नई दिल्ली। देशभर में राज्यों एवं जिला मुख्यालयों पर वोटों की गिनती चल रही है। सभी 543 सीटों के रूझान सामने आ गए हैं। इसमें बीजेपी अपने बूते पूर्ण बहुमत का लक्ष्य हासिल करती दिख रही है। उसे अपने दम पर 282 सीटों पर बढ़त मिली हुई है। सहयोगियों को मिलाकर उसकी सीटों का आंकड़ा 336 को पार कर रहा है। पूर्ण बहुमत के लिए 272 सीट चाहिए, जो एनडीए पार चुका है। यह पहला मौका है जब कांग्रेस 100 का आंकड़ा भी छूती नहीं दिख रही है, उधर बीजेपी इस बार पूरे देश में छा रही है। बीजेपी के पक्ष में 50 फीसदी वोट जाते नजर आ रहे हैं। दक्षिण में भी उसका असर देखा जा रहा है। कर्नाटक में बीजेपी के बीएस येडि्डयुरप्पा जीत चुके हैं।
फिलहाल बीजेपी अकेली 278 से ज्यादा सीटों और सहयोगियों के साथ 336 और कांग्रेस 62 अन्य 146 जगह पर आगे हैं। भाजपा शासित राज्यों में कांग्रेस को भारी झटका लगा है। सबसे अधिक सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा 68 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांगे्रस सिर्फ तीन सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। समाजवादी पार्टी छह और बहुजन समाज पार्टी एक सीट पर आगे है। भाजपा का सहयोगी अपना दल भी दो सीटों पर आगे है ।
कांग्रेस शासित राज्य असम में भी कांग्रेस को बुरी तरह पराजय झेलनी पड़ रही है। आलम यह है कि इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने आलाकमान के सामने इस्तीफे की पेशकश की है। असम में बीजेपी 14 सीटों में से आठ पर आगे है। कांगे्रस केवल दो सीटों पर आगे चल रही है, मुख्य विपक्षी दल एआईयूडीएफ के उम्मीदवार तीन स्थानों पर आगे चल रहे है जबकि एक सीट पर निर्दलीय को बढ़त हासिल है।
चौंकाने वाली खबर यह है कि अमेठी में राहुल गांधी को बीजेपी की स्मृति ईरानी कड़ी टक्कर दे रहीं हैं। आप के विश्वास कुमार कड़े मुकाबले में आ गए हैं। रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की सोनिया गांधी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अजय अग्रवाल से आगे हैं। अजमेर में कांग्रेस के युवा तुर्क एवं केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट बीजेपी के सांवरलाल जाट से हार चुके हैं। केन्द्रीय मंत्री अजित सिंह बागपत से चुनाव हार गए हैं। तिरूवंतपुरम सीट पर कांग्रेस के डा. शशि थरूर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के ओ राजागोपाल से पीछे। राजस्थान के नागौर से कांग्रेस की महिला नेता ज्योति मिर्धा को भी हार का मुंह देखना पड़ा है।
चुनाव परिणामों के रूझानों के भी पक्ष में आने बीजेपी कार्यर्काकर्ता खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। देश भर में राज्यों एवं जिला मुख्यालय में मतगणना स्थलों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ जुटी है। बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट कर कहा कि बुद्ध एक बार फिर मुस्कुराने जा रहे हैं। सुबह आठ बजे से शुरू हुई मतगणना के परिणाम दोपहर जक आने शुरू हो गए। इससे पहले रूझानों से ही देश की नई सरकार की तस्वीर लगभग सामने आ चुकी थी।
चुनाव परिणामों में बढ़त की आशा से प्रफुल्लित बीजेपी के दिल्ली स्थित मुख्यालय में जश्न का माहौल है तथा खासी तैयारियां की गई है। अल सुबह से ही गहमागहमी बनी हुई है। बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी आज अहमदाबाद से दिल्ली पहुंचेंगे। कांग्रेस मुख्यालय में भी हलचल है लेकिन एग्जिट पोल जारी होने के बाद से कांग्रेस में मायूसी का माहौल है।
कांग्रेस ने परिणाम से पहले मानी हार
चुनाव के शुरूआती रूझान देखते हुए कांग्रेस को अपनी हार नजर आ गई और पार्टी ने अपनी हार नजर आ गई और पार्टी ने स्वीकार कर लिया कि अगर रूझान इसी तरह जारी रहे तो वह रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने को तैयार है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने टेलीविजन चैनल पर कहा कि रूझानों से स्थिति अंंधकारपूर्ण नजर आ रही है और ट्रेंड यही रहे हम एक जिम्मेदार पार्टी के रूप में रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।
