बुधवार, 28 सितंबर 2011

19 बच्चों के साथ नए दंपती ने घर बसाया

राजनगर।। प्यार की कोई उम्र नहीं होती। कब कहां किससे प्यार हो जाए, यह पता ही नहीं चलता। मसूरी में रहने वाली 9 बच्चों की मां और 10 बच्चों के पिता की कहानी प्यार की इस परिभाषा को चरितार्थ करती है। महिला विधवा है और पुरुष की भी पत्नी अब इस दुनिया में नहीं है। पड़ोस में रहने वाले इस जोड़े की करीब एक साल पहले आंखें चार हुईं थीं और इसी साल जनवरी में उन्होंने निकाह कर लिया। महिला के भाई ने बहला-फुसलाकर उसे पति से अलग करा दिया। लेकिन पति के कोर्ट में याचिका दायर करने पर समझौता हुआ और दोनों ने अपने 19 बच्चों के साथ नया घर बसाया।

मसूरी में रहने वाली रहीसा (काल्पनिक नाम) के 9 बच्चे हैं। वह करीब डेढ़ साल पहले 38 वर्ष की उम्र में विधवा हो गई थी। पड़ोस में रहने वाले 42 वर्षीय शमशाद (काल्पनिक नाम) के 10 बच्चें है। कुछ वर्ष पहले उसकी पत्नी की भी मृत्यु हो गई थी। रहीसा और शमशाद में इस बीच इश्क हो गया। इश्क परवान चढ़ा और दोनों ने एक जनवरी 2011 को मुस्मिल रीति-रिवाज से काजी के समक्ष निकाह कर लिया। इसके बाद निकाह को नोटेरी द्वारा सत्यापित भी करा लिया था। इसके बाद दोनों दांपत्य जीवन खुशी-खुशी बीताने लगे। इसी बीच रहीसा के भाई उसके घर आए और उन्होंने रहीसा को शमशाद के खिलाफ भड़काना शुरू कर दिया। दोनों में झगड़ा हुआ और इसके बाद रहीसा को उसके भाई अपने साथ ले गए।

शमशाद पत्नी के जाने के बाद दुखी रहने लगा। उसने कोर्ट में रहीसा को लाने के लिए याचिका दायर की। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए उसे तलब किया। कोर्ट के समक्ष दोनों की बातचीत हुई। रहीसा शमशाद के साथ जाने के लिए राजी हो गई। दोनों ने कोर्ट में एक साथ रहने का राजीनामा दाखिल कर दिया। उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे के बच्चों को माता-पिता का पूरा प्यार देंगे। इतना ही नहीं 19 बच्चों को एक साथ रखेंगे। कोर्ट ने रहीसा और शमशाद के राजीनामे को स्वीकार कर लिया और वे फिर से अपने बच्चों के साथ रहने लगे।

महिला चला रही थी कार, कोर्ट ने किया 'वार', भुगतो 10 कोड़े की सजा

दो दिन पहले सऊदी किंग अब्दुल्लाह ने महिलाओं के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला किया था। जिसके तहत 2015 के चुनावों में उन्हें मताधिकार का हक हासिल होगा। लेकिन सऊदी अरब में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभावपरक व्यवहार पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
सऊदी अरब में दो महिलाओं को महिलाओं से जुड़े ड्राइविंग कानून तोड़ने के आरोप में एक कोर्ट ने सजा सुनाई है। और तो और कबीलाई कानूनों जैसे दंड देते हुए एक महिला को 10 कोड़े की सजा भी सुनाई गई है।

महिला का नाम शाइमा घसनेया पता चला है। आरोप है कि जुलाई में जेद्दा में कार चलाते पकड़े गई थी।
महिलाओं को ड्राइविंग का अधिकार देने के लिए अभियान चलाने वाले संगठन वुमेन टू ड्राइव ने बताया कि महिला ने सजा के खिलाफ अपील दायर करने की योजना है।

तोपखाना स्थापना दिवस : 28 सितम्बर 2011

तोपखाना स्थापना दिवस : 28 सितम्बर 2011 

19वीं सदी व उससे पूर्व से ही रेजिमेन्ट ऑफ आर्टिलरी का इतिहास गौरवमयी रहा है। रेजिमेंट ऑफ इण्डियन आर्टिलरी की नींव 28 सितम्बर 1827 को बॉम्बे फुट आर्टिलरी की 5 बॉम्बे माउणेन बैट्री को रखी गयी। तब से भारतीय तोपखाने ने देश एवं विदेश के विभिन्न ऑपरेशन व युद्धों में अदम्य साहस एवं कार्यकुशलता का परिचय दिया। जहाँ भी भारतीय तोपची गए, चाहे वह उत्तरपश्चिमी फ्रंटियर, सामान्य सेवाऐं, विश्व युद्ध प्रथम व अन्य युद्धों में इन्होंने ॔॔फायर पावर एवं प्रोफेशनलिज़्म’’ को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। इंडियन आर्टिलरी भारतीय सेना की एक प्रमुख शक्ति की तरह उभरी और जो आने वाले वर्षों में युद्ध के लिये निर्णायक सिद्ध हुई। 



रेजिमेन्ट ऑफ आर्टिलरी शीघ्र ही प्रसिद्धि के पथ पर अग्रसर हुई, चाहे वह लीबिया के रेगिस्तान हो या रूमेल की पेंजर सेना के विरूद्ध लड़ाईया बिंदु 171 नजदीक बीर हकीम। रेजिमेन्ट ऑफ आर्टिलरी ने जापानी सेना के विरूद्ध मिकटिला युद्ध सम्मान एवं विक्टोरिया क्रॉस सम्मान हासिल किया। 

भारत की आजादी एवं कश्मीर में 194849 के ऑपरेशन में रेजिमेन्ट ऑफ आर्टिलरी के योगदान को कम नहीं आंका जा सकता। कमियों के बावजूद रेजिमेन्ट ने सम्मान एवं प्रसिद्धि को हासिल किया। युद्ध क्षेत्र में जीत की परम्परा रेजिमेन्ट की मानसिकता में शामिल है। 1965 के भारतपाकिस्तान युद्ध में एक बार फिर ॔॔भारतीय तोपखाने’’ ने युद्ध में जीत का मुख्य कारक बनकर अपनी श्रेष्ठता साबित की। रेजिमेन्ट ऑफ आर्टिलरी ने 1971 में पूर्वी पाकिस्तान से पश्चिम सेक्टर तक एवं 1999 की गर्मियों में ऑपरेशन विजय के रूप में कारगिल विवाद में शिरकत की। इन तीन महत्वपूर्ण ऑपरेशन के अलावा रेजिमेन्ट ऑफ आर्टिलरी ने श्रीलंका में ऑपरेशन पवन, सियाचिन ग्लेशियर में ऑपरेशन मेघदूर एवं जम्मू कश्मीर एवं उत्तर पूर्व राज्यों में कारण्टर इन्सरजेन्सी ऑपरेशन में सकि्रय रूप से भाग लिया। 


रेजिमेन्ट ऑफ आर्टिलरी ने ॔॔ऑपरेशन तत्परता’’ को जिस कड़ी मेहनत, कार्यकुशलता एवं समर्पण से हासिल किया है, इसमें सभी गनर्स का महत्वपूर्ण योगदान है, जो आगे भी रेजिमेन्ट का प्रत्येक क्षेत्र में सर्वागीण विकास के लिए जरूरी है। 

जयपुर एवं जोधपुर मिलिट्री स्टेशनों में 28 सितम्बर 2011 को भारतीय सेना की रेजिमेन्ट ऑफ आर्टिलरी ने 184वां स्थापना दिवस मनाया। दोनों स्थानों पर सभी आर्टिलरी जवानों के लिए बड़ाखाना का आयोजन किया गया। 

भारत-पाक सीमा पर अक्टूबर से दिसंबर तक विशाल युद्धा यास




बाड़मेर भारतीय सेना भारत-पाक सीमा पर अक्टूबर से दिसंबर तक विशाल युद्धा यास करेगी। राजस्थान के बाड़मेर में होनेवाली इस खास युद्ध अभ्यास में 40 हजार से ज्यादा सैनिक भाग लेंगे। इसके अलावा 250 युद्ध टैंक, सेना के हेलिकॉप्टर और आर्टिलरी गन भी इसमें शामिल होंगी।
सेना की भोपाल स्थित कोर के 40 हजार से ज्यादा सैनिक इसमें भाग लेने रवाना हो चुके हैं।
रेगिस्तान में युद्ध अभ्यास के दौरान वायुसेना भी शामिल होगी। नवंबर माह में पोखरण में वायुसेना के लड़ाकू विमान फायरिंग का अभ्यास करेंगे। भारतीय अर्जुन टैंक इसमें खास तौर पर शामिल होगा। इस युद्ध अभ्यास को पूरी तरह गोपनीय रखा गया है,सेना मुख्यालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस युद्ध अभ्यास के दौरान रक्षामंत्री ए.के.एंटोनी और सेना प्रमुख जनरल वी.के.सिंह भी बाड़मेर जाएंगे। अभ्यास की तैयारी के लिए सेना प्रमुख पिछले महीने भोपाल और इस महीने जयपुर में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। तीन महीने चलनेवाले इस युद्ध अभ्यास में सेना की स्ट्राइक कोर भाग ले रही है। स्ट्राइक कोर को दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर लड़ाई करने के लिए खास प्रशिक्षिण दिया जाता है। बाड़मेर में सीमा से सटकर दुश्मन के इलाके की स्थिति भांपकर युद्ध अभ्यास किया जाएगा। खास बात यह भी है कि 2001 में ऑपरेशन पराक्रम के बाद से सेना जरुरत पड़ने पर सीमा पर सैनिकों की कम समय में तैनाती पर ज्यादा जोर दे रही है। जिसके चलते 40 हजार सैनिकों का मूवमेंट सेना के लिए खास अभ्यास है। इस युद्ध अभ्यास का प्रमुख मकसद सैनिकों को सर्दियों के दौरान लड़ाई के लिए तैयार करना है। इससे पहले मई के पहले सप्ताह में राजस्थान के सूरतगढ़ में सेना ने विजयी भव: कोड नेम से युद्ध अभ्यास किया था। इसमें अंबाला स्थित कोर के सैनिकों ने भाग लिया था।

सीईओ पर पड़ा 'घूस' का घूसा, चले गए सलाखों के पीछे!

सीकर.भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व सीनियर आरएएस बुधराम मीणा को रिश्वत में वाटर प्यूरीफायर (आरओ) लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

उन्होंने इसकी मांग सर्व शिक्षा अभियान के एईएन राजेंद्र सिंह से उनके कार्यो का सत्यापन करने की एवज में की थी। सीईओ के पास पिछले दो दिन से कलेक्टर का अतिरिक्त कार्यभार भी है। मीणा को करीब दो माह पहले ही जयपुर से तबादला कर यहां सीईओ लगाया गया था।

एसीबी ने शहर में फतेहपुर रोड स्थित सीईओ के सरकारी आवास पर यह कार्रवाई मंगलवार सुबह आठ बजे की। सीईओ को फिलहाल सदर थाने में रखा गया है। उन्हें बुधवार को एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा।

एसीबी सूत्रों के अनुसार सीईओ के जयपुर में दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन के पास शांति नगर स्थित आवास पर भी तलाशी ली गई। कार्रवाई की जानकारी पंचायतीराज विभाग को दे दी गई है।

एसीबी के एएसपी डॉ. मूलसिंह राणा ने बताया कि मानसरोवर (जयपुर) निवासी सहायक अभियंता राजेंद्र सिंह ने 22 सितंबर को परिवाद पेश किया कि सीईओ बुधराम ने उन्हें ऑफिस में बुलाकर कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत कराए गए कार्यो का सत्यापन किया जाएगा और नौकरी करनी है तो वे जो कहेंगे, मानना पड़ेगा।

इसके बाद 21 सितंबर को अपने सरकारी आवास बुलाकर आरओ की मांग रखी। परिवादी ने सीईओ द्वारा बताई गई कंपनी का 15,500 रु. मूल्य का आरओ जयपुर से खरीद लिया। इसे पहले एसीबी कार्यालय में मंगवाकर जरूरी कानूनी कार्रवाई की गई। फिर इसे देकर राजेंद्र सिंह को सुबह करीब आठ बजे सीईओ के बंगले पर भेजा गया था।

डॉक्‍टर ने दिल्‍ली में कत्‍ल कर इलाहाबाद में फेंकी बीवी की लाश

नई दिल्ली. दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के एक डॉक्टर द्वारा अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर शव इलाहाबाद में फेंक दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। डॉक्टर ने उसके घर पहुंचे पत्नी के परिजनों के सामने हत्या की बात कबूली और उनके साथ थाने में जाकर समर्पण कर दिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने डॉक्टर की निशानदेही पर इलाहाबाद जाकर बैग में रखे शव को एक नाले से बरामद किया। आरोपी डॉक्टर चंद्रा विभाष ने हत्या का कारण बताया कि पत्नी सुप्रिया तुषार उसे पसंद नहीं थी और उसने शादी पारिवारिक दबाव में की थी।
पुलिस के मुताबिक डॉ. चंद्रा और सुप्रिया के बीच 23 सितंबर की रात को झगड़ा हुआ। इसके बाद सुप्रिया के गले में पड़े दुपट्टे से ही डॉक्टर ने उसका गला घोट दिया। डॉक्टर ने लाश को एक बैग में रखकर नीचे खड़ी कार की डिग्गी में डाला। पुलिस के अनुसार डॉक्टर शव को लेकर झारखंड के लिए निकला था, लेकिन रास्ते में सुप्रिया के परिजनों का फोन आ गया और वे डॉक्टर से सुप्रिया के बारे में पूछने लगे। डॉक्टर ने इसके बाद झारखंड जाने का इरादा बदल दिया और इलाहाबाद पहुंचा तो वहां बारिश हो रही थी। बारिश के बहते पानी को उसने नदी समझा और शव को बहाने के इरादे से वहीं डाल दिया।


