बुधवार, 28 सितंबर 2011

सीईओ पर पड़ा 'घूस' का घूसा, चले गए सलाखों के पीछे!

सीकर.भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व सीनियर आरएएस बुधराम मीणा को रिश्वत में वाटर प्यूरीफायर (आरओ) लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

उन्होंने इसकी मांग सर्व शिक्षा अभियान के एईएन राजेंद्र सिंह से उनके कार्यो का सत्यापन करने की एवज में की थी। सीईओ के पास पिछले दो दिन से कलेक्टर का अतिरिक्त कार्यभार भी है। मीणा को करीब दो माह पहले ही जयपुर से तबादला कर यहां सीईओ लगाया गया था।

एसीबी ने शहर में फतेहपुर रोड स्थित सीईओ के सरकारी आवास पर यह कार्रवाई मंगलवार सुबह आठ बजे की। सीईओ को फिलहाल सदर थाने में रखा गया है। उन्हें बुधवार को एसीबी कोर्ट में पेश किया जाएगा।

एसीबी सूत्रों के अनुसार सीईओ के जयपुर में दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन के पास शांति नगर स्थित आवास पर भी तलाशी ली गई। कार्रवाई की जानकारी पंचायतीराज विभाग को दे दी गई है।

एसीबी के एएसपी डॉ. मूलसिंह राणा ने बताया कि मानसरोवर (जयपुर) निवासी सहायक अभियंता राजेंद्र सिंह ने 22 सितंबर को परिवाद पेश किया कि सीईओ बुधराम ने उन्हें ऑफिस में बुलाकर कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत कराए गए कार्यो का सत्यापन किया जाएगा और नौकरी करनी है तो वे जो कहेंगे, मानना पड़ेगा।

इसके बाद 21 सितंबर को अपने सरकारी आवास बुलाकर आरओ की मांग रखी। परिवादी ने सीईओ द्वारा बताई गई कंपनी का 15,500 रु. मूल्य का आरओ जयपुर से खरीद लिया। इसे पहले एसीबी कार्यालय में मंगवाकर जरूरी कानूनी कार्रवाई की गई। फिर इसे देकर राजेंद्र सिंह को सुबह करीब आठ बजे सीईओ के बंगले पर भेजा गया था।

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