गुरुवार, 14 फ़रवरी 2013

राजस्थानी सौंदर्य का प्रतीक. अमर प्रेम के प्रतीक मूमल-महेन्द्रा


मरुभूमि की एक अमर प्रेम-कथा …

राजस्थानी सौंदर्य का प्रतीक. अमर प्रेम के प्रतीक मूमल-महेन्द्रा

जैसलमेर। अद्वितीय सौन्दर्य की स्वामिनी मूमल व अदम्य साहस के प्रतीक महिन्द्रा के अटूट प्रेम को हजारों वर्ष बाद भी लोकप्रियता हासिल है। एक-दूसरे से बेइंतहा प्रेम करने वाले इन दीवानों के प्रेम का हालांकिदु:खद अंत हुआ, लेकिन स्वर्णनगरी के भ्रमण को आने वाले देशी-विदेशी सैलानी यहां मूमल की मेड़ी को देखकर उसकी प्रेम कहानी से काफी प्रभावित होते हंै।
मन में प्रेम कथा का विचार कौंधते ही मानस पटल पर प्रेम के पुजारी हीर-रांझा, सोहनी-महीवाल, शीरी फरहाद, जूलियट-सीजलर, लैला-मजनू और बूवना-जलाल का नाम सामने आ जाता है। ऎसे में मरूप्रदेश की मूमल व अमरकोट (पाकिस्तान) निवासी उनके प्रियतम महेन्द्रा की प्रेम कहानी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मूूमल की कलात्मक मेड़ी का बखान लोक गीतों में भी किया जाता है। बुजुर्ग बताते हैं कि जैसलमेर की प्राचीन राजधानी लौद्रवा (जिला मुख्यालय से 14 किमी दूर) में शिव मंदिर के समीप व काक नदी के किनारे आज भी मूमल की मेड़ी के अवशेष मौजूद है, जो कि इस अमर प्रेम कहानी के मूक गवाह बने हुए है। यहां आने वाले सैलानी भग्नावशेष के रूप में दिखाई देने वाली मेड़ी को देखकर उन दिनों की कल्पना करते हैं जब रेगिस्तान के मीलों लंबे समंदर को पार कर अमरकोट से महेन्द्रा अपनी प्रियतमा मूमल से मिलने यहां आता था।


यह है कथा


इतिहासविदों व साहित्यकारों ने मूमल-महेन्द्रा की प्रेम कथा को अलग-अलग ढंग से पेश किया है, लेकिन सभी में एक बात सामान्य है कि उनका इस लोक में सुखद मिलन नहीं हो पाया। कहानी कुछ इस प्रकार है कि सुंदरता की स्वामिनी मूमल की ख्याति सुनकर अमरकोट का महेन्द्रा उसकी एक झलक पाने के लिए काक नदी के समीप मूमल के महल के समीप पहुंचा और अपनी सूझबूझ से महल की सभी बाधाओं व भूलभुलैया को पार कर मूमल को अपना दीवाना बना दिया।
महेन्द्रा प्रतिदिन अमरकोट से ऊंट पर सवार होकर सौ कोस दूर स्थित लौद्रवा में मूमल से मिलने उसके महल आता और भोर होने से पहले ही लौट जाता। एक दिन दुर्भाग्यवश देरी से पहुंचे महेन्द्रा ने मूमल को पुरूष वेश में उसकी बहिन सूमल के साथ देखा, जिससे उसके मन में दुर्भावनाओं ने घर कर लिया। उसके बाद वह मूूूमल से मिले बिना ही वहां से लौट गया और फिर लौटकर उसके पास कभी नहीं आया। महेन्द्रा के कई दिनों तक लौद्रवा न आने से मूमल भी विरह वेदना में जलती रही। जब महेन्द्रा का भ्रम दूर हुआ तब तक बहुत देर हो चुकी थी। हालांकि दोनों प्रेमियों इसके बाद कभी मिलन नहीं हुआ, लेकिन उनकी प्रणय कथा सच्चे प्रेमियों के लिए आदर्श बन चुकी है।
सुंदरता का पर्याय
मरूप्रदेश में सुंदर बेटी या बहू को मूमल की उपमा दी जाती है। अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मरू महोत्सव में भी प्रतिवर्ष मिस मूमल सौन्दर्य प्रतियोगिता होती है। इस प्रतियोगिता को जीतने का सपना संजोए न केवल जिले से, बल्कि दूर-दराज की कई युवतियां यहां पहुंचती है।

रिश्‍ते शर्मसार: भाई ने बहन और बाप ने बेटी का किया बलात्‍कार

रिश्‍ते शर्मसार: भाई ने बहन और बाप ने बेटी का किया बलात्‍कार

नई दिल्‍ली। पंजाब के गांव झावां निवासी एक युवक के खिलाफ अपनी ही मौसी की बेटी को शादी का झांसा देकर भगा ले जाने व उससे दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने लड़की व लड़के दोनों को पकड़ लिया है, वहीं लड़के की मदद कर रही लड़के की दादी को भी गिरफ्तार किया गया है। महिला ने बताया कि उसकी नाबालिग बेटी को 6 नवंबर को उसकी बहन का लड़का भगाकर ले गया। यह काम उसने अपनी दादी की शह पर किया। दादी ने न सिर्फ उसे भगाने में मदद की बल्कि उन्हें कहीं छुपा दिया। पुलिस द्वारा जब लड़के की दादी से पूछताछ की गई तो उसने सब बता दिया और पुलिस पार्टी ने एएसआई अश्विनी कुमार के नेतृत्व में लड़का-लड़की दोनों को पठानकोट से पकड़ लिया।

नाबालिग बेटी ने दुष्कर्मी पिता को पकड़वाया

भरतपुर। एक पटवारी ने अपनी आठवीं कक्षा में पढ़ रही नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया। पिता के चार-पांच मित्रों ने भी इस छात्रा से ज्यादती की। परेशान बच्ची ने हिम्मत दिखाते हुए बुधवार को स्कूल प्राचार्य को जानकारी दी। इस पर प्रशासन ने कार्रवाई में करते हुए बच्ची का मेडिकल कराया। बाद में पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया। अन्य आरोपियों की भी पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि छात्रा ने कई साल से दुष्कर्म होने की जानकारी दी है।

बच्ची ने बताया कि दुष्कर्म के बाद पिता धमकियां भी देता था। इसकी जानकारी बच्ची ने मां और दादी को भी दी, लेकिन बदनामी के कारण सब चुप रहे। बच्ची ने मामा के यहां भी जाने की जिद की तो मां ने भेजने से इसलिए इनकार कर दिया। हिम्मत करके छात्रा ने बुधवार को प्राचार्य को आपबीती सुनाई। प्राचार्य ने मामले की जानकारी जिला कलेक्टर को दी तो पुलिस ने जांच शुरू की। एसपी अंशुमन भौमियां ने बताया कि छात्रा से पूछताछ करने के लिए टीम बनाई गई है इस टीम ने पीडि़त छात्रा से बातचीत की और बयान के आधार पर महिला थाना में मामला दर्ज किया। इसके बाद छात्रा का मेडिकल कराया गया। इसके बाद पिता को हिरासत में ले लिया गया है।

मुनाबाव में बनेंगे कस्टम ऑफिस व कॉलोनी


मुनाबाव में बनेंगे कस्टम ऑफिस व कॉलोनी 



भवन निर्माण के लिए जैसिंधर में 60 बीघा भूमि होगी अवाप्त, छह साल से अस्थाई तौर पर गडरा में संचालित हो रहा था कस्टम विभाग
 गडरारोड  अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन पर कस्टम का नया भवन बनेगा। विभाग ने भवन व आवासीय कॉलोनी के लिए स्टेशन के आसपास के गांवों में 60 बीघा भूमि अवाप्त करने का प्रस्ताव भेजा था। जैसिंधर हल्का पटवारी ने कस्टम ऑफिस के लिए ग्राम पंचायत जैसिंधर स्टेशन में भूमि उपलब्ध होने की रिपोर्ट प्रस्तुत की है। केन्द्रीय भूमि अवाप्ति की अधिसूचना की धारा 6(17) के तहत भूमि अवाप्ति के लिए अधिसूचना जारी की जाएगी। उम्मीद है कि जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी होने पर भवन व कॉलोनी निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।

थार एक्सप्रेस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बीते छह साल से कस्टम विभाग संचालित किया जा रहा है। स्टेशन पर भवन नहीं होने पर विभाग ने गडरारोड में अस्थाई कार्यालय खोल रखा था। हाल ही में मुनाबाव में कस्टम के नए भवन व आवासीय कॉलोनी को मंजूरी मिली है। इस पर सहायक कमिश्&52द्भ;नर कस्टम स्टेशन मुनाबाव ने कलेक्टर बाड़मेर को पत्र भेजकर भवन व कॉलोनी के लिए 60 बीघा भूमि अवाप्त करने की मांग रखी। कलेक्टर ने जैसिंधर के हल्का पटवारी को उपलब्ध भूमि की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। पटवारी ने रिपोर्ट में ग्राम पंचायत जैसिंधर स्टेशन में खसरा न. 104 में भूमि उपलब्ध होने की जानकारी दी है। जिसका बाजार मूल्य 8040 रुपए प्रति बीघा है। भूमि की कीमत व सोलेसियस राशि व अन्य व्यय करीब छह लाख पचास हजार रुपए के मुआवजे का भुगतान प्रस्तावित है। इस पर कस्टम विभाग ने भूमि अवाप्ति के लिए अधिसूचना जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही कस्टम विभाग को 60 बीघा भूमि मिलेगी।

॥कस्टम ऑफिस व आवासीय कॉलोनी के लिए भूमि अवाप्त करना प्रस्तावित है। कलेक्टर के माध्यम से पटवारी से रिपोर्ट मांगी गई थी। यह रिपोर्ट मिल गई है। अब आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।ञ्जञ्ज
रोहन कुमार, सहायक कमिश्नर, कस्टम स्टेशन मुनाबाव
॥कलेक्टर के निर्देशानुसार भूमि उपलब्ध होने की रिपोर्ट तैयार कर कस्टम के अधिकारियों को दे दी है। अब उनकी ओर से अधिसूचना जारी करने की प्रक्रिया की जाएगी।
मीठालाल मीणा, पटवारी जैसिंधर स्टेशन

बुधवार, 13 फ़रवरी 2013

ड्रिलिंग खर्चे पर ओएनजीसी-केर्न में विवाद: सूत्र



सूत्रों से जानकारी मिली है कि ओएनजीसी बाड़मेर ब्लॉक के ड्रिलिंग खर्च का बोझ उठाना नहीं चाहता है। बाड़मेर ब्लॉक के एक्सप्लोरेशन के लिए ओएनजीसी को 26 करोड़ डॉलर चुकाने होंगे।


हालांकि, सूत्रों के मुताबिक बाड़मेर ब्लॉक में नई खोजों का ही खर्चा उठाने को ओएनजीसी तैयार है। केर्न इंडिया अगले 3 साल में बाड़मेर ब्लॉक के एक्सप्लोरेशन पर 86 करोड़ डॉलर खर्च करने वाली है।


बाड़मेर ब्लॉक में केर्न इंडिया का 70 फीसदी और ओएनजीसी का 30 फीसदी हिस्सा है। केर्न इंडिया की बाड़मेर ब्लॉक में 100 कुएं खोदने की योजना है।

कई सालों तक हुआ अनुष्का का यौन शोषण

कई सालों तक हुआ अनुष्का का यौन शोषण
नई दिल्ली। दिवंगत सितार वादक पण्डित रविशंकर की बेटी अनुष्का शंकर ने खुलासा किया है कि बचपन में वह परिचितों के हाथों यौन उत्पीड़न का शिकार हुई थी। 31 साल की अनुष्का ने एक वेबसाइट पर यह खुलासा किया है। अनुष्का फिलहाल लंदन में रह रही है।

वेबसाइट चेंज डॉट ओआरजी पर वन बिलियन राइजिंग नाम का एक कैंपेन चलाया जा रहा है जिसमें दुनिया भर की महिलाओं और पुरूषों से एक साथ आकर यह कहने की अपील की जा रही है कि अब बहुत हो चुका,महिलाओं के खिलाफ हिंसा बंद होनी चाहिए। वेबसाइट के जरिए अनुष्का ने वैलेंटाइंस डे के मौके पर एक अरब महिलाओं को न्योता दिया है कि वे घर से बाहर निकलेंए डांस करें और अपने खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ आवाज बुलंद करें।

वेबसाइट पर पोस्ट किए गए वीडियो में अनुष्का बताती है कि बचपन में मेरा कई सालों तक यौन और मानसिक शोषण हुआ। ऎसा उस व्यक्ति ने किया जिस पर मेरा माता-पिता बहुत भरोसा करते थे। मेरे साथ ऎसी कई चीजें हुई जिनसे निपटना मुझे नहीं आता था। मसलन जबरन छुआ गया। गालियां दी गई। नहीं जानती थी कि मैं इसे कैसे बदल सकती हूं।

एक महिला के तौर पर मुझे लगता है कि मैं हमेशा डर के साए में जी रही हूं। रात में अकेले टहलने में डर लगता है। किसी पुरूष की ओर से पूछे गए समय का जवाब देने में डर लगता है। लेकिन अब बहुत हो चुका। दिल्ली गैंगरेप की शिकार लड़की और उस जैसी अन्य महिलाओं के लिए अब मैं जग रही हूं। मैं अपने देश की अद्भुत महिलाओं के लिए जग रही हूं। मैं अपने अंदर के बच्चे के लिए जग रही हूं। इसलिए आप मेरे साथ आइए,डांस कीजिए। डांस में किसी भी जख्म को भरने की शक्ति है।

