सोमवार, 27 अप्रैल 2015

चित्तौडग़ढ़ के 'लाल' को मिला शौर्य चक्र

Cittudghdh 'red' found Shaurya Chakra

चित्तौडग़ढ़

शौर्य, भक्ति एवं शक्ति की नगरी कहे जाने वाले चित्तौडग़ढ़ के 'लालÓ की बहादुरी भरे कारनामे से यहां की धरा एक बार फिर गौरवान्तित हुई है। आतंककारियों को मार गिराने में साहस दिखाने वाले चित्तौडग़ढ़ निवासी हाल जयपुर में राष्ट्रीय राइफल्स की 13वीं बटालियन में तैनात मेजर विशालसिंह राघव को देश के महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 'शौर्य चक्रÓ से सम्मानित किया है।

देश के राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में रविवार को मेजर राघव को वीरता के लिए सम्मान मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उप राष्ट्रपति हामीद अंसारी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर, थल सेनाध्यक्ष दलवीरसिंह सुहाग सहित वायु सेना एवं जल सेना अध्यक्ष की उपस्थिति में मेजर राघव को यहां सम्मानित किया गया। सूत्रों के अनुसार यहां पर दो कीर्ति चक्र एवं 12 जनों को शौर्य चक्र प्रदान किया। यह सम्मान इसलिए भी विशेष है क्योकि रविवार को यहां चित्तौड़ के स्थापना दिवस को लेकर चित्तौड़ी आठम पर्व मनाया गया था।

खुशी से छलके आंसू

राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में मेजर राघव की मां भाग्यवती राघव, पत्नी आशु, भाई विकास राघव तथा सास-श्वसुर को शामिल होने का अवसर मिला। इस दौरान खुशी के मारे परिजनों की आंखों से आंसू छलक पड़े। पुत्र की वीरता ने जहां मां का सिर फक्र से ऊंचा किया। वहीं रिश्तेदार भी मेजर राघव की इस उपलब्धि से फूले नहीं समाए।

मारे थे सात आंतककारी

गौरतलब है कि मेजर राघव ने 24 फरवरी 2014 को जम्मू-कश्मीर की लोलाब घाटी में दारदपुरा जंगल गश्त के दौरान कम नफरी के बाद भी सात आंतकियों को ढेर कर दिया था। इससे पहले आतंकियों ने सेना के दस्ते पर एकाएक नजदीक से हमला किया था। यहां प्राण को संकट में डालकर मेजर राघव ने साहस दिखाया था। आतंकवादी ऑपरेशन के दौरान विशालसिंह राघव राष्ट्रीय राइफल्स की 18वीं बटालिन में तैनात थे।

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