इस बीच सुप्रिया का फोन बंद आने पर उसके परिजनों ने डॉक्टर को 24 सितंबर को फोन मिलाया। डॉक्टर ने झूठ बोलते हुए कहा कि वह मथुरा में है। अनहोनी की आशंका से 25 सितंबर को सुप्रिया के परिजन झारखंड से अपने रिश्तेदारों कर्नल मनोज कुमार व मनोहर वैद्य के साथ डॉक्टर के हरिनगर स्थित किराए के मकान पर पहुंचे। यहां जब डॉक्टर नहीं मिला तो ये फिर 26 सितंबर को डॉक्टर के यहां पहुंचे। इस बार डॉक्टर घर में ही मौजूद था, लेकिन सुप्रिया नहीं थी।

परिजनों ने सुप्रिया के संबंध में पूछा तो डॉक्टर ने उसकी हत्या की बात कबूल कर ली। परिजनों ने उस पर पुलिस थाने चलने का दबाव बनाया तो ज्यादा विरोध न करते हुए डॉक्टर थाने भी पहुंच गया। पुलिस के सामने अपराध स्वीकार करने के बाद डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया। सोमवार को उसे लेकर दिल्ली पुलिस के एसीपी राजसिंह, हरिनगर थाने के एसएचओ विरेन्द्र कुमार, इंस्पेक्टर हरपाल सिंह, एसआई योगेन्द्र कुमार, कांस्टेबल विनोद व संदीप आदि इलाहाबाद पहुंचे और एक ब्रिज के पास से शव बरामद किया।


सुप्रिया के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मूल रूप से झारखंड के डॉघार के निवासी डॉक्टर चंद्रा से झारखंड के जिला दुमका की सुप्रिया की शादी 22 नवंबर 2010 को हुई थी। तभी से डॉक्टर उसे मारता-पीटता था, जिसके बाद सुप्रिया जुलाई 2011 में अपने मायके चली गई थी, लेकिन रिश्तेदारों के दबाव में वह वापस अपने पति के पास पहुंची। मगर इसके बाद भी डॉक्टर ने उसे पीटना नहीं छोड़ा। सुप्रिया के पिता के मुताबिक 23 सितंबर की रात को भी सुप्रिया का फोन उनके पास गया था, जिसमें उसने पति द्वारा पीटने की शिकायत की थी। इसके बाद फोन बंद आया और बाद में सुप्रिया की हत्या की बात सामने आई।

गन प्वाइंट पर लुटी लड़की की अस्मत लेकिन वो चुप रहे!

लुधियाना .चार युवकों ने गन प्वाइंट पर एक युवती का अपहरण कर लिया। अलग अलग जगहों पर ले जाकर उन लोगों ने उससे बलात्कार किया। किसी तरह वह युवती आरोपियों के चंगुल से छूटकर वापस आ गई। उसने सारी बात अपने परिजनों को बताई, लेकिन बदनामी कारण वे लोग चुप रहे। मंगलवार को ही उन लोगों ने इस बारे में थाना हैबोवाल में सूचना दी।



जिस पर पीड़ित युवती का मेडीकल कराया गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी युवकों के खिलाफ अपहरण कर बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की पहचान किचलू नगर के रहने वाले स्मिर, चंदन नगर निवासी वरुण उर्फ विक्की, हंबड़ां के मेहताब व कृष्णा नगर के पंकज के रूप में हुई है। एसएचओ, थाना हैबोवाल रंधीर सिंह ने बताया कि आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस को दिए गए बयानों में पीडि़त युवती का कहना है कि घटना 10 सितंबर की है। वह सुबह अपने घर से निकली।



कृपाल नगर पुली पर सफेद रंग की स्विफ्ट कार में सवार चार युवकों ने से रोक लिया। उन लोगों ने उसे जबरन कार में बैठाना चाहा। उसका कहना है कि मेहताब को वह पहले से जानती थी। उन लोगों ने उसे पिस्तौल दिखाई और धमकाया। इसके बाद आरोपी हंबड़ां ले गए। वहां उन लोगों ने उससे गैंग रेप किया। बाद में वह उसे चार दिनों तक सुनेत व अलग अलग जगहों पर ले जाकर रेप करते रहे।



चार दिन बाद किसी तरह वह आरोपियों के कब्जे से छूटकर निकली। मंगलवार को पुलिस ने उसका सिविल अस्पताल में मेडीकल कराने के बाद स्वैब जांच क लिए लैब में भेज दिया है।



आरोपियों के खिलाफ अपहरण व बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए छापामारी जारी है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।



- रंधीर सिंह, एसएचओ, थाना हैबोवाल

सिरोही न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे बुधवार. २८ सितंबर, २०११

आपसी रंजिश में चली कुल्हाड़ी, 12 घायल

उथमण गांव में कृषि भूमि को लेकर उपजा विवाद, सात लोगों की हालत नाजुक, उदयपुर और पालनपुर रेफर

सिरोही निकटवर्ती उथमण गांव में कृषि भूमि को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों में लाठी और कुल्हाड़ी से वार किए गए।इसमें12 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए सिरोही लाया गया। इसमें से सात की हालत नाजुक होने पर उन्हें उदयपुर व पालनपुर रेफर किया गया। उथमण गांव में जमीन के विवाद को लेकर दो परिवारों के बीच रंजिश चल रही थी। सोमवार को खेत में मोहब्बतसिंह ने हल चलाना शुरू किया तो दूसरे पक्ष के भंवरसिंह, रणजीतसिंह, मोहब्बतसिंह, दलपतसिंह वोक सिंह ने उसे हल चलाने से मना किया। उसके नहीं मानने पर उन्होंने लाठी व कुल्हाड़ी से प्राणघातक हमला कर दिया। इसकी जानकारी मिलते ही मोहब्बत सिंह को बचाने के लिए आए सरदार सिंह, गणपत सिंह, नाथू सिंह, भूर सिंह, केसर सिंह, शंकरसिंह ने भी लाठी कुल्हाड़ी से उन पर हमला बोल दिया। दोनों गुटों के बीच करीब आधा घंटे तक जमकर लाठी व कुल्हाडिय़ां चली। घटना की सूचना मिलते ही पालड़ी एम पुलिस ने मौके पर पहुंच सभी घायलों को इलाज के लिए सिरोही पहुंचाया। पुलिस उपअधीक्षक अरुण माच्या ने भी मौका मुआयना किया। केशर सिंह और भंवरसिंह ने परस्पर मामले दर्ज कराए।

दहेज लोभी पति को जेल भेजा

सिरोही बरलूट पुलिस ने दहेज के लिए प्रताडि़त कर घर से बेदखल करने के आरोप में पति को जावाल से गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार कालंद्री निवासी दुर्गा पुत्री टीला मेघवाल ने पुलिस को रिपोर्ट में बताया था कि उसकी शादी ५ साल पहले प्रकाश पुत्र टीला मेघवाल के साथ हुई थी। दो साल तक उसका दांपत्य जीवन अच्छा रहा, लेकिन बाद में उसके पति प्रकाश, ससुर छोगा लाल, सास सुगना ननद आशा व गीता, ननदोई दिनेश तथा देवर भरत व हितेश उसके साथ मारपीट करने लगे। उन्होंने उससे दो लाख रुपए व सोने के जेवर की मांग कर मारपीट तथा मानसिक रूप से प्रताडि़त कर उसे घर से निकाल दिया।


पलभर में मची अफरा-तफरी

वन विभाग की ओर से सुबह से जारी था अतिक्रमण हटाओ अभियान, दोपहर को हुआ हादसा

आबूरोड किवरली क्षेत्र में वन विभाग की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के दौरान पुलिस कांस्टेबल के मलबे में दबने की घटना से पलभर में अफरा-तफरी मच गई। कांस्टेबल को हाथोंहाथ मलबे से निकालकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचाने के बाद भी उसकी मौत से माहौल गमगीन हो गया। पुलिस ने जेसीबी चालक के खिलाफ लापरवाही बरतने का मामला दर्ज कराया है। वहीं प्रशासन इस मामले की जांच करवाएगा। वन विभाग ने सुबह 7 बजे माउंट आबू उपखंड अधिकारी कुमारपाल गौतम ने तहसीलदार रघुवीर दयाल मीणा की उपस्थिति में पुलिस बल के साथ ब्रह्माकुमारी संस्थान परिसर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रारंभ की। इसमें ब्रह्माकुमारी संस्थान की ओर से अकाल राहत के लिए लगाया गया चारा डिपो व गोशाला के क्षेत्र से जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण हटाया गया। इसके बाद किवरली पुलिया टोल नाके के पास संस्थान के पार्क क्षेत्र में वन विभाग की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। कार्रवाई में बिजली के पोल, पक्के निर्माण व पानी की पाइप लाइन सहित अन्य निर्माणों को हटाया गया। जेसीबी से भवन की दीवार गिराने के दौरान पुलिस कांस्टेबल सुनील विश्नोई के मलबे में दबने की घटना से अफरा-तफरी मच गई। मौके पर तैनात दस्ते ने हाथोंहाथ मलबा हटाकर उन्हें घायलावस्था में ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। वहां से उन्हें पालनपुर रेफर किया गया, लेकिन वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हादसे से माहौल गमगीन हो गया।

हिस्ट्रीशीटर की गोली मार हत्या

हिस्ट्रीशीटर की गोली मार हत्या

जयपुर। जालूपुरा क्षेत्र में मंगलवार शाम बाइक पर आए नकाबपोश हमलावरों ने एक युवक की गोली मार कर हत्या दी। हमलावर हवाई फायर करते हुए भाग निकले। गोली का शिकार गजेन्द्र सिंह उर्फ बंटी सोढ़ाला थाने का आदतन अपराधी है।

उस पर नजदीक से दो गोलियां मारी गई, जिससे घटना स्थल पर ही मौत हो गई। साथी उसे अस्पताल लेकर गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। अचानक हुई घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गई और दुकानदार दुकानें बन्द कर भाग निकले।

गाड़ी ठीक कराने आया था गैराज में
पुलिस मुताबिक फायरिंग के दौरान गजेन्द्र सिंह उर्फ बंटी जालूपुरा स्थित एक होटल के पास गैराज में स्कॉर्पियो गाड़ी ठीक करवा रहा था। यह गाड़ी दो दिन से गैराज में खड़ी थी। शाम करीब साढ़े पांच बजे छह साथियों के साथ वह गैराज पर था।

सौरभ व दूसरे साथियों ने बताया कि तीन गैराज के अंदर और तीन उसके साथ खड़े थे। तभी काला नकाब लगा कर उस हेलमेट पहने हुए दो जनों आए और बंटी के पास खड़े चालक सौरभ को धक्का देकर बंटी पर दो फायर किए।

लपका गिरोह का हाथ
बंटी की हत्या ने एक बार फिर शहर में गैंगवार छिड़ने के संकेत दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक बंटी की हत्या के पीछे गैंगवार होने की बात सामने आई है। पिछले चार साल से आदतन अपराधी गगेन्द्र सिंह उर्फ बंटी राजधानी में जमीनों पर अवैध कब्जों से लेकर लपकागिरी, रिकवरी और लोगों को डराने-धमकाने के मामले में सक्रिय था।

उसकी पर्यटन माफिया के साथ ही रिकवरी व जमीनों की खरीद-फरोख्त में लिप्त लोगों से दुश्मनी चल रही थी। इसी रंजिश के चलते पहले भी उस पर गोली चल चुकी थी, हालांकि तब वह बच गया था। सिविल लाइन स्थित एक विवादित मकान पर कब्जे को लेकर दो सप्ताह पहले उसका झगड़ा हुआ था। इसी के चलते वह हमेशा पांच-छह साथियों के साथ ही रहता था।

अस्पताल और घर पर लगा जमावड़ा
बंटी की गोली चलने से मौत की सूचना पर एसएमएस अस्पताल और नन्दपुरी स्थित उसके घर पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। बंटी की मौत से लोगों में गुस्सा था। तनाव को देखते अस्पताल परिसर में पुलिस तैनात करनी पड़ी।

पति पर पालिका अध्यक्ष पत्नी हुईं ऐसे मेहरबान कि कर दिया बंटाधार!



