बाड़मेर शख्शियत मदन बारुपाल ...हर दिल अज़ीज़
लेखन की दुनिया में अपना नाम
बाड़मेर बाड़मेर जिले के युवा वर्ग में कई चहरे हें जिन्होंने अपने दम पर पहचान बने .इनमे मदन बारुपाल का नाम प्रमुखता से आता हें .मदन बारुपाल को लिखने का बड़ा शौक था जिसके चलते पढाई के दौरान छोटी बड़ी पत्र पत्रिकाओ में लिखते रहते थे ,ऊर्जा टाइम्स जैसी पत्रिका में उन्होंने प्रयावरण को लेकर खूब लिखा ,बाद में उहे प्रतिभा के बल पर दैनिक भास्कर में रिपोर्टर से ब्यूरो प्रमुख तक पहुंचे .सरहदी सुरक्षा को लेकर उन्होंने खूब लिखा .सुरक्षा और बॉर्डर उनका प्रिय विषय रहा हें ,बाड़मेर के पत्रकारों में इस विषय पर उनके मुकाबले कोई नहीं हें ,प्रयावरण के उनके प्रति समर्पण को सलाम करता हूँ ,उन्होंने प्रयावरण सरंक्षण के लिए कई सायकिल यात्राए अपने साथियो के साथ की ,जिनमे बाड़मेर से मुनाबाव तक प्रयावरण जागरूकता सायकिल यात्रा यादगार बन पडी थी ,बारुपाल की प्रतिभा से समाज के लोग भी समय समय पर लाभान्वित हुए ,अभी वो महन्रेग में आई ई सी के मनेजर पद पर कार्यरत हें ,जन्हा उन्होंने कई पुसते लिखी ,दोकुमेंत्रियो का निर्देशन किया ,उनका प्रस्तुतिकरण लाजवाब हें इसी की बदौलत बाड़मेर को नरेगा में राष्ट्रीय स्तर पर सामान मिला ,उन्हें अक्सर राष्ट्रीय स्तर के सेमिनारो में आमंत्रित किया जाता हें ,अपनी प्रतिभा कदम पर अपना अलज मुकाम बनाया वही अपने दोस्तों में बेहद लोक प्रिय भी हे ,हर जरूरतमंद की मदद करना उनकी फितरत में शामिल हें .मेरे अज़ीज़ मित्रो में शुमार मदन बारुपाल की प्रतिभा का मैं पूरा सम्मान करता हूँ ,आकाशवाणी और दूरदर्शन के लिए वे काम करते हें .रडवा गाँव के रहने वाले बारुपाल जिला प्रशासन से कई बार समानित हुए .उनके उज्जवल भविष्य की कामनाए
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