नई दिल्ली। अबकी बार मोदी सरकार। भाजपा का यह स्लोगन लोगों के दिल में बैठ गया और बंपर वोटों से मोदी के सिर जीत का सेहरा बांध दिया।
लेकिन आपको पता है आपने जिन सांसदों को जीताकर संसद भेजा है उनमें से 34 फीसदी आपराधिक छवि के हैं। नेशनल इलेक्शन वाच के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
लोकसभा का चुनाव जीतने वाले 543 सांसदों में से 186 दागी हैं। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनावों में 30 फीसदी क्रिमिनल रिकॉर्ड के राजनेता चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।
इन सांसदों पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे मामले दर्ज है। अगर पार्टी के हिसाब से बात करें तो लोकसभा के चुने गए भाजपा के 282 सांसदों में से 98 पर आपराधिक मामले दर्ज है।
कांग्रेस के 44 सांसदों में से 8 क्रिम्रिनल बैकगाउंड के हैं। एआईडीएमके के 37 में से 6 और शिवसेना के 18 में से 6 सांसद दागी हैं। तृणमूल कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के 34 सांसदों में सात आपराधिक पृष्टभूमि के हैं।
लेकिन आपको पता है आपने जिन सांसदों को जीताकर संसद भेजा है उनमें से 34 फीसदी आपराधिक छवि के हैं। नेशनल इलेक्शन वाच के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
लोकसभा का चुनाव जीतने वाले 543 सांसदों में से 186 दागी हैं। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनावों में 30 फीसदी क्रिमिनल रिकॉर्ड के राजनेता चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।
इन सांसदों पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे मामले दर्ज है। अगर पार्टी के हिसाब से बात करें तो लोकसभा के चुने गए भाजपा के 282 सांसदों में से 98 पर आपराधिक मामले दर्ज है।
कांग्रेस के 44 सांसदों में से 8 क्रिम्रिनल बैकगाउंड के हैं। एआईडीएमके के 37 में से 6 और शिवसेना के 18 में से 6 सांसद दागी हैं। तृणमूल कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के 34 सांसदों में सात आपराधिक पृष्टभूमि के हैं।
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