बाड़मेर नगर पालिका अध्यक्ष उषा वडेरा ने गडरा रोड पर पति मांगीलाल जैन के रिसोर्ट की दस बीघा जमीन सरकार के नाम दर्ज होने के बावजूद 12 मार्च 2010 में आयुक्त कालू खान सिलावट के साथ मिलकर नियम विरुद्ध पट्टा जारी कर दिया।

इतना ही नहीं, रिसोर्ट के लिए गैर मुमकिन रास्ता और पहाड़ी की कुल सात बीघा जमीन पर भी अतिक्रमण कर लिया। रिसोर्ट की जमीन पर अनुमति लिए बगैर होटल का निर्माण तक कर लिया गया।

इससे पालिका को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है। पति के इस रिसोर्ट में पालिका अध्यक्ष खुद 20 प्रतिशत की भागीदार हैं। बाड़मेर एसडीएम सीएल देवासी ने आरंभिक जांच में अनियमितता होना पाया है।

हमीरापुरा निवासी मांगीलाल जैन ने बाड़मेर के लंगेरा में रिषभ क्लब एंड रिसोर्ट के लिए खसरा नं491-42 व 496-43 की 10 बीघा जमीन के भूमि रूपांतरण के लिए आवेदन किया था।

तत्कालीन एसडीएम डॉ. नखतदान बारहठ ने 10 सितंबर,09 को तहसीलदार को भूमि का राजस्व रिकॉर्ड के माध्यम से नामातंरण राज्य सरकार के नाम अंकन करने के आदेश दिए। 16 अक्टूबर को सरकार के नाम रिकॉर्ड में दर्ज हो गई।

इसके बावजूद पालिका अध्यक्ष ने आयुक्त कालू खान सिलावट के साथ मिलकर जमीन का पट्टा 12 मार्च 2010 को पति के रिसोर्ट के नाम से जारी कर दिया।

पालिका अध्यक्ष ने किया पद का दुरुपयोग :

उषा वडेरा अपने पति के रिसोर्ट में बीस प्रतिशत की भागीदार हैं। उन्होंने खुद के हस्ताक्षर से अपने पति के नाम पट्टा जारी कर दिया, जबकि राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 1959 की उपधारा 26 के तहत पालिका अध्यक्ष, पार्षद, अधिशासी अभियंता अपने किसी रिश्तेदार को फायदा नहीं पहुंचा सकते, वे खुद भी भागीदार के रूप में किसी तरह का लाभ नहीं उठा सकते।

ले आउट प्लान में गड़बड़ी : राजस्व रिकॉर्ड में रिसोर्ट के पास स्थित 2 बीघा 16 बिस्वा जमीन गैर मुमकिन रास्ता दर्शाया हुआ है, लेकिन रिसोर्ट के ले-आउट प्लान में इस जमीन को शामिल बताया गया है।

पालिका ने इस गड़बड़ी वाले नगर नियोजक जोधपुर के ले-आउट प्लान को मंजूर कर पट्टा जारी कर दिया, जबकि पटवारी के मौका नक्शा के अनुसार यह जमीन गैर मुमकिन रास्ता है। रिसोर्ट निर्माण के दौरान पहाड़ी की पांच बीघा जमीन पर भी अतिक्रमण कर लिया गया।

साथ ही रिसोर्ट के नाम पर पर्यटन नीति-2007 के तहत लीज राशि में छूट का फायदा उठा लिया, जबकि हकीकत में रिसोर्ट की जगह आलीशान होटल का निर्माण करवाया गया है।

पालिका रिकॉर्ड में नहीं मिला पट्टा व नक्शा :

पालिका अध्यक्ष के पट्टा जारी करने व गैर मुमकिन रास्ते व पहाड़ी की जमीन पर कब्जा करने की शिकायत मिलने पर पूर्व कलेक्टर गौरव गोयल ने एसडीएम सीएल देवासी को जांच के आदेश दिए थे।

इस पर देवासी ने पालिका से एक महीने पूर्व इस प्रकरण से संबंधित रिकॉर्ड मांगा। इस पर उन्हें रिषभ रिसोर्ट एंड क्लब संबंधित रिकॉर्ड तो दे दिया गया, लेकिन उसमें न तो पालिका अध्यक्ष का जारी पट्टा है और ना ले-आउट प्लान। इस पर उन्होंने वापस रिकॉर्ड तलब किया है।

"पालिका अध्यक्ष ने दबाव डाल जबरन पट्टा जारी करवाया। नियमानुसार पालिका अध्यक्ष न तो सरकारी जमीन का और न ही पति के नाम पट्टा जारी कर सकती हैं। भवन निर्माण की अनुमति लिए बगैर ही रिसोर्ट के बजाय होटल का निर्माण करवा दिया है।"

कालू खान सिलावट, आयुक्त, बाड़मेर नगर पालिका"पालिका अध्यक्ष सरकारी जमीन और पति के नाम पट्टा जारी कर ही नहीं सकतीं। प्रकरण में भारी अनियमितता हुई। मुझे पालिका से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे। गैर मुमकिन रास्ता व पहाड़ी की जमीन पर अतिक्रमण मामले में पैमाइश करवाएंगे।"

सीएल देवासी, एसडीएम, बाड़मेर

"मैंने सरकार से अनुमति लेकर पट्टा जारी किया। हर काम नियम-कायदे के अनुसार किया। पटवारी से गैर मुमकिन रास्ते की भी जांच करवा ली। किसी तरह की कोई अनियमितता नहीं बरती है।"

उषा वडेरा, अध्यक्ष, नगर पालिका

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जालोर न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे .... २८ सितंबर, २०११


दुर्ग को विश्व धरोहर में शामिल करने की मांग

जालोर जालोर के ऐतिहासिक दुर्ग को विश्व धरोहर में शामिल करवाने की मांग को लेकर मंगलवार को महावीर इंटरनेशनल ग्रेनाइट सिटी की ओर से एडीएम चुन्नीलाल सैनी को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि पिछले दिनों राज्य सरकार ने सात प्रमुख ऐतिहासिक, प्राचीन स्मारक व दुर्गों को विश्व धरोहर में शामिल करने के लिए प्रशासन द्वारा प्रस्तावित कर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भिजवाया था। जिसमें जालोर का ऐतिहासिक दुर्ग भी था। केंद्र सरकार के संबंधित विभाग द्वारा किसी प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से जालोर दुर्ग का सर्वे करवाया था और उसकी रिपोर्ट के अनुसार इस दुर्ग का नाम विश्व धरोहर प्रस्तावित सूची में से हटा लिया गया। शेषत्नपेज 1५

दुर्ग का सूची से नाम हटने से जिलेवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। जालोर का स्वर्ण गिरी दुर्ग स्थापत्यकला, शिल्पकारी, नक्काशी व अभेद्य कारीगरी, दुर्ग पर स्थित प्राचीन जैन मंदिर, शिव मंदिर और मस्जिद का त्रिवेणी संगम के रूप में समय की धार्मिक सहिष्णुता का प्रतीक व वर्तमान प्रेरणा स्वरूप है। महावीर इंटरनेशनल ने एडीएम को पर्यटन मंत्री व पर्यटन एवं कला सचिव भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपकर दुर्ग को विश्व धरोहर में शामिल करने की मांग की। इस मौके महावीर इंटरनेशनल के अध्यक्ष दिनेशचंद्र व्यास, जोन चेयरमैन भवानी सिंह व सुरेश गांधी समेत कई जने मौजूद थे। 




मलेरिया से एक की मौत
मलेरिया पीवी से ग्रसित थी किशोरी, चिकित्सा विभाग ने तेज की सर्वे की कार्रवाई।

जालोर   जिला मुख्यालय पर मलेरिया से एक किशोरी की मौत का मामला सामने आया है। पीएमओ पीआर चुंडावत के अनुसार यह किशोरी और उसकी माता दो दिन पूर्व ही अस्पताल में आए थे। इसमें किशोरी हीना (16) की मौत हो गई जबकि माता गौरी पत्नी रतनलाल का राजकीय अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। इन दोनों को मलेरिया पीवी था। इस मामले में पीएमओ का यह भी कहना है कि किशोरी की मौत अस्पताल में नहीं हुई बल्कि परिजन उसे अपने घर ले गए थे। चिकित्सा विभाग ने इन दोनों को रक्त जांच के बाद मलेरिया पीवी घोषित किया था इधर, एक ही दिन में मिले दो मलेरिया पीवी के रोगियों को लेकर चिकित्सक विभाग की ओर से सर्वे का कार्य शुरू कर दिया गया। चिकित्सा विभाग की टीमों द्वारा घर-घर जाकर गहन सर्वे किया जा रहा है।

5 टीमें कर रही हैं सर्वे

जिला मुख्यालय पर बारिश के बाद जगह-जगह भरे पड़े बरसाती पानी और मौसमी बीमारियों के अंदेशे को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से कुल पांच टीमों का गठन किया गया है। जिनके द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों में स्लाइड्स ली जा रही हैं। इसके अलावा हरिजन बस्ती से मिले मलेरिया पीवी के रोगियों के बाद मोहल्लेवासियों के रक्त जांच के साथ-साथ उन्हें क्लोरोक्वीन की गोली भी दी जा रही है। शेषत्नपेज 1५

दूसरे दिन ही ले गए थे परिजन

जिला अस्पताल में बीते रविवार को बुखार से पीडि़त ये दोनों मां-बेटी उपचार के लिए आए थे। जिनकी रक्त जांच में मलेरिया पीवी पाया गया। इसके बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती किया गया और उपचार शुरू भी कर दिया था। इसके दूसरे दिन सोमवार को ही हीना को उसके परिजन बिना डिस्चार्ज किए ले गए। जबकि हीना की माता का उपचार अभी भी चल रहा है। हीना की मौत अस्पताल में नहीं हुई है। वैसे अगर रोगी को लंबे समय से मलेरिया पीवी है और वह सामान्य बुखार का इलाज लेता है तो मलेरिया हावी हो जाता है। ऐसे में रोगी के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाने से उसकी मौत भी हो सकती है।

- डा. पी.आर. चुंडावत, पीएमओ, राजकीय चिकित्सालय, जालोर

मेरी जानकारी में नहीं

मलेरिया से किसी रोगी की मौत होने के बारे में फिलहाल मुझे कोई जानकारी नहीं है। इस बारे में पता करवाया जाएगा। अगर ऐसा है तो उस बस्ती समेत शहर के विभिन्न इलाकों में घर-घर गहन सर्वे करवाया जाएगा।

डी.सी. पुंसल, सीएमएचओ, जालोर


भंवरी देवी प्रकरण: पुलिस दल पर हमला

भंवरी देवी प्रकरण: पुलिस दल पर हमला
भंवरी बन गई पहेली, पुलिस नहीं सूझ रहा कोई रास्ता!
जोधपुर/ बिलाड़ा। चर्चित सीडी प्रकरण में फरार चल रहे बलदेव उर्फ बलिया को पकड़ने के लिए कापरड़ा गई पुलिस की विशेष टीम पर मंगलवार देर रात लाठियों से लैस ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। हमलावरों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। हमले में एक निरीक्षक, एक उप निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अपह्वत एएनएम भंवरीदेवी के मामले में वांछित कापरड़ा निवासी बलदेव उर्फ बलिया उर्फ कुम्भाराम जाट के कापरड़ा में चौकीदारों का बास स्थित एक मकान में छुपे होने की सूचना पुलिस को मिली। इस पर विशेष टीम में शामिल पुलिस निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह जोधा, बालेसर थाना प्रभारी देरावरसिंह व दो-तीन सिपाहियों के साथ कार में सवार होकर देर रात वहां पहुंचे। यह देख दो ग्रामीण पुलिस के साथ शामिल हो गए।

पुलिस की टीम एक मकान में घुसी, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। इससे वहां ग्रामीण एकत्रित हो गए। गुस्साए ग्रामीणों ने लाठियों से लैस होकर पुलिस पर हमला बोल दिया। यह देख पुलिसकर्मी घबरा गए। उन्होंने प्रतिरोध किया, लेकिन ग्रामीणों के आगे बेबस हो गए। उन्होंने कार में बैठकर भागने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने कांच फोड़कर कार भी क्षतिग्रस्त कर डाली।

आखिरकार पुलिस की विशेष टीम को वहां से दौड़ने पर विवश होना पड़ा, लेकिन ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को घेरकर ताबड़तोड़ वार किए। इससे निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह, बालेसर थाना प्रभारी व उप निरीक्षक देरावरसिंह, कांस्टेबल भंवराराम व भागीरथ घायल हो गए। सूचना पर पुलिस का अतिरिक्त पुलिस वहां पहुंचा और घायलों को बिलाड़ा के अस्पताल भिजवाया। हाथों में फ्रैक्चर होने के कारण वीरेन्द्र सिंह व देरावरसिंह को देर रात जोधपुर रैफर किया गया।

पिटने का बाद पहुंचा अतिरिक्त बल
ग्रामीणों के हमले में बुरी तरह पीटे जाने के बाद पुलिस अधिकारियों ने जोधपुर से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया और मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दो ग्रामीणों को हिरासत में लिया है।

अधिकारी बेफ्रिक्र
आरोपी को पकड़ने गई विशेष टीम हमले का शिकार हो गई। दो अधिकारियों के हाथ टूट गए तथा दो कांस्टेबल जख्मी हो गए। इसके बावजूद पुलिस अधिकारी घटनाक्रम के बारे में जानकारी देने से बचते रहे। 

बालोतरा न्यूज़ बॉक्स .........आज की तजा खबरे ..२८ सितंबर २०११





हंगामे के बीच एक मत से जीते भंडारी

कृषि उपज मंडी उपाध्यक्ष चुनाव, पचपदरा विधायक के खिलाफ माली समाज ने किया विरोध प्रदर्शन, चुनाव के दौरान मुस्तैद रहा पुलिस जाब्ता

बालोतरा कृषि उपज मंडी उपाध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस में कलह सतह पर आ गई। कांग्रेस खेमे में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष भाजपा के पारस मल भंडारी को समर्थन दिए जाने को लेकर अंतिम समय तक विरोध जारी रहा। इसके विरोध में माली समाज ने पचपदरा विधायक मदन प्रजापत के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। हालांकि चुनाव में भंडारी एक मत से विजयी रहे। उपाध्यक्ष पद के लिए दो उम्मीदवार कूम्पाराम पंवार व पारसमल भंडारी चुनाव मैदान में थे। दोपहर 1 बजे मतदान प्रक्रिया प्रारंभ हुई जिसमें कृषि मंडी संचालन समिति के विधायक सहित 11 सदस्यों ने मतदान किया। शाम करीब 4 बजे चुनाव परिणाम घोषित हुए जिसमें भंडारी को 6 तथा पंवार को 5 मत प्राप्त हुए।

