केंद्रपाड़ा (ओडीशा)।। ओडीशा के केंद्रपाड़ा में एक 72 साल के शख्स के अपनी बहू से शादी करने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। उस पर बहू को प्यार में गुमराह कर शादी करने का आरोप है, हालांकि बहू की तरफ से कोई शिकायत नहीं आई है। गांव वाले इस 'बेतुकी' शादी से हैरान हैं।
जगतसिंहपुर के सपुर गांव के 72 साल के हरिहर मलिक ने कुछ अरसे पहले अपने बेटे की धूमधाम से शादी की थी। हरिहर की पत्नी की पांच साल पहले मौत हो चुकी है। बेटे के काम से बेंगलुरु जाने के बाद उसका दिल अपनी 24 साल की बहू पर ही आ गया। बेटा चार साल से घर नहीं लौटा तो जीवन के आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुके हरिहर ने बहू को बहका कर उससे शादी कर ली। गांव के लोग इससे हैरान हैं।
गुस्साए गांववालों ने हरिहर मलिक और अब उसकी पत्नी बन चुकी बहू का सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला किया। साथ ही ससुर और बहू को सदियों पुरानी परंपरा तोड़ने के लिए गांव छोड़ने का फरमान सुनाया गया है। ये दोनों केंद्रपाड़ा के बगादा गांव में एक किराए के मकान में रह रहे थे।शनिवार को बगादा के कुछ गांव वालों ने इन दोनों के वहां भी रहने का विरोध करते हुए पुलिस में इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। हरिहर के मन में इसका अफसोस नहीं है उसका बेटा बेंगलुरु से क्यों नहीं लौटा या फिर कहां है। उसने तो सारी हदों को तोड़ते हुए अपने बेटे के न होने का फायदा उठाया।
मंगलवार, 30 अप्रैल 2013
कोयला घोटालाः अडिशनल सॉलिसिटर जनरल का रावल का इस्तीफा
नई दिल्ली।। कोयला घोटाले ने पहली कुर्सी ले ली है। शिकार बने हैं अडिशनल सॉलिसिटर जनरल हरीन रावल। सुप्रीम कोर्ट में CBI की तरफ से स्टेटस रिपोर्ट किसी को न दिखाने का दावा करने वाले अडिशनल सॉलिसिटर जनरल हरीन रावल को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। रावल का यह दावा बाद में गलत साबित हुआ था। सीबीआई को कोर्ट में मानना पड़ा था कि रिपोर्ट पीएमओ और कानून मंत्री को दिखाई गई है।
रावल के इस्तीफे की चर्चा मंगलवार सुबह से ही थी। सीबीआई ने हरीन रावल को हटाकर उदय यू ललित को निजी वकील रख लिया था। आखिरकार देर शाम हरीन रावल ने कानून मंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया। गौरतलब है कि इस मामले में हरीन रावल ने सीधे सरकार को लपेटे में लिया था। उन्होंने आरोप लगाया था उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है। इसलिए कयास तेज थे कि हरीन रावल से सरकार इस्तीफा लेगी।
अडिशनल सॉलिसिटर जनरल हरीन रावल ने अटॉर्नी जनरल वाहनवती को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें 'बलि का बकरा' बनाया जा रहा है। हरीन रावल ने चिट्ठी में अटॉर्नी जनरल पर गंभीर आरोप लगाए थे। चिट्ठी में कहा गया था कि अटॉर्नी जनरल ने कई मामलों में दखलंदाजी की जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। हरीन रावल की इस चिट्ठी से केंद्र सरकार और बेनकाब हो गई। इसके बाद से ही रावल कानून मंत्री के निशाने पर थे।
सीबीआई की ओर से कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पहले हरीन रावल ने ही दी थी जिसमें कहा गया था कि यह रिपोर्ट किसी को भी नहीं दिखाई गई है। बाद में सीबीआई ने हरीन रावल को हटा दिया था और उसकी जगह निजी वकील रख लिया था। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर कहा कि ये रिपोर्ट कानून मंत्री और पीएमओ के अधिकारियों को दिखाई गई है।
सीबीआई और सॉलिसिटर जनरल के अलग-अलग बयान से सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कड़ी आपत्ति जतायी। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से कहा कि लोग कैसे भरोसा करेंगे कि सीबीआई स्वतंत्र रूप से जांच करती है। कोर्ट ने यहां तक कहा कि सीबीआई के इस रवैये से कोर्ट का भरोसा टूटा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीबीआई को सरकार से स्वतंत्र होना चाहिए।
दूसरी तरफ हरीन रावल ने सरकार की वजह से खुद को फंसते देखा तो उन्होंने अटॉर्नी जनरल वाहनवती को चिट्ठी लिखकर कड़ी आपत्ति जतायी। उन्होंने साफ कहा कि इस मामले में मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है। रावल ने वाहनवती को लिखे पत्र में कहा, 'आपके बयान के कारण मुझे शर्मिंदगी हुई और मजबूरी में अदालत में अपना पक्ष साफ करना पड़ा। जहां अटॉर्नी जनरल के तौर पर आपने कहा कि स्टेटस रिपोर्ट की विषय वस्तु के बारे में आपको जानकारी नहीं थी और उसे सरकार के साथ साझा नहीं किया गया था।
इस बात से मुझे लगातार तकलीफ पहुंची है कि खासतौर से बड़े मामलों में ईमानदारी से काम अंजाम देने पर आपके कट्टर स्वभाव के कारण मुझे बेवजह नाराजगी का सामना करना पड़ा है। मैंने आपका हमेशा बहुत आदर किया है लेकिन मेरी तरफ आपके नरम−गर्म रवैये से मुझ पर हमेशा बेवजह का दवाब रहा है। मैंने इस पत्र की एक प्रति अपने ऑफिस के रिकॉर्ड के लिए रख ली है। साथ ही मैंने इस पत्र की एक कॉपी कानून मंत्री को भी भेजना मुनासिब समझा। मुझे अहसास है कि मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है, लेकिन मुझे भरोसा है कि सच्चाई की हमेशा जीत होगी।'
रावल के इस्तीफे की चर्चा मंगलवार सुबह से ही थी। सीबीआई ने हरीन रावल को हटाकर उदय यू ललित को निजी वकील रख लिया था। आखिरकार देर शाम हरीन रावल ने कानून मंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया। गौरतलब है कि इस मामले में हरीन रावल ने सीधे सरकार को लपेटे में लिया था। उन्होंने आरोप लगाया था उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है। इसलिए कयास तेज थे कि हरीन रावल से सरकार इस्तीफा लेगी।
अडिशनल सॉलिसिटर जनरल हरीन रावल ने अटॉर्नी जनरल वाहनवती को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें 'बलि का बकरा' बनाया जा रहा है। हरीन रावल ने चिट्ठी में अटॉर्नी जनरल पर गंभीर आरोप लगाए थे। चिट्ठी में कहा गया था कि अटॉर्नी जनरल ने कई मामलों में दखलंदाजी की जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। हरीन रावल की इस चिट्ठी से केंद्र सरकार और बेनकाब हो गई। इसके बाद से ही रावल कानून मंत्री के निशाने पर थे।
सीबीआई की ओर से कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पहले हरीन रावल ने ही दी थी जिसमें कहा गया था कि यह रिपोर्ट किसी को भी नहीं दिखाई गई है। बाद में सीबीआई ने हरीन रावल को हटा दिया था और उसकी जगह निजी वकील रख लिया था। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर कहा कि ये रिपोर्ट कानून मंत्री और पीएमओ के अधिकारियों को दिखाई गई है।
सीबीआई और सॉलिसिटर जनरल के अलग-अलग बयान से सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कड़ी आपत्ति जतायी। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से कहा कि लोग कैसे भरोसा करेंगे कि सीबीआई स्वतंत्र रूप से जांच करती है। कोर्ट ने यहां तक कहा कि सीबीआई के इस रवैये से कोर्ट का भरोसा टूटा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीबीआई को सरकार से स्वतंत्र होना चाहिए।
दूसरी तरफ हरीन रावल ने सरकार की वजह से खुद को फंसते देखा तो उन्होंने अटॉर्नी जनरल वाहनवती को चिट्ठी लिखकर कड़ी आपत्ति जतायी। उन्होंने साफ कहा कि इस मामले में मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है। रावल ने वाहनवती को लिखे पत्र में कहा, 'आपके बयान के कारण मुझे शर्मिंदगी हुई और मजबूरी में अदालत में अपना पक्ष साफ करना पड़ा। जहां अटॉर्नी जनरल के तौर पर आपने कहा कि स्टेटस रिपोर्ट की विषय वस्तु के बारे में आपको जानकारी नहीं थी और उसे सरकार के साथ साझा नहीं किया गया था।
इस बात से मुझे लगातार तकलीफ पहुंची है कि खासतौर से बड़े मामलों में ईमानदारी से काम अंजाम देने पर आपके कट्टर स्वभाव के कारण मुझे बेवजह नाराजगी का सामना करना पड़ा है। मैंने आपका हमेशा बहुत आदर किया है लेकिन मेरी तरफ आपके नरम−गर्म रवैये से मुझ पर हमेशा बेवजह का दवाब रहा है। मैंने इस पत्र की एक प्रति अपने ऑफिस के रिकॉर्ड के लिए रख ली है। साथ ही मैंने इस पत्र की एक कॉपी कानून मंत्री को भी भेजना मुनासिब समझा। मुझे अहसास है कि मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है, लेकिन मुझे भरोसा है कि सच्चाई की हमेशा जीत होगी।'
सिन्हा ने माना,सीबीआई स्वायत्त नहीं
सिन्हा ने माना,सीबीआई स्वायत्त नहीं
नई दिल्ली। सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने कबूल लिया है कि जांच एजेंसी स्वायत्त संगठन नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कोयला घोटाले पर रिपोर्ट किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं दिखाई गई थी। रिपोर्ट सिर्फ कानून मंत्री अश्विनी कुमार को दिखाई गई थी।
सिन्हा ने कहा कि मैं सरकार का अंग हूं। मैं स्वायत्त बॉडी नहीं हूं। मैंने रिपोर्ट किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं दिखाई थी। रिपोर्ट सिर्फ कानून मंत्री को दिखाई गई थी। हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने जो चिंताएं जाहिर की है उन्हें दूर करने की कोशिश की जाएगी। सीबीआई पर दबाव के संबंध में पूछे गए सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। सीबीआई के साख के बारे में पूछे गए सवाल पर सिन्हा ने कहा कि ये जनता पर निर्भर है। मुझे इस पर कुछ नहीं कहना।
इससे पहले सीबीआई निदेशक ने माना कि कोयला घोटाले पर बनी ड्राफ्ट जांच रिपोर्ट में बदलाव किए गए थे। स्टेट्स रिपोर्ट के ओरिजनल ड्राफ्ट और संशोधित ड्राफ्ट के बारे में सुप्रीम कोर्ट को विस्तृत जानकारी दे दी गई है।
कोर्ट को रिपोर्ट में किए गए बदलावों के बारे में भी बताया गया है। यह जानकारी भी दी गई है कि किसके कहने पर रिपोर्ट में बदलाव किए गए थे।
सिन्हा ने कहा कि कोर्ट का जो कुछ भी ऑब्जर्वेशन है उस संबंध में हम 6 मई को हलफनामे के जरिए जवाब देंगे। मैं उन परिस्थितियों के बारे में भी जानकारी दूंगा जिसके तहत मैं कानून मंत्री अश्विनी कुमार के दफ्तर गया था।
इस बीच अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल हरेन रावल ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कानून मंत्री को अपना इस्तीफा सौंपा है। रावल ने अटॉर्नी जनरल जीई वाहनवती को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
नई दिल्ली। सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने कबूल लिया है कि जांच एजेंसी स्वायत्त संगठन नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कोयला घोटाले पर रिपोर्ट किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं दिखाई गई थी। रिपोर्ट सिर्फ कानून मंत्री अश्विनी कुमार को दिखाई गई थी।
सिन्हा ने कहा कि मैं सरकार का अंग हूं। मैं स्वायत्त बॉडी नहीं हूं। मैंने रिपोर्ट किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं दिखाई थी। रिपोर्ट सिर्फ कानून मंत्री को दिखाई गई थी। हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने जो चिंताएं जाहिर की है उन्हें दूर करने की कोशिश की जाएगी। सीबीआई पर दबाव के संबंध में पूछे गए सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। सीबीआई के साख के बारे में पूछे गए सवाल पर सिन्हा ने कहा कि ये जनता पर निर्भर है। मुझे इस पर कुछ नहीं कहना।
इससे पहले सीबीआई निदेशक ने माना कि कोयला घोटाले पर बनी ड्राफ्ट जांच रिपोर्ट में बदलाव किए गए थे। स्टेट्स रिपोर्ट के ओरिजनल ड्राफ्ट और संशोधित ड्राफ्ट के बारे में सुप्रीम कोर्ट को विस्तृत जानकारी दे दी गई है।
कोर्ट को रिपोर्ट में किए गए बदलावों के बारे में भी बताया गया है। यह जानकारी भी दी गई है कि किसके कहने पर रिपोर्ट में बदलाव किए गए थे।
सिन्हा ने कहा कि कोर्ट का जो कुछ भी ऑब्जर्वेशन है उस संबंध में हम 6 मई को हलफनामे के जरिए जवाब देंगे। मैं उन परिस्थितियों के बारे में भी जानकारी दूंगा जिसके तहत मैं कानून मंत्री अश्विनी कुमार के दफ्तर गया था।
इस बीच अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल हरेन रावल ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कानून मंत्री को अपना इस्तीफा सौंपा है। रावल ने अटॉर्नी जनरल जीई वाहनवती को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
84 के दंगे: ठीक से नहीं कटे थे 'केश' तो पुलिस ने भगा दिया
नई दिल्ली. 84 के दंगों की भयावह त्रासदी आज भी दिल्ली में बसे सैकड़ों सिख परिवारों में हर रोज ठीक उसी तरह से रिस रही है, जैसे घाव सड़ जाने पर उसमें से मवाद रिसती रहती है। सिख सरकारी और अदालती कार्यवाही से बिलकुल भी संतुष्ट नहीं हैं। मंगलवार को जब कड़कड़डूमा कोर्ट ने सज्जन कुमार को बरी किया तो दंगों का शिकार बने सिख एक बार फिर से उबल पड़े । उनका कहना था कि मरहम की क्या बात करें, यहां तो सरकार बार बार घाव ही कुरेदने में लगी हुई है। प्रस्तुत है 84 के दंगों का शिकार बने कुछ सिखों की आपबीती, साथ ही दंगों के चश्मदीद रहे पत्रकारों के बयान...
मोहन सिंह: केश ठीक से नहीं कटा तो पुलिस ने भगा दिया
मोहन सिंह दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में रहते थे जहां सिखों के खिलाफ़ सबसे ज्यादा हिंसा हुई। मोहन सिंह के चलते ही यह संभव हुआ कि दंगों की सटीक जानकारी मीडिया को पता चल सकी। मोहन सिंह बताते हैं कि उन्होंने इंदिरा गांधी की हत्या के अगले दिन 1 नवंबर की उस भयावह रात दंगाइयों से बचते-बचाते एक साइकिल पर सवार होकर उन्होंने त्रिलोकपुरी से इंडियन एक्सप्रेस के दफ्तर तक का डरावना सफर तय किया और पत्रकारों को सिखों की हत्या के बारे में बताया।
राजस्थान में अलवर के रहने वाले मोहन सिंह शुरुआत में शाहदरा में कस्तूरबा नगर में रहते थे। वर्ष 1976 में वह त्रिलोकपुरी आए। उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर 1984 की शाम को रेडियो और टीवी पर इंदिरा गांधी की मौत की ख़बर सुनी। उसके बाद उन्होंने सरदारों के खिलाफ़ हिंसा की बात सुनी। शुरुआत में सबसे ज्यादा हिंसा सफ़दरजंग अस्पताल के पास हो रही थी। वह उसी इलाके में ऑटोरिक्शा चला रहे थे। वहां सिख ड्राइवरों की गाड़ियों पर हमले हो रहे थे। दूसरे दिन पुलिस ने उन लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया था और कहा था कि वो कोई दंगा नहीं होने देंगे।
शाम छह, सात बजे कत्लेआम शुरू हुआ। चारों ओर अंधेरा था। इलाके की बिजली, पानी काट दी गई थी। इलाके में करीब 200 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। वो लोगों को घर से निकालते, उन्हें मारते, फिर उन पर तेल छिड़ककर आग लगा देते। रात करीब साढ़ नौ बजे उन्होंने अपने बाल काटे और किसी तरह कल्याणपुरी थाने पहुंचे। थाने में पुलिसवालों को बताया कि उनके ब्लॉक 32 में बहुत सारे लोग मारे गए हैं और वहां लूटपाट जारी है। उन्होंने उनसे मदद की गुहार लगाई, लेकिन मदद करने के बजाय उन्होंने मोहन सिंह को यह कहकर भगा दिया कि वह भी एक सरदार हैं। दरअसल, उनके बाल ठीक से नहीं कटे थे। इस दंगे में मोहन सिंह के दो भाई मारे गए थे।
मनजीत सिंह: आज तक नहीं मिली पिता की लाश
मोहन सिंह की तरह मनजीत सिंह के परिवार की भी कहानी है। मनजीत सिंह तब 3 वर्ष के थे, जब 84 के दंगे हुए। दंगाइयों ने उनके पिता को मौत के घाट उतार दिया। दंगाइयों ने पहले उनके मकान पर हमला बोला और उसे तहस नहस कर दिया। इसके बाद उनके पिता को मकान के अंदर से घसीटते हुए बाहर ले जाया गया और बीच सड़क पर मौत के घाट उतार दिया गया। इतना ही नहीं, कातिलों ने मनजीत सिंह के दस वर्षीय भाई पर जलते हुए टायर भी फेंके। दंगाई अपने साथ मनजीत के पिता की लाश घसीटते हुए ले गए। उनके पिता की लाश आज तक नहीं मिली है।
आज भी सिहर उठते हैं पत्रकार
वरिष्ठ पत्रकार राहुल बेदी और जोसेफ मल्लिकन आज भी दंगों के उन 72 घंटों को याद करके सिहर उठते हैं। राहुल बेदी ने त्रिलोकपुरी के ब्लॉक 32 का दंगा कवर किया था। वह बताते हैं कि पूर्वी दिल्ली में जो नरसंहार हुआ, वह पूर्वनियोजित था। वहां तकरीबन 320 सिख महिला, पुरुष और बच्चे थे। सभी लोगों को दो दिनों के अंदर मार दिया गया। एक नवंबर को जब बेदी और जोसेफ दंगे की कवरेज कर रहे थे, दंगाइयों ने उन दोनों को भी निशाना बनाया। राहुल बेदी बताते हैं कि मौके पर ऐसा लग रहा था कि जैसे सिखों का स्लाटर हाउस बना दिया गया हो। पुलिस मौके पर खड़ी होकर पूरी तरह से तमाशा देख रही थी। दंगाई और हत्यारों को देखकर ऐसा लग रहा था कि उन्हें किसी बात की कोई जल्दी नहीं है। वह सिख महिलाओं का बलात्कार कर रहे थे और उन्हें बुरी तरह से टॉर्चर करके उनकी हत्या कर रहे थे।
अरविंद्र सिंह: पूरा परिवार चढ़ा दरिंदगी की भेंट
दंगा पीड़ितों में एक रानियां के अरविंद्र सिंह जोकि रानियां वार्ड नं. 13 निवासी ने बताया कि दिल्ली दंगों को हुए भले ही 29 वर्ष गुजर चुके हैं लेकिन इन दंगों में पीड़ित कई सिख परिवारों को अब तक न तो कोई सरकारी सहायता मिली है और न ही कोई सामाजिक स्तर पर उनका पुनर्वास हुआ है। उन्होंने बताया कि 84 के दंगों के समय वह करीब 25 वर्ष के थे। उस समय मानवता के दरिदों ने उसके परिवार के 17 सदस्यों जिसमें पिता, 4 भाई, 3 भाभी, 4 भतीजी, 3 भतीजे, एक बहन व उसकी भानजी थे को गले में जलते टायर डाल कर व मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया था। सीधे-सादे व्यक्तिव वाला अरविंद्र सिंह बात करते-करते रो पड़ता है।
अरविंद्र के अनुसार 1 व 2 नवम्बर 1984 का वह दिन था जब वह अपने पिता अजीत सिंह जो कि लकड़ी की तूंबियां व अन्य सामान बनाने का कार्य करते थे, के कहने पर पैसे लेने जनकपुरी में ही डाबरी मोड़ पर रहने वाले ताहिर हुसैन नकवी के घर गया था। इतने में दंगे शुरू हो गए। हुसैन उस समय घर पर नहीं थे व उनकी बेगम नाजिम उर्फ हुस्ना ने उसे अपना बुर्का पहनाकर छिपाया व उसकी जान बचाई। अरविंद्र के अनुसार जब वह छिपता-छिपाता उत्तम नगर के निकट स्थित गोपाल पार्क में अपने निवास आर-जैड 27 में पंहुचा तो उसका पूरा परिवार दरिंदगी की भेंट चढ़ चुका था। आग में जल चुके उसके पिता, 4 भाई, 3 भाभियां, 4 भतीजे, 3 भतीजियां, एक बहन व उसकी सवा वर्षीय बेटी के शव पहचान में नहीं आ रहे थे।
मोहन सिंह: केश ठीक से नहीं कटा तो पुलिस ने भगा दिया
मोहन सिंह दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में रहते थे जहां सिखों के खिलाफ़ सबसे ज्यादा हिंसा हुई। मोहन सिंह के चलते ही यह संभव हुआ कि दंगों की सटीक जानकारी मीडिया को पता चल सकी। मोहन सिंह बताते हैं कि उन्होंने इंदिरा गांधी की हत्या के अगले दिन 1 नवंबर की उस भयावह रात दंगाइयों से बचते-बचाते एक साइकिल पर सवार होकर उन्होंने त्रिलोकपुरी से इंडियन एक्सप्रेस के दफ्तर तक का डरावना सफर तय किया और पत्रकारों को सिखों की हत्या के बारे में बताया।
राजस्थान में अलवर के रहने वाले मोहन सिंह शुरुआत में शाहदरा में कस्तूरबा नगर में रहते थे। वर्ष 1976 में वह त्रिलोकपुरी आए। उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर 1984 की शाम को रेडियो और टीवी पर इंदिरा गांधी की मौत की ख़बर सुनी। उसके बाद उन्होंने सरदारों के खिलाफ़ हिंसा की बात सुनी। शुरुआत में सबसे ज्यादा हिंसा सफ़दरजंग अस्पताल के पास हो रही थी। वह उसी इलाके में ऑटोरिक्शा चला रहे थे। वहां सिख ड्राइवरों की गाड़ियों पर हमले हो रहे थे। दूसरे दिन पुलिस ने उन लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया था और कहा था कि वो कोई दंगा नहीं होने देंगे।
शाम छह, सात बजे कत्लेआम शुरू हुआ। चारों ओर अंधेरा था। इलाके की बिजली, पानी काट दी गई थी। इलाके में करीब 200 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। वो लोगों को घर से निकालते, उन्हें मारते, फिर उन पर तेल छिड़ककर आग लगा देते। रात करीब साढ़ नौ बजे उन्होंने अपने बाल काटे और किसी तरह कल्याणपुरी थाने पहुंचे। थाने में पुलिसवालों को बताया कि उनके ब्लॉक 32 में बहुत सारे लोग मारे गए हैं और वहां लूटपाट जारी है। उन्होंने उनसे मदद की गुहार लगाई, लेकिन मदद करने के बजाय उन्होंने मोहन सिंह को यह कहकर भगा दिया कि वह भी एक सरदार हैं। दरअसल, उनके बाल ठीक से नहीं कटे थे। इस दंगे में मोहन सिंह के दो भाई मारे गए थे।
मनजीत सिंह: आज तक नहीं मिली पिता की लाश
