शनिवार, 4 मई 2013

जिस्मफरोशी का धंधा करती तीन युवतियां गिरफ्तार, बैंक मैनेजर भी मौके पर



भोपाल। कोलार पुलिस ने देह व्यापार के आरोप में तीन युवतियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि युवतियों के साथ एक सहकारी बैंक के असिस्टेंट मैनेजर को भी पकड़ा गया है। हालांकि, पुलिस का तर्क है कि बैंक मैनेजर छापे के दौरान अकाउंट का फॉर्म भरवाने के लिए मौके पर गया था।

सीएसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि शुक्रवार रात करीब नौ बजे राजहर्ष कॉलोनी के पास स्थित ललिता नगर के एक मकान में देह व्यापार की सूचना मिली थी। पुलिस ने सूचना के आधार पर बताए ठिकाने पर छापा मारा तो यहां तीन युवतियां संदिग्ध हालत में मिलीं। पुलिस ने उन्हें महिला थाने के हवाले कर दिया है।

ब्रेकिंग न्यूज़ ...बाड़मेर में एक और हत्या ..एक घायल

ब्रेकिंग न्यूज़ ...बाड़मेर में एक और हत्या ..एक घायल


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के सदर थाना क्षेत्र के मीठडा गाँव में एक व्यक्ति की हत्या कर दी वही मृतक का छोटा भाई बुरी तरह घायल हो गया जिसे उपचार के लिए जोधपुर रेफर किया गया .पुलिस सूत्रानुसार सदर थाना क्षेत्र के मिठडा में निजी दूरसंचार कंपनी के लगे टावर पर कार्यरत गिरधर सिंह रात को चौकीदारी कर रहा था इतने में बोलेरो वाहन में अज्ञात व्यक्ति आये तथा उन्होंने ट्रांसमीटर से तेल चोरी करके निकलना शुरू किया इतने में गिरधर की आँख खुल गई उसने चोरो को रोका तो उन्होंने उस पर हमला बोल दिया ,इतने में गिरधर का छोटा भाई बीच बचाव के लिए आया तो उसे भी घायल कर दिया .तथा आरोपी फरार हो गए .इस घटना की सूचना गाँव में मिलते ही ग्रामीण एकत्रित हो गए तथा सदर पुलिस को सूचित किया .पुलिस ने मौके पर पहुँच मुआयना किया।दोनों को राजकीय अस्पताल लाया ग्गाया जन्हा गिरधर सिंह को मृत घोषित कर दिया तथा उसके छोटे भाई की हालत गंभीर होने के कारन उसे जोधपुर उपचार के लिए रेफर कर दिया .समाचार लिखे जाने तक गिरधर सिंह का शव पोस्ट मार्टम के लिए लाया गया हें ,भारी मात्र में राजपूत समाज के लोग एकत्रित हो गए हें .हत्यारों की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे हें .

एफबीआई की मोस्ट वांटेड एक महिला

एफबीआई की मोस्ट वांटेड एक महिला

वाशिंगटन। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है। अमरीकी जांच एजेंसी एफबीआई को इस महिला की सरगर्मी से तलाश है। इसका सुराग देने वाले व्यक्ति को 11 करोड़ रूपए का इनाम दिया जाएगा। एफबीआई ने इनामी राशि में दोगुना इजाफा किया है।

यह कोई मामूली महिला नहीं है, अमरीका में 1970 के दशक में सक्रिय रहे ब्लैक लिबरेशन आर्मी ग्रुप की इस महिला का नाम है जोएन केसिमर्ड। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है।

जोएन पर 40 साल पहले न्यू जर्सी के में एक व्यक्ति की हत्या करने का आरोप है। मामले में उसे उम्रकैद दी गई थी जिसके बाद वह 1979 से न्यू जर्सी की ही एक जेल से फरार है।

माना जा रहा है कि जोएन अब भी क्यूबा में रहती हैं। उन्हें क्यूबा में राजनीतिक शरण मिली हुई है। अमरीका की क्यूबा के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है। ऎसे में उसे वापस गिरफ्त में ले पाना सहज नहीं। कहा जाता है कि क्यूबा में करीब ऎसे 70 लोगों को पनाह मिली हुई है जिनकी अमरीका को तलाश है।

जोएन ब्लैक लिबरेशन आर्मी की नेता थीं। एफबीआई इसे कट्टरपंथी संगठन मानता है जो 70 और 80 के दशक में कई अमरीकी पुलिस अधिकारियों की मौत के लिए जिम्मेदार है।

1973 में जोएन और उसके दो साथियों को न्यूजर्सी पुलिसकर्मियों ने रोका था। एफबीआई के मुताबिक जवाब में जोएन और साथियों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई,इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। इस मुठभेड़ में जोएन के एक साथी की भी मौत हो गई थी और दूसरा जेल में है।

जोएन को भी जेल हुई थी लेकिन ब्लैक लिबरेशन आर्मी के लोगों की मदद से वह भाग निकलने में सफल हो गई। उसके साथी एक वैन लेकर जेल में आए और जोएन को भगा ले गए। वह कुछ साल अमरीका में ही छिप कर रही उसके बाद उसे क्यूबा में देखा गया।

किन्नरों ने रचाया ब्याह

किन्नरों ने रचाया ब्याह

बिलासपुर।सरकार और अदालत में समलैंगिकता कानून पर भले ही बहस होती रहे लेकिन शहर में गुरू परम्परा की खातिर शुक्रवार को किन्नरो के दो जोड़ों ने ब्याह रचाया और गाजे-बाजे के साथ बारात निकाली। किन्नरों ने सुबह देवी पूजा की और शाम को दरगाह पर चादर चढ़ाकर सामाजिक सद्भाव का उदाहरण पेश किया। मसानगंज में रहने वाले किन्नर राजा खान ने यहीं रहने वाली दो बालाओं रजिया और रूखसाना से हिन्दू रीति रिवाजों के तहत ब्याह रचाया।

विवाह के लिए अग्रसेन चौक के पास शादी घर "भगवान मंगलम" बुक करके देश भर से किन्नर परिवार के लोगों को बारात का न्यौता भेजा गया। यहां से सुबह गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकली और मुहल्ले के ईमलीपारा रोड स्थित गणेश मंदिर पंहुची। दोपहर में देवी विजराता की पूजा की गई। कुआं पूजन के बाद गुरू राजा के साथ दुल्हन की तरह सजीं दोनों बालाओं ने बारी- बारी से फेरे लिए।


शाम को विवाह पंडाल सजा करके यहां गीत-संगीत के साथ अपने चिरपरिचितों के लिए रात्रिभोज का इंतजाम किया गया । इसके पहले सामाजिक सद्भाव की मिसाल पेश करते हुए ब्रहन्नलाओं ने पुलिस लाइन स्थित दरगाह पर संदल(चादर) चढ़ाने जुलूस निकाला।

प्रियंका चौधरी ने ग्रामीणों की सुनी समस्याए


कांग्रेस सरकार का दोगला चेहरा सामने आया

बाड़मेर | भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रियंका चौधरी ने शुक्रवार को बाड़मेर विधानसभा के मलवा ,गुडीसर ,जुना ,जसाई सहित कई गाँवो का दौर कर जनता की समस्याए सुनी .प्रियंका का गाँवो में ढोल थाली के साथ स्वागत किया गया .जुना और गुडीसर में आयोजित सभाओ को संबोधित करते हुए प्रियंका चौधरी ने कहा की राज्य की गहलोत सरकार आम जन के साथ छलावा कर रही हें ,उन्होंने आरोप लगाया की सरकार की दोगली निति का उदाहरण हाल ही में स्वीकृत किये डेढ़ सौ विद्यालय बंद करना उन्होंने कहा की शिक्षा के क्षेत्र में इससे भद्दा मजाक हो नहीं सकता .जन प्रतिनिधियों की आपसी लड़ाई में छात्रो का भविष्य दांव पर लगा दिया ,उन्होंने कहा की इन दिनों विद्युत् विभाग बी पी एल परिवारों से विद्युत् कनेक्सन के डिमांड जारी कर पैसे वसूल कर रहे हें ,जबकि सरकार ढोल पीट रही बी पी एल को निशुल्क कनेक्सन दिए जा रहे हें ,उन्होंने कहा की पुरे ग्रामीण क्षेत्रो में पानी की भयंकर किल्लत बनी हुई हें ,लोगो को पानी के टेंकर हज़ार रुपये देकर डलवाने पद रहे हे जो दुर्भाग्यपूर्ण हें उन्होंने कहा की सुराज यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में बाड़मेर पहुँच अशोक गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का बिगुल बजा दे .इस अवसर पर रहमान जायडू ने कहा की भाजपा के राज में विकास के बहुत से काम हुए ,भाजपा महामंत्री हेमाराम खडींन भी उनके साथ थे ,

पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव का एक्सीडेंट, चार टांके लगे


पटना. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। राघवपुर से पटना आते समय उनकी गाड़ी डिवाइडर से टक्करा गई थी, जहां गाड़ी के कांच के टुकड़े लगने से लालू यादव घायल हो गए। उनके चेहरे पर चोट आई है। नजदीकी अस्पताल में उनका इलाज कराया गया जहां उन्हें चार टांके लगे हैं। मिली जानकारी के अनुसार वो परिवर्तन रैली से लौट रहे थें। लालू प्रसाद ने खराब सड़कों को एक्सीडेंट का जिम्मेदार बताया है।

नागौर जिले की तीन प्रतिभाएं आईएएस

नागौर जिले की तीन प्रतिभाएं आईएएस 

नागौरभारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम नागौर जिले के लिए भी खुशियां लेकर आए। इसमें नागौर के निकटवर्ती डीडिया खुर्द जैसे छोटे से गांव के नथमल डिडेल और डीडवाना के खोजास मूल के व कुचामन में रह रहे पुनीत बिजारणिया को आईएएस बनने का सौभाग्य मिला। डिडेल को 35वीं तथा बिजारणिया को 813वीं रैंक मिली है। दोनों ने ही प्रथम प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की है। परबतसर के लिखियास गांव के गंगाराम पूनिया ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। उसे 287वीं रैंक मिली है। एक स्कूल में प्रधानाध्यापक सीताराम के बेटे नथमल ने परिणाम की घोषणा के बाद भास्कर से बातचीत में कहा कि बिना मेहनत सफलता संभव नहीं है। पहले लक्ष्य निर्धारित करें फिर लगातार अध्ययन करते रहें तो निश्चित रूप से सफलता कदम चूमती है। जायल तहसील के डीडिया खुर्द निवासी नथमल डिडेल ने जिले का नाम रोशन करते हुए अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। पिता सीताराम डिडेल रूपाथल गांव की एक स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। वहीं माता नारायणी देवी गृहिणी है। साथ ही छोटा भाई नेमीचंद डिडेल, बहिन मंजू स्नातक में अध्ययनरत है। माता पिता व परिवार में शिक्षित भाइयों को प्रेरणा का श्रेय देने वाले नथमल ने बताया कि उन्होंने भूगोल विषय में लगातार रोजाना 8 से 12 घंटे तक पढाई करते हुए तैयारी की है। साथ ही उन्होंने लक्ष्य निर्धारण कर आगे बढऩे की सीख दी। 

बधाइयां देने वालों तांता
आईएएस का परिणाम जारी होते ही चयनित प्रतिभाओं के परिवारों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नथमल डिडेल के घर पर दिनभर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। परिचितों और रिश्तेदारों ने फोन पर बधाइयां दी। एक दूसरे का मुंह मीठा का खुशी का इजहार किया। नथमल के भाई देवकरण डिडेल व शिवपाल ने बताया कि नथमल शुरू से ही मेहनती छात्र रहा है। भाई की सफलता उन्हें गर्व है। पूरे गांव में जश्न का माहौल है।  

द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज

द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज
अहमदाबाद. गुजरात उच्च न्यायालय ने जाने-माने तीर्थस्थल द्वारकाधीश मंदिर के मुख्य द्वार खोलने की गुहार खारिज कर दी।
मुख्य न्यायाधीश भास्कर भट्टाचार्य व न्यायाधीश जे बी पारडीवाला की खंडपीठ ने इस संबंध में दायर जनहित याचिका पर फैसला देते हुएकहा कि सुरक्षा मुद्दे को देखते हुए द्वारकाधीश मंदिर का मुख्य द्वार नहीं खोले जाने का निर्णय पूरी तरह प्रशासनिक है। इससे किसी के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं हो रहा है। इसलिए यह जनहित याचिका खारिज की जाती है। द्वारका के न्यू मर्चेन्ट एसोसिएशन के सदस्य अनिल लाल ने याचिका दायर कहा था कि द्वारकाधीश देव स्थानम समिति ने सुरक्षा के नाम पर मंदिर के मुख्य द्वार को बंद कर दिया है जिससे आम भक्तों विशेषकर वृद्धजनों, विकलांगों को प्रवेश में परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से इस द्वार को बंद किए जाने की बात कही गई। याचिकाकर्ता के अनुसार यह फैसला उचित नहीं है। इसलिए इस द्वार को खोलना चाहिए। उधर राज्य सरकार ने दलील दी थी कि द्वारका का मंदिर देश भर में धार्मिक रूप से काफी अहम स्थल है। यह आतंककारियों के निशाने पर है। इसके मद्देनजर गत वर्ष जुलाई महीने में राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) खुफिया की अध्यक्षता में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। इसके बाद इस द्वार को बंद करने की सिफारिश की गई थी।

जैसलमेर अब हर हरकत पर रहेगी एसपी की नजर

अब हर हरकत पर रहेगी एसपी की नजर 

जैसलमेर पुलिस ने शहर के पांच संवेदनशील एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लगाए सीसीटीवी कैमरे, हाई रेज्युलेशन एवं 
जैसलमेर शहर में होने वाली हर छोटी से छोटी हरकत पर टाइगर की पैनी नजर रहेगी। एसपी पंकज चौधरी ने शहर में बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए शहर में जगह-जगह तीसरी आंख लगाई गई है। इस अभियान के पहले चरण में शहर में छह स्थानों पर कैमरे लगाए गए है। जिनके द्वारा एसपी पंकज चौधरी अपने कार्यालय में ही बैठ कर पूरी हरकत पर नजर रखेंगे। पहले चरण में अमरसागर गेट रोड, कचहरी रोड, गीता आश्रम चौराहा, कोतवाली रोड, हनुमान चौराहा तथा पुलिस चौकी पर कैमरे लगाए गए है। यह कैमरे इंटरनेट के माध्यम से एसपी कार्यालय से जुड़े हुए है। अभियान के अगले चरण में अति संवेदनशील एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कैमरे लगाए जाएंगे। 



अपराध पर लगेगा अंकुश



पुलिस द्वारा लगाई गई तीसरी आंख पर त्वरित कार्रवाई हो सकेगी। कोतवाली के सामने के कैमरे में असामाजिक तत्वों द्वारा बवाल करने की घटनाओं पर एसपी की नजर रहेगी। वहीं चौराहों पर जुलूस, दुर्घटना, व्यक्ति वाहन सहित अन्य हलचल पर एसपी की सीधी नजर रहेगी। जिससे पुलिस को असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी होगी। साथ ही सीजन के दौरान शहर के मुख्य मार्गों पर सैलानियों को परेशान करते लपके व वाहनों से पीछा करने वाले लपकों को भी पकड़ा जा सकेगा।

त्वरित कार्रवाई हो सकेगी

आए दिन शहर में होने वाले छोटे मोटे अपराध व लड़ाई झगड़े, शराबी सहित अन्य छोटी मोटी घटना होने पर मौके पर पुलिस पहुंचती थी तब तक आरोपी भाग निकलते थे। लेकिन कैमरा उन अपराधियों की तस्वीर निकालेगा तथा घटना होते ही पुलिस को जानकारी मिल जाएगी। जिससे त्वरित कार्रवाई को अंजाम दिया जा सकेगा। वहीं वाहन दुर्घटनाओं में पुलिस वाहनों के नंबर देखकर सीधे मालिक के खिलाफ कार्रवाई कर सकेगी। इसके साथ ही अवैध वाहनों पर भी लगाम लगेगी। साथ ही लापरवाही से वाहन पार्क करने वालों पर भी कार्रवाई होगी।




मोशन सहित नई तकनीक युक्त कैमरों पर एसपी की रहेगी नजर



॥ शहर में बढ़ते अपराधों एवं असमाजिक गतिविधियों पर कैमरों के द्वारा सीधी नजर रखी जाकर कार्रवाई की जाएगी। आगामी दिनों में शहर के संवेदनशील स्थानों पर कैमरे लगाएं जाएंगे।ञ्जञ्ज
पंकज चौधरी, एसपी जैसलमेर



पांच प्रमुख स्थानों पर लगे कैमरे
पुलिस द्वारा पहले चरण में हनुमान चौराहा, पुलिस कोतवाली, गीता आश्रम चौराहा, कचहरी रोड, अमरसागर गेट रोड पर कैमरे लगाए गए है। हनुमान चौराहा पर मोशन कैमरा लगाया गया है जो चारों तरफ घूम सकता है तथा किसी भी एंगल पर स्थिर किया जा सकता है। साथ ही जूम करके भी स्पष्ट तस्वीर निकाली जा सकती है। यह सभी स्थान शहर के सबसे व्यस्तम क्षेत्रों में आते है। जहां आए दिन कोई न कोई दुर्घटना सहित अन्य घटनाएं होती है। कैमरे लगने से किसी भी घटना पर त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी।
हाई सेंसर के हैं कैमरे
पुलिस द्वारा जो कैमरे लगाए गए है वह हाई रेज्युलेशन के है। जिनके द्वारा स्पष्ट तस्वीर निकाली जा सकेगी। सभी कैमरे एसपी कार्यालय से सीधे जुड़े हुए है। ऑनलाइन होने के कारण सीधे ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हर स्थिति में नजर रखी जाएगी। साथ ही पुलिस कोतवाली का कैमरा भी ऑनलाइन होने से कोतवाली के आगे होने वाले धरने प्रदर्शन पर भी नजर रहेगी। साथ ही रिकॉर्डिंग भी देख कर कार्रवाई हो सकेगी।

"वयस्क" एक साल से किशोर गृह में!

"वयस्क" एक साल से किशोर गृह में!

बाड़मेर। हथियार तस्करी के संगीन मामले में पकड़ा गया एक बाल अपचारी संप्रेषण एवं किशोर गृह में रहते-रहते बालिग हो गया। नियमानुसार उसे केन्द्रीय कारागृह मे भेजना था, लेकिन विभाग को यह ध्यान ही नहीं रहा। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद उप निदेशक बाल कल्याण विभाग ने भी यह आदेश दे रखे हैं कि बाल अपचारी की उम्र 18 पार होते ही उसे कारागृह मे स्थानांतरित किया जाए।

जिले के मारूड़ी गांव के निकट वर्ष 2009 में हथियारों का जखीरा पकड़ा गया था। इसमें चार अन्य आरोपितों के साथ एक बाल अपचारी भी था। अन्य को जेल हो गई, लेकिन इसे 1 अगस्त 2011 को जिला मुख्यालय स्थित संप्रेषण एवं किशोर सुधार गृह में रखा गया। तब उसकी उम्र 17 वर्ष दर्ज है। अगले साल वर्ष 2012 में ही यह अपचारी 18 वर्ष का हो गया। उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार 2 जून 2004 को ही विभाग ने परिपत्र के जरिए निर्देशित कर दिया था कि 18 वर्ष का होते ही बाल अपचारी को केन्द्रीय कारागृह में स्थानांतरित करने की व्यवस्था करें लेकिन सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग के यह ध्यान में नहीं रहा। विभाग ने इसके लिए दुबारा मार्गदर्शन मांगा तो 14 फरवरी 2013 के अन्य स्मरण परिपत्र का हवाला देते हुए फिर यही निर्देश दिया गया कि 18 वर्ष का होते ही बाल अपचारी को केन्द्रीय कारागृह में स्थानांतरित किया जाए लेकिन अभी तक इस दिशा में कार्रवाई नहीं हुई है।

मासूम बच्चे भी यहीं
इसी किशोर संप्रेषण गृह में बाल सुधार गृह भी संचालित हो रहा है। जिसमे बाल अपचारियों के अलावा ऎसे बच्चे भी हैं जो गुमशुदा है या कोई सहारा नहीं होने से इधर उधर घूम रहे हैं। उनको सुधार के लिए यहां दाखिल किया गया है। इन बच्चों के साथ ही वयस्क हो चुका बाल अपचारी रह रहा है।

अन्य पर असर
जो बच्चे सामान्य अपराध और गुमशुदगी के कारण बाल सुधार गृह में रह रहे हैं, उन पर इसका असर होगा। वयस्क हो चुके बाल अपचारी को तत्काल यहां से स्थानांतरित किया जाए। महेश पनपालिया, सामाजिक कार्यकर्ता

किशोर न्याय बोर्ड को लिखा
यह बाल अपचारी पिछले साल ही 18 वर्ष का हो गया था। हमारे पास परिपत्र नहीं था। परिपत्र आने के बाद कार्रवाई के लिए किशोर न्याय बोर्ड को पत्र भेजा गया है। रेवंतसिंह, सहायक निदेशक, सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग

प्रदेश में प्रथम रहीं टीपू का सम्मान



प्रदेश में प्रथम रहीं टीपू का सम्मान



बालोतरा त्न बीएचएमएस तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम में बालोतरा की टीपू सारण पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रही। श्रीगंगानगर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में पढऩे वाली टीपू को प्रथम स्थान पर रहने पर एनआईसी की वरिष्ठ तकनीकी निदेशक अरुणा चाबा ने सम्मानित किया। अव्वल रहने वाली छात्रा के पिता हीराराम सारण ने बताया कि टीपू बचपन से ही मेधावी छात्रा रही है। इसके अलावा हर कक्षा में हमेशा अव्वल रही है। टीपू की इस सफलता पर परिजनों और अन्य लोगों ने हर्ष जताया।

सड़क हादसे में दो की मौत, एक घायल


सड़क हादसे में दो की मौत, एक घायल 

धानेरा के पास रोजड़े को बचाने के चक्कर में कार ने पलटी, पालनपुर से बाड़मेर लौट रहे थे कार सवार 

बाड़मेर  गुजरात के धानेरा के पास हाइवे पर कार पलटने से दो जनो की मौत हो गई। जबकि एक जना गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए डीसा लेकर गए। सूचना मिलने पर गुजरात पुलिस मौके पर पहुंची। शव मृतकों के परिजनों को सुपुर्द किए। ये लोग पालनपुर से बाड़मेर लौट रहे थे।

जानकारी के अनुसार भाखरसिंह (45) पुत्र करणसिंह रावणा राजपूत निवासी भाडखा, धर्मसिंह (25) पुत्र दुर्जनसिंह राजपूत निवासी बाड़मेर आगौर व गिरधरसिंह निवासी कुबडिय़ा गुरुवार को पालनपुर से बाड़मेर के लिए रवाना हुए। रात्रि 3 बजे धानेरा के पास हाइवे पर अचानक रोजड़ा आ गया। जिसे बचाने के चक्कर में कार का संतुलन बिगडऩे से पलटी खा गई। जिससे भाखरसिंह व धर्मसिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। गिरधसिंह घायल हो गया। हादसे की सूचना के बाद गुजरात पुलिस मौके पर पहुंची। घायल को उपचार के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया। सूचना मिलने पर मृतकों के परिजन पहुंचे। जिन्हें शव सौंपे दिए। ये लोग पालनपुर में गाड़ी खरीदने गए थे।

आगौर व भाडखा में शोक की लहर

हादसे में भाखरसिंह व धर्मसिंह की मौत के समाचार मिलते ही भाडखा व बाड़मेर आगौर में शोक की लहर दौड़ गई। घरों में चूल्हे तक नहीं जले। अंतिम संस्कार में बड़ी तादाद में लोग शरीक हुए।

बीस साल बाद मिला संतान सुख: भाडखा निवासी भाखरसिंह पैसे से ठेकेदार था। शादी के बीस साल बाद होली से कुछ दिन पहले घर में थाली बजी। बेटे की खुशी के उपलक्ष्य में होली पर ढूंढ का आयोजन किया गया। जिसमें परिजन व रिश्तेदार शरीक हुए थे।

गागरिया में मनरेगा व बीएडीपी में लाखों का गड़बड़झाला


गागरिया में मनरेगा व बीएडीपी में लाखों का गड़बड़झाला 

स्कूल चार दीवारी, टांका व ग्रेवल सड़क निर्माण में भारी अनियमितताएं, कागजों में पूर्ण, धरातल पर अधूरे कार्यों का उठा लिया भुगतान 

पंचायत कार्यों में भारी अनियमितताएं 



 बाड़मेर
ग्राम पंचायत गागरिया में मनरेगा, बीएडीपी योजना से स्वीकृत कार्यों में गड़बड़झाला सामने आया है। अधूरे कार्यों का पूरा भुगतान उठा लिया तो कहीं पर कागजों में कार्य दर्शाते हुए बजट जीम गए। सामग्री सप्लायर्स के फायदे के लिए कायदों को कुर्बानी दी गई। कार्मिकों की कारस्तानी से लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया। मनरेगा से स्वीकृत ग्रेवल सड़क, टांका निर्माण समेत कई कार्यों में जमकर बंदरबांट की गई। मगर जिम्मेदारों ने अनियमितताओं की जांच तक की जहमत नहीं जुटाई। नतीजतन नियमों को ताक पर रखते हुए कार्य करवाए जा रहे हैं। बाड़मेर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत गागरिया में बीएडीपी योजना से 30 मार्च 2012 को राजकीय प्राथमिक विद्यालय राणा भील की ढाणी में चारदीवारी स्वीकृत की गई। जिसके लिए पांच लाख रुपए का बजट मंजूर किया गया। ग्राम पंचायत ने चार दीवारी का निर्माण अधूरा छोड़ दिया। जबकि कागजों में निर्माण पूर्ण बताते हुए बजट उठा लिया। सामग्री मद से 3.40 लाख रुपए खर्च किए जाने थे, पंचायत ने सामग्री सप्लायर्स महालक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी बाड़मेर को 4 लाख रुपए का भुगतान किया। जिसका इन्द्राज केश बुक में है। सार्वजनिक शौचालय मस्जिद के पास मदरूप का पार में निर्माण किए बिना ही सामग्री सप्लायर्स को 27217 रुपए का बजट जारी कर दिया। इसी तरह मथरा पुत्र सीवाराम निवासी कंटल का पार के नाम से स्वीकृत सार्वजनिक टांके के लिए गड्ढा खोदकर भुगतान उठा लिया। इतना ही नहीं आत्माराम पुत्र रूघाराम निवासी भीलो का पार में वर्ष 2012 में सार्वजनिक टांका स्वीकृत किया गया। पंचायत से एक भी किश्त जारी नहीं की गई। जबकि आत्मा ने अपने ही पैसों से टांका निर्माण पूरा करवा िया। इस तरह विभिन्न योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में भारी अनियमितताएं बरती गई। 

