सोमवार, 3 जून 2013

स्‍तन हटवाने के बाद पहली बार सामने आईं जोली, हॉलीवुड एक्‍टर ने ओरल सेक्‍स को बताया कैंसर का कारण

लंदन। ब्रेस्ट सर्जरी के बाद एंजेलिना जोली जहां पहली बार दुनिया के सामने आईं  , वहीं मौत से लड़कर जिंदगी जी रहे हॉलीवुड एक्‍टर माइकल डगलस ने खुलासा किया है कि उनके कैंसर की मुख्‍य वजह ओरल सेक्‍स करना रहा। उन्‍होंने स्‍वीकार किया कि वह महिलाओं से ओरल सेक्‍स करते थे। अगस्‍त 2010 से लेकर जनवरी 2011 तक कैंसर से लड़ने के बाद अब माइकल सामान्‍य जीवन जी रहे हैं। उन्‍होंने एक इंटरव्‍यू मे कहा कि मुझे पता था कि कुछ तो गड़बड़ है। मेरे दांतों में जख्म हो गया था और मुझे लगा कि मुझे कोई संक्रमण है। मैं कई बार अपने कान, नाक और गले की जांच के लिए डॉक्टरों से मिला और सब ने मुझे एन्टीबायोटिक्स ही दिए।
स्‍तन हटवाने के बाद पहली बार सामने आईं जोली, हॉलीवुड एक्‍टर ने ओरल सेक्‍स को बताया कैंसर का कारण
डगलस कहते हैं कि ह्यूमन पेपीलोमा वायरस के कारण उन्‍हें गले का कैंसर हुआ। यह वायरस सेक्‍स के दौरान फैलता है। वह स्‍वीकार करते हैं कि मेरी बीमारी को बढ़ाने में काफी हद तक बरसों तक स्‍मोकिंग और शराब का सेवन भी रहा।

डगलस को सिगरेट और शराब के सेवन पर कोई अफसोस नहीं है। वह कहते हैं कि मेरे कैंसर के लिए इन्‍हें दोषी मत बनाइए। कैंसर की वजह वह वायरस रहा जो महिलाओं के साथ ओरल सेक्‍स करने के दौरान फैला था।
68 साल के माइकल इस दौर से उबरने के लिए अपनी पत्नी और अपने दो बच्चों के सहयोग को महत्‍वपूर्ण मानते हैं। उन्होंने हॉलीवुड अभिनेत्री कैथरीन जेटा जोंस से विवाह किया है। वह कहते हैं कि जब उन्‍हें कैंसर की बीमारी का पता चलने पर वह हैरान रह गए। लेकिन उनके परिवार ने उन्‍हें संभाला। 2010 में जीभ में ट्यूमर के बाद से डगलस का कैंसर का इलाज चुला हुआ था।

महिला सैनिकों की ऐसी मस्ती से शर्मसार हो गई इजरायली सेना

इजरायली सेना एक बार फिर से सोशल नेटवर्किग साइट के कारण विवादों में घिर गई है। इस बार चार महिला सैनिकों को अंडरवियर पहन कर और हथियार के साथ फोटो खिंचवा कर फेसबुक पर अपलोड करने के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। इजरायली सेना ने इस मामले को अशोभनीय व्यवहार माना है।

महिलाओं के इस ग्रुप को बर्खास्त कर दिया है। यह कार्रवाई मीडिया में आई रिपोर्ट के बाद की है। यह तस्वीरें इजरायली न्यूज एजेंसी साइट वाला पर प्रकाशित की गई हैं। इसमें चार महिला सैनिक बिना कपड़ों के सिर्फ अंडरवियर में दिख रही हैं। उनके शरीर पर युद्ध में काम आने वाले साजोसमान भी टंगे हुए हैं। ना ने कहा है सभी महिला सैनिक नई भर्तियां थीं। तस्वीरों में सैनिकों के सिर पर हेलमेट भी लगे हुए हैं।हालांकि वाला ने सभी तस्वीरों को अस्पष्ट रूप से प्रकाशित किया है। सभी की तैनाती दक्षिणी इजरायली मोर्चे पर थी। इससे पहले भी सोशल नेटवर्किग साइट पर सेना की काफी किरकिरी हो चुकी है।

गुजरात की ‘बदनाम बस्ती’ : यहां से गुजरने से भी डरते हैं शरीफ लोग

राजकोट। गुजरात के रंगीले शहर राजकोट के पास स्थित है भावनगर रोड। शायद बहुत से लोगों को इस रोड के पास एक ऐसा इलाका है, जिसे ‘बदनाम गली’ के नाम से पहचाना जाता है। राजकोट शहर के लोग इसे ‘बदनाम गली’ कहकर ही पुकारते हैं। इस इलाके में बेधड़क वेश्यालय चलते हैं। अगर कोई नया एसपी या कमिश्नर यहां आ जाए या पुलिस का दबाव बढ़ जाए तो वेश्याओं की हलचल कम हो जाती है, लेकिन कुछ ही समय के लिए। इसके बाद फिर से सबकुछ पहले जैसा ही हो जाता है और लड़कियां राहगीरों को इशारे कर अपने पास बुलाती हुई नजर आने लगती हैं।

अभी कुछ समय पहले तक शहरवासियों द्वारा प्रशासन पर बनाए गए दबाव के चलते हालात कुछ सुधरे हुए नजर आ रहे थे, लेकिन अब जिस्मफरोशी का यह धंधा फिर से एक्टिव हो गया है।जिस्मफरोशी के बढ़ते कारोबार को रोकने के लिए फिर से प्रशासन पर दबाव बनाया गया। इसी के चलते बीते दिन इलाके से तीन लड़कियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। ये लड़कियां सरेआम राह चलते युवकों को अश्लील इशारे कर अपनी ओर आकषिर्त कर रही थीं। इसी बीच पुलिस को किसी ने इनके बारे में सूचना दे दी और ये पुलिस के हत्थे चढ़ गईं।पुलिस पूछताछ में लड़कियों ने अपने नाम सविता फिरोज शेख, पायल खान और छाया दास बताए। पुलिस ने समझाइश देकर इन्हें छोड़ दिया। लेकिन प्रोस्टिट्यूशन की यह समस्या खत्म होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। पैसे कमाने के लिए दलाल हर जगह मौजूद रहते हैं। ग्राहकों में अधिक संख्या घर से दूर हॉस्टल में रह रहे युवाओं की ही होती है।उल्लेखनीय है कि राजकोट के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर सुधीर कुमार सिन्हा ने इस इलाके में सघन अभियान चलवाया था, जिसके कारण प्रोस्टिट्यूशन के इस धंधे पर रोक लग गई थी। लेकिन पुलिस की नजर हटते ही दलाल व सेक्स वर्कर्स फिर से एक्टिव हो गए। जिस्मफरोशी का धंधा इस इलाके में पिछले दो सालों से बेधड़क जारी है।हाल ही में यह समस्या इतनी व्यापक हो गई है कि शहरवासियों को ओर से पुलिस थाने में धड़ाधड़ इसकी शिकायतें आ रही हैं। इसकी वजह से पुलिस फिर से इलाके में अपना शिकंजा कसने की कोशिशों में लगी हुई है। अभी भी यह कहना मुश्किल है कि इलाके से जिस्मफरोशी का धंधा पूरी तरह से खत्म हो पाएगा और इसे नई पहचान मिल पाएगी।

रात भर चली पार्टी के बाद 'रेप': आयरिश महिला ने कहा, मेरे प्राइवेट पार्ट सूजे हुए हैं

कोलकाता. पश्चिम बंगाल की राजधानी महिलाओं के लिए असुरक्षित होती जा रही है। शहर के एक एनजीओ में काम करने वाली 21 साल की आयरिश महिला ने 25 साल के एक बिजनेसमैन सुजय मित्रा पर रेप का आरोप लगाया है।


महिला की शिकायत के आधार पर कालीघाट थाने ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप लगाने वाली महिला दार्जिलिंग से 23 मई को कोलकाता पहुंची थी। उसके पास छह महीने का वीजा है और वह बच्चों की संस्था के साथ काम करती है।


रात भर पार्टी के बाद सुजय के घर गई थी आयरिश महिला

आयरिश महिला एजेसी बोस रोड पर मौजूद एक होटल में रहती है। महिला ने एक परिचित मित्र के जरिए सुजय मित्रा को 31 मई की शाम पब में पार्टी के लिए बुलाया था। वहां सभी ने पूरी रात पार्टी की। पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक पार्टी के बाद आयरिश महिला ने सुजय को अपनी कैब से दक्षिण कोलकाता स्थित एसपी मुखर्जी रोड पर उसके घर छोड़ने के लिए कहा। 1 जून की सुबह करीब 6.45 बजे दोनों सुजय के आलीशान घर पर पहुंचे। तब सुजय ने आयरिश महिला को चाय पीने का प्रस्ताव दिया। पूरी रात पार्टी के बाद आयरिश महिला भी काफी थकी हुई थी। चाय पीने के बाद वह मित्रा के बेडरूम में चली गई। आयरिश महिला ने मित्रा पर तब रेप का आरोप लगाया जब वह पूरी तरह से होश में नहीं थी। महिला ने मित्रा पर शराब पीने का भी आरोप लगाया है। महिला को यह भी शक है कि मित्रा ड्रग्स के प्रभाव में भी था। लेकिन चूंकि, उसे खुद नींद आ रही थी इसलिए उसे ठीक से यह याद नहीं है कि क्या हुआ था। शिकायत में महिला ने कहा है, 'मैं यकीनी तौर पर नहीं कह सकती हूं कि जब मैं सो रही थी तब उसने मेरे साथ सेक्स की कोशिश की थी। लेकिन मेरे प्राइवेट पार्ट में बहुत अधिक सूजन आ गई थी।' इस घटना के बाद महिला करीब 7.30 बजे अपने होटल वापस पहुंची। होटल के रिकॉर्ड इस बात की तस्दीक करते हैं। आयरिश महिलिा के कुछ दोस्तों ने उसे पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा। इसके बाद शनिवार शाम को उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई। मित्रा को उसी दिन रात 11 बजे गिरफ्तार कर लिया गया और रविवार को उसकी कोर्ट में पेशी हुई। कोर्ट ने सुजय को 5 जून तक के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया है।


मेडिकल जांच में फंसा पेंच

आयरिश महिला का एसएसकेएम अस्पताल में रविवार की सुबह मेडिकल टेस्ट किया गया। टेस्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई लेकिन पीठ पर हल्की चोट के निशान जरूर पाए गए। महिला से मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है।


अमेरिका से पढ़कर लौटा है सुजय

सुजय ने अमेरिका से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की है और इनदिनों वह अपने पिता के इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के कारोबार में हाथ बंटाता है। पुलिस का कहना है कि मित्रा ने आयरिश महिला से एक परिचित के जरिए दोस्ती की और महिला ने उसे पार्टी के लिए बुला लिया। लेकिन मित्रा के वकील दिब्येंदु भट्टाचार्य का कहना है कि दोनों एक-दूसरे को अमेरिका से ही जानते हैं। लेकिन दोनों की मुलाकात पहली बार कोलकाता में हुई। दिब्येंदु भट्टाचार्य ने पुलिस रिमांड का विरोध करते हुए कहा है कि आरोप लगाने वाली महिला को खुद यह नहीं पता कि उसके साथ रेप हुआ है या नहीं। भट्टाचार्य ने कहा, 'मेरा मुवक्किल पैंक्रियाटाइटिस का मरीज है, इसलिए उसे शराब तक पीने की इजाजत नहीं है। ऐसे में ड्रग्स की तो बात ही छोड़िए। वह बेकसूर है।'

14 साल पुराने मुकदमें में मंत्री सहित 13 बरी

14 साल पुराने मुकदमें में मंत्री सहित 13 बरी

जयपुर। राजस्थान में जयपुर शहर की एक अदालत ने सोमवार को राजस्थान के स्वास्थ्य राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा सहित 13 आरोपियों को 14 साल पुराने मुकदमें में बरी कर दिया है। आरोपमुक्त होने वालों में मंत्री के साथ पूर्व विधायक रणवीर सिंह गुढ़ा,भाजपा नेता अशोक लाहौटी भी शामिल हैं। इन सभी पर राजस्थान विश्वविद्यालय के सामने रास्ता रोकने के मामले में चौदह वष्ाü पूर्व मुकदमा दर्ज हुआ था।

अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट(सांप्रदायिक दंगा मामले) अनिल कौशिक ने 17 जुलाई 1999 को भारतीय दंड संहिता की धारा 283 के तहत दर्ज किए मुकदमें में चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा,पूर्व विधायक रणवीर सिंह गुढ़ा एवं भाजपा नेता अशोक लाहौटी को आरोपी नहीं माना।

उल्लेखनीय है कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के कार्यकर्ता दीपक स्वामी पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में छात्र नेताओं ने आंदोलन शुरू करते हुए 17 जुलाई 1999 को विश्वविद्यालय के सामने रास्ता जाम कर दिया था। पुलिस ने उक्त छात्र नेताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 283 के तहत मुकदमा दर्ज किया था।

मैदान में जीता,नौकरी को तरसा



मैदान में जीता,नौकरी को तरसा


बाड़मेर। पाकिस्तान और शारजाह में उस समय हजारों हाथ गड़गड़ा उठे थे जब निशक्त इकबाल ने चौके-छक्के जड़ते हुए भारत को जीत दिलाई थी। साथी खिलाडियों ने कंधे पर उठाकर जीत का सेहरा उसके सिर बांधा। यही इकबाल जब "कनिष्ठ लिपिक" भर्ती की वरीयता देखने पहुंचा तो उसका कहीं नाम नहीं था। अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस खिलाड़ी को हैरत हुई लेकिन यहां किसी के पास कोई जवाब नहीं।




सिवाना निवासी निशक्त इकबाल खान क्रिकेट का दीवाना है। गुजरात की तरफ से खेलते हुए उसे राष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने का अवसर मिला। राष्ट्रीय स्तर पर उम्दा प्रदर्शन के बाद उसे जून 2012 में पाकिस्तान व शारजाह में हुए राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारतीय टीम की कप्तानी दी गई। इकबाल ने तोहफे में देश के नाम जीत लिख दी।




नौकरी की तलाश

खेल में नाम कमाना अपनी जगह है लेकिन बीए अंतिम वर्ष के छात्र इकबाल को सरकारी नौकरी की तलाश है ताकि जिन्दगी की जरूरतों को पूरा कर सके।




पहली बार में ही हैरत

पहली बार उसने पंचायती राज की कनिष्ठ लिपिक भर्ती में आवेदन किया। इसमें उत्कृष्ट खिलाडियों के लिए दो प्रतिशत आरक्षण और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के लिए वरीयता है। लेकिन बाड़मेर जिला परिष्ाद की अभ्यर्थियों की सूची में इकबाल का नाम ही नहीं था।




जवाब देने वाला नहीं

इकबाल ने खेल में प्राप्त प्रमाण पत्र दिखाए तो जांचकर्ताओं को हैरत हुई, लेकिन वे यही कह पाए कि सूची जयपुर से आई है। इसमें उसका नाम क्यों नहीं है, इसका जवाब नहीं है। दूसरी सूची जारी होगी तब ही कुछ बता पाएंगे।




मुझे तो समझ नहीं आया

पहली सूची में नाम नहीं है। समझ में नहीं आया कि ऎसा क्यों हुआ? दूसरी सूची आने तक इंतजार करना पड़ेगा। इकबाल खान

मेगा क्लस्टर का एक तिहाई हिस्सा बाड़मेर को देने की तैयारी

जोधपुर. जोधपुर में घोषित हैंडीक्राफ्ट मेगा क्लस्टर में से ३क् प्रतिशत हिस्सा छिन जाने का खतरा पैदा हो गया है। टेक्सटाइल से जुड़े प्रोजेक्ट बाड़मेर को देने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। अगर ऐसा हुआ तो जोधपुर के निर्यातकों और यहां के दस्तकारों को बड़ा नुकसान होगा। गुरुवार को टेक्सटाइल सेक्रेटरी जोरा चटर्जी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित बैठक में एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट की तरफ से बंटवारे का प्रस्ताव रखा गया है।

ईपीसीएच डायरेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि बाड़मेर में टेक्सटाइल का अच्छा काम होने के कारण उन्हें मौका देने का प्रस्ताव है। उधर, इस प्रस्ताव के बाद जोधपुर के निर्यातकों में रोष व्याप्त हो गया है। जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष निर्मल भंडारी ने बताया कि वे ईपीसीएच के सीओ मैंबर भी है।

इस प्रस्ताव का विरोध किया जाएगा। जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट्स एसोसिएशन के सचिव डॉ. भरत दिनेश का कहना है कि हैंडीक्राफ्ट मेगा क्लस्टर की घोषणा केवल जोधपुर के लिए हुई थी। बाड़मेर में प्रोजेक्ट देने का प्रस्ताव रखना गलत है। एसोसिएशन इसका विरोध करेगा। ईपीसीएच के चेयरमैन लेखराज माहेश्वरी ने बताया कि टेक्सटाइल से जुड़े प्रोजेक्ट बाड़मेर को देने के संबंध में मुझे जानकारी नहीं है।

तीन साल से रेंग रहा है क्लस्टर : जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए तीन वर्ष पहले केंद्र सरकार ने अपने बजट में जोधपुर को हैंडीक्राफ्ट का मेगा क्लस्टर घोषित किया था। बजट घोषणा के बाद वस्त्र मंत्रालय ने एक निजी कंपनी को जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए आवश्यकताओं की जानकारी जुटाने के लिए सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी थी। कंपनी ने सर्वे करके वस्त्र मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट में हैंडीक्राफ्ट को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न मद में 100 करोड़ के फंड की जरूरत बताई, लेकिन यह रिपोर्ट हस्तशिल्प आयुक्त के पास ही अटक गई।


आखिर जोधपुर से क्यों छीना जा रहा है हक
असलियत में इसके पीछे है- राजनीति। पहले अटका कर रखने की। अब बांटने की। हाल में ईपीसीएच में लेखराज माहेश्वरी चेयरमैन बने हैं। वे बाड़मेर के हैं। ऐसे में उन्होंने यहां दम तोड़ रही टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज के लिए यह कदम उठाया है। उधर, जानकार कहते हैं कि पहले किसी न किसी तरह क्लस्टर को खिसका दिया गया अब बांटने की तैयारी।

हक तो जोधपुर का ही है, फिर क्यों हो रहा है बंटवारा

..क्योंकि जोधपुर से हैंडीक्राफ्ट का सालाना निर्यात औसतन 1500 करोड़ रुपए का है। यहां से वुडन, आयरन, मेटल, टेक्सटाइल, ग्लास व स्टोन हैंडीक्राफ्ट के प्रॉडक्ट एक्सपोर्ट होते हैं।
..जबकि बाड़मेर से कुछ भी एक्सपोर्ट नहीं होता।
..क्योंकि जोधपुर में टेक्सटाइल, हैंड प्रोसेसिंग और बंधेज का कार्य होता है। जोधपुर से प्रतिदिन 8 लाख मीटर से अधिक का कपड़ा हैंड प्रोसेस होता है।
..जबकि बाड़मेर में टेक्सटाइल के कसीदे, प्रिंटिंग व पेच वर्क का कार्य होता है। अप्रत्यक्ष रूप से जयपुर से एक्सपोर्ट होता है। बाड़मेर के एक्सपोर्ट प्रिंटिंग का कार्य चौहटन में होता है।


- निर्यातकों को नई तकनीक और सुविधाएं कम मिलेंगी

मेगा क्लस्टर 400 करोड़ का प्रोजेक्ट है। इसकी घोषणा वर्ष 2010 के आम बजट में हुई थी। पहले चरण में 100 करोड़ के कार्य होने हैं। क्लस्टर के आने के बाद यहां के हैंडीक्राफ्ट मैन्युफैक्चर्स, निर्यातकों, दस्तकारों व कारीगरों को नई तकनीक और सुविधाएं मिलनी थीं। क्लस्टर का सीधा फायदा यह होता कि कई ऐसी मशीनरी जो कि यहां के उद्यमियों और दस्तकारों के लिए खरीदना आसान नहीं है, वह इस क्लस्टर में मिल जाती। फायदा यह होता कि 1500 करोड़ का निर्यात दोगुना तक पहुंच जाता।


मेगा क्लस्टर के बंटवारे में जोधपुर डिजाइन डवलपमेंट एंड इनोवेशन सेंटर, स्किल डवलपमेंट और कम्युनिटी प्रॉडक्शन सेंटर फॉर आर्टिजन्स के यहां से बाड़मेर जाने की आशंका है। तीनों सेंटर यहां से जाते हैं तो पहले चरण में जोधपुर के हाथ से करीब 30 करोड़ के प्रोजेक्ट छिन जाएंगे। बड़ा नुकसान यह है कि आधुनिक सुविधाओं से युक्त मशीनरी से जोधपुर के निर्यातक और दस्तकार वंचित रह जाएंगे।

- ..जबकि बाड़मेर को तो सीएफएसी दे दें तो ही काम चल जाए
बाड़मेर और आसपास के क्षेत्रों में सिर्फ टेक्सटाइल का ही काम होता है, जो जोधपुर से मात्र दस फीसदी है। एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट (ईपीसीएच)की ओर से यदि बाड़मेर में एक कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) स्थापित कर दिया जाए तो ये सभी सुविधाएं वहां मुहैया करवाई जा सकती हैं। ज्ञात रहे कि जोधपुर में करीब एक दशक पहले ईपीसीएच की ओर से सीएफसी स्थापित किया गया था, जो आज भी निर्यातकों द्वारा उपयोग में लिया जाता है। बाड़मेर में ईपीसीएच सिर्फ सीएफसी सेंटर दे तो वहां की जरूरतें पूरी हो सकती हैं। यह काम अब मुश्किल भी नहीं रहा, क्योंकि ईपीसीएच के चेयरमैन लेखराज माहेश्वरी बाड़मेर के हैं।

समूचे नागौर जिले को मीठा पानी पिलाना मेरी प्राथमिकता : वसुंधरा राजे


समूचे नागौर जिले को मीठा पानी पिलाना मेरी प्राथमिकता : वसुंधरा राजे 
रात्रि विश्राम लाडनूं में ही 
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रात्रि विश्राम लाडनूं में जैन विश्व भारती में करेगी। सोमवार को वे जायल में सभा को संबोधित करेंगी तथा बाद में वहां से नागौर पहुंचेंगी। नागौर में गांधी चौक में वे सभा को संबोधित करेंगी। 



लाडनूं



भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जनता से वादा किया है कि वे वापस सता में आई तो सबसे पहला काम समूचे नागौर जिले को मीठा पानी पिलाने का करेगी। इंदिरा गांधी नहर से हिमालय के पानी को नागौर जिले के गांव-गांव तक पहुंचाएंगी। उन्होंने सीधे सपाट कहा 'आपको मीठा पानी पिलाकर ही छोडूंगी।' यहां लाडनूं में रविवार रात सुराज संकल्प यात्रा लेकर पहुंची वसुंधरा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब उनकी सरकार थी तो 761 करोड़ की स्वीकृति देकर नहर का पानी लाने के काम में प्रथम चरण को पूरा किया था। उसके बाद दूसरे चरण में लाडनूं सहित 1380 गांवों को पानी पहुंचाना था। लेकिन सरकार बदलने के बाद कांग्रेस सरकार ने साढ़े चार साल में भी नहर का पानी पहुंचाने का काम नहीं किया। उन्होंने खारे और फ्लोराइडयुक्त पानी की व्यथा को बताते हुए कहा कि महिलाओं के दांत इससे पीले हो गए हैंं। लोगों में कुबड़ापन और हड्डियों की विकृतियां आ रही हैं। जहां पानी जमीन में गहरा चला गया है, वहां फ्लोराइड की मात्रा बढ़ गई है। मैं अब दूसरे चरण के काम को गति प्रदान करूंगी। सबको हिमालय का मीठा पानी उपलब्ध करवाऊंगी।
सड़कों की हालत खस्ता : उन्होंने किशनगढ़-हनुमानगढ़ मेगा हाइवे को अपनी सरकार की उपलब्धि बताते हुए कहा कि आज आठ-नौ साल बाद भी यह सड़क वैसी की वैसी ही है जबकि उसके बाद गहलोत सरकार द्वारा बनाई गई सड़कों की हालत ऐसी हो गई है कि यह पता ही नहीं चलता कि वहां सड़क बनी भी थी या नहीं। वसुंधरा राजे ने कहा कि इस सरकार के समय तो पढ़ाई-लिखाई का काम भी गड्ढे में चला गया। दिल्ली से संदेश आ गया कि सबको पास कर दो। यह बहुत बड़ा षड्यंत्र है। राजस्थान के बच्चे बहुत होनहार हैं, उनकी नींव कमजोर करने और उनको पिछड़ा रखने की यह चाल है।

अस्पताल की हालत पर टिप्पणी

उन्होंने लाडनूं के अस्पताल का जिक्र करते हुए कहा कि हमने इसे एक सौ बैड का बनाया था लेकिन यह सरकार वहां डाक्टर तक नहीं लगा पाई। अब यहां मात्र तीन-चार डाक्टर ही अस्पताल चला रहे हैं। उन्होंने बिजली, पानी, आवास, भ्रष्टाचार, मनरेगा, खाद-बीज के बारे में कांग्रेस सरकार की आलोचना की। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पोषाहार, मनरेगा, छात्रवृति आदि में घोटालों के बारे में बताया तथा कहा कि दसवीं पास को तो मास्टर बना दिया गया है और निजी विश्वविद्यालयों में पीएचडी की डिग्रियां बिक रही हैं। सभा में वसुंधरा को सुमित्रा आर्य व सुप्यार कंवर ने चुनरी ओढ़ा कर उनका स्वागत किया गया। वसुंधरा ने 

गाजी उमराह शहीद दरगाह में चादर चढ़ाई।
इन्होंने भी किया संबोधन : नागौर विधायक हबीबुर्रहमान, पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी, पूर्व मंत्री खेमाराम मेघवाल, चूरू सांसद रामसिंह कस्वां, पूर्व विधायक मनोहर सिंह, हज कमेटी के पूर्व अध्यक्ष फिरोज खां, मो. इस्माइल टाक, भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश कुमावत आदि ने भी सभा को संबोधित किया। मंच पर भाजपा की जिला मंत्री सुमित्रा आर्य, पूर्व मंत्री युनूस खां, पूर्व विधायक शंकर सिंह राजपुरोहित, जिला प्रमुख बिंदू चौधरी, जगदीश सिंह एडवोकेट, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष देवाराम पटेल, पूर्व प्रधान इंद्रमणि दायमा आदि उपस्थित थे। राजे का इससे पूर्व सांवराद, बाकलिया, गाजी उमराव शहीद दरगाह, रघु राठौड़ बाग आदि में स्वागत किया गया।

बहन को बचाने कुएं में कूदा भाई, दोनों की मौत

बहन को बचाने कुएं में कूदा भाई, दोनों की मौत 
अजमेर हाथीखेड़ा स्थित कनाड़ी गांव में रविवार को पति से मामूली कहासुनी के बाद एक विवाहिता ने कुएं में छलांग लगी दी। उसे बचाने के लिए पीछे-पीछे भाई भी कुएं में कूद गया। डूबने से भाई-बहन की मौत हो गई। ग्रामीणों की मदद से पुलिस की मौजूदगी में शव बाहर निकाले गए। गंज थाना पुलिस ने जेएलएन अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिवारजनों को सौंप दिए। मामले की जांच जारी है।

जांच अधिकारी एएसआई दातारसिंह के मुताबिक हाथीखेड़ा स्थित कनाड़ी निवासी गुलाबी उर्फ कुल्ला (35) पत्नी सरदारा रावत और उसके भाई नागौर बाड़ी घाटी स्थित रावतों की ढाणी निवासी भंवर सिंह रावत (36) पुत्र शंकरसिंह की कुएं में डूबने से मौत हो गई। परिवारजनों ने पुलिस को बताया कि भंवरसिंह अपनी बहन गुलाबी से मिलने आया था। इसी दौरान गुलाबी की किसी बात को लेकर उसके पति सरदारा से मामूली कहासुनी हो गई। सरदारा नशे में था। उसने कुछ कहा वो गुलाबी को नागवार गुजरा। आवेश में आकर वह खेत की और भागी और वहां पहुंचते ही कुएं में छलांग लगा दी। पीछे-पीछे गुलाबी का भाई भंवर भी वहां पहुंच गया। बहन को डूबता देख उसने भी कुएं में छलांग लगा दी। जब तक परिवार के अन्य लोग मौके पर पहुंचे दोनों भाई-बहन कुएं में डूबकर मौत का शिकार हो गए।

आग में कूदकर मां कलेजे से चिपका लाई बेटे को


आग में कूदकर मां कलेजे से चिपका लाई बेटे को 

मां-बेटे गंभीर झुलसे, फिर भी देर रात तक पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं 


देर रात तक पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं, आग में कोई झुलसा भी है, पुलिस ने यह जानने की कोशिश तक नहीं की, मां-बेटे करीब 60 फीसदी से ज्यादा झुलसे हैं, शाम को जोधपुर रेफर 


 आग में एक ट्रैक्टर- ट्रॉली व 4 बाइक-मोपेड , कपड़े के सैकड़ों थान व भारी मात्रा में केमिकल जलकर नष्ट, फैक्ट्री मालिक छिपाता रहा मां-बेटे के झुलसने की बात को, पुलिस को दी रिपोर्ट में भी डेढ़ करोड़ रुपए नुकसान का दावा तो किया लेकिन गंभीर रूप से झुलसे मां-बेटे का जिक्र तक नहीं 