कांग्रेस में इसलिए उभरा विवाद : उपाध्यक्ष पद के लिए मूल कांग्रेसी कूम्पाराम पंवार को दावेदार माना जा रहा था। शेष त्न पेज १७

लेकिन चुनाव से ठीक पहले विधायक मदन प्रजापत के हस्तक्षेप से भाजपा के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष पारसमल भंडारी को कांग्रेस का समर्थन दे दिया गया। इसपर कार्यकर्ता नाराज हो उठे। इसको लेकर पार्षद मांगीलाल सांखला, अमराराम माली, दौलतराम गोदारा, जीतमल सुथार, मोतीराम गोदारा, भंवरसिंह इंद्राणा, मेडिकल रिलीफ सोसायटी सदस्य बाबूसिंह राजपुरोहित, सीईटीपी उपाध्यक्ष मंगलाराम टाक ने अपनी नाराजगी व्यक्त की। 

जीने की कला है जीवन विज्ञान: साध्वी

अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह


बालोतरा
अणुव्रत समिति बालोतरा की ओर से अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के क्रम में मंगलवार को जीवन विज्ञान दिवस मनाया गया। इस दौरान डीआरजे कन्या महाविद्यालय में छात्राओं को जीवन विज्ञान की जानकारी दी गई।

साध्वी हेमलता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन विज्ञान जीने की कला है। जीवन विज्ञान शिक्षा जगत का अभिनव आयाम है । शांत और व्यवस्थित जीवन शैली के लिए जीवन विज्ञान का प्रशिक्षण आवश्यक है। शिक्षा के क्षेत्र में जितने प्रयोग अब तक हुए हैं जीवन विज्ञान उनमें एक मौलिक प्रयोग है। इसमें विद्यार्थियों को प्रायोगिक कार्य अधिक कराए जाते हैं। इस अवसर पर साध्वीश्री की ओर से विद्यार्थियों को श्वास, प्रेक्षा, प्राणायाम, महाप्राण ध्वनि के प्रयोग करवाए गए। व्याख्याता सतीश शर्मा ने साध्वी वृंद का स्वागत किया। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष कमलेश बोहरा ने अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह की जानकारी दी। इस अवसर पर महिलाओं की ओर से अणुव्रत गीत का संगान किया गया। कार्यक्रम के दौरान समिति की ओर से महाविद्यालय को अणुव्रत आचार संहिता व तेरापंथ युवक परिषद की ओर से आचार्य महाश्रमण की पुस्तक आओ हम जीना सीखे एवं जीवन विज्ञान की पुस्तकें भेंट की गई। समिति की ओर से ओम बांठिया ने अणुव्रत की परीक्षाओं के संबंध में जानकारी दी। प्राचार्या डॉ. सुशीला राठी ने सभी आगंतुकों का हार्दिक आभार प्रकट करते हुए पुन: ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की भावना व्यक्त की। इस अवसर पर भंवरलाल सालेचा, ललित श्रीश्रीमाल, दिलीप मेहता, जवेरीलाल सालेचा, विमला देवी, पुष्पा देवी, रेशमी वैद, नैना छाजेड़, ममता गोलेच्छा, निधि सालेचा, पुष्पा देवी बालड़ उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन समिति के उपाध्यक्ष प्रदीप मोदी ने किया।

बाड़मेर न्यूज़ बॉक्स 1.........आज की तजा खबरे .बुधवार २८ सितंबर २०११ .

जीप ने ट्रैक्टर को टक्कर मारी, एक की मौत

बालोतरा  कुड़ी गांव के पास मंगलवार रात्रि करीब 8.30 बजे हुए जीप ने ट्रैक्टर को टक्कर मार दी। दुर्घटना में ट्रैक्टर ट्रॉली में बैठे एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं जीप में सवार दो लोग घायल हो गए। घायलों का नाहटा अस्पताल में उपचार जारी है।

जानकारी के अनुसार ट्रैक्टर ट्रॉली में खेत से लकडिय़ां भरकर कुड़ी से बालोतरा की ओर आ रहा था। इतने में पीछे से आ रही जीप ने ट्रैक्टर को पीछे से टक्कर मार दी जिससे ट्रैक्टर पर बैठे हेमाराम पुत्र मगाराम(60) निवासी सिलोर हाल पचपदरा गंभीर रूप से घायल हो गए। राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं जीप में सवार कंवराराम पुत्र मगनाराम ( 35) निवासी सिराणा जिला जालोर व गोवद्र्धन पुत्र रघुनाथराम ( 36) निवासी लूणा कला जिला बाड़मेर घायल हो गए। घायलों का राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।

सुविधा की जगह दुविधा बनी 108 एंबुलेंस : दुर्घटना के दौरान घायलों की ओर से 108 एंबुलेंस को सूचना देने पर एंबुलेंस के खराब होने की जानकारी मिली। एंबुलेंस नहीं मिलने पर रास्ते से गुजर रही एक बोलेरो के ड्राइवर की मदद से घायलों को उपचार के लिए नाहटा चिकित्सालय लाया गया। उल्लेखनीय है कि 108 एंबुलेंस के आए दिन खराब रहने से दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों को दुविधा का सामना करना पड़ता है।

संत सीताराम की बैकुंठी में उमड़े भक्त

बाड़मेर. नागा साधु निर्मोही संत सीताराम बापजी महाराज का देवलोकगमन उनके आश्रम शिव मुंडी में मंगलवार को हो गया। उनकी बैकुंठी यात्रा आश्रम से रवाना होकर गंगागिरी मठ, जोशियों का मोहल्ला, आदर्श स्कूल से गांधी चौक हनुमान मंदिर से श्मशान घाट पहुंची। संत सीताराम के परम भक्त ओमप्रकाश मधुप ने बताया कि बैकुंठी यात्रा पर जगह-जगह भक्तों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बैकुंठी यात्रा में बाड़मेर सहित बाहर से आए साधु संत सहित बड़ी संख्या में भक्त शामिल थे। बाद में पूर्ण श्रद्धा के साथ श्मशान घाट पर साधु का दाह संस्कार किया गया।
सजे माता के दरबार 

बाड़मेर मंदिरों में घट स्थापना के साथ ही आज से विशेष पूजा अर्चना होगी। दिन भर भक्तों का रेला लगेगा। नवरात्र को लेकर मंदिरों में विशेष सजावट की गई है। वहीं मां की पूजा अर्चना सामग्री व व्रत में फलाहार की खरीदारी के लिए दिन भर बाजारों में भीड़ रही। भक्तों ने माता को चढ़ाने के लिए लाल चुनरी और नारियल व मिठाइयां खरीदीं।

चौहटन रोड स्थित देवी मंदिर को आकर्षक रोशनी से सजाया गया है। यहां घट स्थापना के साथ विशेष पूजा अर्चना होगी। सात दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ व विशेष आरती की जाएगी। दुर्गाष्टमी को हवन व पूजा अर्चना की जाएगी।

बाड़मेर. ब्राह्मण स्वर्णकार समाज माताजी मंदिर सुनारों का वास में नवरात्र घट स्थापना बुधवार सुबह 11 बजे शुरू होगी। अध्यक्ष एडवोकेट रतनलाल सोनी ने बताया कि तैयारी को लेकर सुनारों का बास माताजी के मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया हैं। महासचिव श्यामलाल सोनी ने बताया कि नवरात्र महोत्सव को घट स्थापना से लेकर पांच अक्टूबर तक होगा। समापन अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। अष्टमी को जगदंबा माता की शोभायात्रा, हवन व भजन कीर्तन का आयोजन होगा। भक्तों में प्रसादी बांटी जाएगी।इसी प्रकार विरात्रा माता मंदिर में भी घट स्थापना के साथ विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। नवरात्र महोत्सव को लेकर तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। मंदिर में विरात्रा माता के दर्शन के लिए दूरदराज के इलाकों से भक्त आएंगे।

जोगमाया गढ़ मंदिर : शहर की पहाड़ी पर स्थित गढ़ मंदिर पर नवरात्रा के दौरान विशेष व्यवस्था की गई है। शहर का प्रमुख शक्तिपीठ होने के कारण नौ दिनों तक यहां भक्तों की कतारें लगी रहती है। श्री जोगमाया गढ़ मंदिर ट्रस्ट के मैनेजर बाबूसिंह सरली ने बताया कि मंदिर को विशेष रोशनी से सजाया गया है। सुबह छह से नौ बजे तक घट स्थापना का मुहूर्त है। व्यवस्थाओं को लेकर सीढिय़ों के बीच में डिवाइडर लगा आने व जाने का रास्ता अलग बनाया है। महिलाओं की सुविधा के लिए सीढिय़ों को विभाजित किया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे नवरात्रा में घट स्थापना से लगाकर दुर्गा सप्तशती का पाठ कर देवी के रूपों की पूजा व आराधना की जाएगी तथा दुर्गाष्टमी को हवन होगा।

वांकल माता मंदिर: हाई स्कूल के सामने स्थित वांकल माता मंदिर में घट स्थापना के साथ ही सुबह-शाम विशेष आरती व पूजा अर्चना होगी।

हिंगलाज मंदिर

इंदिरा नगर स्थित हिंगलाज मंदिर में देवी की विशेष पूजा व आरती के साथ गरबों का आयोजन होगा।

जैसलमेर , आज की ताजा खबर. बुधवार, २८ सितंबर, 2011


सहायक ग्रामसेवक पर जानलेवा हमला

जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर छतांगढ गांव में मंगलवार को कुछ लोगों ने ग्राम पंचायत के सहायक ग्रामसेवक पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना में सहायक ग्रामसेवक रेंवतसिंह पुत्र बैरिसालसिंह व उसके बचाव में आए तीन अन्य व्यक्ति गंभीर घायल हो गए। रेंवतसिंह ने पुलिस में दी रिपोर्ट में बताया कि मंगलवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे वह ग्राम पंचायत भवन में नरेगा बैठक की तैयारी को लेकर साफ सफाई करने गया। उस दौरान वहां पप्पू उर्फ नरपतसिंह पुत्र बालसिंह हाथ में तलवार लेकर पहुंचा। उसके पीछे एकराय होकर रामसिंह, बालसिंह, भोमसिंह, अर्जुनसिंह, हुकमसिंह, भोजराजसिंह तथा 5-7 अन्य व्यक्ति भी धारदार हथियार लेकर आए और जानलेवा हमला कर दिया। रेंवतसिंह ने बताया कि इस दौरान बीच बचाव करने आए गुलाबसिंह, अगरसिंह व प्रभुसिंह के साथ भी हमलावरों ने मारपीट की। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए और ग्रामीण रेंवतसिंह व अन्य को इलाज के लिए जवाहर चिकित्सालय लेकर आए जहां उनका इलाज चल रहा है।
बीपीएल सूचियों की जांच कर सही नाम दर्ज करें
पंचायत समिति सांकड़ा की आम बैठक

पोकरण सभी जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्रों में बीपीएल की सूचियों में दर्ज होने वालों में सही नाम दर्ज करवाएं। यह निर्देश जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद स्वामी ने पंचायत समिति सांकड़ा की आम बैठक के अवसर पर उपस्थित जन प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कही। बैठक के अवसर पर उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में व्याप्त समस्याओं का जल्द से जल्द निस्तारण करवाने के लिए कार्रवाई करें।

पंचायत समिति सभागार में आयोजित बैठक के दौरान उपस्थित उपखण्ड अधिकारी अशोक चौधरी ने बैठक के एजेंडे में लिए गए प्रमुख बिन्दुओं पर चर्चा की। उन्होंने बैठक के दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी को जगह- जगह क्षतिग्रस्त हो रही सड़कों को सुचारू करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार पेयजल तथा जल संसाधन विभाग से उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता ने जिन गांवों को बिजली नहीं मिल रही उन्हें तुरंत प्रभाव से बिजली से जोडऩे का आश्वासन दिया तथा विभागवार जानकारी प्रस्तुत की। बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के सीडीपीओ राणीदानसिंह ने भी आंगनवाड़ी केन्द्रों के सफल संचालन की जानकारी दी। इस अवसर पर चिकित्सा विभाग के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी.के.प्रजापत ने क्षेत्र में मलेरिया की स्थिति पर प्रकाश डाला। जिस पर कलेक्टर द्वारा उन्हें तुरंत प्रभाव से क्षेत्र के अन्य गांवों में डीडीटी छिड़काव करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर नरेगा, पशुपालन विभाग, सर्व शिक्षा विभाग, शिक्षा विभाग, एमपावर तथा अन्य विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी।



सराहनीय कार्यों के लिए सम्मान
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने प्रशंसा-पत्र प्रदान किए



जैसलमेर हाल ही में संपन्न हुए 627 वें रामदेवरा मेला में उत्कृष्ठ और सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों,कर्मचारियों को कलेक्टर एम.पी.स्वामी, जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई एवं प्रधान सांकड़ा समिति वहीदुल्ला मेहर ने प्रशंसा-पत्र प्रदान कर एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।

ग्राम पंचायत रामदेवरा की ओर से सोमवार शाम आयोजित सम्मान समारोह के अवसर पर उपखण्ड अधिकारी अशोक चौधरी, विकास अधिकारी डूंगर सिंह चौधरी, गादीपति भौमसिंह, सरपंच रामदेवरा भोमाराम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपत लाल, उप अधीक्षक पुलिस पोकरण कल्याणमल बंजारा भी उपस्थित थे।

सराहनीय सेवाओं के लिए दी बधाई:कलेक्टर एम.पी.स्वामी ने रामदेवरा मेले के दौरान सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को अपनी ओर से हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि गत वर्षो की तुलना में सभी के सहयोग से मेलार्थियों की सुविधा के लिए इस वर्ष अच्छी व्यवस्थाएं जुटाई गई। उन्होंने कहा कि हम सभी का यह प्रयास रहना चाहिए कि आगामी मेले में इससे भी बेहतर सुविधाएं जातरूओं को उपलब्ध कराई जा सके ताकि वे अपनी यात्रा की अच्छी यादें लेकर जाएं।