ग्रेवल सड़कों में फर्जीवाड़ा
ग्राम पंचायत गागरिया में मनरेगा योजना से बिजरियाड़ सड़क से कासम की ढाणी एक किलोमीटर ग्रेवल सड़क स्वीकृत है। पंचायत ने आधा किलोमीटर ग्रेवल सड़क का आधा अधूरा कार्य करके कत्र्तव्य की इतिश्री कर दी। सड़क निर्माण में ग्रेवल अभे का पार का उपयोग में लिया गया, जबकि बिलों में दूसरे गांव से ग्रेवल परिवहन करने के बिल प्रस्तुत किए गए। इसी तरह मुनाबाव रोड से जेसाराम की ढाणी तक आधा किलोमीटर ग्रेवल सड़क स्वीकृत होने पर पूर्व में बनी खरंजा सड़क पर ग्रेवल बिछाकर भुगतान उठा लिया। जबकि यह सड़क पहले से बनी थी।
कैश बुक व रिकार्ड में हेरा फेरी
ग्राम पंचायत की कैश बुक में मनरेगा योजना के लिए सामग्री सप्लायर्स मैसर्स रहमान खां नोहड़ी एंड संस को एडवांस भुगतान किया गया। कार्य स्वीकृत होने पर शुरू किए बिना ही बैंक से अलग-अलग फर्मों को भुगतान दर्शा रखा है। इतना ही नहीं रिकार्ड में कांट छांट की गई। कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत है, मगर कार्य ठेकेदार से करवाए जा रहे हैं।


॥ मनरेगा व अन्य योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में लाखों रुपए का घोटला किया गया है। आधे अधूरे कार्यों को कागजों में पूर्ण दर्शाते हुए भुगतान उठा लिया। इस संबंध में शिकायत दर्ज करवा रखी है। कई कार्य तो हुए ही नहीं कागजों में दिखाकर भुगतान उठाया गया। इस मामले की जांच करने पर भारी अनियमितताएं सामने आएगी।
जीवाराम मेघवाल, पूर्व सरपंच गागरिया
॥ ग्राम पंचायत गागरिया में बीएडीपी से स्वीकृत स्कूल चारदीवारी निर्माण कार्य अधूरा है। जिसका भुगतान उठाने के बारे में जानकारी नहीं है। मौके पर ढ़ाई लाख का कार्य हो रखा है। अन्य योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में अनियमितता के मामले की जांच की जाएगी।
आईदानसिंह, विकास अधिकारी बाड़मेर
॥ मैने अभी कार्यभार ग्रहण किया है। गागरिया पंचायत के मामले को प्राथमिकता से लिया जाएगा। मनरेगा में भ्रष्टाचार के मामले की जांच करवाई जाएगी।
मांगीलाल गौड़, लोकपाल (मनरेगा), जिला परिषद बाड़मेर

पारा 43 पार, गर्मी से बेहाल

पारा 43 पार, गर्मी से बेहाल

बाड़मेर। जिले में गर्मी और तेज हो गई है। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 43 डिग्री को पार कर गया। साथ में लू के थपेड़े चलने से आमजन की परेशानी और बढ़ गई। शुक्रवार इस गर्मी का अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। तापमान 43.2 डिग्री को छू गया। गर्मी के तेवर तीखे होने से आमजन की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है।

दोपहर में लोग घरों से बाहर निकलने की जगह सुस्ताने में भलाई समझ रहे है। सुबह के साथ ही गर्मी का असर दिखने लगा है। दोपहर में हाड़ जलाती गर्मी के साथ लू चलने से हवा भी शरीर को तपा देती है। ऎसे में दोपहर में चहुंओर सूनापन नजर आता है। आमतौर पर शहर के बाजार में नजर आने वाली रौनक गायब हो गई है। सड़कें पर वाहनों की आवाजाही थम सी जाती है। घरों में कूलर व एसी गर्मी से थोड़ी राहत दे रहे हैं।

शीतल पेय की मांग बढ़ी
गर्मी के तेवर तीखे होते ही बाजार में शीतल पेय की मांग बढ़ गई है। लोग चाय-कॉफी की जगह ठण्डे पेय, ज्यूस को पसंद कर रहे हंै।

जांगिड़ को आईएएस परीक्षा में 689वीं रैंक


जांगिड़ को आईएएस परीक्षा में 689वीं रैंक 

बाड़मेर भारतीय संघ लोक सेवा आयोग की ओर से शुक्रवार को घोषित हुए आईएएस परीक्षा के परिणाम में बाड़मेर के शंकरलाल जांगिड़ ने 689वीं रैंक हासिल की। जांगिड़ ने अपने पहले प्रयास में ही सफलता प्राप्त की। परिणाम घोषित होते ही जांगिड़ के परिवार व मित्रों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। मूल रूप से जांगिड़ चौहटन क्षेत्र के गंगाला गांव में रहने वाले सामान्य परिवार से है। पिता स्व. अर्जुनराम सामान्य किसान थे। वहीं बड़ा भाई जोगाराम जांगिड़ का 2006 बैच में आईएएस में चयन हुआ था। जोगाराम अभी कोटा के कलेक्टर पद पर कार्यरत है। 



पीजी कॉलेज से ग्रेजुएशन



जिला मुख्यालय स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से नियमित विद्यार्थी के रूप में वर्ष 2010 में बीए का अध्ययन पूरा करने के बाद से ही शंकरलाल लगातार सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुटा था। उन्होंने जयपुर में ही रहकर इसकी तैयारी की।

आगे बढऩे का सपना

जांगिड़ ने बताया कि शुरूआत से ही उनका प्रशासनिक सेवा में जाने का लक्ष्य रहा है। अगली बार और ज्यादा अच्छी तरह से तैयारी कर आईएएस परीक्षा देकर अच्छी रैंक हासिल करने का प्रयास करुंगा। जांगिड़ के चयन पर कॉलेज व्याख्याता डॉ. हुकमाराम सुथार सहित अन्य लोगों ने गांधीनगर स्थित जांगिड़ के निवास पहुंच बधाई दी।

शुक्रवार, 3 मई 2013

अब तिहाड़ जेल में की कैदियों ने मारपीट, एक की मौत


नई दिल्ली. जम्‍मू की जेल में बंद एक पाकिस्‍तानी कैदी पर हुए हमले के बाद अब दिल्‍ली स्थित तिहाड़ जेल में भी कैदियों के बीच झड़प की खबर है। इस मारपीट में एक भारतीय कैदी की मौत हो गई है जबकि दो अन्‍य जख्‍मी हुए हैं। इन्‍हें दीन दयाल उपाध्‍याय अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। एक कैदी की हालत गंभीर है जिसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। ताजा घटना के बाद तिहाड़ जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है
अब तिहाड़ जेल में की कैदियों ने मारपीट, एक की मौत
जम्‍मू में पाकिस्‍तानी कैदी के सिर पर आपसी झड़प में ईंट और हथौड़े से हमला किया गया है। कैदी का नाम सनाउल्‍लाह हक (54) है और उस पर मर्डर के दोषी एक पूर्व फौजी ने हमला किया  है। उसे जम्‍मू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था लेकिन गंभीर हालत होने की वजह से उसे चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। हालांकि केंद्रीय मंत्री फारुख अबदुल्ला ने दावा किया है कि घायल पाकिस्तानी कैदी की मौत नहीं होगी, लेकिन सरबजीत मारा गया। जम्‍मू कश्‍मीर के मुख्‍यमंत्री उमर अब्‍दुल्‍ला ने ट्वीट किया कि कम से कम भारत में हमले की जांच होती है और इसके कारण का पता चल जाएगा, पाकिस्तान में तो जांच भी नहीं होती है।

सनाउल्‍लाह जम्मू की कोट बलवाल जेल में 17 साल से बंद है। घटना को सरबजीत पर पाकिस्‍तानी जेल में हुए हमले का बदला माना जा रहा है। सनाउल्लाह हक पाकिस्तान के सियालकोट के पास दालोवाली का रहने वाला है। वह 1994 में जम्मू के पास एक बस को विस्फोट से उड़ाने का दोषी है। इस विस्फोट में 10 लोग मारे गए थे। उसे आजीवन कारावस की सजा मिली है। सूत्रों के मुताबिक सुबह ब्रेक के समय दोनों कैदी एक साथ बीड़ी पी रहे थे। दोनों के बीच विवाद होने पर विनोद ने उस पर गैंती से हमला कर दिया।

सनाउल्लाह पर हमले के तत्‍काल बाद पाकिस्‍तान ने तेवर दिखाए हैं। उसने मामले की जांच की मांग करते हुए यह भी मांग उठाई कि उसके राजनयिकों को कैदी से मिलने की इजाजत दी जाए। पाकिस्‍तान ने सनाउल्‍लाह को वापस भेजने की मांग भी की है।  केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि पाक नागरिक पर हमले की जांच की जा रही है। उसी के बाद कुछ कहा जा सकेगा। पाकिस्तान ने घटना की निंदा की है तो भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर खेद जाहिर किया है और कहा है कि इंलाज का इंतजाम पूरा हो जाने पर पाक अधिकारियों को घायल कैदी से मिलने की इजाजत दी जाएगी।

सनाउल्लाह पर हमले के मामले में जम्मू-कश्मीर सरकार ने कोट बलवाल जेल अधीक्षक रजनी सहगल और उनके स्टाफ को सस्पेंड कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पाकिस्तानी उच्चायोग ने विदेश मंत्रालय स्तर पर मामले को उठाया है औऱ अपने अधिकारियों की जम्मू में घायल कैदी से मुलाकात की इजाजत मांगी है। इस हमले के बाद कोट बलवाल जेल में बंद सभी पाकिस्तानी कैदियों को अलग सेल में रखने की तैयारी की जा रही है

न्यूड पेंटिंग्स बनाने वाली पाकिस्तानी बाला पर फिदा हुआ कट्टरवादी भारतीय नेता



दिल्ली। अलगावादी नेता और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक को गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ये अलगावादी नेता हमेशा से ही विवादों में रहा है। कभी भारत के मोस्ट वांटेड हाफिज सईद के साथ फोटो खिचवाने पर तो कभी अपने बयानों के कारण।
PIX: न्यूड पेंटिंग्स बनाने वाली पाकिस्तानी बाला पर फिदा हुआ कट्टरवादी भारतीय नेता


मलिक की शादी भी विवादों में रही है। यासीन ने एक पाकिस्तानी एक्टिविस्ट से निकाह किया है। 22 फरवरी 2009 को यासीन ने मुशाल हुसैन मलिक से निकाह किया। लंदन स्‍कूल ऑफ इकोनॉमिक्‍स की छात्रा रही मुशाल से अक्‍टूबर 2008 में यासीन मलिक ने सगाई की थी। मूलत: लंदन में रहने वाली मुशाला न्यूड पेंटिंग्स करती हैं।
मुशाल के पिता एम. ए. हुसैन अंतरराष्ट्रीय स्तर के अर्थशास्त्री थे, जबकि उनकी मां रेहाना हुसैन मलिक पाकिस्तान मुस्लिम लीग की विमिन विंग की सेक्रटरी जनरल रह चुकी हैं। मुशाल के भाई हैदर अली हुसैन मलिक वॉशिंगटन डीसी में साउथ एशिया पॉलिसी के एक्सपर्ट हैं। यासीन उन पांच आतंकवादियों में से एक हैं जिन्होंने कश्मीर में 1989 में आजादी के लिए अभियान शुरू किया था।

उदयपुर में बाड़मेर आ रहे 1067 बॉक्स शराब-बीयर जब्त

उदयपुर में बाड़मेर आ रहे 1067 बॉक्स शराब-बीयर जब्त 

उदयपुर। शहर की प्रतापनगर थाना पुलिस ने बीती रात नाकाबंदी के दौरान लाखो रूपए कीमत की शराब से भरे दो ट्रक पकड़ उनके चालक व खलासी को गिर तार किया। जब्त शराब तस्करी कर बाड़मेर से गुजरात पहुंचाई जाने वाली थी।


जिला पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि मुखबीर की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) व पुलिस उपअधीक्षक (पूर्व) के निर्देशन में प्रतापनगर थानाधिकारी मनजीत सिंह के नेतृत्व में कांस्टेबल सत्यप्रकाश,उपनिरीक्षक भरत योगी,सहायक उपनिरीक्षक मांगीलाल,हैडकांस्टेबल अर्जुन सिंह,पर्वतसिंह, बुटीराम,बाबूलाल,किशनदास,धर्मेन्द्र,कालू,महिपाल की टीम ने देबारी घाटे में नाकाबंदी कर उदयपुर नंबर के ट्रक को रोक तलाशी ली।


इसमें हरियाणा निर्मित विभिन्न ब्राण्डों की 767 कर्टन अंग्रेजी शराब व 300 कर्टन बीयर जब्त की। यह शराब केवल हरियाणा में ही बिक्री के लिए थी। शराब के अवैध परिवहन के आरोप में चिकारड़ा (चित्तौड़गढ़) निवासी चालक नारायणलाल पुत्र वजेराम मेनारिया व खलासी मुन्ना पुत्र घीसु फकीर को गिर तार किया।


