए बायतु विधायक सोनाराम को शिलापिका पर सांसद का नाम इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने भरे मजमे में हंगामा खड़ा कर दिया। अधिकारियों को इस गुस्ताखी के लिए सरे समारोह आड़े हाथों लिया।

ग्राम पंचायत संाभरा में बुधवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन का उद्घाटन था। समारोह आयोजक ग्राम पंचायत ने शिला पिका पर बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय सांसद हरीश चौधरी का नाम लिखवाया था। हालांकि वे यहां शरीक नहीं हुए। समारोह के अन्य अतिथि जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर,पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, प्रधान श्रीमती जमनादेवी गोदारा आदि भी यहां नहीं पहुंचे।

ग्राम पंचायत सांभरा पंचायत समिति बालोतरा के क्षेत्रान्तगर्त है,लेकिन विधानसभा क्षेत्र बायतु है। समारोह अध्यक्ष बायतु विधायक सोनाराम चौधरी तय समय पर यहां पहुंच गए। कुछ समय तक सारा कुछ ठीक चलता रहा,लेकिन शिलापिका के अनावरण का समय आया,माहौल बदल गया।शिलापिका पर क्षेत्रीय संासद हरीश चौधरी का नाम देखते ही विधायक का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने वहां खड़े अधिकारियों को काफी खरी खोटी सुनाई।

नदारद के नाम क्यों
मुख्यमंत्री का निर्देश है कि राजीव गांधी सेवा केन्द्रों का उद्घाटन जिला प्रभारी या क्षेत्रीय विधायक करें। समारोह मे जो व्यक्ति मौजूद नहीं है,उसके नाम लिखा जाना गलत है।
सोनाराम चौधरी विधायक, बायतु

केरल के राज्यपाल के निधन पर शोक में डूबा झारखंड

एमओएच फारूक 

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरुवार को केरल के राज्यपाल एमओएच फारूक के निधन पर शोक व्यक्त किया।

झारखंड के पूर्व राज्यपाल को श्रद्धांजलि देते हुए मुंडा ने कहा कि बतौर राज्यपाल अपने कार्यकाल में उन्होंने हमेशा राज्य के विकास के बारे में ही सोचा।

फारूक वर्ष 2010 में झारखंड के राज्यपाल थे। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने शुक्रवार को राजकीय शोक की घोषणा कर दी है। ध्वज को आधा झुका दिया जाएगा।

भंवरीदेवी प्रकरण के कारण अटका बालोतरा का पानी!



 भंवरीदेवी प्रकरण के कारण अटका बालोतरा का पानी!

बालोतरा  दिग्गजों को सलाखें दिखाने वाले बहुचर्चित भंवरीदेवी प्रकरण की मार से बालोतरा क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा। वर्षों से मीठे पानी के इंतजार में बेचैन बालोतरा के वाशिंदों को उम्मेदसागर-धवा योजना से मीठे पानी की लाइन स्वीकृत होने से आस जगी थी। मगर नागाणा से बालोतरा तक पाइप लाइन बिछाने वाले ठेकेदार के भंवरी मामले में उलझने से कार्य कुछ समय से एकदम ढीला पड़ गया था। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग अब इस कार्य को फिर से गति देने की कवायद में जुटा है। पर इसका असर यह जरूर हुआ कि जनवरी तक बालोतरा पहुंचने वाला पानी अब मार्च-अप्रेल तक पहुंच पाएगा। 

कहां व कैसे अटका कार्य: पोकरण-फलौदी-फलसूंड-बालोतरा नहरी पेयजल योजना में अभी काफी समय लगेगा यह तय हो जाने के बाद बालोतरा के वाशिंदों के लिए उम्मेदसागर-धवा-समदड़ी योजना से सीधी पाइप लाइन बिछाकर पानी पहुंचाने की योजना बनी। योजना के लिए 12.45 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए और अगस्त 2011 में कार्य भी शुरू हो गया। सब कुछ समय पर चल रहा था, कि भंवरी मामले की आंच पाइप लाइन बिछाने वाली फर्म डारा कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोपराइटर पप्पूराम डारा पर भी गिरी। सूत्रों के अनुसार सीबीआई उसे पूछताछ के लिए ले गई तो वह घबरा कर कुछ समय के लिए भूमिगत हो गया । उसका अकाउंट सीज हो जाने के चलते समय पर पाइप भी नहीं पहुंचे और काम बालोतरा से महज साढ़े दस किलोमीटर दूरी पर पचपदरा तक पहुंचकर अटक गया।

निर्धारित समय से करीब ढाई महीने देरी से बालोतरा पहुंचेगा उम्मेदसागर-धवा नहरी परियोजना का पानी,भंवरी मामले में उलझा ठेकेदार लंबे समय तक रहा भूमिगत, अब पाइप की कमी बनी रोड़ा


॥पचपदरा तक पाइप बिछ गए हैं, जिसकी टेस्टिंग शीघ्र हो जाएगी। पाइप पहुंच जाए तो बालोतरा तक लाइन बिछा दी जाएगी। रेलवे से बात हो गई है, शीघ्र ही स्वीकृति मिल जाएगी तो लाइन को पटरी पार कराने में कोई परेशानी नहीं होगी।ञ्जञ्ज

धर्मेंद्रसिंह परिहार, एक्सईएन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग।

पचपदरा. पाइप लाइन पचपदरा तक पहुंची।



आइये जाने की आपकी बिटिया का विवाह कब और कहाँ होगा..

आइये जाने की आपकी बिटिया का विवाह कब और कहाँ होगा..

Pt. DAYANANDA SHASTRI;
पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179


हमारे यहाँ कहावत है कि जोड़े स्वर्ग से तय होकर आते हैं और उनका मिलन पृथ्वी पर निर्धारित समय में विवाह-संस्कार से होता है| अर्थात सब कुछ विधि के विधान के अनुसार तय होने के बावजूद जब बेटी की उम्र 20-21 के पार हो जाती है तो मां-बाप की चिंताएं बढ़ने लगती है| दिन-रात उन्हें यही सवाल सालने लगता है कि हमारी लाडली के हाथ पीले कब होंगे?
उसे पति (वर) कैसा मिलेगा? ससुराल कैसी और कहां होंगी आदि| चिंता मत करिए ज्योतिष शास्त्र में आपके इन सवालों का जवाब है और आप खुद थोड़ी मेहनत करके इन बातों का जवाब जान सकते हैं|
ज्योतिष में लग्न कुंडली का प्रथम भाव जातक का स्वयं का होता है और इसके ठीक सामने वाला सातवां भाव जीवनसाथी का होता है| इस भाव से प्रमुख रूप से विवाह का विचार किया जाता है| इसके अलावा यह भी पता कर सकते हैं कि जीवनसाथी का स्वभाव कैसा होगा? उसका चरित्र कैसा होगा, ससुराल कैसी मिलेगी और वर-वधू में आपसी मित्रता कैसी रहेगी|