आजाद भारत के इतिहास में पहली बार कांग्रेस अपनी सबसे बुरी पराजय की ओर बढ़ रही है। दोपहर का सूरज चढ़ने तक ही यह स्पष्ट हो चुका था कि कांग्रेस अपने कई दिग्गजों की सीटों भी गंवा देगी। कांग्रेस कुछ हद तक केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और कर्नाटक से सीट मिलती नजर आ रही है। -
फिलहाल बीजेपी अकेली 278 से ज्यादा सीटों और सहयोगियों के साथ 336 और कांग्रेस 62 अन्य 146 जगह पर आगे हैं। भाजपा शासित राज्यों में कांग्रेस को भारी झटका लगा है। सबसे अधिक सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा 68 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांगे्रस सिर्फ तीन सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। समाजवादी पार्टी छह और बहुजन समाज पार्टी एक सीट पर आगे है। भाजपा का सहयोगी अपना दल भी दो सीटों पर आगे है ।
कांग्रेस शासित राज्य असम में भी कांग्रेस को बुरी तरह पराजय झेलनी पड़ रही है। आलम यह है कि इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने आलाकमान के सामने इस्तीफे की पेशकश की है। असम में बीजेपी 14 सीटों में से आठ पर आगे है। कांगे्रस केवल दो सीटों पर आगे चल रही है, मुख्य विपक्षी दल एआईयूडीएफ के उम्मीदवार तीन स्थानों पर आगे चल रहे है जबकि एक सीट पर निर्दलीय को बढ़त हासिल है।
चौंकाने वाली खबर यह है कि अमेठी में राहुल गांधी को बीजेपी की स्मृति ईरानी कड़ी टक्कर दे रहीं हैं। आप के विश्वास कुमार कड़े मुकाबले में आ गए हैं। रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की सोनिया गांधी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अजय अग्रवाल से आगे हैं। अजमेर में कांग्रेस के युवा तुर्क एवं केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट बीजेपी के सांवरलाल जाट से हार चुके हैं। केन्द्रीय मंत्री अजित सिंह बागपत से चुनाव हार गए हैं। तिरूवंतपुरम सीट पर कांग्रेस के डा. शशि थरूर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के ओ राजागोपाल से पीछे। राजस्थान के नागौर से कांग्रेस की महिला नेता ज्योति मिर्धा को भी हार का मुंह देखना पड़ा है।
चुनाव परिणामों के रूझानों के भी पक्ष में आने बीजेपी कार्यर्काकर्ता खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। देश भर में राज्यों एवं जिला मुख्यालय में मतगणना स्थलों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ जुटी है। बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने ट्वीट कर कहा कि बुद्ध एक बार फिर मुस्कुराने जा रहे हैं। सुबह आठ बजे से शुरू हुई मतगणना के परिणाम दोपहर जक आने शुरू हो गए। इससे पहले रूझानों से ही देश की नई सरकार की तस्वीर लगभग सामने आ चुकी थी।
चुनाव परिणामों में बढ़त की आशा से प्रफुल्लित बीजेपी के दिल्ली स्थित मुख्यालय में जश्न का माहौल है तथा खासी तैयारियां की गई है। अल सुबह से ही गहमागहमी बनी हुई है। बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी आज अहमदाबाद से दिल्ली पहुंचेंगे। कांग्रेस मुख्यालय में भी हलचल है लेकिन एग्जिट पोल जारी होने के बाद से कांग्रेस में मायूसी का माहौल है।
कांग्रेस ने परिणाम से पहले मानी हार
चुनाव के शुरूआती रूझान देखते हुए कांग्रेस को अपनी हार नजर आ गई और पार्टी ने अपनी हार नजर आ गई और पार्टी ने स्वीकार कर लिया कि अगर रूझान इसी तरह जारी रहे तो वह रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने को तैयार है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने टेलीविजन चैनल पर कहा कि रूझानों से स्थिति अंंधकारपूर्ण नजर आ रही है और ट्रेंड यही रहे हम एक जिम्मेदार पार्टी के रूप में रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।
आजाद भारत के इतिहास में पहली बार कांग्रेस अपनी सबसे बुरी पराजय की ओर बढ़ रही है। दोपहर का सूरज चढ़ने तक ही यह स्पष्ट हो चुका था कि कांग्रेस अपने कई दिग्गजों की सीटों भी गंवा देगी। कांग्रेस कुछ हद तक केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और कर्नाटक से सीट मिलती नजर आ रही है। -
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