मंडिया रोड पर एक टैक्सटाइल डाइंग फैक्ट्री में भीषण आग, महिला श्रमिक का 2 वर्षीय बेटा खेल रहा था अडान के नीचे, आसपास कपड़े के सैकड़ों थान पकड़ चुके थे आग, बेटे को आग में घिरा देख मां कूद पड़ी उसे बचाने, मां और बेटे दोनों गंभीर रूप से झुलसे, लोगों ने बांगड़ अस्पताल में भर्ती करवाया 

 पाली



मंडिया रोड स्थित मातोश्री टैक्सटाइल डाइंग फैक्ट्री में रविवार दोपहर लगी भीषण आग की लपटों में घिरे अपने दो वर्षीय बेटे को बचाने मां भी कूद पड़ी। एक बारगी वह अपने बेटे को मौत के मुंह से जिंदा बाहर खींच लाई। हालांकि इस प्रयास में वह खुद भी गंभीर रूप से झुलस गई। डॉक्टरों के अनुसार मां-बेटे दोनों 60 फीसदी से ज्यादा झुलसे हैं और उनकी हालत चिंताजनक है। शाम को दोनों को जोधपुर रेफर कर दिया गया। इधर, फैक्ट्री प्रबंधन इस मामले को छिपाने की कोशिश करता रहा। पुलिस को दी गई रिपोर्ट में फैक्ट्री मालिक ने सिर्फ एक ट्रैक्टर सहित चार बाइक, केमिकल और कपड़े के थान से डेढ़ करोड़ रुपए के नुकसान का दावा किया है। रिपोर्ट में महिला श्रमिक और उसके बेटे के झुलसने का कोई जिक्र तक नहीं। देर रात तक पुलिस ने इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया, मां-बेटे के झुलसने की घटना से वह भी अनभिज्ञता जताती रही। उधर श्रमिक के रिश्तेदारों व फैक्ट्री प्रबंधन के मोबाइल भी स्विच ऑफ थे।

मंडिया रोड पर रविवार दोपहर एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। घटना में महिला श्रमिक तथा उसका 2 वर्षीय मासूम गंभीर रूप से झुलस गया। आग में सैकड़ों कपड़े के थान, एक ट्रैक्टर व 4 बाइक भी जलकर नष्ट हो गईं। इधर, आगजनी की इस घटना से क्षेत्र में करीब 3 घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। इस बीच नगरपरिषद व रीको की फायरब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। स्थानीय लोगों ने आग में झुलसे महिला श्रमिक व उसके बेटे को बांगड़ अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। जानकारी के अनुसार मंडिया रोड-ट्रीटमेंट प्लांट मार्ग पर मातोश्री डाइंग कंपनी में धुलाई के बाद कपड़े के थान अडान पर सूख रहे थे। दोपहर करीब ढाई बजे अज्ञात कारणों से अडान पर सूख रहे कपड़े के थान में आग लग गई। यह फैक्ट्री बांडी नदी के समीप ही स्थित होने के कारण हवा का वेग तेज होने के कारण आग ने धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर लिया,जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इस दौरान अडान के नीचे ही महिला श्रमिक शांतिदेवी (30) पत्नी त्रिलोकसिंह काम कर रही थी तथा उसका 2 वर्षीय पुत्र गजेंद्रसिंह (अस्पताल रिकॉर्ड में भरत) भी पास में ही खेल रहा था। अचानक शांति की नजर बेटे पर पड़ी तो वह आग की भीषण लपटों में घिर चुका था। शांति अपनी जान की परवाह किए बिना आग की लपटों के बीच कूद पड़ी और बेटे को छाती से चिपकाकर दौड़ पड़ी। इस प्रयास में वह भी गंभीर रूप से झुलस गई। मौके पर पहुंचे लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। डॉक्टरों के अनुसार मां-बेटे 60 फीसदी तक झुलसे हैं। बांगड़ अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार उन्हें शाम 4.30 बजे भगवान सिंह नामक व्यक्ति ने भर्ती करवाया गया। हालत चिंताजनक होने पर शाम 6.30 बजे उन्हें जोधपुर रेफर कर दिया गया। बच्चे का चेहरा तथा सीना झुलसाहै तो मां का चेहरा, छाती और पीठ गंभीर रूप से झुलसी है।

इधर, फैक्ट्री के श्रमिकों समेत अन्य नागरिकों ने अपने स्तर पर आग पर काबू पाने का प्रयास किया, मगर आग की लपटें काफी तेज थीं तथा पूरे फैक्ट्री परिसर में फैल गई। परिसर में भारी मात्रा में लकड़ी के गुटखे, केमिकल और सैकड़ों कपड़े के थान सूख रहे थे। एक ट्रैक्टर ट्रॉली में कपड़े के थान रखे हुए थे। आग से कपड़ा और ट्रैक्टर ट्राली भी पूरी तरह जल गए। इस मामले की जानकारी मिलते ही नगरपरिषद से 3 तथा रीको की एक फायरब्रिगेड लेकर दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे। साथ ही आसपास की फैक्ट्रियों से पानी के टैंकर भी मंगवाए गए। करीब 3 घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया। आग में अडान पर सूख रहे सैकड़ों कपड़े के थान जलकर पूरी तरह से राख हो गए। इसके साथ ही फैक्ट्री परिसर में ही खड़ा 1 ट्रैक्टर तथा 4 बाइक भी जलकर नष्ट हो गईं। आग से फैक्ट्री की दीवारों को भी काफी नुकसान पहुंचा है।

पाली . मातोश्री डाइंग मंडिया रोड स्थित फैक्ट्री में रविवार दोपहर को अचानक आग लग जाने से आग में एक ट्रैक्टर- ट्रॉली व 4 बाइक-मोपेड , कपड़े के सैकड़ों थान व भारी मात्रा में केमिकल जलकर नष्ट हो गया। गंभीर रूप से झुलसे मा-बेटे के फोटो भास्कर के पास उपलब्ध हैं, लेकिन प्रकाशन योग्य नहीं होने के कारण यहां प्रकाशित नहीं किया जा रहा है। फैक्ट्री में भारी मात्रा में लकडिय़ां, कपड़ा व केमिकल होने के बावजूद आग बुझाने के पर्याप्त साधन नहीं थे।  

फैक्ट्री मालिक ने पुलिस को दी रिपोर्ट में छिपाई मां-बेटे के झुलसने की बात

इस बाबत कोतवाली थाने में फैक्ट्री मालिक दीपेश पुत्र धनराज जैन की तरफ से रिपोर्ट दी गई है। पुलिस के अनुसार रिपोर्ट में सिर्फ ट्रैक्टर, बाइक, मोपेड, कपड़े के थान व केमिकल के नुकसान की बात की गई है। किसी प्रकार की जनहानि या किसी के झुलसने का जिक्र तक नहीं किया गया है। थाने में दर्ज फैक्ट्री मालिक के मोबाइल नंबर 9352945279 पर बात करने की कोशिश की गई लेकिन वह स्विच ऑफ आ रहा था। फायर ऑफिसर ओमप्रकाश परिहार का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन किसी के झुलसने की बात को छिपा रहा था। उन्हें पता चला तो दबी जुबान से स्वीकार किया। उनके पहुंचने से पहले ही मां-बेटे को लोग अस्पताल में भर्ती करवा चुके थे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में इसका जिक्र किया है।

फैक्ट्री का नाम कीर्ति या मातोश्री !

फायर ऑफिसर ने अपनी रिपोर्ट में फैक्ट्री का नाम मातोश्री लिखा है जबकि अस्पताल के भर्ती रिकॉर्ड में कीर्ति फैक्ट्री लिखा है। पुलिस को दी गई रिपोर्ट में मातोश्री डाइंग, एफ-87, मंडिया रोड लिखा है।

अब नही बिकेंगे रसगुल्ले समदड़ी रेलवे स्टेशन पर

अब नही बिकेंगे रसगुल्ले समदड़ी रेलवे स्टेशन पर


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के समदडी में प्रसिद्द रसगुल्लों का आनंद अब यात्री नहीं उठा पायेंगे .कई दशको से समदडी और लूणी के निर्मित रसगुल्लों ने अपनी ख़ास पहचान राजस्थान भर में बना रखी थी बाड़मेर ,जोधपुर ,नागौर ,गुजरात ,जालोर आदी स्थानों पर रेल से जाने वाले यात्री अपने परिजनों और रिश्तेदारों के लिए यंहा क्ले रसगुल्ले ले जाना नहीं भूलते थे .कम कीमत और स्वादिष्ट रसगुल्लों ने अपनी खास पहचान बनाई थी .इन रेल वे स्टेशन पर करीब दर्जन भर वेंडर रसगुल्ले बेच कर अपने परिवार की रोजी रोटी थे . समदड़ी व लूणी रेलवे स्टेशनों पर वेंडरों के पास में रसगुल्ले बड़ी आसानी से सस्ते भावों में मिल जाते थे, लेकिन अब रेलवे प्रशासन ने रेलवे स्टेशन पर मिष्ठान बेचने पर पाबंदी लगा दी है। ऐसे में लोगों को अब रेलवे स्टेशन पर रसगुल्ले , केशरबारी आदि मिठाईयां नहीं मिल पाएगी। इससे लोगों को भी निराशा हाथ लगेगी, वहीं वेंडरों की कमाई भी मारी गई है।

शिकायत के कारण प्रतिबंध: रेलवे स्टेशन पर रसगुल्ले नहीं मिलने की जानकारी मिलने पर रेलवे प्रशासन से पता किया तो रेलवे अधिकारियों ने बताया कि किसी ने रेलवे मंडल जोधपुर को शिकायत की थी कि खुले में १२ घंटे तक मिठाई रखने पर वह खराब हो जाती है। इस शिकायत के बाद जोधपुर रेलवे मंडल की टीम ने पूरे डिविजन का निरीक्षण कर इस बात की जांच की। इसके बाद जोधुपर मंडल के रेलवे स्टेशनों पर खुली मिठाई बेचने पर पाबंदी लगा दी गई है। इस पाबंदी के कारण ज्यादातर लुणी स्टेशन के वेंडरों पर गाज गिरी है। उल्लेखनीय है कि लुणी के रसगुल्ले काफी प्रसिद्व है। लुणी रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा रसगुल्ले बिकते थे, लेकिन अब प्रतिबंध लगने से कई वेंडरों को अपने स्टॉल बंंद करने की नौबत आ गई है।

रविवार, 2 जून 2013

पुलिस जवान ने किया महिला से दुष्कर्म

पुलिस जवान ने किया महिला से दुष्कर्म
महिदपुर। उज्जैन जिले में पुलिस थाने और चौकियों में शर्मसार करने वाले मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। पुलिस की वर्दी पर काला धब्बा लगाने का नया मामला मेहिदपुर के नवीन बस स्टैंड की पुलिस चौकी का है, जहां शुक्रवार देर एक जवान ने महिला के साथ दुष्कर्म कर डाला।

महिला की रिपोर्ट पर जवान के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। शनिवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। मालूम हो, बीते 13 मई को उज्ौन के जीआरपी थाने में पुलिसकर्मियों ने एक महिला की साड़ी उतरवा थी।

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात करीब 11:15 बजे मजदूरी करने वाली बड़नगर निवासी महिला उज्ौन जाने के लिए बस स्टैंड आई थी। बस नहीं मिलने पर वो चौकी में तैनात पुलिस जवान शिशुपाल सिंह (45) से जानकारी लेने पहुंची। जवान ने महिला को चौकी में रोक लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला ने शोर मचाया, तो बस स्टैंड के करीब सौ फीट पर दूर स्थित घरों से लोग यहां पहुंच गए। लोगों ने आरोपी जवान की जमकर पिटाई कर दी। थोड़ी देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

पुलिस ने जवान को गिरफ्तार किया व पीडित महिला को थाने पहुंचाया। महिला का शासकीय चिकित्सालय में स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया। महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी शिशुपाल के खिलाफ धारा 376-2(क)(1) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।

मौसी से झगड़कर निकली थी
पीडिता अपने पति के साथ महिदपुर मौसी के यहां आई थी। मौसी से झगड़ा होने पर वह उज्ौन जाने के लिए निकली थी। करीब 11 बजे वह बस स्टैंड पहुंची थी, जबकि उज्ौन के लिए आखिरी बस रात 7.45 बजे है। इसके बाद बस स्टैंड सूना हो जाता है। स्टैंड पर पूरी तरह अंधेरा रहता है और आवाजाही नहीं होती है। इसी का फायदा उठाकर पुलिस जवान ने महिला को हवस का शिकार बनाया।

"प्लेयर ने लड़की के साथ बिताई थी रात"

"प्लेयर ने लड़की के साथ बिताई थी रात"

नई दिल्ली। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष आईएस बिंद्रा ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। अपने ब्लॉग पर बिंद्रा ने लिखा है कि 2010 में भारतीय टीम श्रीलंका के दौरे पर गई थी।

लिट्टे के ऑपरेशन के कारण श्रीलंकाई सेना के एक रिटायर्ड जनरल को भारतीय टीम की सुरक्षा का जिम्मा दिया गया था। उस अधिकारी ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। जिस होटल में टीम रूकी थी उसके हर फ्लोर पर और लॉबी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।

एक रात भारतीय टीम के साथ गया अधिकारी एक खिलाड़ी के कमरे में लड़की लेकर गया। यह खिलाड़ी आईपीएल के 6 सीजन से चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़ा हुआ है। गौरतलब है कि टीम इण्डिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और सुरेश रैना ही आईपीएल के पिछले 6 सीजन से चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़े हुए हैं।

सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि यह लड़की पूरी रात उस खिलाड़ी के साथ रही। यह भी आरोप लगाया गया कि लड़की एक ऎसे व्यक्ति ने भेजी थी जिसका नाम आईसीसी की संदिग्ध बुकीज की सूची में शामिल था।

बिंद्रा के मुताबिक यह घटना सुरक्षा के साथ साथ भ्रष्टाचार रोधी नियमों का उल्लंघन था। बिंद्रा के मुताबिक श्रीलंकाई सेना के रिटायर्ड अधिकारी ने इस घटना को लेकर एक रिपोर्ट बनाई थी।

जनरल की रिपोर्ट के आधार पर श्रीलंकाई बोर्ड ने इसका जिक्र लिखित में टीम मैनेजर को किया और दस्तावेजी साक्ष्य भी मुहैया कराए। साथ ही आईसीसी के भ्रष्टाचार रोधी अधिकारियों को भी सूचित किया। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने श्रीलंकाई बोर्ड को इस रिपोर्ट को वापस लेने के लिए मजबूर किया था।

