मंगलवार, 27 सितंबर 2011

मेवात में छंटने लगे तनाव के बादल

मेवात में छंटने लगे तनाव के बादल

जयपुर। करीब पखवाड़े भर पहले गोपालगढ़ कस्बे में उभरी हिंसा की चिंगारी से पूरे मेवात रीजन पर छाया तनाव का गहरा कोहरा धीरे-धीरे छंट रहा है।
तमाम समझाइश के बाद भी चार शवों को न उठाने को राजी पीडित परिवारों ने आखिर सोमवार को देर रात प्रशासन की पहल पर गतिरोध तोड़ दिया। अब सभी शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं और आज उनको सुपुर्द-ए-खाक कर दिये जाने की उम्मीद है। इस बीच प्रशासन ने भी कर्फ्यू में ढील की समय-सीमा बढ़ा कर माहौल को सामान्य बनाने की ओर पहल की है। हालांकि, गांवों से पलायन अभी भी नहीं रूक रहा है।

जानकारी के अनुसार गोपालगढ़ हिंसा में मारे लोगों को नौ लोगों के शवों के पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी करने के बाद परिजनों से लगातार शवों को उठाने की समझाइश की जा रही थी। इस दौरान पांच शवों को उनके परिजनों की ओर से ले जाया गया लेकिन चार शवों को उनके परिजनों ने लेने से इनकार कर दिया था।

इसके बाद भी प्रशासन की ओर से परिजनों से समझाइश के प्रयास जारी रखे गए। सोमवार को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में रखे गांव दनियालपुर निवासी ईशा पुत्र रहमत मेव व गोपालगढ़ थाने के गांव जोतरूहल्ला निवासी मौलाना खुर्शीद के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में गांव पथराली निवासी शब्ब्ाीर की मौत हो गई थी।

यहां शब्ब्ाीर का शव भी पोस्टमार्टम के बाद रखा हुआ था। सोमवार को देर रात ही गांव पापड़ा निवासी जावेद एवं गांव आंध्रवाड़ी निवासी अब्दुल्ला के साथ शब्बीर का शव भी उसके परिजनों को सौंप दिया गया। इसी के साथ प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। जानकारी के मुताबिक, मेवात क्षेत्र के पांच थाना क्षेत्रों में जारी कर्फ्यू की अवधि में मंगलवार को 15 घंटे की ढील रहेगी। यह ढील सुबह छह बजे से शाम नौ बजे तक रहेगी। मंगलवार दोपहर तक क्षेत्र के बाजार पूरी तरह खुले रहे। इसके साथ ही रोडवेज बसों का दिल्ली मार्ग पर संचालन भी शुरू हो गया।

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