गुरुवार, 26 जनवरी 2012

तनसिंह जयंती समारोह "ज्ञान व शक्ति के विकास से प्रगति करेगा राष्ट्र"

 तनसिंह जयंती समारोह 

"ज्ञान व शक्ति के विकास से प्रगति करेगा राष्ट्र"


जैसलमेर। गुजरात के प्रमुख संत स्वामी धर्मबंधु ने कहा कि जिस देश का नेतृत्व सक्षम लोगो के हाथों मे है, वही देश विकसित, मजबूत व व्यवस्थित होगा। उन्होने कहा कि ज्ञान व शक्ति के विकास से ही राष्ट्र को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है। वे बुधवार को जैसलमेर के जवाहिर राजपूत छात्रावास मे तनसिंह जयंती समारोह के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि सृष्टि के आरंभ मे एक ही जाति, भाषा व संस्कृति के लोग थे। चूंकि सबसे प्राचीन संस्कृति वैदिक संस्कृति मानी जाती है, ऎसे मे यह तय है कि जो प्राचीनतम लोग होंगे, वे वैदिक संस्कृति के ही होंगे।

भारत की संस्कृति प्राचीन
उन्होने कहा कि सारी दुनिया यह मानती है कि भारत की संस्कृति प्राचीन है। ईरान मे आर्याना रोड, जकार्ता मे गरूड़ एयरपोर्ट, उज्बेकिस्तान मे चर्वाक सरोवर इसके उदाहरण हैं। उन्होने कहा कि दुनिया की प्राचीन संस्कृति को मिटाने के लिए देश पर 11 बार आक्रमण हुए, लेकिन यहां की संस्कृति को नष्ट करने की कोशिशें हर बार विफल रही।

तनसिंह के कार्य महानतम
उन्होने कहा कि यदि यहूदी करीब 1600 साल बाद अपना परचम लहरा सकते हैं, तो राजपूत जाति भी कोलंबो से काबुल व तिब्बत से त्रिपुरा व यंगून तक देश की सीमाएं व्यवस्थित कर सकती है। उन्होने कहा कि तनसिंह की ओर से किए गए कार्य दुनिया के महानतम कार्यो मे से एक हैं।

कार्यो से साबित करें श्रेष्ठता
क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर ने कहा कि राजपूत समाज को अपने कार्यो से श्रेष्ठता साबित करनी होगी। उन्होने तनसिंह के आदर्श जीवन को अनुकरणीय बताते हुए उनसे सीख लेने की बात कही। उन्होंने त्याग की भावना विकसित करने और समाज सेवा मे जुटने की भी सीख दी।

पाश्चात्य सभ्यता के भ्रमजाल में नहीं पड़ें
इस मौके पर बृजराजसिंह ने कहा कि मनुष्य को चिंतनशील होना चाहिए, यही गुण व्यक्ति को शीर्ष की ओर ले जाता है। उन्होने समाज को तनसिंह व क्षत्रिय युवक संघ के मार्ग पर चलने की बात कही। उन्होने पाश्चात्य सभ्यता के भ्रमजाल से अलग होकर समाज के विकास मे भागीदार बनने का आह्वान किया। कार्यक्रम की शुरूआत मे तारेंद्रसिंह झिनझिनयाली ने गणेशवंदना की। दण्डवंदना के बाद अतिथियो ने ध्वजारोहण किया। कार्यक्रम के संयोजक सवाईसिंह देवड़ा ने अतिथियो व आगंतुको को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम मे संघ के केन्द्रीय संचालन प्रमुख महावीरसिंह सरवड़ी ने तनसिंह के जीवनवृत पर प्रकाश डाला। इस दौरान रामसिंह माडपुरा ने मैं निर्झर हूं.. गीत पेश किया।

20 हजार लोगो का हुजूम
जैसलमेर मे तनसिंह जयंती समारोह के दौरान शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो से करीब 20 हजार लोग पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान जहां राजपूत समाज के जनप्रतिनिधियो व जिले के मौजीज लोगो सहित जनप्रतिनिधियो ने शिरकत की, वहीं ग्रामीण क्षेत्रो से बड़ी संख्या मे वाहनो मे बैठकर पुरूष, महिलाएं व बच्चे पहंुचे। कार्यक्रम को व्यवस्थित बनाए रखने के लिए क्षत्रिय युवक संघ के स्वयंसेवको की ओर से ओर से व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम मे मीडिया प्रभारी कंवराजसिंह चौहन नेे ग्रामीण क्षेत्रो से लोगो को समारोह मे लाने मे सहयोग दिया।

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