जैसलमेर के शांतिभंग के आरोप में 04 गिरफतार,दो शराबी भी

जैसलमेर के शांतिभंग के आरोप में 04 गिरफतार,दो शराबी भी


जैसलमेर शनिवार को टेलीफोन र्इतलानुसार श्री शेरा राम सउनि मय जाब्ता बिसानी पाडा जैसलमेर पहुच कर अपनी परिवार के साथ लडार्इ झगडा कर रहे गैर सायल संतोषपुरी पुत्र चंदन पुरी जाति स्वामी निवासी बिसानी पाडा जैसलमेर को शांतिभंग करने पर गिरफतार किया गया।
इसी प्रकार 01.06.13 को जरिये टेलीफोन र्इतलानुसार श्री चिमना राम उनि मय जाब्ता द्वारा लोद्रवा फांटा पर पहुचें, जहां पर आपस मे लडार्इ झगडा कर रहे गेर सायलान द्वारका राम पुत्र हजारा राम जाति माली नि0 अमर सागर, धर्मा राम पुत्र जुगता राम भील नि0 गीता आश्रम कच्ची बस्ती जैसलमेर, विनोद पुत्र जोगराज खटीक नि0 गीता आश्रम कच्ची बस्ती जैसलमेर केा शांतिभंग करने के आरोप में गिरफतार कर न्यायालय मे पेश किये। इसी तरह प्रयाग भारती सउनि मय जाब्ता द्वारा दौराने गश्त हनुमान चौराहा जैसलमेर पहुचें। जहां पर शराब के नशे में उत्पात मचा रहे दीपक उर्फ बंटी पुत्र राजकुमार हरीजन नि0 गौडा पाडा जैसलमेर व अनिल पुत्र शंकर लाल जाति हरीजन नि0 गौडा पाडा जैसलमेर को 60 पुलिस एक्ट के तहत गिरफतार कर जमानत मुचलका पर आजाद किया।

जैसलमेर हरियाणा निर्मित अवैध शराब की 95 बोतले बरामद

जैसलमेर हरियाणा निर्मित अवैध शराब की 95 बोतले बरामद

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी के निर्देशानुसार जिले में शराब तस्करी एवं शराब की अवैध बिक्री के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के रविवार को पुलिस थाना सांकडा के हल्का में 95 बोतले एवं पव्वें बरामद किये गये।
पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी ने बताया की कल्याणमल बंजारा वृताधिकारी पोकरण को जरिये मुखबिर सूचना मिली कि स्वरुपसिंह पुत्र सोहनसिंह राजपूत निवासी गुडडी अवैध शराब का धन्धा करता हैं जो अभी शराब की गाड़ी लेकर पोकरण की तरफ से आ रहा की थानाधिकारी साकड़ा से नाकाबन्दी करवार्इ गर्इ। दौराने नाकाबन्दी मुखबीर सूचना मिली कि स्वरुपसिंह सरहद गुडडी में शराब की गाड़ी खाली कर रहा हैं। जिस पर सुमेरसिंह थानाधिकारी साकड़ा व गंगाराम उप निरीक्षक थाना पोकरण मय जाब्ता के सरहद गुडडी पहुचे जहा से स्वरुपसिंह पुलिस जाब्ता देखकर गाड़ी लेकर भाग गया तथा मौका पर एक सुने मकान में विभिन्न किस्म हरियाणा निर्मित पार्टी स्पेशल, ब्लूमून डार्इजिन, मूनवाक डार्इजिन की कुल 95 बोतलो व पव्वो के कार्टून मिले स्वरूपसिंह का पिछा किया मगर वह भाग गया। जिस पर आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज कर तफतीश व मुल की तलाश शुरु की गर्इ।

गर्मी में बचें किडनी स्टोन के खतरे से



नई दिल्ली।। किडनी में स्टोन होना अब आम बीमारी है। छोटे बच्चों से लेकर युवाओं तक में यह बीमारी देखी जा रही है। लेकिन, गर्मी के दिनों में इसका अटैक बढ़ जाता है। अन्य कारणों के अलावा डिहाइड्रेशन की वजह से भी किडनी में स्टोन होने की संभावना बढ़ जाती है। गर्मी के दिनों में पसीना निकलने की वजह से शरीर में पानी की मात्रा कम होने लगती है। ऊपर से अगर लोग पानी कम पीते हैं, तो किडनी में स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है। यूरोलॉजिस्ट भी मानते हैं कि गर्मी के दिनों में किडनी स्टोन के मामले 40 पर्सेंट तक बढ़ जाते हैं।
आरजी स्टोन यूरोलॉजी एंड लेप्रोस्कोपी अस्पताल के चीफ यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर पंकज वाधवा का कहना है कि 25 से 45 वर्ष के बीच की आयु के ज्यादा मरीज देखे जाते हैं। महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में इसकी समस्या ज्यादा होती है। 25 पर्सेंट मरीजों की फैमिली हिस्ट्री होती है।

गर्म इलाके में ज्यादा होता है स्टोन

यूरोलॉजिस्ट डॉ. मनीष सिंगला का कहना है कि जो लोग गर्म वातावरण में काम करते हैं, उनमें किडनी का स्टोन होने की संभावना सबसे अधिक होती है। तापमान में 5 से 7 डिग्री के परिवर्तन से ही किडनी स्टोन के 30 पर्सेंट मामले बढ़ जाते हैं। भारत के गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों जैसे- दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र में किडनी के स्टोन के मामले अधिक देखे जाते हैं। इन इलाकों को 'स्टोन बेल्ट' भी कहा जाता है।
स्टोन यूरिनरी टै्रक के किसी भी हिस्से में हो सकता है, लेकिन ज्यादातर यह किडनी या यूरेटर में पाया जाता है। दरअसल स्टोन यूरिन में घुले हुए रासायनिक तत्वों के क्रिस्टल होते हैं। यह दाने के आकार के भी हो सकते हैं या फिर एक नींबू के आकार के। यूरेटर का स्टोन आमतौर से कैल्शियम, यूरिक एसिड की वजह से होते हैं, लेकिन 90 से 95 पर्सेंट कैल्शियम ऑक्ज्लेट की वजह से बनते हैं। किडनी में स्टोन के कोई लक्षण नहीं होते, जब तक कि वह यूरिनरी ट्रैक में रुकावट पैदा न कर दे। जब इसमें रुकावट होती है तो यूरिनरी ट्रैक फैल जाती है और खिंचाव के कारण मांसपेशियों में ऐंठन शुरू होने लगती है। इस वजह से पेट के निचले हिस्से और किडनी में तेज दर्द होने लगता है।

लक्षण

- यूरिन में ब्लड आना, यूरिन बार-बार आना या इसमें दुर्गंध आना
- बुखार, कंपकंपी, उल्टी आना

बचाव

गर्मियों में पानी के नुकसान को पूरा करने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीएं। पानी की यह मात्रा एक साथ पीनेके बजाए थोड़े-थोड़ुे समय पर पीएं। कम से कम हर घंटे एक ग्लास पानी पीना चाहिए। पानी के साथ भरपूरमात्रा में तरल पदार्थ ले सकते हैं। लेकिन प्रोटीन, सोडियम, फॉस्फोरस या कैफीन के इस्तेमाल से बचें।
इनसे रहें सतर्क
डॉक्टर के अनुसार कुछ दवाएं भी किडनी के स्टोन की गंभीरता को बढ़ा सकती हैं। आइबूप्रोफेन, मोटरिन औरअलिएवे जैसी दवा के प्रयोग से बचना चाहिए। बियर से किडनी के स्टोन घुल जाते हैं, यह एक गलत धारणा है,बल्कि सच तो यह है कि बियर ऑक्ज्लेट और यूरिक एसिड का बड़ा सोर्स है। इससे किडनी की समस्या बढ़ सकतीहै।

ट्रीटमेंट

किडनी के स्टोन का इलाज उसके आकार, उसके बनने के स्थान, प्रकृति और मरीज की हालत पर निर्भर करता है।इसका इलाज पारंपरिक विधि से या सर्जरी के द्वारा किया जाता है। छोटे आकार का स्टोन जिसका साइज 1.5सेमी से कम होता है, को लिथोट्रिप्टर के जरिए शरीर के बाहर से ही संवेदी तरंगों (शॉक वेव) के झटके से तोड़ाजा सकता है। इस विधि को एक्स्ट्राकोरपोरेअल शॉक वेव लिथोट्रिप्सी कहा जाता है। इस तरीके से तोड़े गए स्टोनके छोटे-छोटे टुकड़े अगले कुछ दिनों में यूरिन के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। लेकिन 1.5 सेमी से बड़ेसाइज के स्टोन के लिए पर्कयुटेनीयस नेफ्रोलिथोट्रामी विधि का प्रयोग किया जाता है। यह एक की-होल सर्जरी है,जिसमें एक टनल बनाकर स्टोन को बाहर निकाला जाता है। लेप्रोस्टोपिक विधि का प्रयोग उन मामलों में कियाजाता है जहां अन्य तरीके सफल नहीं हो सकते।

गैंग रेप का झूठा आरोप लगाकर फंसी लड़की, आरोपी बरी

नई दिल्ली।। दो युवकों पर गैंग रेप का झूठा आरोप लगाना 20 साल की एक लड़की को महंगा पड़ गया। अदालत ने न सिर्फ आरोपियों को बरी कर दिया बल्कि झूठे आरोप लगाने वाली लड़की के खिलाफ मामला चलाने का आदेश भी दिया।court
अदालत ने कहा कि वह आरोपियों की खोई हुई इज्जत बहाल नहीं कर सकती। साथ ही कोर्ट ने रेखांकित किया, 'यह बहुत अफसोसनाक है कि इधर एक रुझान चल निकला है जिसमें जांच अधिकारी अपने फर्ज और जिम्मेदारियों को पूरी तरह धता बताते हुए बलात्कार की शिकायत करने वाली लड़की के इशारे पर नाचते हैं।'

अडिशनल सेशन जज वीरेन्दर भट ने कहा, 'यह उपयुक्त मामला है जहां भारतीय दंड संहिता की धारा 193, 196 (किसी न्यायिक कार्यवाही में झूठा बयान देना) के तहत दंडनीय अपराध करने के लिए आरोप लगाने वाली लड़की के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।अदालत ने आदेश दिया कि उसके फैसले की प्रतियां दिल्ली पुलिस कमिश्नर और अन्य को भेजी जाए ताकि लड़की के बयान को अकाट्य सत्य करार दिए बगैर खुले दिमाग से ऐसे मामलों की जांच करने के लिए पुलिस अधिकारियों को संवेदनशील बनाने और प्रशिक्षित करने की दिशा में प्रयास किए जाएं

रेप पीड़ित को मां-बाप ने छोड़ा, बच्चे को जन्म देने के लिए मदद की दरकार

नई दिल्ली।। रेप के बाद प्रेगनेंट हुई 19 साल की एक पीड़ित लड़की ने मेडिकल और फाइनैंशल मदद के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, ताकि वह अपने बच्चे को जन्म दे सके।rape
पीड़ित लड़की की याचिका पर न्यायमूर्ति राजीव शकधर ने केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी करते हुए उनसे छह जून तक जवाब मांगा है। हाई कोर्ट में दाखिल अर्जी में लड़की ने कहा कि रेप के कारण वह गर्भवती हो गई और उसने केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देश देने का अनुरोध किया ताकि बच्चे को जन्म देने के लिए उसे सहयोग मुहैया कराया जाए।

लड़की की तरफ से वकील निशित कुश और विजय किंगर ने कहा कि सामाज के डर से उसके परिवार ने उसे छोड़ दिया है और उसने अपने दूर के एक रिश्तेदार के यहां रह रही है। वकील ने कोर्ट को बताया कि पीड़ित आठ महीने की गर्भवती है और उसे मेडिकल जांच एवं बच्चा पैदा करने में देखभाल की जरूरत है।रेप विक्टिम के वकील ने कोर्ट को बताया कि लड़की की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और बच्चे को जन्म देने के लिए वह अस्पताल का खर्च नहीं उठा सकती, लिहाजा उसे मेडिकल और फाइनैंशल मदद मुहैया कराई जाए।

"ये जवानी है दीवानी" पर भड़के उमर

"ये जवानी है दीवानी" पर भड़के उमर

श्रीनगर। "ये जवानी है दीवानी" शुक्रवार को प्रदर्शित हुई। इस फिल्म को देखकर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को निराशा हुई है। उन्होंने कहा इस फिल्म की शूटिंग के दौरान राज्य ने पूरी सुविधाएं मुहैया कराई थी, इसके बावजूद फिल्म में जम्मू-कश्मीर को क्रडिट देने के बजाए गुलबर्ग को मनाली बता दिया।

अपने टि्वटर अकाउंट पर उमर अब्दुल्ला ने लिखा है कि मुझे इससे खीझ होती है। हमारे राज्य में फिल्मों की शूटिंग के दौरान दिल खोलकर फिल्ममेकर और यूनिट का स्वागत करते हैं तो क्या सिर्फ इसलिए दर्शक गुलमर्ग को मनाली समझें? उन्होंने कहा जिस किसी दर्शक ने यह फिल्म देखी है, कृपया वह बताए कि इस फिल्म में जम्मू-कश्मीर को क्या क्रेडिट दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि फिल्म में गुलमर्ग को मनाली बताना परेशानी पैदा करने वाली बात है। इस मामले में फिल्म निर्माता की ओर से फिलहाल किसी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है।

डालमिया बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष

डालमिया बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष

चेन्नई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन पद भले ही ना छोड़ा हो पर वे साइडलाइन कर दिए गए हैं। उनकी जगह जगमोहन डालमिया अंतरिम अध्यक्ष तथा वर्किंग ग्रुप के हेड भी होंगे। अरूण जेटली और अनुराग ठाकुर ने डालमिया के नाम का प्रस्ताव दिया था।

सूत्रों के अनुसार अंतरिम अध्यक्ष सितम्बर में बोर्ड के चुनाव होने तक बीसीसीआई की बागडोर संभालेंगे। आईपीएल फिक्सिंग और सट्टेबाजी की जांच पूरी होने तक श्रीनिवासन के पास कोई अधिकार नहीं रहेंगे।

अंतरिम अध्यक्ष के लिए जगमोहन डालमिया नाम सबसे आगे चल रहा था। शशांक मनोहर, अरूण जेटली, निरंजन शाह को भी इस पद के लिए ऑफर था लेकिन बाद में डालमिया के नाम पर सहमति बन गई। श्रीनिवासन उन्हें अंतरिम अध्यक्ष बनाना चाह रहे थे।

वर्किंग कमेटी ने हाल ही में बोर्ड से इस्तीफा दे चुके बोर्ड के कोषाध्यक्ष अजय शिर्के और सचिव संजय जगदाले से बीसीसीआई में वापसी करने की अपील की लेकिन शिर्के ने यह कहते हुए वापसी का प्रस्ताव ठुकरा दिया कि वे बीसीसीआई में तब वापस लौटेंगे जब श्रीनिवासन पूरी तरह बीसीसीआई से बाहर हो जाएं। एमसीए प्रेसिडेंड ने मिटिंग को अवैध बताया है।

श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई सुपर किंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरूनाथ मयप्पन के सट्टेबाजी में लिप्त होने के खुलासे और फिर उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही बोर्ड अध्यक्ष सवालों के घेरे में आ गए थे।