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केसा होगा जीवनसाथी का स्वभाव..????
सप्तम भावस्थ राश्यानुसार जीवनसाथी के सामान्य स्वभाव के बारे में जानें---
मेष: जिस कन्या के सप्तम भाव में मेष राशि होती है| उसका जीवनसाथी जमीन-जायदाद वाला होता है| इनका दांपत्य जीवन सुखी रहता है|
वृष: इनका जीवनसाथी सुन्दर और गुणवान होता है| मधुर-भाषी, काम-कला में प्रविण और पत्नी भक्त होता है|
मिथुन: सामान्य रंग रूप वाला, समझदार और उच्च विचारों वाला जीवनसाथी मिलता है| जीवनसाथी बातों में चतुर और व्यवसाय करने वाला होता है|
कर्क: सुन्दर, तीखे नाक-नक़्शे वाला जीवनसाथी मिलता है|
सिंह: अपनी बात मनवाने वाला और ईमानदार जीवनसाथी मिलता है|
कन्या: जिस कन्या के सप्तम भाव में कन्या राशि होती है, उसे सुन्दर और सुशील जीवनसाथी मिलता है| विवाह के बाद कन्या का भाग्योदय होता है|
तुला: सुशिक्षित, सुन्दर और मर्यादापूर्ण बात करने वाला, मुसीबत के समय पत्नी के साथ कदम मिलाकर चलने वाला जीवनसाथी मिलता है|
वृश्चिक: जिस कन्या के सप्तम भाव में वृश्चिक राशि होती है| उसका जीवनसाथी सामान्य शिक्षा, कठिन परिश्रमी, हर मुसीबत में हंसने वाला होता है|
धनु: अपने सम्मान को सर्वोपरि समझना, अपने आप पर गर्व करने वाला और साधारण परिवार का जीवनसाथी मिलता है|
मकर: पूजा-पाठ और पराशक्तियों में आस्था रखने वाला, अपने वायदे का पक्का, शौकीन प्रवृत्ति का जीवनसाथी मिलता है|
कुम्भ: भगवान में श्रद्धा रखने वाला, मर्यादित व्यवहार वाला जीवनसाथी मिलता है|
मीन: चंचल, गुणवान, धर्म के प्रति आस्थावान, सुन्दर, बातचीत में होशियार और कन्या के सौभाग्य में वृद्धि करने वाला जीवनसाथी मिलता है|
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कब होगा विवाह..???
प्रायः: माता-पिता की इच्छा यही होती है कि कन्या का विवाह कब होगा? इसका पता लगाने के लिए सप्तम भाव स्थित राशि, सप्तम भाव स्थित गृह व उस पर पड़ने वाली दृष्टियाँ, सप्तमेश की स्थिति व प्रकृति, सप्तमेश पर अन्य ग्रहों की दृष्टि व प्रभाव एवं महादशा आदि का विश्लेषण करते हुए निम्न बातों को ध्यान में रखते हुए विवाह के समय की गणना करें-
सप्तमेश शुभ ग्रह की राशी में बैठा हो, शुक्र अपनी स्वराशी या उच्च राशि में बैठा हो| शुक्र लग्न या केंद्र स्थान में बैठकर शुभ ग्रहों से युति कर रहा हो तो कन्या का विवाह शीघ्र होता है| इसके विपरीत होने पर विवाह में विलम्ब होता है|
सप्तमेश यदि सुभ ग्रह से युति नहीं कर रहा हो या 6 , 8 , 12 वें स्थान में हो, शुक्र व चन्द्रमा पर मंगल या शनि कि दृष्टि हो, 7 या 12 वें स्थान में पाप ग्रहों की युति हो या पंचम भाव में चन्द्रमा हो, सप्तम भाव में केतु हो व शुक्र की दृष्टि हो तो शादी देरी से होती है|
लग्नेश व सप्तमेश के स्पष्ट राशि व अंश जोड़ने पर जो राशि व अंश आते हैं, गोचर का बृहस्पति जब वहां आता है तो शादी का समय समझें|
राशीश (जन्म राशि) व अष्टमेश के योग तुल्य राशी व अंश पर जब गोचर का बृहस्पति आता है तो विवाह का समय समझें|
शुक्र व चन्द्रमा दोनों में से जो बलवान हो उसकी महादशा में गुरु, चन्द्र या शुक्र के प्रत्यंतर में विवाह होता है|
यदि सप्तमेश शुक्र के साथ हो तो सप्तमेश कि अन्तर्दशा में विवाह का योग बनता है| इसके अलावा सप्तम भाव स्थित ग्रह, भाग्येश व कर्मेश की अन्तर्दशा भी विवाह कारक होती है|
गोचर का गुरु लग्न कुंडली में 2 , 5 , 7 , 9 , 11 वें स्थान में आता है तो भी विवाह का समय शास्त्रों में माना गया है|
लग्न सप्तम व द्वितीय भाव में शुभ ग्रह हों एवं इन पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं हो तो शीघ्र विवाह होता है|
लग्नेश व सप्तमेश कुंडली में नजदीक हों तो विवाह शीघ्र होता है एवं दूर हो तो विवाह देरी से होता है| साथ ही शुक्र जिस राशि में बैठा हो, उस राशि के स्वामी की महादशा में, गुरु की अन्तर्दशा में विवाह योग बनते हैं|
कुंडली में सप्तमेश या शुक्र के साथ केंद्र स्थान में गोचरवश जब चन्द्रमा, बृहस्पति आते हैं तो विवाह होता है|
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जानिए की ससुराल कहां होगी ...????


ससुराल कि दिशा व स्थान का निर्धारण कुंडली में शुक्र कि स्थिति से किया जाता है| शुक्र यदि शुभ स्थान, राशि में हो व कोई भी पाप ग्रह उसे नहीं देख रहा हो तो ससुराल स्थानीय या आसपास होती है| यदि चतुर्थ भाव, चतुर्थेश व शुक्र किसी पाप ग्रह से देखे जा रहे हों या शुक्र 6 , 8 , 12 वें भाव में हो तो जन्म स्थान से दूर कन्या का ससुराल होता है| विवाह जन्म स्थान से किस दिशा में होगा इसका निर्धारण भी शुक्र से ही किया जाता है| कुंडली में जहां शुक्र स्थित है उस से सातवें स्थान पर जो राशि स्थित है उस राशि के स्वामी की दिशा में ही विवाह होता है| ग्रहों के स्वामी व उनकी दिशा निम्न प्रकार है:-
राशि स्वामी दिशा
मेष, वृश्चिक मंगल दक्षिण
वरिश, तुला शुक्र अग्नि कोण (दक्षिण-पूर्व)
मिथुन, कन्या बुध उत्तर
कर्क चंद्रमा वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम)
सिंह सूर्य पूर्व
धनु, मीन गुरु ईशान (उत्तर-पूर्व)
मकर, कुम्भ शनि पश्चिम


मतान्तर से मिथुन के स्वामी राहु व धनु के स्वामी केतु माने गए हैं तथा इनकी दिशा नैऋत्य (दक्षिण-पश्चिम) कोण मानी गयी है|
उदाहरण के लिए किसी कन्या का जन्म लग्न मेष है व शुक्र उसके पंचम भाव में बैठे हैं तो शुक्र से 7 गिनने पर 11 वां भाव आता है, जहां कुम्भ राशि है| इसके स्वामी शनि हैं| राशि कि दिशा पश्चिम है| इसलिए इस कन्या का ससुराल जन्म स्थान से पश्चिम दिशा में होगा| कन्या के पिता को चाहिए कि वह इस दिशा से प्राप्त विवाह प्रस्तावों पर प्रयास करें ताकि समय व धन की बचत हो|

वसंत पंचमी: विश्वविजय सरस्वती कवच से करें सरस्वती की उपासना

देवी सरस्वती ज्ञान, बुद्धि, कला व संगीत की देवी हैं। इनकी उपासना करने से मुर्ख व्यक्ति भी विद्वान बन सकता है। विश्वविजय सरस्वती कवच का नित्य पाठ करने से साधक में अद्भुत शक्तियों का संचार होता है। विद्यार्थियों के लिए यह विशेष फलदाई है। 
धर्मशास्त्रों के अनुसार भगवती सरस्वती के इन अदुभुत विश्वविजय सरस्वती कवच को धारण करके ही महर्षि वेदव्यास, ऋष्यश्रृंग, भरद्वाज, देवल तथा जैगीषव्य आदि ऋषियों ने सिद्धि पाई थी।



विश्वविजय सरस्वती कवच



श्रीं ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहा शिरो मे पातु सर्वत:।

श्रीं वाग्देवतायै स्वाहा भालं मे सर्वदावतु।।

ऊँ सरस्वत्यै स्वाहेति श्रोत्र पातु निरन्तरम्।

ऊँ श्रीं ह्रीं भारत्यै स्वाहा नेत्रयुग्मं सदावतु।।

ऐं ह्रीं वाग्वादिन्यै स्वाहा नासां मे सर्वतोवतु।

ह्रीं विद्याधिष्ठातृदेव्यै स्वाहा ओष्ठं सदावतु।।

ऊँ श्रीं ह्रीं ब्राह्मयै स्वाहेति दन्तपंक्ती: सदावतु।

ऐमित्येकाक्षरो मन्त्रो मम कण्ठं सदावतु।।

ऊँ श्रीं ह्रीं पातु मे ग्रीवां स्कन्धं मे श्रीं सदावतु।

श्रीं विद्याधिष्ठातृदेव्यै स्वाहा वक्ष: सदावतु।।

ऊँ ह्रीं विद्यास्वरुपायै स्वाहा मे पातु नाभिकाम्।

ऊँ ह्रीं ह्रीं वाण्यै स्वाहेति मम पृष्ठं सदावतु।।

ऊँ सर्ववर्णात्मिकायै पादयुग्मं सदावतु।

ऊँ रागधिष्ठातृदेव्यै सर्वांगं मे सदावतु।।

ऊँ सर्वकण्ठवासिन्यै स्वाहा प्राच्यां सदावतु।

ऊँ ह्रीं जिह्वाग्रवासिन्यै स्वाहाग्निदिशि रक्षतु।।

ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै बुधजनन्यै स्वाहा।

सततं मन्त्रराजोऽयं दक्षिणे मां सदावतु।।

ऊँ ह्रीं श्रीं त्र्यक्षरो मन्त्रो नैर्ऋत्यां मे सदावतु।

कविजिह्वाग्रवासिन्यै स्वाहा मां वारुणेऽवतु।।

ऊँ सदाम्बिकायै स्वाहा वायव्ये मां सदावतु।

ऊँ गद्यपद्यवासिन्यै स्वाहा मामुत्तरेवतु।।

ऊँ सर्वशास्त्रवासिन्यै स्वाहैशान्यां सदावतु।

ऊँ ह्रीं सर्वपूजितायै स्वाहा चोध्र्वं सदावतु।।

ऐं ह्रीं पुस्तकवासिन्यै स्वाहाधो मां सदावतु।

ऊँ ग्रन्थबीजरुपायै स्वाहा मां सर्वतोवतु।।

गुरुवार, 26 जनवरी 2012

नहीं आई शर्म, बाबा साहेब की मूर्ति को फिर किया अपवित्र

हैदराबाद| आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में गुरुवार को बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की एक मूर्ति को अज्ञात लोगों ने एक बार फिर अपवित्र कर दिया। एक सप्ताह से भी कम समय में इस तरह की यह दूसरी घटना है।
 
कई दलित संगठन इसके विरोध में प्रदर्शन कर करहे हैं। ज्ञात हो कि पूर्वी गोदावरी जिले के ही अमलापुरम कस्बे में सोमवार को अम्बेडकर की तीन मूर्तियों को अपवित्र कर दिया गया था। इससे उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो ही रही थी कि एक और घटना सामने आ गई।


ताजा घटना के बाद दलित संगठनों ने चेन्नई-भुवनेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध करना शुरू कर दिया। इस कारण देर तक यातायात ठप्प रहा। उन्होंने गणतंत्र दिवस समारोह स्थल के निकट प्रदर्शन किया और काला दिवस मनाया।


दलित संगठनों के नेताओं ने इस घटना को अंजाम देने में शामिल लोगों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की। निकटवर्ती राजामुंद्री कस्बे में भी प्रदर्शन किए गए।


किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल कस्बे के लिए रवाना हो गया है। इस बीच, मूर्तियों को अपवित्र किए जाने के बाद गत सोमवार को दो गुटों के बीच हुई झड़प के मद्देनजर आलमपुरम कस्बे में लागू निषेधाज्ञा जारी है।


राज्य सरकार ने गुरुवार को आलमपुरा में स्थिति का जायजा लेने के लिए मंत्रियों की एक टीम भेजने का फैसला लिया। मंत्रियों की चार सदस्यीय टीम मूर्तियों को अपवित्र किए जाने के बारे में तथ्यों का पता लगाने का प्रयास करेंगे।

राजस्थान की स्नेहा शेखावत ने रचा इतिहास

राजस्थान की स्नेहा शेखावत   ने रचा इतिहास

नई दिल्ली। राजस्थान के सीकर जिले की बेटी फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्नेहा शेखावत ने गुरूवार को दिल्ली में राजपथ पर 63वें गणतंत्र दिवस समारोह में वायुसेना की परेड का नेतृत्व कर एक नया इतिहास रच दिया। गणतंत्र दिवस पर वायु सेना दल का स्नेहा ने नेतृत्व कर पहली महिला पायलट बन गई हैं। फ्लाइल लेफ्टिनेंट शेखावत के साथ तीन फ्लाइंग अधिकारी हीना पोर, अनुपम चौधरी और पूजा नेगी ने भी एयर फोर्स के मार्चं धुन पर कदम से कदम मिला कर नया इतिहास कायम किया।

63वें गणतंत्र दिवस पर वायु सेना का नेतृत्व महिला कमांडर के द्वारा किए जाने पर दर्शकों ने भी खुशी व्यक्त की। उल्लेखनीय है कि एयरो विमान की पायलट स्नेहा फिलहाल हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात हैं।

महावीर सिंह व जड़ाव कंवर की बेटी स्नेहा के पति भी फ्लाइट लेफ्टिनेंट हैं। महावीर सिंह गुुजरात के राज्यपाल कार्यालय में सचिव हैं।
स्नेहा के दादा सायर सिंह व बहन मुकेश ने बताया कि जैसे ही स्नेहा के परेड की अगुवाई करने की सूचना मिली, पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई।

अग्निपथ ....संजय के फैन है तो अपने चहेते स्टार की इस फिल्म को मिस ना करें


करीब दो दशक पहले यश जौहर ने अमिताभ बच्चन को लीड रोल में लेकर अग्निपथ बनाई थी। उस वक्त इस फिल्म कोबॉक्स ऑफिस पर औसत कामयाबी मिली थी। दरअसल , इस फिल्म में अमिताभ ने अपनी आवाज के साथ अलगएक्सपेरिमेंट किया और फिल्म में अलग अंदाज से डॉयलाग बोले। उस वक्त अमिताभ के फैंस को अपने चहेते स्टार का यहअंदाज जमा नहीं और फिल्म बी व सी क्लास सेंटरों के बॉक्स ऑफिस पर औसत से भी कमजोर रही। करीब 22 साल बादकरन जौहर ने अपने स्वर्गीय पापा की इस फिल्म को नए सिरे से बनाने का फैसला किया तो उस वक्त कई लोगों को यहफैसला इसलिए खटका कि जब अमिताभ बच्चन जैसे नामी स्टार की अग्निपथ बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर पाईथी तो अब करण ऐसा क्या करिश्मा करेंगे कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट साबित हो जाएगी।

करन ने इन अटकलों पर ध्यान नहीं दिया और करीब 8 महीने में इस मेगा बजट मल्टि - स्टारर फिल्म को पूरा करदिखाया। यकीनन , जब भी किसी फिल्म का रीमेक बनाया जाता है तो पिछली फिल्म की तुलना नई फिल्म के साथ जरूरहोती है। यहीं वजह है , यंग डायरेक्टर करण मल्होत्रा की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म की तुलना नब्बे के दशक केदिग्गज डायरेक्टर मुकुल एस आंनद द्वारा निर्देशित फिल्म के साथ हो रही है। करन जौहर के पापा यश जौहर को अग्निपथइस कदर पसंद थी कि बीमारी के दिनों में भी यश जब भी रिलेक्स फील करते तो इसी फिल्म को अस्पताल के बेड पर लेटेहुए देखा करते थे। यहीं वजह रही करन ने पापा की पसंदीदा फिल्म का रीमेक बनाने में दिल खोलकर पैसा खर्च किया।बेशक , करन ने फिल्म में कुछ बदलाव भी किए है लेकिन पिछली फिल्म की मूल कहानी को टच नहीं किया। फिल्म मेंसैकड़ों लोगों की मौजदूगी में फिल्माए स्टंट ऐक्शन सीन्स का जवाब नहीं। फिल्म के कैमरामैन की तारीफ करनी होगी किजिन्होंने फिल्म के हर फ्रेम पर खूब मेहनत की है।

कहानी : कहानी मुंबई - गोवा सीमा से सटे मांडवा गांव से शुरू होती है। इस छोटे से गांव में रहने वाले विजय दीनानाथचौहान ( रितिक रोशन ) को उसके आदर्शवादी और ईमानदार स्कूल प्रिंसिपल पिता ( चेतन पंडित ) ने बचपन में हीईमानदारी और आर्दशों का ऐसा पाठ पठाया , जिसने नन्हें विजय की सोच के नजरिया ही बदल दिया। विजय की जिंदगीमें उस वक्त अचानक भूचाल सा आता है जब ड्रग डीलर कांचा ( संजय दत्त ) बरसों बाद एकबार फिर गांव लौटता है।कांचा को जितनी नफरत अपनी डरावनी शक्ल से है उससे कहीं ज्यादा नफरत ऐसे लोगों से है जो उसकी बात नहीं मानते।मांडवा आकर कांचा को लगता है गांव में अपना दबदबा बनाने के लिए स्कूल प्रिसिंपल को अपने रास्ते से हटाना होगा।कांचा एक षड्यंत्र में विजय के पिता को फंसाकर गांव वालों के सामने फांसी पर लटकाकर मार डालता है। विजय अपनीमां के साथ गांव छोड मुंबई पहुंचता है , अब उसकी जिंदगी का मकसद अपने पिता के नाम पर कांचा द्वारा लगाए गए दागको साफ करना और कांचा को उसके गुनाह की सजा देना है।

मुंबई पहुंचे 12 साल के विजय का सामना जब रऊफ लाला ( ऋषि कपूर ) से होता है तो उसे लगता है गुनाह की दुनियामें अपना अलग मुकाम रखने वाला और कांचा से बेपनाह नफरत करने वाला रऊफ उसे उसकी मंजिल तक पहुंचा सकताहै। कांचा तक पहुंचने के रास्ते में विजय को ना जाने क्या कुछ नहीं करना पड़ता है। कानून तोड़ना और लाला के हरगैरकानूनी काम में उसका सबसे करीबी साथी बना विजय अब गुनाह की दुनिया में पहचान बना चुका है। विजय को हरमोड़ पर उसकी बचपन की दोस्त काली गावड़े ( प्रियंका चोपड़ा ) का साथ मिलता है , लेकिन अपनों का नहीं। करीब 15साल बाद विजय एक बार फिर मांडवा पहुंचता है जहां उसका सामना कांचा से होता है।

ऐक्टिंग : खलनायक , वास्तव , और मुन्ना भाई सीरीज की दो फिल्मों के बाद संजय दत के लिए यह फिल्म उनके करियरके लिए एक बडा टर्निंग पॉइंट्स है। कांचा के रोल में संजय दत्त ने खुद को ऐसा ढाला है कि दर्शकों को फिल्म में स्टार्ट टुलास्ट संजय कांचा दिखाई देता है। सदाबहार फिल्म शोले के विलेन गब्बर सिंह के साथ कांचा की तुलना की जा सकती हैजिन्हें हॉल में बैठे दर्शकों की नफरत के अलावा कुछ और नहीं मिलता। वहीं , अमिताभ बच्चन और रितिक रोशन कीतुलना करे तो विजय दीनानाथ के रोल के मामले में अमिताभ का पलड़ा कहीं ज्यादा भारी है। फिल्म की शुरुआत मेंरितिक की डायलॉग डिलीवरी और उनके चेहरे के एक्सप्रेशन कमजोर हैं , वहीं आखिरी 50 मिनट की फिल्म में रितिक नेसंजय को टक्कर देने की अच्छी कोशिश की है। काली गावड़े के रोल में प्रियंका चोपड़ा पूरी तरह परफेक्ट है। एक आइटमसॉन्ग में नजर आई कटरीना कैफ ने जब स्क्रीन पर अपने लटके झटके दिखाए तब हॉल में खूब सीटियां बजीं।