मोहन सिंह की तरह मनजीत सिंह के परिवार की भी कहानी है। मनजीत सिंह तब 3 वर्ष के थे, जब 84 के दंगे हुए। दंगाइयों ने उनके पिता को मौत के घाट उतार दिया। दंगाइयों ने पहले उनके मकान पर हमला बोला और उसे तहस नहस कर दिया। इसके बाद उनके पिता को मकान के अंदर से घसीटते हुए बाहर ले जाया गया और बीच सड़क पर मौत के घाट उतार दिया गया। इतना ही नहीं, कातिलों ने मनजीत सिंह के दस वर्षीय भाई पर जलते हुए टायर भी फेंके। दंगाई अपने साथ मनजीत के पिता की लाश घसीटते हुए ले गए। उनके पिता की लाश आज तक नहीं मिली है।
आज भी सिहर उठते हैं पत्रकार
वरिष्ठ पत्रकार राहुल बेदी और जोसेफ मल्लिकन आज भी दंगों के उन 72 घंटों को याद करके सिहर उठते हैं। राहुल बेदी ने त्रिलोकपुरी के ब्लॉक 32 का दंगा कवर किया था। वह बताते हैं कि पूर्वी दिल्ली में जो नरसंहार हुआ, वह पूर्वनियोजित था। वहां तकरीबन 320 सिख महिला, पुरुष और बच्चे थे। सभी लोगों को दो दिनों के अंदर मार दिया गया। एक नवंबर को जब बेदी और जोसेफ दंगे की कवरेज कर रहे थे, दंगाइयों ने उन दोनों को भी निशाना बनाया। राहुल बेदी बताते हैं कि मौके पर ऐसा लग रहा था कि जैसे सिखों का स्लाटर हाउस बना दिया गया हो। पुलिस मौके पर खड़ी होकर पूरी तरह से तमाशा देख रही थी। दंगाई और हत्यारों को देखकर ऐसा लग रहा था कि उन्हें किसी बात की कोई जल्दी नहीं है। वह सिख महिलाओं का बलात्कार कर रहे थे और उन्हें बुरी तरह से टॉर्चर करके उनकी हत्या कर रहे थे।
अरविंद्र सिंह: पूरा परिवार चढ़ा दरिंदगी की भेंट
दंगा पीड़ितों में एक रानियां के अरविंद्र सिंह जोकि रानियां वार्ड नं. 13 निवासी ने बताया कि दिल्ली दंगों को हुए भले ही 29 वर्ष गुजर चुके हैं लेकिन इन दंगों में पीड़ित कई सिख परिवारों को अब तक न तो कोई सरकारी सहायता मिली है और न ही कोई सामाजिक स्तर पर उनका पुनर्वास हुआ है। उन्होंने बताया कि 84 के दंगों के समय वह करीब 25 वर्ष के थे। उस समय मानवता के दरिदों ने उसके परिवार के 17 सदस्यों जिसमें पिता, 4 भाई, 3 भाभी, 4 भतीजी, 3 भतीजे, एक बहन व उसकी भानजी थे को गले में जलते टायर डाल कर व मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया था। सीधे-सादे व्यक्तिव वाला अरविंद्र सिंह बात करते-करते रो पड़ता है।
अरविंद्र के अनुसार 1 व 2 नवम्बर 1984 का वह दिन था जब वह अपने पिता अजीत सिंह जो कि लकड़ी की तूंबियां व अन्य सामान बनाने का कार्य करते थे, के कहने पर पैसे लेने जनकपुरी में ही डाबरी मोड़ पर रहने वाले ताहिर हुसैन नकवी के घर गया था। इतने में दंगे शुरू हो गए। हुसैन उस समय घर पर नहीं थे व उनकी बेगम नाजिम उर्फ हुस्ना ने उसे अपना बुर्का पहनाकर छिपाया व उसकी जान बचाई। अरविंद्र के अनुसार जब वह छिपता-छिपाता उत्तम नगर के निकट स्थित गोपाल पार्क में अपने निवास आर-जैड 27 में पंहुचा तो उसका पूरा परिवार दरिंदगी की भेंट चढ़ चुका था। आग में जल चुके उसके पिता, 4 भाई, 3 भाभियां, 4 भतीजे, 3 भतीजियां, एक बहन व उसकी सवा वर्षीय बेटी के शव पहचान में नहीं आ रहे थे।
युवाओं को उद्योग के लिए पैसों के साथ जमीन भी मिलेगी
जयपुर। प्रदेश में 35 साल से कम आयु वाले युवाओं को सरकार अब अपना उद्योग लगाने के लिए धन के साथ-साथ जमीन भी देगी। इसके साथ ही राजस्थान औद्योगिक प्रोत्साहन योजना में रियायतें देकर आगे बढऩे में मदद की जाएगी। चुनावी साल को देखते हुए सरकार ने अब रीको, उद्योग विभाग और आरएफसी के जरिए मध्यम, लघु और अति लघु उद्योगों को क्लस्टर के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। सरकार ने हाल ही युवा उद्यमियों के लिए प्रोत्साहन योजना लागू की है। इसमें प्रतिस्पद्र्धा के आधार पर युवाओं के प्रोजेक्टों का चयन किया जाएगा।
चयनित युवा को बहुत ही आसान शर्तों और कम ब्याज पर ऋण दिया जाएगा। रीको की ओर से आरक्षित दर से भी कम राशि में औद्योगिक क्षेत्रों में भूखंड आवंटन करने के साथ ही उद्योग विभाग के माध्यम से इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी, वैट, उत्पाद शुल्क में छूट आदि रियायतें भी दी जाएंगी। रीको के नियमों में अभी औद्योगिक क्षेत्रों में लघु उद्योगों को 30 प्रतिशत भूखंड आरक्षित दर पर दिए जाने का प्रावधान है। परंतु अब आरक्षित दर से भी कम दरों पर 30 प्रतिशत से भी ज्यादा भूखंड आवंटित किए जाएंगे।
इसलिए करना पड़ा फैसला : प्रदेश में लघु और मध्यम उद्योग काफी संकट में हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाले कुटीर उद्योग तो कमजोर गुणवत्ता, आधुनिक तकनीक कमी और मार्केटिंग नेटवर्क नहीं मिल पाने के कारण लगभग बंद से हो गए हैं। सरकारों ने भी पिछले एक दशक के दौरान राज्य में पूंजी निवेश बढ़ाने के नाम पर बड़े उद्योगों को ही बढ़ावा देने का काम किया है। इस दौरान लघु उद्योगों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब सरकार चाहती है कि मध्यम, लघु और अति लघु उद्योगों से आबादी का एक बड़ा तबका जुड़ा है, इसलिए इसे वोट बैंक में तब्दील करने के लिए इस क्षेत्र पर ध्यान दिया जाए।
सरकारी उपक्रम भी हैं संकट में : राज्य में लघु उद्योगों, हस्तशिल्पियों और कारीगरों को राहत पहुंचाने वाले राजकीय उपक्रम भी पिछले कई साल से वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहे हैं। इनमें कई उपक्रम तो ऐसे हैं जिनमें वेतन तक के लाले पड़ रहे हैं। इनमें से कुछ की तो हाल ही सरकार ने आर्थिक मदद भी की है। इनमें राजस्थान राज्य बुनकर संघ, राजस्थान स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन (राजसिको), नेशनल हैंडलूम कॉरपोरेशन, स्पिनफैड, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, राजस्थान गैर कृषि विकास अभिकरण (रूडा) आदि प्रमुख हैं।
निवेश बढ़ा, उद्योग और रोजगार नहीं: पिछले 7 साल में प्रदेश के लघु उद्योगों में निवेश तो बढ़ा है, लेकिन छोटे उद्योगों और उनमें स्थानीय स्तर पर मिलने वाले रोजगारों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। उद्योग विभाग के आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2006-07 में जहां लघु उद्योगों में पूंजी निवेश 155192.90 लाख रुपए था, वहीं यह वर्ष 2012-13 में बढ़कर 278806.43 लाख रुपए हो गया। जबकि उद्योग और रोजगार की संख्या वर्ष 2006-07 की तुलना में कम ही है।
स्वयं सहायता समूहों को नहीं मानते लघु उद्योग: राज्य में करीब 2.50 लाख महिला स्वयं सहायता समूह बने हुए हैं। ग्रामीण और आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्ग की बहुलता वाले क्षेत्रों के ये स्वयं सहायता समूह पापड़, राखियां, मंगोड़ी, अचार, सिलाई, कढ़ाई, आरी-तारी जैसे कई छोटे-बड़े काम कर रहे हैं। कुछ महिलाएं तो स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से डेयरी भी चला रही हैं। परंतु इन्हें लघु उद्योग का दर्जा नहीं मिलने से सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उद्योग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लघु उद्योग के रूप में एक ही प्रॉपराइटर नहीं होने से इनके पंजीयन में परेशानी आती है और बैंक भी इनके प्रोजेक्ट को आसानी से सपोर्ट नहीं करते हैं। स्वयं सहायता समूह चाहे तो संस्था को लघु उद्योग के रूप में पंजीकृत करवा सकता है।
ये है लघु उद्योगों की समस्याएं: बाजार में बढ़ती प्रतिस्पद्र्धा। मार्केटिंग नेटवर्क की कमी। प्रबंधकीय क्षमता और स्टाफ की कमी। दक्ष एवं प्रशिक्षित कर्मचारियों का अभाव। उत्पादों की गुणवत्ता में कमी। सरकारी प्रोत्साहन नहीं मिलना। उपयुक्त संसाधन न होना। लागत बढऩे और मुनाफा घटने से बंद होने की नौबत। मार्जिनल मनी का अभाव।
दुष्कर्म मामला: थाने पर धरना,खाजूवाला बंद
दुष्कर्म मामला: थाने पर धरना,खाजूवाला बंद
खाजूवाला/बीकानेर। मासूमों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं से जिले के खाजूवाला इलाके में ग्रामीणों का रोष बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को दुष्कर्म के विरोध में खाजूवाला बंद के दौरान ग्रामीणों को गुस्सा सड़क पर जुलूस के रूप में निकला।
उधर,स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ ग्रामीण खाजूवाला थाने के सामने अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हुए हैं। धरने पर बैठे लोग दोषियों को सख्त सजा के साथ खाजूवाला थाने के स्टाफ को बदले और पीडितों के परिवाजनों को मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
धरने पर बैठने वालों में स्थानीय विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल भी शामिल हैं। उनका कहना है कि दुष्कर्म के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे और अपराधियों में पुलिस का खौफ खत्म होता जा रहा है। जनता अब इन स्थितियों में बदलाव चाहती है। लोगों की मांग है कि थाने का स्टाफ बदला जाए,पीडितों के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 20-20 लाख का मुआवजा दिया जाए। साथ ही पीडिता के परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की जा रही है।
निष्पक्ष जांच की मांग,एसडीएम को ज्ञापन
धरने और जुलूस के साथ दुष्कर्म पीडित संघर्ष समिति के तत्वावधान में एसडीएम को मामले की निष्पक्ष जांच की मांग वाला ज्ञापन भी सौपा गया है। उल्लेखनीय है कि दो मासूमों के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोपी निजी स्कूल के संचालक राजेश धांगड़ को सोमवार को न्यायालय में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर भेजा जा चुका है। उधर,खाजूवाला मण्डी में स्कूली छात्रा के साथ बस में दुष्कर्म करने के आरोपी राजेश बिश्नोई को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
पीडिताओं के परिजन भी धरने पर
दुष्कर्म की घटना के विरोध में खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल सोमवार शाम पांच बजे से खाजूवाला थाना के सामने धरने पर बैठ हुए हैं। धरने पर बैठे लोगों में पीडिताओं के परिजन भी शामिल हैं।
बंद में आजजन का समर्थन
घटना के विरोध में समिति ने मंगलवार को खाजूवाला मंडी बंद रखकर विरोध-प्रदर्शन करने के निर्णय के बाद दुष्कम्र पीडित संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने सोमवार को मंडी क्षेत्र के व्यापारियों से संपर्क कर प्रदर्शन में शामिल होकर समर्थन देने का आग्रह किया। आमजन पर इस आग्रह का असर हुआ और मंगलवार को बंद का व्यापक असर दिखाई दिया।
खाजूवाला/बीकानेर। मासूमों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं से जिले के खाजूवाला इलाके में ग्रामीणों का रोष बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को दुष्कर्म के विरोध में खाजूवाला बंद के दौरान ग्रामीणों को गुस्सा सड़क पर जुलूस के रूप में निकला।
उधर,स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ ग्रामीण खाजूवाला थाने के सामने अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हुए हैं। धरने पर बैठे लोग दोषियों को सख्त सजा के साथ खाजूवाला थाने के स्टाफ को बदले और पीडितों के परिवाजनों को मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
धरने पर बैठने वालों में स्थानीय विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल भी शामिल हैं। उनका कहना है कि दुष्कर्म के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे और अपराधियों में पुलिस का खौफ खत्म होता जा रहा है। जनता अब इन स्थितियों में बदलाव चाहती है। लोगों की मांग है कि थाने का स्टाफ बदला जाए,पीडितों के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 20-20 लाख का मुआवजा दिया जाए। साथ ही पीडिता के परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की जा रही है।
निष्पक्ष जांच की मांग,एसडीएम को ज्ञापन
धरने और जुलूस के साथ दुष्कर्म पीडित संघर्ष समिति के तत्वावधान में एसडीएम को मामले की निष्पक्ष जांच की मांग वाला ज्ञापन भी सौपा गया है। उल्लेखनीय है कि दो मासूमों के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोपी निजी स्कूल के संचालक राजेश धांगड़ को सोमवार को न्यायालय में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर भेजा जा चुका है। उधर,खाजूवाला मण्डी में स्कूली छात्रा के साथ बस में दुष्कर्म करने के आरोपी राजेश बिश्नोई को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
पीडिताओं के परिजन भी धरने पर
दुष्कर्म की घटना के विरोध में खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल सोमवार शाम पांच बजे से खाजूवाला थाना के सामने धरने पर बैठ हुए हैं। धरने पर बैठे लोगों में पीडिताओं के परिजन भी शामिल हैं।
बंद में आजजन का समर्थन
घटना के विरोध में समिति ने मंगलवार को खाजूवाला मंडी बंद रखकर विरोध-प्रदर्शन करने के निर्णय के बाद दुष्कम्र पीडित संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने सोमवार को मंडी क्षेत्र के व्यापारियों से संपर्क कर प्रदर्शन में शामिल होकर समर्थन देने का आग्रह किया। आमजन पर इस आग्रह का असर हुआ और मंगलवार को बंद का व्यापक असर दिखाई दिया।
अमूल दूध के दामों में 2 रुपए प्रति लीटर का इजाफा
दिल्ली-एनसीआर में कल सुबह यानी बुधवार से अमूल दूध के दाम बढ़ जाएंगे। अमूल ने दूध के दाम 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने का फैसला किया है।
दूध के दाम बढ़ाने की जानकारी देते हुए अमूल के प्रबंध निदेशक आरएस सोढी ने बताया, 'हमने दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में दूध के दाम दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का निर्णय किया है। अब फुल क्रीम दूध की कीमत 40 रुपये से बढ़ाकर 42 रुपये लिटक, जबकि टोंड दूध की कीमत 30 रुपये से बढ़ाकर 32 रुपये प्रति लिटर हो जाएगी। इसी प्रकार डबल टोंड दूध की कीमत 26 रुपये से बढ़ाकर 28 रुपये प्रति लिटर हो जाएगी।'
सोढी ने दूध के दाम बढ़ाने के कारणों में बताया, 'किसानों से हमारे दूध की खरीद लागत बढ़ने और परिवहन लागत में बढ़ोतरी होने के कारण हमने दूध के दाम बढ़ाने का निर्णय किया है। उल्लेखनीय है कि अमूल राजधानी की मुख्य दुध आपूर्तिकर्ता है और रोजाना करीब 23 लाख लिटर दूध बेचती है। इसी प्रकार मदर डेयरी की पैकेज्ड एवं खुले (टोकन वाले) दूध की रोजना बिक्री करीब 30 लाख लीटर है।'
हालांकि अमूल के अलावा दूसरी कंपनियों ने दूध के दाम बढ़ाने की घोषणा अभी नहीं की है। लेकिन संभावना जताई जा रही है कि अब दूसरी कंपनियां भी जल्द अपने दूध के दामों में इजाफा कर देंगे।
पेट्रोल हुआ तीन रुपया प्रति लिटर सस्ता
माना जा रहा है कि चुनावों से पहले यह आम आदमी को सरकार का तोहफ़ा है।
इस कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 63.09 रु प्रति लिटर, मुंबई में पेट्रोल 69.73 रु प्रति लिटर, कोलकाता में पेट्रोल 70.35 रु प्रति लिटर और चेन्नई में पेट्रोल 65.90 रु प्रति लिटर हो गया है।
षिक्षा बिना किसी समाज का विकास संभव नही - जाटव
नवकार बाल विधा मंदिर की प्रतिभाओ का हुआ सम्मान
षिक्षा बिना किसी समाज का विकास संभव नही - जाटव
बाड़मेर। मंगलवार की रोज स्थानीय नवकार बाल विधा मंदिर में प्रतिभावान छात्र-छात्राओ का पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व पार्षद छगनलाल जाटव ने कहा कि षिक्षा बिना किसी भी समाज का विकास संभव नही है। इसलिए आप सभी विधार्थी सच्ची लग्न के साथ मेहनत कर आगे बढें। और अपना व समाज का नाम रोषन करें। उन्होंने कहा कि जिन विधार्थीयों का सम्मान हुआ हैं। वे और आगे अच्छी मेहनत कर आगे बढने का प्रयास जारी रखें। और जिन छात्र-छात्राओ ने कम अंक प्राप्त किऐ है, वे अधिक मेहनत कर प्रथम स्थान पर आने का प्रयास करें।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करतें हुए उमर फारूख गौरी ने कहा कि विधार्थी एक लक्ष्य निर्धारित चले। और उस लक्ष्य को पाने के लिए कठोर परिश्रम करें। ताकि उन्हें सफलता मिल सकें। इस अवसर पर विधालय के प्रधानाध्यापक दिनेष खत्री ने विधालय के सत्र 2012-13 का परीक्षा परिणाम शत प्रतिषत रहने पर सभी को बधार्इ देते हुए विधार्थीयो को इसी तरह आगे भी परिश्रम करते रहने की बात कही।
वहीं इससे पूर्व अतिथियों द्वारा प्रतिभावान विधार्थीयो को स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर विधालय विकास समिति अध्यक्ष सुरेष जाटोल, सपना चौहान, टीकमाराम, गणेषाराम, दुर्गा, धमेन्द्र फुलवारिया सहित कर्इ गणमान्य लोग उपसिथत थें।
नि:षुल्क प्रवेष प्रारम्भ -
नवकार षिक्षण समिति बाड़मेर द्वारा संचालित नवकार बाल विधा मंदिर हमीरपुरा बाड़मेर में आर टी र्इ के तहत नि:षुल्क प्रवेष राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सीटो पर कक्षा प्रवेषिका से दिये जायेगें। इस संबंध में विधालय के प्रधानाध्यापक दिनेष खत्री ने बताया कि आर टी र्इ के तहत नि:षुल्क प्रवेष प्रकिया 1 मर्इ से 16 जुलार्इ तक रहेगी जिनमे 25 प्रतिषत विधार्थीयो को प्रवेषिका में अनिवार्य एवं नि:षुल्क षिक्षा अधिनियम के तहत आर्थिक दृषिट से पिछड़े कमजोर परिवारो, एस सी, एस टी अन्य वर्गो से पिछड़े छात्रो को प्रवेष दिया जायेगा नियमानुसार अधिक छात्रो के होने पर 16 जुलार्इ लाटरी प्रकिया से चयन किया जायेगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करतें हुए उमर फारूख गौरी ने कहा कि विधार्थी एक लक्ष्य निर्धारित चले। और उस लक्ष्य को पाने के लिए कठोर परिश्रम करें। ताकि उन्हें सफलता मिल सकें। इस अवसर पर विधालय के प्रधानाध्यापक दिनेष खत्री ने विधालय के सत्र 2012-13 का परीक्षा परिणाम शत प्रतिषत रहने पर सभी को बधार्इ देते हुए विधार्थीयो को इसी तरह आगे भी परिश्रम करते रहने की बात कही।
वहीं इससे पूर्व अतिथियों द्वारा प्रतिभावान विधार्थीयो को स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर विधालय विकास समिति अध्यक्ष सुरेष जाटोल, सपना चौहान, टीकमाराम, गणेषाराम, दुर्गा, धमेन्द्र फुलवारिया सहित कर्इ गणमान्य लोग उपसिथत थें।
नि:षुल्क प्रवेष प्रारम्भ -
नवकार षिक्षण समिति बाड़मेर द्वारा संचालित नवकार बाल विधा मंदिर हमीरपुरा बाड़मेर में आर टी र्इ के तहत नि:षुल्क प्रवेष राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सीटो पर कक्षा प्रवेषिका से दिये जायेगें। इस संबंध में विधालय के प्रधानाध्यापक दिनेष खत्री ने बताया कि आर टी र्इ के तहत नि:षुल्क प्रवेष प्रकिया 1 मर्इ से 16 जुलार्इ तक रहेगी जिनमे 25 प्रतिषत विधार्थीयो को प्रवेषिका में अनिवार्य एवं नि:षुल्क षिक्षा अधिनियम के तहत आर्थिक दृषिट से पिछड़े कमजोर परिवारो, एस सी, एस टी अन्य वर्गो से पिछड़े छात्रो को प्रवेष दिया जायेगा नियमानुसार अधिक छात्रो के होने पर 16 जुलार्इ लाटरी प्रकिया से चयन किया जायेगा।
अब पानी की शिकायतों का होगा तुरंत निपटारा
अब पानी की शिकायतों का होगा तुरंत निपटारा
जलदाय विभाग ने स्थापित किये कंट्रोल रूम , सुबह आठ से रात्रि नो बजे तक रहेंगे खुले
बाड़मेर , रेतीले बाड़मेर में गर्मियों का मोसम पानी से सम्बंधित समस्याओ में इजाफा करने का काम करता है और इन समस्याओ के वक्त पर जलदाय विभाग तक नही पहुचने के चलते आम जनता को राहत पहुचने में काफी वक़्त लग जाता है लेकिन अब इस तरह की समस्याओ पर जलदाय विभाग तवरित कार्यवाही करता नजर आएगा . बाड़मेर में जलदाय विभाग ने आम जनता की पानी से जुडी समस्याओ के तवरित निपटारे के लिए एक कंट्रोल रूम की स्थापना की है . सुबह आठ बजे से रति में नो बजे तक काम करने वाले इस कंट्रोल रूम में जनता की न केवल समस्याओ को नोट किया जायेगा बल्कि उनके निस्तारण के लिए भी सम्बंधित अधिकारी को सूचित कर दिया जायेग . जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिक्षण अभियंता वर्त बाड़मेर ओ पी व्यास ने बताया कि गर्मियों के मोसम में विभ्हीं संचार पत्रों और एनी माध्यमो से आने वाली जलदाय विभाग की शिकायतों , पेयजल परिवहन , मुख्य फिदारो पर विधित आपूर्ति , बंद नलकूपों की सुचना की समस्त प्रकार की जानकारी के लिए जिला खण्ड उत्तर बाड़मेर में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है . इस कंट्रोल रूम के नंबर 02982-220612 रहेंगे . इस कंट्रोल रूम के परभारी सहायक अभियंता बाड़मेर सुखराम दास सोनी को बनया गया है साथ ही इनके स्त ह साथ प्रेम सिंह , मुकेश पंवार और प्रेम सिंह ग्रामीण उअप्खन्द को भी इस कंट्रोल रूम में सेवाए देने के आदेश जारी किये गए है . व्यास ने बताया कि कंट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों को ये कर्मचारी पहले नोट करेंगे फिर इस शिकायतों को समस्त खंडीय अधिकारियो को प्रतिदिन सुबह दस बजे इसकी रिपोर्ट देंगे . यह कंट्रोल रूम गर्मी के पुरे मोसम में काम करता रहेगा .