आनंद जगानी राजस्थानी भाषा समिति जैसलमेर के जिला पाटवी मनोनित--


आनंद जगानी राजस्थानी भाषा समिति जैसलमेर के जिला पाटवी मनोनित--

जैसलमेर राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए देश भर में चलाये रहे
अभियान के तहत जैसलमेर में अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष
समिति जैसलमेर का गठन कर जिला पाटवी पर आनंद जगानी को मनोनित किया ,गया
हें ,जिला संयोजक मनोहर सिंह अडबाला ने बताया की जोधपुर संभाग उप पाटवी
और बाड़मेर जैसलमेर चन्दन सिंह भाटी और प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह
बारहट के निर्देशानुसार जैसलमेर समिति के जिला पाटवी पद पर वरिष्ठ
साहित्यकार और कवि आनंद जगानी को मनोनित कर सात दिवस में कार्यकारिणी के
गठन के निर्देश दिए गए हें ,श्री जगानी लम्बे समय से समिति के
क्रियाकलापों और गतिविधियों से सक्रियता से जुड़े हुए हें .उन्होंने बताया
समिति के सह घटक राजस्थानी मोटियार ,परिषद् राजस्थानी महिला परिषद्
,राजस्थानी चिंतन परिषद् और राजस्थानी छात्र परिषद् के गठन के जारी हें
,इन घटक के जिला पाटवी पदों की शीघ्र घोषणा कर दी ,जाएगी उन्होंने बताया
की बाईस फरवरी को विश्व मात्र भाषा दिवस पर राजस्थानी भाषा को मान्यता
देने की मांग को लेकर जैसलमेर में अभियान का आगाज़ किया जाएगा इसी दिन
,प्रधानमंत्री गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन
सौंपा जाएगा ,

नामा बने असिस्टेंट प्रोफ़ेसर


नामा बने असिस्टेंट प्रोफ़ेसर 

जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी में हुआ चयन , सीसीडीयू में थे भूजल वैज्ञानिक 


 बाड़मेर , बाड़मेर में सी सी डी यू में कार्यरत भूजल वैज्ञानिक डाक्टर शंकर लाल नामा का चयन राजस्थान के बड़े विश्विधालय में से एक जय नारायण व्यास विश्व विधालय में बतोर असिस्टेंट प्रोफ़ेसर चयन हुआ है .देर रात जय नारायण व्यास विश्व विधालय द्वारा बीते दिनों संपन्न हुए साक्षतकारो के जारी किये गए परिणामो में डाक्टर नामा का चयन जीयोलोजी  के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के तोर पर किया गया है . अब तक जहा डाक्टर नामा बाड़मेर में सी सी डी यू में भूजल वैज्ञानिक के पद पर कार्य कर रहे थे .और इनका काम बाड़मेर जिले में कई महवपूर्ण कार्यो के लिए ख़ास रहा है , इनके द्वारा भूजल पर किये गए कार्य ग्रामीण इलाको में पेयजल के आधार मुहेया करवा रहे है , बाड़मेर के भूजल पर किया गया इनका सर्वे कई विधार्थियों को आज नई दिशा प्रदान कर रहा है . इससे पहले डाक्टर नामा बाड़मेर कोलेज में भी अपनी सेवाए दे चुके है .डाक्टर नामा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों और गुरुवरो के आशीर्वाद को दिया है . डाक्टर नामा के चयन पर बाड़मेर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिक्षण अभियंता ओपि व्यास , अधिशासी अभियन्त बी एल जाटोल , आर आर शर्मा , जन स्वास्थ्य विभाग के अमृतजैन , हेमंत कुमार लिलड , लीलाराम हाथमा ,हरीसिंह , विक्रमबोस , राजू गोड़ , संतोखाराम और सी सी डी यू के आई इ सी कंसल्टेंट अशोक सिंह ने खुसी जाहिर की है . 

थार की प्रेम कहानी कोटड़ा के किले से निकली बाघा भारमली प्रेम कहानी


थार की प्रेम कहानी  कोटड़ा के किले से निकली बाघा भारमली प्रेम कहानी


बाडमेर प्रेम की कथा अकथ है, अनिवर्चनीय है। फिर भी प्रेम कथा विविध प्रकार से कही जाती है, कही जाती थी और की जाएगी। मरुप्रदो की प्रेम गांथाएं मूमल महेन्द्रा, ढोला मारु तथा बाघा भारमली प्रेम का जीवंत उदाहरण है॥ प्रेम भावत और जीवन नियन्तता है। प्रेम एक व्यवस्थित एवं स्थिर मनोदा है। जब एक व्यक्ति का आकशर्ण दूसरे व्यक्ति पर इतना प्रबल हो कि उसकी प्राप्ति, उसका सानिध्य, उसकी रक्षा और उसकी प्रसन्नता में ही सुख की अनुभूति होने लगे तब उस मनोवृति को प्रेम का नाम दिया जाता है। मानव मन की सबसे सुन्दर दुर्बलता प्रेम है।


थार के इस समुन्द्र में कई प्रेम गाथाओं ने जन्म लिया होगा। मगर बाघा भारमली की प्रेम कथा राजस्थान के लोक साहित्यिक के अन्तर्गत अपना विश्ट स्थान रखती है। समाज और परम्पराओं के विपरित बाघाभारमली की प्रेम कथा बाड़मेर के कणकण में समाई है। इस प्रेम कथा को रुठी रानी में अवय विस्तार मिला है। मगर स्थानीय तौर पर यह प्रेम कथा साहित्यकारो द्वारा अपेक्षित हुई है। किन्तु चारण कवियों ने अपने ग्रन्थो में इस प्रेम कथा का उल्लेख अवय किया है। कोटड़ा के किले से जो प्रेम कहानी निकली वह बाघाभारमली के नाम से अमर हुई।


मारवाड़ के पिचमी अंचल बाड़मेरजैसलमेर से सम्बन्धित यह प्रणय वृतान्त आज भी यहां की सांस्कृतिक परम्परा एवं लोकमानस में जीवन्त है।


उपर्युक्त प्रेमगाथा का नायक बाघजी राठौड़ बाड़मेर जिलान्तर्गत कोटड़ा ग्राम का था। उसका व्यक्तित्व शूरवीरता तथा दानाशीलता से विशेश सम्पन्न था। जैसलमेर के भाटियों के साथ उसके कुल का वैवाहिक संबंध होने के कारण वह उनका समधी (गनायत) था।


कथानायिक भारमली जैसलमेर के रावल लूणकरण की पुत्री उमादे की दासी थी। 1536 ई में उमा दे का जोधपुर के राव मालदेव (153162ई) से विवाह होने पर भारमली उमा दे के साथ ही जोधपुर आ गई। वह रुपलावण्य तथा भारीरिकसौश्ठव में अप्सरावत अद्वितीय थी।


विवाहोपरान्त मधुयामिनी के अवसर पर राव मालदेव को उमा दे रंगमहल में पधारने का अर्ज करने हेतु गई दासी भारमली के अप्रतीत सौंदर्य पर मुग्ध होकर मदस्त राव जी रंगमहल में जाना बिसरा भारमली के यौवन में ही रम गये। इससे राव मालदेव और रानी उमा दे में ॔॔रार॔॔ ठन गई, रानी रावजी से रुठ गई। यह रुठनरार जीवनपर्यन्त रही, जिससे उमा दे ॔॔रुठी रानी॔॔ के नाम से प्रसिद्व हुई।


राव मालदेव के भारमली में रत होकर रानी उमा दे के साथ हुए विवासघात से रुश्ट उसके पीहर वालो ने अपनी राजकुमारी का वैवाहिक जीवन निर्द्वन्द्व बनाने हेतु अपने यौद्वा ॔॔गनायत॔॔ बाघजी को भारमलीका अपहरण करने के लिए उकसाया। बाघजी भारमली के अनुपम रुपयौवन से माहित हो उसे अपहरण कर कोटड़ा ले आया एवं उसके प्रति स्वंय को हार बैठा। भारमली भी उसके बल पौरुश हार्द्विक अनुसार के प्रति समर्पित हो गई। जिससे दोनो की प्रणयवल्लरी प्रीतिरस से नियप्रति सिंचित होकर प्रफुल्ल और कुसुमितसुरभित होने लगी। इस घटना से क्षुब्ध राव मालदेव द्वारा कविराज आसानन्द को बाघाजी को समझा बुझा कर भारमली को लौटा लाने हेतु भेजा गया। आसानन्द के कोटड़ा पहुॅचने पर बाघ जी तथाभारमली ने उनका इतना आदरसत्कार किया कि वे अपने आगमन का उद्देय भूल अत्यंत होकर वही रहने लगे। उसकी सेवासुश्रूशा एवं हार्दिक विनयभाव से अभिभूत आसाजी का मन लौटने की सोचता ही नही था। उनके भाव विभोर चित्त से प्रेमीयुगल की हृदयकांक्षा कुछ इस प्रकार मुखरित हो उठी


जहं तरवर मोरिया, जहं सरवर तहं हंस।


जहं बाघो तहं भारमली, जहं दारु तहं मंस॥


तत्पचात आसान्नद बाघजी के पास ही रहे। इस प्रकार बाघभारमली का प्रेम वृतान्त प्रणय प्रवाह से आप्यायित होता रहा। बाघजी के निधन पर कवि ने अपना प्रेम तथा भाौक ऐसे अभिव्यक्त किया


ठौड़ ठौड़ पग दौड़, करसां पेट ज कारणै।


रातदिवस राठौड़, बिसरसी नही बाघनै॥

वैलेंटाइन डे की कहानी::

वैलेंटाइन डे की कहानी::

यूरोप (और अमेरिका) का समाज जो है वो रखैलों (Kept) में विश्वास करता है पत्नियों में नहीं, यूरोप और अमेरिका में आपको शायद ही ऐसा कोई पुरु...ष या मिहला मिले जिसकी एक शादी हुई हो, जिनका एक पुरुष से या एक स्त्री से सम्बन्ध रहा हो और ये एक दो नहीं हजारों साल की परम्परा है उनके यहाँ | आपने एक शब्द सुना होगा "Live in Relationship" ये शब्द आज कल हमारे
देश में भी नव-अिभजात्य वगर् में चल रहा है, इसका मतलब होता है कि "बिना शादी के पती-पत्नी की तरह से रहना" | तो उनके यहाँ, मतलब यूरोप और अमेरिका में ये परंपरा आज भी चलती है,खुद प्लेटो (एक यूरोपीय दार्शनिक) का एक स्त्री से सम्बन्ध नहीं रहा, प्लेटो ने लिखा है कि "मेरा 20-22 स्त्रीयों से सम्बन्ध रहा है" अरस्तु भी यही कहता है, देकातेर् भी यही कहता है, और रूसो ने तो अपनी आत्मकथा में लिखा है कि "एक स्त्री के साथ रहना, ये तो कभी संभव ही नहीं हो सकता, It's Highly Impossible" | तो वहां एक पत्नि जैसा कुछ होता नहीं | और इन सभी महान दार्शनिकों का तो कहना है कि "स्त्री में तो आत्मा ही नहीं होती" "स्त्री तो मेज और कुर्सी के समान हैं, जब पुराने से मन भर गया तो पुराना हटा के नया ले आये " | तो बीच-बीच में यूरोप में कुछ-कुछ ऐसे लोग निकले जिन्होंने इन बातों का विरोध किया और इन रहन-सहन की व्यवस्थाओं पर कड़ी टिप्पणी की | उन कुछ लोगों में से एक ऐसे ही यूरोपियन व्यक्ति थे जो आज से लगभग 1500 साल पहले पैदा हुए, उनका नाम था - वैलेंटाइन | और ये कहानी है 478 AD (after death) की, यानि ईशा की मृत्यु के बाद |
स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ
उस वैलेंटाइन नाम के महापुरुष का कहना था कि "हम लोग (यूरोप के लोग) जो शारीरिक सम्बन्ध रखते हैं कुत्तों की तरह से, जानवरों की तरह से, ये अच्छा नहीं है, इससे सेक्स-जनित रोग (veneral disease) होते हैं, इनको सुधारो, एक पति-एक पत्नी के साथ रहो, विवाह कर के रहो, शारीरिक संबंधो को उसके बाद ही शुरू करो" ऐसी-ऐसी बातें वो करते थे और वो वैलेंटाइन महाशय उन सभी लोगों को ये सब सिखाते थे, बताते थे, जो उनके पास आते थे, रोज उनका भाषण यही चलता था रोम में घूम-घूम कर | संयोग से वो चर्च के पादरी हो गए तो चर्च में आने वाले हर व्यक्ति को यही बताते थे, तो लोग उनसे पूछते थे कि ये वायरस आप में कहाँ से घुस गया, ये तो हमारे यूरोप में कहीं नहीं है, तो वो कहते थे कि "आजकल मैं भारतीय सभ्यता और दशर्न का अध्ययन कर रहा हूँ, और मुझे लगता है कि वो परफेक्ट है, और इसिलए मैं चाहता हूँ कि आप लोग इसे मानो", तो कुछ लोग उनकी बात को मानते थे, तो जो लोग उनकी बात को मानते थे, उनकी शादियाँ वो चर्च में कराते थे और एक-दो नहीं उन्होंने सैकड़ों शादियाँ करवाई थी |

