शनिवार, 4 मई 2013

गागरिया में मनरेगा व बीएडीपी में लाखों का गड़बड़झाला


गागरिया में मनरेगा व बीएडीपी में लाखों का गड़बड़झाला 

स्कूल चार दीवारी, टांका व ग्रेवल सड़क निर्माण में भारी अनियमितताएं, कागजों में पूर्ण, धरातल पर अधूरे कार्यों का उठा लिया भुगतान 

पंचायत कार्यों में भारी अनियमितताएं 



 बाड़मेर
ग्राम पंचायत गागरिया में मनरेगा, बीएडीपी योजना से स्वीकृत कार्यों में गड़बड़झाला सामने आया है। अधूरे कार्यों का पूरा भुगतान उठा लिया तो कहीं पर कागजों में कार्य दर्शाते हुए बजट जीम गए। सामग्री सप्लायर्स के फायदे के लिए कायदों को कुर्बानी दी गई। कार्मिकों की कारस्तानी से लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया। मनरेगा से स्वीकृत ग्रेवल सड़क, टांका निर्माण समेत कई कार्यों में जमकर बंदरबांट की गई। मगर जिम्मेदारों ने अनियमितताओं की जांच तक की जहमत नहीं जुटाई। नतीजतन नियमों को ताक पर रखते हुए कार्य करवाए जा रहे हैं। बाड़मेर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत गागरिया में बीएडीपी योजना से 30 मार्च 2012 को राजकीय प्राथमिक विद्यालय राणा भील की ढाणी में चारदीवारी स्वीकृत की गई। जिसके लिए पांच लाख रुपए का बजट मंजूर किया गया। ग्राम पंचायत ने चार दीवारी का निर्माण अधूरा छोड़ दिया। जबकि कागजों में निर्माण पूर्ण बताते हुए बजट उठा लिया। सामग्री मद से 3.40 लाख रुपए खर्च किए जाने थे, पंचायत ने सामग्री सप्लायर्स महालक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी बाड़मेर को 4 लाख रुपए का भुगतान किया। जिसका इन्द्राज केश बुक में है। सार्वजनिक शौचालय मस्जिद के पास मदरूप का पार में निर्माण किए बिना ही सामग्री सप्लायर्स को 27217 रुपए का बजट जारी कर दिया। इसी तरह मथरा पुत्र सीवाराम निवासी कंटल का पार के नाम से स्वीकृत सार्वजनिक टांके के लिए गड्ढा खोदकर भुगतान उठा लिया। इतना ही नहीं आत्माराम पुत्र रूघाराम निवासी भीलो का पार में वर्ष 2012 में सार्वजनिक टांका स्वीकृत किया गया। पंचायत से एक भी किश्त जारी नहीं की गई। जबकि आत्मा ने अपने ही पैसों से टांका निर्माण पूरा करवा िया। इस तरह विभिन्न योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में भारी अनियमितताएं बरती गई। 

ग्रेवल सड़कों में फर्जीवाड़ा
ग्राम पंचायत गागरिया में मनरेगा योजना से बिजरियाड़ सड़क से कासम की ढाणी एक किलोमीटर ग्रेवल सड़क स्वीकृत है। पंचायत ने आधा किलोमीटर ग्रेवल सड़क का आधा अधूरा कार्य करके कत्र्तव्य की इतिश्री कर दी। सड़क निर्माण में ग्रेवल अभे का पार का उपयोग में लिया गया, जबकि बिलों में दूसरे गांव से ग्रेवल परिवहन करने के बिल प्रस्तुत किए गए। इसी तरह मुनाबाव रोड से जेसाराम की ढाणी तक आधा किलोमीटर ग्रेवल सड़क स्वीकृत होने पर पूर्व में बनी खरंजा सड़क पर ग्रेवल बिछाकर भुगतान उठा लिया। जबकि यह सड़क पहले से बनी थी।
कैश बुक व रिकार्ड में हेरा फेरी
ग्राम पंचायत की कैश बुक में मनरेगा योजना के लिए सामग्री सप्लायर्स मैसर्स रहमान खां नोहड़ी एंड संस को एडवांस भुगतान किया गया। कार्य स्वीकृत होने पर शुरू किए बिना ही बैंक से अलग-अलग फर्मों को भुगतान दर्शा रखा है। इतना ही नहीं रिकार्ड में कांट छांट की गई। कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत है, मगर कार्य ठेकेदार से करवाए जा रहे हैं।


॥ मनरेगा व अन्य योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में लाखों रुपए का घोटला किया गया है। आधे अधूरे कार्यों को कागजों में पूर्ण दर्शाते हुए भुगतान उठा लिया। इस संबंध में शिकायत दर्ज करवा रखी है। कई कार्य तो हुए ही नहीं कागजों में दिखाकर भुगतान उठाया गया। इस मामले की जांच करने पर भारी अनियमितताएं सामने आएगी।
जीवाराम मेघवाल, पूर्व सरपंच गागरिया
॥ ग्राम पंचायत गागरिया में बीएडीपी से स्वीकृत स्कूल चारदीवारी निर्माण कार्य अधूरा है। जिसका भुगतान उठाने के बारे में जानकारी नहीं है। मौके पर ढ़ाई लाख का कार्य हो रखा है। अन्य योजनाओं से स्वीकृत कार्यों में अनियमितता के मामले की जांच की जाएगी।
आईदानसिंह, विकास अधिकारी बाड़मेर
॥ मैने अभी कार्यभार ग्रहण किया है। गागरिया पंचायत के मामले को प्राथमिकता से लिया जाएगा। मनरेगा में भ्रष्टाचार के मामले की जांच करवाई जाएगी।
मांगीलाल गौड़, लोकपाल (मनरेगा), जिला परिषद बाड़मेर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें