मंगलवार, 20 मई 2014

बाड़मेर मोकलसर के जूती निर्माण में लगे कुटीर उद्योग को प्रशासनिक संरक्षण की दरकार

तकनीकी होड़ में पिछड़ रहा है हाथ का हुनर
बाड़मेर मोकलसर



आधुनिकता की दौड़ में लोग का जूतियों से मोहभंग होने व चमड़े के दाम बढऩे से जूती उद्योग पर संकट के बादल गहराने लगे हैं। जूतियों के उचित दाम नहीं मिलने से मोकलसर का पुश्तैनी जूती उद्योग दम तोड़ता नजर आ रहा है।
वर्तमान के इस फैशन के दौर में विभिन्न कंपनियों के जूतों का प्रचलन बढऩे से लोगों को चमड़े की जूतियों के प्रति क्रेज कम हो गया है। एक समय था जब मोकलसर की जूती की मांग दूर-दूर तक थी तथा लोगों की पहली पंसद भी। लेकिन अब जूती के शौकीनों की संख्या कम हो गई है। चमड़े के दाम बढऩे एवं जूतियों के उचित दाम नहीं मिलने से जूती बनाने कारीगरों के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में कई लोगों ने जूती बनाने का काम ही छोड़ दिया है तथा दूसरे कामों की ओर रुख कर लिया है। इस महंगाई के दौर में कई कारीगर शहरों की ओर पलायन कर लिए हैं। गांवों में चमड़े की वस्तु तैयार करने में 50 से 100 रुपए प्रतिदिन मुश्किल से कमा पाते हैं। ऐसे में उनके घर का खर्च व बच्चों का पालन-पोषण भी संभव नहीं है।

तकनीक की मार संरक्षण की दरकार
 

 गांवों में काम करने वाले कारीगरों के साथ महिलाएं भी इस काम में हाथ बढ़ाती हैं। महिलाएं घर में समूह के रूप में कसीदा का कार्य करती हैं। जिसमें वस्तु पर करीब दो दिन लग जाते हैं। ऐसे में गांवों में काम करने वाले कारीगरों के रोजगार पर संकट पैदा होने लगा हैं।



॥वर्तमान समय में चमड़ा महंगा हो गया है। वहीं चमड़े की वस्तुएं बनाने में मेहनत भी अधिक लगती है। ऐसे में मांग की अनुरूप दाम नहीं मिल पाते है। वहीं मशीनों से भी वस्तुओं का क्रय अधिक होने लगा है। ऐसे में परंपरागत रूप से व्यवसाय बंद होने की कगार पर है।
- नाथूराम जीनगर, कारीगर, मोकलसर।

क्षेत्र के मोकलसर, मायला वास, राखी, खंडप, पादरू एवं आसपास के गावों में ही महज आठ से दस परिवार ही चमड़ा व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। अकेले मोकलसर कस्बे में 20 परिवार चमड़ा कुटीर उद्योग का कार्य करते थे। लेकिन अधिकांश परिवारों ने चमड़ा कुटीर उद्योग का कार्य छोड़ दिया है। अब इस प्रशासनिक संरक्षण की दरकार है।









जैसलमेर जवाहर कॉलोनी पर लटकी 'ओरण' की तलवार


जैसलमेर जवाहर कॉलोनी पर लटकी 'ओरण' की तलवार

11 जून को संभव
दुबारा प्लान के बाद निकलेगी लॉटरी
सुबह प्रेस कांफ्रेंस में 21 मई को लॉटरी निकालने की हां और शाम तक ना, प्रस्तावित कॉलोनी की कुछ जमीन आ रही है ओरण में
सूरज के साथ चढ़ी आशाएं और शाम को ढली
  जैसलमेर



 
: जैसलमेर. प्रस्तावित जवाहर नगर आवासीय योजना।

नगरपरिषद की प्रस्तावित जवाहर लाल नेहरू आवासीय योजना लोगों के लिए मृग मरीचिका बन गई है। आवंटन प्रक्रिया नजदीक आने के साथ ही किसी न किसी वजह से दूर हो जाती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि नगरपरिषद के अधिकारियों को प्रस्तावित योजना की पूरी जानकारी तक नहीं है। इसके बावजूद पिछले कई दिनों से लॉटरी प्रक्रिया शुरू करने की कार्रवाई शुरू कर दी। ऐन वक्त पर आई एक शिकायत में खुलासा हुआ कि कॉलोनी की कुछ जमीन ओरण क्षेत्र में है, ऐसे में प्रक्रिया को एक बार फिर रद्द कर दिया गया।

आखिर अड़चन क्या है
 

 नगरपरिषद सभापति अशोक तंवर ने बताया कि कॉलोनी के कुछ हिस्से का पुन: प्लान बनवाया जाएगा। इसके लिए कुछ समय लगेगा। ऐसे में संभवतया 11 जून को लॉटरी निकाल दी जाएगी।

नगरपरिषद की ओर से बताया गया कि किसी की शिकायत मिली है जिस पर सामने आया कि जवाहर लाल नेहरू आवासीय कॉलोनी की कुछ जमीन ओरण क्षेत्र में है। अब ऐसे में दोबारा प्लान बनाया जाएगा और बाद में लॉटरी निकाली जाएगी।

जवाहर लाल नेहरू आवासीय योजना के तहत डेढ़ वर्ष पूर्व आवेदन करवाए थे। शुरूआत में नगरपरिषद की उदासीनता के चलते इसमें काफी देरी हो गई। लोकसभा चुनावों से पहले लॉटरी प्रक्रिया की पूरी तैयारी कर ली गई और जैसे ही तारीख का निर्धारण किया गया आचार संहिता लग गई। इसके बाद चुनावों तक लोगों का इंतजार बढ़ गया। वर्तमान में फिर से प्रक्रिया के शुरू होने की उम्मीद जगी और 21 मई की तारीख भी तय हो गई। लेकिन सोमवार की शाम एकाएक प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्णय ले लिया गया। लोगों के लिए यह कॉलोनी मृग मरीचिका बन चुकी है।

रविवार को नगरपरिषद ने कॉलोनी की लॉटरी प्रक्रिया की तारीख 21 मई तय कर दी। उसके बाद सोमवार को नगरपरिषद में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई जिसमें लॉटरी प्रक्रिया के बारे में बताया गया और पूनम स्टेडियम में 21 मई को सुबह 9 बजे लॉटरी निकालने की बात कही गई। नगरपरिषद ने पूनम स्टेडियम में टैंट लगाने भी शुरू कर दिए थे और सभी तैयारियां पूर्ण कर ली थी। इस बीच शाम होते होते नगरपरिषद की ओर से सभी को सूचना दी गई कि फिलहाल लॉटरी प्रक्रिया स्थगित कर दी गई।

"पेट" के लिए गिरवी रख देते हैं अपने बच्चे

लखनऊ। बुंदेलखंड के मड़ावरा ब्लॉक के सकरा गांव में सहरिया जाति के कई किसानों ने दो वक्त की रोटी के लिए अपने डेढ़ दर्जन बच्चों को राजस्थान के ऊंट व्यापारियों के पास गिरवी रख देने का मामला सामने आया है।
people gave children for money 
मीडिया में आने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से जबाव तलब किया है और जिलाधिकारी को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में जबाव मांगा है। आयोग जल्द ही एक टीम मौके पर भेजेगी।

चलाते कई किमी पैदल
इन बच्चों का कहना है कि चिलचिलाती धूप में उन्हें ऊंट और भेड़ों के झुंड को एक से दूसरे इलाके में हांककर ले जाने को कहा जाता है और लापरवाही होने पर उन्हें तरह-तरह की यातनाएं दी जाती हैं।

हाल ही में व्यापारियों को चकमा देकर किसी तरह सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर गांव लौटे ऎसे ही एक बच्चे ब्रजराम ने बताया कि भेड़ो के साथ जंगलों में उन्हें बिना चप्पल चलाया जाता और किसी भेड़ के इधर-उधर चले जाने पर ठेकेदार बेरहमी से उनकी पिटाई करता था।

घास की रोटी खाकर गुजर-बसर
ललितपुर जनपद का मड़ावरा क्षेत्र वर्ष 2003 में सुर्खियों में आया था। बताया जाता है कि यहां के गरीब लोग घास की रोटियां खाकर जीते हैं।

आज 11 साल बाद हालात इतने बदतर हो गए हैं कि यहां के गरीब अपने बच्चों को दो वक्त की रोटी तक नहीं दे पा रहे हैं। 

सोमवार, 19 मई 2014

बेरोजगारों को एक और झटका, सचिवालय और विधानसभा में भर्तियां रद्द

जयपुर। 7538 क्लर्को की भर्ती रद्द करने एक दिन बाद राजस्थान सरकार ने सचिवालय में 275 पदों पर होने वाली क्लर्कोकी भर्ती भी रद्द कर दी। इस भर्ती के लिए भी परीक्षा हो चुकी है। इसके अलावा विधानसभा में 36 पदों के लिए निकाली भर्ती भी रद्द कर दी गई। हालांकि साढ़े सात हजार क्लर्को की भर्ती के मामले में अब सरकार पुनर्विचार की बात कह रही है।
Another jolt to unemployed in Rajasthan, recruitment to275 clerk`s post cancelledकार्मिक विभाग ने राजस्थान लोक सेवा आयोग(आरपीएससी) को हाल में इस भर्ती की अभ्यर्थना वापस लेने के लिए पत्र लिखा है। हालांकि फिलहाल आयोग ने विभाग को एक पत्र भेजकर तर्क दिया है कि चूंकि भर्ती के लिए परीक्षाएं व अन्य औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। इसलिए परिणाम जारी करने की इजाजत दी जाए।

उधर आयोग ने फिलहाल प्रशासनिक सुधार विभाग संयुक्त सचिव सत्यप्रकाश बसवाला की ओर से 7538 पदों की अभ्यर्थना वापस लेने के संबंध में भेजे गए पत्र का जवाब नहीं दिया है। राज्य सरकार जरूर अपने स्तर पर 7538 और 275 पदों पर क्रमश: मंत्रालयिक काडर और सचिवालय काडर की भर्ती की अभ्यर्थना वापस ले चुकी है।

विधानसभा में भी भर्ती रद्द
विधानसभा में भी पिछली सरकार के समय निकाली गई बाबुओं की भर्ती निरस्त कर दी गई है। विधानसभा में 36 पदों पर भर्ती के लिए अक्टूबर, 2013 में भर्ती निकाली गई थी, लेकिन शुरू से ही इस भर्ती पर विवाद का साया रहा है। अब यह भर्ती नए सिरे से जारी की जाएगी।

तत्कालीन विधानसभाध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत के समय बाबुओं और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती निकाली गई थी। इसके तहत विधानसभा में 36 कनिष्ठ लिपिक के पदों पर भर्ती होनी थी। नई विधानसभा बनने के साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती को तो हरी झंडी मिल गई, बाबुओं की फाइल को बंद कर दिया गया। इसके बाद से आज तक इसकी फाइल को नहीं खोला गया। और हाल ही में इस भर्ती को निरस्त कर दिया गया। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि इस भर्ती में कम्प्यूटर की पात्रता की शर्त नहीं जोड़ी गई। - 

श्रीधरन बोले, मोदी मंत्रिमंडल से मेरा क्या वास्ता



कोच्चि। "मेट्रोमैन" के नाम से मशहूर ई.श्रीधरन ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल होने की खबर को खारिज कर दिया। श्रीधरन दिल्ली मेट्रो रेल के जरिए राष्ट्रीय राजधानी में यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए जाने जाते हैं।

e sridharan says, none has contacted me to join  modi cabinet 

भारतीय इंजीनियरिंग सेवा के पूर्व अधिकारी श्रीधरन (82) ने कहा कि क्या आपने पतंग उड़ाने के बारे में सुना है? यही अब हो रहा है। न मैंने भाजपा से संपर्क किया है, न ही वे मेरे पास मंत्रीपद का प्रस्ताव लेकर आए हैं। मीडिया में ऎसी अटकलें है कि उन्हें रेलवे में कनिष्ठ मंत्री बनाया जा सकता है।

श्रीधरन को कोंकण रेलवे के निर्माण का श्रेय जाता है, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली मेट्रो निर्माण की शुरूआत की। वह अभी कोच्चि मेट्रो के निर्माण के प्रभारी है, जिसकी पहली रेल 31 दिसंबर, 2015 से शुरू होगी।

प्रियंका गांधी को जुर्माना लगाकार छोड़ा,चिदंबरम के बेटे को हो सकती है जेल



नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी ने मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स के समक्ष स्वीकार किया है कि उन्होंनेे तीन "डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नम्बर्स (डीआईएन)"रखकर गैर इरादतन और अनजाने में गलतियां की है।

Govt lets off priyanka gandhi who admits `mistake` over DINSजबकि मंत्रालय ने प्रियंका गांधी की अवैधता को माफ करते हुए सिर्फ जुर्माना लगाने का फैसला किया। एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय ने पाया है कि निवर्तमान वित्त मंत्री पी.चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने छह डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नम्बर्स रखकर प्रथम दृष्ट्या कंपनीज एक्ट के प्रावधानों का उल्लंघन किया है।

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अवैध रूप से डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नम्बर्स रखने को लेकर प्रियंका गांधी औक कार्ति चिदंबरम याचिका दाखिल की थी। कंपनीज एक्ट के तहत एक से ज्यादा डायरेक्टर आईडेंटिफिकेशन नम्बर रखना दण्डनीय अपराध है। इसमें 6 महीने की जेल और पचार हजार रूपए के जुर्माने की सजा हो सकती है।