जिस समय वैलेंटाइन हुए, उस समय रोम का राजा था क्लौड़ीयस, क्लौड़ीयस ने कहा कि "ये जो आदमी है-वैलेंटाइन, ये हमारे यूरोप की परंपरा को बिगाड़ रहा है, हम बिना शादी के रहने वाले लोग हैं, मौज-मजे में डूबे रहने वाले लोग हैं, और ये शादियाँ करवाता फ़िर रहा है, ये तो अपसंस्कृति फैला रहा है, हमारी संस्कृति को नष्ट कर रहा है", तो क्लौड़ीयस ने आदेश दिया कि "जाओ वैलेंटाइन को पकड़ के लाओ ", तो उसके सैनिक वैलेंटाइन को पकड़ के ले आये | क्लौड़ीयस नेवैलेंटाइन से कहा कि "ये तुम क्या गलत काम कर रहे हो ? तुम अधमर् फैला रहे हो, अपसंस्कृति ला रहे हो" तो वैलेंटाइन ने कहा कि "मुझे लगता है कि ये ठीक है" , क्लौड़ीयस ने उसकी एक बात न सुनी और उसने वैलेंटाइन को फाँसी की सजा दे दी, आरोप क्या था कि वो बच्चों की शादियाँ कराते थे, मतलब शादी करना जुर्म था | क्लौड़ीयस ने उन सभी बच्चों को बुलाया, जिनकी शादी वैलेंटाइन ने करवाई थी और उन सभी के सामने वैलेंटाइन को 14 फ़रवरी 498 ईःवी को फाँसी दे दिया गया |

पता नहीं आप में से कितने लोगों को मालूम है कि पूरे यूरोप में 1950 ईःवी तक खुले मैदान में, सावर्जानिक तौर पर फाँसी देने की परंपरा थी | तो जिन बच्चों ने वैलेंटाइन के कहने पर शादी की थी वो बहुत दुखी हुए और उन सब ने उस वैलेंटाइन की दुखद याद में 14 फ़रवरी को वैलेंटाइन डे मनाना शुरू किया तो उस दिन से यूरोप में वैलेंटाइन डे
मनाया जाता है | मतलब ये हुआ कि वैलेंटाइन, जो कि यूरोप में शादियाँ करवाते फ़िरते थे, चूकी राजा ने उनको फाँसी की सजा दे दी, तो उनकी याद में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है | ये था वैलेंटाइन डे का इतिहास और इसके पीछे का आधार |


अब यही वैलेंटाइन डे भारत आ गया है जहाँ शादी होना एकदम सामान्य बात है यहाँ तो कोई बिना शादी के घूमता हो तो अद्भुत या अचरज लगे लेकिन यूरोप में शादी होना ही सबसे असामान्य बात है | अब ये वैलेंटाइन डे हमारे स्कूलों में कॉलजों में आ गया है और बड़े धूम-धाम से मनाया जा रहा है और हमारे यहाँ के लड़के-लड़िकयां बिना सोचे-समझे एक दुसरे को वैलेंटाइन डे का कार्ड दे रहे हैं | और जो कार्ड होता है उसमे लिखा होता है " Would You Be My Valentine" जिसका मतलब होता है "क्या आप मुझसे शादी करेंगे" | मतलब तो किसी को मालूम होता नहीं है, वो समझते हैं कि जिससे हम प्यार करते हैं उन्हें ये कार्ड देना चाहिए तो वो इसी कार्ड को अपने मम्मी-पापा को भी दे देते हैं, दादा-दादी को भी दे देते हैं और एक दो नहीं दस-बीस लोगों को ये
ही कार्ड वो दे देते हैं | और इस धंधे में बड़ी-बड़ी कंपिनयाँ लग गयी हैं जिनको कार्ड बेचना है, जिनको गिफ्ट बेचना है, जिनको चाकलेट बेचनी हैं और टेलीविजन चैनल वालों ने इसका धुआधार प्रचार कर दिया | ये सब लिखने के पीछे का उद्देँशय यही है कि नक़ल आप करें तो उसमे अकल भी लगा लिया करें | उनके यहाँ साधारणतया शादियाँ नहीं होती है और जो शादी करते हैं वो वैलेंटाइन डे मनाते हैं लेकिन हम भारत में क्यों ??????

पाक से लाए लाखों के जाली नोट, पांच साल तक सलाखों के पीछे रहेंगे मां-बेटे

पाक से लाए लाखों के जाली नोट, पांच साल तक सलाखों के पीछे रहेंगे मां-बेटे

बाड़मेर पांच साल पूर्व पाकिस्तान से थार एक्सप्रेस से जाली मुद्रा लाने वाले माँ बेटे को पांच साल की सजा और के की सजा सुनाई हें .अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट (आर्थिक अपराध) जोधपुर महानगर ने पाकिस्तान से जाली भारतीय मुद्रा लेकर आए मां-बेटे को पांच वर्ष के कारावास और 30 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। अदालत ने इसी मामले में एक अन्य आरोपी करम अली को संदेह के आधार पर बरी कर दिया।

मामले के अनुसार सीमा शुल्क विभाग को सूचना मिली थी कि 17 नवंबर 2007 को मुनाबाव-जोधपुर लिंक एक्सप्रेस से दो यात्री जाली भारतीय मुद्रा लेकर आ रहे हैं। इनमें एक महिला (उम्र 60 वर्ष) व एक पुरुष (उम्र 30 वर्ष) है। अधिकारियों ने दोनों की तलाशी ली तो उनके पास 74 चप्पलों की खेप में छुपा कर लाई गई 19 लाख 54 हजार रुपए की जाली भारतीय मुद्रा बरामद हुई। दोनों की पहचान उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर निवासी अजादर व अजादी के रूप में हुई।

ये दोनों मां-बेटे ही निकले। अभियुक्तों ने अपने बयानों में चप्पलों की खेप बुलंदशहर में ही रहने वाले करम अली को सुपुर्द किया जाना बताया। इस पर करम अली के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया गया। करम अली की ओर से अधिवक्ता सुनील मेहता व धनराज वैष्णव ने कहा कि उसके कब्जे से कोई प्रतिबंधित वस्तु बरामद नहीं हुई है, इसलिए उसे मात्र अभियुक्त गणों के बयानों के आधार पर दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
पत्नी को लोहे की छड़ो से दागा, घर से निकाला

वेश्‍याओं के लिए बढ़ेगी उम्र सीमा, 18 से कम की लड़की को पैसे देकर सेक्‍स करने पर होगी जेल



नई दिल्‍ली. मानव तस्‍करी कर लाई गईं लड़कियों को सेक्‍स के धंधे में धकेलने की बढ़ती प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए सरकार कानून बदलने पर विचार कर रही है। महिला और बाल विकास मंत्रालय इस पर काम कर रहा है। मंत्रालय ने अनैतिक मानव तस्करी निषेध अधिनियम (इममोरल ट्रैफिकिंग प्रिवेंशन एक्‍ट यानी इटपा) में संशोधनों के प्रस्ताव वाला जो कैबिनेट नोट बांटा है, उसमें प्रावधान है कि 18 साल से कम उम्र में वेश्‍यावृत्ति को गैरकानूनी करार दिया जाए और इससे कम उम्र की लड़कियों के साथ पैसे के एवज में सेक्‍स करने वालों को सजा दी जाए।
वेश्‍याओं के लिए बढ़ेगी उम्र सीमा, 18 से कम की लड़की को पैसे देकर सेक्‍स करने पर होगी जेल
इटपा में वेश्यालय की परिभाषा काफी विस्तृत है। इसमें केवल रेड लाइट एरिया ही नहीं बल्कि किसी के घर, कमरे, सुविधाजनक जगह या किसी भी जगह पर जहां सेक्स ख़रीदा जा रहा हो उसे वेश्यालय माना गया है। यहां तक कि अगर कोई अपने घर, होटल या कार में भी सेक्स वर्कर के साथ पकड़ा जाता है तो उसे सजा दी जाएगी।

सजा का प्रस्ताव दामिनी गैंगरेप के बाद लाया गया है। दिसंबर 2012 में हुए इस गैंगरेप के बाद केंद्र और दिल्ली की कांग्रेस सरकार के खिलाफ काफी दिनों तक देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसमें सरकार से सेक्स अपराधियों के खिलाफ कड़े कानून बनाने की मांग की गयी थी। इसके बाद से यूपीए सरकार महिला सुरक्षा के मुद्दों पर काम कर लोगों का भरोसा जीतना चाहती है। सरकार ने महिला सुरक्षा और सेक्स अपराध के मौजूदा ढांचे में बदलाव के लिए जस्टिस जेएस वर्मा कमिटी बनाकर उससे रिपोर्ट देने को कहा था। लेकिन इस कमिटी की रिपोर्ट में मानव तस्करी और सेक्स के व्यापर जैसे मुद्दे पूरी तरह से कवर नहीं हो सके हैं। सरकार की और से बनाए गए कैबिनेट नोट में इन दोनों मुद्दों को महिलाओं के खिलाफ अपराध के तौर पर शामिल किया गया है। हालांकि इन प्रस्तावों का सेक्स वर्कर और एक्टिविस्ट की तरफ से सेक्स वर्कर की रोजी-रोटी छिनने के नाम पर विरोध किये जाने की उम्मीद है।

पूर्व वायुसेना अध्यक्ष ने खाई थी घूस!

पूर्व वायुसेना अध्यक्ष ने खाई थी घूस!
नई दिल्ली। रक्षा खरीद सौदे में वायुसेना की छवि दागदार होती दिख रही है। एक अंग्रेजी समाचार पत्र के मुताबिक इटली की कंपनी से 12 अगस्ता वेस्टलैण्ड हेलीकॉप्टरों के सौदे में पूर्व वायुसेना अध्यक्ष एसपी त्यागी को कथित रूप से घूस दी गई थी।

समाचार पत्र ने इस मामले में इटली की एजेंसियों की शुरूआती जांच रिपोर्ट के हवाले से यह दावा किया है। समाचार पत्र के मुताबिक फिनमेकेनिका एयरोस्पेस डिफेंस कंपनी ने तत्कालीन वायुसेना प्रमुख को मध्यस्थों के माध्यम से रिश्वत पहुंचाई थी। यह पहली बार है जब वायुसेना अध्यक्ष जैसे किसी बड़े अधिकारी का नाम किसी घोटाले में सामने आया है।

राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री सहित अति विशिष्ट लोगों के लिए 2010 में इटली की कंपनी से 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद का सौदा हुआ था। इतालवी कंपनी से हुए 3600 करोड़ रूपए के सौदे में 362 करोड़ की दलाली की खबर आई है। इस सौदे में गड़बड़ी की जांच कर रही इतालवी एजेंसियों ने मंगलवार को फिनमेकेनिका के सीईओ गियुसिपी ओरसी को मिलान में गिरफ्तार किया। साथ ही अगस्ता-वेस्टलैंड के प्रमुख ब्रूनो स्पैगनेलेनी को भी इटली के कोर्ट ने नजरबंद करने के भी आदेश हुए हैं।

अक्टूबर 2012 में स्विट्जरलैंड पुलिस ने गुइडो राल्फ हाश के नामक 62 वर्षीय कंसल्टेंट को भी गिरफ्तार किया था। हालांकि बाद में उसे छोड़ दिया गया था। करीब डेढ़ साल से इटली सरकार फिनमेकेनिका के खातों को भारत के साथ हुए इस सौदे में दलाली की पड़ताल के लिए खंगाल रही है। समाचार पत्र के मुताबिक उसके पास 64 पेज की वह रिपोर्ट है जिसे फिनमेकेनिका के सीईओ की गिरफ्तारी के लिए ट्रिब्यूनल में फाइल किया गया था। समाचार पत्र के मुताबिक उसने इस बारे में त्यागी से कई बार संपर्क करने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली।

रिपोर्ट के मुताबिक एयर चीफ मार्शल एसपी त्यागी के करीबियों जूली त्यागी,डोस्का त्यागी और संदीप त्यागी के मार्फत यह खास रकम उन तक पहुंचाई गई। त्यागी 2004 से 2007 तक वायु सेना अध्यक्ष के पद पर थे। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि फिनेमेकेनिका की सहायक कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड को नीलामी प्रक्रिया में शामिल करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट में जानबूझकर तकनीकी पेच फंसाए गए। इसके लिए 360 करोड़ रूपए से ज्यादा की रिश्वत इटली और भारत में दी गई।

एसपी त्यागी ने वेस्टलैंड के पक्ष में टेंडर की डीटेल बदली। ऑपरेशनल सीलिंग की शर्त 18000 फीट से कम कर 15000 हजार फीट की गई। ऎसा नहीं किया जाता तो वेस्टलैंड नीलामी में शामिल ही नहीं हो पाती। समाचार पत्र के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर में इस मामले की जांच के दौरान जूली त्यागी का नाम सामने आया था। एसपी त्यागी ने तब स्वीकार किया था कि उनके जूली से संबंध हैं लेकिन उन्होंने उनके साथ किसी तरह के व्यापारिक संबंध होने से इनकार किया था।

सामंतशाही के विरुद्ध लडऩे वाले सच्चे देशप्रेमी थे जोशी


सामंतशाही के विरुद्ध लडऩे वाले सच्चे देशप्रेमी थे जोशी 
स्वतंत्रता सेनानी लालचंद जोशी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित 

 जैसलमेर



स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजसेवी स्व.लालचंद जोशी की तीसरी पुण्यतिथि पर नगर के गणमान्य लोगों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। दुर्ग स्थित जेल में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त कलेक्टर परशुराम धानका, विशिष्ठ अतिथि यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तथा अध्यक्षता दीनदयाल ओझा ने की।

सुरेश जोशी ने स्व. जोशी के जीवन का परिचय दिया तथा उनके द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन में दिए गए योगदान के बारे में बताया। समाजसेवी महेन्द्र व्यास ने उन्हें सामंतशाही के विरुद्ध लडऩे वाला सच्चा देश प्रेमी व प्रेरणादायी व्यक्तित्व बताया। पुष्करणा न्याति ट्रस्ट के अध्यक्ष बालकृष्ण जगाणी ने कहा कि आदर्श सिद्धांत के साथ जीने वाले कालजयी हो जाते है।