इसी प्रकार एक अन्य सूचना पर इसी टीम ने प्रतापनगर चौराहा पर नाकाबंदी करते हुए हरियाणा नंबर के कंटेनर को रोक तलाशी ली,जिसमें विभिन्न ब्राण्डों की अंग्रेजी शराब के 858 कर्टन व 195 कर्टन बीयर जब्त की। इस मामले में कंटेनर चालक ईसरोल थाना चौहटन (बाड़मेर) व भाजभर थाना रामसर (बाड़मेर) निवासी खलासी रायचंद पुत्र बालाराम जाट को गिर तार किया। इनसे पूछताछ की जा रही है।
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चित्तौड़ के मयूर को आईएएस में 11वीं रैंक

चित्तौड़ के मयूर को आईएएस में 11वीं रैंक

चित्तौड़गढ़. भारतीय संघ लोक सेवा आयोग द्वारा शुक्रवार को घोषित परीक्षा परिणामों में चित्तौड़गढ़ के मयूर दीक्षित ने राष्ट्रीय स्तर पर 11वीं रैंक हासिल की है। यह उसका दूसरा प्रयास था। गत वर्ष मयूर 263वीं स्थान पर रहा और कस्टम कमीशन में उसका चयन हो गया।

मेहनत व भाग्य का खेल

फरीदाबाद में 4 माह की कस्टम सर्विस की ट्रेनिंग ले चुके मयूर ने राजस्थान पत्रिका को दूरभाष पर इस कामयाबी को मेहनत व भाग्य का खेल बताया। उसने ट्रेनिंग के दौरान घर पर ही कड़ी मेहनत की। अपरान्ह बाद इंटरनेट पर जैसे ही परिणाम आया, उसके मोबाइल फोन पर बधाइयों का तांता लग गया।

देश सेवा ही मकसद

मयूर ने बताया कि बचपन से ही उसका सपना कलक्टर बनकर सेवा करना रहा है। इसी कारण उसने पहली प्राथमिकता आईएएस को दी। विदेश सेवा को दूसरी प्राथमिकता में रखा।

प्रतिभाओं का परिवार

आईआईटी कानपुर से गोल्ड मेडलिस्ट मयूर ने बाद में आईआईएम बंग्लौर से एमबीए किया। इसके बाद गत वर्ष उसने आईएएस परीक्षा में भाग लिया और कस्टम सर्विस में चयन हो गया। इसके बाद भी मयूर भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बनने के लक्ष्य में जुटा रहा और इस वर्ष फिर से परीक्षा दी। मयूर के अग्रज मधुर आईआईटी चैन्नई से क?प्यूटर इंजीनियर होकर पिछले दस साल से माइक्रोसॉ?ट क?पनी हैदराबाद में बतौर सॉ?टवेयर इंजीनियर है। छोटा भाईमनुज कोटा में 12वीं कक्षा में अध्ययनरत है। पिता डॉ. उमेश दीक्षित पशुपालन विभाग में संयुक्त निदेशक व माता कल्याणी दीक्षित यहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बालिका शहर में बतौर प्रधानाचार्य है।

फूफा बना हैवान,बच्ची से रेप फिर हत्या

फूफा बना हैवान,बच्ची से रेप फिर हत्या

शहडोल। गोहपारू थाना के उमरिया गांव में छह वर्षीय मासूम के साथ उसके फूफा ने ही पहले दुष्कर्म किया और फिर पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी। दोपहर से ही घर से लापता मासूम का क्षत-विक्षत शव गुरूवार देर रात गांव के खेत से मिला। आरोपी फूफा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी ने बताया कि ग्रामीणों ने रात 10.30 बजे बच्ची के गुम होने की सूचना दी। बच्ची गुरूवार की दोपहर 12 बजे जंगल की ओर महुआ बीनने गई थी। शाम तक बच्ची के नहीं लौटने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम को जंगल में बच्ची का शव मिला।

उसका सिर पत्थर पटककर कुचला गया था। पुलिस के अनुसार ग्रामीणों ने बताया कि मासूम के जंगल जाते समय उसका फूफा भी पीछे से गया था। पुलिस ने संदेह के आधार पर फूफा को गिरफ्तार किया। उसने जुर्म कबूल कर लिया।

आईजी वेद प्रकाश शर्मा व एसपी जीजी पांडेय ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले की जांच के लिए विशेष दल गठित किया है। मासूम के शव का पोस्टमार्टम तीन सदस्यीय डॉक्टरों के दल ने गोहपारू सामुदायिक अस्पताल में किया। इसमें ज्यादती की पुष्टि हुई है। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी से पूछताछ कर रही है।

हरिता ने किया आईएएस में टॉप

हरिता ने किया आईएएस में टॉप

नई दिल्ली। इस साल की आईएएस परीक्षा के अंतिम परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए। यूपीएससी की ओर से आयोजित परीक्षा में केरल की हरिता वी.कुमार ने टॉप किया है। टॉप 10 में 5 लड़कियां शामिल हैं।

करीब 20 साल बाद केरल के किसी उम्मीदवार ने आईएएस परीक्षा में टॉप किया है। इससे पहले 1991 में केरल के उम्मीदवार अव्वल रहा था। हरिता के पास इस परीक्षा में पास होने का चौथा और आखिरी मौका था।

फरीदाबाद में आईआरएस अधिकारी की ट्रेनिंग ले रही हरिता ने अपनी सफलता के लिए टीचरों और घरवालों को धन्यवाद कहा है। केरल के ही श्रीराम वी ने दूसरी और जॉन वर्गीज ने चौथी रैंक हासिल की है।

स्तुति चरण तीसरे स्थान पर रही। परीक्षा में कुल 998 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। इनमें जनरल के 457,295 अन्य पिछड़ा वर्ग के,169 एससी के,77 एसटी के उम्मीदवार शामिल हैं।

ये रहे टॉप 10

1.हरिता वी कुमार(केरल)

2.श्रीराम वी(केरल)

3.स्तुति चरण

4.ए.जॉन वर्गीज(केरल)

5.रूचिका कात्याल

6.अरूण थम्बुराज

7.टी.प्रभुशंकर

8.वंदना

9.चांदनी सिंह

10.आशीष गुप्ता

सरबजीत को दिया शहीद का दर्जा

सरबजीत को दिया शहीद का दर्जा
निर्दोष सरबजीत की हत्या, आरोपी मनजीत मजे में
चण्डीगढ़। पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में शुक्रवार को पाकिस्तान में कैदियों के जानलेवा हमले का शिकार हुए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए शहीद का दर्जा दिया गया।

विधानसभा ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें सरबजीत को "देश का शहीद" बताया गया। सदस्यों ने खड़े होकर और कुछ देर मौन रहकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। विधानसभा में इस मुद्दे पर कोई बहस नहीं हुई।

पाकिस्तान में दो बम विस्फोटों के लिए मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत पर लाहौर की कोट लखपत जेल के कैदियों ने 26 अप्रैल को जानलेवा हमला कर दिया था, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए थे। उन्हें लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार देर रात उनकी मौत हो गई।

पाक जेल 36 भारतीय कैदी,20 विक्षिप्त

पाक जेल 36 भारतीय कैदी,20 विक्षिप्त

नई दिल्ली/लाहौर। पाकिस्तान में लाहौर के हत्यारे कोट लखत जेल में 36 ऎसे कैदी हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वे भारतीय नागरिक हैं। इनमें से 20 कैदी विक्षिप्त हैं। भारत-पाकिस्तान की जेलों में बंद कैदियों की दशा का अध्ययन करने के लिए बनाई गई संयुक्त न्यायिक समिति ने अपने छठे दौरे में पाकिस्तान की विभिन्न जेलों का भ्रमण किया।

समिति के अनुसार पाकिस्तान जेलों में कुल 535 भारतीय कैदी हैं जिनमें से 483 मछुआरे हैं। पचास से अधिक ऎसे कैदी हैं जिनकी राष्ट्रीयता को लेकर विवाद की स्थिति है। न्यायिक समिति ने भारत की ओर से अवकाश प्राप्त न्यायाधीश एएस गिल एवं एमए खान तथा पाकिस्तान की ओर से अवकाश प्राप्त न्यायाधीश अबुल कादिर चौधरी, नासिर असलम जाहिद और मियां मुहम्मद अजमल शामिल थे।

भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर हुए हमले के मद्देनजर इस समितिने 26 अप्रेल से एक मई तक लाहौर सहित विभिन्न पाकिस्तानी जेलों का दौरा किया। ये दल जब लाहौर पहुंचा उस समय सरबजीत जिन्ना अस्पताल में कोमा में था। समिति ने कोट लखपत जेल में भारतीय कैदी चम्बैल सिंह पर हुए जानलेवा हमले के बारे में कहा कि इस कैदी के अंतिम अवशेषों को दो महीने के बाद भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया।

चम्बैल सिंह की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट अभी तक भारतीय अधिकारियों को नहीं दी गई है। समिति ने पाकिस्तान से कहा कि ऎसा तुरंत किया जाए। समिति के अनुसार कराची में एक, रावलपिंडी में दो और कोट लखपत जेल में 20 ऎसे कैदी हैं जो मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं। समिति ने इन कैदियों की राष्ट्रीयता तय करने के लिए भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों से आग्रह किया।

रिश्वत लेते कैंसर विभागाध्यक्ष गिरफ्तार

रिश्वत लेते कैंसर विभागाध्यक्ष गिरफ्तार

-जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज से किया था एमबीबीएस व एमडी
-पंद्रह वर्ष से उदयपुर में है सेवारत

उदयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने संभाग मु यालय के महाराणा भूपाल चिकित्सालय के कैंसर विभागाध्यक्ष को शुक्रवार सुबह एक महिला रोगी के इलाज के लिए पांच सौ रूपए रिश्वत लेते उनके कक्ष से रंगे हाथ गिर तार किया। ब्यूरो की एक टीम उसके सरकारी आवास पर तलाशी ले रही है।


ब्यूरो चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपालसिंह चुण्डावत ने बताया कि कांकरोली राजसमंद निवासी श्यामसुंदर सुथार ने एक मई को शिकायत की कि उसकी रिश्तेदार एमड़ी निवासी कंकूबाई पत्नी स्व. रूपलाल सुथार के स्तन कैंसर के उपचार के लिए गत 29 मार्च को उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय में डॉ. सुरेश कुमार डंगायच को दिखाया। तब डॉ. डंगायच ने उनसे दो सौ रूपए फीस ली।


इसके बाद नौ अप्रेल को दुबारा दिखाकर भर्ती कराने पर डॉ. डंगायच ने पांच सौ रूपए ले लिये। एक मई को दिखाने जाने पर उन्होंने और पांच सौ रूपए की मांग की। वह यह राशि नहीं देना चाहता। इस पर ब्यूरो की टीम ने शिकायत का सत्यापन किया, जिसमें रिश्वत राशि मांग की पुष्टि हुई।


ब्यूरो दल ने शुक्रवार सुबह करीब सवा नौ बजे पीडित का इशारा मिलते ही डॉ. डंगायच के चिकित्सालय स्थित कक्ष में दबिश दी और उनके कमीज की जेब से रिश्वत के 500 रूपए का नोट बरामद किया। उनके हाथ धुलवाने पर लाल रंग आ गया। मूलत: जयपुर जिले में चौमू निवासी डॉ. डंगायच ने एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर से एमबीबीएस व एमडी किया। वे पिछले पंद्रह वर्ष से उदयपुर में सेवारत हैं और वर्ष 2010 से यहां कैंसर विभागाध्यक्ष के रूप में नियुक्त हैं।


एएसपी चुण्डावत ने बताया कि रिश्वत लेने के आरोप में गिर तार डॉ. डंगायत के चिकित्सालय परिसर स्थित सरकारी आवास पर निरीक्षक दिनेश सुखवाल के नेतृत्व में टीम तलाश ले रही है।


उधर,डॉ. डंगायच का कहना है कि उन्हें रंजिश के चलते फंसाया गया है। शिकायतकर्ता ने पिछले दिनों भी चिकित्सालय में पहले उपचार पाने के लिए हंगामा किया था। उन्होंने रिश्वत की राशि नहीं ली बल्कि शिकायतकर्ता ने जबरन उनकी जेब में रूपए रखे, जो निकालकर वापस उसे देते समय उनके हाथ पर रंग आ गया।

जम्मू में पाक कैदी पर हमला,कोमा में गया

जम्मू में पाक कैदी पर हमला,कोमा में गया
जम्मू। पाकिस्तान में भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर लाहौर के कोट लखपत जेल में हमले से मौत के बाद जम्मू की कड़ी सुरक्षा वाली कोट बलवाल जेल में एक साथी कैदी ने एक पाकिस्तानी कैदी पर हमला कर दिया। सिर में गंभीर चोट आने से पाकिस्तानी कैदी कोमा में चला गया।



हमले के शिकार हुए पाकिस्तानी कैदी को फ्लाइट से चंडीगढ़ के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। इसी बीच भारत और पाकिस्तान के बीच इस मामले को लेकर तनाव बढ़ने लगा है। जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे एक पूर्व भारतीय सैनिक ने शुक्रवार को सनाउल्लाह के सिर में हथौडे से वार किया था। दोनों में किसी बात पर झगड़ा हुआ था। पाकिस्तान में सियालकोट के रहने वाले सनाउल्लाह को पहले जम्मू के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया। डाक्टरों ने बताया कि वह कोमा में चला गया है।


