कोकराझार। गुरूवार से अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोगों पर हो रहे आतंकी हमलों के डर से इलाके में हजारों ने लोगों ने अपने घर छोड़ दिए हैं। हिंसा में असम के बक्सा जिले के एक गांव में शनिवार सुबह चार बच्चों सहित 9 और शवों के मिलने से मृतकों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ये शव खगराबारी गांव में मिले। बोडोलैंड के सभी क्षेत्रों- कोकराझार, चिरांग, बक्सा और सीमावर्ती क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं।
शुक्रवार रात से शवों के मिलने के बाद से बोडोलैंड के अंदरूनी क्षेत्रों में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है। सशस्त्र उग्रवादियों ने गांव में आग लगा देने के बाद प्रभावित क्षेत्रों से लोग पलायन कर गए हैं। जिला प्रशासन को कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सेना और अर्द्धसैन्य बल मदद कर रहे हैं। ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए हैं।
इससे पहले, शुक्रवार को बोड़ो आंतकियों ने एक समुदाय विशेष्ा को निशाना बनाकर अलग-अलग स्थानों पर हमला किया। इसमें बच्चों, महिलाओं सहित 23 लोग मारे गए हैं। नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोड़ोलैंड के संगबिजीत गुट (एनडीएफबी-एस) के सशस्त्र आंतकियों ने बोडोलैंड क्षेत्रीय प्रशासनिक जिले (बीटीएडी) के तहत आने वाले असम के तीन जिलों में गुरूवार रात से हमले शुरू किए। इस क्षेत्र में कोकराझार और बक्सा जिले आते हैं। अपुष्ट खबरों के अनुसार मरनेवालों की संख्या पचास का आंकड़ा पार कर सकती है।
पीएम ने कड़े कदम उठाने के निर्देश
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम में हुई हिंसा के दोçष्ायों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने एक उच्चस्तरीय बैठक कर असम पुलिस को आतंकियों के साथ सख्ती के साथ पेश आने का निर्देश दिया है। स्थिति को नियंत्रण करने के साथ ही दोषी आंतकियों को तुरंत पकड़ने को कहा है। गोगोई ने स्थिति के नियंत्रण के लिए सेना व अर्द्ध सैनिक सुरक्षा बलों की मदद मांगी है। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने फोन कर गोगोई से सारी स्थिति का जायजा लिया। शिंदे ने हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे जाने की बात कही है।
मुख्यमंत्री पर आरोप
अल्पसंख्यक छात्र संगठनों ने मुख्यमंत्री तरूण गोगोई पर बीटीएडी इलाके में कानून व्यवस्था नहीं बनाए रखने का आरोप लगाया और उनके इस्तीफे की मांग की।इस क्षेत्र में कोकराझाड़, बाक्सा, उदालगुड़ी और चिरांग जिले आते हैं। उक्त दोनों संगठनों के नेताओं ने दावा किया कि बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (बीपीएफ) की नेता और पूर्व मंत्री प्रमिला रानी ब्रह्मा की ओर से अल्पसंख्यकों के मतदान पर दिए गए बयान के बाद हिंसा भड़की। -
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