समाज सेविका सरस्वती छंगाणी ने सादा जीवन उच्च विचार उनका व्यक्तित्व बताया। साथ ही उनके बताए मार्ग पर चलने की बात कही। मुख्य अतिथि उम्मेदसिंह तंवर ने उनके परंपरागत मूल्यों के सरंक्षण को हमें संजोकर रखना है। हमारी विरासत के उन मूल्यों पर चलकर ही जोशी ने अपने जीवन को दिशा दी। तंवर ने जैसलमेर के सेनानियों की याद को अमर बनाए रखने के लिए संग्रहालय बनाने की आवश्यकता जताई। दीनदयाल ओझा ने कहा कि जोशी जी के त्याग, सेवा एवं समर्पण के बारे में प्रकाश डाला। इस अवसर पर मनोहरसिंह अड़बाला, भगवानदास गोपा, जुगल बोहरा, नवल चौहान, नटवर जोशी, मदनलाल गज्जा, ओमप्रकाश व्यास, भंवरलाल आचार्य, कमल आचार्य, दिलीप चूरा ने विद्यालय में फल व बिस्कुट वितरित किए। कार्यक्रम का संचालन आनंद जगाणी ने किया।

जैसलमेर कृष्णन बने कॉटलर के ब्रांड एम्बेसेडर


कृष्णन बने कॉटलर के ब्रांड एम्बेसेडर 


 जैसलमेर  स्वर्णनगरी के 12 वर्षीय कृष्णन भाटिया को इथिक वियर बनाने वाली प्रमुख कंपनी कॉटलर ने अपना ब्रांड एम्बेसेडर बनाया हैं। इसके लिए कृष्णन का विशेष फोटो शूट भी किया गया। चयन होने पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने इसका श्रेय पिता अनिल भाटिया, सुनिल शेटी को दिया। कॉटलर कंपनी द्वारा बच्चों व पुरुषों के लिए शेरवानी एवं अफगानी शूट का निर्माण किया जाता है।

तलवार नहीं कलम की धार में दिखाएं वीरता: त्रिभुवन सिंह


तलवार नहीं कलम की धार में दिखाएं वीरता: त्रिभुवन सिंह 
मालाणी के सपूत रावल मल्लीनाथ की पुण्य तिथि पर कार्यक्रम आयोजित 

बाड़मेर  राजपूतों ने शक्ति, भक्ति और युक्ति बल से गौरवमयी इतिहास सृजित किया और सभी धर्म के लोगों को गले लगाकर हमेशा उदारता का परिचय दिया है। यह क्षत्रिय कौल का स्वर्णिम अतीत रहा है, लेकिन वर्तमान परीपेक्ष्य में हमें जमाने के साथ चलना होगा। कलम को हथियार बनाकर प्रतियोगिता युग में वीरता पूर्वक आगे बढऩा होगा। हमें हर क्षेत्र में अपनी स्थिति सुनिश्चित करनी होगी। रावल मल्लीनाथ की तरह सभी धर्मों, संप्रदाय के लोगों से मधुर संबंध रखते हुए लक्ष्य को पाने के लिए अनवरत प्रयास जारी रखे। यह विचार युवा रावत त्रिभुवन सिंह ने क्षत्रिय युवक संघ के सौजन्य से मल्लीनाथ राजपूत छात्रावास में मालाणी के संस्थापक व भक्त शिरोमणि रावल मल्लीनाथ की पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में कही।संघ के नगर प्रमुख दीपसिंह रणधा ने बताया कि समारोह में उपस्थित लोगों ने रावल मल्लीनाथ की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा दिखाई। इस मौके पर शिक्षाविद कमलसिंह महेचा ने कहा कि राव सीहाजी की दसवीं पीढ़ी में पैदा हुए रावल मल्लीनाथ ने इस्लामी आतंक का मुकाबला करते हुए अपने भाइयों को बराबरी का दर्जा दिया।

साथ ही दलितों को हमेशा गले लगाया। धारु मेघ, सहधर्मिणी राणी रूपादे और गुरु उगमसिंह से प्रेरणा लेकर आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किया तथा लंबे समय तक संघर्षशील रहते हुए मालाणी की स्थापना की। मारवाड़ को प्रतिकूल परिस्थितियों जहां पानी महंगा और खून सस्ता था। इससे उबारकर आमजन को आश्रय दिया।

संघ के संभाग प्रमुख रामसिंह माडपुरा, जोगेन्द्रसिंह रामसर ने भी विचार रखे। इस अवसर पर प्रेमसिंह लखा, सांगसिंह लूणू, नींबसिंह फोगेरा, मांगूसिंह बिशाला, स्वरूपसिंह खारा, रायसिंह उंडखा समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।

पत्नी को लोहे की छड़ो से दागा, घर से निकाला

पत्नी को लोहे की छड़ो से दागा, घर से निकाला
धोरीमन्ना। धोरीमन्ना क्षेत्र के बूठ जेतमाल गांव की एक विवाहिता ने अपने पति, सास, ससुर, देवर पर दहेज के लिए लोहे की गर्म छड़ो से दागने व मारपीट के बाद घर से बाहर निकालने का मामला दर्ज करवाया। मांगीदेवी पत्नी मगाराम निवासी बैरड़ो की ढाणी बलाऊ राणीगांव ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसका विवाह दस वर्ष पूर्व हुआ था।

उसके पति मगाराम व सास, ससुर, देवर देवाराम, एक अन्य महिला मोहनी व तगाराम ने दहेज के लिए प्रताडित किया। मारपीट में एक आंख पर चोटें आई तथा गर्म लोहे की छड़ शरीर पर दागी। इसके बाद आरोपितों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

300 साल से साथ हैं शिव-साकड़े सुल्तान

300 साल से साथ हैं शिव-साकड़े सुल्तान
उज्जैन।उज्जैन में एक ऎसा स्थान है, जहां हिंदू-मुसलमान पूजा-सजदा कर सैकड़ों सालों से धार्मिक सौहार्द्र व सद्भावना की मिसाल देते आ रहे हैं। शहर के अब्दालपुरा में एक स्थान पर एक ओर भगवान शिव विराजित हैं तो दूसरी ओर साकड़े सुल्तान की मजार है। यहां दोनों ही संप्रदायों के अनुयायी अपने-अपने समय में पूजा-अर्चना करते हैं।

300 साल पुराना स्थान : खजूर वाली मस्जिद से थोड़ा आगे बढ़ने पर अब्दालपुरा में 300 साल पुराना मंदिर है। इसके अंदर एक तरफ भगवान शिव व नंदी और दूसरी तरफ साकड़े सुल्तान की मजार है। यहां हर रोज सुबह और शाम को पूजा-अर्चना के साथ साकड़े सुल्तान की आरती होती है। ये सद्भाव मुगल काल से चला आ रहा है।

एक पीर थे सुल्तान: पुरातत्वविद् और विद्वान डॉ. धीरेंद्र सोलंकी ने बताया कि 15वीं सदी में उज्ौन में पैदा हुए सुल्तान एक पीर थे, जिनके हजारों अनुयायी थे और साकड़े भगवान शिव को कहा गया है। इसलिए दोनों का नाम मिलकर साकड़े-सुल्तान हुआ।

पुजारी मनीष गुरू ने बताया कि यहां पर दोनों धर्मो के अनुयायी आते हैं और श्रद्धा से फातेहा पढ़ते हैं व पूजा-अर्चना करते हैं। 20 साल से मैं इस मंदिर की सेवा कर रहा हूं।

वाग्देवी की सुरक्षा बढ़ाई

ग्वालियर. भोजशाला (धार) मंदिर में स्थापना के लिए तैयार की गई वाग्देवी की प्रतिकृति की यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रशासन और पुलिस मूर्ति की सुरक्षा को लेकर विशेष अलर्ट हो गए हैं। अष्टधातु से बनी एक क्विंटल वजनी यह मूर्ति शहर के ही एक मूर्तिकार ने तैयार की है।

यह मूर्ति धार के मां सरस्वती मंदिर भोजशाला संघष्ाü समिति के प्रमुख और संघ के पूर्व प्रचारक नवल किशोर शर्मा ने दो साल पहले तैयार करवाई थी। यह लंदन स्थित मूल प्रतिमा की हूबहू प्रतिकृति है। इसे यहां से ले जाते वक्त पुलिस ने नवलकिशोर को अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद कोर्ट ने मूूर्तिकार प्रभात राय को ही मूर्ति सुपुर्द करने के आदेश दिए थे। विरोध के बाद इसे कुछ दिनों तक थाने में भी रखा गया था, जिसका संघ ने विरोध किया था।

दरअसल मूर्ति को धार स्थित भोजशाला-कमाल मौला मस्जिद (संरक्षित स्मारक) में स्थापित करने की कोशिश 2012 में की जा चुकी है। प्रशासन को चिंता है कि 15 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन पुन: इसी तरह की स्थिति पैदा हो सकती है। इसके चलते प्रशासन ने मूर्ति को प्रशासन की अनुमति के बगैर किसी को न सौंपे जाने के निर्देश दिए हैं। निर्देश के बाद शहर के थाना प्रभारी भी अलर्ट हो गए हैं।

बाड़मेर न्यूज इनबॉक्स


ताला तोड़कर रिकार्ड चोरी 

बाड़मेरगिडा थानातंर्गत सहकारी समिति झाक के गोदाम का ताला तोड़कर रिकॉर्ड चोरी होने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार प्रेम सुंदर शर्मा हाल अधिशासी अधिकारी कोऑपरेटिव बैक शाखा बायतू ने मामला दर्ज करवाया कि बन्नाराम पुत्र भैराराम जाट निवासी काला नाड़ा वगैरह 3 जनों ने लोक सेवक होते हुए उच्चाधिकारियों की ओर से रिकॉर्ड मांगने पर देने से मना कर दिया व सहकारी समिति झाक के गोदाम का ताला तोड़कर समिति का पूरा रिकॉर्ड ले गए।
बोलेरो चोरी का मामला दर्ज

बाड़मेर कोतवाली थानातंर्गत महावीर नगर से एक बोलेरो चोरी होने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार दुर्गाशंकर पुत्र बेनाराम निवासी महावीर नगर, बाड़मेर ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी बोलेरो घर के आगे खड़ी थी, रात को अज्ञात चोर ले गए।

सड़क दुर्घटना में एक घायल
बाड़मेर गुड़ामालानी थानातंर्गत अज्ञात वाहन की टक्कर से एक जने घायल होने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार गोकुलराम निवासी ढेलानी नाडी ने मामला दर्ज करवाया कि उसका भतीजा हरदानराम बाइक से घर की ओर जा रहा था, इसी दौरान अज्ञात वाहन से उसे टक्कर मार दी। जिससे वह घायल हो गया।

पति के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज
बाड़मेरचौहटन थानातंर्गत पति के खिलाफ दहेज के लिए पत्नी की हत्या करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार चैनाराम पुत्र दमाराम मेगवाल निवासी सियाणी ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी पुत्री की शादी आठ साल पहले चौहटन के हीरा पुत्र अजीताराम मेघवाल से हुई थी। पुत्री को दहेज के लिए प्रताडि़त किया गया, इसके बाद हत्या कर दी।



वाहन की टक्कर से बालक की मौत 
गडरारोड थानातंर्गत एक वाहन की टक्कर से बालक की मौत होने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार इंसाफ पुत्र मुबीन खान निवासी मापूरी ने मामला दर्ज करवाया कि प्रेमकुमार पुत्र हुकमाराम मेघवाल निवासी छीतर का पार ने वाहन को तेजगति व लापरवाही से चलाकर उसके भतीजे शोकत खान (11) टक्कर मार दी। जिससे उसकी मौत हो गई। 

विवाहिता को भगाकर ले जाने का आरोपी गिरफ्तार


विवाहिता को भगाकर ले जाने का आरोपी गिरफ्तार 

बाड़मेर  शिव थाना क्षेत्र के स्वामी का गांव की एक विवाहिता को शादी की नीयत से भगाकर ले जाने के आरोपी को विशेष टीम ने गुजरात के मुंदरा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पीडि़ता व आरोपी की राजकीय अस्पताल में बाड़मेर में मेडिकल जांच करवाई। उल्लेखनीय है कि 8 फरवरी को दुर्गाराम मेघवाल निवासी स्वामी का गांव ने मामला दर्ज करवाया था कि उसके भाई की पत्नी को काने का गांव निवासी रूघसिंह शादी की नीयत से भगाकर ले गया।


डीएसपी नाजिम अली ने बताया कि विवाहिता को भगाकर ले जाने के आरोपी रुघसिंह की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने आरोपी को विवाहिता के साथ मुंदरा (गुजरात) में गिरफ्तार किया। जिसे लेकर टीम मंगलवार को बाड़मेर पहुंची। जहां पर पीडि़ता व आरोपी की राजकीय अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई गई।

मिग गिरा, पायलट सुरक्षित


मिग गिरा, पायलट सुरक्षित 

बांदरा में महेसाणी कुम्हारों की ढाणी के पास हुआ हादसा 
 कवास (बाड़मेर) उत्तरलाई एयर बेस पर मंगलवार दोपहर भारतीय वायु सेना का लड़ाकू विमान मिग 27 ग्राम पंचायत बांदरा में महेसाणी कुम्हारों की ढाणी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में पायलट सुरक्षित उतर गया। विमान इंजन में आग लगने से कुछ ही दूरी पर जाकर नीचे गिरा। एक मकान के समीप गिरने से मकान का एक हिस्सा भी ढह गया। एक बच्चे को इससे चोट लगी। हादसे के बाद आग बुझाने के लिए एयरफोर्स व केयर्न से फायर ब्रिगेड बुलाई गई। इधर, सूचना मिलते ही एयरफोर्स व पुलिस के अफसर मौके पर पहुंचे। 

