बुधवार, 28 सितंबर 2011

डॉक्‍टर ने दिल्‍ली में कत्‍ल कर इलाहाबाद में फेंकी बीवी की लाश

नई दिल्ली. दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के एक डॉक्टर द्वारा अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर शव इलाहाबाद में फेंक दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। डॉक्टर ने उसके घर पहुंचे पत्नी के परिजनों के सामने हत्या की बात कबूली और उनके साथ थाने में जाकर समर्पण कर दिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने डॉक्टर की निशानदेही पर इलाहाबाद जाकर बैग में रखे शव को एक नाले से बरामद किया। आरोपी डॉक्टर चंद्रा विभाष ने हत्या का कारण बताया कि पत्नी सुप्रिया तुषार उसे पसंद नहीं थी और उसने शादी पारिवारिक दबाव में की थी।
पुलिस के मुताबिक डॉ. चंद्रा और सुप्रिया के बीच 23 सितंबर की रात को झगड़ा हुआ। इसके बाद सुप्रिया के गले में पड़े दुपट्टे से ही डॉक्टर ने उसका गला घोट दिया। डॉक्टर ने लाश को एक बैग में रखकर नीचे खड़ी कार की डिग्गी में डाला। पुलिस के अनुसार डॉक्टर शव को लेकर झारखंड के लिए निकला था, लेकिन रास्ते में सुप्रिया के परिजनों का फोन आ गया और वे डॉक्टर से सुप्रिया के बारे में पूछने लगे। डॉक्टर ने इसके बाद झारखंड जाने का इरादा बदल दिया और इलाहाबाद पहुंचा तो वहां बारिश हो रही थी। बारिश के बहते पानी को उसने नदी समझा और शव को बहाने के इरादे से वहीं डाल दिया।


इस बीच सुप्रिया का फोन बंद आने पर उसके परिजनों ने डॉक्टर को 24 सितंबर को फोन मिलाया। डॉक्टर ने झूठ बोलते हुए कहा कि वह मथुरा में है। अनहोनी की आशंका से 25 सितंबर को सुप्रिया के परिजन झारखंड से अपने रिश्तेदारों कर्नल मनोज कुमार व मनोहर वैद्य के साथ डॉक्टर के हरिनगर स्थित किराए के मकान पर पहुंचे। यहां जब डॉक्टर नहीं मिला तो ये फिर 26 सितंबर को डॉक्टर के यहां पहुंचे। इस बार डॉक्टर घर में ही मौजूद था, लेकिन सुप्रिया नहीं थी।

परिजनों ने सुप्रिया के संबंध में पूछा तो डॉक्टर ने उसकी हत्या की बात कबूल कर ली। परिजनों ने उस पर पुलिस थाने चलने का दबाव बनाया तो ज्यादा विरोध न करते हुए डॉक्टर थाने भी पहुंच गया। पुलिस के सामने अपराध स्वीकार करने के बाद डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया। सोमवार को उसे लेकर दिल्ली पुलिस के एसीपी राजसिंह, हरिनगर थाने के एसएचओ विरेन्द्र कुमार, इंस्पेक्टर हरपाल सिंह, एसआई योगेन्द्र कुमार, कांस्टेबल विनोद व संदीप आदि इलाहाबाद पहुंचे और एक ब्रिज के पास से शव बरामद किया।


सुप्रिया के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मूल रूप से झारखंड के डॉघार के निवासी डॉक्टर चंद्रा से झारखंड के जिला दुमका की सुप्रिया की शादी 22 नवंबर 2010 को हुई थी। तभी से डॉक्टर उसे मारता-पीटता था, जिसके बाद सुप्रिया जुलाई 2011 में अपने मायके चली गई थी, लेकिन रिश्तेदारों के दबाव में वह वापस अपने पति के पास पहुंची। मगर इसके बाद भी डॉक्टर ने उसे पीटना नहीं छोड़ा। सुप्रिया के पिता के मुताबिक 23 सितंबर की रात को भी सुप्रिया का फोन उनके पास गया था, जिसमें उसने पति द्वारा पीटने की शिकायत की थी। इसके बाद फोन बंद आया और बाद में सुप्रिया की हत्या की बात सामने आई।

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