नागौर जिले की तीन प्रतिभाएं आईएएस
नागौरभारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम नागौर जिले के लिए भी खुशियां लेकर आए। इसमें नागौर के निकटवर्ती डीडिया खुर्द जैसे छोटे से गांव के नथमल डिडेल और डीडवाना के खोजास मूल के व कुचामन में रह रहे पुनीत बिजारणिया को आईएएस बनने का सौभाग्य मिला। डिडेल को 35वीं तथा बिजारणिया को 813वीं रैंक मिली है। दोनों ने ही प्रथम प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की है। परबतसर के लिखियास गांव के गंगाराम पूनिया ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। उसे 287वीं रैंक मिली है। एक स्कूल में प्रधानाध्यापक सीताराम के बेटे नथमल ने परिणाम की घोषणा के बाद भास्कर से बातचीत में कहा कि बिना मेहनत सफलता संभव नहीं है। पहले लक्ष्य निर्धारित करें फिर लगातार अध्ययन करते रहें तो निश्चित रूप से सफलता कदम चूमती है। जायल तहसील के डीडिया खुर्द निवासी नथमल डिडेल ने जिले का नाम रोशन करते हुए अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। पिता सीताराम डिडेल रूपाथल गांव की एक स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। वहीं माता नारायणी देवी गृहिणी है। साथ ही छोटा भाई नेमीचंद डिडेल, बहिन मंजू स्नातक में अध्ययनरत है। माता पिता व परिवार में शिक्षित भाइयों को प्रेरणा का श्रेय देने वाले नथमल ने बताया कि उन्होंने भूगोल विषय में लगातार रोजाना 8 से 12 घंटे तक पढाई करते हुए तैयारी की है। साथ ही उन्होंने लक्ष्य निर्धारण कर आगे बढऩे की सीख दी।
बधाइयां देने वालों तांता
आईएएस का परिणाम जारी होते ही चयनित प्रतिभाओं के परिवारों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नथमल डिडेल के घर पर दिनभर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। परिचितों और रिश्तेदारों ने फोन पर बधाइयां दी। एक दूसरे का मुंह मीठा का खुशी का इजहार किया। नथमल के भाई देवकरण डिडेल व शिवपाल ने बताया कि नथमल शुरू से ही मेहनती छात्र रहा है। भाई की सफलता उन्हें गर्व है। पूरे गांव में जश्न का माहौल है।
नागौरभारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम नागौर जिले के लिए भी खुशियां लेकर आए। इसमें नागौर के निकटवर्ती डीडिया खुर्द जैसे छोटे से गांव के नथमल डिडेल और डीडवाना के खोजास मूल के व कुचामन में रह रहे पुनीत बिजारणिया को आईएएस बनने का सौभाग्य मिला। डिडेल को 35वीं तथा बिजारणिया को 813वीं रैंक मिली है। दोनों ने ही प्रथम प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की है। परबतसर के लिखियास गांव के गंगाराम पूनिया ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल की है। उसे 287वीं रैंक मिली है। एक स्कूल में प्रधानाध्यापक सीताराम के बेटे नथमल ने परिणाम की घोषणा के बाद भास्कर से बातचीत में कहा कि बिना मेहनत सफलता संभव नहीं है। पहले लक्ष्य निर्धारित करें फिर लगातार अध्ययन करते रहें तो निश्चित रूप से सफलता कदम चूमती है। जायल तहसील के डीडिया खुर्द निवासी नथमल डिडेल ने जिले का नाम रोशन करते हुए अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। पिता सीताराम डिडेल रूपाथल गांव की एक स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं। वहीं माता नारायणी देवी गृहिणी है। साथ ही छोटा भाई नेमीचंद डिडेल, बहिन मंजू स्नातक में अध्ययनरत है। माता पिता व परिवार में शिक्षित भाइयों को प्रेरणा का श्रेय देने वाले नथमल ने बताया कि उन्होंने भूगोल विषय में लगातार रोजाना 8 से 12 घंटे तक पढाई करते हुए तैयारी की है। साथ ही उन्होंने लक्ष्य निर्धारण कर आगे बढऩे की सीख दी।
बधाइयां देने वालों तांता
आईएएस का परिणाम जारी होते ही चयनित प्रतिभाओं के परिवारों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नथमल डिडेल के घर पर दिनभर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। परिचितों और रिश्तेदारों ने फोन पर बधाइयां दी। एक दूसरे का मुंह मीठा का खुशी का इजहार किया। नथमल के भाई देवकरण डिडेल व शिवपाल ने बताया कि नथमल शुरू से ही मेहनती छात्र रहा है। भाई की सफलता उन्हें गर्व है। पूरे गांव में जश्न का माहौल है।

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