एयरफोर्स उतरलाई के स्टेशन कमांडर आशुतोष दीक्षित ने बताया कि मंगलवार दोपहर साढ़े तीन बजे एयरबेस उतरलाई से मिग 27 ने उड़ान भरी। स्टेशन से करीब चार किलोमीटर दूरी पर महेसाणी कुम्हारों की ढाणी के पास 3.45 बजे विमान में तकनीकी खराबी आ गई। जिसका अहसास होने पर पायलट रशिकांतसिंह पैराशूट से कूद गया। उसे किसी तरह की चोट नहीं आई। इंजन में आग लगने पर कुछ ही दूरी पर जाकर विमान नीचे गिरा। बाद में फायर ब्रिगेड बुलाकर आग पर काबू पा लिया। इधर, सूचना मिलते ही एसपी राहुल बारहट, कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरु, एडीएम अरूण पुरोहित, डीएसपी नाजिम अली, स्टेशन कमांडर समेत कई अधिकारी मय दल मौके पर पहुंचे। एयरफोर्स व केयर्न से बुलाई गई फायर ब्रिगेड से आग पर काबू पा लिया गया। वायुसेना के अधिकारियों ने इस दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इनक्वायरी के आदेश दिए हैं। शेष त्न पेज ४


..और टल गया बड़ा हादसा 

महेसाणी कुम्हारों की ढाणी में जिस जगह मिग 27 दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वहां से महज दो किलोमीटर दूरी पर ही देश का सबसे बड़ा तेल उत्पादन एरिया एमपीटी नागाणा स्थित है। अगर विमान एमपीटी के आस पास गिरता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

2011 में गिरा था मिग 21

एयरबेस उतरलाई में 7 अक्टूबर 2011 को भी लैंड करते समय तकनीकी खराब के चलते विमान कुछ ही दूरी पर जाकर गिरा था। इस दौरान पायलट अमित पैराशूट से कूद गया था।

मंगलवार, 12 फ़रवरी 2013

बाड़मेर में मिग 27 गिरा ,पायलेट की खोज जारी ,अधिकारी मौके पर हुए रवाना

बाड़मेर में मिग 27 गिरा ,पायलेट की खोज जारी ,अधिकारी मौके पर हुए रवाना

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में मंगलवार दोपहर बाद नियमित अभ्यास के दौरान मिग 27 नागाना गाँव के समीप गिर ,गया अभी तक पायलेट के बारे में जानकारी नहीं मिली ,हें पुलिस थाना नागना क्षेत्र में उत्तरलाई हवाई अड्डे से नियमित अभ्यास पर उड़ान भर रहे मिग 27 उत्तरलाई से दस किलोमीटर दूरी पर नागाना सरहद के समीप क्रेस हो गया ,इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ,सहित पुलिस दल मौके के लिए रवाना हो गया हें उत्तरलाई और जोधपुर वायुसेना के अधिकारी भी मौके के लिए रवाना हो गए हें ,विस्तृत आणि शेष हें

सोमवार, 11 फ़रवरी 2013

एक ताने के चलते पिता ने खुदवाया चमत्कारिक तालाब जो आज तक खाली नहीं हुआ


एक ताने के चलते पिता ने खुदवाया चमत्कारिक तालाब जो आज तक खाली नहीं हुआ

जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर की सम्रद्ध संस्कृति की झलक आज भी नज़र आती हें .जिला मुख्यालय से करीब पचीस किलोमीटर दूर कुलधरा खाभा रोड पर स्थित डेढा गाँव स्थित एतिहासिक तालाब जसेरी एक संस्कृति का प्रतिक हें ,करीब चार सौ साल पुराना जसेरी तालाब का पानी कई सदिया बीत जाने के बाद भी कभी खाली नहीं हुआ .कुदरत का करिश्मा कहे या पूर्वजो का ,वरदान इस तालाब ने जैसलमेर के पालीवाल संस्कृति के चोरासी गाँवो की प्यास उस ज़माने में भी बुझाई और आज भी आस पास के दर्जन भर गाँवो की प्यास बुझा रहा हें .कई बार क्षेत्र में तीन तीन चार चार साल बारिश नहीं होने के बावजूद भी यल इस तालाब का पानी कभी नहीं रीता .आज भी प्रतिदिन आस पास के दर्जन भर गाँवो से पचास से अधिक टेंकर इस तालाब से भर कर जाते हें ,इस तालाब की तस्वीर दिल्ली के विज्ञान भवन में राजस्थान के परम्परागत पेयजल स्रोतों की समृद्ध संस्कृति का बखान कर रहा हें ,वही देशी विदेशी पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ हें ,इस तालाब के बारे में किदवंती हें डेढ़ा के बुजुर्ग मंगल सिंह भाटी ने बताया की की चार सौ साल पहले जब यह क्षेत्र पालीवाल संस्कृति का हिस्सा था .उस वक़्त पास के गाँव जाजिया में पालीवाल जाती के एक धनाढ्य सेठ की बच्ची की शादी ,हुई उस वक़्त पानी के लिए पनिहारी जाना पड़ता था ,इस युवती का नाम जस बाई था ,जस बाई एक दिन ससुराल से घडा लेकर पानी भरने गाँव के कुँए पर ,गई जन्हा एक पशुपालक अपनी एवड को पानी पिला रहा था ,पशुधन अधिक था यह देख कर युवती ने पशुपालक से आग्रह किया की उसे एक घडा भरवा दे ताकि समय पर घर जाकर खान बना ,सके मगर पशुपालक ने उसकी नहीं ,सुनी एवड ने पानी पिया उसके बाद जस बाई ने घड़ा भरा तथा गुस्से से ससुराल की और ,चली बीच रास्ते उसे उसका देवर दिखा ,देवर को उसने बात बताई की किस तरह पशुपालक ने उसे पहले घडा भरने नहीं दिया इस कारण देर हो गई ,तब देवर ने भाभी गाँव में पानी लेने जाना हें तो ऐसे ही देर ,होगी तुम्हे जल्दी घड़ा भरने हें तो अपने पिता को कहो की तुम्हारे लिए तालाब खुदवा दे ताकि तुम झट गई और घडा भर झट वापस आ ,उसको देवर की यह बात जस बाई को लग , गई उसने तत्काल पिता को सन्देश भेजा की देवर ने उसे तान दिया हें ,इसीलिए आप तुरंत तालाब खुदवाओ .बेटी का सन्देश मिलते ही पिता ने तालाब खुदाई के कारीगरों को साथ लेकर जाजिया का रुख किया ,रातो रात जाजिया ,पहुंचा उसने डेढा के पास स्थान देखा तथा वहा तालाब खुदवा दिया ,तालाब में पीतल के चादर की परत भी ,लगवाई जैसे तालाब खुदा चमत्कार हुआ रातो रात बारिश हुई तालाब पानी से भर ,गया पिता ने पुत्री को पीहर बुलावा ,भेज जस बाई घडा लेकर आई ,घडा भर कर ससुराल पहुंची तथा देवर से कहा की उसके पिटा ने तालाब भी खुदवा दिया ,उसी तालाब से घडा भर के ले आई .उन्होंने बताया की तब से अब तक एक बार उनीस सौ इकाहातर में इसका पानी सुखा था ,इसके आलावा कभी इस तालाब का पानी कभी नहीं रीता .यह कुदरत की गाँव वालो पर हें ,बेहद खूबसूरत जसेरी तालाब जैसलमेर के बेहतरीन तालाबो में से एक हें ,यहाँ देशी विदेशी पर्यटक भी काफी तादाद में इसे देखने आते हें ,


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सेक्स वर्कर के पास गए तो 5 साल जेल!

सेक्स वर्कर के पास गए तो 5 साल जेल!
नई दिल्ली। अगर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से प्रस्तावित संशोधन पारित हो गया तो सेक्स खरीदना पूरी तरह से गैर कानूनी हो जाएगा। इममोरल ट्रैफिकिंग प्रिवेंशन एक्ट(आईटीपीए) में संशोधनों पर तैयार कैबिनेट नोट को पिछले हफ्ते सरकार ने सर्कुलेट किया है।

इसमें कहा गया है कि सेक्स खरीदने के इरादे से चकलाघर जाने वाले व्यक्ति को सजा होनी चाहिए। आईटीपीए में चकलाघर की परिभाषा काफी व्यापक है। इसमें कहा गया है कि केवल रेड लाइट डिस्ट्रिक्ट ही नहीं बल्कि घर,होटल,रूम या अन्य किसी सुविधाजनक जगह पर किसी ग्राहक का सेक्स वर्कर को लाना चकलाघर की श्रेणी में आता है।

अगर कोई व्यक्ति सेक्स वर्कर के साथ घर,होटल या किसी वाहन में पकड़ा जाता है तो उसे सजा होनी चाहिए। पिछले साल 16 दिसंबर को दिल्ली में गैंग रेप की घटना के बाद यह प्रस्ताव लाया गया है। कैबिनेट नोट में मानव तस्करी और सेक्स ट्रेड को महिलाओं के खिलाफ अपराधों से जोड़ा गया है। जस्टिस जेएस वर्मा कमेटी की रिपोर्ट में इन दोनों पहलुओं को शामिल नहीं किया गया था।

नोट में कहा गया है कि चकलाघर जाने वाले को अपराधी माना जाएगा। पहली बार चकलाघर में पकड़े जाने पर तीन महीने या एक साल तक की कैद,साथ ही 10 हजार से 20 हजार रूपए का जुर्माना या दोनों सजा हो सकती है। दूसरी बार चकलाघर में पकड़े जाने पर एक साल से पांच साल तक की सजा हो सकती है। साथ ही 20 हजार से 50 हजार तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। आईटीपीए के संशोधनों में चकलाघर चलाने वालों को भी ज्यादा सजा दिए जाने की बात कही गई है। ऎसे लोगों को एक से तीन या तीन से पांच साल तक की सजा देने का सुझाव दिया गया है।

राजे पर बयान से सवालों के घेरे में गहलोत

राजे पर बयान से सवालों के घेरे में गहलोत
जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कथित बयान को लेकर सियासी माहौल गरमाने लगा है। सोमवार को राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे पर दिए बयानों पर भ्रष्टाचार के तथ्य उजागर करने की मांग की हैं। राजनीतिक दलों ने अपने बयानों में गहलोत को घेरते हुए जनता से माफी मांगने और इस्तीफा देने तक की मांग रख दी है।

उल्लेखनीय है कि एक समाचार पत्र के अनुसार गहलोत ने गत रविवार को नागौर में कहा था कि राजे पर कई मामले है और इसे लेकर उच्चमत एवं उच्च न्यायालय से सरकार को नोटिस भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश में माहौल खराब नहीं चाहते,नहीं तो तमिलनाडु एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्रियों जैसा हाल यहां भी होता।

गहलोत जनता से मांगे माफी

प्रदेश भाजपा प्रवक्ता भवानी सिंह राजावत ने सोमवार को कहा कि अगर गहलोत के पास वसुंधरा राजे के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर कोई ठोस प्रमाण है तो प्रदेश की जनता के सामने उजागर करे, नहीं तो मुख्यमंत्री को जनता से माफी मांगनी चाहिए।

राजे-गहलोत की मिलीभगत का अरोप

इसी तरह प्रदेश तृणमूल कांग्रेस के संयोजक विजय सारस्वत ने भी एक बयान जारी कर गहलोत एवं राजे पर मिलीभगत का आरोप लगाया। सारस्वत ने कहा कि जब गहलोत राजे के खिलाफ अनेक मामले बता रहे हैं तो वह राजे के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं कर रहें हैं जबकि गहलोत एवं कांग्रेस ने वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में राजे द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार की जांच कराने और दोषियों को सजा दिलाने की बात कही थी। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अगर राजे दोषी है तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए, नहीं तो गहलोत को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।


इस्तीफे की मांग भी

जनता दल (सेक्यूलर)राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन देथा ने गहलोत को पत्र लिखकर उनके इस्तीफे की मांग की। देथा ने कहा कि गहलोत के बयान से लगता है कि उनकी कानून व्यवस्था के प्रति कोई निष्ठा नहीं हैं।

दो मंत्रियों ने दी मुझे फांसी दिलवाने की धमकीः रामदेव

नई दिल्ली. देश-विदेश में अफजल की फांसी पर बहस शांत नहीं हुई थी कि महाकुंभ से लौट रहे लोगों के बीच इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से 37 लोगों की मौत हो गई। अब योग गुरु बाबा रामदेव ने दो कैबिनेट मंत्रियों पर उन्हें धमकाने का आरोप लगाया है। रामदेव का कहना था कि उन्हें मंत्रियों ने धमकी दी है कि वे सरकार के खिलाफ अपना अभियान बंद कर दें और इस बारे में बयानबाजी भी न करें। रामदेव के मुताबिक उन्हें ऐसा न करने पर हत्या और बलात्कार के आरोप में जेल में डालने और फांसी पर चढ़ा देने तक की धमकी दी गई थी। रामदेव ने कहा है कि उन्होंने दोनों केंद्रीय मंत्रियों की बात मानने से मना कर दिया था। इसके बाद ही उनके ट्रस्ट के खाते सीज किए गए हैं और उनके गुरु शंकरदेव की खोज के लिए सीबीआई जांच करवाई गई है।
दो मंत्रियों ने दी मुझे फांसी दिलवाने की धमकीः रामदेव
टीवी चैनलों से बातचीत में रामदेव ने कहा कि उन्हें करीब सात दिन पहले दो केंद्रीय मंत्रियों ने धमकाया था। ने कहा कि मंत्रियों ने उन्हें प्रस्ताव दिया कि वो सरकार के खिलाफ बोलना छोड़ दें वरना उन्हें हत्या और बलात्कार के केस में फंसाकर जेल भेज दिया जाएगा। बाबा रामदेव ने कहा कि उन्हें मंत्रियों के अलावा कुछ और शक्तिशाली लोगों के जरिए धमाकाया गया कि सरकार के खिलाफ बोलना छोड़ दें वरना जेल में डाल दिया जाएगा।

एनआरएचएम के प्रभारी अधिकारी ने किया निरीक्षण



एनआरएचएम के प्रभारी अधिकारी ने किया निरीक्षण
खामियां मिलने पर जताई नराजगी, दिए कार्रवाई के निर्देश

