तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली/जयपुर। मानसून शनिवार को केरल पहुंच गया। केरल के साथ तमिलनाडु और तटीय कर्नाटक के कई इलाकों में मानसूनी बारिश हुई है। अगले एक-दो दिनों में कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के सूखाग्रस्त इलाकों में भी बारिश के आसार हैं। राजस्थान के मानसून के तय समय पर पहुंचने की संभावना है। यहां सामान्यतया मानसून 15 जून को दस्तक देता है।
मौसम विभाग ने पिछले महीने कहा था कि मानसून 3 जून को केरल पहुंचेगा। पूर्वानुमान से पांच दिन पहले या बाद में मानसून का पहुंचना सामान्य माना जाता है। पिछले साल मानसून पांच जून को केरल पहुंचा था। मौसम विभाग के महानिदेशक एलएस राठौड़ ने बताया कि हालात नहीं बिगड़े तो 15 जुलाई तक पूरे देश में मानसून छा जाएगा।
बेंगलुरू में 122 साल का रिकॉर्ड टूटा
बेंगलुरू में बारिश ने 122 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को यहां 100 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 16 जून 1891 को 101.6 मिमी बारिश हुई थी।
पिछले साल सात राज्य सूखे रहे थे
देश में 55 प्रतिशत खेतों में सिंचाई की व्यवस्था नहीं है। किसान मानसून पर निर्भर रहते हैं। पिछले साल मानसून कमजोर रहने से सात राज्यों में सूखा पड़ा था।
उदयपुर में बारिश, बांसवाड़ा में आंधी
प्रदेश के विभिन्न अंचलों से त्न प्रदेश में शनिवार को मौसम का मिजाज अचानक पलटा और प्री-मानसून के बादल मेवाड़ में कई जगह बरसे। दूसरी ओर, चूरू में तेज गर्मी रही। यहां अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। कई शहरों में पारा 45 के करीब रहा। उदयपुर के नजदीक बुझड़ा गांव में तेज बारिश से सीसारमा नदी दो से तीन फीट चली। प्रतापगढ़ के दलोट में आधा घंटा तेज बरसात हुई। राजसमंद में बूंदाबादी हुई। बांसवाड़ा में आंधी चली। बादल छाने और हवा चलने से जयपुर में पारा एक डिग्री गिरकर 41.7 डिग्री पर पहुंच गया।
कहां, कितना पारा
श्रीगंगानगर: 46.1 डिग्री
बीकानेर: 45.4 डिग्री
अलवर: 44 डिग्री
बाड़मेर: 43.4 डिग्री
अजमेर: 43 डिग्री
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