समन्वित प्रयासों से ही बेहतर सुविधाएं जुटाई

पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने कहा कि जिला एवं मेला प्रशासन तथा पुलिस व ग्राम पंचायत एवं मंदिर समिति के समन्वित प्रयासों एवं सहयोग से ही मेले में बेहतर सुविधाएं मेलार्थियों को दे पाए हैं। उन्होंने कहा कि जो कमियां इस बार रही है उसकी हम पुनरावर्ती नहीं होने देंगे। प्रधान मेहर ने कहा कि रामदेव बाबा की असीम अनुकम्पा एवं सभी के सहयोग से मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ है। उन्होंने व्यापार मण्डल तथा रामदेवरा वासियों को मेले के सफल आयोजन में सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आशा जताई कि भविष्य में भी इसी प्रकार का सहयोग मिलता रहेगा।
नवरात्रा पर्व के दौरान कानून-शांति व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश

जैसलमेर नवरात्रा महोत्सव के दौरान शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई ने जिले के समस्त थानाधिकारियों को आवश्यकतानुसार पुलिस जाब्ता तैनात रखने एवं पूर्ण सर्तकता बरतने के निर्देश दिए है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले के समस्त वृताधिकारियों/थानाधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि अपने-अपने हल्का क्षेत्र में स्थित प्रमुख धार्मिक स्थलों, मंदिरो/शक्तिपीठो, भीड़भाड़ वाले स्थानों, बाजार, मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड, सराय, होटल, धर्मशालाओं आदि पर सख्त निगरानी रखते हुए, आवश्यकतानुसार पर्याप्त जाब्ता तैनात करने के निर्देश दिए। साथ ही गस्त/नाकाबंदी करते हुए, उक्त पर्व के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखे तथा किसी प्रकार की अवांछनीय गतिविधि/संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु प्रकाश में आने पर शीघ्र आवश्यक कानूनी कार्रवाई अमल में लाए।

साथ ही थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर एवं पोकरण को नवरात्रा पर्व के दौरान शहर में होने वाले गरबा नृत्य स्थलों पर गरबा नृत्य आयोजकों से समन्वय कर आवश्यक सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए है।



माता तनोट राय (आवड़ माता) .......भारतीय सैनिकों और सीमा सुरक्षा बल के जवानों की श्रद्धा का विशेष केन्द्र








जैसलमेर से करीब 130 किमी दूर स्थि‍त माता तनोट राय (आवड़ माता) का मंदिर है। तनोट माता को देवी हिंगलाज माता का एक रूप माना जाता है। हिंगलाज माता शक्तिपीठ वर्तमान में पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लासवेला जिले में स्थित है।

भाटी राजपूत नरेश तणुराव ने तनोट को अपनी राजधानी बनाया था। उन्होंने विक्रम संवत 828 में माता तनोट राय का मंदिर बनाकर मूर्ति को स्थापित किया था। भाटी राजवंशी और जैसलमेर के आसपास के इलाके के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी तनोट माता की अगाध श्रद्धा के साथ उपासना करते रहे। कालांतर में भाटी राजपूतों ने अपनी राजधानी तनोट से हटाकर जैसलमेर ले गए परंतु मंदिर तनोट में ही रहा।

तनोट माता का य‍ह मंदिर यहाँ के स्थानीय निवासियों का एक पूज्यनीय स्थान हमेशा से रहा परंतु 1965 को भारत-पाक युद्ध के दौरान जो चमत्कार देवी ने दिखाए उसके बाद तो भारतीय सैनिकों और सीमा सुरक्षा बल के जवानों की श्रद्धा का विशेष केन्द्र बन गई।

सितम्बर 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हुआ। तनोट पर आक्रमण से पहले श‍त्रु (पाक) पूर्व में किशनगढ़ से 74 किमी दूर बुइली तक पश्चिम में साधेवाला से शाहगढ़ और उत्तर में अछरी टीबा से 6 किमी दूर तक कब्जा कर चुका था। तनोट तीन दिशाओं से घिरा हुआ था। यदि श‍‍त्रु तनोट पर कब्जा कर लेता तो वह रामगढ़ से लेकर शाहगढ़ तक के इलाके पर अपना दावा कर सकता था। अत: तनोट पर अधिकार जमाना दोनों सेनाओं के लिए महत्वपूर्ण बन गया था।17 से 19 नवंबर 1965 को श‍त्रु ने तीन अलग-अलग दिशाओं से तनोट पर भारी आक्रमण किया। दुश्मन के तोपखाने जबर्दस्त आग उगलते रहे। तनोट की रक्षा के लिए मेजर जय सिंह की कमांड में 13 ग्रेनेडियर की एक कंपनी और सीमा सुरक्षा बल की दो कंपनियाँ दुश्मन की पूरी ब्रिगेड का सामना कर रही थी। शत्रु ने जैसलमेर से तनोट जाने वाले मार्ग को घंटाली देवी के मंदिर के समीप एंटी पर्सनल और एंटी टैंक माइन्स लगाकर सप्लाई चैन को काट दिया था।
दुश्मन ने तनोट माता के मंदिर के आसपास के क्षेत्र में करीब 3 हजार गोले बरसाएँ पंरतु अधिकांश गोले अपना लक्ष्य चूक गए। अकेले मंदिर को निशाना बनाकर करीब 450 गोले दागे गए परंतु चमत्कारी रूप से एक भी गोला अपने निशाने पर नहीं लगा और मंदिर परिसर में गिरे गोलों में से एक भी नहीं फटा और मंदिर को खरोंच तक नहीं आई।

सैनिकों ने यह मानकर कि माता अपने साथ है, कम संख्या में होने के बावजूद पूरे आत्मविश्वास के साथ दुश्मन के हमलों का करारा जवाब दिया और उसके सैकड़ों सैनिकों को मार गिराया। दुश्मन सेना भागने को मजबूर हो गई। कहते हैं सैनिकों को माता ने स्वप्न में आकर कहा था कि जब तक तुम मेरे मंदिर के परिसर में हो मैं तुम्हारी रक्षा करूँगी। एक बार फिर 4 दिसम्बर 1971 की रात को पंजाब रेजीमेंट की एक कंपनी और सीसुब की एक कंपनी ने माँ के आशीर्वाद से लोंगेवाला में विश्व की महानतम लड़ाइयों में से एक में पाकिस्तान की पूरी टैंक रेजीमेंट को धूल चटा दी थी। लोंगेवाला को पाकिस्तान टैंकों का कब्रिस्तान बना दिया था।

1965 के युद्ध के बाद सीमा सुरक्षा बल ने यहाँ अपनी चौकी स्थापित कर इस मंदिर की पूजा-अर्चना व व्यवस्था का कार्यभार संभाला तथा वर्तमान में मंदिर का प्रबंधन और संचालन सीसुब की एक ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। मंदिर में एक छोटा संग्रहालय भी है जहाँ पाकिस्तान सेना द्वारा मंदिर परिसर में गिराए गए वे बम रखे हैं जो नहीं फटे थे।
सीसुब पुराने मंदिर के स्थान पर अब एक भव्य मंदिर निर्माण करा रही है।

लोंगेवाला विजय के बाद माता तनोट राय के परिसर में एक विजय स्तंभ का निर्माण किया, जहाँ हर वर्ष 16 दिसम्बर को महान सैनिकों की याद में उत्सव मनाया जाता है।
हर वर्ष आश्विन और चै‍त्र नवरात्र में यहाँ विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। अपनी दिनोंदिन बढ़ती प्रसिद्धि के कारण तनोट एक पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध होता जा रहा है।

इतिहास: मंदिर के वर्तमान पुजारी ने मंदिर के इतिहास के बारे में बताया कि बहुत पहले मामडि़या नाम के एक चारण थे। उनकी कोई संतान नहीं थी। संतान प्राप्त करने की लालसा में उन्होंने हिंगलाज शक्तिपीठ की सात बार पैदल यात्रा की। एक बार माता ने स्वप्न में आकर उनकी इच्छा पूछी तो चारण ने कहा कि आप मेरे यहाँ जन्म लें।

माता कि कृपा से चारण के यहाँ 7 पुत्रियों और एक पुत्र ने जन्म लिया। उन्हीं सात पुत्रियों में से एक आवड़ ने विक्रम संवत 808 में चारण के यहाँ जन्म लिया और अपने चमत्कार दिखाना शुरू किया। सातों पुत्रियाँ देवीय चमत्कारों से युक्त थी। उन्होंने हूणों के आक्रमण से माड़ प्रदेश की रक्षा की।
माड़ प्रदेश में आवड़ माता की कृपा से भाटी राजपूतों का सुदृढ़ राज्य स्थापित हो गया। राजा तणुराव भाटी ने इस स्थान को अपनी राजधानी बनाया और आवड़ माता को स्वर्ण सिंहासन भेंट किया। विक्रम संवत 828 ईस्वी में आवड़ माता ने अपने भौतिक शरीर के रहते हुए यहाँ अपनी स्थापना की।

विक्रम संवत 999 में सातों बहनों ने तणुराव के पौत्र सिद्ध देवराज, भक्तों, ब्राह्मणों, चारणों, राजपूतों और माड़ प्रदेश के अन्य लोगों को बुलाकर कहा कि आप सभी लोग सुख शांति से आनंदपूर्वक अपना जीवन बिता रहे हैं अत: हमारे अवतार लेने का उद्देश्य पूर्ण हुआ। इतना कहकर सभी बहनों ने पश्चिम में हिंगलाज माता की ओर देखते हुए अदृश्य हो गईं। पहले माता की पूजा साकल दीपी ब्राह्मण किया करते थे। 1965 से माता की पूजा सीसुब द्वारा नियुक्त पुजारी करता है।

नवरात्रि .....आप सभी को नवरात्रि के पर्व की हार्दिक शुभकामनायें. माता रानी सबकी इच्छायें पूरी करे।



नवरात्रि पूरे भारत मे बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है, यह नौ दिनो तक चलता है। इन नौ दिनो मे हम तीन देवियों पार्वती, लक्ष्मी और सरस्वती के नौ स्वरुपों की पूजा करते है। पहले तीन दिन पार्वती के तीन स्वरुपों(कुमार, पार्वती और काली), अगले तीन दिन लक्ष्मी माता के स्वरुपों और आखिरी के तीन दिन सरस्वती माता के स्वरुपों की पूजा करते है। ये तीनो देवियां शक्ति, सम्पदा और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करती है। आइये जाने इन नौ रुपों के बारे कुछ विस्तार से:

प्रथम दुर्गा श्री शैलपुत्री
आदिशक्ति श्री दुर्गा का प्रथम रूप श्री शैलपुत्री हैं। पर्वतराज हिमालय की पुत्री होने के कारण ये शैलपुत्री कहलाती हैं। नवरात्र के प्रथम दिन इनकी पूजा और आराधना की जाती है। इनके पूजन से मूलाधर चक्र जाग्रत होता है, जिससे साधक को मूलाधार चक्र जाग्रत होने से प्राप्त होने वाली सिद्धियां स्वतः प्राप्त हो जाती हैं।

द्वितीय दुर्गा श्री ब्रह्मचारिणी
आदिशक्ति श्री दुर्गा का द्वितीय रूप श्री ब्रह्मचारिणी हैं। यहां ब्रह्मचारिणी का तात्पर्य तपश्चारिणी है। इन्होंने भगवान शंकर को पति रूप से प्राप्त करने के लिए घोप तपस्या की थी। अतः ये तपश्चारिणी और ब्रह्मचारिणी के नाम से विख्यात हैं। नवरात्रि के द्वितीय दिन इनकी पूजा और अर्चना की जाती है। इनकी उपासना से मनुष्य के तप, त्याग, वैराग्य सदाचार, संयम की वृद्धि होती है तथा मन कर्तव्य पथ से विचलित नहीं होता।

तृतीय दुर्गा श्री चंद्रघंटा
आदिशक्ति श्री दुर्गा का तृतीय रूप श्री चंद्रघंटा है। इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। नवरात्रि के तृतीय दिन इनका पूजन और अर्चना किया जाता है। इनके पूजन से साधक को मणिपुर चक्र के जाग्रत होने वाली सिद्धियां स्वतः प्राप्त हो जाती हैं तथा सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।

चतुर्थ दुर्गा श्री कूष्मांडा
आदिशक्ति श्री दुर्गा का चतुर्थ रूप श्री कूष्मांडा हैं। अपने उदर से अंड अर्थात् ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्मांडा देवी के नाम से पुकारा जाता है। नवरात्रि के चतुर्थ दिन इनकी पूजा और आराधना की जाती है। श्री कूष्मांडा के पूजन से अनाहत चक्र जाग्रति की सिद्धियां प्राप्त होती हैं। श्री कूष्मांडा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक नष्ट हो जाते हैं। इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है।

पंचम दुर्गा श्री स्कंदमाता
आदिशक्ति श्री दुर्गा का पंचम रूप श्री स्कंदमाता हैं। श्री स्कंद (कुमार कार्तिकेय) की माता होने के कारण इन्हें स्कंदमाता कहा जाता है। नवरात्रि के पंचम दिन इनकी पूजा और आराधना की जाती है। इनकी आराधना से विशुद्ध चक्र के जाग्रत होने वाली सिद्धियां स्वतः प्राप्त हो जाती हैं तथा मृत्युलोक में ही साधक को परम शांति और सुख का अनुभव होने लगता है। उसके लिए मोक्ष का द्वार स्वंयमेव सुलभ हो जाता है।

