शनिवार, 4 मई 2013

एफबीआई की मोस्ट वांटेड एक महिला

एफबीआई की मोस्ट वांटेड एक महिला

वाशिंगटन। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है। अमरीकी जांच एजेंसी एफबीआई को इस महिला की सरगर्मी से तलाश है। इसका सुराग देने वाले व्यक्ति को 11 करोड़ रूपए का इनाम दिया जाएगा। एफबीआई ने इनामी राशि में दोगुना इजाफा किया है।

यह कोई मामूली महिला नहीं है, अमरीका में 1970 के दशक में सक्रिय रहे ब्लैक लिबरेशन आर्मी ग्रुप की इस महिला का नाम है जोएन केसिमर्ड। एफबीआई ने अपनी मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट लिस्ट में पहली बार किसी महिला का नाम शामिल किया है।

जोएन पर 40 साल पहले न्यू जर्सी के में एक व्यक्ति की हत्या करने का आरोप है। मामले में उसे उम्रकैद दी गई थी जिसके बाद वह 1979 से न्यू जर्सी की ही एक जेल से फरार है।

माना जा रहा है कि जोएन अब भी क्यूबा में रहती हैं। उन्हें क्यूबा में राजनीतिक शरण मिली हुई है। अमरीका की क्यूबा के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है। ऎसे में उसे वापस गिरफ्त में ले पाना सहज नहीं। कहा जाता है कि क्यूबा में करीब ऎसे 70 लोगों को पनाह मिली हुई है जिनकी अमरीका को तलाश है।

जोएन ब्लैक लिबरेशन आर्मी की नेता थीं। एफबीआई इसे कट्टरपंथी संगठन मानता है जो 70 और 80 के दशक में कई अमरीकी पुलिस अधिकारियों की मौत के लिए जिम्मेदार है।

1973 में जोएन और उसके दो साथियों को न्यूजर्सी पुलिसकर्मियों ने रोका था। एफबीआई के मुताबिक जवाब में जोएन और साथियों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई,इसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। इस मुठभेड़ में जोएन के एक साथी की भी मौत हो गई थी और दूसरा जेल में है।

जोएन को भी जेल हुई थी लेकिन ब्लैक लिबरेशन आर्मी के लोगों की मदद से वह भाग निकलने में सफल हो गई। उसके साथी एक वैन लेकर जेल में आए और जोएन को भगा ले गए। वह कुछ साल अमरीका में ही छिप कर रही उसके बाद उसे क्यूबा में देखा गया।

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