डायरेक्शन : करण मल्होत्रा अपने काम में पूरी तरह से कामयाब रहे। करण ने कांचा के कैरक्टर को जिस दमदार ढंग सेपेश किया और स्टार्ट टु लास्ट फिल्म के दो लीड किरदारों विजय दीनानाथ और कांचा को जिस अंदाज में पेश कियाकाबिले तारीफ है। वहीं , अगर करण चाहते तो तीन घंटे लंबी इस फिल्म को आसानी से तीस मिनट कम किया जा सकताथा।

संगीतः कटरीना पर फिल्माए आइटम सॉन्ग चिकनी चमेली को छोड़ दिया जाए तो बाकी गानों में दमखम नहीं। हां ,अजय - अतुल की जोड़ी ने स्टोरी और कहानी की पृष्ठभूमि के अनुकूल संगीत दिया है।

क्यों देखें : अगर आप संजय के फैन है तो अपने चहेते स्टार की इस फिल्म को मिस ना करें। कांचा के रोल में संजय काजीवंत अभिनय और उनकी पावरफुल डायलॉग डिलीवरी का जवाब नहीं। रितिक का मासूम चेहरा और आखिरी पचासमिनट की फिल्म में रितिक की गजब ऐक्टिंग और बिना डुप्लिकेट यूज किए रितिक के गजब स्टंट और ऐक्शन सीन्स। दबंग, बॉडीगार्ड के बाद ऐसी फिल्म जो ऐक्शन फिल्मों के शौकीनों को अपसेट नहीं करेगी।

भंवरी केस में नया किरदार रामदेव, रेशमा का समर्पण

 

जोधपुर.भंवरी के अपहरण और हत्या की साजिश में शामिल लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई की बहन इंद्रा के साथ फरार हुए रेशमाराम विश्नोई ने गुरुवार सुबह सीबीआई के समक्ष समर्पण कर दिया। रेशमाराम भी पिछले ढाई माह से फरार चल रहा था। रेशमाराम के आने से इंद्रा के समर्पण की संभावना भी बढ़ गई है।

रेशमाराम पेशे से सरकारी शिक्षक है। वह इंद्रा के साथ ही रहता था और उसका घर भी मधुबन हाउसिंग बोर्ड में इंद्रा के मकान के पास है। रेशमाराम भंवरी के अपहरण की साजिश में इंद्रा का सहयोगी रहा है। पैसों के लेन-देन, मलखान-भंवरी का विवाद और इंद्रा के घर हुई साजिश की हर बात की जानकारी रेशमाराम को भी है। सीबीआई पिछले कई दिनों से उसकी तलाश में छापे मार रही थी। चार दिन पहले उसके व उसके भाइयों के घर तलाशी भी ली थी।



बुधवार को जैसे ही इंद्रा के भतीजे पुखराज व दिनेश गिरफ्तार हुए, गुरुवार सुबह रेशमाराम भी सर्किट हाउस पहुंचा और सीबीआई के समक्ष समर्पण कर दिया। रेशमाराम से इंद्रा का सुराग लग सकता है और दबाव में इंद्रा समर्पण भी कर सकती है।



इससे पहले बुधवार को भंवरी के अपहरण और हत्या की साजिश में लिप्त फरार चल रहे आरोपी दिनेश विश्नोई और पुखराज पकड़े गए थे। सीबीआई ने दोनों को कोर्ट में पेश कर 30 जनवरी तक रिमांड पर लिया है।
इस बीच भाजपा के पूर्व नेता और ओसियां में महिपाल मदेरणा के सामने चुनाव लड़े शंभूसिंह खेतासर से भी पूरे दिन पूछताछ की गई। वहीं भंवरी जिस बस में रोजाना आती-जाती थी, उसके कंडक्टर रामदेव के भी मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराए गए हैं।
भंवरी और रामदेव के नजदीकी रिश्ते बताए जाते हैं। भंवरी की कॉल डिटेल से पता चला था कि उन दोनों के बीच रोजाना 30-40 बार बातें होती थी।

वाह! पुलिस... लुटेरे को ही लूट लिया

जालोर के रानीवाड़ा थाने के एएसआई ने ऐसी करतूत कर डाली जिससे पूरा पुलिस महकमा शर्मसार हो गया। इस एएसआई ने लूट के आरोपी से ही दो हजार रुपए की रिश्वत मांग ली और लुटेरे की तलाशी में मिले 1780 रुपए बतौर रिश्वत अपने पास रख लिए। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने उसे रंगे-हाथों पकड़ लिया, अब उसे मजिस्टे्रट के समक्ष पेश किया है।


एसीबी के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि एएसआई शिवाराम ने कुछ समय पहले लूट के आरोपी अशोक कुमार को पकड़ा था। उसकी तलाशी में हाथघड़ी, मोबाइल और 2280 रुपए बरामद हुए थे। यह सामान मालखाने में जमा करने के बजाय एएसआई ने अपने पास रख लिए। इन सामान व रुपयों को लौटाने के लिए उसने अशोक कुमार से 2 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। एसीबी में शिकायत होने पर एएसआई को ट्रेप करने की योजना बनाई गई। जैसे ही अशोक रिश्वत के 2 हजार रुपए लेकर एएसआई के पास पहुंचा, एएसआई ने हाथघड़ी व मोबाइल के साथ 500 रुपए लौटाए और 1780 रुपए बतौर रिश्वत अपने पास रख लिए।

महिला जिला कलेक्टर साफा पहन ने ली सलामी


महिला जिला कलेक्टर साफा पहन ने ली सलामी 


गणतन्त्र दिवस हर्षोल्लास से मनाया 


बाडमेर, 26 जनवरी। गणतन्त्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह गुरूवार को आदर्श स्टेडियम में हर्षोल्लास से मनाया गया। समारोह की मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने प्रातः 9 बजे ध्वजारोहरण कर परेड का निरीक्षण किया तथा मार्च पास्ट की सलामी ली। आज के समारोह का मुख्य आकशर्शण जिला कलेक्टर डॉ वीणा प्रधान थी जिन्हाकनक घ्वजारोहण के समय परम्परागत राजस्थानी साफा पहना।आजादी के बाद बाडमेर में यह पहला अवसर था जब महिला कलेकटर नें गणतंत्र दिवस पर घ्वजारोहण किया। 
इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने सभी को गणतन्त्र दिवस की शुभकामनाए दी तथा शहीदों को नमन किया। गणतन्त्र दिवस के अवसर पर आयोजित मार्च पास्ट में परेड कमाण्डर पुलिस इन्सपेक्टर मोहनसिंह के नेतृत्व में बी.एस.एफ., राजस्थान पुलिस, अरबन होम गार्ड, सीनियर व जूनियर एन.सी.सी. केडेट्स, राश्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाएं एवं स्वयं सेवक, स्काउट और गाइड दल की टुकडियों ने परेड में हिस्सा लिया। मार्च पास्ट के पश्चात अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित द्वारा महामहिम राज्यपाल के सन्देश का पठन किया गया। 
इसके पचात जिले की विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के लगभग 2000 छात्रछात्राओं द्वारा व्यायाम प्रदर्शन किया गया तथा इन्ही छात्र छात्राओं द्वारा सामुहिक गान की भानदार प्रस्तुति दी गई। सामूहिक गान के पश्चात 200 से अधिक स्काउट द्वारा आकशर्क पिरामिड का प्रदर्शन किया गया। इसी कडी में समारोह की मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान द्वारा जिले में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले लोगों को जिला प्रशासन की तरफ से प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दो भक्ति गीत की प्रस्तुति के बाद में रंग बिरंगे परिधानों से सुसज्जित करीब 150 बालिकाओं द्वारा सामूहिक लोक नृत्य ॔॔ हम है भारत की जाबाज नारी ...॔॔ प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अन्त में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं तथा सरकारी विभागों द्वारा अलग अलग विषयों पर तैयार झांकियों का प्रदार्न किया गया। 
समारोह में जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर, विधायक मेवाराम जैन, पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके समेत पुलिस, प्रशासन, सेना, वायुसेना, बीएसएफ के अधिकारी, जन प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया। प्रातः कालीन कार्यक्रम की कमेन्ट्री प्रवक्ता मुको पचौरी तथा श्रीमती रक्षिता नैगी द्वारा की गई। 
समूचे जिले में गणतन्त्र दिवस पूर्ण हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य चौराहों एवं सरकारी भवनों पर आकर्षक रोशनी की व्यवस्था की गई थी। 
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जिला कलेक्टर की हठधर्मिता के चलते मिडिया कर्मियों ने गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह का किया बहिष्कार

जिला कलेक्टर की हठधर्मिता के चलते मिडिया कर्मियों ने गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह का किया बहिष्कार


जैसलमेर- जैसलमेर के जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद स्वामी की कार्यप्रणाली को लेकर स्थानीय मिडिया कर्मियों में इतना आक्रोश फैला कि जैसलमेर के मिडिया कर्मियों ने गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह का बहिष्कार करने का निर्णय लिया. जिसके चलते आज मुख्य समारोह स्थल पर मिडिया कर्मियों के लिए आरक्षित स्थल खाली नज़र आया.


