पाली बीजापुर गांव में स्नेक बर्ड का डेरा
पाली/ बिसलपुर. बीजापुर तालाब में प्रवासी जलीय पक्षी डारटर (स्नेक बर्ड ) ने डेरा डाला है। गांव में इन पक्षियों की अटखेलियां ग्रामीणों के आकर्षण का केन्द्र बन गई है। ये कॉरमोरेन्ट पक्षी की तरह तालाब में गोते लगाकर शिकार करता हैं।
ये पक्षी गोते लगाते समय पानी में आसानी देख सकता है। इस कारण इसे पनडुबी पक्षी या पनवा के नाम से जाना जाता है। इनके पंख चांदी जैसे चमकिले व गर्दन सांप की तरह लम्बी होती है। ये पक्षी पानी में तैरते समय सांप की तरह दिखते है। इसी कारण इन्हें स्नेक बर्ड भी कहते जाता हैं।
पेड़ों पर बनाते हैं घोंसला
इन पक्षियों को पक्षी विज्ञान में अन्हिंगा रूफा व ओरिएन्टल डारटर के नाम से पहचाना जाता है। ये पक्षी पानी के पास ऊंचे पेड़ों पर घोंसला बनाते है। ये उत्तरी भारत में जून से अगस्त, दक्षिणी भारत में नवम्बर से फरवरी में घोंसले बनाकर तीन से चार अण्डे देते हैं और बाद में वापस लौट जाते हैं।
तेजी से उतरते हैं पानी में
ये मिसाइल की तेजी से पानी में उतर सकते है। यह पक्षी पड़ौसी देश श्रीलंका व म्यानमार में अधिक पाए जाते हैं।
लगातार आ रहे प्रवासी पक्षी
बीजापुर तालाब में बड़ी संख्या में डारटर पक्षियों को देखा गया है। यह वन विभाग के लिए अच्छी खबर है। क्षेत्र में कई प्रजातियों के प्रवासी जलीय परिंदे लगातार देखे जा रहे है।
ओमप्रकाश सुथार, क्षेत्रिय वन अधिकारी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें