शुक्रवार, 3 मई 2013

चित्तौड़ के मयूर को आईएएस में 11वीं रैंक

चित्तौड़ के मयूर को आईएएस में 11वीं रैंक

चित्तौड़गढ़. भारतीय संघ लोक सेवा आयोग द्वारा शुक्रवार को घोषित परीक्षा परिणामों में चित्तौड़गढ़ के मयूर दीक्षित ने राष्ट्रीय स्तर पर 11वीं रैंक हासिल की है। यह उसका दूसरा प्रयास था। गत वर्ष मयूर 263वीं स्थान पर रहा और कस्टम कमीशन में उसका चयन हो गया।

मेहनत व भाग्य का खेल

फरीदाबाद में 4 माह की कस्टम सर्विस की ट्रेनिंग ले चुके मयूर ने राजस्थान पत्रिका को दूरभाष पर इस कामयाबी को मेहनत व भाग्य का खेल बताया। उसने ट्रेनिंग के दौरान घर पर ही कड़ी मेहनत की। अपरान्ह बाद इंटरनेट पर जैसे ही परिणाम आया, उसके मोबाइल फोन पर बधाइयों का तांता लग गया।

देश सेवा ही मकसद

मयूर ने बताया कि बचपन से ही उसका सपना कलक्टर बनकर सेवा करना रहा है। इसी कारण उसने पहली प्राथमिकता आईएएस को दी। विदेश सेवा को दूसरी प्राथमिकता में रखा।

प्रतिभाओं का परिवार

आईआईटी कानपुर से गोल्ड मेडलिस्ट मयूर ने बाद में आईआईएम बंग्लौर से एमबीए किया। इसके बाद गत वर्ष उसने आईएएस परीक्षा में भाग लिया और कस्टम सर्विस में चयन हो गया। इसके बाद भी मयूर भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बनने के लक्ष्य में जुटा रहा और इस वर्ष फिर से परीक्षा दी। मयूर के अग्रज मधुर आईआईटी चैन्नई से क?प्यूटर इंजीनियर होकर पिछले दस साल से माइक्रोसॉ?ट क?पनी हैदराबाद में बतौर सॉ?टवेयर इंजीनियर है। छोटा भाईमनुज कोटा में 12वीं कक्षा में अध्ययनरत है। पिता डॉ. उमेश दीक्षित पशुपालन विभाग में संयुक्त निदेशक व माता कल्याणी दीक्षित यहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बालिका शहर में बतौर प्रधानाचार्य है।

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