सोनिया के निवास पर सिखों का प्रदर्शन
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन कुमार को 1984 के सिख विरोधी दंगों के एक मामले में मंगलवार को बरी किए जाने के फैसले के विरोध में सिख प्रदर्शनकारी दूसरे दिन गुरूवार को विरोध स्वरूप सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं,साथ ही उनके और प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने उन्हें रोकने के लिए पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेट्स को भी गिरा दिया। सोनिया गांधी के घर प्रदर्शनकारी नहीं पहुंच सके,इसके लिए पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
प्रदर्शनकारी अपने साथ एक अर्थी भी लाए हैं। सज्जन कुमार के बरी होने के साथ-साथ वे पाकिस्तान के लाहौर के जिन्ना मे बुधवार देर रात भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की मौत का भी विरोध कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सज्जन कुमार को 1984 मे हुए सिंख विरोधी दंगों के एक मामले में मंगलवार को बरी करने के विरोध में बुधवार को भी सिख प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर ट्रैफिक जैम भी किया। फैसले से नाराज प्रदर्शनकारी वैशाली-मेट्रो रूट पर पड़ने वाले सुभाषनगर मेट्रो स्टेशन पर पटरियों पर उतर आए।
प्रदर्शनकारी मेट्रो के अंदर भी घुस विरोध करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को ट्रेन से उतारा। इसके कुछ देर बाद मेट्रो सेवा बहाल हो गई। नारे लगाते हुए 1984 के गुनाहगारों को फांसी दो और हमें न्याय चाहिए जैसी तखतियां लिए प्रदर्शनकारी तिलक नगर पुलिस स्टेशन पहुंचे और वहां टै्रफिक जैम कर दिया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि 29 साल हो गए हैं और हमें अभी तक न्याय नहीं मिला है। सरकार को शर्म आनी चाहिए। हम कभी नहीं भूल सकते और उन लोगों को माफ कर सकते जो दंगों में शामिल थे।
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