मंगलवार, 27 सितंबर 2011

सात विदेशी कॉलगर्ल्स को वापस भेजा

नई दिल्ली॥ सात विदेशी सेक्स वर्कर्स को उनके देशों केलिए डिपोर्ट कर दिया गया। उन्हें क्राइम ब्रांच ने लाजपतनगर और उदय पार्क से गिरफ्तार किया था। उन्होंने कोर्टमें अपना जुर्म कबूल कर लिया था , जिसके बाद कोर्ट केऑर्डर से डिपोर्ट किया गया।

क्राइम ब्रांच की एसआईटी ( स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट )ने तीन फरवरी को लाजपत नगर में विदेशी सेक्स रैकेट मेंशामिल होने के इल्जाम में पांच लड़कियों को गिरफ्तारकिया था। उनमें दो किरगिजिस्तान और तीनउजबेकिस्तान की रहने वाली हैं। इसके बाद एसआईटी नेही 30 मार्च की रात साउथ दिल्ली के उदय पार्क के एकफ्लैट में रेड डालकर देह व्यापार के केस में चार विदेशीयुवतियों को गिरफ्तार किया था। ये चारों लड़कियांउजबेकिस्तान की रहने वाली हैं। गिरफ्तार की गई इनकी सरगना पिछले दो साल से दिल्ली में थी। उसके पासमल्टीपल वीजा था।

इन नौ लड़कियों के खिलाफ साकेत कोर्ट में केस पर सुनवाई हुई। जमानत मिलने के बाद लाजपत नगर सेगिरफ्तार सभी पांचों लड़कियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उदय पार्क से गिरफ्तार की गई चार में से दोयुवतियों ने भी कोर्ट में मान लिया कि वह सेक्स वर्कर के तौर पर दिल्ली में थी। उनके कबूलनामे के बाद उनकेखिलाफ चल रहे मुकदमे में चार्ज फ्रेमिंग की जरूरत ही नहीं पड़ी। कोर्ट ने इन सातों लड़कियों को डिपोर्ट करने केआदेश दे दिए। उदय पार्क केस में गिरफ्तार की गई बाकी दो युवतियों ने खुद को गुनहगार नहीं माना है। इनकेखिलाफ केस चलेगा।

कोर्ट ऑर्डर के बाद एफआरआरओ ( फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस ) ने डिपोर्टेशन की औपचारिकताएं पूरीकर रविवार को सातों लड़कियों को इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट से किरगिजिस्तान और उजबेकिस्तान केलिए भेज दिया गया। एफआरआरओ के अफसरों ने बताया कि इन दिनों पूर्व सोवियत संघ के मुल्कों से लड़कियोंको मेडिकल वीजा पर सेक्स रैकेटियर दिल्ली ला रहे हैं। इनसे 15 या 30 दिनों के लिए एकमुश्त कॉन्ट्रैक्ट कियाजाता है। इनका पैसा उनके देशों में हवाला के माध्यम से भेजा जाता है।

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