डिन यूनिक नंबर होते हैं जो रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज जारी करती है। डिन उन लोगों को जारी किए जाते हैं जो कंपनियों में निदेशक बन जाते हैं। कई डिन के लिए प्रियंका गांधी ने आवेदन दिए थे। मामला की जांच चल रही थी। प्रियंका गांधी ने एक पत्र के जरिए कई डिन के लिए आवेदन की बात स्वीकार की है। प्रियंका वाड्रा ने कहा कि यह अनजाने में गलतियों के कारण हुआ,जो गैर इरादतन थी।

16 मई को सुब्रमण्यम स्वामी को लिखे पत्र में मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स के सचिव नावेद मसूद ने बताया कि कंपनीज एक्ट 1956 की धारा 621 ए के तहत असावधानी पूर्वक हुई गलती धारा 266 सी के तहत प्रशम्य है। हालांकि चिदंबरम के बेटे की मुश्किलें बढ़ सकती है। नावेद मसूद का कहना है कि कार्ति की ओर से कई डिन के लिए सौंपे गए आवेदन के मामले में प्रथम दृष्ट्या कंपनीज एक्ट के प्रावधानों के उल्लंघन का मामला बनता है। मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक को कार्ति चिदंबरम से सफाई मा ंगने को कहा गया है। क्षेत्रीय निदेशक ने कार्ति चिदंबरम को 15 दिन में जवाब देने को कहा है।

इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्वामी ने कहा कि बड़ी संख्या में नेताओं के पास डिन हैं। उन्होंने कंपनी लॉ के तहत अपराध किया है। मैंने उन लोगों की सूची बनाई है। उन सभी के खिलाफ आपराधिक केस करूंगा। मेरी अगली शिकायत रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ होगी। उन्होंने तीन साल से बैलेंस शीट फाइन नहीं की है। ऎसा कर उन्होंने कंपनी लॉ का उल्लंघन किया है। 

जीतन राम मांझी होंगे बिहार के नए मुख्यमंत्री



पटना। बिहार के एससी-एसटी कल्याण मंत्री जीतन राम मांझी का नाम राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में तय किया गया है। मांझी का नाम नीतीश कुमार ने तय किया है। सोमवार को हुई जदयू विधायकों की बैठक में नीतीश कुमार ने दोबारा बिहार के मुख्यमंत्री का पद संभालने से इंकार कर दिया था और नए नेता का फैसला नीतीश कुमार पर छोड़ दिया गया था। जदयू दोबारा सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।

Decision on Nitish Kumar quitting as Bihar CM final: Sharad Yadavविधायक दल की बैठक के बाद अंदाजा लगाया जा रहा था कि राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह बिहार के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। सिंह को नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है। वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि पार्टी 2015 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगी।

नीतीश कुमार हो सकते हैं जदयू अध्यक्ष

समाचार चैनलों के मुताबिक जदयू नेताओं और विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष शरद यादव के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है। समाचार चैनलों ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि शरद यादव को अध्यक्ष पद से हटाकर नीतीश कुमार को पार्टी प्रमुख बनाया जा सकता है।

शरद यादव ने स्पष्ट किया है कि नीतीश कुमार दोबार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का फैसला कठिन लेकिन अंतिम है। फैसला राष्ट्र हित में लिया गया है। यह पार्टी और नीतीश कुमार के हित में भी है। जो विरोध कर रहे हैं हमने उन्हें इस बारे में बता दिया है। यह कठिन लेकिन अंतिम फैसला है। हमरा गोल दिल्ली है।

कई विधायकों ने नीतीश कुमार के खिलाफ खोला मोर्चा

गौरतलब है कि जदयू के कई विधायकों ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रवीन्द्र राय और अनिरूद्ध यादव जैसे विधायकों की मांग है कि विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार की जगह नया नेता चुना जाए। कहा जा रहा है कि ये विधायक शरद यादव के खेमे से जुड़े हुए हैं। दोपहर दो बजे विधायक दल की बैठक होगी। इसमें नया नेता चुना जाएगा। रविवार को विधायक दल की बैठक में जदयू विधायकों ने नीतीश कुमार से इस्तीफे पर पुर्नविचार करने की अपील की। नीतीश कुमार ने कहा था कि वह सोमवार को अपना फैसला सुनाएंगे।


लालू को झटका,तीन विधायकों ने दिया इस्तीफा

राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रविवार को तगड़ा झटका लगा। राजद के तीन विधायकों ने नीतीश कुमार के समर्थन में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सम्राट चौधरी,रामलखन राम रमन और जावेद इकबाल ने विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी को अपने इस्तीफे सौंप दिए। तीनों के इस्तीफे के बाद 243 सदस्यीय विधानसभा में राजद के 21 विधायक रह गए हैं।

सम्राट चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री जैसा बड़ा पद छोड़ दिया तो क्या हम विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने जैसा छोटा त्याग भी नहीं कर सकते। हम नीतीश कुमार के हाथ मजबूत करने के लिए जदयू में शामिल होंगे। चौधरी,रमन और इकबाल उन 13 राजद विधायकों में शामिल हैं जिन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष उन्हें अलग ग्रुप के रूप में मान्यता प्रदान करने का प्रस्ताव रखा था।

हालांकि बाद में 13 में से 9 विधायक राजद में लौट आए थे। सम्राट चौधरी जदयू के वरिष्ठ नेता शकुनी चौधरी के पुत्र हैं। शकुनी चौधरी पहले ही लालू की पार्टी से नाता तोड़ चुके थे। चौधरी ने कहा कि फरवरी में राजद छोड़ने के बाद वे नीतीश कुमार के साथ काम कर रहे हैं। सम्राट चौधरी परबट्टा से विधायक हैं। रमन राजनगर(एससी के लिए सुरक्षित सीट)और जावेद इकबाल बांका से विधायक हैं।

लालू ने कहा,जदयू से गठबंधन का सवाल ही नहीं
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव ने जदयू से हाथ मिलाने से इनकार किया है। लालू ने कहा,जदयू से गठबंधन का सवाल ही नहीं है। हम जदयू से हाथ नहीं मिलाएंगे। जदयू से गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। ये खबरें निराधार है कि शरद यादव ने मुझसे तीन चार बार बात की है। हम हालात पर नजर रखे हुए हैं। जदयू में जो कुछ हो रहा है वह उनका आंतरिक मामला है। वहीं लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने कहा है कि सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट होना चाहिए।

लालू से हाथ मिलाने के संकेत
शरद यादव ने शनिवार को लालू यादव से हाथ मिलाने के साफ संकेत दिए थे। राजद से अलग होकर नया गुट बनाने वाले 12 विधायकों को फिर से पार्टी विधायक दल का अंग मान लिया गया था। बिहार विधानसभा सचिवालय ने शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी थी। बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के इस फैसले को जदयू और राजद के बीच संभावित तालमेल के रूप में देखा जा रहा है। बिहार में राजद के 21 विधायक हैं।

कांग्रेस ने शरद यादव को दिया समर्थन का आश्वासन

जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने रविवार को कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात की। कांग्रेस ने शरद यादव को आश्वासन दिया है कि वह बिहार में नई सरकार बनाने के लिए जदयू का समर्थन करेगी। कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा है कि पार्टी जदयू सरकार को बाहर से समर्थन दे रही थी। समर्थन वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है। हमने साम्प्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखने के लिए नीतीश कुमार की सरकार को समर्थन दिया था। मुझे व्यक्तिगत रूप से समर्थन वापस लेने का कोई कारण नजर नहीं आता।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के बुरे प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। -

कैसे आएंगे अच्छे दिन जब मोदी के साथ हैं 98 अपराधी?

नई दिल्ली। अबकी बार मोदी सरकार। भाजपा का यह स्लोगन लोगों के दिल में बैठ गया और बंपर वोटों से मोदी के सिर जीत का सेहरा बांध दिया।
Every third newly elected MP has criminal background 
लेकिन आपको पता है आपने जिन सांसदों को जीताकर संसद भेजा है उनमें से 34 फीसदी आपराधिक छवि के हैं। नेशनल इलेक्शन वाच के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

लोकसभा का चुनाव जीतने वाले 543 सांसदों में से 186 दागी हैं। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनावों में 30 फीसदी क्रिमिनल रिकॉर्ड के राजनेता चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।

इन सांसदों पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे मामले दर्ज है। अगर पार्टी के हिसाब से बात करें तो लोकसभा के चुने गए भाजपा के 282 सांसदों में से 98 पर आपराधिक मामले दर्ज है।

कांग्रेस के 44 सांसदों में से 8 क्रिम्रिनल बैकगाउंड के हैं। एआईडीएमके के 37 में से 6 और शिवसेना के 18 में से 6 सांसद दागी हैं। तृणमूल कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के 34 सांसदों में सात आपराधिक पृष्टभूमि के हैं। 

बाड़मेर राजपूत युवा संघठन की बैठक मंगल को ,आगामी रणनीति पर होगा चिंतन::



बाड़मेर राजपूत युवा संघठन की बैठक मंगल को ,आगामी रणनीति पर होगा चिंतन::


बाड़मेर राजपूत युवा संगठन की मासिक बैठक रानी रूपादे संस्थान में मंगलवार शाम 5 बजे आयोजित होगी। इसमें संगठन के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता और आम राजपूत की भागीदारी रहेगी।
बैठक में संगठन के अब तक के कार्यो की समीक्षा की जाएगी और भविष्य में किस प्रकार संगठन को और मजबूत किया जा सके इस पर भी चिंतन होगा।
लोकसभा चुनावो में भी समाज ने जो एकजुटता दिखाई और सत्य व स्वाभिमान की लड़ाई लड़ी उसके लिए संगठन आभारी हैं और आगामी चुनावो में भी समाज की क्या सोच रहेगी इस पर भी चिंतन होगा।
इसके अतिरिक्त आगामी 31 मई को आने वाली महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर संगठन द्वारा स्वाभिमान यात्रा निकाली जाएगी व बड़े स्तर पर सम्मलेन का आयोजन किया जायेगा इस सम्बन्ध में भी चर्चा होगी और अलग अलग जिम्मेदारिया सौपी जाएगी।

मुजफ्फरनगर में चार बदमाशों की पीट-पीटकर हत्या





मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के फुंगाना क्षेत्र में कार सवार बदमाशों ने एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद में गुस्साए ग्रामीणों ने चारों बदमाशों को पीट-पीट कर मार डाला।

 
पुलिस के अनुसार क्षेत्र के खोडीगनी निवासी अधिवक्ता संजीव मलिक की हत्या उस समय हुई जब वह सुबह की सैर करने गांव के बाहर निकले थे।

उन्होंने बताया कि गोली की आवाज सुनकर वहां मौजूद ग्रामीणों ने हत्यारों को घेर लिया और पीट-पीट कर मार डाला। सूचना मिलने पर जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरीनारायण सिंह पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। गुस्साए लोगों को अधिकारियों ने शांत कराया। घटना के कारणों की पड़ताल की जा रही है।

ट्रेन की चपेट में आया ट्रक, 6 की मौत



चित्तौड़गढ़। जिले के कपासन के निकट संडियावड़ी मानव रहित रेलवे क्रांसिग पर सोमवार सुबह करीब आठ बजे एक मिनी ट्रक ट्रेन (बांद्रा-उदयपुर एक्सप्रेस- 12995) की चपेट में ट्रक सवार तीन बहिनों सहित छह लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए।

mini track accident 6 killed in chittorgarh 
घायलों को तुरंत ही उदयपुर के लिए रैफर कर दिया गया। पांच लोगों ने दुर्घटना स्थ्ल पर ही दम तोड़ दिया। एक अन्य की उदयपुर में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।

पुलिस के अनुसार कपासन क्षेत्र के नाती का खेड़ा से तड़के 3 बजे एक मिनी ट्रक खांखला भरने के लिए संडियावड़ी आया। यहां से खाखला भरकर सुबह करीब आठ बजे ट्रक वापस लौट रहा था। करीब दौ सौ कदम चलने के बाद ही संडियावड़ी में रेलवे क्रांसिंग पर जैसे ही ट्रक गुजरा तो उदयपुर की ओर जाने वाली बांद्रा-उदयपुर ट्रेन की चपेट में आ गया।

इससे ट्रक पूरी तरह से बिखर गयाऔर मौके पर भदेसर के तरजला निवासी रूपा(20) पुत्र मोहन बंजारा, नाती का खेड़ा निवासी बाबू(25) पुत्र जीवा बंजारा, सोसर (22) पुत्री राजू बंजारा, चंदू (20) पुत्री राजू बंजारा , राधा(18) पुत्री राजू बंजारा की दुर्घटना स्थल पर मृत्यु हो गई।

वहीं वकील (22) पुत्र जीवा बंजारा, नगीना (20) पुत्री बालू, महेन्द्र (18) पुत्र राजू बंजारा, सोनिया (24) पुत्र जीवा बंजारा एवं जगदीश (15)पुत्रशंकर बंजारा को 108 एबुलेंस की मदद से उपचार के लिए उदयपुर भेजा गया।

जहां पर जगदीश ने भी दम तोड़ दिया। वहीं सूचना पर जिला कलक्टर वेद प्रकाश, पुलिस अधीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा एवं उदयपुर से रेलवे के क्षेत्रीय अधिकारी हरफूल चौधरी भी मौके पर पहुंचे।

तीन बहिनों ने एक साथ गंवाई जान
हादसे में तीन बहिनों ने एक साथ अपनी जान गंवा दी। इसमें सोसर, चंदू एवं राधा बंजारा तीनों सगी बहिनें थी।

