राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने अपने मिशन 25 के तहत सभी सीट जीत कर इतिहास रच दिया। प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी बाडमेर सीट पर बीजेपी के निष्कासित नेता जसवंत सिंह से कड़ी टक्कर मिली। मतगणना के दौरान कई राउंड तक वे अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी कर्नल सोनाराम से आगे भी चले। लेकिन आखिरकार बीजेपी प्रत्याशी की जीत हुई। जसवंत सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा।
पिछले आम चुनाव में राजस्थान में 20 सीटों पर कब्जा जमाने वाली कांग्रेस को इस बार राज्य में करारी हार मिली है। अजमेर सीट से केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट,, अलवर से भंवर जीतेंद्र सिंह, चित्तौड़गढ़ से गिरिजा व्यास, जोधपुर से चंद्रेश कुमारी, झुंझुनू से राज बाला ओला तथा नागौर से ज्योति मार्धा को हार का सामना करना पड़ा।
जश्न में डूबी बीजेपी, कांग्रेस खेमे में मायूसी
लोकसभा चुनाव परिणाम में हुई पराजय के बाद कांग्रेस खेमे में सन्नाटा छाया हुआ है वहीं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जीत से उत्साहित होकर नाच रहे हैं। भाजपा के सरदार पटेल मार्ग स्थित प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार सुबह से गहमागहमी शुरू हो गई थी।
भाजपा के प्रदेश की सभी 25 सीटों पर बढ़त बनाने के साथ ही कार्यकर्ता खुशी में झूमने लगे। कार्यालय में मौजूद सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिला कर खुशी का इजहार किया तथा पटाखे छुड़ाए। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यालय भारतीय भवन में पहुंच कर संघ कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
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