षष्ठम दुर्गा श्री कात्यायनी
आदिशक्ति श्री दुर्गा का षष्ठम् रूप श्री कात्यायनी। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए वे कात्यायनी कहलाती हैं। नवरात्रि के षष्ठम दिन इनकी पूजा और आराधना होती है। श्री कात्यायनी की उपासना से आज्ञा चक्र जाग्रति की सिद्धियां साधक को स्वयंमेव प्राप्त हो जाती है। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौलिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है तथा उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा विनष्ट हो जाते हैं।

सप्तम दुर्गा श्री कालरात्रि
आदिशक्ति श्रीदुर्गा का सप्तम रूप श्री कालरात्रि हैं। ये काल का नाश करने वाली हैं, इसलिए कालरात्रि कहलाती हैं। नवरात्रि के सप्तम दिन इनकी पूजा और अर्चना की जाती है। इस दिन साधक को अपना चित्त भानु चक्र (मध्य ललाट) में स्थिर कर साधना करनी चाहिए। श्री कालरात्रि की साधना से साधक को भानुचक्र जाग्रति की सिद्धियां स्वयंमेव प्राप्त हो जाती हैं।

अष्टम दुर्गा श्री महागौरी
आदिशक्ति श्री दुर्गा का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं। इनका वर्ण पूर्णतः गौर है, इसलिए ये महागौरी कहलाती हैं। नवरात्रि के अष्टम दिन इनका पूजन और अर्चन किया जाता है। इन दिन साधक को अपना चित्त सोमचक्र (उर्ध्व ललाट) में स्थिर करके साधना करनी चाहिए। श्री महागौरी की आराधना से सोम चक्र जाग्रति की सिद्धियों की प्राप्ति होती है। इनकी उपासना से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं।

नवम् दुर्गा श्री सिद्धिदात्री
आदिशक्ति श्री दुर्गा का नवम् रूप श्री सिद्धिदात्री हैं। ये सब प्रकार की सिद्धियों की दाता हैं, इसीलिए ये सिद्धिदात्री कहलाती हैं। नवरात्रि के नवम् दिन इनकी पूजा और आराधना की जाती है। इस दिन साधक को अपना चित्त निर्वाण चक्र (मध्य कपाल) में स्थिर कर अपनी साधना करनी चाहिए। श्री सिद्धिदात्री की साधना करने वाले साधक को सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है। सृष्टि में कुछ भी उसके लिए अगम्य नहीं रह जाता।

मंगलवार, 27 सितंबर 2011

उपद्रवी कस्टम ऑफिसर की ppppp वीडियो

पेगवाई कस्तम यांग तेरलम्पाउ नाम से इंटरनेट पर एक उपद्रवी कस्टम ऑफिसर की सेक्स वीडियो काफी देखा जा रहा है।
यह वीडियो पहले मलाय की पॉलिटिकल वेबसाइट theunspinners.com पर पोस्ट की गई थी। इसके बाद यह कई अन्य ब्लाग्स पर भी पहुंच गई।



इस वीडियो को देखने पर मालूम चलता है कि एक व्यक्ति, जिसे एक कस्टम अधिकारी माना जा रहा है, होटल के कमरे में एक गोरी रशियन महिला के साथ सेक्स कर रहा है। महिला को वेश्या बताया जा रहा है। वीडियो पर दिखाई दे रही रिकॉर्डिंग की तारीख इसी साल की 31 मार्च है

कार पार्किंग में प्यार करते रंगेहाथ पकड़ा गया कमउम्र जोड़ा

प्राइमरी स्कूल के दो स्टूडेंट रो स्कूल यूनिफार्म में एक मल्टीस्टोरी कार पार्किंग में आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा गया है। घटना सिंगापुर के वुडलैंड इलाके की है।



19 वर्षीय एक यूनिवर्सिटी स्टूडेंट हॉंग ने वुडलैंड में एक कार पार्किंग में एक जोड़े को रंगेहाथ पकड़ा। जिस वक़्त उन्हें पकड़ा गया, लड़की अपने ब्वायफ्रेंड की गोद में बैठी थी और एक दूसरे को आंलिगन में लिए हुए पिछले दस मिनट से किस कर रहे थे।



किस करने के बाद जोड़ा जब खड़ा हुआ तो हॉंग ने देखा कि वे स्कूल ड्रेस में हैं। गौरतलब है कि सिंगापुर में कार पार्किंग प्रेमी जोड़ों के लिए सेक्स करने के लिए काफी प्रचलित स्थान है।



मार्च में भी एक कमउम्र जोड़े को एचडीबी फ्लैट कार पार्किंग में आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा गया था।

मेवात में छंटने लगे तनाव के बादल

मेवात में छंटने लगे तनाव के बादल

जयपुर। करीब पखवाड़े भर पहले गोपालगढ़ कस्बे में उभरी हिंसा की चिंगारी से पूरे मेवात रीजन पर छाया तनाव का गहरा कोहरा धीरे-धीरे छंट रहा है।
तमाम समझाइश के बाद भी चार शवों को न उठाने को राजी पीडित परिवारों ने आखिर सोमवार को देर रात प्रशासन की पहल पर गतिरोध तोड़ दिया। अब सभी शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं और आज उनको सुपुर्द-ए-खाक कर दिये जाने की उम्मीद है। इस बीच प्रशासन ने भी कर्फ्यू में ढील की समय-सीमा बढ़ा कर माहौल को सामान्य बनाने की ओर पहल की है। हालांकि, गांवों से पलायन अभी भी नहीं रूक रहा है।

जानकारी के अनुसार गोपालगढ़ हिंसा में मारे लोगों को नौ लोगों के शवों के पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी करने के बाद परिजनों से लगातार शवों को उठाने की समझाइश की जा रही थी। इस दौरान पांच शवों को उनके परिजनों की ओर से ले जाया गया लेकिन चार शवों को उनके परिजनों ने लेने से इनकार कर दिया था।

इसके बाद भी प्रशासन की ओर से परिजनों से समझाइश के प्रयास जारी रखे गए। सोमवार को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में रखे गांव दनियालपुर निवासी ईशा पुत्र रहमत मेव व गोपालगढ़ थाने के गांव जोतरूहल्ला निवासी मौलाना खुर्शीद के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में गांव पथराली निवासी शब्ब्ाीर की मौत हो गई थी।

यहां शब्ब्ाीर का शव भी पोस्टमार्टम के बाद रखा हुआ था। सोमवार को देर रात ही गांव पापड़ा निवासी जावेद एवं गांव आंध्रवाड़ी निवासी अब्दुल्ला के साथ शब्बीर का शव भी उसके परिजनों को सौंप दिया गया। इसी के साथ प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। जानकारी के मुताबिक, मेवात क्षेत्र के पांच थाना क्षेत्रों में जारी कर्फ्यू की अवधि में मंगलवार को 15 घंटे की ढील रहेगी। यह ढील सुबह छह बजे से शाम नौ बजे तक रहेगी। मंगलवार दोपहर तक क्षेत्र के बाजार पूरी तरह खुले रहे। इसके साथ ही रोडवेज बसों का दिल्ली मार्ग पर संचालन भी शुरू हो गया।

दिल्ली में इमारत गिरी, 5 की मौत की खबर, करीब 50 लोगों के दबे होने की आशंका

दिल्ली के चांदनी महल इलाके में तीन मंजिला इमारत गिरने से लोगों में दहशत ब्याप्त है। इमारत के मलबे में दबकर 5 लोगों की मौत हो गई है। खबरों के मुताबिक 12 लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है । स्थानीय लोगों के मुताबिक 7 लोगों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती किया गया है। अभी भी घायलों को मलबे से बाहर निकाला जा रहा है। पूरे इलाके की बिजली काट दी गई है। संकरी गलियां होने की वजह से राहत कार्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

चांदनी महल इलाके में तीन मंजिल इमारत गिरी है। इमारत के मलबे से करीब 20 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। बताया जा रहा है कि इमारत में 30 परिवार रहते थे। मलबे में करीब 50 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। मौके पर फायर बिग्रेड और एंबुलेंस भी पहुंच चुका है। इलाके के लोगों के मुताबिक दुकानदारों के साथ ही कुछ राहगीर भी दबे हुए हैं। स्थानीय लोग मलबा हटा रहे हैं।

केबीसी में खेलना चाहती है लता मंगेशकर

केबीसी में खेलना चाहती है लता मंगेशकर
मुंबई। लाखों हिन्दुस्तानियों के सपने साकार करने वाले रियलिटी गेम शो "कौन बनेगा करोड़पति" की "हॉट सीट" पर स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर भी बैठना चाहती हैं। केबीसी के पांचवे सीजन में एक प्रतिभागी से फोन पर बात करने के दौरान लता मंगेशकर ने शो के होस्ट अमिताभ बच्चन को यह ख्वाहिश जाहिर की है।

दरअसल केबीसी-5 में एक प्रतिभागी मंजू सिंह ने बिग बी से गुजारिश की थी, वो लता मंगेशकर की फैन हैं और उनसे बात करना चाहती हैं। अमिताभ ने मंजू की इच्छा पूरी करते हुए लता जी को कॉल किया था। बिग बी से बात करने के दौरान लता जी ने बताया कि वो केबीसी की मुरीद हैं और उनकी भी इच्छा है कि केबीसी की हॉट सीट पर बैठकर अमित जी के साथ गेम खेलें। हालांकि, लता जी ने स्पष्ट किया उनका जनरल नॉलेज अच्छा नहीं है, इसलिए उन्हें पता है कि वो बहुत अधिक रकम नहीं जीत पाएंगी।

अमिताभ बच्चन ने सुर सम्राज्ञी लता जी की इच्छा का सम्मान करते हुए उन्हें केबीसी में आमंत्रित किया है। बिग बी ने लता जी से कहा कि वो उनका स्वागत करते हैं और जब भी चाहें केबीसी में पधार सकती हैं। इस बीच लता मंगेशकर ने अपनी फैन मंजू से भी बात की और उन्हें गेम जीतने के लिए शुभकामनाएं दी। लता जी की फैन मंजू ने उन्हें एक गाना भी सुनाया, जिसे सुनकर लता बेहद खुश हुई।

खूबसूरत बनने की चाहत में मुसीबत मोल ली, आपस में जुड़े .......

प्लास्टिक सर्जन की अपरिपक्वता और अनुभवहीनता का शिकार हुई एक 40 वर्षीय महिला के स्तन आपस में जुड़ गए हैं। इस परेशानी को झेल रही यह महिला अब अन्य महिलाओं के बीच जा-जाकर उन्हें प्लास्टिक सर्जरी से पहले ली जाने वाली सावधानियों से अवगत करा रही है।

लॉस एंजिल्स की रहने वाली डिनोरा रोड्रीग्ज के स्तन की त्वचा डॉक्टरों की लापरवाही के कारण आपस में जुड़ गई है, जिसकी वजह से दोनों स्तन आपस में जुड़ गए हैं। उन्होंने अपनी पलकों का ऑपरेशन भी करवाया, जिसके बाद से वे अपनी पलकों को बंद करने में असमर्थ हैं।
मिसेज रोड्रीग्ज अमेरिकन प्लास्टिक बोर्ड सर्जरी की ओर से एक अभियान का हिस्सा हैं, ताकि वे लोगों को जागरूक कर सकें कि किस तरह नाकाबिल डॉक्टर उनके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।

गौरतलब है कि मिसेज रोड्रीग्ज ने शारीरिक सुंदरता बढ़ाने के लिए ब्रेस्ट सर्जरी करवाई थी, लेकिन सर्जन की लापरवाही के कारण उनके दोनों स्तन की त्वचा आपस में चिपक गई। आंखों को सुंदर बनाने की सर्जरी में भी उन्हें डॉक्टर की लापरवाही का दंश झेलना पड़ रहा है। उनकी आंखे अब कभी बंद नहीं हो सकती। इस मामले में डॉक्टरों का कहना है कि उनकी आंखों का इलाज संभव नहीं है।

सीमा सुरक्षा बल के जवानो पर मलेरिया का प्रहार

सीमा सुरक्षा बल के जवानो पर मलेरिया का प्रहार

दुर्गसिंह राजपुरोहित

बाड़मेर स्थित भारत - पाक सीमा पर बसे अनेको सीमा प्रहरियो यानी सीमा सुरक्षाबल के जवान इन दिनों मलेरिया की मार झेल रहे हैं हालत बेकाबू हो गए हैं और प्रतिदिन बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में औसतन तीन जवान मलेरिया और बुखार से ग्रसित होकर पहुंच रहे हैं !
इन दिनों बाड़मेर में सीमा सुरक्षा बल के जवान बन्दुक की गोलियो से ज्यादा मच्छरों से खौफ जदा हैं , इन दिनों हमेशा तीन - जवानो के मलेरिया होने की पुष्टि हो रही हैं जो गंभीर मामला भी हैं ! होस्पिटल में भर्ती ये जवान खासे चिंता में देखे जा रहे हैं ~! वरिष्ट चिकित्सक डॉ. के एस बांठिया की माने तो जवानो की संख्या में जबर्दस्त इजाफा हुआ हैं जो मलेरिया ग्रसित हैं !
बाड़मेर में मलेरिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। मच्छरों ने दिन का चैन व रातों की नींद उड़ा रखी है। वहीं मलेरिया व मौसमी बीमारियों से ग्रस्त मरीज घर-घर कराह रहे हैं। विभागीय स्तर पर मलेरिया की रोकथाम के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं है। ग्रामीणों को मजबूरन निजी चिकित्सालयों अथवा नीम हकीमों की शरण लेकर उपचार करवाना पड़ रहा है।
चिकित्सा विभाग द्वारा इस बार मलेरिया रोधी दवाईयों का छिड़काव संपूर्ण क्षेत्र में नहीं करवाया गया है। इससे मच्छरों का प्रजनन व प्रकोप बहुत ज्यादा बढ़ गया है। सभी गांवों में मलेरिया ने तेजी से पांव पसारे हैं। हालात बेकाबू होने के बाद भी महकमे के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।