पूरी तरह से बिखर गया ट्रक
हादसा इतना भीषण था कि जैसे ही मिनी ट्रक ट्रेन की चपेट में वैसे ही ट्रक पूरी तरह से बिखर गया।ट्रक के चार हिस्से हो गएए। और केबिन में सवार सभी लोगों की मृत्यु हो गई। ट्रक का केबिन अलग, इंजन दूसरी और बॉडी अलग एवं टायर अलग दिया में चले गए।

डेढ़ घंटा खड़ी रही ट्रेन
हादसे के बाद करीब डेढ़ घंटा ट्रेन मौके पर ही खड़ी रही।अधिकारियों के पहुंचने एवं राहत एवं बचाव कार्य होने के बाद करीब साढ़े 9 बजे ट्रेन को उदयपुर के लिए रवाना किया गया।

शायद मौत ही खिंच लाई
सुबह तीन बजे ट्रक मालिक बाबू जब खांखला भरने के लिए अन्य लोगों को तीन बजे उठाने गया तो उन्होंने कहा कि इतनी जल्दी नहीं कुछ देरी से चलेंगे, लेकिन बाबू ने किसी की नहीं सुनी और तीन बजे ही सबको लेकर रवाना हो गया। हो सकता है कि कुछ देरी से जाते तो लौटते में ट्रेन का समय गुजर जाता।

मोदी को फांसी देने की मांग करने वाले ओवैसी की हत्या की साजिश -



नई दिल्ली। देश के भावी पीएम नरेंद्र मोदी को फांसी देने की मांग करने वाले एमआईएम के नेता अकबरूद्दीन ओवैसी की हत्या की साजिश रचने का मामला सामने आया है।

four men arrested to plot akbaruddin owaisi murder 

बेंगलुरू पुलिस ने ओवैसी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी गिरफ्तारी कब हुई, इस बारे में नहीं बताया गया है।

सूत्रों के अनुसार, अनंतपुर जिले के हिंदूपुर में मुख्य साजिशकर्ता के गिरि और उसका एक सहयोगी से बचकर भागते समय घायल हो गए। गिरि के अलावा अभी अन्य 3 लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। संभवत: इन चारों को ओवैसी की हत्या के लिए सुपारी दी गई थी।

सूत्रों के अनुसार कर्नाटक और तमिलनाडु पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई में इन चारों को गिरफ्तार किया। उनके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं। हालांकि अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि किसने इनको सुपारी दी थी।

गौरतलब है कि 2011 में हैदराबाद में भी ओवैसी की हत्या की कोशिश की गई थी। उस दौरान उनको गोली मारी गई थी और चाकू से हमला किया गया था। हालांकि एक सुरक्षाकर्मी ने उनका बचाव किया और उनकी जान बच गई। ओवैसी आंध्र प्रदेश के चंद्रयानगुट्टा से विधायक हैं। -

50 हजार लेकर बनीं 3 दिन की दुल्हन



जयपुर। हरमाड़ा के एक परचून दुकानदार ने धूमधाम से दो बेटों की शादी की। सात लाख रूपए के खर्चे के बाद दुल्हनें घर लेकर आए। अभी घर में मंगल गीत गाए जा रहे थे कि शादी की तीसरी रात ही दुल्हनें घर से खिसकने लगी तो परिजनों ने उन्हें पकड़ लिया।

fake bride racket busted in jaipur 
पूछताछ में पता चला कि दोनों शादीशुदा हैं और 50-50 हजार रूपए में तीन दिन के लिए किराए पर लाई गई थीं। अब पीडित की शिकायत पर मुरलीपुरा थाना पुलिस ने दुल्हनों को जेल भेज दिया। गिरोह का सरगना रिमांड पर है।

पुलिस के मुताबिक पीडित गिरधारी लाल हरमाड़ा के गणेश नगर का रहने वाला है। गिरधारी ने बताया कि 13 मई को मुरलीपुरा के एक मैरिज गार्डन में दोनों बेटों की शादी संपन्न हुई। दुल्हनें घर आने के बाद 16 मई की देर रात भागने की फिराक में थीं कि परिजनों ने पकड़ लिया।

पूछताछ की तो दोनों ने खुलासा किया कि वे शादीशुदा हैं और दोनों के दो-दो बच्चे हैं। दिल्ली की रहने वाली दुल्हनों ने बताया कि उन्हें तीन दिन की दुल्हन बनने के लिए धन्नाराम 50-50 हजार में जयपुर लाया था। इस पर पुलिस ने गिरोह के सरगना धन्नाराम को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है।

पांच मई को कराई थी गोद भराई

गिरधारी लाल ने बताया कि धन्नाराम ने बेटों का रिश्ता भरतपुर की दो बहनों से कराने की बात कही थी। इस पर 5 मई को भरतपुर में दो लड़कियों की गोद भराई भी की गई। फेरों के दौरान जब दूसरी लड़कियां दिखीं तो धन्नाराम से पूछने पर उसने बताया कि पहले दिखाई लड़कियों की शादी दूसरी जगह हो गई है। ऎसे में बात खराब न हो इसलिए ये लड़कियां अब तुम्हारे बेटों की दुल्हन बनेंगी। धन्नाराम पीडित से सवा सात लाख रूपए भी शादी का खर्चा बताकर ले गया था।

रविवार, 18 मई 2014

सिमी का अगला टारगेट मोदी, कोर्ट के बाहर दी धमकी



simi 
भोपाल
स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के गिरफ्तार आतंकियों ने भोपाल कोर्ट परिसर में उस वक्त अफरा-तफरी मचा दी, जब उन्होंने पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि अबकी बार मोदी का नंबर है।

यह घटना शनिवार को उस वक्त हुई, जब पुलिस प्रतिबंधित सिमी के इन सदस्यों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल परिसर में खड़े एक वाहन की तरफ ले जा रही थी। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया, 'प्रतिबंधित सिमी के अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार करीब 15 आतंकियों को पुलिस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोर्ट लाई थी। पुलिस जब इन आतंकियों को कोर्ट में पेश करने के बाद वापस जेल वाहन की तरफ ला रही थी, तभी खंडवा जेल से फरार आतंकी अबु फैजल ने मोदी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।'

पुलिस ने बताया कि जैसे ही अबु ने नारेबाजी की, इसके बाद सभी सिमी आतंकियों ने नारेबाजी शुरु कर दी। पुलिस ने कहा कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी देते हुए नारे लगाते हुए कहा कि अबकी बार मोदी का नंबर है।उन्होंने बताया कि इसके अलावा इन सिमी आतंकियों ने यह भी नारे लगाए कि दुनिया की एक ही ताकत अल्लाह है, तालिबान आएगा और नरेंद्र मोदी जाएगा। बाद में पुलिस इन्हें जेल के एक वाहन में वापस भोपाल सेंट्रल जेल ले गई।

उठी कांग्रेस में प्रियंका गांधी को कमान सौंपने की मांग -



इलाहाबाद। लोकसभा चुनावों में हुई कांग्रेस पार्टी की करारी हार को लेकर पार्टी में विरोध के स्वर उठने लगे हैं। रविवार दोपहर इलाहाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के विरोध वाले शहर भर में चस्पा कर दिए। कार्यकर्ता "राहुल गांधी इस्तीफा दो", "प्रियंका गांधी को लाओ" के नारे लगा रहे थे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कपिल सिब्बल, पी. चिदम्बरम सहित कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों के इस्तीफे की भी मांग की।

Congress workers demand to bring Priyanka Gandhi in Congressउल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनावों में प्रचार के दौरान भी कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी के बजाय प्रियंका गांधी को आगे लाने की मांग कर रहे थे। हालांकि प्रियंका ने मना कर दिया था। अब जबकि कांग्रेस ने अपने इतिहास का अब तक का सबसे निकृष्ट प्रदर्शन किया है, कार्यकर्ता राहुल गांधी के बजाय प्रियंका को पार्टी की कमान सौंपने की मांग जोर-शोर से उठाने लग गए हैं।

विधवा की नृशंस हत्या

प्रतापगढ़। जिले के छोटीसादड़ी वृत्त क्षेत्र में अज्ञात लोगों ने विधवा की पत्थरों से कुचलकर नृशंस हत्या कर दी।
murder of a widow 
सीओ जगदीश नारायण मीणा ने बताया कि धोलापानी थाना क्षेत्र में रविवार को खेत में महिला का शव पड़ा होने की सूचना मिली थी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को छोटीसादड़ी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।

पुलिस के अनुसार भैरवी गांव निवासी मृतका मोहनी बाई 35 अपने पति गणपत मोग्या के निधन के बाद पीहर में रहने लगी थी।

रविवार को एक खेत में मेड़ के किनारे शव पड़ा होने की सूचना मिली।

पुलिस के अनुसार शनिवार देर रात अज्ञात लोगों ने महिला की पत्थरों से कुचलकर नृशंस हत्या कर दी।

पुलिस ने शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। -

घर में घुसकर विवाहिता के साथ गैंगरेप, 2 अरेस्ट

खण्डवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ग्राम पंधाना में एक विवाहिता के घर में घुसकर दो व्यक्तियों द्वारा सामूहिक बलात्कार करने के मामले में रविवार को दोनों को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
married woman gang raped in madhya pradesh 
पुलिस के अनुसार एक 26 वर्षीया विवाहिता ने शिकायत दर्ज कराई की 16-17 मई की दरमियानी रात साढ़े बारह बजे किसी ने उसके घर का दरवाजा खटखटाया तो उसने यह समझकर दरवाजा खोला कि उसका पति समीपस्थ ग्राम मिटावल के अपने खेत से लौटा होगा।

लेकिन दरवाजा खोलते ही दो लोगों ने जबरदस्ती उसके घर में प्रवेश किया और डरा धमकाकर उसके साथ बलात्कार किया। उसने जब शोर मचाया तो पड़ोसियों के आने पर दोनों आरोपी भाग गए।

पीडिता दोनों आरोपियों को पहचानती है जो उसके ही गांव मिटावल के रहने वाले है। महिला की शिकायत पर पंधाना थाने में गोपीचंद और प्रकाश के विरूद्ध सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। -

मोदी को हटाने की मांग पूरी न हुई तो मर गया युवक

जयपुर। देश के भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक युवक के लिए काल साबित हुए हैं। वे न चाहते हुए भी इस युवक की मौत के कारण बन गए। चौंका देने वाली यह घटना पंजाब के मोगा जिले की है।
this guy died to remove modi 
मोगा जिले के कस्बा अजीतवाल में रहने वाला युवक मजदूरी करता था। रविवार की सुबह मजदूर गांव के ही 100 फुट ऊंचे टॉव पर चढ़ गया। टॉवर पर चढ़ने के बाद मजदूर मोदी को हटाने की मांग करने लगा। चीख-चीख कर मोदी को हटाने कर लालू प्रसाद यादव को लाने की मांग करने लगा।

पहले तो लोगों को लगा कि मजदूर पागलपन में यह हरकत कर रहा है और कुछ देर में खुद ही टॉवर से नीचे आ जाएगा। काफी वक्त बीत जाने के बाद भी युवक टॉवर से नीचे नहीं उतरा तो, स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी।

युवक की हरकत के बारे में जानते ही कुछ देर में स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। कई बार पुलिसकर्मियों ने टॉवर पर चढ़े मजदूर से उतरने का आग्रह किया। उसने पुलिसकर्मियों की एक न सुनी।

युवक की मनमानी पर पुलिस को टॉवर पर चढ़ना पड़ा। पुलिस को टॉवर पर चढ़ता देख मजदूर और बागी हो गया। वो टॉवर से जा रहे बिजली के तार को पकड़ लिया। तार को पकड़ वो आगे बढ़ने लगा।

कुछ दूर आगे जाकर मजदूर तार पर लटक गया और वहीं से मोदी को हटाने की मांग करता रहा। पुलिस जब तक युवक के पास पहुंचती उसने तार छोड़ दिया।

100 फुट की उंचाई से गिरने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। युवक की पहचान श्याम कुमार यादव (20) के रूप में की गई। वो मूलरूप से बिहार के जहानाबाद का रहने वाला था। -

मोदी ने मिशन 25 पर वसुंधरा को दी बधाई

नई दिल्ली। राजस्थान की मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता वसुंधरा राजे ने यहां गुजरात भवन में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
vasundhara raje meets narendra modi 
गुजरात भवन के एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान की मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव में ऎतिहासिक जीत के लिए मोदी को बधाई दी और उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट किए।

उनकी मुलाकात लगभग आधा घंटा चली। अधिकारी ने बताया कि मोदी ने भी राजस्थान की सभी 25 सीटों पर भाजपा की जीत के लिए वसंुधरा को बधाई दी। - 

बालोतरा फैक्ट्रियो में चोरी मामले में एक और गिरफ्तार

बालोतरा फैक्ट्रियो में चोरी मामले में एक और गिरफ्तार

बाड़मेर जिले के बालोतरा पुलिस ने बिठुजा स्थित ओद्योगिक फेक्ट्रीयो में कपडा चोरियों को लेकर बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक जने को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने चोरी के मामले में भगीरथ विश्नोई नामक युवक को गिरफ्तार किया।पुलिस सूत्रानुसार बालोतरा पुलिस को मिली एक और कामयाबी
भागीरथ विश्नोई को गिरफ्तार कर लाखो का कपड़ा किया बरामद किया हैं। पुलिस ने अब तक कपडा चोरियों के मामले में 6 को गिफ्फतार कर चुकी हे. पुलिस।आरोपी भागीरथ एम् पी के तेंदुआ थाने का एन डी पी एस मामले में हे वांछित हैं।

महाराष्ट्र की युवती को अलवर में बेचा, 4 साल रेप

अलवर। महाराष्ट्र से बहला फुसलाकर लाई गई एक युवती के साथ राजस्थान के अलवर जिले में दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया हैं। मामला सामने आने के बाद युवती को फिलहाल समिति ने महिला चिकित्सालय अलवर में संचालित स्वावलम्बन निराश्रित महिला अल्पावास गृह को सौंपा गया हैं।
maharashtrian woman raped in alwar 
प्रगतिशील महिला समिति की सचिव डा. शचि आर्य ने बताया कि महाराष्ट्र के कॉपर गांव की बाईस वर्षीय इस युवती को करीब चार साल पहले एक महिला सांई बाबा के दर्शन कराने के बहाने शिरडी लेकर आई और वहां इसे चाय में कोई नशीली वस्तु पिलाकर बेहोश कर दिया। दो दिन बाद जब उसे होश आया तो उसने अपने को अलवर में पाया।

उन्होंने बताया कि इसके बाद महिला ने युवती को बहरोड क्षेत्र के दहमी गांव के बलवान को दो लाख रूपए में बेच दिया। इसके बाद यह युवती लगातार चार साल तक दुष्कर्म एवं मारपीट का शिकार होती रही। गत दिनों युवती भागकर बहरोड थाने पहंुची लेकिन उसे वापस बलवान को सौंप दिया गया।

इसके बाद युवती गत 14 मई को किसी तरह बलवान के घर से निकल गई और मथुरा पहुंच गई और मथुरा में रात हो जाने पर उसे डर लगा और वह वापस अलवर की बस में बैठ गई। बस में उसने सेना के एक जवान को आप बीती सुनाने पर वह उसे अलवर के महिला अल्पावास गृह लेकर आया। 

बाड़मेर मतदान और मतगणना के आंकड़ों में आखिर फर्क कैसे आया ?


बाड़मेर मतदान और मतगणना के आंकड़ों में आखिर फर्क कैसे आया ?

बाड़मेर लोकसभा चुनाव के परिणामों में जारी किए गए आंकड़ों और वोटिंग के बाद जारी किए गए आंकड़ों में 13 मतों का अंतर पाया गया है। आखिर ये 13 वोट कहां से आएं? मतों में इतना फर्क कहां से और कैसे आया, क्योंकि एक वोट के अंतर से ही कोई नेता विधायक बनने से रह सकता है तो 13 वोट तो काफी बड़ी संख्या है। हालांकि बाड़मेर संसदीय क्षेत्र में जारी परिणाम में जीत का अंतर काफी है, ऐसे में ये 13 वोट मायने नहीं रखते, लेकिन सांख्यिकीय भूल अवश्य है। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर के साथ निर्वाचन विभाग के अधिकारी भी इसे मात्र लिपिकीय भूल बता रहे हैं। उनके अनुसार मतदान के बाद मतदान अधिकारी (प्रिजाइडिंग ऑफिसर) की ओर से दी जाने वाली सूचना में फर्क के कारण हो सकता है।
मतदान के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी संख्या और निर्वाचन विभाग की वेबसाइट के अनुसार 12,15,9९1 वोट डाले गए। वहीं, मतगणना में 12,16,004 मतों की गिनती की गई। इस प्रकार 13 मतों का अंतर सामने आया। विधानसभावार के आंकड़ों में भी यह फर्क आ रहा है। बायतु विधानसभा क्षेत्र में 3, सिवाना में 9 और चौहटन में 3 वोट बढ़ें हैं, जबकि पचपदरा में 2 वोट कम पाए गए हैं।
 

यह भी संभव 

कलेक्टर भानु प्रकाश एटुरू के अनुसार इस तरह के फर्क प्रिजाइडिंग ऑफिसर की ओर से दी जाने वाली सूचना में आ सकता है। इस अंतर को लेकर अगर निर्वाचन अधिकारी (आर ओ) और ऑब्जर्वर संतुष्ट है तो इसे मान्य किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मतदान के बाद प्रिजाइडिंग ऑफिसर के दो तरह के फार्म भरने होते हैं, पहला परफॉर्मा पीएस05 और दूसरा नियम 17 सी पार्ट फस्र्ट। वोटिंग के बाद परफॉर्मा पीएस05 के आधार पर आंकड़े जारी किए गए हैं, इसमें लिपिकीय त्रुटी संभव है। गणना मशीन में उपलब्ध वोटों के आधार पर की गई है, जिसमें त्रुटी नहीं हो सकती है। नियम 17 सी पार्ट फस्र्ट और पार्ट सेकंड के प्रावधानों के अनुसार आरओ और ऑब्जर्वर के संतुष्ट होने पर ऐसे आंकड़े मान्य किए जा सकते हैं।

विधानसभा मतदान मतगणना अंतर
जैसलमेर 150956 150956 0
शिव 177071 177071 0
बाड़मेर 161542 161542 0
बायतु 148289 148292 3
पचपदरा 136446 136444 -2
सिवाना 130302 130311 9
गुड़ामालानी 144910 144910 0
चौहटन 166475 166478 3
कुल 1215991 1216004 13

निर्वाचन विभाग के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी.सी. गुप्ता के अनुसार ऐसा कोई आंकड़ों का अंतर है तो उसे आरओ और ऑब्जर्वर की सहमति से मान्य किया जा सकता है। कई बार प्रिजाइडिंग ऑफिसर पोलिंग बूथ के मतदाताओं की संख्या के आधार पर संख्या को लिख देते हैं, उसमें ईडीएस (निर्वाचन ड्यूटी प्रमाण पत्र) वाले मतों को शामिल नहीं कर पाते या सांख्यिकी वालों से भी कोई त्रुटी रह सकती है। ऐसे में आरओ की ओर से मान्य आंकड़े ही अंतिम माने जाते हैं।



बड़ा सवाल। … राजस्थान में मतगणना गड़बड़। क्यों और कैसे घटे बढे वोट ?

बड़ा सवाल। … राजस्थान में मतगणना  गड़बड़। क्यों और कैसे घटे बढे वोट ?
 big mistake in counting thousand vote missing
राज्य में 16वीं लोकसभा के लिए 25 सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना और मतदान के बीच पांच हजार से अधिक वोट गायब हो गए। जयपुर संसदीय क्षेत्र से 1062 और जयपुर ग्रामीण से 976 वोट कम गिने गए है। राज्य में 12 संसदीय सीटों पर मतदान से अधिक वोट गिन लिए गए, जबकि 13 सीटों पर वोट कम पड़ गए। परिणामों को देखें तो किसी भी सीट पर बराबर वोट नहीं गिने गए।

ये कम पड़े वोट किसके खाते से निकले और अधिक पाए गए वोट कहां से आए। दोनों ही सवाल फिलहाल अनुत्तरित है। राज्य में इस बार 2 करोड़ 71 लाख 32 हजार 409 मतदाताओं ने ईवीएम और डाक के माध्यम से मताधिकार का उपयोग किया। मतगणना में प्रत्याशियों को मिले वोट, नोटा और निरस्त हुए मतों का जोड़ 2 करोड़ 71 लाख 27 हजार 267 ही आया है। ऎसे में पांच हजार 142 वोट फिलहाल गायब है।

  राज्य का गणित - वोट पड़े
ईवीएम : 27032809
पोस्टल : 99600
कुल : 27132409

जानें कहां कितने कम वोट
जयपुर 1062
जयपुर ग्रामीण 976
नागौर 731
बीकानेर 711
जालोर 627
कोटा 512
पाली 476
भरतपुर 394
सीकर 304
राजसमंद 139
करौली-धौलपुर 33
झुंझुनूं 10
चित्तौड़गढ़ 3

वोट गिने गए
प्रत्याशी व खारिज : 26799356
नोटा : 327911
कुल : 27127267
कम पड़े वोट : 5142

यहां बढ़ गए वोट
बांसवाड़ा 270
अलवर 208
अजमेर 113
गंगानगर 53
उदयपुर 51
टोंक-सवाई माधोपुर 35
जोधपुर 30
दौसा 28
झालावाड़- बारां 22
बाड़मेर 13
भीलवाड़ा 11
चूरू 2

आधी दुनिया ने रिकॉर्ड में निभायी अहम भागीदारी
पाली। भाजपा के पी.पी. चौधरी ने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की, लेकिन उनकी इस जीत में आधी दुनिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। आंकड़े बताते हैं कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर मतदान किया, वहां चौधरी की जीत का अंतर भी अधिक रहा। पाली संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी चौधरी को सर्वाधिक बढ़त 60 हजार 875 की सोजत विधानसभा क्षेत्र से मिली है।

खास बात यह है कि यहां महिलाओं का मतदान प्रतिशत भी सर्वाधिक 67.55 प्रतिशत रहा था। इसी प्रकार ओसियां विधानसभा क्षेत्र ऎसा है जहां चौधरी और कांग्रेस प्रत्याशी मुन्नी देवी गोदारा के बीच सबसे कम 37 हजार 429 मतों का अंतर रहा। यहां पर सिर्फ 46.26 प्रतिशत महिलाएं ही मतदान केन्द्र तक पहुंची थी।

अन्य विधानसभा मतों का महिलाओं का
क्षेत्र अंतर मतदान प्रतिशत
बाली 41569 57.36
मारवाड़ जंक्शन 53468 54.79
पाली 52457 63.95
सुमेरपुर 49015 58.5
भोपालगढ़ 42266 49.35
बिलाड़ा 59430 57.21 -

शनिवार, 17 मई 2014

"मोदी सरकार" से डरे नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा



जयपुर। लोकसभा चुनाव के बाद आए नतीजों का असर दिखने लगा है। असर दिखा है बिहार में। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नतीजा आने के दूसरे दिन ही इस्तीफा दे दिया है।

bihar cm nitish kumar resigns 
इसके पीछे लोकसभा चुनाव में मिली जदयू को करारी हार कारण माना जा रहा है। अपने इस फैसले पर नीतीश कुमार ने अभी कोई बयान जारी नहीं किया है। नीतीश कुमार के इस्तीफे पुष्टि उनकी सेक्रेटरी अंजली ने की है।

अंजली ने बताया कि शाम पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार अपने इस्तीफे के बारे में बताएंगे। उन्होंने अपना इस्तीफा वहां के राज्यपाल को दिया है।

नीतीश कुमार को लग रहा था कि अगर मोदी सरकार केंद्र में आएगी तो उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी जाएंगी। उनकी कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित कर दिया जाएगा और उनकी छवि को बिहार में खराब कर दिया जाएगा। इस कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।

चुनावी नतीजे
बताते चलें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बिहार में अपने 38 उम्मीदवार खड़े किए थे। इन 38 सीटों पर जदयू मात्र दो सीटें निकाल सकी। नीतीश कुमार को बिहार में उनकी इस हालत की जरा भी उम्मीद नहीं थी।

मोदी से पहले रिश्ता खराब कर चुके नीतीश को अब इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं सुझा। चुनाव के नतीजों से पहले ही हाल ही में बीजेपी से हाथ मिला चुके राम विलास पासवान ने कहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारेगी।

अब चर्चा जोरों पर है कि बिहार में जल्द ही भाजपा सरकार का शासन होगा। नीतीश कुमार के इस्तीफे को कुछ राजनेता सोची-समझी चाल बता रहे हैं। विरोधियों का कहना है कि जनता में अपना सम्मान बरकरार रखने के लिए नीतीश कुमार ने यह कदम उठाया है।

आने वाले कुछ दिनों में बिहार में फिर चुनाव होंगे। चुनाव में जनता जिसे चुनेगी वही बिहार में सरकार बना सकेगा।

"मोदी सरकार" से डरे नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा



जयपुर। लोकसभा चुनाव के बाद आए नतीजों का असर दिखने लगा है। असर दिखा है बिहार में। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नतीजा आने के दूसरे दिन ही इस्तीफा दे दिया है।

bihar cm nitish kumar resigns 
इसके पीछे लोकसभा चुनाव में मिली जदयू को करारी हार कारण माना जा रहा है। अपने इस फैसले पर नीतीश कुमार ने अभी कोई बयान जारी नहीं किया है। नीतीश कुमार के इस्तीफे पुष्टि उनकी सेक्रेटरी अंजली ने की है।

अंजली ने बताया कि शाम पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार अपने इस्तीफे के बारे में बताएंगे। उन्होंने अपना इस्तीफा वहां के राज्यपाल को दिया है।

नीतीश कुमार को लग रहा था कि अगर मोदी सरकार केंद्र में आएगी तो उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी जाएंगी। उनकी कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित कर दिया जाएगा और उनकी छवि को बिहार में खराब कर दिया जाएगा। इस कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।

चुनावी नतीजे
बताते चलें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बिहार में अपने 38 उम्मीदवार खड़े किए थे। इन 38 सीटों पर जदयू मात्र दो सीटें निकाल सकी। नीतीश कुमार को बिहार में उनकी इस हालत की जरा भी उम्मीद नहीं थी।

मोदी से पहले रिश्ता खराब कर चुके नीतीश को अब इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं सुझा। चुनाव के नतीजों से पहले ही हाल ही में बीजेपी से हाथ मिला चुके राम विलास पासवान ने कहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारेगी।

अब चर्चा जोरों पर है कि बिहार में जल्द ही भाजपा सरकार का शासन होगा। नीतीश कुमार के इस्तीफे को कुछ राजनेता सोची-समझी चाल बता रहे हैं। विरोधियों का कहना है कि जनता में अपना सम्मान बरकरार रखने के लिए नीतीश कुमार ने यह कदम उठाया है।

आने वाले कुछ दिनों में बिहार में फिर चुनाव होंगे। चुनाव में जनता जिसे चुनेगी वही बिहार में सरकार बना सकेगा।

"मोदी सरकार" से डरे नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा



जयपुर। लोकसभा चुनाव के बाद आए नतीजों का असर दिखने लगा है। असर दिखा है बिहार में। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नतीजा आने के दूसरे दिन ही इस्तीफा दे दिया है।

bihar cm nitish kumar resigns 
इसके पीछे लोकसभा चुनाव में मिली जदयू को करारी हार कारण माना जा रहा है। अपने इस फैसले पर नीतीश कुमार ने अभी कोई बयान जारी नहीं किया है। नीतीश कुमार के इस्तीफे पुष्टि उनकी सेक्रेटरी अंजली ने की है।

अंजली ने बताया कि शाम पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार अपने इस्तीफे के बारे में बताएंगे। उन्होंने अपना इस्तीफा वहां के राज्यपाल को दिया है।

नीतीश कुमार को लग रहा था कि अगर मोदी सरकार केंद्र में आएगी तो उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी जाएंगी। उनकी कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित कर दिया जाएगा और उनकी छवि को बिहार में खराब कर दिया जाएगा। इस कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।

चुनावी नतीजे
बताते चलें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बिहार में अपने 38 उम्मीदवार खड़े किए थे। इन 38 सीटों पर जदयू मात्र दो सीटें निकाल सकी। नीतीश कुमार को बिहार में उनकी इस हालत की जरा भी उम्मीद नहीं थी।

मोदी से पहले रिश्ता खराब कर चुके नीतीश को अब इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं सुझा। चुनाव के नतीजों से पहले ही हाल ही में बीजेपी से हाथ मिला चुके राम विलास पासवान ने कहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारेगी।

अब चर्चा जोरों पर है कि बिहार में जल्द ही भाजपा सरकार का शासन होगा। नीतीश कुमार के इस्तीफे को कुछ राजनेता सोची-समझी चाल बता रहे हैं। विरोधियों का कहना है कि जनता में अपना सम्मान बरकरार रखने के लिए नीतीश कुमार ने यह कदम उठाया है।

आने वाले कुछ दिनों में बिहार में फिर चुनाव होंगे। चुनाव में जनता जिसे चुनेगी वही बिहार में सरकार बना सकेगा।

"मोदी सरकार" से डरे नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा



जयपुर। लोकसभा चुनाव के बाद आए नतीजों का असर दिखने लगा है। असर दिखा है बिहार में। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नतीजा आने के दूसरे दिन ही इस्तीफा दे दिया है।

bihar cm nitish kumar resigns 
इसके पीछे लोकसभा चुनाव में मिली जदयू को करारी हार कारण माना जा रहा है। अपने इस फैसले पर नीतीश कुमार ने अभी कोई बयान जारी नहीं किया है। नीतीश कुमार के इस्तीफे पुष्टि उनकी सेक्रेटरी अंजली ने की है।

अंजली ने बताया कि शाम पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार अपने इस्तीफे के बारे में बताएंगे। उन्होंने अपना इस्तीफा वहां के राज्यपाल को दिया है।

नीतीश कुमार को लग रहा था कि अगर मोदी सरकार केंद्र में आएगी तो उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी जाएंगी। उनकी कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित कर दिया जाएगा और उनकी छवि को बिहार में खराब कर दिया जाएगा। इस कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।

चुनावी नतीजे
बताते चलें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बिहार में अपने 38 उम्मीदवार खड़े किए थे। इन 38 सीटों पर जदयू मात्र दो सीटें निकाल सकी। नीतीश कुमार को बिहार में उनकी इस हालत की जरा भी उम्मीद नहीं थी।

मोदी से पहले रिश्ता खराब कर चुके नीतीश को अब इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं सुझा। चुनाव के नतीजों से पहले ही हाल ही में बीजेपी से हाथ मिला चुके राम विलास पासवान ने कहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारेगी।

अब चर्चा जोरों पर है कि बिहार में जल्द ही भाजपा सरकार का शासन होगा। नीतीश कुमार के इस्तीफे को कुछ राजनेता सोची-समझी चाल बता रहे हैं। विरोधियों का कहना है कि जनता में अपना सम्मान बरकरार रखने के लिए नीतीश कुमार ने यह कदम उठाया है।

आने वाले कुछ दिनों में बिहार में फिर चुनाव होंगे। चुनाव में जनता जिसे चुनेगी वही बिहार में सरकार बना सकेगा।

लोकसभा में बनेगा नया इतिहास, मियां-बीवी बैठेंगे "पास-पास" -


मोदी की अगुआई में भाजपा की जीत के बाद अबकी बार लोकसभा के परिणाम तो चौंकाने वाले हैं ही पर शायद इसमें कुछ अनोखा भी होने वाला है जो पहले कभी नहीं हुआ। 2014 में बनने वाली लोकसभा के इतिहास में ऎसा पहली बार देखने को मिलेगा।

new record will be created in this upcoming loksabha 
यह रिकॉर्ड एक पति-पत्नी कायम करने वाले हैं। ऎसा पहली बार होगा कि कोई दंपति साथ-साथ लोकसभा में नजर आएगा, वह भी अलग-अलग पार्टियों के टिकट से जीतकर।

बिहार के बाहुबलियों में शुमार किए जाने वाले राजेश रंजन उर्फ पप्‍पू यादव और उनकी पत्‍नी रंजीता रंजन, दोनों ही जीत हासिल कर लोकसभा की दहलीज तक पहुंचने वाले हैं। यह अपनी तरह का पहला मामला होगा।

खुशकिस्‍मती से दोनों के दांपत्‍य संबंध में कभी कोई अलगाव-विलगाव जैसी स्थित भी नहीं आई है।

पप्‍पू यादव बिहार के मधेपुरा से आरजेडी के टिकट पर चुनाव में खड़े हुए थे। उनकी पत्‍नी रंजीता ने सुपौल से कांग्रेस पार्टी की ओर से किस्‍मत आजमाने का फैसला किया था।

मधेपुरा सीट से राजेश रंजन जेडीयू के शरद यादव को 56602 वोटों से हरा चुके हैं। रंजीता रंजन सुपौल में जेडीयू के दिलेश्‍वर कामत को 59672 वोटों से हरा चुकी हैं। 

दिल्ली में नरेन्द्र मोदी का भव्य स्वागत



नई दिल्ली। आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को शानदार जीत दिलवाने के बाद पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी पहली बार शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंच गए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। साथ ही हजारों लोग भी भावी पीएम का स्वागत करने पहुंचे।

Routes to avoid during Narendra Modi`s road showयहां से मोदी पार्टी मुख्यालय तक महा विजयी जुलूस निकालेंगे। जहां जहां से उनका जूलुस निकलेगा, पुलिस ने उन रास्तों बंद कर दिया है। हालांकि, उन्होंने अभी तक शपथ नहीं ली है, लेकिन उन्हें एसपीजी सुरक्षा मुहैया करवा दी गई है। एसपीजी के मुताबिक, हवाई अड्डे से पार्टी मुख्यालय के बीच कहीं नहीं रूकेगा।

वह हवाई अड्डे से पार्टी मुख्यालय तक प्रस्तावित रोड शो करेंगे। रोड शो इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पार्टी के मुख्याल तक होगा।

इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने आज नियमित आने जाने वालों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी के मुताबिक, सुबह दस बजे से टर्मिनल-3 से सेंट्रल स्पाइन रोड से टन्नल रोड और ऎरोसिटी की तरफ वाहनों को नहीं जाने दिया जाएगा।

ट्रैफिक को नेशनल हाइवे 8 की ओर सेंटोर होटल और महिपालपुर की ओर डाइवर्ट किया जाएगा। सुबह 11 बजे से किसी भी वाहन को एन एच 8 से धौला कुआं और सरदार पटेल मार्ग, धौला कुंआ से 11 मुर्ती की ओर नहीं जाने दिया जाएगा।

एडवाइजरी के मुताबिक, रोड शो को देखते हुए ट्रैफिक को उसी मुताबिक डाइवर्ट किया जाएगा। रोड शो जिन मार्गो से होकर गुजरेगा वे हैं - आईजीआई टर्मिनल 3, सर्विस रोड, सेंट्रल स्पाइन रोड, ऎरोसिटी, संजय टी पोइंट, एन एच 8, धौला कुंआ फ्लाइओवर, सरदार पटेल मार्ग, 11 मूर्ति, मदर टेरेसा क्रेसेंट, आर/ए तीन मूर्ति, तीन मूर्ति मार्ग, आर/ए जीकेपीओ, अकबर रोड, आर/ए मोती लाल नेहरू प्लेस, जनपथ, विंडसर प्लेस, अशोका रोड भाजपा मुख्यालय।

सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली की सड़कों पर दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया जाएगा। रोड शो के दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहेंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनकी सुरक्षा वैसी ही रहेगी जैसी प्रधानमंत्री को दी जाती है।

ट्रैफिक के संयुक्त पुलिस आयुक्त अनिल शुक्ला ने बताया कि वाहन चालको से निवेदन है कि जिन मार्गो से रोड शो गुजरेगा, वे उन मार्गो की बजाए वैकल्पिक मार्गो से जाएं। लोगो से गुजारिश है कि जितना हो सके, वे परिवहन सुविधाओं, खासकर मेट्रो का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। -

शुक्रवार, 16 मई 2014

दलगत राजनीति नहीं करेंगे जसवंत सिंह



बाड़मेर। राजस्थान की बाड़मेर सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। यहां से पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा केबागी वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को हार का सामना करना पड़ा। जसवंत सिंह को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कर्नल सोनाराम ने शिकस्त दी। सोनाराम ने जसवंत को 87461 वोटों से हराया। कांग्रेस उम्मीदवार हरीश चौधरी को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। हार के बाद जसवंत ने राजनीति नहीं करने की बात कही।


हार के बाद जसवंत ने सोनाराम को जीत की बधाई दी और उम्मीद जताई कि वे देश और क्षेत्र के लिए काम करेंग। साथ ही कहाकि वे हार का विश्लेषण करेंगे। सक्रिय राजनीति के भाग लेने के बारे में पूछे जाने पर जसवंत ने कहाकि वे दलगत राजनीति नहीं करेंगे। वहीं कांग्रेस के हरीश चौधरी ने कहाकि देश में मोदी की लहर थी। हार के लिए मैं खुद जिम्मेदार हूं।

गौरतलब है कि जसवंत सिंह भाजपा से टिकट न मिलने के बाद निर्दलीय के रूप में मैदान में उतरे थे। जसवंत सिंह एनडीए शासन में विदेश और वित्त मंत्री रह चुके हैं। दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी कर्नल सोनाराम पाला बदलकर भाजपा में आए हैं। सोनाराम बाड़मेर से कांग्रेस की टिकट पर सांसद रह चुके है। 

कर्नल जीत के बाद बोले। रिफायनरी लगाने के प्रयास जारी रहेंगे कर्नल

कर्नल जीत के बाद बोले। रिफायनरी लगाने के प्रयास जारी रहेंगे कर्नल
 



बाड़मेर बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से जीत का सेहरा बांधने के बाद मतगणना स्थल पर पत्रकारों बातचीत करते हुए कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा की बाड़मेर की जनता स्नेह दिया उसका आभारी हूँ। उन्होंने कहा की बाड़मेर में रिफायनरी लगे इसके प्रयास उनकी तरफ से जारी ,रहेंगे उन्होंने कहा की रिफायनरी बड़ा मुद्दा हैं उस पर जनहित के अनुरूप काम कराया जाएगा ,जमीनो के मामले में कई अधिकारी निलंबित भी हुए ,रिफायनरी के रोजगार उपलब्ध करने की दिशा में कार्य किया जायेगा ,उन्होंने कहा की भाजपा के कई नेताओ ने मुझे हराने का काम किया ऐसे कार्यकर्ताओ और पदाधिकारियों के खिलाफ पार्टी को कार्यवाही करनी चाहिए ,उन्होंने कहा की जो लोग मेरे साथ कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आये हैं उन्हें पार्टी में समानजनक पद दिलाने का प्रयास करूँगा ,कर्नल ने कहा जैसलमेर बाड़मेर का विकास मेरी प्राथमिकता रहेगी।


मोदी 21 मई को लेंगे पीएम पद की शपथ?



जयपुर। देश में 30 साल में पहली बार किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के आसार दिखाई दे रहे है।

When Narender Modi sworn as Prime Minister of India 

अब कुछ हद से यह साफ हो गया है कि सरकार राजग की ही बनने वाले है।

ेऎसे में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पीएम पद की शपथ कब लेंगे? इस पर विचार विमर्श जारी है।

एक निजी समाचार चैनल के अनुसार, अगर पार्टी को पूर्ण बहुमत मिल गया तो वह 21 मई को शपथ लेंगे। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

भापजा के बड़े नेता विचार विमर्श कर रहे हैं। बताया जाता है कि शनिवार को पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक होगी जिसमें नरेन्द्र मोदी को औपचारिक रूप से संसदीय दल का नेता चुना जाएगा।

मोदी पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ बैठक कर चुके हैं। मोदी ने उन्हें सरकार बानाने के बारे में अपने विचार व्यक्ति किए। बताया जाता है कि उन्होंने वरिष्ठ नेताओं की भूमिका के बारे में भी चर्चा की है।

राजस्थान में बंपर जीत पर क्या बोलीं राजे

जयपुर। देश और प्रदेश में कमल खिलने से उत्साहित मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर देश और प्रदेश की जनता को धन्यवाद दिया।
cm raje speaks on great victory  

राजे ने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने से अब देश तरक्की करेगा। राजे ने कविता पढ़कर देश-प्रदेश की जनता से विकास पथ पर चलने का आह्वान किया।

राजे ने कहा कि देश का विकास सभी लोगों के साथ चलने से होगा और देश मोदी के नेतृत्व में तरक्की करेगा।

राजे ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले की सरकार की तरह अब राजस्थान से सौतेला व्यवहार नहीं होगा।

मोदी को मां का आशीर्वाद,राजतिलक की तैयारी



गांधीनगर। लोकसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी देश का प्रधानमंत्री बनने की तैयारी में हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी शुक्रवार को आशीर्वाद लेने के लिए मां से मिलने पहुंचे।

narendra modi meets mother Heeraben and seeks blessing 

मोदी मटमैला कुर्ता और सुनहरे भूरे रंग की नेहरू जैकेट पहने अपनी मां हीराबेन के घर पहुंचे और उनके पैर छुए। मां ने भी बदले में अपने लाडले "नरिया" का मुंह मीठा करवाया। मीडिया की मौजूदगी में दोनों एक-दूसरे के गले मिले। उसके बाद हीराबेन ने बेटे का कुर्ता पकड़कर उसे अपनी ओर खींचा और कुछ सलाह दी। मोदी ने मां से बात की, जिनके वह बेहद करीब हैं।

मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर ट्वीट भी किया, "भारतवर्ष जीत गया। अच्छे दिन आने वाले हैं।" मोदी वडोदरा, अहमदाबाद और गांधीनगर में धन्यवाद बैठकें आयोजित करेंगे। जीत के रूझानों के सामने आते ही एसपीजी के सुरक्षा दस्ते ने गुजरात में दस्तक दे दी और मोदी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

उल्लेखनीय है कि रूझानों के अनुसार, फिलहाल देश में बीजेपी व सहयोगी दल 336 सीटों पर आगे चल रहे हैं। अकेले बीजेपी अपने दम पर पूर्ण बहुमत पाने जैसी स्थिति में पहुंच गई है। उसे 278 सीटों पर बढ़त मिली है।

बाडमेर में जसवंत ने दी बीजेपी को कड़ी टक्कर



राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने अपने मिशन 25 के तहत सभी सीट जीत कर इतिहास रच दिया। प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी बाडमेर सीट पर बीजेपी के निष्कासित नेता जसवंत सिंह से कड़ी टक्कर मिली। मतगणना के दौरान कई राउंड तक वे अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी कर्नल सोनाराम से आगे भी चले। लेकिन आखिरकार बीजेपी प्रत्याशी की जीत हुई। जसवंत सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा।

barmer lok sabha seat election result 
पिछले आम चुनाव में राजस्थान में 20 सीटों पर कब्जा जमाने वाली कांग्रेस को इस बार राज्य में करारी हार मिली है। अजमेर सीट से केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट,, अलवर से भंवर जीतेंद्र सिंह, चित्तौड़गढ़ से गिरिजा व्यास, जोधपुर से चंद्रेश कुमारी, झुंझुनू से राज बाला ओला तथा नागौर से ज्योति मार्धा को हार का सामना करना पड़ा।

जश्न में डूबी बीजेपी, कांग्रेस खेमे में मायूसी

लोकसभा चुनाव परिणाम में हुई पराजय के बाद कांग्रेस खेमे में सन्नाटा छाया हुआ है वहीं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जीत से उत्साहित होकर नाच रहे हैं। भाजपा के सरदार पटेल मार्ग स्थित प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार सुबह से गहमागहमी शुरू हो गई थी।

भाजपा के प्रदेश की सभी 25 सीटों पर बढ़त बनाने के साथ ही कार्यकर्ता खुशी में झूमने लगे। कार्यालय में मौजूद सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिला कर खुशी का इजहार किया तथा पटाखे छुड़ाए। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यालय भारतीय भवन में पहुंच कर संघ कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।

कांग्रेस मुक्त भारत, फहरा मोदी का परचम

नई दिल्ली। देशभर में राज्यों एवं जिला मुख्यालयों पर वोटों की गिनती चल रही है। सभी 543 सीटों के रूझान सामने आ गए हैं। इसमें बीजेपी अपने बूते पूर्ण बहुमत का लक्ष्य हासिल करती दिख रही है। उसे अपने दम पर 282 सीटों पर बढ़त मिली हुई है। सहयोगियों को मिलाकर उसकी सीटों का आंकड़ा 336 को पार कर रहा है। पूर्ण बहुमत के लिए 272 सीट चाहिए, जो एनडीए पार चुका है। यह पहला मौका है जब कांग्रेस 100 का आंकड़ा भी छूती नहीं दिख रही है, उधर बीजेपी इस बार पूरे देश में छा रही है। बीजेपी के पक्ष में 50 फीसदी वोट जाते नजर आ रहे हैं। दक्षिण में भी उसका असर देखा जा रहा है। कर्नाटक में बीजेपी के बीएस येडि्डयुरप्पा जीत चुके हैं।
general election trend and result 2014 
 फिलहाल बीजेपी अकेली 278 से ज्यादा सीटों और सहयोगियों के साथ 336 और कांग्रेस 62 अन्य 146 जगह पर आगे हैं। भाजपा शासित राज्यों में कांग्रेस को भारी झटका लगा है। सबसे अधिक सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा 68 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांगे्रस सिर्फ तीन सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। समाजवादी पार्टी छह और बहुजन समाज पार्टी एक सीट पर आगे है। भाजपा का सहयोगी अपना दल भी दो सीटों पर आगे है ।

कांग्रेस शासित राज्य असम में भी कांग्रेस को बुरी तरह पराजय झेलनी पड़ रही है। आलम यह है कि इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने आलाकमान के सामने इस्तीफे की पेशकश की है। असम में बीजेपी 14 सीटों में से आठ पर आगे है। कांगे्रस केवल दो सीटों पर आगे चल रही है, मुख्य विपक्षी दल एआईयूडीएफ के उम्मीदवार तीन स्थानों पर आगे चल रहे है जबकि एक सीट पर निर्दलीय को बढ़त हासिल है।

चौंकाने वाली खबर यह है कि अमेठी में राहुल गांधी को बीजेपी की स्मृति ईरानी कड़ी टक्कर दे रहीं हैं। आप के विश्वास कुमार कड़े मुकाबले में आ गए हैं। रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की सोनिया गांधी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अजय अग्रवाल से आगे हैं। अजमेर में कांग्रेस के युवा तुर्क एवं केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट बीजेपी के सांवरलाल जाट से हार चुके हैं। केन्द्रीय मंत्री अजित सिंह बागपत से चुनाव हार गए हैं। तिरूवंतपुरम सीट पर कांग्रेस के डा. शशि थरूर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के ओ राजागोपाल से पीछे। राजस्थान के नागौर से कांग्रेस की महिला नेता ज्योति मिर्धा को भी हार का मुंह देखना पड़ा है।

चुनाव परिणामों के रूझानों के भी पक्ष में आने बीजेपी कार्यर्काकर्ता खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। देश भर में राज्यों एवं जिला मुख्यालय में मतगणना स्थलों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ जुटी है। बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट कर कहा कि बुद्ध एक बार फिर मुस्कुराने जा रहे हैं। सुबह आठ बजे से शुरू हुई मतगणना के परिणाम दोपहर जक आने शुरू हो गए। इससे पहले रूझानों से ही देश की नई सरकार की तस्वीर लगभग सामने आ चुकी थी।

चुनाव परिणामों में बढ़त की आशा से प्रफुल्लित बीजेपी के दिल्ली स्थित मुख्यालय में जश्न का माहौल है तथा खासी तैयारियां की गई है। अल सुबह से ही गहमागहमी बनी हुई है। बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी आज अहमदाबाद से दिल्ली पहुंचेंगे। कांग्रेस मुख्यालय में भी हलचल है लेकिन एग्जिट पोल जारी होने के बाद से कांग्रेस में मायूसी का माहौल है।

कांग्रेस ने परिणाम से पहले मानी हार

चुनाव के शुरूआती रूझान देखते हुए कांग्रेस को अपनी हार नजर आ गई और पार्टी ने अपनी हार नजर आ गई और पार्टी ने स्वीकार कर लिया कि अगर रूझान इसी तरह जारी रहे तो वह रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने को तैयार है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने टेलीविजन चैनल पर कहा कि रूझानों से स्थिति अंंधकारपूर्ण नजर आ रही है और ट्रेंड यही रहे हम एक जिम्मेदार पार्टी के रूप में रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।

आजाद भारत के इतिहास में पहली बार कांग्रेस अपनी सबसे बुरी पराजय की ओर बढ़ रही है। दोपहर का सूरज चढ़ने तक ही यह स्पष्ट हो चुका था कि कांग्रेस अपने कई दिग्गजों की सीटों भी गंवा देगी। कांग्रेस कुछ हद तक केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और कर्नाटक से सीट मिलती नजर आ रही है। -

जयपुर। वसुंधरा राजे का मिशन-25 कामयाब हो गया है।

जयपुर। वसुंधरा राजे का मिशन-25 कामयाब हो गया है।
rajasthan lok sabha election results 
प्रदेश की सभी 25 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीते है। कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट, वरिष्ठ नेता सीपी जोशी, गिरिजा और नमोनारायण मीणा व्यास सहित सभी नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा है।

लोकसभा चुनाव में राजे की धुंआधार चुनावी जनसभाएं और रैलियों में उमड़ी भारी भीड़ ने पहले ही बता दिया था कि मोदी वाया राजस्थान के रास्ते ही दिल्ली पहुंचेंगे।

दिसंबर 2013 में हुए विस चुनाव में राजे ने कांग्रेस को करारी शिकस्त दी थी।

वहीं आज काउंटिंग के रूझान बता रहे है कि प्रदेश में वसुंधरा का मिशन 25 पूरा होता नजर आ रहा है।

राजे ने प्रदेश के कई गांवों, कस्बों और शहरों मे सैकड़ों रैलियां और जनसभाएं की।

मतगणना के रूझानों के अनुसार प्रदेश में सभी सीटों पर कमल खिल रहा है।

मोदी चक्रवात में हाथ का साथ सभी से छूटता नजर आ रहा है।

कौन जीता कौन हारा
सीट------------कांग्रेस----------भाजपा-------------------------जीते
जयपुर शहर--------महेश जोशी----------रामचरण बोहरा----------रामचरण बोहरा
जयपुर ग्रामीण-------सीपी जोशी--------राज्यवर्घन सिंह राठौड़--------राज्यवर्घन सिंह राठौड़
अलवर-----------जितेन्द्र सिंह----------महंत चांदनाथ------------महंत चांदनाथ
सीकर-----------पीएस जाट----------सुमेधानंद सरस्वतीे-------- सुमेधानंद सरस्वती
दौसा------------नमोनारायण मीणा------हरीश मीणा------------हरीश मीणा
टोंक-सवाईमाधोपुर---मोहम्मद अजहरूद्दीन-----सुखबीर सिंह जौनपुरिया----सुखबीर सिंह जौनपुरिया
भरतपुर----------सुरेश यादव-----------बहादुर सिंह कोली-------बहादुर सिंह कोली
करौली-धौलपुर-----लखी राम बैरवा--------मनोज राजोरिया---------मनोज राजोरिया
नागौर-----------ज्योति मिर्घा-----------सीआर चौधरी---------सीआर चौधरी
अजमेर----------सचिन पायलट-----------सांवरलाल जाट-------सांवरलाल जाट
कोटा-----------इज्यराज सिंह------------ओम बिड़ला---------ओम बिड़ला
झालावाड़---------प्रमोद जैन-------------दुष्यंत सिंह----------दुष्यंत सिंह
भीलवाड़ा---------अशोक चांदना-----------सुभाष बहेडिया-------सुभाष बहेडिया
चित्तौड़गढ़---------गिरिजा व्यास-----------सीपी जोशी-----------सीपी जोशी
उदयपुर----------रघुवीर सिंह मीणा----------अर्जुन मीणा----------अर्जुन मीणा
राजसमंद----------गोपाल सिंह शेखावत-------हरिओम सिंह राठौड़------हरिओम सिंह राठौड़
जोधपुर-----------चन्द्रेश कुमारी कटोच--------गजेन्द्र सिंह शेखावत-----गजेन्द्र सिंह शेखावत
बाड़मेर-जैसलमेर----जसवंत सिंह -----------कर्नल सोनाराम--------कर्नल सोनाराम
बीकानेर-----------शंकर पन्नू--------------अर्जुनराम मेघवाल-------अर्जुनराम मेघवाल
श्रीगंगानगर----------भंवरलाल मेघवाल---------निहाल चंद----------निहाल चंद
चूरू--------------प्रताप पूनियां------------राहुल कस्वां----------राहुल कस्वां
झुंझुनूं-------------राजबाला ओला-----------संतोष अहलावत-------संतोष अहलावत
बांसवाड़ा-डूंगरपुर-------रेशम मालवीया-----------मानशंकर निनाम-------मानशंकर निनाम
जालौर--------------उदयलाल आंजना---------देवजी पटेल---------देवजी पटेल
पाली---------------मुन्नी देवी गोदारा---------- पीपी चौधरी--------पीपी चौधरी - See more at: 