बाडमेर। राश्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के जिला प्रभारी अधिकारी किशनाराम इश्रवाल ने विगत दो दिनों तक जिले में आकस्मिक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं एवं योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान कुछ स्वास्थ्य केंद्रों के हालात बेहतर तो कुछ पर बदतर मिले, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को लापरवाह कार्मियों पर कार्रवाई के आदेश दिए। उन्होंने सीएचसी कल्याणपुर, पचपदरा व सिणधरी, पीएचसी जसोल, सरणु व चवा और उप स्वास्थ्य केंद्र मेवानगर व रावतसर में निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ डीपीएम विक्रमसिंह चम्पावत भी मौजूद थे।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्रसिंह ने बताया कि जिले के प्रभारी अधिकारी (एनआरएचएम) किशनाराम इश्रवाल शनिवार को सीएचसी कल्याणपुर पहुंचे, जहां एनआरएचएम के तहत हो रहे निर्माण कार्यों में अनियमितताएं पाई गईं। जिस पर उन्होंने संबंधित बीसीएमओ को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। वहीं जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाले चैकों को समय पर संबंधित लाभार्थी को देने के आदेश दिए। इसी तरह पचपदरा सीएचसी पर मेडिकल बायोवेस्ट के सही निस्तारण के निर्देश देते हुए अन्य गतिविधियां देखी। जिला प्रभारी अधिकारी रविवार दोपहर सीएचसी सिणधरी पहुंचे जहां ताला लगा मिला, जिस पर उन्होंने खासी नराजगी जताई। सिणधरी ब्लॉक के ही चवा व सरणु पीएचसी पर कोई चिकित्सक मौजूद नहीं होने पर उन्होंने गंभीरता से लिया तथा संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी तरह बायतु ब्लॉक की कवास सीएचसी भी बंद मिली। जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि उक्त मामले में विस्तृत रिपोर्ट तैयार होने के साथ ही लापरवाही बरतने वालों पर सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह द्वारा नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।

सही व्यवस्थाओं पर सराहा, दिए निर्देश

प्रभारी अधिकारी किशनाराम इश्रवाल ने जसोल पीएचसी पर व्यवस्थाओं की सराहाना करते हुए अधिकारियोंकर्मचारियों की पीठथपथपाई। चिकित्सा प्रभारी को यहां के आयुश भवन में विद्युत कनेक्शन करवाने के निर्देश दिए। वहीं मेवानगर में किराए पर चल रहे उप स्वास्थ्य केंद्र को तुरंत प्रभाव से नए राजकीय भवन में स्थानांतरित करने के लिए संबंधित कार्मिक को कहा। उन्होंने बालोतरा उप जिला अस्पताल और बाडमेर जिला अस्पताल का भी निरीक्षण किया और मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना व जननी िु सुरक्षा योजना के तहत व्यवस्थाएं दुरूस्त रखने के आदो दिए। दोनों ही जिला अस्पतालों में व्यवस्थाएं सही पाई गई। इसके अलावा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर व्यवस्थाएं सही पाए जाने पर उन्होंने कर्मियों की सराहना की।

अज्ञात भिखारी की रोड़ दुर्घटना में मृत्यु

अज्ञात भिखारी की रोड़ दुर्घटना में मृत्यु


जैसलमेर  जरिये टेलीफोन सूचना मिली कि सरहद मौकला में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी हैं जिस पर मौका पर पहुंच निरीक्षण किया गया तो एक अज्ञात भिखारी की लाश रोड़ के पास पड़ी मिली, जिसके दाहिने हिस्से में चेहरे पर, ललाट पर गंभीर चोट लग कर अन्दर से मांस बाहर निकला हुआ व शरीर पर जगह बजगह रगड़नुमा चोटें आई हुई पाई। घटनास्थल के निरीक्षण से प्रथम दृष्टया किसी अज्ञात वाहन चालक द्वारा वाहन को तेजगति व लापरवाही से चलाकर टक्कर मारने से अज्ञात व्यक्ति की मृत्यु होना प्रतीत होने पर कार्यवाही प्रारम्भ की। इसी दौरान नजदीकी गांव के इन्द्रसिंह राजपूत नि0 मौकला से एक रिपोर्ट पेश कर जाहिर किया कि यह व्यक्ति पिछले 1520 दिन से गांव मौकला में घुमकर भिक्षा मांगता हुआ मिला यहां को रहने वाला नहीं हैं। कल रात्रि में रोड़ पर जाते हुए के अज्ञात वाहन चालक द्वारा टक्कर मारने से मृत्यु हुई हैं वगैरा पर मु.नं. 55 दिनांक 11.02.13 धारा 279,304ए भादस में दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया है। मृतक की शिनाख्तगी के प्रयास जारी है। कहीं किसी परिवार से कोई गुमशुदा व्यक्ति हो तो पुलिस थाना जैसलमेर से टेलीफोन नं0 02292 252322 अथवा    पर सम्पर्क करावें :
मृतक अज्ञात हुलिया : सिर के बाल कालेसफेद,, उम्र करीबन 4045 साल, बदन पतला, चेहरा लम्बा, वर्ग हिन्दु, दाडी मुंछे काली मामुली बी हुई, पहनने को काला कोट, मटमैला शर्ट, काली बनियान व काली पेंट, काला अण्डर वीयर फटे पुराने, मैले कुचले पहने हुए हैं।

धानका बाड़मेर ..पुरोहित पाली ..यादव जैसलमेर के नए ऐ डी एम् .


धानका बाड़मेर ..पुरोहित पाली ..यादव जैसलमेर के नए ऐ डी एम् .




जैसलमेर राज्य सरकार से आदेश जारी कर बड़ी संख्या में आर इ एस अधिकारियो को इधर उधर किया ,हें जैसलमेर के अतिरिक्त कलेक्टर परशुराम धानका को बाड़मेर ,बाड़मेर के ऐ डी एम् अरुण पुरोहित को पाली ,पाली ऐ डी एम् हरफूल सिंह यादव को जैसलमेर ,चंद्रभान सिंह भाटी को फलौदी उप खंड अधिकारी पद पर लगाया हें ,--

गे पार्टी पर रेड, आपत्तिजनक हालत में 22 अरेस्‍ट

मुंबई। अपनी रंगीन रातों के लिए जानी जाने वाली मुंबई इन दिनों ‘गे पार्टी’ के लिए सबसे मुफीद जगह बन कर उभरी है, लेकिन स्‍थानीय लोगों की चौकसी और पुलिस की सक्रियता के कारण कई बार ‘गे पार्टी’ पर छापा भी मारा गया है। एक ऐसी ही ‘गे पार्टी’ पर पुलिस ने रविवार अलसुबह छापा मारा।
गे पार्टी पर रेड, आपत्तिजनक हालत में 22 अरेस्‍ट
मुंबई के मलाड में पुलिस ने एक ‘गे पार्टी’ पर छापा मार कर 22 से अधिक लोगों को अरेस्‍ट किया है। जिस वक्‍त पुलिस ने यहां छापा मारा, सभी आपत्तिजनक स्थिति में थे। पार्टी में एक भी महिला मौजूद नहीं थी। पुलिस ने अभद्र व्यवहार करने का मामला सभी के खिलाफ दर्ज कर लिया है। पार्टी अक्‍शा बीच के पास एक बंगले में चल रही थी।मुंबई पुलिस के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया कि छापा रविवार को तड़के मारा गया और इन लोगों को 'गे पार्टी' के दौरान अभद्र तरीके से डांस करते हुए पकड़ा गया। इस पार्टी में भाग लेने वालों के अलावा इसके आयोजकों, डीजे और खानसामे के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

अभियान में ली गयी जानकारी का उपयोग कर भारत निर्माण करें-ठा. नागेन्द्र सिंह





अभियान में ली गयी जानकारी का उपयोग कर भारत निर्माण करें-ठा. नागेन्द्र सिंह

पोकरण में यादगार रहा तीन दिवसीय जन सूचना अभियान, लाभान्वित हुए हजारों लोग


समापन समारोह में उमड़ा जन सैलाब

जैसलमेर, 11 फरवरी/ पत्र सूचना कार्यालय, जोधपुर की ओर से पोकरण में आयोजित भारत निर्माण जन सूचना अभियान के तीन दिवसीय जागरूकता कार्यक्रमों के दौरान ली गयी जानकारी को जन-जन तक पहुंचाकर भारत निर्माण में भागीदार बनें। समापन समारोह के अध्यक्षीय भाषण में पोकरण के प्रमुख समाजसेवी ठा. नागेन्द्र सिंह नेे यह आह्वान किया।

समारोह के मुख्य अतिथि एवं प्रधान वहीदुल्ला मेहर ने पोकरण में ग्रामीण विकास की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए आयोजित किए गए अभियान को ऐतिहासिक बताते हुए ग्रामीणजन के लिए बेहद उपयोगी बताया। अभियान के लिए पोकरण का चयन करने के लिए अथितियों ने आभार व्यक्त किया।

समारोह के विशिष्ट अतिथि, पोकरण के उप खण्ड अधिकारी पोकरण चांदमल वर्मा ने कहा कि अभियान के दौरान आयोजित की गयी संगोष्ठियां, कार्यशालाएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आमजन को कल्याण योजनाओं के प्रति जागरूक करने का प्रभावी माध्यम सिद्ध हुए हैं। इस अवसर पर महानरेगा के सहायक अभियंता विश्नोई ने भी विचार व्यक्त किए।

इससे पहले अभियान के दौरान कल्याणकारी योजना और कार्यक्रमों पर आयोजित किए गए संगोष्ठी, कार्यशाला, रोचक व ज्ञानवर्द्धक मनोरंजक कार्यक्रमों के विषय में अभियान के नोडल अधिकारी राजेश मीणा ने विस्तृत जानकारी देते हुए आमजन के उत्साहपूर्वक सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अभियान में एक ओर लोगों ने निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लिया वहीं दूसरी ओर लाखों रुपये की निःशुल्क औषधियों से भी लोग लाभान्वित हुए हैं। साथ ही विकास परियोजनाओं पर यहां आयोजित किए गए जागरूकता कार्यक्रमों और प्रचार सामग्री से हजारों लोग सीधे लाभान्वित हुए हैं और विभिन्न प्रचार माध्यमों से लाखों लोगों तक जनहित की योजनाओं की जानकारी पहुंचाई गयी है। अभियान में सहयोग के लिए सभी विभाग और कर्मियों व अन्य स्थानीय लोगों को पत्र सूचना कार्यालय, जोधपुर की ओर से समापन समारोह के मुख्य अतिथि ने प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।

हजारों लोगों की भागीदारी ने पोकरण अभियान को बनाया सार्थक-राजेश मीणा

सरकार की योजना और कार्यक्रमों के विषय में जानकारी लेने के लिए जनता की सतत् भागीदारी से पोकरण में आयोजित किए गए तीन दिवसीय भारत निर्माण जन सूचना अभियान की सार्थकता स्वयं सिद्ध साबित हुई है। अभियान के समापन समारोह में नोडल अधिकारी राजेश मीणा ने यह बात कही।

मीणा ने बताया कि जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत निर्माण जन सूचना अभियान एक अभिनव केन्द्रीय पहल है, जिसमें सरकार की कल्याणकारी योजना और कार्यक्रमों से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का समन्वित प्रयास किया गया है। पोकरण अभियान को आम लोगों के लिए उपयोगी बनाने में विभिन्न सेवा केन्द्र, जिला प्रशासन और पुलिस का सहयोग, विषय-विशेषज्ञों द्वारा दी गयी उपयोगी जानकारी, जन प्रतिनिधियों की पहल और विशेष रूप जैसलमेर और पोकरण के मीडिया कर्मियों की विशेष भूमिका रही।

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104 डायल कर निःशुल्क चिकित्सकीय परामर्श का लाभ उठाएं-डीपीएम

पोकरण में भारत निर्माण जन सूचना अभियान

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन पर कार्यशाला का आयोजन

जैसलमेर, 11 फरवरी/ स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत शुरू की गयी 104 नं. सेवा पर निःशुल्क चिकित्सक की सलाह ली जा सकती है। मिशन के माध्यम से स्वास्थ्य से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाते हुए स्वस्थ्य जीवन शैली को बढ़ावा मिला है। भारत निर्माण जन सूचना अभियान, पोकरण में एनआरएचएम पर आयोजित कार्यशाला में आमजन को संबोधित करते हुए जिला परियोजना प्रबन्धक आशीष खण्डेलवाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने मिशन के तहत स्वास्थ्य सेवाओं के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि आज स्वास्थ्य केन्द्रों पर आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हैं आवश्यकता है जनता को इनका भरपूर लाभ लेने की।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला आईईसी-स्वास्थ्य के उमेश आचार्य ने कहा कि मिशन के तहत जननी शिशु सुरक्षा योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य के प्रति आमजन को जागरूक करने में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक गांव में आशा कार्यकर्ता के माध्यम से जच्चा और बच्चा की बेहतर स्वास्थ्य चर्या की व्यवस्था है, आमजन अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर आशा कार्यकर्ता से सलाह ले सकते हैं। उन्होंने टीकाकरण का महत्त्व बताते हुए महिलाओं को अपने नवजात शिशुओं को आवश्यक टीके समय पर लगवाने का आग्रह किया ताकि भारत का भविष्य हर दृष्टि से तन्दुरूस्त बन सके। ऐसा होने पर ही वह मानसिक रूप से सम्पन्न होकर देश के विकास में भागीदार बन सकता है।

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ज्ञानवर्द्धक कलात्मक प्रदर्शन बना आकर्षण का केन्द्र