सात विदेशी कॉलगर्ल्स को वापस भेजा

नई दिल्ली॥ सात विदेशी सेक्स वर्कर्स को उनके देशों केलिए डिपोर्ट कर दिया गया। उन्हें क्राइम ब्रांच ने लाजपतनगर और उदय पार्क से गिरफ्तार किया था। उन्होंने कोर्टमें अपना जुर्म कबूल कर लिया था , जिसके बाद कोर्ट केऑर्डर से डिपोर्ट किया गया।

क्राइम ब्रांच की एसआईटी ( स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट )ने तीन फरवरी को लाजपत नगर में विदेशी सेक्स रैकेट मेंशामिल होने के इल्जाम में पांच लड़कियों को गिरफ्तारकिया था। उनमें दो किरगिजिस्तान और तीनउजबेकिस्तान की रहने वाली हैं। इसके बाद एसआईटी नेही 30 मार्च की रात साउथ दिल्ली के उदय पार्क के एकफ्लैट में रेड डालकर देह व्यापार के केस में चार विदेशीयुवतियों को गिरफ्तार किया था। ये चारों लड़कियांउजबेकिस्तान की रहने वाली हैं। गिरफ्तार की गई इनकी सरगना पिछले दो साल से दिल्ली में थी। उसके पासमल्टीपल वीजा था।

इन नौ लड़कियों के खिलाफ साकेत कोर्ट में केस पर सुनवाई हुई। जमानत मिलने के बाद लाजपत नगर सेगिरफ्तार सभी पांचों लड़कियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उदय पार्क से गिरफ्तार की गई चार में से दोयुवतियों ने भी कोर्ट में मान लिया कि वह सेक्स वर्कर के तौर पर दिल्ली में थी। उनके कबूलनामे के बाद उनकेखिलाफ चल रहे मुकदमे में चार्ज फ्रेमिंग की जरूरत ही नहीं पड़ी। कोर्ट ने इन सातों लड़कियों को डिपोर्ट करने केआदेश दे दिए। उदय पार्क केस में गिरफ्तार की गई बाकी दो युवतियों ने खुद को गुनहगार नहीं माना है। इनकेखिलाफ केस चलेगा।

कोर्ट ऑर्डर के बाद एफआरआरओ ( फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस ) ने डिपोर्टेशन की औपचारिकताएं पूरीकर रविवार को सातों लड़कियों को इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट से किरगिजिस्तान और उजबेकिस्तान केलिए भेज दिया गया। एफआरआरओ के अफसरों ने बताया कि इन दिनों पूर्व सोवियत संघ के मुल्कों से लड़कियोंको मेडिकल वीजा पर सेक्स रैकेटियर दिल्ली ला रहे हैं। इनसे 15 या 30 दिनों के लिए एकमुश्त कॉन्ट्रैक्ट कियाजाता है। इनका पैसा उनके देशों में हवाला के माध्यम से भेजा जाता है।

पुलिस को गृहमंत्री की सलाह, पिट कर नहीं पीट कर आओ

जयपुर।। राजस्थान के गृहमंत्री शांति धारीवाल ने पुलिस से कहा है कि कहीं से भी पिट कर मत आओ, बल्कि पीट कर आओ। शांति धारीवाल ने पुलिसवालों को यह सलाह एक कार्यक्रम में दी।
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उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर 3 लोगों को पकड़ने के लिए 2 कॉन्स्टेबल गांव में जाएं और वे 2 पिट जाएं तो फिर गांव में ट्रक भरकर जाओ और पूरे गांव को घेरो। चाहे कुछ लोग बेकसूर पिट जाएं। कोई बात नहीं। धारीवाल ने पुलिस का दबदबा बरकरार रखने के लिए इसे जरूरी बताया।

मंत्री के भाषण का असर भी पुलिस पर तुरंत दिखा। धारीवाल की सलाह के कुछ ही घंटों के भीतर अजमेर में पुलिस ने स्कूली बच्चों पर लाठी चार्ज किया। राइट टु एजुकेशन वाले इस देश में ये बच्चे केवल अपने स्कूल का ताला खुलवाने की मांग कर रहे थे।

अभी हाल ही में जमीन के एक टुकड़े के लिए भरतपुर के दंगे में 10 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से 2 की मौत पुलिस की गोली से हुई थी।

रिश्वत लेते मुख्य कार्यकारी अधिकारी गिरफ्तार

रिश्वत लेते मुख्य कार्यकारी अधिकारी गिरफ्तार

जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सीकर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बुद्धराम मीणा को रिश्वत के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया।

ब्यूरो के महानिरीक्षक डीसी जैन ने बताया कि मीणा परिवादी सर्वशिक्षा अभियान में सहायक अभियंता राजेन्द्र सिंह चौहान से कार्यो का भौतिक सत्यापन नहीं कराने की एवज में कैंट कंपनी का वाटर प्यूरिफायर आरओ रिश्वत के रूप में देने की मांग की। इस पर ब्यूरो ने पन्द्रह हजार पांच सौ रूपए कीमत का आरओ लेते समय रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

नवरात्रि: घट स्थापना की विधि व शुभ मुहूर्त

माता दुर्गा की आराधना का पवित्र पर्व नवरात्रि का प्रारंभ 28 सितंबर, बुधवार से हो रहा है। पहले दिन माता दुर्गा की प्रतिमा तथा घट की स्थापना की जाती है। इसके बाद ही नवरात्रि उत्सव का प्रारंभ होता है। माता दुर्गा व घट स्थापना की विधि तथा शुभ मुहूर्त का वर्णन इस प्रकार है-

पवित्र स्थान की मिट्टी से वेदी बनाकर उसमें जौ, गेहूं बोएं। फिर उनके ऊपर अपनी शक्ति के अनुसार बनवाए गए सोने, तांबे अथवा मिट्टी के कलश की विधिपूर्वक स्थापित करें। कलश के ऊपर सोना, चांदी, तांबा, मिट्टी, पत्थर या चित्रमयी मूर्ति की प्रतिष्ठा करें।

मूर्ति यदि कच्ची मिट्टी, कागज या सिंदूर आदि से बनी हो और स्नानादि से उसमें विकृति आने की संभावना हो तो उसके ऊपर शीशा लगा दें। मूर्ति न हो तो कलश के पीछे स्वस्तिक और उसके दोनों कोनों में बनाकर दुर्गाजी का चित्र पुस्तक तथा शालग्राम को विराजित कर भगवान विष्णु का पूजन करें। पूजन सात्विक हो, राजस या तामसिक नहीं, इस बात का विशेष ध्यान रखें।

नवरात्रि व्रत के आरंभ में स्वस्तिक वाचन-शांतिपाठ करके संकल्प करें और सर्वप्रथम भगवान श्रीगणेश की पूजा कर मातृका, लोकपाल, नवग्रह व वरुण का सविधि पूजन करें। फिर मुख्य मूर्ति का षोडशोपचार पूजन करें। दुर्गादेवी की आराधना-अनुष्ठान में महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती का पूजन तथा मार्कण्डेयपुराणान्तर्गत निहित श्रीदुर्गासप्तशती का पाठ नौ दिनों तक प्रतिदिन करना चाहिए।



घट स्थापना के शुभ मुहूर्त



सुबह 09:46 से दोपहर 12:00 बजे तक स्थिर लग्र वृश्चिक

सुबह 11:15 से दोपहर 12:37 तक शुभ

शाम 04:43 से 06:05 तक लाभ तथा 05:27 तक स्थिर लग्र में

शाम 07:43 से रात्रि 09:21 तक शुभ, 08:37 से स्थिर लग्र में

चीन में एक छोटे से तहखाने से मिलीं चार सेक्स दासियां !


लुओयांग.चाइना पुलिस ने चार महिलाओं को बचाया जिन्हें कथित तौर पर सेक्स दासी के रूप में एक गुप्त कालकोठरी में रखा गया था।
घटना इस महीने की शुरुआत की है।

इन महिलाओं की उम्र 16 से 24 साल के बीच है। इन्हें एक पुराने आवासीय समुदाय के नीचे बने एक तहखाने में बंधक बना कर रखा गया था। पुलिस ने दो अन्य महिलाओं के शव भी एक कब्र से बरामद किए।

पुलिस ने महिलाओं को हिरासत में ले लिया है।

हालांकि पुलिस ने महिलाओं की बरामदगी के बाद उन्हें हिरासत में रखने का कारण बताने से इनकार कर दिया। पुलिस ने कहा कि जांच अभी चल रही है।

यह माना जा रहा है कि जांच अधिकारियों को इस बात का शक है कि इन महिलाओं ने ही दो अन्य सेक्स दासियों की हत्या में मदद थी।

पुलिस ने घटना कि जानकारी देते हुए बताया कि 34 साल के ली हाओ शहर के गुणवत्ता पर्यवेक्षण ब्यूरो में एक फायरमैन कर्मचारी था। ली पर नाइट क्लबों और बारों में काम करने वाली 6 महिलाओं के अपहरण का आरोप है।

ली ने कथित तौर पर चार साल पहले इस पुराने आवासीय समुदाय के नीचे बने तहखाने को ख़रीदा था।

ली ने इन महिलाओं को दो सालों तक न केवल सेक्स दासी बना कर कालकोठरी में रखा बल्कि उन्हें वेश्यावृति और ऑनलाइन पोर्न विडियो में काम करने के लिए भी मजबूर किया।

अधिकारियों ने बताया कि ली हाओ ने इन 6 महिलाओं में से दो का कत्ल कर दिया क्योंकि उन्होंने ली का विरोध किया था।

इस पूर्व फायरमैन को पुलिस ने उस वक़्त गिरफ्तार किया जब उसके बंधकों में से एक वहां से भाग निकली और पुलिस को उस कालकोठरी तक लेकर गई।

पुलिस को आशंका है कि ये महिलाएं स्टॉकहोम सिंड्रोम से ग्रसित है।

जालोर न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे ..मंगलवार. २७ सितंबर, २०११

वाणिज्यिक कर विभाग ने की कार्यवाही,

 भीनमाल की ओर से दो बोलेरो जीप में भरकर लाए जाए जा रहे थे डीजल से भरे ५४ जरीकेन, विभाग ने वसूला टैक्स और पेनल्टी

जालोर सहायक वाणिज्यिक कर अधिकारी एच.एस. भाटी ने मुखबीर की इत्तला पर शहर के औद्योगिक क्षेत्र तृतीय चरण में कार्यवाही करते हुए सोमवार सवेरे 11 बजे के करीब ५४ जरीकन में भरा १८९० लीटर डीजल जब्त किया। वाणिज्यिक कर अधिकारी बी.एल. पारीक ने बताया कि डीजल की बाजार में कीमत ८२ हजार छह सौ रुपए आंकी गई। यह डीजल दो बोलेरो जीप में जरीकनों में भरकर ले जाया जा रहा था। एक जीप में डीजल से भरे कुल ३६ जरीकन थे, जबकि दूसरी में १८ जरीकन थे। इस तरह दोनों जीप में कुल ५४ जरीकनों में १८९० लीटर डीजल भरा हुआ था। वाहनचालकों से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम फलौदी निवासी राधेश्याम विश्नोई व गंगानगर निवासी संजीव कुमार बताया। इसके अलावा उन्होंने बताया कि यह डीजल भीनमाल से सायला व भाद्राजून ले जाना था। डीजल परिवहन के दौरान उनके पास किसी भी प्रकार का कोई बिल या चालान नहीं था। ऐसे में विभाग ने कार्यवाही करते हुए १८ प्रतिशत टैक्स और २५ प्रतिशत पेनल्टी काटकर ३५ हजार चार सौ पिचहत्तर रुपए वसूल किए।


समय बढ़ाने के विरोध में शिक्षक एकजुट


प्रदर्शन  शिक्षक आदेश निरस्त करने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, ज्ञापन सौंपा

जिलेभर में विद्यालय समय बढ़ाने पर शिक्षकों ने जताया विरोध, सकारात्मक फैसला नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी।
जालोर विद्यालय समय बढ़ाने के विरोध में जिलेभर में विभिन्न शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपकर आक्रोश व्यक्त किया। शहर में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा जालोर के शिक्षकों ने विद्यालय में समय बढ़ाने का अव्यवहारिक एवं विवादास्पद आदेश निरस्त करने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उपशाखा मंत्री विजय ओझा ने बताया कि उपशाखा अध्यक्ष कृष्ण माली के नेतृत्व में शिक्षकों ने उपखंड अधिकारी को नारेबाजी करते हुए समय परिवर्तन के आदेश को पुन: लेने की मांग की।

शिक्षकों को संबोधित करते हुए कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष दलपतसिंह आर्य ने कहा कि सरकार शिक्षा अधिनियम की आड़ में अन्य बिंदुओं यथा भौतिक संसाधन, वेतनमान, छात्र शिक्षक अनुपात को नजरअंदाज कर रही है, जिससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है। संगठन के जिलामंत्री अंबिका प्रसाद तिवारी ने सरकार के समय परिवर्तन आदेश को राजस्थान की भौगोलिक एवं सामाजिक परिस्थितियों के मद्देनजर अव्यवहारिक बताते हुए तत्काल निरस्त करने के आदेश नहीं करने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी। धरने को कर्मचारी महासंघ के पूर्व जिलाध्यक्ष नारायणलाल भट्ट ने भी संबोधित करते हुए राजस्थान सरकार के आदेश की भत्र्सना की।

इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश खंडेलवाल, प्रशांतसिंह, अर्जुनसिंह, यशवंत शर्मा, सुशीलपालसिंह, महिपालसिंह, सुनील व्यास, कानसिंह, कृष्ण कुमार, हरीश सांखला, खीमसिंह राठौड़, हितेंद्र, जगत प्रकाश दवे व शंभुसिंह मंडलावत समेत कई शिक्षक मौजूद थे। शिक्षकों ने विद्यालय समय परिवर्तन के आदेश वापिस नहीं लेने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए आगामी आंदोलन की रणनीति पर चर्चा कर रूपरेखा तय की।

रानीवाड़ा. राजस्थान राष्ट्रीय शिक्षक संघ उपशाखा रानीवाड़ा ने सोमवार को राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों का समय बढ़ाने के जारी आदेशों को अव्यवहारिक बताते हुए तत्काल वापस लेते हुए मांग को लेकर उपखंड कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया गया। उपशाखा अध्यक्ष दीपसिंह देवल ने सरकार द्वारा जारी आदेशों का विरोध जताते हुए आदेश वापस लेने की अपील की। इस अवसर पर विशनाराम देवासी, ताराचंद भारद्वाज, शैतानसिंह राव, धर्मदान चारण, शंकरलाल पुरोहित, सूर्यप्रताप शर्मा व हरी गिरी गोस्वामी सहित कई जने उपस्थित थे।

सायला. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा सायला का एक दिवसीय धरना प्रदर्शन एवं उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। उपशाखा अध्यक्ष श्रीराम शर्मा ने बताया कि 1 अक्टूबर से प्रदेश के सभी विद्यालयों के समय में वृद्धि किए जाने के विरोध में प्रांतीय कार्यकारिणी के निर्णयानुसार सोमवार को उपखंड कार्यालय सायला के सामने उपशाखा के कार्यकर्ताओं के द्वारा धरना और विरोध प्रदर्शन किया गया। धरने जिला मंत्री मदन सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान की सरकार ने 1 अपै्रल से शिक्षा अधिनियम लागू किया है, जिसके तहत अनिवार्य शिक्षा, शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति के लिए मापदंड तय किए हैं। लेकिन प्रदेश की विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए सरकार द्वारा विद्यालयों का समय बढ़ाना न्यायोचित नहीं है। जिसके विरोध में एक दिवसीय धरना देकर उपखंड अधिकारी के मार्फत मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार को ज्ञापन प्रेषित किया। इस अवसर पर रामचंद्र द्विवेदी, मुन्नीलाल दवे, अर्जुन भारती, बाबूसिंह, नरेंद्रसिंह आर्य, वेला राम गर्ग, करना राम व रामकिशोर मीणा समेत कई जने मौजूद थे।

सांचौर. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने उपखंड मुख्यालय के समक्ष धरना देकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों में समय बढ़ाने के फैसले को तर्कहीन बताया गया है। इस अवसर पर संघ के ब्लॉक अध्यक्ष देवराज चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों में बढ़ाने के समय को तुरंत निरस्त करने की मांग की।
कृषि मंडी की कमान महिलाओं के हाथ 

जालोर/भीनमाल/सांचौर

जिले की जालोर, भीनमाल और सांचौर कृषि उपज मंडी समितियों के अध्यक्ष पद के लिए सोमवार को हुए चुनाव में तीनों समितियों में महिलाएं अध्यक्ष पद पर चुनी गई। तीनों ही मंडियों में कांग्रेस का कब्जा रहा। जालोर में चुनाव निर्विरोध हुए तो भीनमाल और सांचौर में मतदान हुआ। जिसके बाद जालोर में मंजू देवी, भीनमाल में सुबटी देवी और सांचौर में एलची देवी अध्यक्ष चुनी गई।

जालोर में अध्यक्ष पद के लिए सोमवार को निर्वाचन प्रक्रिया हुई। जिसमें कांग्रेस पार्टी की तरफ से मंजूदेवी माली ने नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया। निर्धारित समय में एक मात्र नामांकन पत्र आने पर मंजू देवी निर्वाचित घोषित की गई। कांग्रेस की मंजूदेवी माली के निर्विरोध निर्वाचित होने पर पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।

साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को बधाइयां दी। कृषि उपज मंडी की अध्यक्ष माली ने कृषि मंडी में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और किसानों व व्यापारियों को विभिन्न प्रकार की सुविधा देने की बात कही। इस मौके जालोर विधायक रामलाल मेघवाल, जिला अध्यक्ष नैन सिंह राजपुरोहित, ब्लॉक अध्यक्ष जवानाराम परिहार, पार्षद महेंद्र अग्रवाल, रमेश सोलंकी, रमेश मेघवाल, मंडी सदस्य सत्यनारायण अग्रवाल, थानमल सुथार, रड़माराम भील, मांगीलाल मेघवाल, शोभादेवी सुंदेशा, हंजादेवी चौधरी, सुरजपाल सिंह, भंवरलाल, जेठाराम माली व भगवानाराम सुंदेशा समेत पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

भीनमालत्न श्री सूरजपालसिंह कृषि उपजमंडी भीनमाल के अध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित सुबटीदेवी देवासी तीन मतों से विजयी रही। देवासी ने कांग्रेस समर्थित ही इंद्रकंवर को पराजित किया। परिणाम के साथ कांग्रेस दो धड़ों में बिखरी हुई नजर आई। सवेरे 8 बजे उपखंड अधिकारी शैलेंद्र देवड़ा, तहसीलदार सुरेन्द्र सिंह राठौड़ और उप पंजीयक जितेन्द्र ओझा की देखरेख में चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ हुई। करीब 9 बजे भीमपुरा निवासी सुबटीदेवी पत्नी आसूराम देवासी व पूनासा निवासी इंद्रकंवर पत्नी शक्तिसिंह ने नामांकन पत्र प्रस्तुत किए।

देवासी रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी और इन्द्र कंवर भीनमाल के पूर्व विधायक डॉ. समरजीतसिंह समर्थक होने की वजह से 12 बजे तक नाम वापसी के दौरान एक नाम पर सर्वसम्मति बनने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन दोनों ही गुट नाम वापस नहीं लेने के लिए अड़े रहे। जिस पर दोपहर एक बजे मतदान की प्रक्रिया शुरु हो गई। करीब 2 बजे तक सभी 11 सदस्यों द्वारा मतदान डालने के बाद मतगणना प्रारंभ हुई। जिसमें सुबटीदेवी देवासी को 7 और इन्द्र कंवर को 4 मत मिले। जिस पर निर्वाचित अधिकारी शैलेंद्र देवड़ा ने देवासी को 3 मतों से विजयी घोषित किया गया। इस अवसर पर विधायक रतन देवासी, पूर्व विधायक डा. समरजीतसिंह, पूर्व प्रधान देराम विश्नोई, जिला परिषद सदस्य आसूराम देवासी, भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष बाघसिंह, शक्तिसिंह, वरधाराम मेघवाल, इस्माइल खां, जोगाराम देवासी, शैलेष देवासी, टीकमाराम देवासी, कालूराम दर्जी, भंवरसिंह, शंकरसिंह, मांगीलाल भट्ट और पीरा राम सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थित मौजूद थे।

सांचौरत्न कृषि मंडी चुनाव को सोमवार को हुए मतदान में ऐलची देवी विश्नोई एक मत से विजयी रही। सोमवार को हुए कृषि मंडी चेयरमैन पद के चुनाव के लिये सवेरे से ही कृषि मंडी परिसर के आगे लोगों की भीड़ जमा होने लग गई थी। सवेरे साढ़े नौ बजे से चेयरमेन के लिये नामांकन दाखिल करने का कार्य आरंभ हुआ। जिसमें ऐलची देवी विश्नोई व अमरा राम माली ने अपने-अपने नामांकन प्रस्तुत किय। नाम वापसी की तय समय सीमा तक नामांकन वापिस नहीं लेने पर दोपहर 1 बजे से 3.30 बजे तक मतदान हुआ। इस दौरान पूर्व प्रधान सुखराम विश्नोई समर्थित माली के पक्ष में पांच सदस्यों ने मतदान आरंभ होते ही वोट डाल दिये।

वहीं रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी समर्थित ऐलची देवी विश्नोई के समर्थन में छह सदस्यों ने मतदान समय सीमा से थोड़े पहले आकर वोट का प्रयोग किया। मतगणना के बाद ऐलची देवी को छह व अमरा राम माली को पांच वोट मिले, जिस पर निर्वाचन अधिकारी ने ऐलची देवी विश्नोई को एक मत से निर्वाचित घोषित कर दिया। इस अवसर पर रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी, पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भीखाराम सारण, जयकिशन विश्नोई, अमलूराम मांजू, उप प्रधान दरगाराम देवासी, भागीरथ डारा, मांगीलाल सारण, सांवताराम, वागाराम जाट, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष पूनमाराम खीचड़, प्रधान शमशेर अली, रामदेव क्रय-विक्रय सहकारी समिति अध्यक्ष मनोज सारण, गंगाराम पूनिया, रामावतार मांजू और अर्जुन देवासी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

कवास सरपंच व उसके पति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

कवास सरपंच व उसके पति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

सरकारी योजनाओं में फर्जी मस्टररोल से लाखों रुपए की राशि गबन करने का आरोप।, पुलिस ने लगाई थी मामले में एफआर, प्रसंज्ञान के बाद गवाहों के बयानों के आधार पर मजिस्ट्रेट ने दिया आदेश।

बाड़मेर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बाड़मेर जितेंद्रसिंह ने कवास सरपंच राजकुमारी व उसके पति रमेश पुत्र भगवानाराम जाट के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पुलिस ने सरकारी योजनाओं में धोखाधड़ी व लाखों रुपए के गबन के इस मामले में जांच के बाद एफआर लगा दी थी। न्यायालय ने अपराध धारा 420, 467, 468, 41 व 474 भादंसं में प्रसंज्ञान लेते हुए नागाणा थाने को फिर से जांच के लिए पत्रावली लौटाने के भी आदेश दिए।

यह है मामला : मामले के अनुसार परिवादी महेंद्रसिंह पुत्र कुंभाराम ने सूचना के अधिकार के तहत सूचनाएं संकलित कर न्यायमित्र भवानीसिंह चौधरी के जरिए कवास सरपंच राजकुमारी व उसके पति रमेश के खिलाफ न्यायालय में इस्तगासा पेश किया था। न्यायालय ने इस्तगासा संबंधित नागाणा थाने को मामले की जांच के लिए भेजा। पुलिस ने मामले की जांच कर दोनों आरोपियों को क्लीन चिट देते हुए अंतिम रिपोर्ट न्यायालय में पेश कर दी। इस पर परिवादी ने न्यायमित्र के जरिए फिर से न्यायालय में गुहार लगाई। मामले में प्रसंज्ञान लेकर गवाहों के बयान करवाए गए, साक्ष्यों को कोर्ट में पेश किया गया और बयान करवाए गए। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पुलिस के अनुसंधान अधिकारी की ओर से पेश अंतिम प्रतिवेदन को अस्वीकार कर कर आरोपियों श्रीमती राजकुमारी पत्नी रमेश व रमेश पुत्र भगवानाराम जाट निवासी कवास (ढूढा) पुलिस थाना नागाणा के खिलाफ मामले में प्रसंज्ञान लिया। सहायक लोक अभियोजक को अनुसंधान पत्रावली संबंधित थाना को लौटाने व आगामी तारीख पेशी से पूर्व गवाहों की सूची व नकलें पेश करने के आदेश दिए। मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपियों को 28नवंबर2011 तक गिरफ्तारी वारंट से तलब किया है।

ये हैं आरोप

कवास सरपंच राजकुमारी व उसके पति पर आरोप है कि वर्ष 2010-11 में खेल मैदान निर्माण के लिए जारी राशि बिना कार्य कराए फर्जी दस्तावेजों की कूटरचना कर राशि हड़पना। पौधरोपण कार्य पर फर्जी नाम लिखकर राशि हड़पना, मस्टरोलों में हेराफेरी कर फर्जी दस्तखत कर रुपए उठाना सहित कई आरोप लगाए गए हैं। इसमें 5-6 सरकारी योजनाओं में करीब 25-30 लाख रुपए का गबन करने का आरोप है।

ट्रेन की चपेट में आने से वृद्ध की मौत
बालोतरा शहर के रेलवे क्रॉसिंग न. 3 पर कालका एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक वृद्ध की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार पुरखाराम पुत्र सुखाराम (78)जाट वर्ष निवासी भोजासर बायतू रेलवे तृतीय फाटक से होकर गुजर रहा था। बाड़मेर से आ रही कालका एक्सप्रेस की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। एएसआई भभूतसिंह के नेतृत्व में पुलिस दल ने मौके पर पहुंच शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।

उपचार के दौरान वृद्ध ने तोड़ा दम

सरपंच ने कहा मलेरिया से हुई मौत


समदड़ी निकटवर्ती मियो का वाड़ा के एक वृद्ध की जोधपुर के एक निजी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। इधर रामपुरा सरपंच हनवंतसिंह ने उसकी मलेरिया से मौत होने का आरोप लगाया है। मियो का बाड़ा निवासी मगनाराम पुत्र चिमनाराम देवासी बीमार था। उसे उपचार के लिए जोधपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। जहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सरपंच हनवंतसिंह ने बताया कि मगनाराम मलेरिया से पीडि़त था। इस संबंध में डॉ. एस.एम. नागल ने बताया कि वह मलेरिया से पीडि़त नहीं था। लेकिन बीमार जरूर था।