गुरुवार, 15 मई 2014

आइये जानते हैं कैसे होती है वोटों की गिनती

16वीं लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान 12 मई को हो चुका है और अब कल मतगणना होनी है। आखिर इतने लंबे समय तक चलने वाली चुनाव प्रक्रिया के बाद कैसे होती है वोटों की गिनती? आइये जानते हैं..
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मतगणना के लिए हर निर्वाचन क्षेत्र के हर काउंटिंग हॉल में 14-14 टेबल लगाई जाती हैं। एक टेबल पर एक बूथ की ईवीएम मशीन रखी जाती है। किस टेबल पर किस बूथ की ईवीएम आएगी, इसके लिये चार्ट पहले से ही तैयार कर लिया जाता है। ईवीएम लाने के बाद पहले वहां मौजूद विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवारों के काउंटिंग एजेंट को मशीन पर लगी सील दिखाई जाती है।
इसके बाद सबकी सहमति के बाद ईवीएम की सील तोड़ी जाती है। ईवीएम का सील तोड़ने के बाद रिजल्ट वन बटन दबाया जाता है। इससे ईवीएम में किस कैंडिडेट के पक्ष में कितने वोट आये हैं, उनके नाम के सामने अंकित हो जाता है। इस फिगर को डिस्प्ले भी किया जाता है, ताकि उम्मीदवारों के एजेंट और काउंटिंग में लगे कर्मचारी सभी के वोट को ठीक से देख सकें।
इसके बाद सभी 14 टेबल का रिजल्ट हॉल के प्रभारी और संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) को भेजा जाता है। एआरओ सभी कैंडिडेट्स को मिले वोट को जोड़ कर एक राउंड का रिजल्ट तैयार कर उपायुक्त या जिलाधिकारी के पास भेजते हैं। सभी निर्वाचन क्षेत्रों से सभी राउंड्स का रिजल्ट आरओ के चेंबर में ही फाइनल होता है। फिर हर राउंड के रिजल्ट को बताया जाता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाती है।
वोटों की गिनती की पूरी प्रक्रियाः
सबसे पहले सील की जांचः
गिनती से पहले चुनाव अधिकारी ईवीएम को कैरी करने वाले केस पर लगी कागज की मुहर और भीतर मौजूद ईवीएम पर लगी मुहर की जांच करता है। जब अधिकारी यह सुनिश्चित कर लेता है कि ईवीएम से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है तब वोटों की गिनती की प्रक्रिया शुरू होती है।
ईवीएम से पहले पोस्टल बैलट की गिनतीः
वोटों की गिनती के लिए मतगणना स्थल पहले से ही तय होता है। यहां पर 8 बजे से मतगणना शुरू हो जाती है। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती होती है। इसके आधे घंटे बाद ही ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होती है।
ईवीएम में दर्ज वोटों की गिनतीः
इसके लिए मतगणना कर्मी सबसे पहले ईवीएम को ऑन करता है। इसके बाद वह रिजल्ट बटन को दबाता है। इससे यह पता चलता है कि किस उम्मीदवार के पक्ष में कितने वोट पड़े।
मशीन में दिखी सूचना को करना होता है दर्जः
ईवीएम के रिजल्ट बटन को दबाने पर जो संख्या उभरती है, उसे फॉर्म नंबर 17-सी में दर्ज करना होता है। इस फॉर्म पर फिर उम्मीदवारों के एजेंट दस्तखत करते हैं। इसके बाद फॉर्म नंबर 17-सी को रिटर्निंग ऑफिसर को सौंप दिया जाता है।
सभी 14 टेबल से 17-सी फॉर्म होते हैं इकट्ठाः
मतगणना क्षेत्र में लगीं सभी 14 टेबल पर मौजूद मतगणना कर्मी हर राउंड में फॉर्म 17-सी भरकर एजेंट से दस्तखत करवा कर रिटर्निंग अफसर के पास रखते जाते हैं। इसके बाद रिटर्निंग अफसर हर राउंड में मतों की गिनती दर्ज करता जाता है। इस नतीजे को हर राउंड के बाद ब्लैक बोर्ड पर दर्ज किया जाता है और लॉउडस्पीकर की मदद से उसकी घोषणा भी होती है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अफसर को बताई जाती है संख्याः
हर राउंड के बाद नतीजो के बारे मे राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सूचना दी जाती है। यह सिलसिला मतगणना खत्म होने के बाद तक चलता रहता है।
स्ट्रॉन्ग रूम से आती है ईवीएम
ईवीएम को मतगणना केंद्र पर लगी मेज पर स्ट्रॉन्ग रूम से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम के बीच बेहद सुरक्षित रास्ते से लाया जाता है। रास्ते के दोनों ओर बैरिकेड लगे होते हैं। हर टेबल पर मौजूद होता है अफसर और पोलिंग एजेंटहर मेज पर एक सरकारी अफसर निगरानी के लिए मौजूद रहता है। इसके अलावा हर उम्मीदवार का एक पोलिंग एजेंट भी हर मेज पर मौजूद रहता है।
एक बार में खुलती हैं 14 ईवीएमः
एक मतगणना क्षेत्र में अलग-अलग टेबल पर एक बार में 14 ईवीएम खोली जाती हैं। एक राउंड में 14 ईवीएम में मौजूद वोटों की गिनती की जाती है।
तारों की बाड़ करती है एजेंट और ईवीएम को अलगः
वोटों की गिनती में लगे सरकारी कर्मचारियों और वहां मौजूद उम्मीदवारों के एजेंटों के बीच तारों की बाड़ लगी होती है ताकि एजेंट ईवीएम से छेड़छाड़ न कर सकें।

द्रमुक का भी एनडीए को समर्थन देने से इंकार

भाजपा की ओर से नए सहयोगियों का स्वागत किए जाने का ऐलान किए जाने की पृष्ठभूमि में टीआरएस ने समर्थन को लेकर अपने विकल्प रखने का फैसला किया तो द्रमुक ने कहा कि वह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार को 2002 के दंगों का दाग के कारण समर्थन नहीं करेगी।

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 उधर, कांग्रेस नेता राशिद अलवी ने एक नया सुझाव दिया कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के नेतृत्व में सरकार गठित करने के लिए सभी क्षेत्रीय धर्मनिरपेक्ष दलों को साथ आना चाहिए।

बीजद और अन्नाद्रमुक की ओर से सभी विकल्प खुले होने का स्पष्ट संकेत दिए जाने के बाद टीआरएस ने भी कुछ ऐसा ही संकेत दिया।

टीआरएस के वरिष्ठ नेता और पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव के पुत्र केटी रमा राव ने फोन पर पीटीआई से कहा कि तेलंगाना के नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आने के साथ हम ऐसी सरकार चाहेंगे जो तेलंगाना का पूरी समर्थन करती हो। कल क्या होगा, हम नहीं जानते। हम काल्पनिक सवालों का जवाब नहीं दे सकते।


उनसे पूछा गया था कि कुछ खबरों में कहा गया है कि टीआरएस राजग का समर्थन कर सकती है। राव ने कहा कि पार्टी की संसदीय और विधायी समिति कल दोपहर 12 बजे के बाद फैसला करेगी।

द्रमुक ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि वह मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन नहीं करेगी। पार्टी प्रवक्ता टीकेएस एलनगोवन ने कहा कि हमारे यहां अल्पसंख्यक हैं और मोदी पर 2002 के दंगों का दाग है। ऐसे में अपने राज्य के हित को ध्यान में रखते हुए हम राजग का समर्थन नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा कि मोदी को समर्थन देना कठिन फैसला होगा, क्योंकि पार्टी केंद्र में सिर्फ धर्मनिरपेक्ष सरकार का साथ देना चाहती है। लोकसभा सीटों की मतगणना की पूर्वसंध्या पर अलवी ने स्वीकार किया कि कांग्रेस के लिए सरकार का गठन कर पाना मुश्किल हो सकता है।

उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए क्षेत्रीय धर्मनिरपेक्ष दलों को साथ आना चाहिए और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नेता चुनना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष सरकार के गठन को लेकर कभी नहीं हिचकेगी।

अल्‍वी ने कहा कि चुनाव बाद आए सर्वेक्षणों को मानने से इंकार करते हुए कहा कि कल सच सामने आ जाएगा।
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BJP में सिर फुटौव्वल, सुषमा मंत्री बनने को तैयार नहीं!

नई दिल्ली। भले ही अभी मतगणना शुरू नहीं हुई हो, चुनावी नतीजों का ऐलान नहीं हुआ हो, केंद्र में बीजेपी की सरकार नहीं बनी हो, लेकिन बीजेपी में सिर फुटौव्वल जरूर शुरू हो गई है। सूत्रों की मानें तो लालकृष्ण आडवणी खेमे की सुषमा स्वराज नाराज हो गई हैं।

पार्टी अब सुषमा स्वराज को मनाने में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक सुषमा स्वराज मंत्री पद नहीं चाहती हैं। सुषमा ने पार्टी को अभी तक कोई आश्वासन नही दिया है। सुषमा आडवाणी की करीबी मानी जाती हैं। उधर, आडवाणी की भूमिका पर भी सस्पेंस बरकरार है। आज राजनाथ ने आडवाणी से मुलाकात भी की।

 
कल से ही मीडिया में खबरें उड़ीं थीं कि सुषमा पार्टी से नाराज हैं। खबरों की मानें तो उनकी शिकायत थी कि पार्टी के भविष्य का फैसला चार लोग नहीं ले सकते हैं। उनका इशारा नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, अरुण जेटली और राजनाथ सिंह की तरफ था।

हालांकि सुषमा ने पत्रकारों से बात में कहा था कि उनकी नाराजगी की खबरें गलत हैं और पार्टी नेताओं ने उनसे औपचारिक मुलाकात की थी। इन नेताओं से मुलाकात के बाद सुषमा भोपाल रवाना हो गई थीं। जबकि बाकी नेता मोद से मीटिंग करने गांधीनगर पहुंचे थे।

88 वर्षीय एनडी तिवारी ने रचाई दूसरी शादी, दिग्गी का नंबर कब आएगा -



लखनऊ। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने 88 वर्ष की उम्र में गुरूवार को अपनी पूर्व प्रेयसी और बेटे रोहित शेखर की मां 62 वर्षीया उज्ज्वला शर्मा से शादी रचा ली। यहां मॉल एवेन्यू स्थित अपने सरकारी आवास पर गुपचुप ढंग से रचाई गई शादी के समय उनके नजदीकी लोग ही शामिल हुए।

Just married : ND Tiwari marries Ujjwala Sharma at 88उत्तर प्रदेश के तीन बार और उत्तराखंड के एक बार मुख्यमंत्री रह चुके तिवाड़ी की पहली शादी 1954 में सुशीला तिवारी से हुई थी, जिनकी कुछ वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी।

तिवाड़ी 2007 से 2009 तक आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे, लेकिन एक सेक्स स्कैन्डल के कारण उन्हे उनके पद से हटा दिया गया था। केन्द्रीय वित्त एवं उद्योग मंत्री भी रह चुके कांग्रेसी नेता की मुश्किल सन् 2008 में उस समय बढ़ गई, जब रोहित शेखर ने उनका पुत्र होने का दावा करते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी।

तमाम कानूनी दांवपेंचों के बाद डीएनए टेस्ट के आधार पर दिल्ली हाई कोर्ट ने 27 जुलाई 2012 को रोहित शेखर को तिवारी का पुत्र घोषित कर दिया। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया, लेकिन हाई कोर्ट का फैसला बरकरार रहा।

कोर्ट के आदेश को अन्तत: बुजुर्ग कांग्रेसी नेता को स्वीकारना पड़ा और उन्होंने सार्वजनिक रूप से रोहित शेखर को अपना पुत्र और उज्ज्वला को आज अपनी पत्नी मान लिया।

तिवाड़ी की शादी के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह टीवी एंकर अमृता राय से कब विवाह रचाएंगे। -

ज्योतिष के अनुसार मोदी को बहुमत नहीं। ।पढ़िये विश्लेषण

 
 ज्योतिष के अनुसार मोदी को बहुमत नहीं। ।पढ़िये  विश्लेषण 
 Counting tomorrow, nearly 8000 candidates for 543 LS seats
नमस्कार मित्रों..फ्रेंड्स ...
गुड आफ्टरनून..शुभ दोपहर .

आप सभी जानते हैं की कल (शुक्रवार) ,16  मई,2014  को 16  वीं लोकसभा चुनाव 2014  के परिणाम /रिजल्ट घोषित होने वाले हैं..

मेने अपने अनुभव,(इष्ट साधना शक्त और अंतर्मन की वाणी) से विभिन्न पार्टियों एवं चुनाव लड़ने वाले मुख्य मुख्य नेताओ की उपलब्ध जन्म कुंडलियों का अवलोकन एवं विवेचन करने का प्रयास किया हैं..
उन सभी का विश्लेषण-फलित एवं गणित का निष्कर्ष निन्म आ रहा हैं...