जानकारी के लिए स्टॉल्स पर उमड़े लोग


जैसलमेर, 11 फरवरी/भारत निर्माण जन सूचना अभियान पोकरण में सोमवार को विषय विशेषज्ञों द्वारा दी गयी जानकारी के साथ ही गीत एवं नाटक प्रभाग के पंजीकृत दल गौतम परमार एण्ड पार्टी, बाड़मेर, रूपदास तेराताली पार्टी, पाली एवं जादूगर एम. लाल की कलात्मक प्रस्तुतियाँ अभियान में आकर्षण का केन्द्र रही। साथ ही अभियान में लगायी गयी स्टॉल्स पर तीनों दिन लगातार लोगों ने बहुत रुचि दिखाई।

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टिड्डी दल के हमले से फसलों को बचाने के लिए तत्काल सूचित करें-बोहरा

जैसलमेर, 11 फरवरी/बाल-बच्चों की तरह निराई, गुडाई, सिंचाई और मेहनत से तैयार की गयी फसल को टिड्डी दल का हमला चौपट कर सकता है। फसलों के दुश्मन के हमले से बचने के इनकी मौजूदगी का पता चलते ही विभाग को सूचित करें। संगठन के अधिकारी बी आर बोहरा ने आमजन को यह जानकारी भारत निर्माण जन अभियान में दी।

1.35 करोड़ का क्रिकेट सट्टा पकड़ा

1.35 करोड़ का क्रिकेट सट्टा पकड़ा
जोधपुर। पुलिस की विशेष टीम ने रविवार को कुड़ी भगतासनी थानान्तर्गत आवासीय कॉलोनी स्थित एक मकान में दबिश देकर 1.35 करोड़ रूपए का क्रिकेट सट्टा पकड़कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। महिला विश्व कप में श्रीलंका-ऑस्ट्रेलिया मैच पर सट्टा लगा रहे आरोपितों के कब्जे से 16 मोबाइल, एक टीवी, स्कॉर्पिओ व मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है।

पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अजयपाल लाम्बा के अनुसार आशापूर्णा वैली के एक मकान में श्रीलंका-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच पर क्रिकेट सट्टा लगाए जाने की सूचना मिली। इस पर विशेष टीम प्रभारी निरीक्षक राजवीरसिंह, प्रतापनगर थाना प्रभारी देरावरसिंह, रातानाडा थाना प्रभारी सुगनसिंह व कुड़ी भगतासनी थाना प्रभारी नीतिन दवे की अगुवाई में पुलिस दल ने दोपहर में मकान में दबिश दी। वहां मोबाइल पर सट्टे के भाव ले रहे कमला नेहरू नगर प्रथम विस्तार योजना निवासी देवेन्द्र उर्फ देवा पुत्र बाबूलाल चौधरी, मधुबन हाउसिंग बोर्ड निवासी रमेश पुत्र फतनदास मोटवानी तथा रामेश्वर नगर निवासी जगदीश पुत्र रामसुखदास वैष्णव को गिरफ्तार किया गया।

तलाशी में मकान से एक रंगीन टीवी, 16 मोबाइल, अन्य उपकरण, हिसाब-किताब के दस्तावेज, नौ हजार रूपए, एक स्कॉर्पिओ व मोटरसाइकिल बरामद की गई। जांच में आरोपितों के पास मिले दस्तावेजों में 1 करोड़ 35 लाख 77 हजार रूपए का क्रिकेट हिसाब सामने आया है। कार्रवाई करने वाली विशेष टीम में कांस्टेबल मनोज कुमार, स्वरूपसिंह, भीमसिंह, छोटाराम, शमशेर, कालूपूरी व गणेश शामिल थे।

फंदे पर झूलता मिला पुजारी का शव

फंदे पर झूलता मिला पुजारी का शव
नावां शहर। भीवड़ा नाडा मंदिर परिसर स्थित कोटड़ी में बीती रात एक पुजारी ने मौत को गले लगा लिया। एक श्रद्धालु ने रविवार सुबह पुजारी महेन्द्र गिरी का शव फंदे पर झूलता देखा। श्रद्धालुओं ने पुलिस के आने से पहले ही उनका शव फंदे से उतार दिया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने इस पर नाराजगी जाहिर की, हालांकि बाद में मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाकर शव श्रद्धालुओं के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने महेन्द्र गिरी की मौत संदिग्ध परिस्थिति में होना मानते हुए मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है। मंदिर सेवा समिति सदस्य नटवरलाल धूत व भींव सिंह सोलंकी ने बताया कि पुजारी महेन्द्र गिरी लम्बे समय से अस्वस्थ थे।

समाधी स्थल पर विवाद
पुजारी की मृत्यु के बाद श्रद्धालुओं ने उनकी बैकुण्ठी निकालकर मंदिर परिसर में ही समाधी दे दी। इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल मंदिर स्वामित्व को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद है। एक पक्ष हनुमान मंदिर भीवड़ा नाड़ा नावां शहर ट्रस्ट से जबकि दूसरा बालाजी मंदिर ट्रस्ट से जुड़ा है। दोनों पक्षों के बीच देवस्थान विभाग में प्रकरण विचाराधीन है। हनुमान मंदिर से जुड़े ओमप्रकाश मिश्रा के अनुसार मंदिर उनके परिवार की खातेदारी जमीन पर स्थित है। उन्होंने मंदिर के पुजारी होने का भी दावा किया। मिश्रा की मानें तो उनकी निजी खातेदारी जमीन पर महेन्द्र गिरी की समाधी दी गई है।

उन्होंने इसका विरोध करते हुए पुलिस को लिखित शिकायत भी सौंपी, लेकिन पुलिस ने स्वीकार करने से मना कर दिया। वहीं जांच अधिकारी राजेन्द्र सिंह ने बताया कि भीवड़ा नाडा मंदिर में पुजारी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचने तक श्रद्धालुओं ने शव को नीचे उतार दिया। पंचनामा तैयार करने के बाद पोस्टमार्टम करवाकर मामला दर्ज कर लिया। आत्महत्या के कारणों की जांच की जाएगी।

हम माहौल खराब नहीं करना चाहते : गहलोत

हम माहौल खराब नहीं करना चाहते : गहलोत
नागौर। भाजपा ने सत्ता में रहते हुए खूब भ्रष्टाचार किया। राजस्थान की जनता चार साल बाद भी भाजपा के कुशासन को भूली नहीं है। भाजपा की न तो कोई नीति है और न ही कोई सिद्धांत। यह बात रविवार को नागौर दौरे पर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए कही। पत्रिका के यह पूछने पर कि जब भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार किया तो कांग्रेस सरकार ने उसकी जांच क्यों नहीं करवाई और अगर जांच हुई तो साबित क्यों नहीं कर पाए?

इसका जवाब देते हुए गहलोत ने कहा "हां, हम स्वीकार करते हैं कि हमने जांच के लिए कोई कमीशन नहीं बनाया। हम माहौल खराब नहीं करना चाहते।" उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक नहीं कई मामले हैं, जिसमें दलितों की जमीन पर कब्जा करना एवं आमेर की हवेलियां बेचना प्रमुख हैं। हालांकि हमने आमेर की हवेलियां तो वापस ले लीं। ये सब बातें जगजाहिर हैं। खुद भैरोंसिंह शेखावत ने तत्कालीन भाजपा सरकार पर आरोप लगाए थे, जो आज हमारे बीच नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट से भी नोटिस जारी हो चुके हैं।

उचित नहीं धर्म की राजनीति करना
भाजपा द्वारा उठाए जा रहे राम मंदिर के मुद्दे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गहलोत ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि भाजपा धर्म की राजनीति कर रही है। आठ साल राममंदिर में एक पत्थर भी नहीं लगा सके। जो लड़ाई देश हित में लड़नी चाहिए, उसके स्थान पर धर्म की राजनीति करना कहां उचित है। गहलोत ने कहा कि भाजपा का प्रधानमंत्री बनने का चांस ही नहीं है, फिर भी पता नहीं ये लोग प्रधानमंत्री की लड़ाई क्यों लड़ रहे हैं।

नागौर का महत्वपूर्ण स्थान
नागौर से धनकोली तक 100 किलोमीटर से अधिक रास्ता सड़क मार्ग से तय करने के बारे में गहलोत ने कहा कि राजनीति में नागौर का योगदान महत्वपूर्ण है। यहां के लोगों से मिलने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है। उन्होंने पंचायती राज की स्थापना को याद करते हुए कहा कि पंडित नेहरू ने सबसे पहले पंचायती राज की शुरूआत नागौर से ही की थी।

कांग्रेस का कोई विकल्प नहीं
आगामी चुनाव में कांग्रेस किन-किन मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ेगी? इस प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश में कांग्रेस का कोई विकल्प नहीं है। सबको साथ लेकर चलना तथा जरूरत पड़ने पर अपनी जान कुर्बान कर देना कांग्रेस की नीति एवं सिद्धांत है। उन्होंने इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने देश के लिए अपनी जान दी थी। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस का विश्वास अब राहुल गांधी पर है और जनता भी उन पर विश्वास कर कांग्रेस को दुबारा सत्ता में लाएगी।

चार साल, बेमिसाल
गहलोत ने कांग्रेस सरकार के चार साल बेमिसाल बताते हुए कहा कि यदि कोई रिसर्च करे तो वह जान जाएगा कि हमने पिछले चार सालों में कितना विकास करवाया है। आम जनता के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं जितनी हमने चलाई उतनी किसी ने नहीं चलाई। इंदिरा गांधी नहर प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि दूसरे फेज की सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा।

रोडवेज सुविधा से जुड़ेगी हर ग्राम पंचायत : बेनीवाल


रोडवेज सुविधा से जुड़ेगी हर ग्राम पंचायत : बेनीवाल 

परिवहन व यातायात मंत्री ने नए डीटीओ ऑफिस का विधिवत शुभारंभ किया, रामकृष्ण गौशाला के ट्रैक्टर को जारी हुए पहले नंबर आरजे-39-0001, दो जनों को जारी किए लर्निंग लाइसेंस

 बालोतरा  नए डीटीओ ऑफिस का रविवार को परिवहन व यातायात एवं गृहराज्य मंत्री वीरेंद्र बेनीवाल के हाथों विधिवत शुभारंभ हुआ। नए ऑन लाइन डीटीओ ऑफिस की शुरूआत के बाद मंत्री ने पहले ही दिन एक ट्रैक्टर के लिए पहला नंबर इश्यू किया। साथ ही नये कार्यालय से दो लर्निंग लाइसेंस भी समारोह के दौरान ही जारी किए गए। इस दौरान बालोतरा को डीटीओ ऑफिस की सौगात देने के लिए एससी आयोग अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल व पचपदरा विधायक मदन प्रजापत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व परिवहन मंत्री बेनीवाल का आभार जताया। साथ ही सिणधरी व गिड़ा क्षेत्र को बालोतरा डीटीओ के अधीन करवाने का आग्रह किया, इस पर मंत्री ने ठोस आश्वासन भी दिया।समारोह को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री बेनीवाल ने कहा कि इस सुविधा का बालोतरा व सिवाना क्षेत्र के लोगों को फायदा मिलेगा। उन्होंने हर ग्राम पंचायत मुख्यालय को रोडवेज सुविधा से जोडऩे की नयी योजना पर कहा कि चरणबद्ध तरीके से इस योजना का हर क्षेत्र को लाभ मिलेगा। बेनीवाल ने कहा कि परिवहन कार्यालयों को अब पूरी तरह ऑन लाइन कर दिया गया है, इससे काम जल्दी व सुलभ होंगे। उन्होंने कहा लाइसेंस के लिए टेस्ट की प्रक्रिया अनिवार्य की गई है, जिससे सही हाथों में ही लाइसेंस पहुंचेगा। पचपदरा विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री के हाथों गत दिनों बालोतरा के लिए मीठे पानी की योजना का शुभारंभ होने के बाद यह दूसरी सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में ओवरब्रिज के काम का भी शिलान्यास होकर कार्य आरंभ हो जाएगा, जिस पर करीब 40 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

साथ ही नई सब्जी मंडी रामसीन मूंगड़ा रोड पर तैयार हो रही है, उसका काम भी शीघ्र शुरू करवाने की कोशिश है। राज्य एससी आयोग अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल व पूर्व जिला प्रमुख वालाराम चौधरी ने बालोतरा-पाली रूट पर रोडवेज बसों का संचालन शुरू करवाने का आग्रह किया। पालिकाध्यक्ष महेश बी चौहान व कृषि मंडी चेयरमैन रसीदा बानो ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम से पहले अपर परिवहन आयुक्त जयपुर हरिप्रसाद मिश्रा ने स्वागत भाषण दिया और डीटीओ सीपी गुप्ता ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए। इस दौरान भूमि विकास बैंक चेयरमैन फतेह खां, बालोतरा प्रधान जमनादेवी गोदारा, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी हरिप्रसाद पीपरालिया, डिप्टी कमिश्नर भंवरलाल, एआरटीओ सुमन भाटी, डीटीओ जोधपुर सीमा कविया, नवलकिशोर राठौड़, बाड़मेर डीटीओ मनीष शर्मा, जैसलमेर डीटीओ अनिल पंड्या, फलौदी डीटीओ ओमप्रकाश बुढ़ानिया, बीकानेर डीटीओ जुगल माथुर, आबूरोड डीटीओ रमेश वैष्णव, इंस्पेक्टर वगताराम जाखड़, मेघराज चौधरी, सोहनलाल, ज्योति, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल, नगर अध्यक्ष मंगलाराम टाक, प्रतिपक्ष नेता रतन खत्री, महामंत्री शंकर लाल सलुंदिया, एएसपी नरेंद्रसिंह मीणा, एसडीएम अयूब खां, डीएसपी रामेश्वरलाल व सीआई कैलाशचंद्र मीणा सहित कई पार्षदगण व अन्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन गुलाम रसूल टाक ने किया।

"झाखरड़ा" में पानी व पीड़ा "अथाह"

