मंगलवार, 30 अप्रैल 2013

सिन्हा ने माना,सीबीआई स्वायत्त नहीं

सिन्हा ने माना,सीबीआई स्वायत्त नहीं

नई दिल्ली। सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने कबूल लिया है कि जांच एजेंसी स्वायत्त संगठन नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कोयला घोटाले पर रिपोर्ट किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं दिखाई गई थी। रिपोर्ट सिर्फ कानून मंत्री अश्विनी कुमार को दिखाई गई थी।

सिन्हा ने कहा कि मैं सरकार का अंग हूं। मैं स्वायत्त बॉडी नहीं हूं। मैंने रिपोर्ट किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं दिखाई थी। रिपोर्ट सिर्फ कानून मंत्री को दिखाई गई थी। हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने जो चिंताएं जाहिर की है उन्हें दूर करने की कोशिश की जाएगी। सीबीआई पर दबाव के संबंध में पूछे गए सवाल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। सीबीआई के साख के बारे में पूछे गए सवाल पर सिन्हा ने कहा कि ये जनता पर निर्भर है। मुझे इस पर कुछ नहीं कहना।

इससे पहले सीबीआई निदेशक ने माना कि कोयला घोटाले पर बनी ड्राफ्ट जांच रिपोर्ट में बदलाव किए गए थे। स्टेट्स रिपोर्ट के ओरिजनल ड्राफ्ट और संशोधित ड्राफ्ट के बारे में सुप्रीम कोर्ट को विस्तृत जानकारी दे दी गई है।

कोर्ट को रिपोर्ट में किए गए बदलावों के बारे में भी बताया गया है। यह जानकारी भी दी गई है कि किसके कहने पर रिपोर्ट में बदलाव किए गए थे।

सिन्हा ने कहा कि कोर्ट का जो कुछ भी ऑब्जर्वेशन है उस संबंध में हम 6 मई को हलफनामे के जरिए जवाब देंगे। मैं उन परिस्थितियों के बारे में भी जानकारी दूंगा जिसके तहत मैं कानून मंत्री अश्विनी कुमार के दफ्तर गया था।

इस बीच अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल हरेन रावल ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कानून मंत्री को अपना इस्तीफा सौंपा है। रावल ने अटॉर्नी जनरल जीई वाहनवती को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है।

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