वर्किंग कमेटी की गर्मागरम मिटिंग में विरोध और दबाव के बीच आखिरकार श्रीनिवासन बिना शर्त अपनी पावर छोड़ने को राजी हो गए। लेकिन राजीव शुक्ला समेत कुछ श्रीनिवासन के इस्तीफे तथा जनरल बॉडी मिटिंग बुलाए जाने की मांग पर अड़े रहे।

पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के आईएस बिंद्र ने श्रीनिवासन के खिलाफ हमला बोलते हुए जोरदार ढंग से उनका इस्तीफा मांगा। उनका कहना था कि इस इस्तीफे के साथ किसी तरह की शर्त नहीं लगाई जानी चाहिए। मगर श्रीनिवासन खेमा इसके लिए तैयार नहीं हुआ। श्रीनिवासन विरोधी खेमे ने सामूहिक इस्तीफे की धमकी भी दे दी।


मिटिंग के दौरान एक समिति बनाए जाने की बात उठी ताकि भविष्य में बीसीसीआई का जो भी अध्यक्ष बने उसकी पावर को नियंत्रित किया जा सके साथ ही पावर का विकेन्द्रीकरण हो जाए। इस बैठक में लिए गए निर्णयों पर अमल के लिए एजीएम मिटिंग बुलाई जाएगी।

बोर्ड ने खारिज की श्रीनिवासन की शर्ते

वर्किंग कमेटी की मिटिंग से पहले बोर्ड अध्यक्ष ने अपने विरोधियों के सामने तीन शर्तें रखी थी। श्रीनिवासन की पहली शर्त यह कि जांच के बाद यदि वह बेदाग साबित होते हैं तो वह फिर अध्यक्ष बन जाएंगे और उन्हें आईसीसी बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति दी जाए।

दूसरी शर्त कि सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के को नए पैनल में नहीं रखा जाए क्योंकि उन्होंने उनके साथ धोखा किया है।

श्रीनिवासन की तीसरी मांग यह थी कि बोर्ड के बाहर के व्यक्ति (शशांक मनोहर) को नया अध्यक्ष नहीं बनाया जाए और वह अपना कोषाध्यक्ष तथा सचिव नियुक्त करना चाहेंगे।

जब उनकी ये शर्तें नहीं मानी गई तो उन्होंने आखिरी दांव चलते हुए बोर्ड के सामने एक और फार्मूला दिया जिसमें इस्तीफा न देने और बीसीसीआई का एक वकिंüग ग्रुप बनाने की बात कही गई। लेकिन बोर्ड के अधिकतर सदस्यों ने इस बात पर भी सहमति नहीं दी।

गौरतलब है कि राजीव शुक्ला के इस्तीफा देने से पहले बीसीसीआई के दो अधिकारियों- संजय जगदाले और अजय शिर्के शुक्रवार को त्यागपत्र दे चुके हैं। शुक्ला के इस्तीफे के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन पर दबाव और बढ़ गया।

गोली मारने का आरोपी चोरी करते पकड़ा

गोली मारने का आरोपी चोरी करते पकड़ा

भरतपुर। थाना मथुरा पुलिस ने युवती को गोली मारने के मामले में फरार चल रहे आरोपी को शुक्रवार रात एक घर में चोरी करते धर-दबोचा। आरोपी की मौके से लोगों ने पिटाई कर दी थी जिस पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

थाना प्रभारी वीरेन्द्र शर्मा ने बताया कि आरोपी संजयनगर कॉलोनी स्थित एक मकान में चोरी करने घुसा था। मकान मालिक के जागने पर उसे पकड़ लिया। बाद में उसकी लोगों ने पिटाईकर दी। सूचना मिलने पर उसे मौके से पकड़ लिया। मारपीट से उसके चोटपहुंची जिस पर उसका आरबीएम अस्पताल में इलाज कराया गया।

पूछताछ में उसने अपना नाम पवन पुत्र ताराचंद जाटव निवासी विकासनगर कॉलोनी बताया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने पिछले दिनों शहर में कंजौली लाइन पर कामां जा रही रोडवेज बस में एक नर्सिग की छात्रा को गोली मार दी थी। आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना थाना कोतवाली पुलिस को दी गई।

गोलमा देवी के काफिले पर हमला

गोलमा देवी के काफिले पर हमला
प्रतापगढ़। राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा) की नेता एवं पूर्व राज्य मंत्री गोलमा देवी के नेतृत्व में निकाली जा रही विजय संकल्प यात्रा के काफिले पर शनिवार देर रात कुछ लोगों ने हमला कर दिया।

अरनोद थानाधिकारी अरविंद व्यास ने बताया कि घटनास्थल सालमगढ़ थाना क्षेत्र में पड़ता है। उन्होंने बताया कि तड़के चार बजे अरनोद थाने में फतहगढ़ ग्राम पंचायत के सरपंच पति भैरूलाल मीणा उसका भानजा पुष्पेन्द्र सहित 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

जानकारी के अनुसार घटना के बाद घटनास्थल का मुआयना करने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। विजय संकल्प यात्रा शनिवार रात को करीब 10 बजे विश्रामस्थल कमलेश्वर महादेव पर पहुंची यहां कुछ लोगों ने रास्ते में मोटरसाइकिले खड़ी करके पथराव कर दिया जिसमें यात्रा रथ के चालक पप्पू मीणा को चोटे आई तथा कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। घटना के विरोध में रात्रि में ही विधायक गोलमा देवी अपने समर्थको के साथ सालमगढ़ थाने पहुंचकर धरने पर बैठ गई।

खोजा फेफड़े के कैंसर का टीका

खोजा फेफड़े के कैंसर का टीका

ब्यूनस आयर्स। अर्जेटीना और क्यूबा के वैज्ञानिकों की एक टीम ने फेफड़े के कैंसर के इलाज के लिए टीका ईजाद किया है। अर्जेटीना दुनिया का पहला देश होगा जहां यह टीका जुलाई से मिलना शुरू जाएगा। क्यूबा में भी इस टीके को मंजूरी मिल चुकी है। इसकी बिक्री के लिए अमरीका और एशिया के 25 देशों को लाइसेंस दिया गया है।

इस टीके को रैकोटुमोमैब नाम दिया गया है। इसका नियंत्रित क्लिीनकल ट्रायल किया जा चुका है। इसके दो वर्षो के इस्तेमाल के बाद फेफड़े के कैंसर के मरीजों के जिंदा रहने का प्रतिशत तीन गुना हो गया। यह टीका क्यूबा के आण्विक प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान और अर्जेटीना के प्रसिद्ध संस्थानों के विशेषज्ञों की मेहनत का नतीजा है। टीका कैंसर की अंतिम स्टेज और उसके अन्य अंगों में फैलने की स्थिति में इस्तेमाल किया गया। यह उन मरीजों कोभी दिया गया जिन्होंने कीमोथेरेपी व रेडिएशन से इलाज कराया व जिनकी हालत स्थिर थी।

केरल पहुंचा मानसून, राजस्थान में भी तय समय पर पहुंचने की संभावना

तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली/जयपुर। मानसून शनिवार को केरल पहुंच गया। केरल के साथ तमिलनाडु और तटीय कर्नाटक के कई इलाकों में मानसूनी बारिश हुई है। अगले एक-दो दिनों में कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के सूखाग्रस्त इलाकों में भी बारिश के आसार हैं। राजस्थान के मानसून के तय समय पर पहुंचने की संभावना है। यहां सामान्यतया मानसून 15 जून को दस्तक देता है।
केरल पहुंचा मानसून, राजस्थान में भी तय समय पर पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग ने पिछले महीने कहा था कि मानसून 3 जून को केरल पहुंचेगा। पूर्वानुमान से पांच दिन पहले या बाद में मानसून का पहुंचना सामान्य माना जाता है। पिछले साल मानसून पांच जून को केरल पहुंचा था। मौसम विभाग के महानिदेशक एलएस राठौड़ ने बताया कि हालात नहीं बिगड़े तो 15 जुलाई तक पूरे देश में मानसून छा जाएगा।


बेंगलुरू में 122 साल का रिकॉर्ड टूटा
बेंगलुरू में बारिश ने 122 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को यहां 100 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 16 जून 1891 को 101.6 मिमी बारिश हुई थी।

पिछले साल सात राज्य सूखे रहे थे
देश में 55 प्रतिशत खेतों में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है। किसान मानसून पर निर्भर रहते हैं। पिछले साल मानसून कमजोर रहने से सात राज्यों में सूखा पड़ा था।


उदयपुर में बारिश, बांसवाड़ा में आंधी
प्रदेश के विभिन्न अंचलों से त्न प्रदेश में शनिवार को मौसम का मिजाज अचानक पलटा और प्री-मानसून के बादल मेवाड़ में कई जगह बरसे। दूसरी ओर, चूरू में तेज गर्मी रही। यहां अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। कई शहरों में पारा 45 के करीब रहा। उदयपुर के नजदीक बुझड़ा गांव में तेज बारिश से सीसारमा नदी दो से तीन फीट चली। प्रतापगढ़ के दलोट में आधा घंटा तेज बरसात हुई। राजसमंद में बूंदाबादी हुई। बांसवाड़ा में आंधी चली। बादल छाने और हवा चलने से जयपुर में पारा एक डिग्री गिरकर 41.7 डिग्री पर पहुंच गया।


कहां, कितना पारा
श्रीगंगानगर: 46.1 डिग्री
बीकानेर: 45.4 डिग्री
अलवर: 44 डिग्री
बाड़मेर: 43.4 डिग्री
अजमेर: 43 डिग्री

पति ने लगाया गुप्तांग काटने का आरोप, पत्नी ने कहा - नशे में हुआ बलात्कार



जालंधर. कपूरथला के एक दंपति का बस्ती पीरदाद के अनूप नगर स्थित एक कोठी में विवाद हो गया। पत्नी ने पति पर नशीली कोल्डड्रिंक पिलाकर बलात्कार का आरोप लगाया जबकि पति ने पत्नी पर गुप्तांग काटने का आरोप लगाया है। दोनों ने थाना बस्ती बावा खेल पुलिस को शिकायत दी है। कपूरथला के गांव बागडिय़ां की महिला ने बताया कि चार साल पहले उसकी शादी सुल्तानपुर लोधी के युवक से हुई थी।
पति ने लगाया गुप्तांग काटने का आरोप, पत्नी ने कहा - नशे में हुआ बलात्कार
शादी के बाद से उसे दहेज के लिए परेशान किया जाने लगा। उसने अदालत में केस किया हुआ है। वीरवार को अदालत में तारीख थी। सुनवाई के बाद पति उसे झांसा देकर अनूप नगर में अपने रिश्तेदार के घर ले आया। वहां उसने उसे नशीली कोल्डड्रिंक पिलाई और बलात्कार कर दिया।वहीं युवक का कहना है कि पेशी के बाद पत्नी ने कहा कि वह उसके साथ रहेगी। साथ लेकर नहीं गया तो आत्महत्या कर लेगी। उसने पत्नी के भाई को फोन कर सारी बात बताई। इसके बाद पत्नी को रिश्तेदार के घर ले गया। वहां उसने बंद कमरे में उससे मारपीट की व गुप्तांग को दांतों से काट दिया। फिर खुद ही पुलिस को फोन कर दिया। एसएचओ मक्खन सिंह का कहना है कि जांच के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।

गंदगी का बहाना चाहिए चीन में, कहीं कला तो कहीं अवेयरनेस के नाम पर!!!

कला और अवेयरनेस के नाम पर चीन में बेहूदगी की हदें पार होती हैं, ऐसा कहा जाए तो गलत नहीं होगा। पिछले दिनों हमने आपको बताया था कि वहां सेक्स रोगों के प्रति अवेयरनेस के लिए अनोखी प्रतियोगिता आयोजित की जाती है, जिसमें युवाओं को मास्टरवेट यानी हस्तमैथुन करने के लिए प्रेरित किया जाता है और जो ज्यादा देर तक मास्टरवेट करता है उसे विजेता घोषित किया जाता है।

यही नहीं कलाकार कला के नाम पर कहीं न्यूड तस्वीरें खिंचवा रहे हैं, तो सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी उन्हें प्रसारित करने में पीछे नहीं हैं। इस तरह की तमाच चीजों ने वहां भी उन लोगों को परेशानी में डाल रखा है, जो इन चीजों से अपने परिवार और बच्चों को बचाकर एक स्वस्थ वातावरण देने की चाहत रखते हैं और समय-समय पर इन चीजों का विरोध भी करते हैं वे।


ऐसा टीवी शो जिसने मचाया था हल्ला
चीन के एक टीवी शो ने भी विवाद का रूप लिया था, जब न्यूडीडिटी की सीमाओं को लांघकर एक टीवी शो का निर्माण हुआ और उसकी क्ल्पि ऑनलॉइन लीक हो गईं, जिसमें शो में आए तमाशबीनों और एक महिला के बीच न्यूडीडिटी को लेकर वाद-विवाद भी हो गया था। इस शो का कंटेट वल्गर था और प्रसारण अधिकारियों को नौरकरी से संस्पैंड भी किया गया था।


इसी साल चीन में एक लडक़ी और लडक़े ने पूरी तरह से नंगे होकर आम रास्ते पर लोगों को हैरत में डाल दिया और वे भीड़ भरे इलाके में 2 घंटे तक यह नंगा खेल खेलते रहे और एक दूसरे को बगैर कपड़ों में किस करते रहे।इस कपल को इनके माता-पिता ने एक साथ दिखने से मना किया था, तो इन्होंने ऐसी हद पार कर दी। यह कारनामा पिछले दिनों गुएंगडोंग प्रोविंसी में हुआ था। ये अपने प्यार की ताकत और एक दूसरे से लगाव को दुनिया के सामने रखने के लिए इस तरह से पेश हुए।

गंदगी का बहाना चाहिए चीन में, कहीं कला तो कहीं अवेयरनेस के नाम पर!!!

आम रास्ते पर बेहूदा स्टैच्यू
जहां आम रास्ता हो और बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग हर उम्र के लोग आते जाते हैं उस रास्ते पर यदि आपको बैंच पर बैठे दो स्कूली बच्चे एक दूसरे को किस करते हुए मिल जाएं स्टैच्यू के तौर पर तो आप इसे कलात्मक गंदगी ही कहेंगे न। चीन में एक ऐसा ही स्टैच्यू जिसे रियलिस्टिक स्कल्पचर का नाम दिया गया है, वह झेंगझोऊ के बिहू ईकोलॉजिकल पार्क में लगाया गया है। लेकिन यह सभ्य लोगों की नजर में खटक रहा है और यह स्वभाविक है। यही नहीं कई अभिभावकों ने इसकी शिकायत की है और कहा है कि उनके बच्चों पर इसका गलत असर पड़ रहा है। लेकिन आर्टिस्ट लियु क्यिूइंग का कहना है कि यह तो एक कलात्मक अभिव्यक्ति है इसमें आखिर बुराई क्या है?