जलदाय विभाग ने स्थापित किये कंट्रोल रूम , सुबह आठ से रात्रि नो बजे तक रहेंगे खुले
बाड़मेर , रेतीले बाड़मेर में गर्मियों का मोसम पानी से सम्बंधित समस्याओ में इजाफा करने का काम करता है और इन समस्याओ के वक्त पर जलदाय विभाग तक नही पहुचने के चलते आम जनता को राहत पहुचने में काफी वक़्त लग जाता है लेकिन अब इस तरह की समस्याओ पर जलदाय विभाग तवरित कार्यवाही करता नजर आएगा . बाड़मेर में जलदाय विभाग ने आम जनता की पानी से जुडी समस्याओ के तवरित निपटारे के लिए एक कंट्रोल रूम की स्थापना की है . सुबह आठ बजे से रति में नो बजे तक काम करने वाले इस कंट्रोल रूम में जनता की न केवल समस्याओ को नोट किया जायेगा बल्कि उनके निस्तारण के लिए भी सम्बंधित अधिकारी को सूचित कर दिया जायेग . जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिक्षण अभियंता वर्त बाड़मेर ओ पी व्यास ने बताया कि गर्मियों के मोसम में विभ्हीं संचार पत्रों और एनी माध्यमो से आने वाली जलदाय विभाग की शिकायतों , पेयजल परिवहन , मुख्य फिदारो पर विधित आपूर्ति , बंद नलकूपों की सुचना की समस्त प्रकार की जानकारी के लिए जिला खण्ड उत्तर बाड़मेर में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है . इस कंट्रोल रूम के नंबर 02982-220612 रहेंगे . इस कंट्रोल रूम के परभारी सहायक अभियंता बाड़मेर सुखराम दास सोनी को बनया गया है साथ ही इनके स्त ह साथ प्रेम सिंह , मुकेश पंवार और प्रेम सिंह ग्रामीण उअप्खन्द को भी इस कंट्रोल रूम में सेवाए देने के आदेश जारी किये गए है . व्यास ने बताया कि कंट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों को ये कर्मचारी पहले नोट करेंगे फिर इस शिकायतों को समस्त खंडीय अधिकारियो को प्रतिदिन सुबह दस बजे इसकी रिपोर्ट देंगे . यह कंट्रोल रूम गर्मी के पुरे मोसम में काम करता रहेगा .
बाड़मेर में फिर हुआ नाबालिग के साथ गेंग रेप
बाड़मेर में फिर हुआ नाबालिग के साथ गेंग रेप
बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर में गेंग रेप की घटाने रुकने का नाम नहीं ले रही तीन दिनों में दूसरी गेंग रेप की घटना सामने आई जिले के बालोतरा उपखंड के पचपदरा थाना क्षेत्र के गुग्ड़ी गाँव में 1 7 वर्षीय लड़की के साथ तीन लोगो द्वारा सामूहिकरूप से योन शोषण व् दुष्कर्म का मामला सामने आया !पीड़ित लड़की के चाचा ने ने पचपदरा थाना में मामला दर्ज करवाया की मनोहरसिंह राजपूत, किशनाराम भील ,एक अन्य तीन माह से लड़की का यों शोषण कर रहे हे और 2 3 अप्रेल को तीन लोगो पर आधी रात को घर में घुस कर लड़की के मुह में कपडा ठूस कर के साथ सामूहिक बलात्कार किया बाद में लड़की के चिल्लाने पर घर में सोये माँ बाप जग गए तब आरोपी वह से फरार हो गए परिजनों नेआज पचपदरा ठाणे में मामला दर्ज करवाया जिस पर पुलिस ने लड़की का मेडिकल करवा जाँच प्रारम्भ की
बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर में गेंग रेप की घटाने रुकने का नाम नहीं ले रही तीन दिनों में दूसरी गेंग रेप की घटना सामने आई जिले के बालोतरा उपखंड के पचपदरा थाना क्षेत्र के गुग्ड़ी गाँव में 1 7 वर्षीय लड़की के साथ तीन लोगो द्वारा सामूहिकरूप से योन शोषण व् दुष्कर्म का मामला सामने आया !पीड़ित लड़की के चाचा ने ने पचपदरा थाना में मामला दर्ज करवाया की मनोहरसिंह राजपूत, किशनाराम भील ,एक अन्य तीन माह से लड़की का यों शोषण कर रहे हे और 2 3 अप्रेल को तीन लोगो पर आधी रात को घर में घुस कर लड़की के मुह में कपडा ठूस कर के साथ सामूहिक बलात्कार किया बाद में लड़की के चिल्लाने पर घर में सोये माँ बाप जग गए तब आरोपी वह से फरार हो गए परिजनों नेआज पचपदरा ठाणे में मामला दर्ज करवाया जिस पर पुलिस ने लड़की का मेडिकल करवा जाँच प्रारम्भ की
शादी पार्टी में 6 साल की मासूम से दुष्कर्म
शादी पार्टी में 6 साल की मासूम से दुष्कर्म
जयपुर। करौली के मासलपुरा थाना इलाके के गांव शकलूपुरा में सोमवार रात शादी समारोह के दौरान एक 6 साल की मासूम को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। पीडिता को घायलावस्था में इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस फरार आरोपी करौली के गांव सौर्या निवासी हरदयाल(25) की तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार गादौली(मासलपुर) निवासी छह साल की बालिका अपने परिजनों के साथ सोमवार को शादी समारोह में शामिल होने के लिए शकलूपुरा गांव आई थी।
उधर,बांदीकुई में अन्य दुष्कर्म धरा
करीब 17 दिन पूर्व ईट के भट्टे पर काम करने वाली नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाने एवं दुष्कर्म के मामले में आरोपी को बांदीकुई पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पीडिता की उम्र करीब सोलह वर्ष है तथा वह बांदीकुई क्षेत्र के कोटवालों का बास में ईट के भट्टे पर काम करती है। वहीं भटट्े पर काम करने वाला युवक प्रकाश निवासी वजीहपुर 13 अप्रैल को लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गया तथा उससे दुष्कर्म किया।
जयपुर। करौली के मासलपुरा थाना इलाके के गांव शकलूपुरा में सोमवार रात शादी समारोह के दौरान एक 6 साल की मासूम को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। पीडिता को घायलावस्था में इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस फरार आरोपी करौली के गांव सौर्या निवासी हरदयाल(25) की तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार गादौली(मासलपुर) निवासी छह साल की बालिका अपने परिजनों के साथ सोमवार को शादी समारोह में शामिल होने के लिए शकलूपुरा गांव आई थी।
उधर,बांदीकुई में अन्य दुष्कर्म धरा
करीब 17 दिन पूर्व ईट के भट्टे पर काम करने वाली नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाने एवं दुष्कर्म के मामले में आरोपी को बांदीकुई पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पीडिता की उम्र करीब सोलह वर्ष है तथा वह बांदीकुई क्षेत्र के कोटवालों का बास में ईट के भट्टे पर काम करती है। वहीं भटट्े पर काम करने वाला युवक प्रकाश निवासी वजीहपुर 13 अप्रैल को लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गया तथा उससे दुष्कर्म किया।
सिख दंगा मामले में सज्जन कुमार बरी
सिख दंगा मामले में सज्जन कुमार बरी
नई दिल्ली। एक विशेष सीबीआई कोर्ट ने 1984 के सिख दंगा मामले में कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। सज्जन कुमार पर पांच लोगों की हत्या का आरोप था। इस मामले में बाकी पांच आरोपियों को दोषी करार दिया गया।
सज्जन कुमार व पांच लोगों पर दो नवंबर 1984 को दिल्ली के कैंटोनमेंट क्षेत्र में
सिखों पर हमले के लिए भीड़ को भड़काने का आरोप था। इस दंगे में पांच लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली से कांग्रेसी सांसद सज्जन कुमार के खिलाफ तीन मामलों में से यह एक था। दंगों में भूमिका को लेकर जिन अन्य लोगों पर मामला चल रहा है वे हैं - बलवान खोखर,किशन खोखर,महेंद्र यादव,गिरधारी लाल व कप्तान भागमल।
नानावटी आयोग के सिफारिश पर सज्जन के खिलाफ 2005 में मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई ने सज्जन व अन्य आरोपियों के खिलाफ 2010 में दो चार्जशीट दायर की थीं।
नई दिल्ली। एक विशेष सीबीआई कोर्ट ने 1984 के सिख दंगा मामले में कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। सज्जन कुमार पर पांच लोगों की हत्या का आरोप था। इस मामले में बाकी पांच आरोपियों को दोषी करार दिया गया।
सज्जन कुमार व पांच लोगों पर दो नवंबर 1984 को दिल्ली के कैंटोनमेंट क्षेत्र में
सिखों पर हमले के लिए भीड़ को भड़काने का आरोप था। इस दंगे में पांच लोगों की मौत हो गई थी। दिल्ली से कांग्रेसी सांसद सज्जन कुमार के खिलाफ तीन मामलों में से यह एक था। दंगों में भूमिका को लेकर जिन अन्य लोगों पर मामला चल रहा है वे हैं - बलवान खोखर,किशन खोखर,महेंद्र यादव,गिरधारी लाल व कप्तान भागमल।
नानावटी आयोग के सिफारिश पर सज्जन के खिलाफ 2005 में मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई ने सज्जन व अन्य आरोपियों के खिलाफ 2010 में दो चार्जशीट दायर की थीं।
लालू की रैली में चैता और कव्वाली
लालू की रैली में चैता और कव्वाली
पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों में कथित दरार के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 15 मई को पटना के गांधी मैदान में परिवर्तन रैली के माध्यम से न केवल अपनी ताकत दिखाएगी, बल्कि 1990 के दशक की राजद की रैलियों की झलक भी इसमें देखने को मिलेगी। रैली में आने वालों के मनोरंजन के लिए चैता गीत और कव्वाली का आयोजन किया जा रहा है।
राजद के एक नेता के अनुसार, रैली में भाग लेने के लिए लोग 14 मई से ही पटना पहुंचने लगेंगे। उनका मानना है कि यह रैली बिहार में अब तक हुई सभी रैलियों से न केवल बड़ी होगी, बल्कि वर्तमान सरकार की उसी दिन से उल्टी गिनती भी शुरू हो जएगी।
राजद के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल यादव के अनुसार, परिवर्तन रैली में 10 लाख से ज्यादा लोगों के भाग लेने की संभावना है। रैली में भाग लेने वालों के ठहरने के लिए विधायक आवास के अतिरिक्त संजय गांधी स्टेडियम, गांधी मैदान के अंदर के फुटपाथ और गंगा के तट पर व्यवस्था की गई है।
रैली में आने वाले लोगों के मनोरंजन के लिए कई स्थानों पर चैता गीत के आयोजन किए जाएंगे तो लोगों के मनोरंजन के लिए कहीं छोटू छलिया, खेसारी लाल यादव तो कहीं बादल बबाली के गीत व संगीत कार्यक्रम का भी प्रबंध होगा। कुछ स्थानों पर कव्वाली का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए लखनऊ से खास कव्वालों को बुलाया गया है।
यादव का कहना है कि पिछले कई महीने से लालू प्रसाद खुद राज्य के कई इलाकों में परिवर्तन यात्रा के दौरान लोगों को रैली में आने का न्यौता दे रहे हैं। उधर, राजद के मुख्य सचेतक सम्राट चौधरी का कहना है कि राज्य के सभी क्षेत्रों में राजद के कायकर्ता घूम-घूमकर लोगों से इस सरकार से मुक्ति के लिए परिवर्तन रैली में भाग लेने की अपील कर रहे हैं। लालू के बेटे तेजस्वी यादव भी परिवर्तन रैली को सफल बनाने के लिए जगह-जगह दौरा कर लोगों को रैली में आने का न्यौता दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दो मई को पार्टी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें रैली की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। बैठक में राज्य के सभी जिलाध्यक्षों को भी बुलाया गया है, ताकि यह तय किया जा सके किन लोगों को कहां ठहराया जाएगा और उनके खाने-पीने की कहां और क्या व्यवस्था होगी?
पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों में कथित दरार के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 15 मई को पटना के गांधी मैदान में परिवर्तन रैली के माध्यम से न केवल अपनी ताकत दिखाएगी, बल्कि 1990 के दशक की राजद की रैलियों की झलक भी इसमें देखने को मिलेगी। रैली में आने वालों के मनोरंजन के लिए चैता गीत और कव्वाली का आयोजन किया जा रहा है।
राजद के एक नेता के अनुसार, रैली में भाग लेने के लिए लोग 14 मई से ही पटना पहुंचने लगेंगे। उनका मानना है कि यह रैली बिहार में अब तक हुई सभी रैलियों से न केवल बड़ी होगी, बल्कि वर्तमान सरकार की उसी दिन से उल्टी गिनती भी शुरू हो जएगी।
राजद के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल यादव के अनुसार, परिवर्तन रैली में 10 लाख से ज्यादा लोगों के भाग लेने की संभावना है। रैली में भाग लेने वालों के ठहरने के लिए विधायक आवास के अतिरिक्त संजय गांधी स्टेडियम, गांधी मैदान के अंदर के फुटपाथ और गंगा के तट पर व्यवस्था की गई है।
रैली में आने वाले लोगों के मनोरंजन के लिए कई स्थानों पर चैता गीत के आयोजन किए जाएंगे तो लोगों के मनोरंजन के लिए कहीं छोटू छलिया, खेसारी लाल यादव तो कहीं बादल बबाली के गीत व संगीत कार्यक्रम का भी प्रबंध होगा। कुछ स्थानों पर कव्वाली का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए लखनऊ से खास कव्वालों को बुलाया गया है।
यादव का कहना है कि पिछले कई महीने से लालू प्रसाद खुद राज्य के कई इलाकों में परिवर्तन यात्रा के दौरान लोगों को रैली में आने का न्यौता दे रहे हैं। उधर, राजद के मुख्य सचेतक सम्राट चौधरी का कहना है कि राज्य के सभी क्षेत्रों में राजद के कायकर्ता घूम-घूमकर लोगों से इस सरकार से मुक्ति के लिए परिवर्तन रैली में भाग लेने की अपील कर रहे हैं। लालू के बेटे तेजस्वी यादव भी परिवर्तन रैली को सफल बनाने के लिए जगह-जगह दौरा कर लोगों को रैली में आने का न्यौता दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दो मई को पार्टी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें रैली की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। बैठक में राज्य के सभी जिलाध्यक्षों को भी बुलाया गया है, ताकि यह तय किया जा सके किन लोगों को कहां ठहराया जाएगा और उनके खाने-पीने की कहां और क्या व्यवस्था होगी?