हुआ यूँ कि गणतंत्र दिवस पर उल्लेखनीय व सराहनीय कार्यों के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रतिवर्ष एक दो मिडिया कर्मियों को सम्मानित किये जाने कि परंपरा है. इसी कड़ी में इस बार भी मिडिया कर्मियों द्वारा एक प्रस्ताव जिला कलेक्टर को भेजकर एक न्यूज़ चेनल के संवाददाता को सम्मानित किये जाने कि मांग कि, जिस पर जिला प्रशासन द्वारा हमेशा कि भांति गठित कमिटी कि बैठक के बाद 36 नाम सम्मानित सूची में डाले गए जिसमे से एक नाम न्यूज़ चेनल के संवाददाता का भी था. ज्योंही यह सूची जारी हुई त्योंही जिला कलेक्टर द्वारा इस सूची को मंगवाकर न्यूज़ चेनल के संवाददाता का नाम उस लिस्ट में से हटाने के लिए निर्देशित किया गया. जिला कलेक्टर कि इस कार्यप्रणाली को लेकर यहाँ के मिडिया कर्मियों में काफी आक्रोश है. जिला कलेक्टर द्वारा नाम लिस्ट से हटवाए जाने के निर्णय पर मिडिया कर्मियों ने तुरंत जिला कलेक्टर से संपर्क किया पर जिला कलेक्टर ने सूची से नाम हटवाने के बारे में कोई संतोषजनक जवाब न देने पर मिडिया कर्मियों ने गणतंत्र दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों में शामिल न होने का निर्णय लिया .
जिसके चलते आज जिला प्रशासन द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के समारोह स्थल पर मिडिया कर्मियों का आरक्षित स्थल खाली नज़र आया.

गणतंत्र दिवस: राष्ट्रपति ने फहराया तिरंगा, जश्न



देश के 63वें गणतंत्र दिवस के मौके पर गुरुवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने राजपथ पर तिरंगा फहराया और इस मौके पर आज राजपथ पर राष्ट्रपति ने परेड की सलामी ली। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में थाईलैण्ड की पहली महिला प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इससे पहले राष्ट्रपति ने इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भी अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

गणतंत्र दिवस समारोह में इस साल सबके आकर्षण का केंद्र होगी 150 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली प्रहार मिसाइल। परमाणु हथियार ले जाने वाली यह बैलिस्टिक मिसाइल जमीन से जमीन पर मार कर सकती है। डीआरडीओ ने इसे विकसित किया है। वहीं, अग्नि 4 मिसाइल का भी औपचारिक प्रदर्शन होगा। 3000 किलोमीटर तक मार करने वाली यह मिसाइल सबसे अहम हथियारों में से एक है। मानव रहित विमान रुस्तम भी लोगों को लुभाएगा। यह विमान 250 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। इसके अलावा पहली बार रॉकेट लॉन्चर पिनाका और अत्याधुनिक जैमर भी लोग देखेंगे।
India celebrates 63rd Republic Day 


प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से ट्विटर पर दिए गए बधाई संदेश में गणतंत्र दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर आईबी के आतंकी हमले के अलर्ट के बाद राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में चौकसी बढ़ा दी गई है।

राज्यपाल ने फहराया तिरंगा

राज्यपाल ने फहराया तिरंगा

जयपुर। 63वें गणतंत्र दिवस पर राजस्थान में राज्य स्तरीय समारोह यहां एसएमएस स्टेडियम में हुआ। सुबह 9:30 बजे राज्यपाल शिवराज पाटिल ने तिरंगा फहराया।
इसके बाद उन्होंने परेड की सलामी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर सिविल लाइंस स्थित अपने राजकीय निवास पर प्रात: 7 बजे झंडारोहण किया। गहलोत को आर.ए.सी. की चतुर्थ बटालियन के कंपनी कमांडर सत्यप्रकाश के नेतृत्व में टुकड़ी ने सलामी दी।

मुख्यमंत्री ने सलामी गारद का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री कार्यालय एवं निवास पर कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी और मुंह मीठा करवाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्रीमत पांडेय, पुलिस महानिरीक्षक मुख्यमंत्री सतर्कता एवं सुरक्षा सौरभ श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सचिव रजत मिश्र, मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता गहलोत, उनके पुत्र वैभव गहलोत सहित बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री कार्यालय एवं निवास के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

भावी पीढ़ी को सुरक्षित गणतंत्र सौंपें
विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा है कि हम भारतीय संविधान के मान सम्मान की रक्षा करें और देश की भावी पीढ़ी के हाथों में सुरक्षित गणतंत्र सौंपे। शेखावत गणतंत्र दिवस के अवसर पर गुरूवार को राजस्थान विधानसभा में ध्वजारोहण करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम उन शहीदों को भी याद करें जिन्होंने हमें आजादी दिलायी और हमें गणतंत्र की ओर अग्रसर किया।

लोकतंत्र मजबूत करने में हर व्यक्ति की भागीदारी
राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. बी.डी. कल्ला ने देश की अखण्डता एवं एकता को चुनौती देने वालों से सावधान रहते हुए ऎसी ताकतों का मुंहतोड़ जवाब देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि संविधान प्रदत्त आदर्शों का अनुसरण कर लोकतंत्र को मजबूत बनाने में हर व्यक्ति की भागीदारी जरूरी है। डॉ. कल्ला गुरूवार को यहां वित्त भवन में गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण करने के बाद उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष ने इस अवसर पर कोषालयों में एकीकृत वित्त प्रबंध प्रणाली लागू करने तथा सराहनीय कार्य करने के लिए 19 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।

राजपथ पर बिखरे राजस्थानी रंग

राजपथ पर बिखरे राजस्थानी रंग

जयपुर। नई दिल्ली में राजपथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में राजस्थान की बहुरंगी छटा देखने को मिली। परेड में निकली केन्द्र एवं राज्यों की 23 झांकियों में राजस्थान की ऎतिहासिक आमेर किले की झांकी ने राज्य का प्रतिनिधित्व किया। इस झांकी के माध्यम से राजस्थान की ऎतिहासिक एवं सांस्कृतिक वैभव की छवि प्रदर्शित की गई। गुलाबी रंग से सजी इस झांकी की परिकल्पना यूनिस्को द्वारा विश्व धरोहर संरक्षित सूची में आमरे किले को शामिल करने के प्रस्ताव के संदर्भ में की गई है।

परेड में चटख राजस्थानी रंगों से सजे धजे और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस में स्थान बनाने वाले दुनिया के एक मात्र कैमल बैंड की छटा देखते ही बनी। वर्ष 1986-87 में स्थापित हुआ यह ऊंट बैंड दस्ता सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) के जवानों से सुसज्जित था। कैमल बंैड की ओर से राजपथ पर छोड़ी जाने वाले राष्ट्रभक्ति की धुनों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

परेड में शामिल हुआ राजस्थान का बहादुर
गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित देश के 24 बहादुर बच्चे शामिल हुए। इनमें सबसे कम उम्र का जैसलमेर जिले के सिंह की ढाणी (ग्राम प्रतापगढ़)निवासी सात वर्षीय बहादुर बालक मास्टर डूंगर सिंह भी शामिल हुआ।

सुर संगम में आज - सारंगी की सुरमई तान

पश्चिमी राजस्थान में एक कहावत प्रचलित है - ''ताल मिले तो पगाँ रा घुंघरु बाजे'' अर्थात गायकी के साथ यदि सधा हुआ संगतकार (साथ वाद्य बजाने वाला) हो तो सुननेवाला उस गीत-संगीत में डूब जाता है। राजस्थानी लोक संस्कृति में लोक वाद्यों का काफ़ी प्रभाव रहा है। प्रदेश के भिन्न-भिन्न अंचलों में वहाँ की संस्कृति के अनुकूल स्थानीय लोक वाद्य खूब रच-बसे हैं। जिस क्षेत्र में स्थानीय लोक कला एवं वाद्यों को फलने-फूलने का अवसर मिला है वहाँ के लोक वाद्यों की धूम देश के कोने-कोने से लेकर विदेशों तक मची है। इन्हीं वाद्य यंत्रों में एक प्रमुख वाद्य यंत्र है - ''सारंगी''। सुर-संगम के २४वें साप्ताहिक अंक में मैं, सुमित चक्रवर्ती सभी श्रोता-पाठकों का अभिनंदन करता हूँ।

