लालू की रैली में चैता और कव्वाली
पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों में कथित दरार के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 15 मई को पटना के गांधी मैदान में परिवर्तन रैली के माध्यम से न केवल अपनी ताकत दिखाएगी, बल्कि 1990 के दशक की राजद की रैलियों की झलक भी इसमें देखने को मिलेगी। रैली में आने वालों के मनोरंजन के लिए चैता गीत और कव्वाली का आयोजन किया जा रहा है।
राजद के एक नेता के अनुसार, रैली में भाग लेने के लिए लोग 14 मई से ही पटना पहुंचने लगेंगे। उनका मानना है कि यह रैली बिहार में अब तक हुई सभी रैलियों से न केवल बड़ी होगी, बल्कि वर्तमान सरकार की उसी दिन से उल्टी गिनती भी शुरू हो जएगी।
राजद के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल यादव के अनुसार, परिवर्तन रैली में 10 लाख से ज्यादा लोगों के भाग लेने की संभावना है। रैली में भाग लेने वालों के ठहरने के लिए विधायक आवास के अतिरिक्त संजय गांधी स्टेडियम, गांधी मैदान के अंदर के फुटपाथ और गंगा के तट पर व्यवस्था की गई है।
रैली में आने वाले लोगों के मनोरंजन के लिए कई स्थानों पर चैता गीत के आयोजन किए जाएंगे तो लोगों के मनोरंजन के लिए कहीं छोटू छलिया, खेसारी लाल यादव तो कहीं बादल बबाली के गीत व संगीत कार्यक्रम का भी प्रबंध होगा। कुछ स्थानों पर कव्वाली का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए लखनऊ से खास कव्वालों को बुलाया गया है।
यादव का कहना है कि पिछले कई महीने से लालू प्रसाद खुद राज्य के कई इलाकों में परिवर्तन यात्रा के दौरान लोगों को रैली में आने का न्यौता दे रहे हैं। उधर, राजद के मुख्य सचेतक सम्राट चौधरी का कहना है कि राज्य के सभी क्षेत्रों में राजद के कायकर्ता घूम-घूमकर लोगों से इस सरकार से मुक्ति के लिए परिवर्तन रैली में भाग लेने की अपील कर रहे हैं। लालू के बेटे तेजस्वी यादव भी परिवर्तन रैली को सफल बनाने के लिए जगह-जगह दौरा कर लोगों को रैली में आने का न्यौता दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दो मई को पार्टी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें रैली की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। बैठक में राज्य के सभी जिलाध्यक्षों को भी बुलाया गया है, ताकि यह तय किया जा सके किन लोगों को कहां ठहराया जाएगा और उनके खाने-पीने की कहां और क्या व्यवस्था होगी?
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