भारत ने इस हमले को दुखद बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने कहा, मामले की जांच की जा रही है तथा दोषी को सजा मिलेगी। वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा,"यह यकीनन भारतीय कैदी सरबजीत सिंह की मौत का बदला लिया गया है।"


इसी बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह सुझाव दिया है कि दोनों देशों के अधिकारियों को मिलकर भारतीय और पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा और मानवीय व्यवहार को सुनिश्चित करना चाहिए।


जम्मू कश्मीर सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं और जेल अधीक्षक को निलंबित भी कर दिया है। इसके अलावा भारत में पाकिस्तान के राजनयिकों को सनाउल्लाह से मिलने दिया जाएगा।


17 साल से जेल में है -

यह पाकिस्तानी कैदी पिछले 17 साल से कोट बलवाल जेल में है। उसके खिलाफ हत्या सहित आठ मामले दर्ज हैं। दो मामलों में उसे उम्रकैद की सजा हो चुकी है। वहीं विनोद पिछले छह साल से जेल में है। वह हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है।

पाक घुसपैठिए "बिलाल" से पूछताछ शुरू

पाक घुसपैठिए "बिलाल" से पूछताछ शुरू
बीकानेर। गंगानगर जिले के रावला थाना क्षेत्र में अवैध रूप से भारतीय सीमा में प्र्रवेश करते पकड़े गए पाकिस्तानी घुसपैठिए से भारतीय खुफिया एजेंंसियों ने शुक्रवार को पूछताछ शुरू कर दी है।


उल्लेखनीय है कि गुरूवार को खुफिया सूत्रों के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) ने पाकिस्तानी नागरिक बिलाल हुसैन(50) को पूछताछ के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने जरूरी कागजी कार्रवाई के बाद पुलिस ने उसे खुफिया एजेंसियों के सुपुर्द करने के आदेश जारी कर दिए।


सूत्रोंं के मुताबिक शुरूआती पूछताछ में बिलाल ने रास्ता भटककर गलती से भारतीय सीमा में आना बताया है। उसके पास आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली।


ज्ञात हो कि गत एक मई को वर्षा सीमा चौकी के पिलर नं.390 के पास बिलाल को बीएसएफ के जवानोंं ने भारतीय सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करते पकडा था। उसने खुद को पाकिस्तान के भाकर जिले के कुंंदरावाली गांव का निवासी बताया है।


किशोर और युवती को लौटाया

हाल ही में जिले की अनूपगढ क्षेत्र में पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में गलती से घुस आए एक किशोर और पंजाब के फाजिल्का क्षेत्र में रास्ता भटककर भारतीय सीमा में आई एक युवती को बीएसएफ ने मानवीय नजरिया अपनाते हुए एक दिन बाद ही पाकिस्तानी रेंजर के सुपुर्द कर दिया था।

राजकीय सम्मान के साथ हुआ सरबजीत का अंतिम संस्कार



नई दिल्ली। पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में बर्बर तरीके से मारे गए सरबजीत सिंह का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। सरबजीत सिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव भिखीविंड में शुक्रवार को दो बजे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने सरबजीत को मुखाग्नि दी। अंतिम रस्म के वक्त सरबजीत की बेटियों समेत परिजनों को अधिकारी संभाल रहे थे। सरबजीत के अंतिम दर्शन को लेकर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। प्रकाश सिंह बादल, सुखवीर सिंह कई नेता मौजूद थे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे।
live: Sarabjit's funeral, rahul reaches
जिस शहर के बाशिंदे आज भी इस जुमले पर गुमान करते हैं कि जिसने लाहौर नहीं देखा वह जन्मा ही नहीं, उसने भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह को तिल-तिल करते मरते हुए देखा भी और दुनिया को दिखाया भी। 49 साल के सरबजीत को कभी साझा रही सरहद को लांघने की गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। बीते शुक्रवार को लाहौर की कोट लखपत जेल में नफरत से भरे खूंखार कैदियों के सुनियोजित हमले में मरणासन्न हुए सरबजीत ने जिन्ना अस्पताल में बुधवार आधी रात के बाद भारतीय समयानुसार डेढ़ बजे इस बेरहम दुनिया से विदा ले ली। तरनतारन के भिखीविंड गांव के सिख दलित परिवार के किसान सरबजीत को पाकिस्तान ने जीते जी तो रहम की भीख देने से इन्कार किया, लेकिन उनके शव की सुरक्षा में तमाम तामझाम दिखाया। पाकिस्तान ने उन्हें सुरक्षा तब दी जब उनके प्राण पखेरू हो चुके थे।

पूरे देश में गम और गुस्से की लहर के बीच सरबजीत सिंह का अंतिम संस्कार हुआ।

अगस्त, 1990 की एक रात वह भटकर मुल्क की सीमा लांघकर पाकिस्तान पहुंच गए। इसके बाद 1991 में उन्हें जासूसी और लाहौर व फैसलाबाद में हुए बम धमाकों का दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुना दी गई। तमाम अपील, अनुरोध और इस पुख्ता दलील के बाद भी उन्हें माफी नहीं दी गई कि वह गलत पहचान का शिकार हुए हैं।

मई, 2008 में पाकिस्तान सरकार ने सरबजीत को फांसी दिए जाने पर अनिश्चितकालीन रोक लगा दी थी। लगता है भारत के दुश्मनों ने तभी सरबजीत को मौत की सजा देने का वैकल्पिक रास्ता खोज लिया था। उसी के तहत पिछले शुक्रवार को कोट लखपत जेल में छह कैदियों ने उन पर जानलेवा हमला किया, जिसकी परिणति आज पूरे देश के सामने है। शुक्रवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पाकिस्तानी जेल में अमानवीय व्यवहार का शिकार हुए सरबजीत सिंह की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा की है। सरबजीत को शहीद घोषित करते हुए बादल ने उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की बात कही। प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक रहेगा। इसके अलावा सरकार सरबजीत की दोनों बेटियों को सरकारी नौकरी भी देगी।

अंतिम संस्कार के मौके पर हजारों लोगों की आमद को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस जवान तैनात किए गए थे। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था।

पाकिस्‍तान ने दिल और किडनी निकाल कर भेजा सरबजीत का शव

लाहौर/नई दिल्ली। पाकिस्‍तान की जेलों में 22 साल गुजराने के बाद लाहौर के जिन्‍ना अस्‍पताल में आखिरी सांस लेने वाले सरबजीत सिंह का शव गुरुवार रात उनके पैतृक गांव भिखीविंड ले जाया गया। इससे पहले लाहौर से शव लेकर एयर इंडिया का विशेष विमान जब अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा तो वहां विदेश राज्‍य मंत्री परनीत कौर, पंजाब के डिप्‍टी सीएम सुखबीर सिंह बादल और पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष प्रताप सिंह बाजवा समेत कई नेता मौजूद रहे। लेकिन सरबजीत का शव लेकर लाहौर एयरपोर्ट से इस विमान के उड़ान भरने में वहां के अधिकारियों की वजह से देरी हुई। सरबजीत की लाश को भारत भेजते समय आखिरी वक्‍त में पाकिस्‍तान की लालफीताशाही आड़े आई। पहले पाकिस्‍तान के कस्‍टम अधिकारियों ने सरबजीत का शव भारत भेजने से रोका, फिर वहां की एंटी नारकोटिक्‍स फोर्स ने अड़ंगा डाला।
पाकिस्‍तान ने दिल और किडनी निकाल कर भेजा सरबजीत का शव
कस्‍टम अधिकारी शव को भारत भेजने से पहले एनओसी, पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस रिपोर्ट मांग रहे थे। पाकिस्‍तानी अधिकारी विदेश मंत्रालय से भी क्लियरेंस मांग रहे थे। इसके बाद एंटी नारकोटिक्‍स टीम ने सरबजीत का शव भारत भेजने की मंजूरी देने से पहले हॉस्पिटल की तरफ से क्लियरेंस की मांग की। इस तरह सरबजीत का शव लेने गया एयर इंडिया का विशेष विमान एयरबस 319 लाहौर एयरपोर्ट पर करीब तीन घंटे से अधिक समय तक खड़ा रहा। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद शव को भारतीय विमान में रखा जा सका

सरबजीत को शव को पोस्‍टमॉर्टम के लिए पहले पट्टी ले जाया जाएगा। इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। सरबजीत का परिवार दिल्‍ली से विमान के जरिये अमृतसर और फिर वहां से हेलिकॉप्‍टर के जरिये भिखीविंड पहुंचा जहां कल दोपहर दो बजे सरबजीत का अंतिम संस्कार होगा। लाहौर के जिन्‍ना अस्‍पताल में सरबजीत के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सरबजीत की मौत का कारण टॉर्चर को बताया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया। गत 26 अप्रैल को कोट लखपत जेल में पाकिस्‍तानी कैदियों के हमले में सरबजीत को गंभीर चोट आई थी जिसके बाद उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा था। गुरुवार आधी रात के बाद करीब डेढ़ बजे सरबजीत के मौत की खबर आई।

इस बीच, जीते जी सुध नहीं लेने वाली सरकार मरने के बाद सरबजीत और उनके परिवार वालों पर कृपा बरसा रही है। मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री राहत कोष से सरबजीत के परि‍वार वालों को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की तो पंजाब सरकार ने एक करोड़ रुपये देने का ऐलान कर दिया। पंजाब सरकार सरबजीत को शहीद का दर्जा देने के साथ सरबजीत की बेटियों को सरकारी नौकरी भी देगी। सरबजीत का अंतिम संस्‍कार भी पूरे राजकीय सम्‍मान के साथ किया जाएगा। पंजाब में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है।

जैसलमेर 27 साल से कराची जेल में बंद है जमालदीन


27 साल से कराची जेल में बंद है जमालदीन 
सरबजीत की मौत के बाद जमालदीन के घर वालों की भी बढ़ी चिंता, 27 सालों में एक ही खत आया था, उसके बाद से कोई अता पता नहीं है 
 जैसलमेर पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत की मौत के बाद बांधा गांव में भी माहौल चिंतनीय हो गया है। बांधा गांव का जमालदीन पिछले 27 साल से कराची जेल में बंद है। एक छोटी सी भूल के चलते वह सीमापार कर पाकिस्तान जा पहुंच तब से वह कराची जेल में बंद है।
सरबजीत पर हुए हमले तथा उपचार के दौरान हुई मौत से जमाल के परिजनों एवं गांव वालों में भी भय का माहौल है। उन्हें भी लगता है कि कहीं उनके जमाल की स्थिति सरबजीत की तरह न हो। जमाल के पुत्र हासम खां ने बताया कि 1986 में जमालदीन मवेशी चराते हुए भूलवश पाकिस्तान की सीमा में चला गया। जहां पाकिस्तान पुलिस ने पकड़ कर उसे जेल में डाल दिया। तब से लेकर अभी तक न तो सरकार ने कोई कार्रवाई की है और न ही उसे रिहा किया गया है। 12 साल पहले एक खत आया था जिसमें 15 दिन बाद रिहाई का लिखा था। उसके बाद से लेकर आज तक न तो खत है नहीं कोई संदेश।

27 साल से कराची जैल में है बंद 

जमालदीन 1986 में मवेशी चराते हुए भूलवश पाकिस्तान की सीमा में चला गया था। जहां उसे पुलिस ने पकड़ कर जेल में बंद कर दिया था। जमालदीन के पुत्र हासमखान का कहना है कि 26 मार्च 1991 को कराची की सेंट्रल जैल के वार्ड संख्या 6 से लिखा पत्र आया था। जिसमें लिखा था कि 15 दिन बाद रिहा कर दिया जाएगा। लेकिन उसके बाद से कोई जानकारी नहीं है। सरकार से मदद की गुहार भी की लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

कहीं मार तो नहीं दिया

जमालदीन के भाई कमाल दीन का कहना है कि उन्हें तो कभी- कभी डर भी लगता है कि कहीं उसे मार तो नहीं दिया गया है। पिछले 12 साल से कोई खबर नहीं आई है। कराची जैल में बंद है या कहीं और इसके बारे में भी कुछ नहीं जानते। 27 साल में मात्र एक पत्र ही पाकिस्तान से आया है। पाकिस्तान की कोट लखपत जैल में सरबजीत पर हुए हमले एवं उपचार के दौरान मौत के बाद से जमालदीन के घर वालों की चिंता और अधिक बढ़ गई है। गांव में भी लोग सहमे हुए है।

7 साल जेल के बाद तय हुआ नाबालिग है

7 साल जेल के बाद तय हुआ नाबालिग है
जोधपुर। सात साल जेल में बिताने के बाद दुष्कर्म के मामले में हाईकोर्ट ने तय किया कि घटना के समय आरोपी की उम्र 17 साल 2 माह थी, इसलिए अब मुकदमा किशोर कोर्ट में चलेगा।

नागौर जिले के पादुकलां थानान्तर्गत अरनियाला निवासी लुकमान खान को सेशन न्यायालय मेड़ता सिटी ने दस वर्ष के कारावास की सजा सुनाई थी। आरोपी की ओर से हाईकोर्ट में अपील दायर कर कहा कि घटना के वक्त आरोपी किशोर था।

स्कूल रिकॉर्ड के आधार पर आरोपी की आयु जांचने का अनुरोध किया। न्यायालय ने किशोर न्याय बोर्ड नागौर को आयु जांचने का आदेश दिया। जांच में स्पष्ट हुआ कि घटना के वक्त आरोपी की आयु 17 वर्ष 2 माह थी। न्यायाधीश कंवलजीत सिंह अहलूवालिया ने उसे किशोर मानते हुए मामले को निस्तारण के लिए किशोर न्याय बोर्ड को स्थानांतरित करते हुए अपील निस्तारित कर दी।

बाड़मेर रंगरेलिया मनाते एक महिला समेत ३ गिरफ्तार


बाड़मेर रंगरेलिया मनाते एक महिला समेत ३ गिरफ्तार

बाड़मेर धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के खरड़ गांव के धोरों में रंगरेलिया मनाते एक महिला के साथ दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि खरड़ गांव के धोरों में गोविंद पुत्र राणाराम सुथार निवासी खरड़, राजेश पुत्र प्रकाश निवासी बाछड़ाऊ, मोहनी पत्नी रेखाराम रंगरेलिया मना रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया।

सास की नाक काटने वाला जंवाई सहित चार जने गिरफ्तार


सास की नाक काटने वाला जंवाई सहित चार जने गिरफ्तार 

चारों आरोपी गिरफ्तार, दामाद ने बताई हकीकत 

बाड़मेर चार रोज पूर्व अपनी सास का नाक कटवाने वाले दामाद को चार जनों समेत गिरफ्तार कर लिया .जिले के गुड़ामालानी थाना क्षेत्र के गोलिया गर्वा के युवक की शादी खंडाली गांव की एक लड़की से हो रखी थी, मगर मुकलावा करने से सुसराल पक्ष ने इनकार कर दिया। इससे खफा हुआ दामाद अपने दो साथियों के साथ ससुराल जा पहुंचा। जहां पर उसने अपनी सास का नाक काट दिया। बाद में सोने की नथ छिनकर भाग गए। इस आशय का सास ने पुलिस थाना गुड़ामालानी में मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने नाक काटने के आरोपी दामाद समेत चार जनों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बताया कि शनिवार रात्रि को गोलिया गर्ग निवासी सुरजनराम विश्नोई की शादी खंडाली गांव निवासी परमेश्वरी पुत्र आसूराम से हो रखी थी। मुकालावे को लेकर दामाद ने ससुराल पक्ष के सामने प्रस्ताव रखा। इस पर ससुरालवालों ने फिलहाल मुकलावे से इनकार कर दिया। इससे गुस्साए दामाद सुरजनराम अपने साथी वागाराम, विरधाराम व मोहनराम पुत्र रूपाराम निवासी माणकी के साथ खंडाली गांव पहुंचा। जहां पर सास का नाक काट दिया। बाद में सोने की नथ छिनकर भाग गए। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

बाड़मेर दो नाबालिग किशोरियों के साथ गेंग रेप के मामले

बाड़मेर दो नाबालिग किशोरियों के साथ गेंग रेप के मामले

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में गेंग रेप की घटाने सुरसा के मुंह की तरह दिन ब दिन बढाती जा रही हें .गुरूवार को जिले में गेंग रेप के दो मामले अलग अलग थाना क्षेत्रो में दर्ज हुए .पुलिस सूत्रानुसार सिणधरी थानातंर्गत एक नाबालिग का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। पीडि़ता को बोलेरो में डालकर जोधपुर ले गए। जहां पर स्थित एक गेस्ट हाऊस में उसे दो दिन तक बंधक बनाकर रखा। इसके बाद गुजरात ले जाते वक्त हिम्मतनगर में पीडि़ता का भाई मिलने पर आरोपी उसे छोड़कर भाग गए। सिणधरी थानाधिकारी सहदेव चौधरी ने बताया कि क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग लड़की ने मामला दर्ज करवाया कि 30 अप्रैल रात्रि को वह अपने घर से शौच करने के लिए खेत में गई। इस दौरान एक बोलेरो मेरे पास आकर रूकी। जिसमें सवार मेरे ही गांव के निवासी महेन्द्र सिंह पुत्र भंवरसिंह रावणा राजपूत, ढलीया उर्फ ढले खां मिरासी, भीखसिंह पुत्र रामसिंह, भाऊ खां पुत्र मांगु खां मिरासी ने उसे पकड़कर बोलेरो में डाल दिया। फिर जान से मारने की धमकी देकर चुप रहने की नसीहत दी। ये लोग उसे जोधपुर स्थित एक गेस्ट हाऊस में लेकर गए। जहां पर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। दो दिन रूकने के बाद आरोपी महेन्द्र सिंह उसे गुजरात के लिए बस में बैठाकर रवाना हुआ। बस हिम्मतनगर की एक होटल पर रूकी। जहां पर मैंने मेरे भाई उत्तमसिंह को देखा तो चिल्लाने लगी। इस पर आरोपी महेन्द्र सिंह भाग गया। भाई ने मेरे परिजनों को सूचना दी। गुरुवार को पुलिस थाने में सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया। पीडि़ता का मेडिकल मुआयना करवाया गया। चौधरी ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर तलाश शुरू की गई। वहीं पचपदरा पचपदरा थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक किशोरी को बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज हुआ। पुलिस के अनुसार पटाऊ कला निवासी एक किशोरी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि अभिषेक पुत्र ओमप्रकाश विश्रोई निवासी जोधपुर वगैरह 4 जनों ने उसे बहला फुसलाकर अपहरण कर ले गए। बंधक बनाकर अभिषेक व उसके साथी अनिल पुत्र खेमाराम विश्रोई निवासी पटाऊ कला ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। गौरतलब हें की इस सप्ताह जिले में सामूहिक दुष्कर्म के छः मामले दर्ज हो चुके हें
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उपेक्षित बेरियां,लाचार ग्रामीण

उपेक्षित बेरियां,लाचार ग्रामीण

शिव। दशकों से अकाल की मार झेल रहे क्षेत्र में पारम्परिक पेयजल स्त्रोत संरक्षण के अभाव में अस्तित्व खोते जा रहे हैं। मनरेगा में नाडी खुदाई पर बड़ा बजट खर्च किया जा रहा है वहीं सीमावर्ती गांवों में पेयजल का एक मात्र साधन बेरियां ग्राम पंचायतों एवं प्रशासनिक उदासीनता के चलते उपेक्षित हैं। क्षेत्र में एक तरफ बड़ी संख्या में बेरियां विलुप्त होती जा रही हैं। वहीं बड़े तालाब अतिक्रमण की भेंट चढ़ रहे है।

ऊंट के मुंह में जीरा
महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारन्टी योजना ब्लाक में वर्ष 2007 से प्रारम्भ की गई। इस योजना में अभी तक लगभग 5000 कार्य स्वीकृत हुए हैं। जिसमें बेरियों के रख रखाव महज 20-25 कार्य सीमावर्ती रोहीड़ी व बिजावल ग्राम पंचायतों में ही पूर्ण हुए हैं। इस कार्य में स्वीकृत राशि 15 से 20 हजार रूपए होने के कारण पंचायतें इसे नजरअंदाज कर रही हंै।

क्षेत्र के लिए वरदान
डीएनपी क्षेत्र के दुरूह गांवों के रेत के धोरो में जहां पानी की कल्पना ही नहीं की जा सकती वहां पुरातन बेरियों से मीठा पानी निकल रहा है। हजारों की संख्या में बनी ये बेरियां लोगों के पेयजल का एक मात्र सहारा बनी हुई हैं। गर्मी के चार माह में तालाबों का पानी सूख जाता है। सरकारी पेयजल योजनाएं ठप हो जाती हंै। ऎसे में इस क्षेत्र के वाशिन्दों व पशुओं के लिए यह बेरियां मददगार साबित होती हैं।


क्या है बेरी
रेगिस्तानी इलाके में धोरों के निकट ही समतल जमीन होती है जहां पानी का बहाव या भराव रहता है। इसे पानी का सेजा कहते हैं। यहां जमीन की खुदाई करने पर भूगर्भ से पानी निकल आता है। छोटे कुएं की खुदाई ग्रामीण अपने स्तर पर करते है तीस से पचास फीट पर पानी निकल आता है। रहट से इसको निकाला जाता है। इस छोटे कुएं को बेरी कहते हैं।

रिपोर्ट बनी रोड़ा
पारम्परिक पेयजल स्त्रोतों को प्रशासन ने कार्य योजना में शामिल किया, लेकिन जिला परिषद ने पंचायतों के लिए भू-जल विभाग की ओर से जारी पानी की उपलब्धता की रिपोर्ट को अनिवार्य करने पर यह रिपोर्ट रोड़ा बनी हुई थी लेकिन अब यह रिपोर्ट नई बेरी खुदाई के लिए अनिवार्य करने से इस कार्य में कुछ राहत के आसार हैं। इससे पहले बेरियों के संरक्षण को लेकर ब्लाक में नरेगा का कार्य नगण्य था।

तो जिन्दा नहीं रहते
विकट भौगोलिक परिस्थितियों वाले गांव द्राभा के ग्रामीण हरिसिंह सोढ़ा एवं खंगारसिंह सोढ़ा कहते है कि गांव के पास बेरियां होने से हमारा बचाव हुआ है। यहां मीलों तक पानी का कोई अन्य माध्यम नहीं है। इन बेरियों का दशकों से पानी पी रहे हैं तभी जिन्दा है।

राहत मिलेगी
मेरी पंचायत के दस गांवों में कुल चार सौ बेरियां हैं। इनके रख रखाव को लेकर पंचायत समिति में प्रस्ताव दिए थे। लेकिन लम्बे इन्तजार के बाद भी स्वीकृति नहीं हुई है। यदि इनको पर्याप्त संरक्षण मिलता है तो निश्चित तौर पर यहां के वाशिन्दों को राहत मिलेगी।
सरादीन,सरपंच, शहदाद का पार

गुरुवार, 2 मई 2013

पुत्र देने के नाम पर तांत्रिक बना हैवान

पुत्र देने के नाम पर तांत्रिक बना हैवान

नाथद्वारा। तंत्रमंत्र से गढ़ा धन खोजने में एक दिन पहले ही जहां राजधानी में एक व्यक्ति को जान गंवानी पड़ी,वहीं नाथद्वारा में गुरूवार को तंत्र के जरिए पुत्र देने के नाम पर एक तांत्रिक ने महिला से दुष्कर्म कर डाला।

पुलिस ने तांत्रिक पाली निवासी गणपतलाल को गिरफ्तार कर लिया है। बंद कमरे में पीडित विवाहिता के साथ इस कु कर्म का पता जब घरवालों को चला तो उन्होंने तांत्रिक की जम कर धुनाई कर डाली।

पुलिस ने विवाहिता का मेडिकल करवाने के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अभियुक्त तांत्रिक को शुक्रवार को अदालत में पेश करेगी।

चढ़ा ली "तंत्र" की शराब

पुलिस के अनुसार गणपतलाल पिछले दो तीन दिन से ऎसे किसी शिकार की तलाश में मोगाणा गांव में ही घूम रहा था। दावा कर रहा था कि वह गृह क्लेश, पुत्र न होना जैसी समस्याओं के तांत्रिक विद्या से ईलाज करता है।

झांसे में आए महिला के परिजनों ने भी उनके यहां पुत्र नहीं होने की बात बताई तो तांत्रिक ने महिला पर भूत-प्रेत का चक्कर बता कर उन्हें इस विश्वास में ले लिया कि वह ईलाज कर देगा।

तंत्र क्रिया के लिए ग्वारपाटा, तेल के साथ दो बोतल शराब आदि सामग्री के साथ दो शराब की बोतल मंगवा ली। बंद कमरे में विवाहिता को बुला कर कपड़े उतरवाए। फिर शराब पीकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

चिल्लाई तो पता चला
तांत्रिक क्रिया के दौरान गणपतलाल ने परिजनों को कमरे से बाहर निकाल दिया और फिर विवाहिता अस्मत से खेलने लगा। हैवान तांत्रिक का यह रूप देखा तो महिला जोर से चिल्ला उठी। आवाज सुन कर बाहर बैठे परिजन भीतर आए और तांत्रिक को आपत्तिजनक अवस्था में पाया। इसे देख परिजनों ने मिल कर तांत्रिक की जमकर धुनाई की।

अमृतसर पहुंचा सरबजीत का शव

अमृतसर पहुंचा सरबजीत का शव

अमृतसर/लाहौर। भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह का शव गुरूवार शाम अमृतसर पहुंचा। अमृतसर से हेलीकॉप्टर के जरिए शव सरबजीत के पैतृक गांव भिखीविंड ले जाया जाएगा। जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार होगा।

पंजाब सरकार ने घोषणा की है कि शव का फिर से पोस्टमार्टम कराया जाएगा,ताकि वास्तविकता सामने आ सके। पंजाब सरकार ने सरबजीत के परिजनों को एक करोड़ रूपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। पंजाब सरकार ने सरबजीत को शहीद का दर्जा दिया है। पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि सरबजीत की दोनों बेटियों को सरकारी नौकरी दी जाएगी।

उन्होंने केन्द्र सरकार से सरबजीत की हत्या का मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की मांग की है। प्रधानमंत्री सहायता कोष से सरबजीत के परिजनों को 25 लाख रूपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। करीब एक हफ्ते से लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत ने बुधवार देर रात अस्पताल में दम तोड़ दिया था। अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया।

