नई दिल्ली
यदि केंद्र में बीजेपी की सरकार बनती है तो सबसे सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी क्या करेंगे? बीजेपी ने पहले ही प्रधानमंत्री कैंडिडेट की घोषणा कर दी है ऐसे में आडवाणी की भूमिका क्या होगी? इन सवालों से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह को हर दिन जूझना पड़ रहा है। अब तक वह कह रहे थे कि अपनी भूमिका आडवाणी खुद तय करेंगे, लेकिन 'टाइम्स ऑफ इंडिया' से खास इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि लोकसभा इलेक्शन के बाद पार्टी नेताओं से इस मसले पर बातचीत की जाएगी।
वहीं कुछ दिन पहले तक सरकार में शामिल न होने की बात कहते रहे राजनाथ ने इस इंटरव्यू में कहा कि उन्हें सरकार में शामिल होने से कोई एलर्जी नहीं है, लेकिन मैं अभी अपनी भूमिका से खुश हूं।
आडवाणी की शख्सियत पूर्व उपप्रधानमंत्री की है, ऐसे में क्या वह सरकार का हिस्सा होंगे? इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हम चुनावी नतीजे आने के बाद एक साथ बैठकर सभी मसलों को सुलझाएंगे। इस मीटिंग का हिस्सा आडवाणी जी भी होंगे। राजनाथ ने कहा कि बीजेपी और सहयोगी दलों को लोकसभा चुनाव में पर्याप्त सीटें मिलेंगी और हम सरकार बनाएंगे। 16 मई को चुनावी नतीजे आने के बाद सरकार गठन और मंत्रियों के सिलेक्शन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
बीजेपी की सरकार बनने की स्थिति में सीनियर नेता सुषमा स्वराज, नीतिन गडकरी समेत औरों की भूमिका क्या होगी? इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि यह बीजेपी पार्ल्यामेंट्री बोर्ड तय करेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी में कई समर्थ और ईमानदार नेता हैं। इलेक्शन बाद हम इस पर गंभीरता से विचार करेंगे कि किसे कौन सी जिम्मेदारी सौंपी जाए।
राजनाथ सिंह ने कहा कि बीजेपी के कई नेता स्वयंसेवक रहे हैं, फिर भी सरकार का कंट्रोल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हाथों में नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम अपने आप में सभी स्वयंसेवक हैं। हम लोगों को संघ के अनुभव और मार्गदर्शन की जरूरत होती है। हम खुद ही कई मसलों पर संघ से चर्चा करते हैं। मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूं कि आरएसएस कभी भी हुक्म नहीं चलाता है। राजनाथ सिंह ने इस बात को खारिज कर दिया कि बीजेपी ध्रुवीकरण की राजनीति को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी सरकार बनाती है तो ध्रुवीकरण की राजनीति को अप्रासंगिक बना देगी।
राजनाथ सिंह ने इस बात को कबूल किया बीजेपी अल्पसंख्यकों में खास कर मुस्लिमों का दिल जीतने में नाकाम रही। लेकिन उन्होंने साथ में यह भी कहा कि हम इस मसले पर दोबारा कोशिश करेंगे। राजनाथ ने कहा कि यदि हम पांच साल सरकार में रहते हैं तो मुस्लिमों के बीच बने डर को खत्म कर देंगे।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल अल्पसंख्यकों के बीच 'हिन्दुत्व फोबिया' वोट हासिल करने के लिए फैलाते हैं। हमारी सरकार बनती है तो वोट बैंक की ऐसी रणनीति को खत्म करने पर काम करेगी। राजनाथ ने उन आरोपों को बेतुका बताया कि वह रणनीति के तहत मोदी को पीछे कर खुद पीएम की कुर्सी तक पहुंचने की कोशिश में लगे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मोदी को आगे किया है और वही पीएम बनेंगे।