पकड़ा गया सरकार,सीबीआई का झूठ
पकड़ा गया सरकार,सीबीआई का झूठ
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सीबीआई को राजनीतिक चंगुल से छुड़ाना है। यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट ने कोयला घोटाले पर सीबीआई की ओर से दाखिल किए गए हलफनामे पर सुनवाई करते हुए की। कोर्ट ने यह व्यवस्था भी दी है कि सीबीआई के सभी लंबित मामलों की निगरानी सीवीसी करे।
इतना बड़ा विश्वासघात किया
शीर्ष कोर्ट ने कहा कि रिपोर्ट साझा करने से पूरी प्रक्रिया पर असर पड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के वकील से पूछा,इस जांच रिपोर्ट को सरकार के साथ साझा करने के बारे में कोर्ट को अंधेरे में क्यों रखा गया। कोर्ट ने कहा कि हलफनामे में परेशान करने वाली बात है। यह इतना बड़ा विश्वासघात है जिसने पूरी नींव का हिला कर रख दिया है। सीबीआई को राजनीतिक आकाओं से सलाह लेने की जरूरत नहीं है। हमारी प्राथमिकता सीबीआई को राजनीतिक दखल से मुक्त रखना है।
सोमवार तक जवाब दे सीबीआई
सुप्रीमकोर्ट ने सीबीआई के कामकाज के रवैये पर भी अंगुली उठाई और उससे सोमवार तक इस बात का जवाब मांगा है कि स्टेटस रिपोर्ट में क्या क्या बदलाव हुए और ये बदलाव किसके कहने से हुए। जब बदलाव हुए तब मिटिंग में कौन-कौन मौजूद थे। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को यह सुनिश्चित करने को कहा था कि स्टेट्ट रिपोर्ट राजनीतिक नेतृत्व को नहीं दिखाई जाएगी।
हलफनामे में बदलाव से किरकिरी
सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने हलफनामे में कहा था कि कोयला घोटाले पर बनी स्टेट्स रिपोर्ट को कानून मंत्री अश्विनी कुमार,प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कोयला मंत्रालय के संयुक्त सचिव को दिखाई गई थी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया था कि रिपोर्ट में बदलाव किए गए थे या नहीं। एक समाचार पत्र का दावा है कि रिपोर्ट में 20 फीसदी बदलाव किए गए थे। कोर्ट की कानून मंत्री,प्रधानमंत्री कार्यालय और कोयला मंत्रालय की भूमिका को लेकर कड़ी टिप्पणी से यूपीए सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है।
सरकार में हलचल,बचाव में उतरे मंत्री
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद सरकार में हलचल मची है और मंत्री अहमद पटेल प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे हैं। उधर,केन्द्रीय मंत्री जगदम्बिका पाल ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि कोरट की टिप्पणी और फैसले में अंतर होता है। यह कोर्ई निर्णय नहीं है। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने भी कहा कि टिप्पणी को फैसला कहना गलत होगा। जब भी फैसला आएगा हम उसका सम्मान करेंगे।
नया हलफनामा दायर करेंगे:सिन्हा
सुप्रीमकोर्ट की सख्त टिप्पणी से सवालों के घेरे में आई सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने कहा कि एजेंसी कोर्ट की व्यवस्था का स्वागत करती है। हम कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे और तय समय में नया हलफनामा दायर करेंगे।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सीबीआई को राजनीतिक चंगुल से छुड़ाना है। यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट ने कोयला घोटाले पर सीबीआई की ओर से दाखिल किए गए हलफनामे पर सुनवाई करते हुए की। कोर्ट ने यह व्यवस्था भी दी है कि सीबीआई के सभी लंबित मामलों की निगरानी सीवीसी करे।
इतना बड़ा विश्वासघात किया
शीर्ष कोर्ट ने कहा कि रिपोर्ट साझा करने से पूरी प्रक्रिया पर असर पड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के वकील से पूछा,इस जांच रिपोर्ट को सरकार के साथ साझा करने के बारे में कोर्ट को अंधेरे में क्यों रखा गया। कोर्ट ने कहा कि हलफनामे में परेशान करने वाली बात है। यह इतना बड़ा विश्वासघात है जिसने पूरी नींव का हिला कर रख दिया है। सीबीआई को राजनीतिक आकाओं से सलाह लेने की जरूरत नहीं है। हमारी प्राथमिकता सीबीआई को राजनीतिक दखल से मुक्त रखना है।
सोमवार तक जवाब दे सीबीआई
सुप्रीमकोर्ट ने सीबीआई के कामकाज के रवैये पर भी अंगुली उठाई और उससे सोमवार तक इस बात का जवाब मांगा है कि स्टेटस रिपोर्ट में क्या क्या बदलाव हुए और ये बदलाव किसके कहने से हुए। जब बदलाव हुए तब मिटिंग में कौन-कौन मौजूद थे। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को यह सुनिश्चित करने को कहा था कि स्टेट्ट रिपोर्ट राजनीतिक नेतृत्व को नहीं दिखाई जाएगी।
हलफनामे में बदलाव से किरकिरी
सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने हलफनामे में कहा था कि कोयला घोटाले पर बनी स्टेट्स रिपोर्ट को कानून मंत्री अश्विनी कुमार,प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कोयला मंत्रालय के संयुक्त सचिव को दिखाई गई थी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया था कि रिपोर्ट में बदलाव किए गए थे या नहीं। एक समाचार पत्र का दावा है कि रिपोर्ट में 20 फीसदी बदलाव किए गए थे। कोर्ट की कानून मंत्री,प्रधानमंत्री कार्यालय और कोयला मंत्रालय की भूमिका को लेकर कड़ी टिप्पणी से यूपीए सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है।
सरकार में हलचल,बचाव में उतरे मंत्री
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद सरकार में हलचल मची है और मंत्री अहमद पटेल प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे हैं। उधर,केन्द्रीय मंत्री जगदम्बिका पाल ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि कोरट की टिप्पणी और फैसले में अंतर होता है। यह कोर्ई निर्णय नहीं है। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने भी कहा कि टिप्पणी को फैसला कहना गलत होगा। जब भी फैसला आएगा हम उसका सम्मान करेंगे।
नया हलफनामा दायर करेंगे:सिन्हा
सुप्रीमकोर्ट की सख्त टिप्पणी से सवालों के घेरे में आई सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने कहा कि एजेंसी कोर्ट की व्यवस्था का स्वागत करती है। हम कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे और तय समय में नया हलफनामा दायर करेंगे।
दो युवतियों से रेप,एक हुई प्रेगनेंट
दो युवतियों से रेप,एक हुई प्रेगनेंट
इंदौर। इंदौर शहर के दो थाना क्षेत्र में शादी का झांसा देकर लंबे समय तक दो युवतियों का देह शोषण करने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। इसमें से एक युवती गर्भवती हो गई है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पलासिया थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती ने शिकायत दर्ज कराई कि एलआईजी कॉलोनी में रहने वाला सुनील सोलंकी ने उससे प्रेम संबंध बनाने के बाद शादी करने का वादा करते हुए देह शोषण करता रहा। इस दौरान आरोपी युवती से 50 हजार रूपए नगद और सोने के जेवर भी ले लिए।
युवती के अनुसार आरोपी सुनील की बहन उसकी सहेली थी और उसका भाई सुनील और वह एक निजी कंपनी में काम करते थे। इसी दौरान दोनों में प्रेम संबंध हो गए। युवती क ो शादी करने का झांसा देने के दौरान आरोपी सुनील ने दूसरी युवती से विवाह कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
इसी प्रकार एक अन्य मामले में 23 वर्षीय युवती ने मारूतिनगर में रहने वाले सौरभ शुक्ला के खिलाफ भी शादी करने का झांसा देकर दुष्कर्म करने की शिकायत दर्ज कराई है। युवती भंवरकुआं थाना क्षेत्र के एक होस्टल मे रहती है और उसके सौरभ से प्रेम संबंध हो गए थे।
सौरभ युवती को शादी करने का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। जिससे युवती गर्भवती हो गई। इस दौरान सौरभ ने ग्वालियर में दूसरी युवती से शादी कर ली। महिला पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
इंदौर। इंदौर शहर के दो थाना क्षेत्र में शादी का झांसा देकर लंबे समय तक दो युवतियों का देह शोषण करने वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। इसमें से एक युवती गर्भवती हो गई है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पलासिया थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती ने शिकायत दर्ज कराई कि एलआईजी कॉलोनी में रहने वाला सुनील सोलंकी ने उससे प्रेम संबंध बनाने के बाद शादी करने का वादा करते हुए देह शोषण करता रहा। इस दौरान आरोपी युवती से 50 हजार रूपए नगद और सोने के जेवर भी ले लिए।
युवती के अनुसार आरोपी सुनील की बहन उसकी सहेली थी और उसका भाई सुनील और वह एक निजी कंपनी में काम करते थे। इसी दौरान दोनों में प्रेम संबंध हो गए। युवती क ो शादी करने का झांसा देने के दौरान आरोपी सुनील ने दूसरी युवती से विवाह कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
इसी प्रकार एक अन्य मामले में 23 वर्षीय युवती ने मारूतिनगर में रहने वाले सौरभ शुक्ला के खिलाफ भी शादी करने का झांसा देकर दुष्कर्म करने की शिकायत दर्ज कराई है। युवती भंवरकुआं थाना क्षेत्र के एक होस्टल मे रहती है और उसके सौरभ से प्रेम संबंध हो गए थे।
सौरभ युवती को शादी करने का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। जिससे युवती गर्भवती हो गई। इस दौरान सौरभ ने ग्वालियर में दूसरी युवती से शादी कर ली। महिला पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
प्रेमिका को थप्पड़ पर आशिक ने ली जान
प्रेमिका को थप्पड़ पर आशिक ने ली जान
जयपुर। दोस्त की पत्नी से एक तरफा प्रेम करने वाले आशिक एक थप्पड़ का बदला लेने के चक्कर में हत्यारा बन बैठा। दोस्त का पत्नी को थप्पड़ मारना उसे इतना नागवार गुजरा कि उसने उसकी हत्या कर दी। राजधानी में यह वाकया बीते दिन प्रतापनगर थाना क्षेत्र का है जहां टैंक में मिला शव पुलिस के लिए पहले बन गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और वह पुलिस के सामने जुर्म कबूल चुका है।
डीसीपी (ईस्ट) श्वेता धनखड़ ने बताया कि बीते दिन जगतपुरा की अवधपुरी कॉलोनी में सूने प्लॉट के पानी के टैंक से दुर्गध आने की सूचना मिली थी। पुलिस ने टैंक से लालसोट-मंडावरी व हाल मनोहरपुरा कच्ची बस्ती निवासी छोटूलाल वाल्मीकि (28) के शव को बरामद किया। पूछताछ में पता चला कि मृतक गुरूवार रात से लापता था।
कॉल डिटेल से जुड़ी कड़ी
सबसे अंत में छोटू ने पत्नी अनीता से बात की थी। अनीता ने बताया कि गुरूवार रात छोटूलाल और उसके दोस्त सोनू ने घर में शराब पी। उससे झगड़ा कर छोटू सोनू के साथ चला गया और लौटा ही नहीं।
हरकतों ने पकड़वाया आरोपी
छोटूलाल के नहीं लौटने पर परिजनों ने सोनू से पूछताछ की। उसने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही और जवाहर सर्किल थाने में छोटू के परिजनों पर जान से मारने की धमकी का आरोप लगा लिखित शिकायत दी। इसके बाद से उसके परिजनों को सोनू पर शक हो गया। एक तरफा प्रेम करता था आरोपी। पूछताछ में सोनू ने जुर्म कबूल लिया।
ओरापी की जुबानी
सोनू ने पुलिस को बताया कि वह छोटूलाल की पत्नी अनीता से एक तरफा प्रेम करता था। छोटूलाल ने अनीता को उसके सामने ही थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद सोनू ने उसे सबक सिखाने की ठानी। सोनू उसको सूने प्लॉट में शराब पिलाने ले गया। यहां मारपीट कर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को टैंक में डालकर घर आ गया।
जयपुर। दोस्त की पत्नी से एक तरफा प्रेम करने वाले आशिक एक थप्पड़ का बदला लेने के चक्कर में हत्यारा बन बैठा। दोस्त का पत्नी को थप्पड़ मारना उसे इतना नागवार गुजरा कि उसने उसकी हत्या कर दी। राजधानी में यह वाकया बीते दिन प्रतापनगर थाना क्षेत्र का है जहां टैंक में मिला शव पुलिस के लिए पहले बन गया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और वह पुलिस के सामने जुर्म कबूल चुका है।
डीसीपी (ईस्ट) श्वेता धनखड़ ने बताया कि बीते दिन जगतपुरा की अवधपुरी कॉलोनी में सूने प्लॉट के पानी के टैंक से दुर्गध आने की सूचना मिली थी। पुलिस ने टैंक से लालसोट-मंडावरी व हाल मनोहरपुरा कच्ची बस्ती निवासी छोटूलाल वाल्मीकि (28) के शव को बरामद किया। पूछताछ में पता चला कि मृतक गुरूवार रात से लापता था।
कॉल डिटेल से जुड़ी कड़ी
सबसे अंत में छोटू ने पत्नी अनीता से बात की थी। अनीता ने बताया कि गुरूवार रात छोटूलाल और उसके दोस्त सोनू ने घर में शराब पी। उससे झगड़ा कर छोटू सोनू के साथ चला गया और लौटा ही नहीं।
हरकतों ने पकड़वाया आरोपी
छोटूलाल के नहीं लौटने पर परिजनों ने सोनू से पूछताछ की। उसने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही और जवाहर सर्किल थाने में छोटू के परिजनों पर जान से मारने की धमकी का आरोप लगा लिखित शिकायत दी। इसके बाद से उसके परिजनों को सोनू पर शक हो गया। एक तरफा प्रेम करता था आरोपी। पूछताछ में सोनू ने जुर्म कबूल लिया।
ओरापी की जुबानी
सोनू ने पुलिस को बताया कि वह छोटूलाल की पत्नी अनीता से एक तरफा प्रेम करता था। छोटूलाल ने अनीता को उसके सामने ही थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद सोनू ने उसे सबक सिखाने की ठानी। सोनू उसको सूने प्लॉट में शराब पिलाने ले गया। यहां मारपीट कर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को टैंक में डालकर घर आ गया।
बछड़ों के अवैध परिवहन पर 11 जनों के खिलाफ मामला दर्ज
बछड़ों के अवैध परिवहन पर 11 जनों के खिलाफ मामला दर्ज
बाड़मेर बाड़मेर से गुजरात ले जाए जा रहे गोउ धन को सांचोर पुलिस ने बरामद कर लिया .गोउ धन को गुजरात बुचाद्खाने ले जाया जा रहा था .पुलिस थाने में अवैध बछड़ों के परिहवन करने व गोहत्या को लेकर 11 जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार प्रार्थी भाखराराम पुत्र हीराराम जाति विश्नोई निवासी दाता ने न्यायालय में इस्तगासा दायर कर बताया की अल्फ पुत्र उमर जाति मुसलमान निवासी राधनपुर, दिलावर खां पुत्र शकूर खां मुसलमान निवासा कोटड़ा पुलिस थाना शिव, दशरथ पुत्र कालुराम ठाकुर निवासी मेनड़ गुजरात, अरबाव पुत्र आमद जाति मुसलमान निवासी देतानी जिला बाड़मेर, एलीस पुत्र साजन जाति मुसलमान निवासी राधनपुर, दिलावर खां पुत्र छोटे खां जाति मुसलमान निवासी कोटड़ा जिला बाड़मेर, शबीर पुत्र निशार अहमद मुसलमान निवासी नागलपुर, हाजी खां पुत्र आमद जाति मुसलमान निवासी देताणी जिला बाड़मेर, याकूब भाई पुत्र ब\'चु भाई मुसलमान निवासी खेरालु मेहसाणा, हाजी पुत्र इस्माइल मुसलमान निवासी खेरालु मेहसाणा व जसुबभाई पुत्र बघल भाई मुसलमान निवासी खेरालु मेहसाणा के विरुद्ध इस्तगासा दायर कर बताया कि उक्त मुलजिमों ने 18 अप्रैल की शाम अवैध तरीके से क्षमता से \'यादा बछड़ों को ट्रक में भर कर कत्ल के लिए गुजरात ले जा रहे थे। जिसपर गोभक्तों की सूचना पर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर बछड़ों को गोलासन स्थित गोशाला को सुपुर्द किया, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच आरंभ की।
बाड़मेर बाड़मेर से गुजरात ले जाए जा रहे गोउ धन को सांचोर पुलिस ने बरामद कर लिया .गोउ धन को गुजरात बुचाद्खाने ले जाया जा रहा था .पुलिस थाने में अवैध बछड़ों के परिहवन करने व गोहत्या को लेकर 11 जनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार प्रार्थी भाखराराम पुत्र हीराराम जाति विश्नोई निवासी दाता ने न्यायालय में इस्तगासा दायर कर बताया की अल्फ पुत्र उमर जाति मुसलमान निवासी राधनपुर, दिलावर खां पुत्र शकूर खां मुसलमान निवासा कोटड़ा पुलिस थाना शिव, दशरथ पुत्र कालुराम ठाकुर निवासी मेनड़ गुजरात, अरबाव पुत्र आमद जाति मुसलमान निवासी देतानी जिला बाड़मेर, एलीस पुत्र साजन जाति मुसलमान निवासी राधनपुर, दिलावर खां पुत्र छोटे खां जाति मुसलमान निवासी कोटड़ा जिला बाड़मेर, शबीर पुत्र निशार अहमद मुसलमान निवासी नागलपुर, हाजी खां पुत्र आमद जाति मुसलमान निवासी देताणी जिला बाड़मेर, याकूब भाई पुत्र ब\'चु भाई मुसलमान निवासी खेरालु मेहसाणा, हाजी पुत्र इस्माइल मुसलमान निवासी खेरालु मेहसाणा व जसुबभाई पुत्र बघल भाई मुसलमान निवासी खेरालु मेहसाणा के विरुद्ध इस्तगासा दायर कर बताया कि उक्त मुलजिमों ने 18 अप्रैल की शाम अवैध तरीके से क्षमता से \'यादा बछड़ों को ट्रक में भर कर कत्ल के लिए गुजरात ले जा रहे थे। जिसपर गोभक्तों की सूचना पर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर बछड़ों को गोलासन स्थित गोशाला को सुपुर्द किया, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच आरंभ की।
मूंगचूरी की बोरियों के नीचे छिपा के रखा था 40 लाख अवैध शराब जब्त कर
बाड़मेर - लोहावट पुलिस ने सोमवार को कोलू पाबूजी के पास मेगा हाईवे पर एक ट्रक से एक हजार अवैध शराब जब्त कर तीन जनों को गिरफ्तार किया। ट्रक में नीचे शराब की पेटियां भरी थी और ऊपर मूंगचूरी की बोरियां। पुलिस ने बताया कि शराब हरियाणा निर्मित है और सांचौर ले जा रहे थे।
जब्त शराब करीब 40 लाख रुपए की है। सूचना पर फलौदी पुलिस उप अधीक्षक केसर सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे एवं ट्रक को जब्त कर आरोपी सुखराम पुत्र श्री धुडाराम निवासी नांद जाति जाट, ओमप्रकाश पुत्र श्री भंवरलाल जाति जाट निवासी बांसडाऊ, धोरीमन्ना बाड़मेर, थानाराम पुत्र श्री गोरखा राम जाति जाट निवासी नोखड़ा, गुड़ामालानी के है। यह सभी आरोपी बाड़मेर जिले के है।
जब्त शराब करीब 40 लाख रुपए की है। सूचना पर फलौदी पुलिस उप अधीक्षक केसर सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे एवं ट्रक को जब्त कर आरोपी सुखराम पुत्र श्री धुडाराम निवासी नांद जाति जाट, ओमप्रकाश पुत्र श्री भंवरलाल जाति जाट निवासी बांसडाऊ, धोरीमन्ना बाड़मेर, थानाराम पुत्र श्री गोरखा राम जाति जाट निवासी नोखड़ा, गुड़ामालानी के है। यह सभी आरोपी बाड़मेर जिले के है।
"सरबजीत को कृत्रिम रूप से जिंदा रखा गया है"
"सरबजीत को कृत्रिम रूप से जिंदा रखा गया है"
अमृतसर। सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने कहा है कि उन्हें लगता है कि सरबजीत को कृत्रिम रूप से जिंदा रखा गया है। दलबीर ने पाकिस्तान सरकार पर सरबजीत को खराब इलाज देने काआरोप लगाया।
दलबीर ने मंगलवार को एक अखबार से कहा,अगर पाकिस्तानी डाक्टर मेरे भाई को ब्रेन डैड घोषित कर देते हैं तो भी मैं उन्हें सरबजीत का वेंटिलेटर हटाने नहीं दूंगी जबतक कि भारत से डाक्टरों का एक दल यहां आकर उसकी सेहत की जांच नहीं करता। दलबीर ने कहा,लाहौर में भारतीय उच्चायोग की एक टीम ने अस्पताल जाकर सरबजीत की मेडिकल रिपोर्ट ली है।
दलबीर ने कहा,मेडिकल ट्रीटमेंट से मैं बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हूं। सरबजीत की हालत में बिल्कुल सुधार नहीं है। मुझे पूरा विश्वास है कि उसे कृत्रिम रूप से जिंदा रखा गया है। दलबीर ने कहा कि डाक्टर उन्हें सही बात नहीं बता रहे और इस बारे में उन्हें अंधरे में रखा गया है। दलबीर ने भारत सरकार से एक और भावुक अपील करते हुए कहा,मेरी सरकार को मेडिकल विशेषज्ञों का एक दल सरबजीत की देखरेख के लिए पाकिस्तान भेजना चाहिए।
दलबीर ने कहा कि वे सरबजीत के बाएं हाथ के अंगूठे पर स्याही का निशान देखकर हैरान रह गई। मुझे लगता है कि पाकिस्तान सरकार ने किसी दस्तावेज पर उसका अंगूठा लिया होगा। उल्लेखनीय है कि सरबजीत पर लहौर की कोट लखपत जेल में जानलेवा हुआ था। उस पर 26 अप्रेल को कैदियों ने हमला किया था। तभी से उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
अमृतसर। सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने कहा है कि उन्हें लगता है कि सरबजीत को कृत्रिम रूप से जिंदा रखा गया है। दलबीर ने पाकिस्तान सरकार पर सरबजीत को खराब इलाज देने काआरोप लगाया।
दलबीर ने मंगलवार को एक अखबार से कहा,अगर पाकिस्तानी डाक्टर मेरे भाई को ब्रेन डैड घोषित कर देते हैं तो भी मैं उन्हें सरबजीत का वेंटिलेटर हटाने नहीं दूंगी जबतक कि भारत से डाक्टरों का एक दल यहां आकर उसकी सेहत की जांच नहीं करता। दलबीर ने कहा,लाहौर में भारतीय उच्चायोग की एक टीम ने अस्पताल जाकर सरबजीत की मेडिकल रिपोर्ट ली है।
दलबीर ने कहा,मेडिकल ट्रीटमेंट से मैं बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हूं। सरबजीत की हालत में बिल्कुल सुधार नहीं है। मुझे पूरा विश्वास है कि उसे कृत्रिम रूप से जिंदा रखा गया है। दलबीर ने कहा कि डाक्टर उन्हें सही बात नहीं बता रहे और इस बारे में उन्हें अंधरे में रखा गया है। दलबीर ने भारत सरकार से एक और भावुक अपील करते हुए कहा,मेरी सरकार को मेडिकल विशेषज्ञों का एक दल सरबजीत की देखरेख के लिए पाकिस्तान भेजना चाहिए।
दलबीर ने कहा कि वे सरबजीत के बाएं हाथ के अंगूठे पर स्याही का निशान देखकर हैरान रह गई। मुझे लगता है कि पाकिस्तान सरकार ने किसी दस्तावेज पर उसका अंगूठा लिया होगा। उल्लेखनीय है कि सरबजीत पर लहौर की कोट लखपत जेल में जानलेवा हुआ था। उस पर 26 अप्रेल को कैदियों ने हमला किया था। तभी से उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
एकता कपूर के ऑफिस,स्टूडियो पर छापे
एकता कपूर के ऑफिस,स्टूडियो पर छापे
मुंबई। इनकम टैक्स विभाग ने मंगलवार सुबह बालाजी टेलीफिल्म्स के कार्यालय,स्टूडियो व बॉलीवुड निर्माता एकता कपूर व उनके पिता अभिनेता जितेंद्र के घर पर छापे मारे।
छापे की कार्रवाई सुबह 10 बजे शुरू हुई। छापे एकता व जितेंद्र के घरों सहित एकसाथ आठ ठिकानों पर मारे गए। सूत्रों के अनुसार 35 अधिकारी छापे की कार्रवाई कर रहे थे। इस संबंध में और जानकरी अभी नहीं मिली है।
मुंबई। इनकम टैक्स विभाग ने मंगलवार सुबह बालाजी टेलीफिल्म्स के कार्यालय,स्टूडियो व बॉलीवुड निर्माता एकता कपूर व उनके पिता अभिनेता जितेंद्र के घर पर छापे मारे।
छापे की कार्रवाई सुबह 10 बजे शुरू हुई। छापे एकता व जितेंद्र के घरों सहित एकसाथ आठ ठिकानों पर मारे गए। सूत्रों के अनुसार 35 अधिकारी छापे की कार्रवाई कर रहे थे। इस संबंध में और जानकरी अभी नहीं मिली है।
इंटरनेट से स्पर्म खरीदे,बेटी को करा प्रेगनेंट
इंटरनेट से स्पर्म खरीदे,बेटी को करा प्रेगनेंट
लंदन। एक और बच्चे का मोह एक महिला पर इस तरह चढ़ा कि उसने अपनी 14 वर्षीय बेटी को स्पर्म डोनोर इंजेक्शन से प्रेगनेंट कर दिया। यह जानकारी ब्रिटेन के एक जज ने दी। सोमवार को हाई कोर्ट के जज पीटर जैक्सन ने कहा कि मां ने बच्चे के खातिर अनैतिक और स्वार्थी रास्ता अपनाया।
ब्रिटेन में गोद लिए तीन बच्चों के साथ्ज्ञ रह रही अमरीकी मूल की तलाकशुदा महिला ने यह रास्ता इसलिए अपनाया क्योंकि उसे चौथा बच्चा गोद लेने से मना कर दिया गया था। योजना के मुताबिक महिला ने डनमार्क स्थित कंपनी से इंटरनेट के जरिए स्पर्म के इंजेक्शन खरीदे ताकि वह अपनी बड़ी बेटी को उनकी मदद से प्रेगनेंट कर सके।
जज ने बताया कि इसके महिला ने अपनी 14 वर्षीय बेटी को गर्भधारण करने के लिए दबाव डाला,जिसके लिए वह तैयार हो गई। किशोरी ने जज को दिए अपने बयान में कहा कि मां के इस सुझाव से हैरानी हुई थी,लेकिन मैंने सोचा अगर ऎसा करती हूं तो मां मुझे और ज्यादा प्यार करेगी। मेरी मां पक्के इरादों वाली महिला है और अगर उसे कुछ चाहिए तो वह यह सुनिश्चित करती है कि उसके इरादे के बीच कोई नहीं आए।
हालांकि किशोरी को पहले गर्भधारण के बाद गर्भपात हुआ था। छह और कोशिशों के बाद वह गर्भधारण कर सकी और जुलाई 2011 में उसने एक बेटे को जन्म दिया। किशोरी ने बताया कि उसकी मां कि इच्छा थी की लड़की हो।
मामला प्रकाश में किशोरी की मां के हरकतों के कारण आया। बच्चे के जन्म के बाद किशोरी बच्चे को दूध पिलाना चाहती थी,लेकिन उसकी मां इसके खिलाफ थी जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने सरकार को इसकी सूचना दे दी जिसके बाद दोनों बच्चों को शिशु गृह ले जाया गया। इसके बाद मामला अदालत पहुंचा जिसके बाद किशोरी की मां को बच्ची पर क्रूरता के आरोप में पांच साल की सजा सुनाई गई।
लंदन। एक और बच्चे का मोह एक महिला पर इस तरह चढ़ा कि उसने अपनी 14 वर्षीय बेटी को स्पर्म डोनोर इंजेक्शन से प्रेगनेंट कर दिया। यह जानकारी ब्रिटेन के एक जज ने दी। सोमवार को हाई कोर्ट के जज पीटर जैक्सन ने कहा कि मां ने बच्चे के खातिर अनैतिक और स्वार्थी रास्ता अपनाया।
ब्रिटेन में गोद लिए तीन बच्चों के साथ्ज्ञ रह रही अमरीकी मूल की तलाकशुदा महिला ने यह रास्ता इसलिए अपनाया क्योंकि उसे चौथा बच्चा गोद लेने से मना कर दिया गया था। योजना के मुताबिक महिला ने डनमार्क स्थित कंपनी से इंटरनेट के जरिए स्पर्म के इंजेक्शन खरीदे ताकि वह अपनी बड़ी बेटी को उनकी मदद से प्रेगनेंट कर सके।
जज ने बताया कि इसके महिला ने अपनी 14 वर्षीय बेटी को गर्भधारण करने के लिए दबाव डाला,जिसके लिए वह तैयार हो गई। किशोरी ने जज को दिए अपने बयान में कहा कि मां के इस सुझाव से हैरानी हुई थी,लेकिन मैंने सोचा अगर ऎसा करती हूं तो मां मुझे और ज्यादा प्यार करेगी। मेरी मां पक्के इरादों वाली महिला है और अगर उसे कुछ चाहिए तो वह यह सुनिश्चित करती है कि उसके इरादे के बीच कोई नहीं आए।
हालांकि किशोरी को पहले गर्भधारण के बाद गर्भपात हुआ था। छह और कोशिशों के बाद वह गर्भधारण कर सकी और जुलाई 2011 में उसने एक बेटे को जन्म दिया। किशोरी ने बताया कि उसकी मां कि इच्छा थी की लड़की हो।
मामला प्रकाश में किशोरी की मां के हरकतों के कारण आया। बच्चे के जन्म के बाद किशोरी बच्चे को दूध पिलाना चाहती थी,लेकिन उसकी मां इसके खिलाफ थी जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने सरकार को इसकी सूचना दे दी जिसके बाद दोनों बच्चों को शिशु गृह ले जाया गया। इसके बाद मामला अदालत पहुंचा जिसके बाद किशोरी की मां को बच्ची पर क्रूरता के आरोप में पांच साल की सजा सुनाई गई।
2 रूपए सस्ता हो सकता है पेट्रोल
2 रूपए सस्ता हो सकता है पेट्रोल
नई दिल्ली। आम आदमी को महंगाई से थोड़ी और राहत मिल सकती है। मंगलवार को पेट्रोल 2 रूपए सस्ता हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में आई गिरावट के चलते तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम में कमी कर सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम फिलहाल 99 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से चल रहे हैं।
15 अप्रेल को पेट्रोल की कीमत में 1 रूपए की कमी गई थी। यह एक महीने में तीसरी कटौती थी। पेट्रोल की कीमत में जो कटौती की गई थी उसमें स्थानीय सेल्स टैक्स और वैट शामिल नहीं था।
2 अप्रेल को पेट्रोल के दाम में 85 पैसे की कटौती की गई थी। इससे पहले 16 मार्च को पेट्रोल 2 रूपए प्रति लीटर के हिसाब से सस्ता हुआ था।
नई दिल्ली। आम आदमी को महंगाई से थोड़ी और राहत मिल सकती है। मंगलवार को पेट्रोल 2 रूपए सस्ता हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में आई गिरावट के चलते तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम में कमी कर सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम फिलहाल 99 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से चल रहे हैं।
15 अप्रेल को पेट्रोल की कीमत में 1 रूपए की कमी गई थी। यह एक महीने में तीसरी कटौती थी। पेट्रोल की कीमत में जो कटौती की गई थी उसमें स्थानीय सेल्स टैक्स और वैट शामिल नहीं था।
2 अप्रेल को पेट्रोल के दाम में 85 पैसे की कटौती की गई थी। इससे पहले 16 मार्च को पेट्रोल 2 रूपए प्रति लीटर के हिसाब से सस्ता हुआ था।
केंद्रीय मंत्री जोशी पर कसेगा शिकंजा!