पाक अधिकारियों ने लगाया अड़ंगा

शव को भारत लाने के लिए एक विशेष विमान पाकिस्तान भेजा गया था। पाकिस्तान के अधिकारियों की वजह से प्लेन लाहौर एयरपोर्ट से काफी देरी से रवाना हुआ।

नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों ने शव को प्लेन में चढ़ाने से रोक लिया था। विभाग का कहना था कि शव को भारत भेजने के लिए जरूरी अस्पताल का क्लीयरेंस सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है।

जरूरी कागजी कार्रवाई पूरी होने पर शव को प्लेन में चढ़ाने की अनुमति दे दी गई। इससे पहले कस्टम विभाग के अधिकारियों ने भी कागजी कार्रवाई के नाम पर अड़ंगा लगा दिया था।

कस्टम विभाग के अधिकारियों ने शव को प्लेन में चढ़ाने से पहले विदेश विभाग का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट और पुलिस रिपोर्ट मांगी। जरूरी दस्तावेज मुहैया कराने के बाद अधिकारियों ने शव को भारत ले जाने की अनुमति दी।

जरदारी के पुतले फूंके -

सरबजीत की मौत से गुस्साए लोगों ने कोलकाता में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पुतले फूंके। पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नजम सेठी ने कोट लखपत जेल में कैद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।

सरबजीत पर 26 अप्रैल को लाहौर की कोटलखपत जेल में कुछ कै दियों ने ईटो और धारदार हथियारों से प्राणघातक हमला किया था जिसके बाद उसे मरणासन्न हालत में लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सरबजीत को डाक्टरों ने बुधवार देर रात मृत घोषित किया। सेठी ने गुरूवार को यहां जारी अपने आदेश में सरबजीत की मौत से जुड़े प्रत्येक पहलू की जांच के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि सरबजीत सिंह की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है।

स्वतंत्रता सेनानी नहीं क्रांतिकारी

स्वतंत्रता सेनानी नहीं क्रांतिकारी

लखनऊ।सारा देश भले ही देश को आजाद कराने में महान क्रांतिकारियों द्वारा दी गई आहुतियों को अपने दिल में संजो कर रखता हो लेकिन लगता है कि सरकार की नजरों में इसका कोई मायने नहीं है।


लखनऊ में कक्षा सात की 11 वर्षीय छात्रा और देश की सबसे कम उम्र की बाल आरटीआई कार्यकर्ता ऎश्वर्या पाराशर के इस संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगे जवाब पर सरकार ने कोई साफ उत्तर न देकर गोलमोल जानकारी दी है।


ऎश्वर्या ने प्रधानमंत्री कार्यालय से 25 मार्च 13 को भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, चंद्र शेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और मंगल पांडेय को स्वतंत्रता सेनानी घोषित करने के भारत सरकार के आदेशों की फोटो कॉपी मांगी थी।

आरसी नायक, निदेशक (स्वतंत्रता सेनानी) एवं गृह मंत्रालय के जन सूचना अधिकारी द्वारा ऎश्वर्या को भेजे गए जवाब में केवल यह लिखा गया है कि
राष्ट्रीय स्वतन्त्रता संग्राम में इन क्रांतिकारियों की शहादत एक ऎतिहासिक तथ्य है।

याचिकाकर्ता ने की प्रथम अपील


स्वतंत्रता सेनानी सम्मान पेंशन स्कीम 1980 के तहत गृह मंत्रालय की स्वतंत्रता सेनानी शाखा उन स्वतंत्रता सेनानियों को पेंशन देता है, जो स्वतंत्रता सेनानी सम्मान पेंशन स्कीम 1980 में निर्धारित मापदंड और प्रमाणिक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। क्रांतिकारियों को स्वतंत्रता सेनानी घोषित करने के भारत सरकार के आदेशों की फोटो कॉपी देने के बारे में यह पत्र मौन है।


जनसूचना अधिकारी द्वारा दी गई भ्रमपूर्ण जानकारी प्राप्त होने पर ऎश्वर्या दुखी और हताश है। ऎश्वर्या ने कहा कि उसे तो भारत सरकार के आदेशों की फोटो कॉपी चाहिए थी जो उसे नहीं मिलीं। अब उसने इस मामले में प्रथम अपील की है।

भारत को सौंपा सरबजीत का शव

भारत को सौंपा सरबजीत का शव

नई दिल्ली। पाकिस्तान ने गुरूवार को सरबजीत का शव भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया। जिन्ना अस्पताल में सरबजीत का पोस्टमार्टम किया गया। करीब एक हफ्ते से लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती सरबजीत ने बुधवार देर रात अस्पताल में दम तोड़ दिया था।


गौरतलब है कि दिल्ली से एक विशेष विमान लाहौर के लिए भेजा जा रहा है। यह विमान उनके पार्थिव शरीर को अमृतसर लेकर आएगा,उसके बाद सरबजीत के पैतृक गांव भिखीविंड ले जाया जाएगा जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। इधर,पंजाब सरकार ने घोषणा की है कि सरबजीत के शव का फिर से पोस्टमार्टम कराया जाएगा,ताकि वास्तविकता सामने आ सके।


पाक ने दिए न्यायिक जांच के आदेश-

पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री नजम सेठी ने कोट लखपत जेल में कैद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सरबजीत पर 26 अप्रैल को लाहौर की कोटलखपत जेल में कुछ कै दियों ने ईटो और धारदार हथियारों से प्राणघातक हमला किया था जिसके बाद उसे मरणासन्न हालत में लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सरबजीत को डाक्टरों ने बुधवार देर रात मृत घोषित किया। सेठी ने गुरूवार को यहां जारी अपने आदेश में सरबजीत की मौत से जुड़े प्रत्येक पहलू की जांच के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि सरबजीत सिंह की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है।


सरबजीत नॉन रिवर्सिबल कोमा में चले गए थे। सरबजीत की तबीयत में जब सुधार नहीं हो रहा था तो परिजन और भारत सरकार लगातार पाकिस्तान से अपील करते रहे कि उसे इलाज के लिए भारत या किसी अन्य देश भेज दिया जाए लेकिन उसने एक नहीं सुनी। पाकिस्तान इस बात पर अड़ा रहा कि इलाज वहीं होगा। पाकिस्तान की इसी जिद ने उनकी जान ले ली।


आरोपी रिजवान और आमिर के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया गया था। सरबजीत सिंह को 1990 में लाहौर और फैसलाबाद में हुए बम धमाकों का दोषी करार दिया गया था। 1991 में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी।


28 अगस्त 1990 को सरबजीत गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे। पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के आठ दिन बाद पुलिस ने उन पर लाहौर और फैसलाबाद में हुए बम धमाकों का आरोप लगाया। 1990 से ही वह लाहौर की कोट लखपत जेल में कैद थे। 1991 में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई। कई बार उनकी फांसी टल गई। उनकी ओर से पांच दया याचिकाएं दाखिल की गई थी। हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सरबजीत की फांसी की सजा को बरकरार रखा।


मार्च 2006 में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी फांसी की सजा पर पुर्नविचार के लिए दाखिल याचिका खारिज कर दी थी। मामले पर सुनवाई के दौरान उनके वकील कोर्ट में पेश नहीं हुए इसलिए याचिका खारिज कर दी गई। 3 मार्च 2008 को तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने उनकी दया याचिका खारिज कर दी। 26 जून 2012 को पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने सरबजीत को रिहा करने का फैसला किया लेकिन कुछ घंटे बाद ही अपना फैसला बदल लिया क्योंकि जमात ए इस्लामी और जमात उद दावा ने कड़ा एतराज जताया था। पाकिस्तान की सरकार ने सफाई दी कि सरबजीत नहीं बल्कि सुरजीत सिंह को रिहा किया जा रहा है।

सोनिया के निवास पर सिखों का प्रदर्शन

सोनिया के निवास पर सिखों का प्रदर्शन

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन कुमार को 1984 के सिख विरोधी दंगों के एक मामले में मंगलवार को बरी किए जाने के फैसले के विरोध में सिख प्रदर्शनकारी दूसरे दिन गुरूवार को विरोध स्वरूप सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं,साथ ही उनके और प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं।


प्रदर्शनकारियों ने उन्हें रोकने के लिए पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेट्स को भी गिरा दिया। सोनिया गांधी के घर प्रदर्शनकारी नहीं पहुंच सके,इसके लिए पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।


प्रदर्शनकारी अपने साथ एक अर्थी भी लाए हैं। सज्जन कुमार के बरी होने के साथ-साथ वे पाकिस्तान के लाहौर के जिन्ना मे बुधवार देर रात भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की मौत का भी विरोध कर रहे हैं।


उल्लेखनीय है कि सज्जन कुमार को 1984 मे हुए सिंख विरोधी दंगों के एक मामले में मंगलवार को बरी करने के विरोध में बुधवार को भी सिख प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर ट्रैफिक जैम भी किया। फैसले से नाराज प्रदर्शनकारी वैशाली-मेट्रो रूट पर पड़ने वाले सुभाषनगर मेट्रो स्टेशन पर पटरियों पर उतर आए।

प्रदर्शनकारी मेट्रो के अंदर भी घुस विरोध करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को ट्रेन से उतारा। इसके कुछ देर बाद मेट्रो सेवा बहाल हो गई। नारे लगाते हुए 1984 के गुनाहगारों को फांसी दो और हमें न्याय चाहिए जैसी तखतियां लिए प्रदर्शनकारी तिलक नगर पुलिस स्टेशन पहुंचे और वहां टै्रफिक जैम कर दिया।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 29 साल हो गए हैं और हमें अभी तक न्याय नहीं मिला है। सरकार को शर्म आनी चाहिए। हम कभी नहीं भूल सकते और उन लोगों को माफ कर सकते जो दंगों में शामिल थे।

चाचा 3 साल से करता रहा दुष्कर्म

चाचा 3 साल से करता रहा दुष्कर्म


जयपुर। गांधी नगर थाना इलाके में झालाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती की अश्लील क्लीपिंग सार्वजनिक करने का भय दिखा कर सगे चाचा द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आए दिन की प्रताड़नाओं से तंग आकर युवती ने घटनाक्रम की जानकारी अपने परिजनों को दी। इस संबंध में परिजनों ने गांधी नगर थाने में मामला दर्ज कराया है।


गांधी नगर थाना प्रभारी मुकेश चौधरी ने बताया कि झालाना क्षेत्र निवासी 21 साल की युवती ने मामला दर्ज कराया है कि उसके सगे चाचा कमल कुमार ने वष्ाü 2010 में उसे घर में टीवी देखने के बहाने बुलाया। इस दौरान उसने कमरा बंद कर दुष्कर्म करते हुए अश्लील क्लीपिंग बना ली। इसके बाद आरोपी क्लीपिंग को सार्वजनिक करने का भय दिखा कर दुष्कर्म करता रहा। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी दी।

शादी के बाद भी किया शोषण


पीडिता ने इस्तगासा के जरिए आरोप लगाया है कि चाचा ने उसके साथ सालों तक दुष्कर्म किया। वष्ाü 2012 में पीडिता की आंधी थाना इलाके में शादी हुई। इसके बाद जब भी वह पीहर आती तो क्लीपिंग का भय दिखा आरोपी दुष्कर्म करता रहा।

बहन से रेप कर किया दोस्तों के हवाले

बहन से रेप कर किया दोस्तों के हवाले
जयपुर। राजधानी के आमेर थाना इलाके में एक युवक ने अपनी मौसेरी बहन के साथ दुष्कर्म कर उसे दोस्तो के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है और अब उसके दो दोस्तों की तलाश में जुटी है।

जानकारी के अनुसार आमेर के पीली की तलाई निवासी आरोपी युवक 29 अप्रेल को अपनी मौसी की नाबालिग को घर से भगा ले गया। युवक ने किशोरी को अपनी दोस्त के मकान में रखा और वहीं पर उसके साथ दुष्कर्म किया।


पुलिस के अनुसार आरोपी युवक किशोरी से दुराचार के बाद उसे वहीं छोड़ फरार हो गया। यहां उसे अकेला देख दोस्तों ने भी दुष्कर्म की कोशिश की लेकिन शोर मचाने पर युवक घबरा गए और उसे आमरे थाने के पास छोड़ फरार हो गए। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर उसके दोस्तों को तलाश कर रही है।

बाड़मेर नगर परिषद् का बाबू भगवानाराम प्रजापत रिश्वत लेते पकड़ा गया

नगर परिषद् का बाबू भगवानाराम प्रजापत रिश्वत लेते पकड़ा गया




बाड़मेर नगर परिषद् बाड़मेर में गुरूवार को भरष्टाचार निरोधक विभाग ने एक लिपिक को हज़ार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया .विभागीय सूत्रों के अनुसार नगर परिषद् के लिपिक भगवाना राम ने दूरभाष विभाग में कार्यरत समेजा के भूमि सम्बंधित कार्य के निस्तारण के लिए दस हज़ार रुपये मांगे थे .जिसे आह देने के लिए परिषद् गए जन्हा पूर्व में विभाग द्वारा जाल बिछाया गया था राशी देते ही उसे रंगे हाथो पकड़ लिए .आरोपी ने नोट खाने की नाकाम कोशिश भी की .विभागीय कार्यवाही जारी हें

पुलिस ने पति को पीटा, बचाने आई गर्भवती पत्नी को लात मार आंखों में डाली शराब

फलौदी। अदालत से प्राप्त इस्तगासा के आधार पर पुलिस थाने में एक एएसआई व तीन कांस्टेबल सहित पांच जनों के विरुद्ध घर में घुस कर महिला व परिवार वालों से मारपीट का मामला दर्ज हुआ है। कुण्डल निवासी नि:शक्त रेवंतसिंह ओड़ ने अदालत में इस्तगासा पेश किया कि 24 मार्च को एएसआई सज्जनसिंह कांस्टेबल अखेराज, दिनेश व मोहनलाल के साथ शाम को उसके घर आए और मारपीट करने लगे।


गर्भवती पत्नी छुड़ाने आई तो उसे भी मुल्जिमों ने लातों से मारा। बिलू यादव भी वहां आ गया और उसने भी रेवंत व उसकी पत्नी से मारपीट की। बाद में पुलिस थाने पहुंच कर उसके व उसकी पत्नी के विरुद्ध राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कर दिया।


25 मार्च की सुबह मुल्जिमान उसके घर पहुंचे और पति-पत्नी को गिरफ्तार कर पुलिस थाना ले आए और वहां भी दोनों के साथ मारपीट की। पत्नी को डंडों से पीटा और आंखों में शराब डालकर मारपीट की। पुलिस की मारपीट से उसकी पत्नी की तबीयत बिगड़ गई।

30 मार्च को उसकी पत्नी जमानत पर छूटी और 4 अप्रैल को वह जमानत पर बाहर आया। उसने आशंका जताई कि पत्नी का गर्भपात हो सकता है तथा शराब डालने से उसकी एक आंख खराब हो गई है।

ख़ास खबर तो आई एस आई का अगला शिकार कुलदीप यादव और कुलदीप सिंह होंगे ?

