स्कूल में हुआ दलित छात्रों पर हमला
कल पूरा देश जहाँ 63 वां गणतंत्र दिवस मन रहा था वही जिले के मोहनगढ़ कसबे में जवाहिर नवोदय विद्यालय के दलित छात्रों पर वही के 40 से 50 छात्रों ने हमला कर दिया जिससे 20 के करीब दलित छात्रों को छोटे आई, गंभीर छात्रो को यहाँ अल सुबह जवाहिर चिकित्सालय जैसलमेर लाया गया जहाँ उनका उपचार चल रहा है और पोलिस महकमा मोहनगढ़ में डेरा दाल बैठा है 40 से 50 लोगों पर मुक़दमा दर्ज किया गया है
देश जहाँ सामंत वाद से उबरने की बात कर रहा है वहीँ जैसलमेर जिले में आज भी इसकी परमपराएं देखने को मिल रही है ..जिला आज भी इन दकियानूसी खयालात से बहार नहीं आ रहा ई . लेकिन बात विद्या के मंदिर की हो तो थोड़ी अटपटी लगती है, जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ कसबे में स्थित जवाहिर नवोदय विद्यालय में पिछले काफी समय से दलित छात्रों के साथ हो रहे भेदभाव की खबरे आ रही थी, वह के दलित छात्रों ने पहले भी जिला कलेक्टर से मिल उनके साथ हो रहे भेदभाव की शकायत की थी साथ ही वहां के स्कूल स्टाफ को भी इसमें ज़िम्मेदार ठहराया था, मगर जिला कलेक्टर द्वारा इस बाबत ध्यान नहीं दिए जाने से आज एक गंभीर हादसा हो गया.
वहा पढने वाले दलित छात्रों को वही के स्कूल के चंद सामंत वादी 40 से 50 छात्रों ने कल रात मिलकर साइकिल की चेनों , लाठियों और हथियारों से इतना मारा की उनकी पीठ इस बात की गवाही देती है की आज भी दलितों को सामंत मारते पीटते हैं.
इसका ज़िम्मेदार ये दलित स्कूल के समस्त स्टाफ और पूर्व प्रिसिपल को ठहराते हैं.
स्कूल के दलित छात्र सोनाराम बताते हैं की" पूर्व प्रिसिपल वि एस गोसाई उनके साथ भेदभाव करते थे जिसकी शिकायत हमने जिला कलेर्क्टर से भी की थी मगर उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की थी, अभी कुछ दिन अहले ही जब गोसाई का ट्रान्सफर यहाँ से हुआ तो वो इन दलित छात्रों को देख लेने की धमकी देकर गया था, जिसका परिणाम उन पर हुई मारपीट से हुआ.."
इसके अलावा एक और दलित छात्र सुरेन्द्र कुमार कहते है की"पूर्व प्रिंसिपल ने यहाँ के छात्रों को फ़ोन कर कहा की वो इन दलित छात्रों को मारे पीटे जिससे उनके साथ ये घटना हुई समय पर पोइल्स को बुलाने से उनकी जान बच गयी वरना बहुत जान जा भी सकती थी"
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