बाड़मेर नकल प्रकरण: महादेव कॉलेज की मान्यता निलंबित, राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से सम्बद्ध बाड़मेर के बायतू तहसील स्थित महादेव कॉलेज की मान्यता अगले आदेश तक निलंबित कर दी गई है। राज्यपाल व कुलाधिपति कल्याण सिंह ने पूरे कॉलेज के एक साथ नकल करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय से रिपोर्ट मांगी है। उधर विवि ने कॉलेज शिक्षा निदेशालय को भी पत्र लिखकर कॉलेज को दी जाने वाली एनओसी पर रोक लगाने की सिफारिश की है।
विवि ने महादेव कॉलेज के सभी परीक्षार्थियों का परीक्षा केन्द्र एक मई से राजकीय महाविद्यालय बायतू कर दिया है। कॉलेज के परीक्षार्थियों की अब आगामी सभी परीक्षाएं यहीं होगी। विवि ने परीक्षार्थियों को एसएमएस करके सूचित किया है। विवि प्रशासन संबंधित कॉलेज पर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर भी विचार-विमर्श कर रहा है।
यह है मामला
बायतू में महादेव कॉलेज नाम से संचालित महाविद्यालय में गुरुवार को बीए द्वितीय वर्ष की परीक्षा के दौरान पहुंची जेएनवीयू की फ्लाइंग को पूरा कॉलेज नकल करते हुए मिला। चार कक्षों में चल रही परीक्षा के सभी 108 परीक्षार्थियों से नकल की पर्चियां बरामद हुई थी।
फ्लाइंग को देखकर जल्दबाजी में इन पर्चियों को बाहर फेंकने के बजाय परीक्षार्थियों ने कमरें में ही इधर उधर फेंकी, जिसमें से कई पर्चियां फ्लाइंग टीम के सदस्यों प्रो. चैनाराम चौधरी, प्रो. एमएल वढ़ेरा, डॉ. एसएस बैस और डॉ. बीआर गडी के चेहरे पर भी पड़ी। फ्लाइंग टीम ने कॉलेज के 108 परीक्षार्थियों पर सामूहिक नकल का केस बनाया। इनसे नकल की 158 पर्चियां बरामद हुई। कॉलेज प्रबंधन के सांठ-गांठ से ही सभी परीक्षार्थी नकल कर रहे थे।