===संभावित चुनाव परिणाम--
==मुख्य रूप से आगामी लोकसभा का स्वरूप त्रिशंकु रहने की प्रबल संभावना बनती हैं...
==इन चुनाओं में निर्दलीय एवं क्षेत्रीय पार्टियां बहुत बड़ी भूमिका निभएंगे..
==भारतीय जनता पार्टी को लगभग 210  सीटों से अधिक या आसपास पर विजय प्राप्ति की सम्भावना बनती   हैं..
==कांग्रेस को लगभग 165  सीट से अधिक या आसपास पर विजय मिलाने की संभावना हैं..
==आम आदमी पार्टी को लगभग 20  सीटों पर विजय प्राप्ति को सम्भावना हैं..
== शिव सेना लगभग 10  स्थानो पर विजयी रहेगी..
==अकाली दाल को लगभग 08  स्थानो पर विजय प्राप्त कर संतोष करना पद सकता हैं..
==इनके अलावा निर्दलीय एवं अन्य क्षेत्रीय दल लगभा 140  से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में विजय का परचम लहर सकते हैं...
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---राजस्थान  में इन मुख्य दलों की स्थति--
=====भारतीय जनता पार्टी को लगभग 17 सीटों से अधिक या आसपास पर विजय प्राप्ति की सम्भावना बनती   हैं..
==कांग्रेस को लगभग 06 सीट से अधिक या आसपास पर विजय मिलाने की संभावना हैं..
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--मध्य प्रदेश का चुनावी परिदृश्य कुछ ऐसा हो सकत हैं---
==भारतीय जनता पार्टी को लगभग 22  सीटों से अधिक या आसपास पर विजय प्राप्ति की सम्भावना बनाई हैं..
==कांग्रेस को लगभग 05 सीट से अधिक या आसपास पर विजय मिलाने की संभावना हैं..
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उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव का समीकरण किछ ऐसा हो सकता हैं---
==भारतीय जनता पार्टी को लगभग 35  सीटों से अधिक या आसपास पर विजय प्राप्ति की सम्भावना बनाई हैं..
==कांग्रेस को लगभग 10  सीट से अधिक या आसपास पर विजय मिलाने की संभावना हैं..
===बहुजन समाजपार्टी(मायावती) को लगभग 32  सीटो पर विजय मिल सकती हैं...
===मुलायम सिंह की समाजवादी पार्टी को लगभग 16  सीटों पर विजय मिल सकती हैं..
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दक्षिण भारत का चुनावी गणित कुछ ऐसा हो सकता हैं--
====भारतीय जनता पार्टी को लगभग 90  सीटों से अधिक या आसपास पर विजय प्राप्ति की सम्भावना बनाई हैं..अनेक नए स्थानो खाता पर खुलेगा...पार्टी का प्रभाव एवं वर्चस्व बढ़ेगा.
==कांग्रेस को लगभग 35 सीट से अधिक या आसपास पर विजय मिलाने की संभावना हैं..

===कल्याण हो..शुभम भवतु...
गणित एवं फलितकर्ता---
==पंडित "विशाल" दयानंद शास्त्री (ज्योतिष-वास्तु एवं हस्तरेखा सलाहकार)
मोब.--09669290067  एवं 09024390067

जसवन्त सिंह ने कहा मोदी प्रधानमंत्री बनते है या नही यह तो समय बताएगा

जसवन्त सिंह ने कहा मोदी  प्रधानमंत्री बनते है या नही यह तो समय बताएगा
 

आडवाणी भूमिका तय क़रने के मामाले मे कटाक्ष करते हुए कहाँ कि भाजपा के नेताओ को भगवान सद्बुधि दे
एग्जिट पोल का इतिहास अच्छा नही


बाड़मेर एग्जिट पोल में बढ़त मिलती देख बीजेपी में सियासी हलचल तेज हो गई है। लगातार बैठकों और मुलाकातों का दौर जारी है। इस बीच ही भाजपा से टिकट ने मिलने से खफा होने के बाद ही भाजपा से निष्कासित नेता जसवन्त सिंह ने ऐग्जिट पोल पर मिडिया से बात करते हुए कहते हे की मोदी के प्रधानमन्त्री बनने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहाँ है कि मोदी पी एम  बनते है या नही यह तो समय बताएगा साथ आडवाणी भूमिका तय क़रने के मामाले मे कटाक्ष करते हुए कहाँ कि भाजपा के नेताओ को भगवान सद्बुधि दे एग्जिट पोल का इतिहास अच्छा नही रहा है इसलिए अभी कुछ भी कहना जल्द्बाजी होगी मे अह्कार मे नही डुब्ता हु अगर मेरी जीत होती है तो मे देश की परिस्थियो ओर मुदो पर अपना समर्थन दुगा भाजपा के साथ नही जउगा ,मेने कभी भी पद की लालसा नही रखी है इसलिए भाजपा छोड्ने का कोइ अफसोस नही है

कल खुलेगी किस्मत उम्मीदवारों की

कल खुलेगी किस्मत उम्मीदवारों की
Lok Sabha election 2014: result to be declares on Friday 16वीं लोकसभा चुनावों के लिए राजस्थान की 25 सीटों के लिए शुक्रवार सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी। इन सीटों के लिए पिछले महीने दो चरणों में 17 और 24 अप्रैल को प्रदेश में मतदान हुआ था। निर्वाचन विभाग के अनुसार, इन पच्चीस सीटों पर तीन सौ से अधिक प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। मतदान के पहले चरण में 20 सीटों पर और दूसरे चरण में 5 सीटों पर मतदान हुआ था। इसके लिए प्रदेश के 4.28 करोड़ मतदाताओं में से 2.70 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

मतदान में पिछले चुनाव के मुकाबले करीब 15 फीसदी की बढ़ोतरी के चलते माना जा रहा है कि प्रदेश में इस बार परिणाम अलग होंगे। पिछले चुनाव में पच्चीस सीटों में 20 पर कांग्रेस और चार पर भाजपा के प्रत्याशी विजयी रहे थे। एक सीट निर्दलीय के खाते में आई थी। वर्तमान चुनाव में करीब आधा दर्जन से अधिक सीटों पर त्रिकोणीय संघष्ाü के चलते दोनों दलों को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है। इसमें सबसे ज्यादा असर दौसा, बाड़मेर, सीकर, नागौर, जालौर की सीटों पर देखने को मिल रहा है।

यहां होगी मतगणना
निर्वाचन आयोग ने मतगणना के लिए मुख्य रूप से जिला मुख्यालय में व्यवस्था की है। गंगानगर में एसजीएन खालसा कॉलेज, बीकानेर में गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक कॉलेज, चूरू में लोहिया कॉलेज, झुंझुनूं में सेठ मोतीलाल कॉलेज, सीकर में एसके गवर्नमेंट कॉलेज, जयपुर ग्रामीण में राजस्थान कॉलेज, जयपुर शहर में कॉमर्स कॉलेज, अलवर में बाबूशोभा राम सरकारी महाविद्यालय, भरतपुर में महारानी जया कॉलेज, करौली-धौलपुर में सरकारी कॉलेज, दौसा में पीजी कॉलेज, टोंक-सवाईमाधोपुर में सरकारी पीजी कॉलेज, अजमेर में पॉलीटेक्निक कॉलेज, नागौर में माडीदेवी महिला कॉलेज, पाली में बंगुर कॉलेज, जोधपुर में पॉलिटेक्टिनिक कॉलेज, बाड़मेर में पीजी कॉलेज, जालौर में पीजी कॉलेज, उदयपुर में मीरा गल्र्स कॉलेज, बांसवाड़ा में गोविंद गुरू कॉलेज, चित्तौड़गढ़ में शहीद मेजर नटवर सिंह शेखावत सी सै स्कूल, राजसमंद में बालकृष्ण विद्या भवन हायर सैकंडरी स्कूल, भीलवाड़ा में गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, कोटा में जेडीबी कॉलेज और झालावाड़-बारां में गल्र्स पीजी कॉलेज में मतगणना होगी। -

बुधवार, 14 मई 2014

बाड़मेर बेरी खुदाई के दौरान एक घायल।

बाड़मेर बेरी खुदाई के दौरान एक घायल।
 

बाड़मेर रामसर तहसील के सरहदी इलाके चंदे का पार में आज दिन को गाव की सरहद में एक बेरी खुदाई का हाथो से खोस्नेका काम चल रहा था इसी दरमियाँ खुदाई के दौरान बेरी के धँस जाने से उसके अन्दर खुदाई कर रहे चांदे का पार निवासी- हाकम खान/खामेशा खान 45 मुस्लमान दब गया।घटना के बाद पास में खड़े लोगो की मदद से काफी मश्कत के बाद बाहर निकल कर स्वस्थ्य केन्द्र गागरिया ले आये। पर गले की नस और अन्य जगह पर चोट के कारन बाड़मेर के लिए रेफेर किया जिसे 108 एम्बुलेंस के ई एम टी रमेश कुमार और पायलट  अबन खान ने घायल को बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया जहाँ उसका उपचार चल रहा है।

दुष्कर्म कर बनाई अश्लील क्लिपिंग



अजीतगढ़। राजस्थान के राजसमंद जिले में विवाहिता से बलात्कार का मामला सामने आया है।

अजीतगढ़ इलाके के आसपुरा के पीला जोहड़ा में एक युवक ने विवाहिता से दुष्कर्म कर उसकी अश्लील क्लिपिंग बना ली।

rape of a girl made mms 
आरोप है कि क्लिपिंग सर्वजनिक करने की धमकी देकर युवक विवाहिता से छह माह से दुष्कर्म कर रहा है।

इस संबंध में विवाहिता ने युवक के खिलाफ अजीतगढ़ थाने में मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस ने मामला दर्ज कर विवाहिता का मेडिकल करवाया है।

थानाधिकारी रणवीर सिंह ने बताया की आसपूरा के पीला जोहड़ा निवासी एक 30 वर्षीय विवाहिता अपने बच्चों के साथ घर पर रहती है। उसका पति ट्रक चलाता है। करीब छह माह पहले गांव का हरलाल उर्फ पप्पू घर पर आया।

आरोप है कि पप्पू विवाहिता को जबरन उठाकर कमरे में ले गया, यहां पर दुष्कर्म कर मोबाइल पर अश्लील क्लिपिंग बना ली। बाद में युवक क्लिीपिंग को सार्वजनिक करने की धकमी देकर विवाहिता से दुष्कर्म करता रहा।

खाकी पर लगा दाग, एसआई से दुष्कर्म



जयपुर। आमजन में विश्वास अपराधियों में डर के ध्येय पर काम करने वाली खाकी ही अगर दागदार होने लगे तो आमजन कैसे सुरक्षा की उम्मीद पुलिस से कर सकता है।

women sub inspector raped by collegoue  
एक सब इंस्पेक्टर ने अपनी ही साथी महिला एसआई से दुष्कर्म कर डाला। पीडित महिला सब इंस्पेक्टर ने साथी पुलिसकर्मी के खिलाफ राजधानी के महिला थाना पश्चिम में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है।

जांच अधिकारी समयदीन खान ने बताया कि जयपुर डीसीपी ऑफिस में कार्यरत महिला सब इंस्पेक्टर ने गंगानगर के एक सब इंस्पेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। सीकर निवासी पीडित महिला सब इंस्पेक्टर जयपुर वेस्ट थाने में तैनात है।

आइओ ने बताया कि पुलिस ट्रेनिंग के दौरान महिला एसआई की मुलाकात महावीर प्रसाद विश्नोई से हुई और दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। ट्रेनिंग के बाद महिला की पोस्टिंग जयपुर वेस्ट थाने में हो गई और आरोपी महावीर प्रसाद की पोस्टिंग गंगानगर में हो गई।

आरोपी एसआई 12 दिसंबर 2013 को महिला एसआई से मिलने उसके निवारू रोड स्थित आवास पर आया और नशीला पेय पिलाकर महिला से दुष्कर्म किया। आरोपी पीडिता को ब्लैकमेल कर कई दफा अपनी हवस का शिकार बनाता रहा। पीडिता की रिपोर्ट दर्ज कर महिला थाना पुलिस पश्चिम मामले की जांच में जुट गई है।

संघ के एग्जिट पोल ने उड़ाए बीजेपी के होश

नई दिल्ली। मीडिया या अन्य एजेंसियों के चुनाव नतीजों पर एग्जिट पोल में भले ही बीजेपी की सरकार बनना और सीटों का आंकड़ा 275 से 300 पार तक बताया जा रहा हो पर संघ ने बीजेपी को आईना दिखा दिया है। इससे पहले चुनाव के बाद रविवार को जारी हुए विभिन्न एग्जिट पोल में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलने की बात कही जा रही है।
after election rss prepare their own exit poll
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एग्जिट पोल में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलना बताया जा रहा है। तथा वह बहुमत से 13 सीट दूर है। संघ बीजेपी को सिर्फ 226 सीटें मिलना बता रहा है, संघ की माने तो एनडीए में बीजेपी के सहयोगी दलों समेत सीटों का यह आंकड़ा 259 तक पहुंच सकता है।

रिडिफ डॉट कॉम पर संघ के हवाले से जारी इस एग्जिट पोल से हालांकि संघ पदाधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया है। संघ ने कहा कि वह कभी अधिकारिक रूप कभी किसी तरह का एग्जिट पोल तैयार नहीं करता है। संघ की इस चुनाव में महज इतनी भूमिका थी कि देश का मतदाता घर से निकले और वोट डालने पहुंचे, इसके लिए जागृति अभियान चलाया गया था।

इस बीच चुनाव नतीजे भले ही 16 मई को आएंगे, लेकिन दिल्ली में राजनीतिक फिजां बदलने लगी है। इसका असर पार्टी मुख्यालयों के साथ सरकार में भी है। भाजपा मुख्यालय में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं कांग्रेस में निराशा का माहौल है।


कई दिग्गजों पर हार का खतरा

कुछ एग्जिट पोल में बड़े नेताओं के बारे में भी अनुमान लगाया गया है। सपा प्रमुख मुलायम सिंह की सीट खतरे में बतायाई जा रही है साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली की अमृतसर से जीत नामुमकिन कही जा रही है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल चांदनी चौक से नहीं जीत पाएंगे। सिंधिया और राजबब्बर की हार बताई जा रही है। बसपा सुप्रीमों मायावती और जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव की जीत पर भी संदेह जताया जा रहा है।


वाराणसी में भी जीतेंगे नरेन्द्र मोदी

एग्जिट पोल में मोदी की वाराणसी से जीत तय मानी जा रही है। उनके सामने दम ठोंकने उतरने अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय को झटका लगेगा। मोदी गुजरात की वडोदरा सीट से भी चुनाव लड़े हैं। लखनऊ से राजनाथ जीतेंगे तथा कांग्रेस की रीता बहुगुना दूसरे नंबर पर रहेंगी। गुजरात के गांधीनगर से लालकृष्ण आडवाणी की जीत होना बताई जा रही है। अमेठी में राहुल गांधी की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है, वहां बीजेपी की स्मृति ईरानी को झटका लगेगा। -