पुनर्विवाह के लिए माहेश्वरी समाज की अनूठी पहल

जोधपुर. माहेश्वरी समाज की तलाकशुदा महिलाओं, विधवाओं के पुनर्विवाह के लिए समाज की ओर से देश भर में पहली बार परिचय सम्मेलन जोधपुर में 9 जून को आयोजित किया जाएगा। समाज की परिवार परिवेदना समिति (केंद्रीय), कैंप जोधपुर ने इस आयोजन को ‘नवभोर’ नाम दिया है। कार्यक्रम में समाज के ही तलाकशुदा पुरुषों व विधुरों को भी आमंत्रित किया गया है, ताकि किसी भी रूप से अपने जीवनसाथी से बिछुड़ चुकीं महिलाओं के वैवाहिक जीवन की दुबारा शुरुआत के लिए नए रिश्ते की संभावना तलाशी जा सके। इस परिचय सम्मेलन के लिए अब तक देश भर से करीब दो सौ महिलाओं व पुरुषों के बायोडाटा प्राप्त हुए हैं। इनमें करीब पचास फीसदी महिलाएं हैं।

परिवार परिवेदना समिति की परिकल्पना से साकार होगा कार्यक्रम
इस कार्यक्रम की परिकल्पना माहेश्वरी समाज की परिवार परिवेदना समिति (केंद्रीय), कैंप जोधपुर ने की थी। समिति के संयोजक साहित्यकार हरिप्रकाश राठी बताते हैं कि समिति की स्थापना वर्ष 2007 में की गई थी। इसका उद्देश्य यह था कि जो पति-पत्नी आपसी मनमुटाव के कारण बिना तलाक लिए अलग रह रहे हैं, उन्हें समझाइश से पुन: परिवार के रूप में स्थापित करना। ऐसे दंपतियों की काउंसलिंग के दौरान समिति को अनुभव हुआ कि कुछ मामलों में ऐसा संभव नहीं है।

ऐसे में सोचा गया कि क्यों नहीं उनके बीच सुगमता से तलाक करवा कर उनके दुबारा वैवाहिक जीवन की शुरुआत की जाए। ऐसे मामलों में ज्यादातर महिलाओं के परिजन आगे नहीं आते, इसलिए अब समाज के स्तर पर पहल की गई है और विधवाओं के पुनर्वास के लिए भी सोचा गया है।

कार्यक्रम के तहत कानूनी पक्षों पर भी होगी चर्चा
‘नवभोर’ की संयोजक डॉ.सूरज माहेश्वरी ने बताया कि नौ जून को परिचय सम्मेलन के तहत परित्यक्ताओं व विधवाओं के संबंध में कानूनी पक्षों पर भी चर्चा होगी। इसमें मधु समदानी विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से बताएंगी। साथ ही डॉ.फूलकौर मूंदड़ा पूर्व के प्रायोगिक अनुभवों और योजना को और प्रभावी बनाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताएंगी। कार्यक्रम में उद्यमी व समाजसेवी ओमप्रकाश फोफलिया, पश्चिमी क्षेत्र माहेश्वरी समाज जोधपुर के अध्यक्ष ओमप्रकाश लाहोटी, समाजसेवी ओमप्रकाश भूतड़ा आदि सहयोग कर रहे हैं।

डॉक्टर दंपती ने उठाया बीड़ा, परित्यक्ताओं को भी नई राह

‘नवभोर’ कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जिन महिलाओं ने बायोडाटा भेजे हैं, उनमें ज्यादातर तलाकशुदा हैं और उनकी उम्र 30-40 वर्ष है। नवभोर कार्यक्रम की जिम्मेदारी समाज के ही एक डॉक्टर दंपती ने अपने हाथ में ली है। इसकी मुख्य संयोजक डॉ.सूरज माहेश्वरी डेंटिस्ट हैं, जबकि उनका सहयोग कर रहे उनके पति डॉ.भरत माहेश्वरी एनेस्थेटिक हैं।

डॉ.सूरज और डॉ.भरत का कहना है कि विवाहिता के छोटी उम्र में ही किसी भी रूप में अकेले रह जाने से उसके जीवन की राह कठिन हो जाती है। खास तौर से यदि उसके साथ बच्चे हों। शिक्षा के प्रचार-प्रसार के बावजूद समाज का ढांचा ही इस तरह का है कि परित्यक्ता या विधवा आसानी से जीवनयापन नहीं कर सकती। नवभोर कार्यक्रम के माध्यम से एक कोशिश की जा रही है कि ऐसी महिलाओं के जीवन में एक नई सुबह हो सके।

काउंसलिंग के बाद 500 दंपती फिर से साथ रहने लगे
परिवार परिवेदना समिति की शुरुआत सबसे पहले जोधपुर में ही हुई। पहले ही वर्ष 50 केस सामने आए, जिनमें से 40 दंपती समझाइश के बाद पुन: साथ रहने लगे। इसके बाद इस कार्यक्रम को देश भर में लागू किया गया। अब विभिन्न राज्यों में माहेश्वरी समाज के करीब 50 प्रकोष्ठ चल रहे हैं जिनके जरिए पिछले पांच साल में करीब 500 दंपतियों को पुन: साथ रहने के लिए प्रेरित किया गया।


अन्य समाज के लिए भी बनाई वेबसाइट
यह समस्या कमोबेश माहेश्वरी सहित हर समाज में फैल चुकी है। अन्य समाज भी इसके समाधान के लिए आगे कदम बढ़ा सकें, इसके लिए उनकी समिति ने अपने प्रायोगिक अनुभवों को पिरोते हुए communitywelfare.net नामक वेबसाइट तैयार की है। इस वेबसाइट से मार्गदर्शन लिया जा सकता है।
श्रीगंगानगर गेहूं उठाव नहीं होने से 96 करोड़ अटके

श्रीगंगानगर। विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वार समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं का उठाव न होने से करीब 96 करोड़ रूपए का भुगतान अटका हुआ है। श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिले की मंडियों में 63 हजार टन से अधिक गेहूं का उठाव होना अभी शेष है। उठाव होने के बाद ही किसानों को भुगतान मिलेगा। दोनों जिलों में 8 लाख 8 हजार टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई है। एफसीआई, तिलम संघ, राजफैड व अन्य खरीद एजेंसियां ने श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में गेहूं की खरीद कर रही हैं।

खरीद की तुलना में उठाव की रफ्तार धीमी होने से 63834 टन गेहूं गोदाम में नहीं पहुंच सका है। एफसीआई को समुचित संख्या में श्रमिक न मिल पाने के कारण उठाव धीमी रफ्तार से चल रहा है। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि उनके पास गेहूं रखने के लिए पर्याप्त गोदाम हैं। उठाव न होने से दोनों जिलों के हजारों किसानों के 95 करोड़ 75लाख 10 हजार रूपए का भुगतान अटका हुआ है।

लक्ष्य से आधी खरीद : गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य इस बार पूरा होता नजर नहीं आ रहा। श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में 15 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया गया था लेकिन मई अंत तक सरकारी खरीद एजेंसियों ने 8लाख 8 हजार टन गेहूं ही खरीद ही कर सकी हैं।

वर्तमान सत्र में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1350 रूपए है। इस पर राज्य सरकार की ओर से 150 रूपए प्रति क्विंटल पर बोनस दिया जा रहा है। इस हिसाब से गेहूं का सरकारी मूल्य प्रति क्विंटल 15 सौ रूपए हो गया है। उधर बाजार में खुले में गेहूं 16 सौ से 17 सौ रूपए प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। साथ ही भुगतान संबंधी कोई झंझट नहीं होने से बड़ी संख्या में किासान व्यापारियों को ही गेहूं बेचने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

नेहड़ क्षेत्र में सूखे पड़े जीएलआर


नेहड़ क्षेत्र में सूखे पड़े जीएलआर 


कई बार भेजे प्रस्ताव लागू ही नहीं हुआ





सुथड़ी गांव में तीन साल से ढहा पड़ा है पंपिग स्टेशन 

कस्बे के निकटवर्ती सुथड़ी में बने पंपिग स्टेशन ढह जाने के कारण इस स्टेशन से जुड़े दर्जन भर गांवों की पेयजल आपूर्ति ठप हैं। क्षेत्र वासियों ने बताया कि ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जलदाय विभाग की ओर से एक बड़ा टांका बनाया गया था। जहां से पानी बूस्ट करने के साथ करीब दर्जन भर गांवों को पेयजल सप्लाई करते थे। मगर वह भी फरवरी 2010 में गिर गया था जिसे साढ़े तीन साल गुजर जाने के बाद भी आज दिन तक सही नहीं करवाया गया ।

इन गांवों में नहीं हो रही सप्लाई

स्थानीय ग्राम पंचायत मुख्यालय सहित बूस्टर से जुडऩे वाले गांव उमरकोट, भवातड़ा, जोरादर, धिंगपुरा, विशनपुरा, वरणवा, प्रताप नगर, साकरिया, फोगड़वा, कोलियों की ढाणी साकरिया व खासरवी की ढाणी सहित दर्जन भर गांवों में साढ़े तीन साल से जलापूर्ति नहीं हो रही है।

मालियों का गोलिया सुथड़ी में सूखा पड़ा जीएलआर

ग्रामीणों ने बताया कि यह जीएलआर टांपी बूस्टर से जुड़ा हैं। पिछले एक साल से यहां जलापूर्ति नहीं हो रही हैं। विभाग के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को कई बार अवगत करवाया मगर समाधान नहीं हुआ।

खासरवी गांव में सूखा पड़ा जीएलआर

जीएलआर में पिछले छह साल से पानी नहीं आया हैं। जलापूर्ति के अभाव में टापी बूस्टर से जुड़ा जीएलआर काफी समय से सूखा पड़ा हैं। जीएलआर को जोडऩे वाली पाइप लाइन में रेत व पेड़ की जड़े फंसी हुई है। इससे सप्लाई नहीं हो रही हैं।

जाणवी गांव में भी यही हालात

लंबे समय से सप्लाई नहीं होने के कारण जीएलआर सूखा पड़ा हैं। ग्राम वासियों ने अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया मगर कार्रवाई नहीं हो रही। बबूल की झाडिय़ों से घिरा केसूरी गांव का जीएलआर गांव का जीएलआर बबूल की झाडिय़ों से घिरा हुआ हैं। जीएलआर में गलीफा बूस्टर से पानी की सप्लाई होती थी जो पिछले कई सालों से बंद हैं।

अवैध कनेक्शन से मुश्किल बढ़ी

सूराचंद गांव में पिछले दो साल से जलापूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। टांपी बूस्टर से जुड़े भीमगुडा, सूंथड़ी, वरणवा, खासरवी, निंबज, माधोपुरा, पावटा, रायपुर, मेलावास चारणान, नारायणपुरा, मालासर, भलाइयों की ढाणी, सुजानपुरा, कलजी की बेरी, तखतगढ़, उमरकोट, विशनपुरा, भाटवास गांवों में भी जलापूर्ति चरमराई हुई हैं। ग्रामीणों ने बताया कि टांपी बूस्टर से जुड़े इन गांवों को जाने वाली पाइप लाइन पर अवैध कनेक्शनों की भरमार के चलते जलापूर्ति नहीं हो रही है।

सुथड़ी गांव में तीन साल से ढहा पड़ा है पंपिग स्टेशन

कस्बे के निकटवर्ती सुथड़ी में बने पंपिग स्टेशन ढह जाने के कारण इस स्टेशन से जुड़े दर्जन भर गांवों की पेयजल आपूर्ति ठप हैं। क्षेत्र वासियों ने बताया कि ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जलदाय विभाग की ओर से एक बड़ा टांका बनाया गया था। जहां से पानी बूस्ट करने के साथ करीब दर्जन भर गांवों को पेयजल सप्लाई करते थे। मगर वह भी फरवरी 2010 में गिर गया था जिसे साढ़े तीन साल गुजर जाने के बाद भी आज दिन तक सही नहीं करवाया गया ।

इन गांवों में नहीं हो रही सप्लाई

स्थानीय ग्राम पंचायत मुख्यालय सहित बूस्टर से जुडऩे वाले गांव उमरकोट, भवातड़ा, जोरादर, धिंगपुरा, विशनपुरा, वरणवा, प्रताप नगर, साकरिया, फोगड़वा, कोलियों की ढाणी साकरिया व खासरवी की ढाणी सहित दर्जन भर गांवों ें साढ़े तीन साल से जलापूर्ति नहीं हो रही है।

मालियों का गोलिया सुथड़ी में सूखा पड़ा जीएलआर

ग्रामीणों ने बताया कि यह जीएलआर टांपी बूस्टर से जुड़ा हैं। पिछले एक साल से यहां जलापूर्ति नहीं हो रही हैं। विभाग के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को कई बार अवगत करवाया मगर समाधान नहीं हुआ।

खासरवी गांव में सूखा पड़ा जीएलआर

जीएलआर में पिछले छह साल से पानी नहीं आया हैं। जलापूर्ति के अभाव में टापी बूस्टर से जुड़ा जीएलआर काफी समय से सूखा पड़ा हैं। जीएलआर को जोडऩे वाली पाइप लाइन में रेत व पेड़ की जड़े फंसी हुई है। इससे सप्लाई नहीं हो रही हैं।

जाणवी गांव में भी यही हालात

लंबे समय से सप्लाई नहीं होने के कारण जीएलआर सूखा पड़ा हैं। ग्राम वासियों ने अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया मगर कार्रवाई नहीं हो रही। बबूल की झाडिय़ों से घिरा केसूरी गांव का जीएलआर गांव का जीएलआर बबूल की झाडिय़ों से घिरा हुआ हैं। जीएलआर में गलीफा बूस्टर से पानी की सप्लाई होती थी जो पिछले कई सालों से बंद हैं।

अवैध कनेक्शन से मुश्किल बढ़ी

सूराचंद गांव में पिछले दो साल से जलापूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। टांपी बूस्टर से जुड़े भीमगुडा, सूंथड़ी, वरणवा, खासरवी, निंबज, माधोपुरा, पावटा, रायपुर, मेलावास चारणान, नारायणपुरा, मालासर, भलाइयों की ढाणी, सुजानपुरा, कलजी की बेरी, तखतगढ़, उमरकोट, विशनपुरा, भाटवास गांवों में भी जलापूर्ति चरमराई हुई हैं। ग्रामीणों ने बताया कि टांपी बूस्टर से जुड़े इन गांवों को जाने वाली पाइप लाइन पर अवैध कनेक्शनों की भरमार के चलते जलापूर्ति नहीं हो रही है।

॥गांव में साढ़े तीन साल से पेयजल आपूर्ति बंद है। नया बूस्टर लगाने के लिए ग्राम पंचायत की बैठक में प्रस्ताव लेकर कई बार भेजा जा चुका है। चार बार पंचायत समिति स्तर पर प्रस्ताव लेकर राज्य सरकार को भेजा तथा कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियो को मौखिक रूप से भी कहा। प्रशासन गांवों के संग अभियान में भी कलेक्टर व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया, मगर आज दिन तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। नर्मदा विभाग के अधिकारियों ने नहरों में भी पानी की सप्लाई बंद कर रखी हैं जिससे पानी के अभाव में मवेशी दम तोड़ रहे हैं। ॥ -मनीषा मेघवाल, प्रधान पंचायत समिति चितलवाना