केंद्रीय मंत्री जोशी पर कसेगा शिकंजा!
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आईपीएल-5 के लिए भुगतान में गड़बड़ी के मामले में केन्द्रीय मंत्री एवं राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सीपी जोशी समेत अन्य के खिलाफ प्राथमिक जांच (पीई) दर्ज करने का निर्णय किया है। भ्रष्टाचार मामलात की राजधानी स्थित विशेष अदालत ने गत 10 अप्रेल को आईपीएल सीजन-5 के लिए भुगतान में गड़बड़ी के मामले में सीपी जोशी और अन्य के खिलाफ एसीबी को जांच करने के आदेश दिए थे।
एसीबी की विधि शाखा से परीक्षण करवाने के बाद सोमवार को इस मामले में पीई दर्ज करने का निर्णय किया गया है। मंगलवार को जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच शुरू की जाएगी। राजसमंद के कांकरोली निवासी प्रेम नारायण सनाढ्य की ओर से दायर इस्तगासे पर अदालत ने एसीबी को जांच करके 22 मई तक जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। आरसीए चुनाव में गड़बड़ी को लेकर एसीबी में जोशी के खिलाफ पहले भी प्राथमिकी जांच चल रही है।
ये जांच के दायरे में
एसीबी ने जोशी समेत आरसीए के उपाध्यक्ष विवेक व्यास, सचिव के.के. शर्मा, एसएमएस स्टेडियम स्थित आरसीए कार्यालय के अधीक्षक मनीष जोशी तथा सक्षम इवेंट्स कम्पनी के मालिक सतीश गोपालन को भी जांच के दायरे मे रखा है। इस्तगासे में इन पर भी मिलीभगत कर हेराफेरी का आरोप लगाया था। सीपी जोशी समेत अन्य के खिलाफ प्राथमिक जांच का निर्णय किया गया है।
अजीत सिंह, एडीजी, एसीबी
कामों का ठेका एक ऎसी फर्म को दे दिया गया, जिसके पास खेल आयोजन का अनुभव ही नहीं है। ठेका भी दो करोड़ से ज्यादा राशि का दे दिया गया, जबकि काम एक करोड़ का भी नहीं था।
बिना निविदा दे दिया था ठेका
वर्ष 2012 में आईपीएल के आठ मैच जयपुर में हुए थे। इसके लिए आरसीए ने बिना निविदा जारी किए आयोजन की तैयारियों से संबंधित कार्य का जिम्मा सक्षम इवेंट्स कंपनी को दे दिया था। इसके बदले कम्पनी को 2 करोड़ 30 लाख का भुगतान किया गया। एसीबी के मुताबिक आरोप है कि एक करोड़ के काम के लिए 2.30 करोड़ का भुगतान किया गया। फ्लड लाइट व एयरकंडीशनर जैसे कार्यो के लिए आईपीएल के नाम पर भुगतान कर दिया, जबकि ये सुविधाएं पहले से मौजूद हैं। कैटरिंग, विद्युत व्यवस्था, वाई-फाई, पार्किग और मेंटेनेंसे जैसे काम के लिए दो-दो कम्पनियों को भुगतान कर दिया गया।
बाड़मेर शख्शियत मदन बारुपाल ...हर दिल अज़ीज़
बाड़मेर शख्शियत मदन बारुपाल ...हर दिल अज़ीज़
लेखन की दुनिया में अपना नाम
बाड़मेर बाड़मेर जिले के युवा वर्ग में कई चहरे हें जिन्होंने अपने दम पर पहचान बने .इनमे मदन बारुपाल का नाम प्रमुखता से आता हें .मदन बारुपाल को लिखने का बड़ा शौक था जिसके चलते पढाई के दौरान छोटी बड़ी पत्र पत्रिकाओ में लिखते रहते थे ,ऊर्जा टाइम्स जैसी पत्रिका में उन्होंने प्रयावरण को लेकर खूब लिखा ,बाद में उहे प्रतिभा के बल पर दैनिक भास्कर में रिपोर्टर से ब्यूरो प्रमुख तक पहुंचे .सरहदी सुरक्षा को लेकर उन्होंने खूब लिखा .सुरक्षा और बॉर्डर उनका प्रिय विषय रहा हें ,बाड़मेर के पत्रकारों में इस विषय पर उनके मुकाबले कोई नहीं हें ,प्रयावरण के उनके प्रति समर्पण को सलाम करता हूँ ,उन्होंने प्रयावरण सरंक्षण के लिए कई सायकिल यात्राए अपने साथियो के साथ की ,जिनमे बाड़मेर से मुनाबाव तक प्रयावरण जागरूकता सायकिल यात्रा यादगार बन पडी थी ,बारुपाल की प्रतिभा से समाज के लोग भी समय समय पर लाभान्वित हुए ,अभी वो महन्रेग में आई ई सी के मनेजर पद पर कार्यरत हें ,जन्हा उन्होंने कई पुसते लिखी ,दोकुमेंत्रियो का निर्देशन किया ,उनका प्रस्तुतिकरण लाजवाब हें इसी की बदौलत बाड़मेर को नरेगा में राष्ट्रीय स्तर पर सामान मिला ,उन्हें अक्सर राष्ट्रीय स्तर के सेमिनारो में आमंत्रित किया जाता हें ,अपनी प्रतिभा कदम पर अपना अलज मुकाम बनाया वही अपने दोस्तों में बेहद लोक प्रिय भी हे ,हर जरूरतमंद की मदद करना उनकी फितरत में शामिल हें .मेरे अज़ीज़ मित्रो में शुमार मदन बारुपाल की प्रतिभा का मैं पूरा सम्मान करता हूँ ,आकाशवाणी और दूरदर्शन के लिए वे काम करते हें .रडवा गाँव के रहने वाले बारुपाल जिला प्रशासन से कई बार समानित हुए .उनके उज्जवल भविष्य की कामनाए
लेखन की दुनिया में अपना नाम
बाड़मेर बाड़मेर जिले के युवा वर्ग में कई चहरे हें जिन्होंने अपने दम पर पहचान बने .इनमे मदन बारुपाल का नाम प्रमुखता से आता हें .मदन बारुपाल को लिखने का बड़ा शौक था जिसके चलते पढाई के दौरान छोटी बड़ी पत्र पत्रिकाओ में लिखते रहते थे ,ऊर्जा टाइम्स जैसी पत्रिका में उन्होंने प्रयावरण को लेकर खूब लिखा ,बाद में उहे प्रतिभा के बल पर दैनिक भास्कर में रिपोर्टर से ब्यूरो प्रमुख तक पहुंचे .सरहदी सुरक्षा को लेकर उन्होंने खूब लिखा .सुरक्षा और बॉर्डर उनका प्रिय विषय रहा हें ,बाड़मेर के पत्रकारों में इस विषय पर उनके मुकाबले कोई नहीं हें ,प्रयावरण के उनके प्रति समर्पण को सलाम करता हूँ ,उन्होंने प्रयावरण सरंक्षण के लिए कई सायकिल यात्राए अपने साथियो के साथ की ,जिनमे बाड़मेर से मुनाबाव तक प्रयावरण जागरूकता सायकिल यात्रा यादगार बन पडी थी ,बारुपाल की प्रतिभा से समाज के लोग भी समय समय पर लाभान्वित हुए ,अभी वो महन्रेग में आई ई सी के मनेजर पद पर कार्यरत हें ,जन्हा उन्होंने कई पुसते लिखी ,दोकुमेंत्रियो का निर्देशन किया ,उनका प्रस्तुतिकरण लाजवाब हें इसी की बदौलत बाड़मेर को नरेगा में राष्ट्रीय स्तर पर सामान मिला ,उन्हें अक्सर राष्ट्रीय स्तर के सेमिनारो में आमंत्रित किया जाता हें ,अपनी प्रतिभा कदम पर अपना अलज मुकाम बनाया वही अपने दोस्तों में बेहद लोक प्रिय भी हे ,हर जरूरतमंद की मदद करना उनकी फितरत में शामिल हें .मेरे अज़ीज़ मित्रो में शुमार मदन बारुपाल की प्रतिभा का मैं पूरा सम्मान करता हूँ ,आकाशवाणी और दूरदर्शन के लिए वे काम करते हें .रडवा गाँव के रहने वाले बारुपाल जिला प्रशासन से कई बार समानित हुए .उनके उज्जवल भविष्य की कामनाए
ग्वार की दूसरी फसल में गुजरात अव्वल
ग्वार की दूसरी फसल में गुजरात अव्वल
अहमदाबाद।कृषि के क्षेत्र में दस वर्ष से दो अंकों की वृद्धि दर हांसिल कर रहा गुजरात इस वर्ष ग्वार की दूसरी फसल लेने में सफल होने जा रहा है। ऎसा करने वाला ये देश का पहला राज्य होगा। वैसे राजस्थान और हरियाणा भी ऎसी ही कोशिश कर चुके हैं, लेकिन उन्हें खास सफलता हाथ नहीं लगी। गुजरात के सौराष्ट्र, उत्तर व मध्य गुजरात के करीब तीन लाख हैक्टेयर इलाके में ग्वार की दूसरी फसल की बुवाई हुई है, फसल में फलियां अच्छी आ रही हैं, जिसमें करीब 25 लाख बोरी (ढाई लाख टन) उत्पादन होने का अनुमान है।
ऎसा होने की स्थिति में दूसरी फसल के साथ गुजरात ग्वार उत्पादन में राजस्थान की बराबरी करने के साथ उसे पीछे भी छोड़ सकता है, क्योंकि इससे पहले गुजरात मुख्य खरीफ के सीजन में करीब 25 लाख बोरी ग्वार का उत्पादन कर चुका है। देश में ग्वार उत्पादन में राजस्थान ही वषोंü से अव्वल रहा है।
गत वर्ष मुख्य सीजन में राजस्थान में 50 लाख बोरी, हरियाणा में 35 लाख बोरी ग्वार का उत्पादन हुआ था और गुजरात 25 लाख बोरियों के साथ तीसरे स्थान पर था। अब मई में दोबारा आ रही ग्वार की सफल फसल में भी 25 लाख बोरी ग्वार उत्पादन का अनुमान है। ऎसे में ये राजस्थान की बराबरी कर लेगा या आगे हो जाएगा। विश्व का 80 प्रतिशत ग्वार उत्पादन भारत में होता है।
25 लाख बोरी उत्पादन का अनुमान- ग्वार के बड़े कमीशन एजेंट दलाल राजेन्द्रकुमार एंड कंपनी के शंभूभाई ने बताया कि गत वर्ष 2012 में ग्वार तीन सौ रूपए किलो (30 हजार रूपए क्विटल)तक के भाव पर बिका। जो अमूमन आठ से 15 रूपए प्रति किलो ही बिकता था। अभी अप्रेल में भी ग्वार का भाव 8 0 रूपए किलो (आठ हजार रूपए क्विटल) पर है। जून-जुलाई-12 की मुख्य फसल आई थी तो इसका 25 लाख बोरी उत्पादन हुआ था। कंपनी के ही राजूभाई ने बताया कि अब फरवरी-13 में बोई गई फसल आने वाली है, जिसमें भी 25 लाख बोरी उत्पादन का अनुमान है। देश में अन्य कहीं भी दोबारा इसकी बुवाई नहीं हुई है। सिर्फ गुजरात ही मई में ग्वार की फसल देगा, जिससे यहां के किसानों को इसके बेहतर भाव मिलेंगे। देश से ज्यादा विदेशों में इसकी मांग ज्यादा रहती है।
कम लगता है पानी
जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय के सब्जी अनुसंधान केन्द्र के अध्यक्ष डॉ.ए.वी.बारड का कहना है कि जून 2012 में कम बरसात होने व बाजार में इसके ऊंचे दाम मिलने से फरवरी-13 में अहमदाबाद से लेकर जूनागढ़ तक हाइवे के दोनों किनारों के खेतों में व पूरे सौराष्ट्र इलाके में इसकी दूसरी बार इसकी बुवाई की गई है। ये पहली बार हो रहा है। गत वर्ष कुछ क्षेत्र में प्रायोगिक स्तर पर दोबारा ग्वार की बुवाई की गई थी। इस बार इसका रकबा काफी बढ़ा है और आगामी वर्ष इसमें और वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। अन्य फसलों में जहां 7-8 दिन में पानी देने की जरूरत होती है वहीं ग्वार में 15 से 20 दिन में पानी देना होता है।
इन क्षेत्रों में आता है काम
ग्वार में 70 फीसदी पशु का चारा और 30 फीसदी गम निकलता है। गम का उपयोग सबसे ज्यादा तेल उत्पादन क्षेत्र में, विस्फोटक निर्माण में, पेपर उद्योग, कपड़ा उद्योग, मेडिसिन, खाद्य पदार्थ (आइस्क्रीम, केक, ब्रेड निर्माण) सहित पचासों वस्तुओं के निर्माण में होता है। विदेशों में इसकी मांग बहुत है।
मौसम की मार, भाव की तेजी का असर
जूनागढ़ के किसान मावजीभाई करसनभाई का कहना है मौसम की मार से गत वर्ष बाजरी, ज्वार और मूंगफली की फसल तो नष्ट हो गई। अब इसी का सहारा है, क्योंकि इसमें ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती। डीसा के एक अन्य किसान शंकरभाई पटेल का कहना ग्वार की पैदावार लागत को देखते हुए अन्य फसलों की तुलना में अच्छी है। फिर इसके दाम भी गत वर्ष अच्छे मिले थे, इस वर्ष भी ठीक हैं, लिहाजा इसकी दोबारा बुवाई की है।
अहमदाबाद।कृषि के क्षेत्र में दस वर्ष से दो अंकों की वृद्धि दर हांसिल कर रहा गुजरात इस वर्ष ग्वार की दूसरी फसल लेने में सफल होने जा रहा है। ऎसा करने वाला ये देश का पहला राज्य होगा। वैसे राजस्थान और हरियाणा भी ऎसी ही कोशिश कर चुके हैं, लेकिन उन्हें खास सफलता हाथ नहीं लगी। गुजरात के सौराष्ट्र, उत्तर व मध्य गुजरात के करीब तीन लाख हैक्टेयर इलाके में ग्वार की दूसरी फसल की बुवाई हुई है, फसल में फलियां अच्छी आ रही हैं, जिसमें करीब 25 लाख बोरी (ढाई लाख टन) उत्पादन होने का अनुमान है।
ऎसा होने की स्थिति में दूसरी फसल के साथ गुजरात ग्वार उत्पादन में राजस्थान की बराबरी करने के साथ उसे पीछे भी छोड़ सकता है, क्योंकि इससे पहले गुजरात मुख्य खरीफ के सीजन में करीब 25 लाख बोरी ग्वार का उत्पादन कर चुका है। देश में ग्वार उत्पादन में राजस्थान ही वषोंü से अव्वल रहा है।
गत वर्ष मुख्य सीजन में राजस्थान में 50 लाख बोरी, हरियाणा में 35 लाख बोरी ग्वार का उत्पादन हुआ था और गुजरात 25 लाख बोरियों के साथ तीसरे स्थान पर था। अब मई में दोबारा आ रही ग्वार की सफल फसल में भी 25 लाख बोरी ग्वार उत्पादन का अनुमान है। ऎसे में ये राजस्थान की बराबरी कर लेगा या आगे हो जाएगा। विश्व का 80 प्रतिशत ग्वार उत्पादन भारत में होता है।
25 लाख बोरी उत्पादन का अनुमान- ग्वार के बड़े कमीशन एजेंट दलाल राजेन्द्रकुमार एंड कंपनी के शंभूभाई ने बताया कि गत वर्ष 2012 में ग्वार तीन सौ रूपए किलो (30 हजार रूपए क्विटल)तक के भाव पर बिका। जो अमूमन आठ से 15 रूपए प्रति किलो ही बिकता था। अभी अप्रेल में भी ग्वार का भाव 8 0 रूपए किलो (आठ हजार रूपए क्विटल) पर है। जून-जुलाई-12 की मुख्य फसल आई थी तो इसका 25 लाख बोरी उत्पादन हुआ था। कंपनी के ही राजूभाई ने बताया कि अब फरवरी-13 में बोई गई फसल आने वाली है, जिसमें भी 25 लाख बोरी उत्पादन का अनुमान है। देश में अन्य कहीं भी दोबारा इसकी बुवाई नहीं हुई है। सिर्फ गुजरात ही मई में ग्वार की फसल देगा, जिससे यहां के किसानों को इसके बेहतर भाव मिलेंगे। देश से ज्यादा विदेशों में इसकी मांग ज्यादा रहती है।
कम लगता है पानी
जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय के सब्जी अनुसंधान केन्द्र के अध्यक्ष डॉ.ए.वी.बारड का कहना है कि जून 2012 में कम बरसात होने व बाजार में इसके ऊंचे दाम मिलने से फरवरी-13 में अहमदाबाद से लेकर जूनागढ़ तक हाइवे के दोनों किनारों के खेतों में व पूरे सौराष्ट्र इलाके में इसकी दूसरी बार इसकी बुवाई की गई है। ये पहली बार हो रहा है। गत वर्ष कुछ क्षेत्र में प्रायोगिक स्तर पर दोबारा ग्वार की बुवाई की गई थी। इस बार इसका रकबा काफी बढ़ा है और आगामी वर्ष इसमें और वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। अन्य फसलों में जहां 7-8 दिन में पानी देने की जरूरत होती है वहीं ग्वार में 15 से 20 दिन में पानी देना होता है।
इन क्षेत्रों में आता है काम
ग्वार में 70 फीसदी पशु का चारा और 30 फीसदी गम निकलता है। गम का उपयोग सबसे ज्यादा तेल उत्पादन क्षेत्र में, विस्फोटक निर्माण में, पेपर उद्योग, कपड़ा उद्योग, मेडिसिन, खाद्य पदार्थ (आइस्क्रीम, केक, ब्रेड निर्माण) सहित पचासों वस्तुओं के निर्माण में होता है। विदेशों में इसकी मांग बहुत है।
मौसम की मार, भाव की तेजी का असर
जूनागढ़ के किसान मावजीभाई करसनभाई का कहना है मौसम की मार से गत वर्ष बाजरी, ज्वार और मूंगफली की फसल तो नष्ट हो गई। अब इसी का सहारा है, क्योंकि इसमें ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती। डीसा के एक अन्य किसान शंकरभाई पटेल का कहना ग्वार की पैदावार लागत को देखते हुए अन्य फसलों की तुलना में अच्छी है। फिर इसके दाम भी गत वर्ष अच्छे मिले थे, इस वर्ष भी ठीक हैं, लिहाजा इसकी दोबारा बुवाई की है।
कार समेत अन्तरराज्यीय चोर को गिरफ्तार किया
कार समेत अन्तरराज्यीय चोर को गिरफ्तार किया
सांचौर। उपखण्ड मुख्यालय के दाता गांव की सरहद में पुलिस ने एक अन्तरराज्यीय चोर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की कार जब्त की। पुलिस के अनुसार थानाधिकारी अन्नराजसिंह राजपुरोहित को मुखबिर से सूचना मिली कि गणपतलाल विश्नोईपुर एक संदिग्ध कार लेकर सरनाऊ सरहद में लेकर घूम रहा है। जिस पर पुलिस ने दाता सरहद में नाकाबंदी की।
नाकाबंदी के दौरान सरनाऊ की तरफसे आ रही कार को रूकवाकर तलाशी ली।तलाशी के दौरान पूछताछ में कार चालक गणपतलाल विश्नोई निवासी पुर ने उक्त वाहन पड़ौसी राज्य गुजरात के भुज गांव से चुराना स्वीकार किया। पुलिस ने वाहन को जब्त कर मुलजिम गणपतलाल को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।आरोपित से पुलिस को चोरी के ओर अन्य वाहनों के राज खोलने की संभावना है।
पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
पुलिस ने पुर निवासी गणपतलाल विश्नोईको गत 9 जनवरी 2013 को रात्रि गश्त के दौरान चोरी की जीप व 16 सोलर बैटरियों के साथ गिरफ्तार किया था। उस दौरान गणपतलाल के वाहन से चार छत पंखे, प्रिन्टर व स्केनर भी जब्त किया गया था।
अन्तरराज्यीय चोर
पुर निवासी गणपतलाल अन्तराज्यीय चोर है। इससे और भी चोरी के राज खुलने की संभावना है।
-अन्नराजसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी, सांचौर
सांचौर। उपखण्ड मुख्यालय के दाता गांव की सरहद में पुलिस ने एक अन्तरराज्यीय चोर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की कार जब्त की। पुलिस के अनुसार थानाधिकारी अन्नराजसिंह राजपुरोहित को मुखबिर से सूचना मिली कि गणपतलाल विश्नोईपुर एक संदिग्ध कार लेकर सरनाऊ सरहद में लेकर घूम रहा है। जिस पर पुलिस ने दाता सरहद में नाकाबंदी की।
नाकाबंदी के दौरान सरनाऊ की तरफसे आ रही कार को रूकवाकर तलाशी ली।तलाशी के दौरान पूछताछ में कार चालक गणपतलाल विश्नोई निवासी पुर ने उक्त वाहन पड़ौसी राज्य गुजरात के भुज गांव से चुराना स्वीकार किया। पुलिस ने वाहन को जब्त कर मुलजिम गणपतलाल को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।आरोपित से पुलिस को चोरी के ओर अन्य वाहनों के राज खोलने की संभावना है।
पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
पुलिस ने पुर निवासी गणपतलाल विश्नोईको गत 9 जनवरी 2013 को रात्रि गश्त के दौरान चोरी की जीप व 16 सोलर बैटरियों के साथ गिरफ्तार किया था। उस दौरान गणपतलाल के वाहन से चार छत पंखे, प्रिन्टर व स्केनर भी जब्त किया गया था।
अन्तरराज्यीय चोर
पुर निवासी गणपतलाल अन्तराज्यीय चोर है। इससे और भी चोरी के राज खुलने की संभावना है।
-अन्नराजसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी, सांचौर
दुष्कर्म का आरोपी किशोर पकड़ा
दुष्कर्म का आरोपी किशोर पकड़ा
नावां शहर। समीपवर्ती ग्राम लूणवां के गौरवपुरा निवासी किशोरी के साथ दुष्कर्म के नाबालिग आरोपी को पुलिस ने सोमवार सुबह हिरासत में ले लिया। आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड नागौर के समक्ष पेश किया गया। बोर्ड ने आरोपी को संप्रेषण गृह भिजवा दिया। उपाधीक्षक विपिन शर्मा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा की ओर से गठित टीम ने सोमवार सुबह आरोपी को फुलेरा तहसील के ग्राम भोजपुरा से हिरासत में लिया।
