नई दिल्ली। भले ही अभी मतगणना शुरू नहीं हुई हो, चुनावी नतीजों का ऐलान नहीं हुआ हो, केंद्र में बीजेपी की सरकार नहीं बनी हो, लेकिन बीजेपी में सिर फुटौव्वल जरूर शुरू हो गई है। सूत्रों की मानें तो लालकृष्ण आडवणी खेमे की सुषमा स्वराज नाराज हो गई हैं।
पार्टी अब सुषमा स्वराज को मनाने में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक सुषमा स्वराज मंत्री पद नहीं चाहती हैं। सुषमा ने पार्टी को अभी तक कोई आश्वासन नही दिया है। सुषमा आडवाणी की करीबी मानी जाती हैं। उधर, आडवाणी की भूमिका पर भी सस्पेंस बरकरार है। आज राजनाथ ने आडवाणी से मुलाकात भी की।
कल से ही मीडिया में खबरें उड़ीं थीं कि सुषमा पार्टी से नाराज हैं। खबरों की मानें तो उनकी शिकायत थी कि पार्टी के भविष्य का फैसला चार लोग नहीं ले सकते हैं। उनका इशारा नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, अरुण जेटली और राजनाथ सिंह की तरफ था।
हालांकि सुषमा ने पत्रकारों से बात में कहा था कि उनकी नाराजगी की खबरें गलत हैं और पार्टी नेताओं ने उनसे औपचारिक मुलाकात की थी। इन नेताओं से मुलाकात के बाद सुषमा भोपाल रवाना हो गई थीं। जबकि बाकी नेता मोद से मीटिंग करने गांधीनगर पहुंचे थे।
पार्टी अब सुषमा स्वराज को मनाने में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक सुषमा स्वराज मंत्री पद नहीं चाहती हैं। सुषमा ने पार्टी को अभी तक कोई आश्वासन नही दिया है। सुषमा आडवाणी की करीबी मानी जाती हैं। उधर, आडवाणी की भूमिका पर भी सस्पेंस बरकरार है। आज राजनाथ ने आडवाणी से मुलाकात भी की।
कल से ही मीडिया में खबरें उड़ीं थीं कि सुषमा पार्टी से नाराज हैं। खबरों की मानें तो उनकी शिकायत थी कि पार्टी के भविष्य का फैसला चार लोग नहीं ले सकते हैं। उनका इशारा नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, अरुण जेटली और राजनाथ सिंह की तरफ था।
हालांकि सुषमा ने पत्रकारों से बात में कहा था कि उनकी नाराजगी की खबरें गलत हैं और पार्टी नेताओं ने उनसे औपचारिक मुलाकात की थी। इन नेताओं से मुलाकात के बाद सुषमा भोपाल रवाना हो गई थीं। जबकि बाकी नेता मोद से मीटिंग करने गांधीनगर पहुंचे थे।
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