हाड़ेचा. सुराचंद गांव में सूखा पड़ा जीएलआर।

पानी के अभाव में दम तोड़ रहे पशु, कहीं दो तो कहीं तीन साल से नहीं हो रही जलापूर्ति, अवैध कनेक्शन को लेकर विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई, कुछ जीएलआर से चोरी हुई पाइपलाइन विभाग ने आज तक नहीं लगाई

हाड़ेचा. साकरिया गांव का जीएलआर, जिसका अवाड़ा टूटा हुआ है।

हाड़ेचा. मालियों का गोलिया सुथड़ी में सूखा पड़ा जीएलआर।

हाड़ेचा. सुथड़ी गांव में तीन साल से गिरा क्षतिग्र्रस्त पड़ा जीएलआर।

  हाड़ेचा
कस्बे सहित पूरे नेहड़ क्षेत्र में पेयजल संकट की समस्या विकराल होती जा रही हैं। इससे ग्रामिणों को एक मटकी पानी के लिए मीलों दूर जाना पड़ रहा हैं। वहीं पशु भी पानी के लिए भटकते हुए दम तोड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में बनाए गए जीएलआर में लंबे समय से जलापूर्ति नहीं होने से जर्जर हो रहे हैं। क्षेत्र में कार्यरत बूस्टर से केवल स्थानीय गांव में ही पानी वितरित हो रहा हैं जबकि बूस्टर से जुड़े अन्य जीएलआर सूखे पड़े हैं। हाडेचा, गलीफा, सुथड़ी, खेजडय़ाली, टांपी व सिलुसन जल योजना के तहत हाडेचा, काछेला, गलीफा, मरटवा, मेढा, टेंबी, दुठवा, भाटवास, जाणवी, केसुरी, खासरवी, वरणवा, सुथड़ी, सुराचंद, साकरिया, डडुसन, बावरला, विछावाड़ी, सरवाना, नलधरा, बालेरा, भाटकी, जोरादर व कुकडिय़ा गांव में पेयजल सप्लाई होती हैं। 

चोरी गई पाइपलाइन आज तक नहीं जुड़ी

कस्बे के निकटवर्ती साकरिया गांव के ग्रामीण पिछले कई सालों से पेयजल संकट से त्रस्त हैं। गांव में बना जीएलआर पिछले कई सालों से सूखा पड़ा हैं। ग्रामीणों ने बताया की 1992 में गांव में जीएलआर बनाया था। उसके बाद पाइप लाइन लगाने पर केवल पंद्रह से बीस दिनों तक पानी की सप्लाई हुई थी। फिर आज दिन तक जलापूर्ति नहीं हुई हैं। कई साल पहले सूथड़ी से जुड़ी पाइप लाइन चोरी हो गई थी, विभाग को इसकी सूचना भी दी थी। उसके बाद आज दिन तक साकरिया गांव में बने जीएलआर को पाइप लाइन से नहीं जोड़ा गया हैं।

॥नेहड़ क्षेत्र में पानी की समस्या गंभीर हो चुकी हैं। पूर्ववती भाजपा सरकार में कंटिंजेंसी प्लान के तहत अलग से बजट दिया जाता था। जिसे कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया। पानी कि समस्या को लेकर लोग धरने पर बैठेंगे तो में भी उनके साथ धरना दूंगा। ॥ 

- जीवाराम विधायक, सांचौर 

॥नेहड़ क्षेत्र में पेयजल समस्या को लेकर विभाग की ओर से जहां जीएलआर बने हैं, उन्हें नर्मदा नहर से जोडऩे के लिए अधिकारियों के पास योजना बना कर भेज दी हैं। जिससे जल्द ही क्षेत्र में पेयजल की समस्या से राहत मिलेगी। ॥ 

- केके व्यास, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग, सांचौर 

नाबालिग से दुष्कर्म, गर्भवती हुई


नाबालिग से दुष्कर्म, गर्भवती हुई 

खिंवाड़ा. पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव में एक युवक ने बीते दिनों एक किशोरी को दुष्कर्म का शिकार बना लिया। इसके बाद वह लगातार उसे ब्लैकमेल करते हुए ज्यादती करता रहा,जिससे किशोरी गर्भवती हो गई। घटना का मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए भूमिगत हो गया है। पुलिस ने उसे पकडऩे के लिए कई ठिकानों पर दबिश दी,मगर उसके बारे में पता नहीं चल पाया। पुलिस के अनुसार क्षेत्र के एक गांव में करीब सात महीने पहले घर में अकेली देखकर एक नाबालिग को गांव में ही रहने वाले फूटरमल पुत्र ओगडऱाम मेघवाल ने जबरन उसके साथ ज्यादती कर दी थी। इसके बाद भी आरोपी इस किशोरी को डरा-धमकाकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। गत दिनों पता चला कि यह नाबालिग गर्भवती हो गई है। पीडि़ता के परिजनों को इस मामले की जानकारी मिलने पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस का कहना है कि पीडि़ता का मेडिकल मुआयना करवा दिया है। आरोपी को पकडऩे के लिए शनिवार को कई ठिकानों पर दबिश दी,मगर उसके बारे में सुराग नहीं मिल पाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

वारंट तामील कराने गए कांस्टेबल का सिर फोड़ा

वारंट तामील कराने गए कांस्टेबल का सिर फोड़ा

जोधपुर। जानलेवा हमले के मामले में गिरफ्तारी वारंट तामील करवाने मेघवालों की ढाणी गए बासनी थाने के एक कांस्टेबल से आरोपियों ने मारपीट की। कांस्टेबल के सिर पर चार-पांच टांके आए हैं। बासनी थाना पुलिस के अनुसार गांव के बाबूलाल मेघवाल के खिलाफ जानलेवा हमले के मामले में सेशन कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हो रखा है। कांस्टेबल सुमेरसिंह व बंशीलाल शुक्रवार को आरोपी के घर पहुंचे, जहां पुलिस ने बाबूलाल को वारंट के संबंध में जानकारी दी।

इसी बीच, दो-तीन अन्य व्यक्ति और वहां आ गए। वे पुलिस के विरोध में उतर आए। दोनों सिपाहियों ने समझाइश के प्रयास किए, लेकिन आरोपी मारपीट करने लगे। आरोपी बाबूलाल ने पत्थर उठाकर सुमेरसिंह के सिर पर वार किया। इससे खून बहने लगा। यह देख आरोपी वहां से भाग निकले। बाद में घायल सिपाही को अस्पताल ले जाया गया, जहां चार-पांच टांके लगाए गए। घायल सिपाही की रिपोर्ट पर बाबूलाल, संतोष व अन्य के खिलाफ मारपीट तथा राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है।

सांचौर पंच-पटेलों के फरमान से परिवार का हुक्का-पानी बंद


पीडि़त ने पंचों के फैसले से परेशान होकर इस्तगासे के जरिए सांचौर थाने में दर्ज करवाया मुकदमा 

पंच-पटेलों के फरमान से परिवार का हुक्का-पानी बंद 

जिले के धानता गांव का मामला, पुलिस ने शुरू की जांच

 सांचौर
क्षेत्र के धानता गांव में पंच पटेलों के तुगलकी फरमान से हुक्का-पानी बंद करने का मामला सामने आया है, जिसको लेकर न्यायालय के जरिए सांचौर थाने में मामला भी दर्ज हुआ है। जानकारी के अनुसार के क्षेत्र धानता ग्राम पंचायत में कलबी समाज की ओर से किसी बात को लेकर गांव के कानाराम पुत्र नारणाराम कलबी पर 11 लाख रु. का जुर्माना सहित अन्य बात का धर्मादा अदा करने के लिए कहा, जिस पर पीडि़त परिवार द्वारा राशि नहीं चुकाने पर पंचों ने पीडि़त परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया व गांव में किसी से बोलना, पानी पिलाने, खाना खिलाने व शादी ब्याह में किसी के घर पर बुलाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की चेतावनी का फरमान जारी कर दिया। इससे परेशान होकर पीडि़त परिवार ने न्यायालय में इस्तागासा दायर कर आरोपी पंच पटेलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिस पर पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर 14 जनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर मामले की तहकीकात शुरू की। 

हालांकि मामला दर्ज होने के 25 दिन बाद भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं होने से इस मामले में पीडि़त परिवार मानसिक रूप से परेशानी झेल रहा है। इधर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि उनकी ओर से मामले की जांच तेज गति से चल रही है। 



प्राचीन छतरियां खंडहर में तब्दील

जर्जर हो रही छतरियां

फतेहगढ़। उपखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में कई सालों पुरानी प्राचीन छतरियां खंडहर में तब्दील हो रही है। ऎतिहासिक छतरियों के संरक्षण व मरम्मत को लेकर संबंधित विभाग की ओर से कोई रूचि नहीं ली जा रही है। जिससे प्राचीन छतरियां दिनोंदिन जर्जर हो रही है। गौरवशाली अतीत की गवाह इन प्राचीन छतरियों को सरकारी नजरें इनायत की दरकार है। कई छतरियां दिनोंदिन जमींदोज हो रही है। सरकारी अनदेखी के साथ जन उपेक्षा ने उनके अस्तित्व के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। कई सौ साल पुरानी यह विरासत कलात्मकत सुंदरता के कारण देशी व विदेशी पर्यटकों को यहां खींच ले आती है।

छतरियों को सरकारी संरक्षण नहीं मिलने से ये छतरियां जर्जर अवस्था में तब्दील होने के साथ-साथ देखरेख के अभाव में चारों ओर से कंटीली बबूल की झाडियों से भी घिरती जा रही है। बुजुर्गो के अनुसार कई दशक पुरानी इन छतरियों पर पालीवालों के समय में यहां चौपालें लगती थी। उपखंड क्षेत्र के फतेहगढ़ सहित कोडियासर, सांडा, डांगरी, रीवड़ी, मंडाई, भीयांसर, रामा, देवीकोट सहित कई गांवों में संबंधित विभाग की उदासीनता के कारण प्राचीन छतरियों की मरम्मत नहीं हो रही है।

गटर में जहरीली गैस की घुटन से दो की मौत


गटर में जहरीली गैस की घुटन से दो की मौत 

एक को बचाने के प्रयास में गई दूसरे साथी की जान, तीसरा बेहोश 

लाडनूं  शहर के तेली रोड पर शुक्रवार रात को एक शौचालय का गटर साफ कर रहे दो लोगों की अंदर गिरने से मौत हो गई। मौत की वजह जहरीली गैस बताई जा रही है। जबकि दोनों को बचाने के प्रयास में तीसरा व्यक्ति बेहोश हो गया। उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। 

जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात करीब 11 बजे तेली रोड की गली नंबर 6 में फिरोज चौहान पुत्र करीमबख्श के घर के बाहर रास्ते में बने गटर को साफ किया जा रहा था। इस दौरान राजू (39) पुत्र चंपालाल का पैर गटर में फिसल गया। उसे बचाने के प्रयास में दूसरा साथी बोदूराम (30)पुत्र मोहनराम हरिजन भी अंदर गिर गया। दोनों साथियों को अंदर गिरता देख तीसरा साथी बाबूलाल भी गटर में उतर गया व दोनों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों को नहीं बचाया जा सका। इस दौरान बाबूलाल भी बेहोश हो गया। उसे तत्काल बाहर निकाल लिया गया। हादसा होते देख मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को बुलाया। शहर के युवक जावेद ने दोनों को बाहर निकाला। वहां से उपचार के लिए राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया। डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बेहोश हुए बाबूलाल की हालत में सुधार बताया जा रहा है। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए। घटना की जानकारी मिलने पर परिजन भी मौके पर पहुंचे। मौत की खबर सुनकर परिजनों को रो रोकर बुरा हाल था। लोगों ने बताया कि राजू के गटर में गिरते ही उसे बेहोशी छाने लगी। उसे बचाने के लिए उतारा बोदूराम भी बेहोश हो गया था। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गटर की जहरीली गैस से दोनों को घुटन होने लगी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

तड़के दूध लेने गए युवक की धारदार हथियारों से हत्या



तड़के दूध लेने गए युवक की धारदार हथियारों से हत्या 
आरोपियों का नहीं लगा सुराग, मां ने दी पुलिस को रिपोर्ट 
मेड़ता रोड  गांव जारोड़ा गुजरान में शनिवार तड़के घर से दूध लेने निकले 46 वर्षीय एक व्यक्ति की अज्ञात हत्यारों ने धारदार हथियारों से हत्या कर दी। वारदात के बाद गांव में सनसनी फैल गई। देर शाम तक पुलिस यह पता नहीं लगा पाई थी कि आरोपी कौन थे। मरने वाले व्यक्ति की मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। 

पुलिस के अनुसार जारोड़ा गुजरान निवासी माड़ी देवी (65) जाजड़ा ने रिपोर्ट दी कि उसका पुत्र झूमर राम उर्फ पप्पू (46) हमेशा की तरह अल सुबह सिरसला गांव दूध लेने के लिए गया हुआ था। सुबह 7 बजे सूचना मिली कि उसके पुत्र की लाश सिरसला गांव की तरफ कालूराम व अणदाराम के खेत के पास सड़क पर पड़ी है। मौके पर पहुंच कर देखा तो उसके शरीर पर धारदार हथियार के घाव थे। मगर श्वास चल रही था। तब उसे तुरंत गाड़ी में डालकर अजमेर अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे जयपुर रेफर कर दिया गया। रास्ते में उसकी मौत हो गई। शव शनिवार दोपहर को मेड़ता रोड लाया गया।

डॉक्टर नहीं, पोस्टमार्टम में परेशानी

एएसआई चूना राम सांगवा बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजकीय अस्पताल मेड़ता रोड में प्रार्थना पत्र दिया। मगर चिकित्सक अवकाश पर होने के कारण शव को पोस्टमार्टम के लिए मेड़ता सिटी लेकर गए। शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड टीम से करवाया गया। शव परिजनों को देर शाम सुपुर्द किया गया।

कौन थे आरोपी

पुलिस शनिवार शाम तक यह पता नहीं लगा पाई थी कि झूमर राम के हत्यारे कौन थे। हालांकि पुलिस जांच की बात कह रही है मगर शाम तक उसके पास कोई सुराग नहीं था।

हम नागौर तक ले आए नहर का पानी, अब तक आगे नहीं बढ़ा'


हम नागौर तक ले आए नहर का पानी, अब तक आगे नहीं बढ़ा' 