आरोप है कि शनिवार दोपहर बाइक पर आए दो जने पीडिता को जबरन ग्राम लाखनपुरा ले गए। आरोपियों में शामिल किशोर ने दुष्कर्म कर पीडिता को छत से फेंक दिया था। पुलिस अपहरण में शामिल सहयोगी आरोपी की भी तलाश कर रही है। शर्मा ने बताया कि नावां थानाधिकारी राजेन्द्र बेनीवाल को आरोपी की तलाश में भेजा गया है।
आरोपी रिमांड पर
उपाधीक्षक शर्मा ने बताया कि मारोठ थानान्तर्गत ग्राम मुआना की युवती से दुष्कर्म के आरोपी दाता रामगढ़ तहसील के ग्राम चक निवासी रघुवीर मेघवाल को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को नावां न्यायालय में पेश कर किया गया, जहां से उसे न्यायालय ने दो दिन के रिमांड पर सौंप दिया। उल्लेखनीय है कि आरोपी 11 अप्रेल को ग्राम मुआना निवासी किशोरी को अपहरण करके ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
आज होंगे बयान
दुष्कर्म पीडित गौरवपुरा निवासी किशोरी व मारोठ थानान्तर्गत ग्राम मुआना निवासी किशोरी को पुलिस ने सोमवार को किशोर गृह नागौर भिजवा दिया। शर्मा ने बताया कि दोनों किशोरियों के बयान मंगलवार को मकराना न्यायालय में कराए जाएंगे।
नावां शहर। समीपवर्ती ग्राम लूणवां के गौरवपुरा निवासी किशोरी के साथ दुष्कर्म के नाबालिग आरोपी को पुलिस ने सोमवार सुबह हिरासत में ले लिया। आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड नागौर के समक्ष पेश किया गया। बोर्ड ने आरोपी को संप्रेषण गृह भिजवा दिया। उपाधीक्षक विपिन शर्मा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा की ओर से गठित टीम ने सोमवार सुबह आरोपी को फुलेरा तहसील के ग्राम भोजपुरा से हिरासत में लिया।
आरोप है कि शनिवार दोपहर बाइक पर आए दो जने पीडिता को जबरन ग्राम लाखनपुरा ले गए। आरोपियों में शामिल किशोर ने दुष्कर्म कर पीडिता को छत से फेंक दिया था। पुलिस अपहरण में शामिल सहयोगी आरोपी की भी तलाश कर रही है। शर्मा ने बताया कि नावां थानाधिकारी राजेन्द्र बेनीवाल को आरोपी की तलाश में भेजा गया है।
आरोपी रिमांड पर
उपाधीक्षक शर्मा ने बताया कि मारोठ थानान्तर्गत ग्राम मुआना की युवती से दुष्कर्म के आरोपी दाता रामगढ़ तहसील के ग्राम चक निवासी रघुवीर मेघवाल को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को नावां न्यायालय में पेश कर किया गया, जहां से उसे न्यायालय ने दो दिन के रिमांड पर सौंप दिया। उल्लेखनीय है कि आरोपी 11 अप्रेल को ग्राम मुआना निवासी किशोरी को अपहरण करके ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
आज होंगे बयान
दुष्कर्म पीडित गौरवपुरा निवासी किशोरी व मारोठ थानान्तर्गत ग्राम मुआना निवासी किशोरी को पुलिस ने सोमवार को किशोर गृह नागौर भिजवा दिया। शर्मा ने बताया कि दोनों किशोरियों के बयान मंगलवार को मकराना न्यायालय में कराए जाएंगे।
बाड़मेर दुष्कर्म का मामला दर्ज
दुष्कर्म का मामला दर्ज
बालोतरा। पचपदरा थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार थोब निवासी युवती ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि रविवार को वह जंगल से जलाऊ लकडियां एकत्रित कर लौट रही थी। रास्ते में टीकमाराम पुत्र जीवाराम निवासी बाड़मेर ने रास्ता रोककर उसके साथ दुष्कर्म किया और फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
बालोतरा। पचपदरा थाना क्षेत्र में एक युवती के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार थोब निवासी युवती ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि रविवार को वह जंगल से जलाऊ लकडियां एकत्रित कर लौट रही थी। रास्ते में टीकमाराम पुत्र जीवाराम निवासी बाड़मेर ने रास्ता रोककर उसके साथ दुष्कर्म किया और फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
क्रिकेट सट्टा पकड़ा,तीन गिरफ्तार
क्रिकेट सट्टा पकड़ा,तीन गिरफ्तार
बाड़मेर. शहर कोतवाली पुलिस ने आई पी एल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे तीन जनों को गिरफ्तार कर उनसे टी वी सेट व मोबाइल बरामद किए।
पुलिस ने बताया कि लक्ष्मीनगर स्थित उम्मेदसिंह के मकान में आई पी एल मैच पर रविवार रात सट्टेबाजी कर रहे सवाईसिंह, प्रयागसिंह व लक्ष्मणसिंह को गिरफ्तार कर उनसे एक टी वी सेट, तीन मोबाइल, नौ मोबाइल चार्जर व 2 लाख 69 हजार रूपए सट्टा लिखी डायरी बरामद की गई। सट्टा लगा रहे इनके दो साथी पुलिस की पकड़ में नहीं आए। पुलिस ने इनके खिलाफ जुआ अधिनियम में मामला दर्ज कर गिरफ्तार आरोपितों को जमानत पर रिहा किया। पुलिस ने बालोतरा व बाड़मेर में सट्टेबाजी का भण्डाफोड़ किया। बालोतरा में शनिवार को आइपीएल मैच पर आठ लाख रूपए का सट्टा लगाते हुए आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
बाड़मेर. शहर कोतवाली पुलिस ने आई पी एल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे तीन जनों को गिरफ्तार कर उनसे टी वी सेट व मोबाइल बरामद किए।
पुलिस ने बताया कि लक्ष्मीनगर स्थित उम्मेदसिंह के मकान में आई पी एल मैच पर रविवार रात सट्टेबाजी कर रहे सवाईसिंह, प्रयागसिंह व लक्ष्मणसिंह को गिरफ्तार कर उनसे एक टी वी सेट, तीन मोबाइल, नौ मोबाइल चार्जर व 2 लाख 69 हजार रूपए सट्टा लिखी डायरी बरामद की गई। सट्टा लगा रहे इनके दो साथी पुलिस की पकड़ में नहीं आए। पुलिस ने इनके खिलाफ जुआ अधिनियम में मामला दर्ज कर गिरफ्तार आरोपितों को जमानत पर रिहा किया। पुलिस ने बालोतरा व बाड़मेर में सट्टेबाजी का भण्डाफोड़ किया। बालोतरा में शनिवार को आइपीएल मैच पर आठ लाख रूपए का सट्टा लगाते हुए आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
फेरे से पहले मांगे 5 लाख,तोड़ दिया रिश्ता
फेरे से पहले मांगे 5 लाख,तोड़ दिया रिश्ता
जयपुर। शहर में सोमवार देर रात नाहरी का नाका इलाके में सर्वानंद धर्मशाला में एक विवाह समारोह के दौरान वर पक्ष की ओर से फेरों से ऎन पहले दहेज मांगने पर हंगामा हो गया। खुद दूल्हा और उसकी मां ने वधू पक्ष के सामने पहले पांच लाख रूपए की मांग रख दी।
वधू पक्ष ने ऎनवक्त पर रखी इस मांग को अस्वीकार कर दिया तो वर पक्ष झगड़े पर उतर आया। सूचना पर पहुंची पीसीआर पुलिस से भी वर पक्ष ने झगड़ा करने की कोशिश की। बाद में और पुलिस पहुंचने पर दूल्हा और उसकी मां भाग छूटे। रात करीब एक बजे वधू पक्ष की ओर से महिला थाना उत्तर में मामला दर्ज करवाया जा रहा था। इससे पहले पुलिस वधू पक्ष को पहले शास्त्री नगर, फिर संजय सर्किल लेकर गई। वहां से महिला थाना उत्तर में भेज दिया गया।
अजमेर में पुष्कर रोड पर पसंद नगर कोटड़ा निवासी मोहनदास त्रिलोकचंदानी की पुत्री उष्ाा की सगाई सात मार्च को सिंधी कॉलोनी झोटवाड़ा जयपुर निवासी गौतम सिंधी के साथ हुई थी। गौतम की सी-स्कीम में पान की दुकान है। विवाह सोमवर 29 अप्रेल को तय था। विवाह की व्यवस्थाएं वर पक्ष को ही जयपुर में करनी थी। शाम करीब साढ़े छह बजे वधू पक्ष के करीब चालीस लोग विवाह स्थल पहुंचे।
रात करीब साढ़े आठ बजे वर पक्ष ने अचानक नकद पांच लाख रूपए की मांग रख दी। वधू पक्ष ने मना किया तो उन्हें सामान सहित धर्मशाला से बाहर निकाल दिया। वधू पक्ष का आरोप है कि चार सोने की चूड़ी, तीन अंगूठी, कपड़े आदि सब पहले ही दे चुके हैं।
जयपुर। शहर में सोमवार देर रात नाहरी का नाका इलाके में सर्वानंद धर्मशाला में एक विवाह समारोह के दौरान वर पक्ष की ओर से फेरों से ऎन पहले दहेज मांगने पर हंगामा हो गया। खुद दूल्हा और उसकी मां ने वधू पक्ष के सामने पहले पांच लाख रूपए की मांग रख दी।
वधू पक्ष ने ऎनवक्त पर रखी इस मांग को अस्वीकार कर दिया तो वर पक्ष झगड़े पर उतर आया। सूचना पर पहुंची पीसीआर पुलिस से भी वर पक्ष ने झगड़ा करने की कोशिश की। बाद में और पुलिस पहुंचने पर दूल्हा और उसकी मां भाग छूटे। रात करीब एक बजे वधू पक्ष की ओर से महिला थाना उत्तर में मामला दर्ज करवाया जा रहा था। इससे पहले पुलिस वधू पक्ष को पहले शास्त्री नगर, फिर संजय सर्किल लेकर गई। वहां से महिला थाना उत्तर में भेज दिया गया।
अजमेर में पुष्कर रोड पर पसंद नगर कोटड़ा निवासी मोहनदास त्रिलोकचंदानी की पुत्री उष्ाा की सगाई सात मार्च को सिंधी कॉलोनी झोटवाड़ा जयपुर निवासी गौतम सिंधी के साथ हुई थी। गौतम की सी-स्कीम में पान की दुकान है। विवाह सोमवर 29 अप्रेल को तय था। विवाह की व्यवस्थाएं वर पक्ष को ही जयपुर में करनी थी। शाम करीब साढ़े छह बजे वधू पक्ष के करीब चालीस लोग विवाह स्थल पहुंचे।
रात करीब साढ़े आठ बजे वर पक्ष ने अचानक नकद पांच लाख रूपए की मांग रख दी। वधू पक्ष ने मना किया तो उन्हें सामान सहित धर्मशाला से बाहर निकाल दिया। वधू पक्ष का आरोप है कि चार सोने की चूड़ी, तीन अंगूठी, कपड़े आदि सब पहले ही दे चुके हैं।
फर्जी टांका प्रकरण में आठ आरोपियों के खिलाफ चालान पेश
फर्जी टांका प्रकरण में आठ आरोपियों के खिलाफ चालान पेश
अफसर, जनप्रतिनिधि व कार्मिक शामिल, शिव का मामला
बाड़मेर पंचायत समिति शिव में वर्ष 1987 88 में अकाल राहत के तहत स्वीकृत टांकों में करोड़ों के गबन के दो प्रकरणों में एसीबी ने सोमवार को विशेष न्यायाधीश सेशन न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम जोधपुर में छह आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया। जिसमें अधिकारी, जनप्रतिनिधि व कर्मचारी शामिल है।
एसीबी बाड़मेर के डीएसपी विजयसिंह ने बताया कि शिव पंचायत समिति में वर्ष 1987 88 में अकाल राहत योजना के तहत विभिन्न ग्राम पंचायतों में टांके स्वीकृत किए गए थे। इस दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से जनप्रतिनिधियों ने कागजों में टांका निर्माण दर्शाते हुए करोड़ों रुपए का गबन किया था। एसीबी की ओर से प्राथमिक जांच दर्ज करने पर आरोप प्रामाणिक पाए गए। जिस पर वर्ष 1996 में 38 टांका प्रकरण दर्ज किए गए है।
अफसर, जनप्रतिनिधि व कार्मिक शामिल, शिव का मामला
बाड़मेर पंचायत समिति शिव में वर्ष 1987 88 में अकाल राहत के तहत स्वीकृत टांकों में करोड़ों के गबन के दो प्रकरणों में एसीबी ने सोमवार को विशेष न्यायाधीश सेशन न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम जोधपुर में छह आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया। जिसमें अधिकारी, जनप्रतिनिधि व कर्मचारी शामिल है।
एसीबी बाड़मेर के डीएसपी विजयसिंह ने बताया कि शिव पंचायत समिति में वर्ष 1987 88 में अकाल राहत योजना के तहत विभिन्न ग्राम पंचायतों में टांके स्वीकृत किए गए थे। इस दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से जनप्रतिनिधियों ने कागजों में टांका निर्माण दर्शाते हुए करोड़ों रुपए का गबन किया था। एसीबी की ओर से प्राथमिक जांच दर्ज करने पर आरोप प्रामाणिक पाए गए। जिस पर वर्ष 1996 में 38 टांका प्रकरण दर्ज किए गए है।
इन आरोपियों के खिलाफ चालान पेश
प्रकरण के अनुसंधान में आरोप साबित होने पर प्रकरण संख्या 244/96 में मोहनलाल विश्नोई तत्कालीन विकास अधिकारी शिव, सीताराम तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता, गोरखाराम तत्कालीन वार्डपंच भियाड़, कबूराम पटवारी भियाड़, मुकनाराम शिक्षक भियाड़ एवं प्रकरण संख्या 287/96 में शिव के तत्कालीन विकास अधिकारी मोहनलाल, कनिष्ठ अभियंता सीताराम, कनिष्ठ अभियंता बलवंत सिंह, गौरीशंकर पटवारी गडरा, तामलोर पटवारी शंकरपुरी के खिलाफ विशेष न्यायधीश सेशन न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम जोधपुर में सोमवार को चालान पेश किया गया। इससे पूर्व भी टांका प्रकरण का चालान न्यायालय में पेश किया जा चुका है। शेष प्रकरणों के चालान पेश करने की कार्रवाई जारी है।
सोमवार, 29 अप्रैल 2013
ए.पी.एल. को नये राशनकार्ड का देना होगा 10 रुपए
जयपुर। शहर में गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल) लोगों को अब नए राशनकार्ड के लिए 10 रुपए देने होंगे। इसके लिए जिला रसद अधिकारी (शहर) श्रुति भारद्धाज ने सोमवार को आदेश जारी कर दिए है।
डीएसओ श्रुति भारद्वाज ने बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति मामले विभाग के आदेशानुसार समस्त ए.पी.एल. प्रत्येक उपभोक्ता को नए राशनकार्ड उपलब्ध कराए जाने पर 10 रुपए शुल्क देना होगा। अन्य सभी श्रेणियों को राशनकार्ड निशुल्क दिए जाएंगे। नया राशनकार्ड प्राप्त करते समय संबंधित नागरिक सुरक्षा वार्डन को राशनकार्ड के शुल्क के रूप में 10 रुपए देना होगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में चरणबद्ध तरीके से नागरिक सुरक्षा डिवीजन संख्या एक के समस्त क्षेत्र आमेर, रामगढ़ मोड, जलमहल, बासबदनपुरा, ईदगाह, जयसिंहपुरा खोर, ब्रह्मपुरी, गोविंदनगर पूर्व व पश्चिम, कागदीवाड़ा, दशहरा कोठी, नाई की थड़ी सहित अन्य क्षेत्रों में नए राशनकार्ड का वितरण किया जा रहा है। अगले चरण में वार्ड दो में राशनकार्ड का वितरण होगा।
मुंबई को मिला पहला शरीयत कोर्ट
मुंबई को मिला पहला शरीयत कोर्ट
मंुबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को पहला दारूल कजा (शरीयत कोर्ट) मिल गया है। मुस्लिम समुदाय में विवाह संबंधी एवं अन्य मामलों को निपटाने की शक्तियां होंगी कोर्ट के पास। कोर्ट की स्थापना ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) के पास अंजुमन-ए-इस्लाम में की गई है।
मुस्लिम समुदाय की लंबे समय से मांग थी की इस तरह का कोर्ट स्थापित किया जाए। हालांकि शरीयत कोर्ट पटना,हैदराबाद,मालेगांव सहित देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे हैं। लॉ बोर्ड द्वारा नियुक्त काजी आपराधिक मामलों को छोड़कर अन्य मामलों की सुनवाई कर उनमें फैसला सुना सकेंगे।
लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना वली रहमान ने बताया कि यह कोर्ट निकाह,तलाक और संपत्ति के उत्तराधिकार जैसे मामलों की सुनवाई कर सकेगा। निकाह में मतभेदों को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा और जोड़ों से कहा जाएगा या तो सामंजस्य स्थापित कर लें या फिर अलग हो जाएं अगर सामंजस्य संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे समुदाय के लोगों का समय तो बचेगा,साथ ही पैसें भी बचेंगे क्योंकि अन्य अदालतों मे मुकदमें लड़ना काफी महंगा पड़ता है।
शरीयत कोर्ट में सुनवाई के लिए दोनों पक्षों को कोर्ट में आना होगा। अगर एक पक्ष ने यहां ने से पहले सिविल कोर्ट में मामला दर्ज कर रखा है तो उसे शरीयत कोर्ट में सुनवाई करवाने के लिए पूर्व के मामले को वापस लेना होगा।
रहमानी ने कहा कि शरीयत कोर्ट सिविल अदालतों से कोई प्रतिस्पर्घा नहीं करना चाहते। इसके विपरीत शरीयत कोर्ट सिविल अदालतों मे का भार कम करने में मददगार साबित होंगे जहां पहले से ही हजारों मामले लंबित हैं।
वहीं,लॉ बोर्ड के विधि सेल के प्रमुख और वरिष्ठ वकील यूसुफ मुचल्ला ने कहा कि बिहार,झारखंड,बंगाल और ओडिशा मे जिला अदालतों और उच्च न्यायलयों ने शरीय कोर्टो द्वारा दिए कई फैसलों को सही ठहराया है।
मंुबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को पहला दारूल कजा (शरीयत कोर्ट) मिल गया है। मुस्लिम समुदाय में विवाह संबंधी एवं अन्य मामलों को निपटाने की शक्तियां होंगी कोर्ट के पास। कोर्ट की स्थापना ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) के पास अंजुमन-ए-इस्लाम में की गई है।
मुस्लिम समुदाय की लंबे समय से मांग थी की इस तरह का कोर्ट स्थापित किया जाए। हालांकि शरीयत कोर्ट पटना,हैदराबाद,मालेगांव सहित देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे हैं। लॉ बोर्ड द्वारा नियुक्त काजी आपराधिक मामलों को छोड़कर अन्य मामलों की सुनवाई कर उनमें फैसला सुना सकेंगे।
लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना वली रहमान ने बताया कि यह कोर्ट निकाह,तलाक और संपत्ति के उत्तराधिकार जैसे मामलों की सुनवाई कर सकेगा। निकाह में मतभेदों को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा और जोड़ों से कहा जाएगा या तो सामंजस्य स्थापित कर लें या फिर अलग हो जाएं अगर सामंजस्य संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे समुदाय के लोगों का समय तो बचेगा,साथ ही पैसें भी बचेंगे क्योंकि अन्य अदालतों मे मुकदमें लड़ना काफी महंगा पड़ता है।
शरीयत कोर्ट में सुनवाई के लिए दोनों पक्षों को कोर्ट में आना होगा। अगर एक पक्ष ने यहां ने से पहले सिविल कोर्ट में मामला दर्ज कर रखा है तो उसे शरीयत कोर्ट में सुनवाई करवाने के लिए पूर्व के मामले को वापस लेना होगा।
रहमानी ने कहा कि शरीयत कोर्ट सिविल अदालतों से कोई प्रतिस्पर्घा नहीं करना चाहते। इसके विपरीत शरीयत कोर्ट सिविल अदालतों मे का भार कम करने में मददगार साबित होंगे जहां पहले से ही हजारों मामले लंबित हैं।
वहीं,लॉ बोर्ड के विधि सेल के प्रमुख और वरिष्ठ वकील यूसुफ मुचल्ला ने कहा कि बिहार,झारखंड,बंगाल और ओडिशा मे जिला अदालतों और उच्च न्यायलयों ने शरीय कोर्टो द्वारा दिए कई फैसलों को सही ठहराया है।
दुल्हन का इंकार,बैरंग लौटी बारात
दुल्हन का इंकार,बैरंग लौटी बारात
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में दहेज लोभी दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिए जाने पर बारात को बगैर दुल्हन के बैरंग लौटना पड़ा। सूत्रों के अनुसार जिले के भरथना कोतवाली क्षेत्र में इंजीनियर देवेश कुमार यादव का विवाह औरैया जिले के दिवियापुर निवासी राजेन्द्र सिंह यादव की पुत्री पूजा के साथ तय हुआ था। देवेश पाता प्लांट में कार्यरत है।
