रविवार, 2 जून 2013

रेप पीड़ित को मां-बाप ने छोड़ा, बच्चे को जन्म देने के लिए मदद की दरकार

नई दिल्ली।। रेप के बाद प्रेगनेंट हुई 19 साल की एक पीड़ित लड़की ने मेडिकल और फाइनैंशल मदद के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, ताकि वह अपने बच्चे को जन्म दे सके।rape
पीड़ित लड़की की याचिका पर न्यायमूर्ति राजीव शकधर ने केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी करते हुए उनसे छह जून तक जवाब मांगा है। हाई कोर्ट में दाखिल अर्जी में लड़की ने कहा कि रेप के कारण वह गर्भवती हो गई और उसने केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देश देने का अनुरोध किया ताकि बच्चे को जन्म देने के लिए उसे सहयोग मुहैया कराया जाए।

लड़की की तरफ से वकील निशित कुश और विजय किंगर ने कहा कि सामाज के डर से उसके परिवार ने उसे छोड़ दिया है और उसने अपने दूर के एक रिश्तेदार के यहां रह रही है। वकील ने कोर्ट को बताया कि पीड़ित आठ महीने की गर्भवती है और उसे मेडिकल जांच एवं बच्चा पैदा करने में देखभाल की जरूरत है।रेप विक्टिम के वकील ने कोर्ट को बताया कि लड़की की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और बच्चे को जन्म देने के लिए वह अस्पताल का खर्च नहीं उठा सकती, लिहाजा उसे मेडिकल और फाइनैंशल मदद मुहैया कराई जाए।

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