मकराना ,डीडवाना, कुचामन, लाडनूं में सभा आज 

जोश व उत्साह से हुआ स्वागत 

नागौर से परबतसर पहुंचे भाजपाई 

वसुंधरा ने एक-एक कर क्षेत्रीय मुद्दे गिनाए और गहलोत सरकार की नाकामी बताई 
कुचामन सिटी   सुराज संकल्प यात्रा के शनिवार रात नौ बजे कुचामन पहुंचने पर जोश व उत्साह से कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। करीब नौ बजे जैसे ही यात्रा कुचामन में प्रवेश हुई कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की। यहां से भाजपा कार्यकर्ताओं की वाहन रैली के साथ यात्रा कुचामन शहर में पहुंची। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कोठारी भवन के बाहर भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश कुमावत ने माला भेंटकर स्वागत किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। 
नागौर विधायक हबीबुर्रहमान, भाजयुमो के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष नवीन मण्डा सहित अनेक पदाधिकारियों ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे के नागौर जिले में परबतसर की सीमा में शनिवार को प्रवेश करने पर जोरदार स्वागत किया। उन्होंने वसुंधरा राजे को पुष्प गुच्छ भेंटकर सुराज यात्रा के नागौर जिले में पहुंचने पर शुभकामनाएं दी। इस मौके पर भाजपा के राकेश सेन व श्रवण खटीक सहित कार्यकर्ता मौजूद थे। 



  डीडवाना/कुचामन/लाडनूं  भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे की सुराज संकल्प यात्रा रविवार दोपहर 1 बजे डीडवाना पहुंचेगी। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष यूनुस खां ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से निकाली जा रही सुराज संकल्प यात्रा रविवार को दोपहर 1 बजे डीडवाना में प्रवेश करेगी। इसी प्रकार कुचामन में शनिवार को रैली निकाली गई। यहां सुबह राजे की सभा होगी। लाडनूं में वसुंधरा राजे की आमसभा करंट बालाजी रोड स्थित जैन स्कूल के भवन पर होगी। सभास्थल पर तैयारियों के लिए भाजपा कार्यकर्ता दिनभर जुटे रहे। क्षेत्र में भी जनसंपर्क किया। पदाधिकारियों ने भी सभा स्थल का निरीक्षण किया।



  परबतसर



भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने शनिवार को परबतसर में आकर जुबां खोली तो उनके अल्फाज ही यहां की समस्याओं के दर्द को जिंदा कर गए। नागौर में नहरी पानी योजना का काम ठप करने, जायल में बदबूदार पानी की आपूर्ति करने व मेड़ता, कुचामन, मकराना, डीडवाना के लोगों को फ्लोराइडयुक्त पानी पिलाने के लिए वसुंधरा ने कांग्रेस सरकार को जमकर कोसा।

परबतसर में राजे ने कहा कि हमारी भाजपा सरकार ने परबतसर में हुलढाणी से शहर में पानी पहुंचाया परंतु इस सरकार के समय योजना का रखरखाव सुचारू नहीं हो रहा है। शहर में 48 घंटे से की अवधि में भी पूरा पानी नहीं दिया जा रहा है। राजे ने कहा कि 2003 के चुनाव में नागौर के लोगों को मीठा पानी पिलाने का वादा किया और हमारी सरकार अंतिम समय में इंदिरा नहर का पानी नागौर ले ही आई। हमारी सरकार ने 800 करोड़ की योजना से नागौर तक पानी पहुंचा दिया मगर आज तक नागौर मुख्यालय से आगे नहर का पानी गया ही नहीं।

बंग हुए भाजपा में शामिल

परबतसर पालिकाध्यक्ष श्रीभगवान बंग के पुन: भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की विधिवत घोषणा वसुंधरा राजे ने शनिवार को आमसभा में की। गौरतलब है कि बंग पालिका के चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर विजयी हुए थे।

मोटरसाइकिल रैली से स्वागत

जिले में प्रवेश करने पर मानपुरा सीमा पर स्वागत के बाद भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा मोटरसाइकिल रैली के साथ संकल्प यात्रा को मुख्य आम सभा स्थल अम्बेडकर सर्किल तक लाया गया। जगह जगह पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से यात्रा का स्वागत किया गया। देवसेा ने गांधी चौक पर वसुंधरा राजे का स्वागत किया जिसमें प्रदेश सचिव देवसेना के गोगाराम गुर्जर, जिला उपाध्यक्ष हरलाल गुर्जर, नंदाराम,लालाराम, मुकेश पप्पू उपस्थित थे। वसुंधरा राजे की आमसभा में पांडाल भी छोटा नजर आने लगा। जहां भी जगह मिली लोग वसुंधरा को सुनने के लिए खड़े नजर आए।

जायल में पिलाते हैं बदबूदार पानी

राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने मातासुख में फिल्टर प्लांट लगाया, ताकि लोग मीठा पानी पी सकें। मगर गहलोत सरकार आने के बाद जायल में बदबूदार पानी की आपूर्ति शुरू हो गई। पानी फिल्टर ही नहीं किया जा रहा है। जिले में कई योजनाएं थी जो आज तक अटकी है। बिजली टुकड़ों में मिल रही है, बिजली का बिल करंट मारता है। राजे ने कहा हमारी सरकार आते ही नहर का पानी पीने व सिंचाई के लिए जिले के लोगों को मिलेगा। उन्होंने तेजाजी मंदिर निर्माण व किनसरिया कैवाय माता रोड निर्माण में सहयोग का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर रामस्वरूप मोदी, संतोष शर्मा, नरेन्द्र खण्डेलवाल, कर्णवीर सिंह पीह, उपाध्यक्ष प्रेमप्रकाश माली, पंकज पुरोहित, राजेश भादू, रामनिवास दिवाकर, केएल आचार्य, शशिधर मंत्री, कुलदीप सिंह मंगलाना, गोरधन सिंह खोखर ने राजे का स्वागत किया।

महिलाओं का किया अभिवादन

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे आम सभा समाप्त होते ही महिलाओं की संख्या देखकर मंच से नीचे उतरकर महिलाओं के बीच में चली गई, और एक महिला को गले के लगाया। अन्य महिलाओं से हाथ मिलाकर अभिवादन स्वीकार किया।

आप आशीर्वाद देना

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे को विधायक मानसिंह किनसरिया द्वारा चुनरी ओढ़ाने पर वसुंधरा ने कहा कि ये चुनरी केवल मानसिंहजी की है या पूरी जनता की तरफ से मानसिंहजी ने पहनाई है। अगर आप सब की तरफ से चुनरी पहनाई है तो आप मुझे आशीर्वाद देना, मैं इसका हक अदा करूंगी। राजे मंच पर 4 बजकर 51 मिनट पर पंहुची, 22 मिनट तक आमजनता को संबोधित किया।





शनिवार, 1 जून 2013

महिला से छेड़छाड़ की तो तीन भाइयों ने बंधक बनाकर युवक का प्राइवेट पार्ट काटा!

महिला से छेड़छाड़ की तो तीन भाइयों ने बंधक बनाकर युवक का प्राइवेट पार्ट काटा!

देवास. इंदौर में शुक्रवार को एक युवती के साथ दुष्कर्म के बाद प्राइवेट पार्ट पर पाइप डालने के बाद उसकी पत्थर से कुचलकर हत्या का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि फिर से एक वीभत्स घटना सामने आई है। देवास में तीन भाइयों ने छेड़छाड़ के एक आरोपी के प्रा्इवेट पार्ट पर चाकू से हमला कर दिया। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात में एक युवक ने घर में घुसकर एक महिला के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की थी लेकिन महिला के शोर मचाने पर वह भाग गया था। जब वह सुबह पांच बजे वापस आया तो तीन भाइयों ने मिलकर एक खतरनाक वारदात को अंजाम दे डाला। बीएनपी थाने अधीन आने वाले गांव अकालिया निवासी एक युवक को बंधक बनाकर तीन सगे भाइयों ने उसके गुप्तांग पर चाकू से वार कर दिया। उसे गंभीरावस्था में देवास लाया गया जहां से उसे इंदौर रेफर कर दिया गया। घायल युवक पर आरोप है कि उसने एक आरोपी की पत्नी के साथ छेड़छाड़ की थी।


विजयागंज मंडी पुलिस चौकी से मिली जानकारी के अनुसार अकालिया निवासी युवक राजेश पिता मनोहरसिंह नायक (30) ने रात में वहीं की रहने वाली एक विवाहिता के साथ छेड़छाड़ की थी। इस पर महिला ने शोर मचाया तो उसके पति और देवर आ गए। तब आरोपी राजेश वहां से भाग गया। बाद में सुबह करीब पांच बजे राजेश उस महिला के घर के सामने से निकल रहा था। इस पर आरोपी उम्मेदसिंह उर्फ कालू सिंह व उसके भाई तेर सिंह व दरबारसिंह ने राजेश को पकड़ा और घर में ले जाकर बंद कर दिया। तीनों आरोपियों ने उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसके कपड़े उतारकर चाकू से उसके गुप्तांग पर वार किया। उधर मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और राजेश को एमजी अस्पताल लेकर आए। यहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रैफर कर दिया गया। जहां एमवाय अस्पताल में उसका उपचार किया जा रहा है। पुलिस ने महिला की रिपोर्ट पर राजेश के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है वहीं राजेश की रिपोर्ट पर तीनों आरोपियों के खिलाफ बंधक बनाने, धारदार हथियार से चोट पहुंचाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोपी फिलहाल फरार हैं।

आचार संहिता की पालना के लिए दिल्ली में देंगे ट्रेनिंग



जयपुर। विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता को ठीक से लागू कराने के लिए अधिकारियों को इस बार पहले दिल्ली में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस बार चुनाव के दौरान सख्त नियम लागू करने की तैयारी है, जिसमें खर्चों पर नियंत्रण करने वाले नियम विशेष रूप से हैं।

प्रथम स्तर पर दिल्ली में मास्टर्स ट्रैनर को केंद्रीय निर्वाचन आयोग के परिसर में स्थित इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इसके बाद तीन स्तरीय प्रशिक्षण छह चरणों में होंगे, जिसमें जिलों में लगे अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। मास्टर्स ट्रैनर का यह प्रशिक्षण 10 से 14 जून तक होगा। इसके बाद प्रदेश में 20 जून से अधिकारियों को प्रशिक्षण का सिलसिला शुरू होगा।

क्या होगा प्रशिक्षण में: मतदाता सूचियों को परिपूर्ण करने, चुनाव से संबंधित विविध विषयों कानूनी प्रावधान, नामांकन, मतदान, मतगणना, कानून व्यवस्था, शराब वितरण, हथियारों की मॉनिटरिंग, आदर्श आचार संहिता, अभ्यर्थियों के चुनावी खर्च कर नजर रखने और निष्पक्ष चुनाव कराए जाने के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने इस बार प्रत्याशियों पर खर्च का हिसाब रखने, बैंक का अलग खाता खोलने, खर्च बैंक से निकालने पैसों से ही करने, बिना एंट्री के अधिक राशि पकड़ी जाने पर, अधिक प्रचार सामग्री पकड़ी जाने पर कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। इन सभी नियमों की पालना कराने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

द्वितीय स्तर का प्रशिक्षण 20 से: द्वितीय स्तर का प्रशिक्षण 20 जून से संभाग मुख्यालय पर होगा। दो चरणों में होने वाले इस प्रशिक्षण में के पहले चरण में मतदाता सूचियों में निरंतर नाम जुड़वाने की प्रक्रिया, विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण विषयों पर उप जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीवाई,डीईओ), निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) और सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

20 और 21 जून को जयपुर संभाग के जयपुर, दौसा, अलवर, सीकर व झुंझुनूं जिलों, अजमेर संभाग के अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक, नागौर जिलों, जोधपुर संभाग के जोधपुर, जालोर, सिरोही, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर और भरतपुर संभाग के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर जिलों के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद 24 और 25 जून को कोटा संभाग के कोटा, बारां, झालावाड़, बूंदी, उदयपुर संभाग के उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, चित्तौडग़ढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और बीकानेर संभाग के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

दूसरे चरण में चुनाव संचालन संबंधी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें जिला निर्वाचन अधिकारियों और जिला पुलिस अधीक्षकों, डीवाई डीएलओ, एएसपी, एआरओ, विधानसभा क्षेत्र स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स, जिला आबकारी अधिकारियों, आयकर अधिकारियों, नोडल अधिकारियों को अलग-अलग प्रशिक्षण दिया जाएगा। निर्वाचन विभाग ने संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि इन प्रशिक्षणों को दौरान वांछित सभी अधिकारी मौजूद रहे।

7 महाद्वीपों के शिखर पर फहराया तिरंगा

7 महाद्वीपों के शिखर पर फहराया तिरंगा

नई दिल्ली। महिला साहस की अद्वितीय मिसाल बन चुकीं झारखंड के जमशेदपुर की महिला पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल ने दुनिया के सात महाद्वीपों के सर्वोच्च शिखर पर तिरंगा लहराने का अनूठा कारनामा कर दिखाया है और यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह पहली भारतीय महिला बन गई है।

50 वर्षीय और दो बेटियों की मां प्रेमलता ने गत 23 मई को उत्तरी अमेरिका के अलास्का स्थित सर्वोच्च शिखर माउंट मैककिनले (6194मी) को फतह किया और इसके साथ ही उन्होंने सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर पहुंचने का अद्भुत रिकार्ड बना दिया। प्रेमलता का स्वदेश वापसी पर शुक्रवार को राजधानी में भव्य स्वागत किया गया।

महिला साहस की प्रतिमूर्ति नजर आ रही प्रेमलता ने कहा कि मैं एक हाऊसवाइफ थी और अब भी हूं। लोगों का यह मानना है कि 40 वर्ष के बाद भारतीय महिलाएं कुछ नहीं कर सकती हैं लेकिन मैं लोगों की इसी सोच को बदलना चाहती थी। मुझे खुशी है कि मैंने वह कारनामा किया है जिससे लोग अपनी यह संकीर्ण सोच बदलने पर मजबूर हो जाएंगे।

प्रेमलता का सात महाद्वीपों की शीर्ष चोटियों को फतह करने का रोमांचक सफर छह जून 2008 को अफ्रीका में किलिमंजारो (5895 मीटर) पर जीत हासिल करने के साथ शुरू हुआ था। प्रेमलता ने फिर 20 मई 2011 को एशिया और दुनिया के सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट (8848 मी) को फतह किया। पkश्री से सम्मानित जमशेदपुर की प्रेमलता ने 10 फरवरी 2012 कोदक्षिण अमेरिका के एकोनकागुआ (6962 मी), बारह अगस्त 2012 को यूरोप के एल्ब्रास (5642 मी), बाईस अक्टूबर 2012 को आस्ट्रेलिया-ओसनिवा के कार्सटेंस पिरामिड (4884 मी), पांच जनवरी 2013 को आंटार्टिका के विनसन मैसिफ (4892 मी) और 23 मई 2013 को उत्तरी अमेरिका के माउंट मैककिनले (6194 मी) को फतह किया।

प्रेमलता ने कहा कि मेरी यह सफलता अकेले की नहीं है। मेरे परिवार के सदस्यों, मेरे ससुरावल वालों, पति विमल अग्रवाल और दोनों बेटियों, मेरी आदर्श बछेन्द्री पाल, टाटा स्टील और मेरे पिछले अभियान के प्रायोजक नन्दलाल यंगटा ने मुझे अभूतपूर्व सहयोग दिया जिसके कारण में इस मुकाम तक पहुंच सक ी।