बुधवार, 28 सितंबर 2011

भंवरी देवी प्रकरण: पुलिस दल पर हमला

भंवरी देवी प्रकरण: पुलिस दल पर हमला
भंवरी बन गई पहेली, पुलिस नहीं सूझ रहा कोई रास्ता!
जोधपुर/ बिलाड़ा। चर्चित सीडी प्रकरण में फरार चल रहे बलदेव उर्फ बलिया को पकड़ने के लिए कापरड़ा गई पुलिस की विशेष टीम पर मंगलवार देर रात लाठियों से लैस ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। हमलावरों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। हमले में एक निरीक्षक, एक उप निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अपह्वत एएनएम भंवरीदेवी के मामले में वांछित कापरड़ा निवासी बलदेव उर्फ बलिया उर्फ कुम्भाराम जाट के कापरड़ा में चौकीदारों का बास स्थित एक मकान में छुपे होने की सूचना पुलिस को मिली। इस पर विशेष टीम में शामिल पुलिस निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह जोधा, बालेसर थाना प्रभारी देरावरसिंह व दो-तीन सिपाहियों के साथ कार में सवार होकर देर रात वहां पहुंचे। यह देख दो ग्रामीण पुलिस के साथ शामिल हो गए।

पुलिस की टीम एक मकान में घुसी, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। इससे वहां ग्रामीण एकत्रित हो गए। गुस्साए ग्रामीणों ने लाठियों से लैस होकर पुलिस पर हमला बोल दिया। यह देख पुलिसकर्मी घबरा गए। उन्होंने प्रतिरोध किया, लेकिन ग्रामीणों के आगे बेबस हो गए। उन्होंने कार में बैठकर भागने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने कांच फोड़कर कार भी क्षतिग्रस्त कर डाली।

आखिरकार पुलिस की विशेष टीम को वहां से दौड़ने पर विवश होना पड़ा, लेकिन ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को घेरकर ताबड़तोड़ वार किए। इससे निरीक्षक वीरेन्द्र सिंह, बालेसर थाना प्रभारी व उप निरीक्षक देरावरसिंह, कांस्टेबल भंवराराम व भागीरथ घायल हो गए। सूचना पर पुलिस का अतिरिक्त पुलिस वहां पहुंचा और घायलों को बिलाड़ा के अस्पताल भिजवाया। हाथों में फ्रैक्चर होने के कारण वीरेन्द्र सिंह व देरावरसिंह को देर रात जोधपुर रैफर किया गया।

पिटने का बाद पहुंचा अतिरिक्त बल
ग्रामीणों के हमले में बुरी तरह पीटे जाने के बाद पुलिस अधिकारियों ने जोधपुर से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया और मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दो ग्रामीणों को हिरासत में लिया है।

अधिकारी बेफ्रिक्र
आरोपी को पकड़ने गई विशेष टीम हमले का शिकार हो गई। दो अधिकारियों के हाथ टूट गए तथा दो कांस्टेबल जख्मी हो गए। इसके बावजूद पुलिस अधिकारी घटनाक्रम के बारे में जानकारी देने से बचते रहे। 

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