फोटो लखपत जेल पाक में भारतीय कैदी ....तीसरे नंबर कर कुलदीप यादव 
तो आई एस आई का अगला शिकार कुलदीप यादव और कुलदीप सिंह होंगे ?

इसी साल चमेल सिंह की भी जेल में पिट पिट कर हत्या की थी

कोट लखपत में दो भारतीय नागरिको की जान दांव पर

चन्दन सिंह भाटी


बाड़मेर लगभग सौलह साल से लाहौर (पाकिस्तान) की जेल में बंद एक भारतीय ने जेल अधिकारियों पर यातनाएं देने का आरोप लगाया है। अहमदाबाद, गुजरात निवासी 41 वर्षीय कुलदीप कुमार यादव को जासूसी के आरोप में पाकिस्तान ने कैद कर रखा है। सरबजीत को कैदियों से हमला करवा मौत देने की साजिस में आई एस आई कामयाब हो गया .आई एस आए की नज़र अब लखपत जेल में पचीस पचीस साल की सज़ा भुगत रहे गुजरात निवासी कुलदीप कुमार और कश्मीर जम्मू निवासी कुलदीप सिंह पर हें .आई एस आई इन पर भी कभी भी हमला करवा सकती हें ,यह खुलासा इनके साथ तीन साल तक लखपत जेल में रहे बाड़मेर जिले के रासबानी गाँव निवासी जुम्मा खान ने विशेष बातचीत में किया .जुम्मा खान तीन साल पहले पाकिस्तान से रिहा होक वतन लौटा हें .

जुम्मा खान ने बताया कि कोट लखपत जेल से कुलदीप ने राजकोट निवासी अपने वकील एम. के. पॉल को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि मुझे यातनाएं दी जा रही हैं। मैं अब और यातनाएं सहन नहीं कर सकता। मैं इस पत्र में यह बताने की स्थिति में नहीं हूं कि मुझे किस तरह की यातनाएं दी जा रही हैं। भारत सरकार मेरी रिहाई सुनिश्चित कराने के लिए कोई ईमानदार पहल नहीं कर रही। सरकार ने अहमदाबाद में रहने वाले मेरे परिवार को कोई मुआवजा भी नहीं दिया है।

पॉल ने बताया कि यादव 23 मार्च 1994 से पाकिस्तान में बंद है। कुलदीप की 76 वर्षीय मां मायादेवी जब अपने बेटे के बारे में बात करती हैं तो उनकी आंखों के आंसू नहीं थमते। अहमदाबाद के चांदखेड़ा में रहने वाली मायादेवी ने कहा कि कुलदीप 1989 में यह कहकर हमें छोड़कर चला गया कि मैं नई दिल्ली नौकरी के लिए जा रहा हूं। उसने यह नहीं बताया कि उसे कहां नौकरी मिली है और वह किसके लिए काम कर रहा है। कुलदीप ने गुजरात यूनिवर्सिटी से वकालत पढ़ी है। मायादेवी के मुताबिक कुलदीप के पाकिस्तान की जेल में होने के बारे में उन्हें कुछ साल पहले पता चला था। उसके बाद हमने उसकी रिहाई के लिए खूब भागदौड़ की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। बेटे के बारे में सोचते-सोचते उसके पिता नानकचंद की वर्ष 2000 में मौत हो गई।

1 फरवरी, 2007 को भारतीय उच्चायोग द्वारा भेजा गया खत कुलदीप के पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में होने का पुख्ता सबूत मिले थे । इस खत में न सिर्फ कुलदीप के वहां होने की पुष्टि की गई है, बल्कि यह भी कहा गया है कि उनकी जल्द रिहाई के प्रयास जारी हैं। मगर इन दिनों कुलदीप को भारतीय सरकार ने भुला दिया .उनके साथ कुलदीप सिंह भी हे जिसे पचीस साल की सज़ा मिली हें उनकी सज़ा के सत्रह सत्रह साल पूर्ण हो चुके हें मगर उनकी रिहाई की कोई उम्मीद नज़र नहीं आती सरबजीत की मौत के बाद आई एस आई चुप बैठेगी ऐसा नहीं लगता क्योंकि पाकिस्तानी जिलो में समस्त गतिविधिया आई एस आई चलती हें .आई एस आई दोनों कुल्दीपो को मौत की सज़ा दिलाना चाहती थी मगर पाकिस्तान न्यायालय ने उन्हें पचीस पचीस साल की सज़ा सुनाई थी ,उनकी सात सात साल की सज़ा शेष हें ,ऐसे में दोनों कुलदीप की जिंदगियां लखपत जेल में सुरक्षित हें कहा नहीं जा सकता .क्योंकि इसी साल पाक जेल में बंद चमेल सिंह की भी चोबीस जनवरी को पिट पिट कर बुरी तरह घायल कर दिया था बाद में उसे जिन्ना अस्पताल में भारती कराया था जन्हा उसमने दम तोड़ दिया था कर दी थी
जम्मू-कश्मीर के प्रगवाल निवासी सिंह को 2008 में पाकिस्तान में जासूसी करने का दोषी ठहराया गया था .चमेल सिंह पर भी जासूसी का आरोप लगाया था .इसी तरह पाक जेल में बंद सतपाल सिंह की भी मौत जेल में पिटाई के कारन हुई थी
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ख़ास रिपोर्ट सरबजीत की लखपत जेल की कहानी उसके दोस्त जुम्मा खान की जुबानी




ख़ास रिपोर्ट  सरबजीत की लखपत जेल की कहानी उसके दोस्त जुम्मा खान की जुबानी

सरबजीत को वतन वापसी की उमीदो पर भारत सरकार ने फेरा था पानी चन्दन सिंह भाटी 

बाड़मेर पाकिस्तान की लाहौर की लखपत जेल में जानलेवा हमले में पिछले सप्ताह गंभीर रूप से घायल हुए सरबजीत सिंह ने आख़िरकार जिन्ना अस्पताल में देर रत दम तोड़ दिया .सरब्ज्त के साथ विश्वासघात आई एस आए ने किया .सरबजीत पर हमला आई एस आई ने कट्टरपंथी आंतकवादी संगठनो ने लखपत जेल में बंद कैदियों से हमला करवा जान से मार डाला . लेकिन हम आपको सरबजीत के लखपत जेल की तीन साल कहानी से रूबरू करते है जिसने सबजीत के साथ जेल में पुरे तीन साल गुजारे है इस शख्स से सबजीत अपने दिल की बाते करता था अब जब इस शख्स को इस बात से खबर मिली कि सबजीत पर जेल में हमला हो गया है तो यह शख्स हर पल आल्हा से यह दुआ कर रहा है कि सबजीत अपनी जिन्दगी की जग जीत जाए।जुम्मा की दुआ भी आज बेअसर हो गई सरबजीत ने दान तोड़ दिया .जुम्मा की आँखे सरबजीत की मौत के बाद सुनी सी हो गयी .,
पिछले कई दिनों से पुरे देश में सरबजीत को लेकर दुआए को दौर जारी है लेकिन एक ऐसा शख्स है जिसने सरबजीत के साथ अपनी जिन्दगी के अहम तीन साल एक साथ गुजारे है और जब राजस्थान के बाड़मेर जिले भारत -पाक पर रहने वाले जुमे खान को इस बात की खबर मिला की उसके दोस्त सरबजीत पर
पाक की लखपत जेल में हमला हुआ तो जुमे खान के पेरो तलो जमीन खिसक गई ओए जुमे खान को अब तक इस बात का यकीन नहीं हो रहा है कि उसके दोस्त जिन्दगी की आखिर जग लड़ रहा है अब जुमे खान को हर वो पल पल रह रह कर याद आ आरहे है जो उसने सरबजीत के साथ बिताए थे जुमे खान अब हर वक्त अपने अलाह से यह दुआ कर रहा है कि सरबजीत का इलाज दुसरे देश में हो और जब वो अपनी जिन्दगी की जंग जीत जाए तो रिहा होकर अपने मुल्क वापिस अपने घर लोट आए मगर ऐसा नहीं हो सका .
सबजीत के साथ जेल में रहने वाला भारतीय कैदी
..जुमे खान के अनुसार सबजीत को इस बात का यकीन हो गया था कि उससे अब फासी नहीं होगी इस बात को लेकर वो हमेशा खुश रहता था और सबजीत हेमशा यह कहता था कि वह निर्दोष है उसने पाक में कोई भी ब्लास्ट नहीं किया है वो तो रेहड़ी पर सामान बेचते हुए पकड़ा गया था उसके बाद आई एस आई ने उससे फसा दिया गया था में सबजीत से जेल में महीने में एक दो बार मिलते रहते थे जुमे खान के अनुसार अब जो हमला जेल हुआ है वो किसी भी कैदी नहीं किया है जेल में जो भी केडी रहते है वो भाई की तरह रहते है यह हमला तो कसाब की फासी का बदला लेने के लिए पाक की खुफिया एजेंसी आई एस आई ने करवाया है मुझे इसी बात का बड़ा दुख है कि सबजीत पर पाक में जेल में हमला करवाया कर उसे मोट के घाट उतारने की कोशशि की है इससे तो अच्छा होता कि जब सरबजीत को फाशी की सजा सुनाई गयी थी उसी वक्त फासी पर चढ़ा देते इस तरीके से पाक ने सरबजीत के साथ धोखा दिया है
.जुमे खान पाक की लखपत जेल से दो साल पहले रिहा हुआ था जुमे खान पशु चराते हुए सीमा के उस पार चला गया था उसके बाद पाक ने उसे जासूस के आरोप में दस साल की सजा सुनाई थी और जुमे खान ने सजा पुरे होने के बाद तीन साल २007 से 2010 तक लखपत जेल में सरबजीत के साथ बिताए थे अब जुमे खान को इस बात कि चिंता सता रही है कि पाक की खुफिया एजेंसी आई एस आई अजमल कसब और अफजल गुरु का बदला लेने के लिए और किसी भी भारतीय पर जेल में हमला करवाकर मोत के घाट उतार सकती है .आई एस आई कसब और अफज़ल गुरु की मौत का बदल भारत से लेना चाहता था सरबजीत को मौत देकर बदल ले लिया .

तीन जगह सड़क हादसा तीन लोगों की मौत

तीन जगह सड़क हादसा तीन लोगों की मौत 



  पाली  तखतगढ़ थाना क्षेत्र के लापोद गांव के पास मंगलवार देर रात बाइक फिसलने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाली के बारवा गांव के निकट किसी वाहन की चपेट में आने से बाइक चालक की मौत हो गई। उधर, रास के कोलपुरा गांव के निकट ट्रोला की चपेट में आने से रास अस्पताल में लगे कंपाउडर की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार लापोद गांव का रमेश कुमार पुत्र हीराराम चौधरी मंगलवार रात करीब 10 बजे बाइक लेकर तखतगढ़ से अपने घर लौट रहा था। लापोद गांव के पास रात के अंधेरे में अचानक संतुलन खोने से उसकी बाइक फिसलने हो गई, जिससे रमेश कुमार नीचे गिर गया। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बाली के बारवा गांव के पास मंगलवार रात 9 बजे किसी वाहन की चपेट में आने से गणेशराम मेघवाल पुत्र भूराराम निवासी बारवा की मौत हो गई। दुर्घटना के समय गणेशराम बाइक पर बारवा से सेवाड़ी गांव जा रहा था, जिसे किसी वाहन ने चपेट में आ गया। सिर में गंभीर चोट लगने से उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि टक्कर मारने वाले वाहन का पता नहीं लग पाया है। उधर, रास के सरकारी अस्पताल में नियुक्त कंपाउडर ओमप्रकाश सिंघाडिय़ा निवासी जैतारण मंगलवार दिन में जरूरी काम से रास से कोलपुरा की ओर जा रहा था। रास्ते में ट्रोला चालक ने उसकी बाइक को चपेट में ले लिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। ब्यावर अस्पताल में ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।