पोरबंदर में गुजरात का नौ सेना बेस
अहमदाबाद। पाकिस्तान की ओर से देश के पश्चिमी हिस्से में लगातार बढ़ रही संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए भारतीय नौ सेना गुजरात के पोरबंदर में अपना नया बेस आरंभ करने जा रही है। इस बेस को सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखा गया है। केन्द्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर 9 मई को आईएनएस सरदार पटेल बेस का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल व नौसेना प्रमुख एडमिरल आर के धोवन उपस्थित रहेंगे।
गुजरात में देश की सबसे लंबी 1600 किलोमीटर समुद्री सीमा को देखते हुए भारतीय नौसेना ने यह निर्णय लिया है। सीमा पार से पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर समुद्री सुरक्षा पर कड़ी नजर रखने के उद्देश्य से यह काफी अहम माना जा रहा है। भारतीय नौसेना के पोरबंदर स्थित छोटे से बेस को द्वारका-2 कहा जाता है, अब यह नौसेना का परिपूर्ण बेस होगा।
यह गुजरात में नौसेना की चौथा सुविधा होगी। फिलहाल नौसेना पोरबंदर जेट्टी भारतीय तटरक्षक व गुजरात मैरिटाइम बोर्ड (जीएमबी) के साथ साझा करती है। गुजरात में बेस नौसेना की जरूरत बन गई थी। इससे संगठन मजबूत होगा, साथ ही युद्धपोतों को रखे जाने की भी सुविधा होगी जिसका परिचालन यहां से हो सकेगा।
गत वर्ष 31 दिसम्बर को अरब सागर में विस्फोटकों से लदी पाकिस्तान नौका ने खुद को उड़ा लिया था। इसके बाद गत 20 अप्रेल को अरब सागर में 600 किलोग्राम हेरोइन के साथ आठ पाकिस्तानियों को पकड़ा था। पोरबंदर बेस नौसेना का दूसरा ऎसा बेस होगा जिसे राजनेता के नाम पर रखा गया है, इससे पहले कोलकाता स्थित भारतीय नौसेना बेस को आईएनएस नेताजी सुभाष रखा गया।
अहमदाबाद। पाकिस्तान की ओर से देश के पश्चिमी हिस्से में लगातार बढ़ रही संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए भारतीय नौ सेना गुजरात के पोरबंदर में अपना नया बेस आरंभ करने जा रही है। इस बेस को सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखा गया है। केन्द्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर 9 मई को आईएनएस सरदार पटेल बेस का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल व नौसेना प्रमुख एडमिरल आर के धोवन उपस्थित रहेंगे।
गुजरात में देश की सबसे लंबी 1600 किलोमीटर समुद्री सीमा को देखते हुए भारतीय नौसेना ने यह निर्णय लिया है। सीमा पार से पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर समुद्री सुरक्षा पर कड़ी नजर रखने के उद्देश्य से यह काफी अहम माना जा रहा है। भारतीय नौसेना के पोरबंदर स्थित छोटे से बेस को द्वारका-2 कहा जाता है, अब यह नौसेना का परिपूर्ण बेस होगा।
यह गुजरात में नौसेना की चौथा सुविधा होगी। फिलहाल नौसेना पोरबंदर जेट्टी भारतीय तटरक्षक व गुजरात मैरिटाइम बोर्ड (जीएमबी) के साथ साझा करती है। गुजरात में बेस नौसेना की जरूरत बन गई थी। इससे संगठन मजबूत होगा, साथ ही युद्धपोतों को रखे जाने की भी सुविधा होगी जिसका परिचालन यहां से हो सकेगा।
गत वर्ष 31 दिसम्बर को अरब सागर में विस्फोटकों से लदी पाकिस्तान नौका ने खुद को उड़ा लिया था। इसके बाद गत 20 अप्रेल को अरब सागर में 600 किलोग्राम हेरोइन के साथ आठ पाकिस्तानियों को पकड़ा था। पोरबंदर बेस नौसेना का दूसरा ऎसा बेस होगा जिसे राजनेता के नाम पर रखा गया है, इससे पहले कोलकाता स्थित भारतीय नौसेना बेस को आईएनएस नेताजी सुभाष रखा गया।
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