सारंगी शब्द हिंदी के 'सौ' और 'रंग' शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ है सौ रंगों वाला। ऐस नाम इसे इस्लिए मिला है कि इससे निकलने वाले स्वर सैंकड़ों रंगों की भांति अर्थवत और संस्मरणशील हैं। सारंगी प्राचीन काल में घुमक्कड़ जातियों का वाद्य था। मुस्लिम शासन काल में यह नृत्य तथा गायन दरबार का प्रमुख वाद्य यंत्र था। इसका प्राचीन नाम ''सारिंदा'' था जो कालांतर के साथ ''सारंगी'' हुआ। राजस्थान में सारंगी के विविध रूप दिखाई देते हैं। मीरासी, लाँगा, जोगी, मांगणियार आदि जाति के कलाकारों द्वारा बजाये जाने वाला यह वाद्य गायन तथा नृत्य की संगीत की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। संगत वाद्य के साथ सह स्वतंत्र वाद्य भी हैं। इसमें कंठ संगीत के समान ही स्वरों के उतार-चढ़ाव लाए जा सकते हैं। वस्तुत: सारंगी ही ऐसा वाद्य है जो मानव के कंठ के निकट है। सांरगी शास्त्रीय संगीत का भी एक प्रमुख संगति वाद्य है। परंतु एकल वाद्य के रूप में भी सारंगी बहुत मनोहारी सुनाई पड़ती है। पं.राम नारायण,साबरी ख़ाँ,लतीफ़ख़ाँ और सुल्तान ख़ाँ जैसे कई उस्ताद सारंगी का प्रयोग शास्त्रीय संगीत में करते रहे हैं।


"एक चांटे से आ जाएगा दिमाग ठिकाने"

"एक चांटे से आ जाएगा दिमाग ठिकाने"

रालेगण सिद्धी। अन्ना हजारे ने एक बार फिर विवादित टिप्प्णी की है। अन्ना ने कहा है कि जब
किसी व्यक्ति के भ्रष्टाचार सहन करने की ताकत खत्म हो जाती है तो उसके पास थप्पड़ के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचता।

आम आदमी की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई पर आधारित फिल्म "गली गली चोर है" देखने के बाद अन्ना ने कहा, जब किसी व्यक्ति के भ्रष्टाचार सहन करने की ताकत खत्म हो जाती है तो सामने कोई भी हो उसे एक थप्पड़ जड़ देने से सामने वाला का दिमाग सही हो जाता है। अब केवल यही रास्ता बचा है।

मंगलवार को अन्ना के लिए इस फिल्म का विशेष शो आयोजित किया गया था। गौरतलब है
कि अन्ना ने गत 24 नवंबर को केंद्रीय मंत्री शरद पवार को थप्पड़ पड़ने पर कहा था, बस एक ही मारा?

भंवरी सेक्स सीडी सौदा, अब भंवर में पूर्व बीजेपी नेता!

जोधपुर.सीबीआई ने बुधवार को भाजपा के पूर्व नेता व पिछली बार मदेरणा के सामने ओसियां से विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले शंभूसिंह खेतासर को सर्किट हाउस बुलाया। खेतासर से पूरे दिन गहन पूछताछ की गई। बताया जाता है कि सीबीआई को संदेह है कि भंवरी के अपहरण के बाद हुए आंदोलनों में खेतासर ने सहयोग किया था। इसके अलावा भंवरी और मदेरणा की आपत्तिजनक सीडी के सौदे के संबंध में भी उनसे पूछताछ की जा सकती है।

इंद्रा-रेशमाराम का सुराग नहीं लगा:

सीबीआई को अब लूणी विधायक मलखानसिंह की बहन इंद्रा विश्नोई और उसके सहयोगी रेशमाराम की तलाश है। ये दोनों भी करीब ढाई माह से फरार हैं और उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुके हैं। पिछले चार दिन से इन दोनों की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है, मगर उनका सुराग नहीं लगा है।

केसरियामय हुओ आपणौ जैसाणौ


केसरियामय हुओ आपणौ जैसाणौ

जैसलमेर यूरोप के इतिहासकार एल्फिस्टन ने लिखा है कि राजपूत लोहे से कटने वाले नहीं है, वे कटना व मरना नहीं जानते हैं। संत धर्मबंधु महाराज ने कहा कि राजपूत जब सभ्यता से विमुख हो रहे थे तब तनसिंहजी ने उन्हें मार्गदर्शन दिया। धर्मबंधु महाराज राजपूत छात्रावास में आयोजित तनसिंह जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। क्षत्रिय युवक संघ की ओर से बुधवार को भव्य समारोह आयोजित किया गया। समारोह में आसपास के जिलों व गांवों से 20 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया।तनसिंहजी के बताए मार्ग पर चलने के लिए अतिथियों ने उपस्थित हजारों लोगों से आह्वान किया। कार्यक्रम में संत धर्मबंधु जी महाराज मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। मंचासीन अतिथियों में संघ प्रमुख भगवानसिंह व पूर्व महाराव बृजराज सिंह भी शामिल थे।धर्मबंधु महाराज ने कहा कि प्राचीन ग्रंथ ऋगवेद है और प्राचीन भाषा संस्कृत। जिसे विश्व के कई ग्रंथों ने माना है। ढाई अरब लोग बाइबिल को मानते हैं जिसमें भी यही लिखा है कि एक जाति है, एक भाषा है और एक ही समाज है। इतिहासकार मैक्स मूलर ने लिखा है कि दुनिया मानती है कि भारतीय संस्कृति प्राचीन है।

महिलाओं की भी रही भागीदारी: तनसिंह जयंती समारोह के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रहीं। दोपहर करीब एक बजे शुरू हुए समारोह में कार्यक्रम के संयोजक सवाईसिंह देवड़ा ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस दौरान आसरी मठ के महंत भी उपस्थित थे।

मौजिज व गणमान्य लोग रहे उपस्थित: तनसिंह जयंती समारोह में पूर्व सांसद मेजर मानवेन्द्रसिंह, विधायक छोटूसिंह भाटी, पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी व किशनसिंह भाटी, वरिष्ठ नेता शैतानसिंह राठौड़, सुनीता भाटी, प्रधान लक्ष्मी कंवर, प्राप्ति राठौड़, पूर्व प्रधान करूणा कंवर सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

20 हजार से अधिक लोग पहुंचे : कार्यक्रम के संयोजक सवाईसिंह देवड़ा ने बताया कि पिछले कई दिनों से क्षत्रिय युवक संघ के कार्यकर्ता इस आयोजन को सफल बनाने के लिए दौड़ भाग कर रहे थे। बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में हजारों लोगों की उपस्थिति ने कार्यकर्ताओं की मेहनत को सफल कर दिया। कार्यक्रम पूरी तरह से अनुशासित रहा और गांव गांव से लोग जिला मुख्यालय पर कार्यक्रम में शरीक होने पहुंचे।

कोलंबो से कोलंबस तक एक कर सकते हैं राजपूत : धर्मबंधु महाराज ने कहा कि राजपूतों में वह शक्ति है कि वे कोलंबो से कोलंबस तक एक कर सकते हैं। उन्होंने यहूदियों का उदाहरण देते हुए बताया कि 1600 वर्षों बाद यहूदी उठ खड़े हुए। छोटा इजरायल देश आज जगत गुरु के बराबर है। वहां 2 फीसदी लोग हिब्रू भाषा बोलते थे फिर भी उसे राष्ट्र भाषा घोषित कर दिया गया।






कांग्रेस सरकार से आमजन त्रस्त : मानवेंद्रसिंह

कांग्रेस सरकार से आमजन त्रस्त : मानवेंद्रसिंह

सांकड़ा। ग्राम पंचायत के सदरासर गांव में  बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद मानवेंद्रसिंह के मुख्य आतिथ्य में ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित की गई। इसमें 200 ग्रामीणों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बैठक में पूर्व सांसद मानवेंद्रसिंह ने कहा कि केंद्र व प्रदेश में कांग्रेस की सरकार से आमजन त्रस्त है। चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सरकार के मंत्री आए दिन भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा रहे हैं। सरकार उन्हें बचाने में लगी हुई है और आम जनता की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

उन्होंने बाबा रामदेव व अन्ना हजारे के आंदोलनों का जिक्र करते हुए कहा कि विदेशों में जमा कालाधन हो या भ्रष्टाचार किसी भी मुद्दे पर सरकार बात करने को तैयार नहीं है। उल्टे आंदोलनों को कुचलने में लगी हुई है। देश को भ्रष्टाचार, अराजकता व अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए भाजपा ही एकमात्र विकल्प है। उन्होंने ग्रामीणों से भाजपा के साथ जुड़ कर उसे मजबूत करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर भाजपा नेता जुगलकिशोर व्यास, पूर्व विधायक सांगसिंह, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मौलवी हबीबुल्ला, वरिष्ठ नेता शैतानसिंह राठौड़, जिला परिषद के पूर्व सदस्य दलपतसिंह, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला महामंत्री जीवणखां, फिरोजखां, उम्मेदसिंह सांकड़ा ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन मदनसिंह राजमथाई ने किया।

बैठक में सर्वाधिक संख्या अल्पसंख्यक समाज के लोगों की थी। करीब 200 अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व सांसद ने मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया। इससे पहले पूर्व सांसद का राणसिंह की ढाणी व विशनसिंह की ढाणी में ग्रामीणों ने साफा पहनाकर व माल्यार्पण कर सम्मान किया।

तनसिंह जयंती समारोह "ज्ञान व शक्ति के विकास से प्रगति करेगा राष्ट्र"

 तनसिंह जयंती समारोह 

"ज्ञान व शक्ति के विकास से प्रगति करेगा राष्ट्र"