रविवार रात बारात के आने पर जब मंडप में बैठा दहेज लोभी दूल्हा और उसके घार वाले दहेज के रूप में पांच लाख रूपए की लड़की वालों से मांग क ी और पैसा नहीं मिलने पर शादी करने से इंकार करने की बात करने लगे। उन्होंने बताया कि जब इस बात का पता दुल्हन पूजा को लगा तो उसने साहस का परिचय देते हुए दहेज लोभी लड़के से शादी करने से इंकार कर दिया।
तमाम समझाने के बाद भी पूजा शादी करने पर सहमत नहीं हुई तो बारात को बैंरंग लौटना पड़ा। गौरतलब है कि शादी तय होने पर 15 लाख रूपए दहेज के रू प में देने की बात तय हुई थी लेकिन बारात आने के बाद दहेज लोभी वर पक्ष ने पांच लाख रूपए की मांग और उठा दी।
पूजा के पिता अवकाश प्राप्त सैनिक राजेन्द्र सिंह यादव इतने पैसे देने में अक्षम थे जिस पर मंडप में बैठा दूल्हा देवेश फेरे लेने से इंकार करने लगा और उसके परिजनों ने कन्या के पिता के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। जिसे पूजा सहन नहीं कर सकी और उसने शादी करने से इंकार कर दिया। बाद में परिजनों ने उसे बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन वह शादी करने को तैयार नहीं हुई और बारात को बैंरंग ही लौटना पड़ा।
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में दहेज लोभी दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिए जाने पर बारात को बगैर दुल्हन के बैरंग लौटना पड़ा। सूत्रों के अनुसार जिले के भरथना कोतवाली क्षेत्र में इंजीनियर देवेश कुमार यादव का विवाह औरैया जिले के दिवियापुर निवासी राजेन्द्र सिंह यादव की पुत्री पूजा के साथ तय हुआ था। देवेश पाता प्लांट में कार्यरत है।
रविवार रात बारात के आने पर जब मंडप में बैठा दहेज लोभी दूल्हा और उसके घार वाले दहेज के रूप में पांच लाख रूपए की लड़की वालों से मांग क ी और पैसा नहीं मिलने पर शादी करने से इंकार करने की बात करने लगे। उन्होंने बताया कि जब इस बात का पता दुल्हन पूजा को लगा तो उसने साहस का परिचय देते हुए दहेज लोभी लड़के से शादी करने से इंकार कर दिया।
तमाम समझाने के बाद भी पूजा शादी करने पर सहमत नहीं हुई तो बारात को बैंरंग लौटना पड़ा। गौरतलब है कि शादी तय होने पर 15 लाख रूपए दहेज के रू प में देने की बात तय हुई थी लेकिन बारात आने के बाद दहेज लोभी वर पक्ष ने पांच लाख रूपए की मांग और उठा दी।
पूजा के पिता अवकाश प्राप्त सैनिक राजेन्द्र सिंह यादव इतने पैसे देने में अक्षम थे जिस पर मंडप में बैठा दूल्हा देवेश फेरे लेने से इंकार करने लगा और उसके परिजनों ने कन्या के पिता के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। जिसे पूजा सहन नहीं कर सकी और उसने शादी करने से इंकार कर दिया। बाद में परिजनों ने उसे बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन वह शादी करने को तैयार नहीं हुई और बारात को बैंरंग ही लौटना पड़ा।
सेंकेड वाइफ ने करा पति का मर्डर
सेंकेड वाइफ ने करा पति का मर्डर
मुंबई। मुंबई में मरोल इलाके में स्थित पुलिस क्वार्टर में एक सहायक पुलिस निरीक्षक की पत्नी ने रविवार को कथितरूप से घर में रखे सिल से उसके सिर पर वार कर से हत्या कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार नंदकिशोर टाकसालकर (43) की हत्या करने के डेढ घंटे बाद उसकी पत्नी पवई स्थित पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया। नंदकिशोर की यह दूसरी पत्नी थी।
पार्वती ने पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण के बाद बताया कि वह उसके चरित्र पर संदेह को लेकर पिछले दिन से झगड़ा कर रहा था। रविवार की रात भी दोनों के बीच अपराह्न तीन बजे झगड़ा हुआ था। पार्वती ने बताया कि किसी व्यक्ति का फोन आया था जिसे नंदकिशोर नहीं जानता था उसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था।
मृतक सहायक पुलिस निरीक्षक की पत्नी को पति के हत्या के आरोप में सोमवार को अदालत में पेश किया गया जहां उसे एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। आरोपी महिला अपने पति के साथ पुलिस क्वार्टर में पिछले पांच साल से अपने 15 वर्षीय पुत्र के साथ रह रही थी।
टाकसाल्कर की पहली पत्नी अपने बच्चों के साथ अलग रहती है क्योंकि टाकसाल्कर पिछले पांच वर्षो से अपनी दूसरी पत्नी के साथ रह रहे थे। टाकसाल्कर 15 साल पहले पुलिस बल में भर्ती हुए थे और शहर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में काम किया था।
मुंबई। मुंबई में मरोल इलाके में स्थित पुलिस क्वार्टर में एक सहायक पुलिस निरीक्षक की पत्नी ने रविवार को कथितरूप से घर में रखे सिल से उसके सिर पर वार कर से हत्या कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार नंदकिशोर टाकसालकर (43) की हत्या करने के डेढ घंटे बाद उसकी पत्नी पवई स्थित पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया। नंदकिशोर की यह दूसरी पत्नी थी।
पार्वती ने पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण के बाद बताया कि वह उसके चरित्र पर संदेह को लेकर पिछले दिन से झगड़ा कर रहा था। रविवार की रात भी दोनों के बीच अपराह्न तीन बजे झगड़ा हुआ था। पार्वती ने बताया कि किसी व्यक्ति का फोन आया था जिसे नंदकिशोर नहीं जानता था उसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था।
मृतक सहायक पुलिस निरीक्षक की पत्नी को पति के हत्या के आरोप में सोमवार को अदालत में पेश किया गया जहां उसे एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। आरोपी महिला अपने पति के साथ पुलिस क्वार्टर में पिछले पांच साल से अपने 15 वर्षीय पुत्र के साथ रह रही थी।
टाकसाल्कर की पहली पत्नी अपने बच्चों के साथ अलग रहती है क्योंकि टाकसाल्कर पिछले पांच वर्षो से अपनी दूसरी पत्नी के साथ रह रहे थे। टाकसाल्कर 15 साल पहले पुलिस बल में भर्ती हुए थे और शहर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में काम किया था।
राजस्थान रॉयल्स 4 विकेट से जीता
राजस्थान रॉयल्स 4 विकेट से जीता
जयपुर। सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए एक रोमांचक मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 40वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बंैगलोर (आरसीबी) को चार विकेट से मात दे दी। आरसीबी के 172 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आरआर ने छह विकेट खोकर दो गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। विजयी रन स्टुअर्ट बिन्नी ने मारे।
अपना तीसरा विकेट संजू सैमसन के रूप में गंवा दिया है। सैमसन शानदार 63 रन बनाकर रवि रामपॉल की गेंद पर मुरली कार्तिक को कैच थमा बैठे। आउट होने से पहले संजू ने शेन वॉटसन के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 7.4 ओवर में 68 रन जोड़े।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों जीन्कया रहाणे और कप्तान राहुल द्रविड़ के विकेट गंवा दिए थे। पहला विकेट रहाणे के रूप में गिरा जो महज 2 रन बनाकर रवि रामपॉल की गेंद पर आरपी सिंह को कैच थमा बैठे। हालांकि आउट होने से पहले रहाणे ने कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 2.5 ओवर में 21 रन जोड़े।
रहाणे के आउट होने के बाद खेलने आए संजू सैमसन ने द्रविड़ के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 3.5 ओवर में 27 रन जोड़े। इस जोड़ी को मोइसिस हेन्रीक्स ने कप्तान द्रविड़ को 22 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर तोड़ा।
इससे पहले, क्रिस गेल (34),कप्तान विराट कोहली (32) की उपयोगी पारियां और अंतिम ओवर में विनय कुमार द्वारा बनाए गए नाबाद 22 रन की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (आरसीबी) ने 20 ओवरों में 6 विकेट खोकर 171 रन बना डाले। शेन वॉटसन के अलावा अपने घरेलू मैदान पर खेल रही राजस्थान रॉयल्स (आरआर) का कोई भी गेंदबाज नहीं चल पाया।
पिछले मैच के हीरो रहे जेम्स फॉक्नर को इस मैच में एक भी विकेट नहीं मिला। फॉक्नर की ओर से फेंके गए अंतिम ओवर में बैंगलौर 22 रन बटोरने में कामयाब रही। राजस्थान की ओर से सबसे सफल गेंदबाज शेन वॉटसन रहे जिन्होंने 4 ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट लिए। एक-एक विकेट श्रीसंत और सिद्धार्थ त्रिवेदी को मिला। एक विकेट रनआउट के रूप में गिरा।
टॉस हारकर पहले खेलने उतरी आरसीबी को उसके सलामी बल्लेबाजों अभिनव मुकुंद और विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने शानदार शुरूआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए महज 4 ओवर में 44 रन ठोक डाले। इस जोड़ी को शेन वॉटसन ने तोड़ा। गेल 34 रन बनाकर वॉटसन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमा बैठे।
आरसीबी को दूसरा झटका अभिनव मुकुंद के रूप में लगा। मुकुंद 19 रन बनाकर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर बोल्ड हो गए। आउट होने से पहले मुकुंद ने कप्तान विरोट कोहली के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 4 ओवर में 22 रन जोड़े।
आरसीबी का तीसरा विकेट एबी डि विलियर्स के रूप में गिरा। डि विलियर्स श्रीसंत की गेंद पर जेम्स फॉक्नर को बाउंड्री लाइन पर कैच थमा बैठे। आउट होने से पहले एबी (21) ने कप्तान विरोट कोहली के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 4.1 ओवर में 33 रन जोड़े।
चौथा विकेट आरसीबी के कप्तान विराट कोहली के रूप में गिरा। कोहली 35 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 32 रन बनाकर शेन वॉटसन की गेंद पर जेम्स फॉक्नर को कैच थमा बैठे। आउट होने से कोहली ने चौथे विकेट के लिए मोइसिस हेन्रीक्स के साथ मिलकर 3.4 ओवर में 24 रन जोड़े। उस वक्त बैंगलोर का कुल योग 123 था।
कोहली के आउट होने के बाद मोइसिस हेन्रीक्स ने सौरभ तिवारी के साथ मिलकर पांचवे विकेट के लिए महज 2.2 ओवर में 22 रन जोड़े। लेकिन,दूसरा रन लेने के चक्कर में हेन्रीक्स 22 रन के निजी स्कोर पर रनआउट हो गए।
वॉटसन ने रवि रामपॉल को 3 रन के निजी स्कोर पर चलता कर राजस्थान को छठी सफलता दिलाई।
इससे पहले,राजस्थान रॉयल्स (आरआर) टीम अपने घरेलू सवाई मानसिंह स्टेडियम में सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 40वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। दोनों ही टीमों ने तीन-तीन बदलाव किए हैं। आरआर ने ओवेश शाह,संजू सैमसन और श्रीसंत को टीम में शामिल किया है,जबकि आरसीबी ने अभिनव मुकुंद,मुरली कार्तिक और मोइसिस हैनरिक्स को टीम में जगह दी है।
आईपीएल के पहले संस्करण में सबको चौंकाते हुए खिताबी जीत हासिल करने वाली राजस्थान रॉयल्स इस साल शीर्ष टीमों में चल रही रॉयल चैलेंजर्स से पिछली हार का हिसाब बराबर करना चाहेगी। दोनों टीमें इस साल एक बार पहले भी भिड़ चुकी हैं और 20 अपे्रल को बेंगलूरू में हुए उस मुकाबले में मेजबान टीम के हाथों राजस्थान रॉयल्स को मात खानी पड़ी थी।
बीते मुकाबले में रवि रामपाल, रूद्र प्रताप सिंह और विनय कुमार की शानदार गेंदबाजी के आगे राजस्थान रॉयल्स टीम पहले खेलते हुए 19.4 ओवरों में 117 रनों पर सिमट गई थी और क्रिस गेल (नाबाद 49) की शानदार पारी की बदौलत मेजबान टीम ने यह मैच सात विकेट से जीत लिया था।
उस मैच के बाद से हालात बदले हैं। रॉयल चैलेंजर्स मजबूत हुई है तो राजस्थान रॉयल्स टीम का प्रदर्शन भी बेहतर हुआ है। राजस्थान रॉयल्स ने अपने आखिरी मैच में जहां सनराइजर्स हैदराबाद को बुरी तरह पराजित किया वहीं अपने आखिरी मैच में रॉयल चैलेंजर्स को मुम्बई इंडियंस के हाथों मात खानी पड़ी।
इस लीग की यही खासियत है। यहां हर टीम के लिए हर दिन एक सा नहीं होता। कोई टीम कभी-कभी चमकती है तो कोई लगातार चमकती रहती है और कोई ऎसी भी होती है, जो कभी चमकती ही नहीं। राजस्थान रॉयल्स ऎसी टीम है जो लगातार नहीं चमकती लेकिन जब भी चमकती है तो दूसरों की चमक फिकी कर देती है।
यही कारण है कि यह टीम आठ मैचों मे से पांच जीतकर तालिका में तीसरे क्रम पर है। लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि राजस्थान रॉयल्स सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स पर भारी पड़ेंगे। इसके लिए तो सोमवारके खेल का ही इंतजार करना होगा क्योंकि खेल के इस फॉर्मेट में वही सिकंदर होता है जो मैच के दिन चमकता है।
क्रिस गेल की नाकामी शनिवार को रॉयल चैलेंजर्स को भारी पड़ी और शेन वॉटसन की कामयाबी से उसी दिन राजस्थान रॉयल्स ने बड़ी जीत हासिल की।
हर टीम में दो या तीन ऎसे खिलाड़ी हैं, जो अपने दम पर मैच का रूख मोड़ सकते हैं और ऎसे खिलाडियों की न तो राजस्थान रॉयल्स में कमी है और न ही रॉयल चैलेंजर्स में। अब देखना यह है कि सोमवार को कौन चमकता है और किसकी नाकामी किस टीम को महंगी पड़ती है।
जयपुर। सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए एक रोमांचक मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 40वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बंैगलोर (आरसीबी) को चार विकेट से मात दे दी। आरसीबी के 172 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आरआर ने छह विकेट खोकर दो गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। विजयी रन स्टुअर्ट बिन्नी ने मारे।
अपना तीसरा विकेट संजू सैमसन के रूप में गंवा दिया है। सैमसन शानदार 63 रन बनाकर रवि रामपॉल की गेंद पर मुरली कार्तिक को कैच थमा बैठे। आउट होने से पहले संजू ने शेन वॉटसन के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 7.4 ओवर में 68 रन जोड़े।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों जीन्कया रहाणे और कप्तान राहुल द्रविड़ के विकेट गंवा दिए थे। पहला विकेट रहाणे के रूप में गिरा जो महज 2 रन बनाकर रवि रामपॉल की गेंद पर आरपी सिंह को कैच थमा बैठे। हालांकि आउट होने से पहले रहाणे ने कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 2.5 ओवर में 21 रन जोड़े।
रहाणे के आउट होने के बाद खेलने आए संजू सैमसन ने द्रविड़ के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 3.5 ओवर में 27 रन जोड़े। इस जोड़ी को मोइसिस हेन्रीक्स ने कप्तान द्रविड़ को 22 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर तोड़ा।
इससे पहले, क्रिस गेल (34),कप्तान विराट कोहली (32) की उपयोगी पारियां और अंतिम ओवर में विनय कुमार द्वारा बनाए गए नाबाद 22 रन की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर (आरसीबी) ने 20 ओवरों में 6 विकेट खोकर 171 रन बना डाले। शेन वॉटसन के अलावा अपने घरेलू मैदान पर खेल रही राजस्थान रॉयल्स (आरआर) का कोई भी गेंदबाज नहीं चल पाया।
पिछले मैच के हीरो रहे जेम्स फॉक्नर को इस मैच में एक भी विकेट नहीं मिला। फॉक्नर की ओर से फेंके गए अंतिम ओवर में बैंगलौर 22 रन बटोरने में कामयाब रही। राजस्थान की ओर से सबसे सफल गेंदबाज शेन वॉटसन रहे जिन्होंने 4 ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट लिए। एक-एक विकेट श्रीसंत और सिद्धार्थ त्रिवेदी को मिला। एक विकेट रनआउट के रूप में गिरा।
टॉस हारकर पहले खेलने उतरी आरसीबी को उसके सलामी बल्लेबाजों अभिनव मुकुंद और विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल ने शानदार शुरूआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए महज 4 ओवर में 44 रन ठोक डाले। इस जोड़ी को शेन वॉटसन ने तोड़ा। गेल 34 रन बनाकर वॉटसन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमा बैठे।
आरसीबी को दूसरा झटका अभिनव मुकुंद के रूप में लगा। मुकुंद 19 रन बनाकर सिद्धार्थ त्रिवेदी की गेंद पर बोल्ड हो गए। आउट होने से पहले मुकुंद ने कप्तान विरोट कोहली के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 4 ओवर में 22 रन जोड़े।
आरसीबी का तीसरा विकेट एबी डि विलियर्स के रूप में गिरा। डि विलियर्स श्रीसंत की गेंद पर जेम्स फॉक्नर को बाउंड्री लाइन पर कैच थमा बैठे। आउट होने से पहले एबी (21) ने कप्तान विरोट कोहली के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 4.1 ओवर में 33 रन जोड़े।
चौथा विकेट आरसीबी के कप्तान विराट कोहली के रूप में गिरा। कोहली 35 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 32 रन बनाकर शेन वॉटसन की गेंद पर जेम्स फॉक्नर को कैच थमा बैठे। आउट होने से कोहली ने चौथे विकेट के लिए मोइसिस हेन्रीक्स के साथ मिलकर 3.4 ओवर में 24 रन जोड़े। उस वक्त बैंगलोर का कुल योग 123 था।
कोहली के आउट होने के बाद मोइसिस हेन्रीक्स ने सौरभ तिवारी के साथ मिलकर पांचवे विकेट के लिए महज 2.2 ओवर में 22 रन जोड़े। लेकिन,दूसरा रन लेने के चक्कर में हेन्रीक्स 22 रन के निजी स्कोर पर रनआउट हो गए।
वॉटसन ने रवि रामपॉल को 3 रन के निजी स्कोर पर चलता कर राजस्थान को छठी सफलता दिलाई।
इससे पहले,राजस्थान रॉयल्स (आरआर) टीम अपने घरेलू सवाई मानसिंह स्टेडियम में सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 40वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। दोनों ही टीमों ने तीन-तीन बदलाव किए हैं। आरआर ने ओवेश शाह,संजू सैमसन और श्रीसंत को टीम में शामिल किया है,जबकि आरसीबी ने अभिनव मुकुंद,मुरली कार्तिक और मोइसिस हैनरिक्स को टीम में जगह दी है।