"झाखरड़ा" में पानी व पीड़ा "अथाह"
बाड़मेर। जब पानी नहीं था, तब उसके नहीं होने की पीड़ा थी। अब अथाह पानी आया तो पीड़ा भी पानी की मानिंद अथाह हो गई है। अथाह पानी में सड़कें डूब गईं, पगडंडियां गुम हो गई है। यहां तक कि विद्यालयों के द्वार भी पानी के घाट बन गए हैं। यह स्थिति बाड़मेर जिले की गुड़ामालानी तहसील के झाखरड़ा क्षेत्र की है, जहां नर्मदा का पानी वरदान की बजाय अभिशाप बन गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पंद्रह के पश्चिम में करीब एक दर्जन गांव झाखरड़ा क्षेत्र का हिस्सा है। इसमें वन विभाग की हजारों बीघा जमीन है, जो वन्य जीवों के लिए आरक्षित है। नर्मदा नहर में पानी की अधिक आवक होने पर पिछले तीन वर्ष से वन विभाग की इस जमीन पर उसका पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदा का पानी पिछले तीन वर्ष से झाखरड़ा वन्य क्षेत्र की जमीन पर फैला हुआ है। एक वर्ष से पानी वन्य क्षेत्र से भी आगे किसानों की खातेदारी जमीन तक पहुंच गया है। यहां तक कि कुछ घरों की दहलीज तक भी पानी की पहुंच हो गई है।

पंद्रह दिन से हालत बदतर
यूं तो झाखरड़ा क्षेत्र की हालत तीन वर्ष से खराब है, लेकिन पंद्रह दिन पहले पानी की अधिक आवक होने के कारण स्थिति बदतर हो गई है। स्थिति यह है कि रामजी का गोल से धोलीनाडी, धोलीनाडी से झाखरड़ा, पन्नल की बेरी से मेघावा और पन्नल की बेरी से झाखरड़ा जाने वाले रास्ते पूरी तरह से बंद हैं। इससे ग्रामीण लगभग दुगुने से भी अधिक दूरी तय कर गंतव्य तक जाने के लिए मजबूर हैं।

विद्यालयों की चौखट तक पानी
राजकीय प्राथमिक विद्यालय झाखरड़ा व राप्रावि खेराज खिलेरी की ढाणी की चौखट तक पानी पहुंच गया है। इन विद्यालयों में करीब 200 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। पिछले वर्ष एक स्कूली छात्र पानी में डूब गया था। ऎसे में घबराए हुए परिजन अपने बच्चों को विद्यालय तक छोड़ने व वापस लाने के लिए मजबूर हैं।

लूणी में छोड़ने की योजना
जब तक पूरा सिस्टम तैयार नहीं हो जाता, तब तक पानी की अधिक आवक की समस्या रहेगी। दो वर्ष में सिस्टम पूरा तैयार हो जाएगा। झाखरड़ा क्षेत्र की समस्या के समाधान के लिए लूणी नदी में पानी छोड़ने की योजना पर विचार चल रहा है।
-एल एल परमार, अधीक्षण अभियंता नर्मदा नहर परियोजना सांचौर

ट्रैक पर डेढ़ इंच का क्रेक, आधा घंटा खड़ी रही कालका

ट्रैक पर डेढ़ इंच का क्रेक, आधा घंटा खड़ी रही कालका 


ट्रैकमैन की सजगता से टला बड़ा हादसा, पहले ट्रैक से गुजर चुकी थी मालानी एक्सप्रेस


बालोतराबाड़मेर-जोधपुर रेलवे ट्रैक पर बालोतरा-जानियाना के बीच रविवार सवेरे करीब डेढ़ इंच का बड़ा क्रेक आ गया। सुबह साढ़े सात बजे इस ट्रैक से मालाणी (बाड़मेर-दिल्ली) एक्सप्रेस के गुजर जाने के बाद ट्रैकमैन को यह क्रेक नजर आया। इसके बाद ट्रैकमैन ने सजगता दिखाते हुए बाड़मेर की ओर से आ रही कालका (बाड़मेर-हरिद्वार) एक्सप्रेस को क्रेक से पहले ही रुकवा दिया। इस दरम्यान करीब आधा घंटे तक कालका एक्सप्रेस को रोके रखना पड़ा।


धीमी गति से पार करवाया कालका को 

घटना रविवार अलसुबह की है। करीब साढ़े सात बजे जोधपुर की ओर से आने वाली मालाणी एक्सप्रेस इस ट्रैक से गुजरी तो बाद में जानियाना का सीनियर ट्रैकमैन लाखाराम ट्रैक जांचते हुए उधर से गुजरा। उसने देखा कि पटरी पर करीब डेढ़ इंच बड़ा क्रेक आया हुआ है। इस पर लाखाराम ने एसआरपीडब्ल्यूएस किशनाराम को इसकी सूचना दी और बालोतरा की ओर से जोधपुर जा रही कालका एक्सप्रेस को लाल झंडी दिखाकर क्रेक से पहले ही रुकवा दिया। इसके बाद मौके पर पहुंची गैंगमैनों की टीम ने क्रेक को पहले अस्थायी रूप से ठीक कर कालका को धीमी गति से पार करवाया और फिर बाद में क्रेक को पूरी तरह दुरुस्त किया गया। इस दरम्यान करीब आधा घंटे कालका एक्सप्रेस होटलू सरहद में खड़ी रही।

निम्बलकोट से भगाई युवती अहमदाबाद में दस्तयाब

निम्बलकोट से भगाई युवती अहमदाबाद में दस्तयाब
सिणधरी। बीस दिन पहले निम्बलकोट गांव में पशुओं के बाड़े से शादी की नीयत से भगाई युवती रविवार को मोबाइल कॉल डिटेल के अनुसार अहमदाबाद से दस्तयाब कर आरोपी को गिरफ्तार किया।

थानाधिकारी सहदेव चौधरी मय पुलिस दल ने कॉल डिटेल के मुताबिक भगाई युवती व आरोपित ऊदाराम पुत्र नवलाराम निवासी देवड़ा (झाब) को अहमदाबाद के सोनीनी चाली क्षेत्र से बरामद किया। युवती के पिता की रिपोर्ट के अनुसार उन्नीस जनवरी की रात को पशुओं के बाड़े से उदाराम ने उसकी पुत्री का शादी की नीयत से बहला फुसला कर अपहरण किया तथा उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने युवती को बरामद कर मेडिकल मुआयना करवाया तथा उसके पिता को सुपुर्द किया। आरोपी ऊदाराम के खिलाफ युवती का अपहरण कर दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया।

तीन बच्चों की मौत से हड़कंप

तीन बच्चों की मौत से हड़कंप
जैसलमेर। जैसलमेर के फतेहगढ़ क्षेत्र में सांधवा गांव स्थित सुल्तान की ढाणी में गत तीन दिन में तीन बच्चों की हुई मौत से समूचे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। बीमार बच्चे सर्दी, जुकाम व खांसी से पीडित थे। ऎसे में ग्रामीणों का अंदेशा है कि कहीं स्वाइन फ्लू ने दस्तक तो नहीं दे दी है। उधर, मौके पर पहुंची चिकित्सा विभाग की टीम ने स्पष्ट कर दिया है कि जांच में किसी के बच्चे में स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं पाए गए। संभवत: यह मौतें निमोनिया से हुई है।

गौरतलब है कि सुल्तान की ढाणी में गत तीन दिन में सात माह के इलियास, छह माह की एलमा व तीन साल के बिरई की मौत हो गई है। ये तीनों सर्दी जनित बीमारियों से पीडित थे और इनका उपचार चल रहा था। हालांकि चिकित्सा विभाग की टीम ने जांच में यह स्पष्ट कर दिया है कि यहां स्वाइन फ्लू के संकेत नहीं है, फिर भी ऎहतियात के तौर पर ढाणी के 67 जनों को टेमी फ्लू वितरित की गई है।

इसके अलावा बीमार तीन अन्य बच्चों मरवण (2), कासम (1) व गुलाम (9) को जैसलमेर के जवाहर अस्पताल लाया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। तीनों बीमार बच्चों के स्वाब के नमूने जोधपुर भेजे जा रहे हैं। हालांकि चिकित्सा महकमा निश्चिंत है कि स्वाइन फ्लू का खतरा यहां नहीं है, फिर भी मौजूद परिस्थितियों को देखते हुए वह कोई जोखिम उठाने को तैयार नहीं है।

इन्होंने कहा
सांधवा क्षेत्र में तीन बच्चों की मौत और तीन बच्चों के बीमार होने की सूचना पर चिकित्सा विभाग की टीम ने मौके पर जाकर जांच की है। विशेषज्ञ दल ने अपनी जांच में स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं पाए हैं। तीनों बीमार बच्चों को जैसलमेर के जवाहर अस्पताल लाया गया है और इनके स्वाब के नमूने जोधपुर भिजवाए जा रहे हैं। सोमवार को स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि स्वाइन फ्लू से पीडित वे है कि नहीं।
-डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जैसलमेर

सरहद के 'सहरा' में फू टी पानी की धार


सरहद के 'सहरा' में फू टी पानी की धार 

आधा दर्जन गांवों में बढ़ा भूजल स्तर, पेयजल समस्या खत्म, खेतों में लहलहाने लगी फसलें 

बाड़मेर
रेत की रग रग में पानी सहेजकर रखना तो सरहदी गांवों के लोगों कि फितरत में शुमार है। बीते छह दशक से पानी पानी करते कई पीढिय़ां गुजर गई। हलक तर करने के लिए मीलों लंबा सफर तय करने की मशक्कत जारी है। हाल ही में कुछ गांवों में पाताल से फूटी मीठे पानी की धार से पेयजल की समस्या से निजात मिला है। धोरों पर सिंचाई से फसलें लहलहा रही है। जहां कल दूर दूर तक सहरा नजर आ रहा था, वहां अब नखलिस्तान की तस्वीर उभर रही है। यह कहानी आधा दर्जन सरहदी गांवों की है। जहां पर सिलसिलेवार करीब पचास अधिक ट्यूवबेल खोदने के बाद तकदीर बदल रही है। उप तहसील गडरारोड के खलीफे की बावड़ी, पाबूसरी, शाहमीर का पार, जयसिंधर, बांडासर, गडरारोड, खानियानी, सरगिला, रावतसर, त्रिमोही समेत कई गांवों में भूजल स्तर में बढ़ोत्तरी के बाद पांच सौ से साढ़े पांच सौ फीट की गहराई में अथाह पानी निकल आया है। बीते कुछ माह पूर्व ही खलीफे की बावड़ी के एक किसान ने ट्यूबवेल खोदा तो की धार फूट पड़ी। इस खुशखबरी के बाद बॉर्डर के गांवों के लोगों की उम्मीदों को पंख लग गए। सरकार से आस छोड़ चुके लोगों ने अपने ही बूते पर खेतों में ट्यूबवैल खोदने शुरू कर दिए। हर जगह मीठा पानी निकला तो लोगों का विश्वास ओर मजबूत हो गया। यह सिलसिला अनवरत जारी है। अब तक पचास से अधिक ट्यूबवैल अलग अलग गांवों में खोदे जा चुके हैं। जहां पर पानी से फसलों की सिंचाई के साथ आस पास के गांवों व ढाणियों के लोगों को मीठा पानी नसीब हो रहा है। 

नाकाफी साबित हुए सरकारी इंतजाम 

गडरा उप तहसील क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में पेयजल सुविधाएं मुहैया करवाने के सरकारी प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। जिन गांवों में जी एलआर बनाकर पाइप लाइनों से जोड़ दिया, मगर नए जल स्त्रोत विकसित नहीं होने से नियमित जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। सरहदी गांवों की पेयजल समस्या के समाधान को प्रस्तावित गडरा लिफ्ट केनाल जनप्रतिनिधियों की दृढ़ इच्छा शक्ति के अभाव में अधरझूल में अटकी है। इस स्थिति में लोग अपने बूते पर ही पेयजल के इंतजाम कर रहे हैं।

खेतों में खुशहाली, पूरी हो गई मुरादें 
सरहदी गांवों में साल दर साल अकाल पडऩे से किसानों खरीफ की बुवाई नहीं कर पा रहे थे। अब पाताल से निकले पानी से खेतों में फसलों की सिंचाई की जा रही है। धोरों पर दूर दूर तक हरितिमा छाई है। खुशहाली की दस्तक किसानों को सुकून दे रही है। दशकों बाद ग्रामीणों की मुरादें पूरी हो गई है।


॥सरहदी के गांवों में भूजल स्तर में अचानक बढ़ोत्तरी होने के बाद ट्यूवबेल खोदे जा रहे हैं। इन गांवों में अथाह मीठा पानी मिलने से लोगों की उम्मीदें परवान चढ़ रही है। पहले कई बार ट्यूवबेल खोदने पर पानी नहीं निकला था। अब पांच सौ से साढ़े पांच सौ फीट की गहराई में पानी निकल रहा है। 

अशोक कुमार, भूजल वैज्ञानिक बाड़मेर

॥यहां के लोगों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि धोरों में पानी की धार फूटेगी। बीते कुछ वर्षों में मानसून मेहरबान होने के बाद जलस्तर बढऩे से यह सपना साकार हुआ। कई गांवों में फसलों की सिंचाई के साथ लोगों को मीठा पानी नसीब हो रहा है।

प्रेमसिंह सोढ़ा, जयसिंधर

॥दशकों लंबे इंतजार के बाद मीठा पानी नसीब हो रहा है। यह किसी वरदान से कम नहीं है। कुछ माह पूर्व खोदे गए ट्यूवबेल के बाद खेतों में रबी की फसलें लहलहा रही है। यह सबसे बड़ी सौगात है।

रोशन खां, सरपंच खलीफे की बावड़ी

खलीफे की बावड़ी गांव में ट्यूबवैल से हो रही सिंचाई।