जैसलमेर। गुजरात के प्रमुख संत स्वामी धर्मबंधु ने कहा कि जिस देश का नेतृत्व सक्षम लोगो के हाथों मे है, वही देश विकसित, मजबूत व व्यवस्थित होगा। उन्होने कहा कि ज्ञान व शक्ति के विकास से ही राष्ट्र को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है। वे बुधवार को जैसलमेर के जवाहिर राजपूत छात्रावास मे तनसिंह जयंती समारोह के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि सृष्टि के आरंभ मे एक ही जाति, भाषा व संस्कृति के लोग थे। चूंकि सबसे प्राचीन संस्कृति वैदिक संस्कृति मानी जाती है, ऎसे मे यह तय है कि जो प्राचीनतम लोग होंगे, वे वैदिक संस्कृति के ही होंगे।

भारत की संस्कृति प्राचीन
उन्होने कहा कि सारी दुनिया यह मानती है कि भारत की संस्कृति प्राचीन है। ईरान मे आर्याना रोड, जकार्ता मे गरूड़ एयरपोर्ट, उज्बेकिस्तान मे चर्वाक सरोवर इसके उदाहरण हैं। उन्होने कहा कि दुनिया की प्राचीन संस्कृति को मिटाने के लिए देश पर 11 बार आक्रमण हुए, लेकिन यहां की संस्कृति को नष्ट करने की कोशिशें हर बार विफल रही।

तनसिंह के कार्य महानतम
उन्होने कहा कि यदि यहूदी करीब 1600 साल बाद अपना परचम लहरा सकते हैं, तो राजपूत जाति भी कोलंबो से काबुल व तिब्बत से त्रिपुरा व यंगून तक देश की सीमाएं व्यवस्थित कर सकती है। उन्होने कहा कि तनसिंह की ओर से किए गए कार्य दुनिया के महानतम कार्यो मे से एक हैं।

कार्यो से साबित करें श्रेष्ठता
क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर ने कहा कि राजपूत समाज को अपने कार्यो से श्रेष्ठता साबित करनी होगी। उन्होने तनसिंह के आदर्श जीवन को अनुकरणीय बताते हुए उनसे सीख लेने की बात कही। उन्होंने त्याग की भावना विकसित करने और समाज सेवा मे जुटने की भी सीख दी।

पाश्चात्य सभ्यता के भ्रमजाल में नहीं पड़ें
इस मौके पर बृजराजसिंह ने कहा कि मनुष्य को चिंतनशील होना चाहिए, यही गुण व्यक्ति को शीर्ष की ओर ले जाता है। उन्होने समाज को तनसिंह व क्षत्रिय युवक संघ के मार्ग पर चलने की बात कही। उन्होने पाश्चात्य सभ्यता के भ्रमजाल से अलग होकर समाज के विकास मे भागीदार बनने का आह्वान किया। कार्यक्रम की शुरूआत मे तारेंद्रसिंह झिनझिनयाली ने गणेशवंदना की। दण्डवंदना के बाद अतिथियो ने ध्वजारोहण किया। कार्यक्रम के संयोजक सवाईसिंह देवड़ा ने अतिथियो व आगंतुको को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम मे संघ के केन्द्रीय संचालन प्रमुख महावीरसिंह सरवड़ी ने तनसिंह के जीवनवृत पर प्रकाश डाला। इस दौरान रामसिंह माडपुरा ने मैं निर्झर हूं.. गीत पेश किया।

20 हजार लोगो का हुजूम
जैसलमेर मे तनसिंह जयंती समारोह के दौरान शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो से करीब 20 हजार लोग पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान जहां राजपूत समाज के जनप्रतिनिधियो व जिले के मौजीज लोगो सहित जनप्रतिनिधियो ने शिरकत की, वहीं ग्रामीण क्षेत्रो से बड़ी संख्या मे वाहनो मे बैठकर पुरूष, महिलाएं व बच्चे पहंुचे। कार्यक्रम को व्यवस्थित बनाए रखने के लिए क्षत्रिय युवक संघ के स्वयंसेवको की ओर से ओर से व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम मे मीडिया प्रभारी कंवराजसिंह चौहन नेे ग्रामीण क्षेत्रो से लोगो को समारोह मे लाने मे सहयोग दिया।

जब मौत के सेज से जिंदा हो गई महिला, बंद हो गया रोना-धोना

नवलगढ़ (झुंझुनूं).पास के छोटे से गांव कारी में बिलखते परिजन व रिश्तेदार। घर के बाहर खामोश खड़े लोग। मुंडन करवाता बेटा। भीतर अंतिम संस्कार से पहले की परंपराएं और बाहर सजी हुई अर्थी। ऐसा ही गमगीन नजारा बुधवार सुबह कारी में रामकुमार सिंह राठौड़ के घर का था। परिवार 20 घंटे से शोक में डूबा था कि अचानक खुशी की लहर दौड़ पड़ी। मृत करार दी गई महिला को होश आ गया।
 
जानकारी के अनुसार गांव की 67 वर्षीय मगन कंवर को 23 जनवरी को जयपुर के सोनी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को दोपहर दो बजे करीब उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना पर पूरा परिवार शोक में डूब गया।


रिश्तेदारों को इसकी सूचना दे दी गई। घरवालों ने बुधवार को कारी में अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। परिजन बुधवार सुबह मगन को लेकर कारी आए। जहां अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी गई। पुत्र सुरेंद्र ने मुंडन भी करवा लिया।

महिलाओं ने मृत घोषित मगन को नहलाने की तैयारी शुरू कर दी। इसी दौरान मगन कंवर खर्राटे भरने लगी। भतीजे किशोर सिंह दौड़कर भीतर गए और देखा कि सांस चल रही है। उन्होंने गांव में कंपाउंडर सुरेश शर्मा को बुलवाया। उसने कहा कि ये जिंदा हैं। वहां के सरकारी अस्पताल में दो-तीन घंटे इलाज के बाद महिला को जयपुर रैफर कर दिया।


गम के आंसू खुशी में बदले

मगन के इकलौते पुत्र सुरेंद्र ने मुंडन करवा लिया था। मां जिंदा है, यह सुनकर पहले तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ। जाकर देखा तो सांस चल रही थी। गम के आंसू की जगह खुशी के आंसू छलक पड़े। सुरेंद्र ने बताया कि यह देवी मां का ही चमत्कार है।

चिकित्सकों का कहना है


डॉ. दिनेश गुप्ता ने बताया कि किन हालात में अस्पताल से छुट्टी दी गई, इस बारे में अधिकृत जानकारी नहीं है। वेंटीलेटर पर रहने वाले मरीज को होप लेस मान लिया होगा।

यहां से रैफर किया तब महिला की बीपी, पल्स व श्वास सामान्य थी लेकिन होश नहीं था। डॉ. अशोक चतुर्वेदी ने बताया कि महिला की हालत में रिकवरी हो रही है। अस्पताल प्रशासन की ओर से मगन के परिजनों को मृत्यु का प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है।


ब्रेन हेमरेज के बाद वेंटीलेटर पर लिया था
किशोर सिंह ने बताया जयपुर के दादी का फाटक क्षेत्र में रहने वाली चाची मगन का 23 जनवरी को नहाकर आई और चक्कर आने लगे। उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां चिकित्सकों ने कहा कि मगन को ब्रेन हेमरेज हो गया है। वहां वेंटीलेटर पर लिया गया। दोपहर करीब दो बजे मृत घोषित कर दिया गया। बुधवार सुबह उनके शरीर में हलचल दिखी।

आतंकियों से लोहा लेने वाले शहीद लालसिंह को मिला शौर्य चक्र

.जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में छह महीने पूर्व आतंकवादियों से मुकाबला करते शहीद हुए जोधपुर के करवड़ गांव निवासी नायब सूबेदार लालसिंह खींची को शौर्य चक्र प्रदान किए जाने की घोषणा की गई है।  
57 राष्ट्रीय राइफल के खींची की पत्नी को यह शौर्य चक्र राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील मार्च में होने वाले समारोह में प्रदान करेंगी। कुपवाड़ा सेक्टर में 27 जुलाई 2011 को आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सीने में गोली लगने से लालसिंह शहीद हो गए थे।

उनके साहस व वीरता के लिए 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर शौर्यचक्र से अलंकृत करने की घोषणा की गई है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल राजेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि यह शौर्य चक्र मार्च में राष्ट्रपति भवन में होने वाले एक समारोह में उनकी पत्नी ओमकंवर को प्रदान किया जाएगा।

आतंकियों से कई बार मुकाबला किया था :

वर्ष 1966 में जन्मे लालसिंह चौपासनी स्कूल में बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद बीस साल पूर्व सेना में भर्ती हुए थे। कमांडो का विशेष प्रशिक्षण हासिल करने की वजह से वे करीब 18 साल जम्मू-कश्मीर में ही तैनात थे। लालसिंह की कश्मीर में कई बार आतंकियों से मुठभेड़ हो चुकी थी।

पांच साल पूर्व मुठभेड़ के दौरान पेट व आंत में दो गोलियां लगी थी, लेकिन उनकी जान बच गई थी। उनकी इस वीरता के लिए उन्हें सेना मेडल भी दिया गया था। मौत को नजदीक से देखने के बावजूद लालसिंह का हौसला कम नहीं हुआ था और वे आतंकियों से मुकाबला करने में सबसे आगे रहते थे।

 

खुलासा: भंवरी और रामदेव के बीच थे नजदीकी रिश्ते!