आईपीएल के पहले संस्करण में सबको चौंकाते हुए खिताबी जीत हासिल करने वाली राजस्थान रॉयल्स इस साल शीर्ष टीमों में चल रही रॉयल चैलेंजर्स से पिछली हार का हिसाब बराबर करना चाहेगी। दोनों टीमें इस साल एक बार पहले भी भिड़ चुकी हैं और 20 अपे्रल को बेंगलूरू में हुए उस मुकाबले में मेजबान टीम के हाथों राजस्थान रॉयल्स को मात खानी पड़ी थी।
बीते मुकाबले में रवि रामपाल, रूद्र प्रताप सिंह और विनय कुमार की शानदार गेंदबाजी के आगे राजस्थान रॉयल्स टीम पहले खेलते हुए 19.4 ओवरों में 117 रनों पर सिमट गई थी और क्रिस गेल (नाबाद 49) की शानदार पारी की बदौलत मेजबान टीम ने यह मैच सात विकेट से जीत लिया था।
उस मैच के बाद से हालात बदले हैं। रॉयल चैलेंजर्स मजबूत हुई है तो राजस्थान रॉयल्स टीम का प्रदर्शन भी बेहतर हुआ है। राजस्थान रॉयल्स ने अपने आखिरी मैच में जहां सनराइजर्स हैदराबाद को बुरी तरह पराजित किया वहीं अपने आखिरी मैच में रॉयल चैलेंजर्स को मुम्बई इंडियंस के हाथों मात खानी पड़ी।
इस लीग की यही खासियत है। यहां हर टीम के लिए हर दिन एक सा नहीं होता। कोई टीम कभी-कभी चमकती है तो कोई लगातार चमकती रहती है और कोई ऎसी भी होती है, जो कभी चमकती ही नहीं। राजस्थान रॉयल्स ऎसी टीम है जो लगातार नहीं चमकती लेकिन जब भी चमकती है तो दूसरों की चमक फिकी कर देती है।
यही कारण है कि यह टीम आठ मैचों मे से पांच जीतकर तालिका में तीसरे क्रम पर है। लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि राजस्थान रॉयल्स सोमवार को रॉयल चैलेंजर्स पर भारी पड़ेंगे। इसके लिए तो सोमवारके खेल का ही इंतजार करना होगा क्योंकि खेल के इस फॉर्मेट में वही सिकंदर होता है जो मैच के दिन चमकता है।
क्रिस गेल की नाकामी शनिवार को रॉयल चैलेंजर्स को भारी पड़ी और शेन वॉटसन की कामयाबी से उसी दिन राजस्थान रॉयल्स ने बड़ी जीत हासिल की।
हर टीम में दो या तीन ऎसे खिलाड़ी हैं, जो अपने दम पर मैच का रूख मोड़ सकते हैं और ऎसे खिलाडियों की न तो राजस्थान रॉयल्स में कमी है और न ही रॉयल चैलेंजर्स में। अब देखना यह है कि सोमवार को कौन चमकता है और किसकी नाकामी किस टीम को महंगी पड़ती है।
उपखण्ड अधिकारी विनीता सिंह प्रत्येक शुक्रवार को करेंगी सुनवाई
उपखण्ड अधिकारी विनीता सिंह प्रत्येक शुक्रवार को करेंगी सुनवाई
बाडमेर, 29 अप्रेल। उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बाडमेर में प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 12.00 से 3.00 बजे तक सुनवार्इ की जाएगी तथा राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम 2012 की धारा 4 (5) के अनुसार विनिश्चय से परिवादी को अवगत कराया जाएगा।
उपखण्ड अधिकारी श्रीमती विनिता सिंह ने बताया कि उक्त सुनवार्इ की बैठक में ब्लाक एवं उपखण्ड स्तरीय विभागों के समस्त अधिकारीगण आवश्यक रूप से उपसिथत रहेंगे। उन्होने बताया कि राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम 2012 के अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर स्थापित लोक सुनवार्इ सहायता केन्द्रों पर प्राप्त होने वाली परिवादों के निस्तारण के संबंध में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बाडमेर में 3 मर्इ को दोपहर 12.00 से 3.00 बजे तक सुनवार्इ की जाएगी।
बाडमेर, 29 अप्रेल। उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बाडमेर में प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 12.00 से 3.00 बजे तक सुनवार्इ की जाएगी तथा राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम 2012 की धारा 4 (5) के अनुसार विनिश्चय से परिवादी को अवगत कराया जाएगा।
उपखण्ड अधिकारी श्रीमती विनिता सिंह ने बताया कि उक्त सुनवार्इ की बैठक में ब्लाक एवं उपखण्ड स्तरीय विभागों के समस्त अधिकारीगण आवश्यक रूप से उपसिथत रहेंगे। उन्होने बताया कि राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम 2012 के अन्तर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर निर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर स्थापित लोक सुनवार्इ सहायता केन्द्रों पर प्राप्त होने वाली परिवादों के निस्तारण के संबंध में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय बाडमेर में 3 मर्इ को दोपहर 12.00 से 3.00 बजे तक सुनवार्इ की जाएगी।
अब तक 3.05 लाख कर एवं जुर्माना वसूला गया
जैसलमेर में पुलिस व परिवहन का संयुक्त वाहन जांच अभियान
अब तक 3.05 लाख कर एवं जुर्माना वसूला गया
जैसलमेर, 29 अप्रेल/राज्य सरकार के निर्देशानुसार पुलिस विभाग के साथ जिला परिवहन अधिकारी अनिल पण्ड्या के स्वयं के निर्देशन में 24 अप्रेल से प्रारम्भ हुए तथा 8 मई तक चलाए जाने वाले संयुक्त जांच अभियान के अन्तर्गत रविवार तक 1 बस बिना पंजीयन, 2 बिना फिटनेस, 2 बिना परमिट, 3परमिट शर्तों का उल्लंघन करते हुए, 1 बस में क्षमता से अधिक यात्री पाए जाने पर कुल 9़ बसों के चालान किए गए, इनमें से 2 बसें सीज की गई ।
इसी प्रकार 8 मालयान बिना पंजीयन, 15 मालयान बिना फिटनेस, 5 मालयान ओवरलॉडिंग, 11मालयान में पैसेंजर बिठाकर संचालन, 5 मालयान बिना टैक्स जमा कराए संचालित पाए गए। इस प्रकार कुल34 मालयान के चालान बनाकर 11 मालयान को सीज किया गया।
अभियान में इस अवधि में 5 टैक्सी बिना पंजीयन, 6 टैक्सी बिना फिटनेस, 1 टैक्सी बिना परमिट, 3 टैक्सियों में क्षमता से अधिक सवारी, 5 टैक्सियां बिना टैक्स जमा किए संचालित पाए जाने पर 7टैक्सियों को जब्त किया गया। अन्य प्रकार की 3 वाहनें बिना पंजीयन, 3 वाहनें बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र प्राप्त किए संचालित पाए जाने पर 3 वाहनों की सीज किया गया। एक वाहन में स्पीड गर्वनर नहीं लगा होने के कारण फिटनेस रद्द किया गया तथा 2 कारों से काले शीशे हटवाए गए। इन वाहनों से कुल रू. 305000/- के कर व जुर्माने की वसूली की गई।
परिचय पत्र हेतु मतदाताओं को फोटो जमा करवाने के लिए अंतिम मौका मंगलवार है अंतिम दिन
परिचय पत्र हेतु मतदाताओं को फोटो जमा करवाने के लिए अंतिम मौका
मंगलवार है अंतिम दिन
जैसलमेर, 29 अप्रेल/वर्तमान में जैसलमेर तहसील में मतदाता सूची में नाम जोड़ने, नाम हटाने व अशुद्ध नाम को शुद्ध करने के कार्य के साथ-साथ, समस्त मतदाताओं को शत-प्रतिशत फोटो परिचय पत्र जारी करने के लिए कार्यवाही की जा रही है।
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी (एस.डी.एम.) अशोक चौधरी ने जैसलमेर के सभी मतदाताओं से अपील की है कि जिन मतदाताआें को परिचय पत्र प्राप्त नहीं हुआ है अथवा जिन मतदाताओं के फोटो मतदाता सूची में नहीं हैं, वे मतदाता अपना पासपोर्ट साईज का फोटो 30 अप्रेल मंगलवार को ही संबंधित बीएलओ या पटवारी के पास जमा करवा दें। उन्होंने स्पष्ट किया है कि 30 अप्रेल के पश्चात फोटो परिचय पत्र से शेष रहे मतदाताओं को बोगस अथवा फर्जी मतदाता अथवा यहाँ से स्थानान्तरित होना मानते हुए उनके नाम हटाने की कार्यवाही की जावेगी।
बीएलओ को दी चेतावनी
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी (एस.डी.एम.) ने चुनाव कार्य में लगे सभी बीएलओ को भी चेतावनी दी है कि या तो सभी मतदाताओं के फोटो परिचय पत्र प्राप्त कर पेश करें तथा सभी के मोबाईल नम्बर प्राप्त कर सूची जमा कराएं अथवा मंगलवार 30 अप्रेल के पश्चात ऎसे मतदाताओं को बोगस या फर्जी अथवा स्थानान्तरित मानते हुए उनके नाम मतदाता सूची से हटाने की कार्यवाही करें। इसके साथ ही जेन्डर अनुपात व ई/पी अनुपात (1000 जनसंख्या पर 540 मतदाता) भी हासिल करें, अन्यथा उनके विरूद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के नियमों के तहत दण्डात्मक कार्यवाही की जावेगी, जिसके तहत किसी भी लापरवाह बीएलओ के विरूद्ध कभी भी गाज गिर सकती है।
उन्होंने बीएलओ से कहा है कि वे सचेत रहकर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अपने-अपने भाग के लक्ष्य हासिल करें व निर्धारित मानदण्ड पूरे करें।
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छठी आर्थिक गणना के लिए क्षेत्रवार प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी
जैसलमेर, 29 अप्रेल/राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले मे छठवीं आर्थिक गणना का क्षेत्रीय कार्य दिनांक 16 मई 2013 से आरम्भ किया जा रहा है। यह कार्य 15 जून 2013 तक चलेगा।
अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने इससे संबंंधित गणना कार्य के लिए छठवी आर्थिक गणना-2012 मे नियुक्त प्रगणक/सुपरवाईजरो का प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी कर दिया है।
इसके अनुसार चार्ज क्षेत्र तहसील, जैसलमेर के लिए 02-03 मई को जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सभा कक्ष, कलेक्ट्रेट जैसलमेर में चार्ज क्षेत्र तहसील पोकरण के लिए 08-09 मई को तहसील पोकरण - सभा कक्ष में,चार्ज क्षेत्र तहसील फतेहगढ़ के लिए 04-05 मई को राजीव सेवा केन्द्र, फतेहगढ़ में, चार्ज क्षेत्र तहसील भणियाना के लिए 10-11 मई को तहसील भ्णियाना - सभा कक्ष में, चार्ज क्षेत्र नगर परिषद जैसलमेर के लिए 03-04 मई को नगर परिषद जैसलमेर- सभा कक्ष में तथा चार्ज क्षेत्र नगर पालिका,पोकरण के लिए 05-06 मई को नगर पालिका पोकरण के सभा कक्ष में प्रशिक्षण होगा।
इस सम्बन्ध में अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने चार्ज अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे प्रशिक्षण के दौरान भारत सरकार से प्राप्त सीडी का प्रदर्शन एवं प्रत्येक प्रगणक एवं पर्यवेक्षक से प्रायोगिक तौर पर दस-दस परिवारों की अनुसूचियाँ 6-ए में भरवाकर तथा उसी के आधार पर 6-बी एवं 6-सी अनुसूचियाँ तैयार कर स्वयं तथा मास्टर ट्रेनर द्वारा जांच कर त्रुटियों का निवारण करेंगे।
यह भी निर्देश दिए गए हैं कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रत्येक प्रगणक/सुपरवाईजर निर्धारित तिथियों में प्रातः 10.00 बजे प्रशिक्षण स्थल पर अनिवार्य रूप से भाग लें, इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए।
फुटबॉल खिलाड़ी ब्रुनो को 22 साल कैद
फुटबॉल खिलाड़ी ब्रुनो को 22 साल कैद
ब्राजिलिया। ब्राजील में अपनी महिला मित्र की हत्या की साजिश रचने वाले फुटबॉल खिलाड़ी ब्रुनो फर्नाडिस और हत्या करने वाले एक पूर्व पुलिस अधिकारी को न्यायालय ने 22 साल के कारावास की सजा सुनाई है। "बोला" नाम से चर्चित मार्कोस एपरीसिडो डॉस सैंटोस नाम का यह शख्स एलिजा सामुडियो की हत्या का दोषी पाया गया था।
एलिजा का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। ब्रुनो के मित्रों की गवाही को लेकर अभियोग पक्ष के वकील ने न्यायाधीश के सामने यह दलील दी थी कि ब्रुनो ने एलिजा की हत्या करने के लिए बोला को किराए पर लिया था।
ज्ञात हो कि एलिजा की हत्या वर्ष 2010 में हुई थी। ब्रुनो शादीशुदा थे, इसके बावजूद वह पोर्न स्टार एलिजा से मिले और उनके साथ अपना प्रेम संबंध बनाया। इस जोड़े से एक बेटा भी हुआ, लेकिन तब तक इस जोड़ी में अलगाव हो चुका था। ब्रुनो के अनुसार एलिजा बच्चे को लेकर उन पर काफी दबाव डाल रहीं थी, जिसके कारण उन्होंने एलिजा की हत्या की साजिश रची थी।
करीब डेढ़ महीने पहले जब ब्रुनो दोषी पाए गए, तब उन्होंने स्वीकार किया कि वह एलिजा की मौत के बारे में जानते हैं और उन्होंने अपने कई मित्रों से समस्या का हल निकालने में उनकी मदद करने को कहा भी था।
ब्राजिलिया। ब्राजील में अपनी महिला मित्र की हत्या की साजिश रचने वाले फुटबॉल खिलाड़ी ब्रुनो फर्नाडिस और हत्या करने वाले एक पूर्व पुलिस अधिकारी को न्यायालय ने 22 साल के कारावास की सजा सुनाई है। "बोला" नाम से चर्चित मार्कोस एपरीसिडो डॉस सैंटोस नाम का यह शख्स एलिजा सामुडियो की हत्या का दोषी पाया गया था।
एलिजा का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। ब्रुनो के मित्रों की गवाही को लेकर अभियोग पक्ष के वकील ने न्यायाधीश के सामने यह दलील दी थी कि ब्रुनो ने एलिजा की हत्या करने के लिए बोला को किराए पर लिया था।
ज्ञात हो कि एलिजा की हत्या वर्ष 2010 में हुई थी। ब्रुनो शादीशुदा थे, इसके बावजूद वह पोर्न स्टार एलिजा से मिले और उनके साथ अपना प्रेम संबंध बनाया। इस जोड़े से एक बेटा भी हुआ, लेकिन तब तक इस जोड़ी में अलगाव हो चुका था। ब्रुनो के अनुसार एलिजा बच्चे को लेकर उन पर काफी दबाव डाल रहीं थी, जिसके कारण उन्होंने एलिजा की हत्या की साजिश रची थी।
करीब डेढ़ महीने पहले जब ब्रुनो दोषी पाए गए, तब उन्होंने स्वीकार किया कि वह एलिजा की मौत के बारे में जानते हैं और उन्होंने अपने कई मित्रों से समस्या का हल निकालने में उनकी मदद करने को कहा भी था।
"पत्नी"से परेशान हो रहे हैं भाजपा नेता
"पत्नी"से परेशान हो रहे हैं भाजपा नेता
रांची। झारखंड में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता "पत्नी" से परेशान हो रहे हैं। मीडिया के सामने आकर पत्नी होने का दावा कर नेताओं के लिए असहज परिस्थिति पैदा कर रही हैं। जनवरी तक अर्जुन मुंडा सरकार में शिक्षा मंत्री रहे बैजनाथ राम इस कड़ी में सबसे ताजा उदाहरण हैं।
शनिवार को अनुसूचित जाति शाखा की उपाध्यक्ष सीमा राय नई दिल्ली में मीडिया से मुखातिब हुई और कहा कि उनके "पति" ने उन्हें संकट में लाकर छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि भगोड़ा पति कोई और नही राम हैं। वे पहले से ही शादीशुदा हैं और तीन बच्चों के पिता हैं।
झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने सोमवार को बताया कि बैजनाथ राम और सीमा राय दोनों को पार्टी से निलंबित किया जा चुका है। इस तरह के आरोप का सामना करने वाले बैजनाथ राम पहले भाजपा नेता नहीं हैं। अर्जुन मुंडा सरकार में ही जनवरी तक मंत्री रहे सत्यानंद झा बतुल पर भी ऎसे ही आरोप लग चुके हैं।
सोनी देवी नाम की शिक्षिका ने 2011 में आरोप लगाया था कि बतुल उनके पति हैं और उनसे उन्हें एक बच्चा भी है। बतुल ने इस आरोप से इनकार किया, लेकिन सोनी देवी मीडिया के सामने अपना दावा दोहराती रही।
भाजपा ने बतुल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उनसे कोई कारण भी बताने के लिए नहीं कहा गया। बतुल ने पार्टी से इस्तीफा भी नहीं दिया। इस तरह का दोहरा मापदंड अपनाने पर पार्टी के भीतर ही कई लोगों की भृकुटि तन गई है।
अपना नाम जाहिर नहीं होने देने की शर्त पर भाजपा के एक नेता ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं से पार्टी की छवि पर असर पड़ता है। दोनों ही आरोपी नेता पूर्व मंत्री हैं। दोनों नेताओं पर लगे आरोप में पार्टी को एक समान मापदंड अपनाने का साहस दिखाना चाहिए।
इससे पहले भाजपा को तब भी शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा था जब इसके पहले पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ऎसे ही आरोपों के कारण सुर्खियों में आए थे। लेकिन मरांडी ने 2006 में पार्टी छोड़ दी और अपनी अलग से पार्टी बना ली।
रांची। झारखंड में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता "पत्नी" से परेशान हो रहे हैं। मीडिया के सामने आकर पत्नी होने का दावा कर नेताओं के लिए असहज परिस्थिति पैदा कर रही हैं। जनवरी तक अर्जुन मुंडा सरकार में शिक्षा मंत्री रहे बैजनाथ राम इस कड़ी में सबसे ताजा उदाहरण हैं।
शनिवार को अनुसूचित जाति शाखा की उपाध्यक्ष सीमा राय नई दिल्ली में मीडिया से मुखातिब हुई और कहा कि उनके "पति" ने उन्हें संकट में लाकर छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि भगोड़ा पति कोई और नही राम हैं। वे पहले से ही शादीशुदा हैं और तीन बच्चों के पिता हैं।
झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने सोमवार को बताया कि बैजनाथ राम और सीमा राय दोनों को पार्टी से निलंबित किया जा चुका है। इस तरह के आरोप का सामना करने वाले बैजनाथ राम पहले भाजपा नेता नहीं हैं। अर्जुन मुंडा सरकार में ही जनवरी तक मंत्री रहे सत्यानंद झा बतुल पर भी ऎसे ही आरोप लग चुके हैं।
सोनी देवी नाम की शिक्षिका ने 2011 में आरोप लगाया था कि बतुल उनके पति हैं और उनसे उन्हें एक बच्चा भी है। बतुल ने इस आरोप से इनकार किया, लेकिन सोनी देवी मीडिया के सामने अपना दावा दोहराती रही।
भाजपा ने बतुल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उनसे कोई कारण भी बताने के लिए नहीं कहा गया। बतुल ने पार्टी से इस्तीफा भी नहीं दिया। इस तरह का दोहरा मापदंड अपनाने पर पार्टी के भीतर ही कई लोगों की भृकुटि तन गई है।
अपना नाम जाहिर नहीं होने देने की शर्त पर भाजपा के एक नेता ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं से पार्टी की छवि पर असर पड़ता है। दोनों ही आरोपी नेता पूर्व मंत्री हैं। दोनों नेताओं पर लगे आरोप में पार्टी को एक समान मापदंड अपनाने का साहस दिखाना चाहिए।
इससे पहले भाजपा को तब भी शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा था जब इसके पहले पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ऎसे ही आरोपों के कारण सुर्खियों में आए थे। लेकिन मरांडी ने 2006 में पार्टी छोड़ दी और अपनी अलग से पार्टी बना ली।
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