जोधपुर.भंवरी के अपहरण और हत्या की साजिश में लिप्त फरार चल रहे आरोपी दिनेश विश्नोई और पुखराज विश्नोई भी बुधवार को पकड़े गए। सीबीआई ने दोनों को कोर्ट में पेश कर 30 जनवरी तक रिमांड पर लिया है।
इस बीच भाजपा के पूर्व नेता और ओसियां में महिपाल मदेरणा के सामने चुनाव लड़े शंभूसिंह खेतासर से भी पूरे दिन पूछताछ की गई। वहीं भंवरी जिस बस में रोजाना आती-जाती थी, उसके कंडक्टर रामदेव के भी मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराए गए हैं।
भंवरी और रामदेव के नजदीकी रिश्ते बताए जाते हैं। भंवरी की कॉल डिटेल से पता चला था कि उन दोनों के बीच रोजाना 30-40 बार बातें होती थी।
दिनेश बोला, पुखराज को लाता हूं :
पुलिस की स्पेशल टीम दिनेश व पुखराज की गिरफ्तारी के लिए तीन दिन से गांवों में छापे मार रही थी। दबाव बढ़ने पर दिनेश ने मंगलवार देर रात टीम के पुलिसकर्मियों किशनाराम व सहीराम से संपर्क किया और बुधवार सुबह टैक्सी में बैठ कर सर्किट हाउस आ गया। सर्किट हाउस में पुलिसकर्मी नहीं मिले तो वह पुखराज को लाने का कह कर लौट गया।
बाद में वह इन दोनों पुलिसकर्मियों के साथ पाली रोड गया और झालामंड पर पुखराज को भी पकड़वा दिया। पुखराज मुख्य आरोपी सोहनलाल का बेटा, जबकि दिनेश भतीजा है। बताया जाता है कि अपहरण के लिए दिए गए लाखों रुपए लेकर ये दोनों ही फरार हुए थे। अब वे 30 जनवरी तक रिमांड पर हैं, उनसे इन रुपयों के बारे में पूछताछ की जाएगी।

गणतंत्र दिवस........आपको गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई ...





गणतंत्र दिवस हर वर्ष २६ जनवरी को मनाया जाता है, २६ जनवरी १९५० को भारत का संविधान लागू हुआ| बस तभी से देश गणतंत्र हुआ और उसी उपलक्ष मे गणतंत्र दिवस हर वर्ष मनाया जाता है|

जनवरी 26, १९५० भारतीय इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। भारत का संविधान, इसी दिन अस्तित्व मे आया और भारत वास्तव में एक संप्रभु देश बना। इस दिन भारत एक सम्पूर्ण गणतान्त्रिक देश बन गया. देश अंतत: महात्मा गांधी और कई स्वतंत्रता सेनानियो, जिन्होने अपने देश की आजादी के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया, उनका सपना एहसास हुआ. जनवरी के 26 वें राष्ट्रीय छुट्टी फैसला सुनाया है और पहचान की गई है और भारत के गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया कभी के बाद से.

आज गणतंत्र दिवस पूरे देश में बहुत उत्साह और विशेष रूप से राजधानी में एक साथ मनाया जाता है, नई दिल्ली जहां समारोह में देश के राष्ट्रपति के साथ शुरू करते हैं. इस अवसर की शुरुआत हमेशा के बलिदान की पवित्र याद दिलाते हैं जो शहीदों स्वतंत्रता आंदोलन में देश के लिए मर गया, और अपने देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए सफल युद्धों. तो, आगे आता है के लिए राष्ट्रपति के क्षेत्र में उनके असाधारण साहस के लिए सशस्त्र बलों से लोगों को बहादुरी के पदक और पुरस्कार भी नागरिकों, जो खुद को अलग स्थितियों में उनकी वीरता के विभिन्न कार्यों के विशिष्ट है.

इस अवसर के महत्व पर, हर साल एक भव्य परेड की राजधानी में आयोजित किया, राजघाट से है, Vijaypath साथ. सेना की विभिन्न रेजीमेंटों, नौसेना और वायु सेना मार्च पास्ट अपने सभी सजधज और सरकारी सजावट भी घुड़सवार सेना के घोड़ों में आकर्षक इस अवसर पर वाद caparisoned हैं. एन सी सी कैडेटों की crème, में से चुने हुए पूरे देश में विचार के लिए इस समारोह में भाग लेने के सम्मान एक, के रूप में राजधानी में विभिन्न स्कूलों के बच्चों को स्कूल है. वे कई समारोह की तैयारी दिन और कोई कसर नहीं खर्च करते हैं बख्शा देखना है कि हर विस्तार का ध्यान रखा, अभ्यास के लिए अपने व्यवहार से है, आवश्यक रंगमंच की सामग्री और अपनी वर्दी.

परेड देश के विभिन्न राज्यों से शानदार प्रदर्शन के बाद एक तमाशा है. ये चलती प्रदर्शित उन राज्यों में लोगों और संगीत और है कि विशेष रूप से राज्य के प्रत्येक प्रदर्शन के साथ गाने की गतिविधियों के दृश्य चित्रित. हर प्रदर्शन के बाहर विविधता और भारत की संस्कृति की समृद्धि और पूरे शो लाता है इस अवसर पर एक उत्सव हवा बख्शी है. परेड और आगामी जलूस राष्ट्रीय टेलीविजन से प्रसारित होता है और देश के हर कोने में लाखों दर्शकों ने देखा है.

इस दिन लोगों को देशभक्ति के उत्साह पूरे देश को एक साथ लाता है उसे भी जरूरी विविधता में. देश के हर भाग के अवसर में प्रतिनिधित्व किया है, जो गणतंत्र भारत के सभी राष्ट्रीय अवकाश के दिन सबसे लोकप्रिय बनाता है

बुधवार, 25 जनवरी 2012

पहली मर्तबा महिला जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान करेगी ध्वजारोहण


पहली मर्तबा महिला जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान करेगी ध्वजारोहण 


बाडमेर, 25 जनवरी। गणतन्त्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह गुरूवार को आदर्श स्टेडियम में हशोर्ल्लास से मनाया जायेगा। समारोह की मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान प्रातः 9 बजे ध्वजारोहरण करेगी। बाड़मेर में यह पहला ऐतिहासिक अवसर होगा जब एक महिला कलेक्टर पहली बार ध्वजा रोहन करेगी 
इस मौके पर जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान परेड निरीक्षण करने के बाद मार्च पास्ट की सलामी लेंगी। परेड कमाण्डर पुलिस इन्सपेक्टर मोहनसिंह के नेतृत्व में बी.एस.एफ., राजस्थान पुलिस, अरबन होम गार्ड, सीनियर व जूनियर एन.सी.सी. केडेट्स, राश्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाएं एवं स्वयं सेवक, स्काउट और गाइड दल की टुकडियां परेड में हिस्सा लेगी। मार्च पास्ट के पश्चात महामहिम राज्यपाल के सन्देश का अपर कलेक्टर अरूण पुरोहित द्वारा पठन किया जाएगा। 
समारोह में जिले की विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के लगभग 2000 छात्रछात्राओं द्वारा व्यायाम प्रदर्शन किया जाएगा तथा व्यायाम के बाद इनके द्वारा सामुहिक गान प्रस्तुत किया जाएगा। सामूहिक गान के पश्चात 200 से अधिक स्काउट द्वारा पिरामिड प्रदर्शन किया जाएगा। इसी कडी में समारोह की मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान द्वारा जिले में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले लोगों को जिला प्रशासन की तरफ से प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। 
गणतन्त्र दिवस के मौक पर दो भक्ति गीत की प्रस्तुति के बाद में करीब 150 रंग बिरंगे परिधानों से सुसज्जित बालिकाओं द्वारा सामूहिक लोक नृत्य ॔॔ हम है भारत की जाबाज नारी ...॔॔ प्रस्तुत किया जाएगा। इसके पचात विभिन्न शिक्षण संस्थाओं तथा सरकारी विभागों द्वारा अलग अलग विषयों पर तैयार झांकियां प्रदिर्त की जाएगी। कार्यक्रम के अन्त में राश्ट्रगान होगा। 
गणतन्त्र दिवस के अवसर पर दोपहर 1.00 बजे संजय स्टेडियम में जिला प्रशासन बनाम बी.एस.एफ. के मध्य कि्रकेट मैच आयोजित किया जायेगा। इसी प्रकार सायं 5.30 बजे रा.सी.सै.स्कूल स्टोन रोड बाडमेर में पुलिस प्रासन बनाम युवा वर्ग के मध्य बॉस्केट बॉल का मैच तथा सायं 7.00 बजे से राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय स्टेशन रोड प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। 
गणतन्त्र दिवस के मौके पर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय मे जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। गणतन्त्र दिवस के अवसर पर प्रमुख भवनों एवं राजकीय कार्यालयों पर आकशर्क रोानी की जाएगी। 
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