मंगलवार, 4 दिसंबर 2012

सड़क हादसों में 2 की मौत,24 घायल

सड़क हादसों में 2 की मौत,24 घायल

जयपुर/अलवर। मंगलवार को दो अलग-अलग जगह पर हुए सड़क हादसों में दो की मौत हो गई जबकि 24 अन्य घायल हो गए। घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराय गया है। पहली घटना जयपुर के मुहाना क्षेत्र में टीलावाला गांव के पास की है,यहां सुबह करीब पौने पांच बजे रोडवेज बस अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई।

घटना में बस में सवार डेढ़ दर्जन से अधिक सवारियां घायल हो गई। दुर्घटना में बस चालक और परिचालक भी गंभीर रूप से जख्मी हुए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाल कर सांगानेर के एक निजी अस्पताल व एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया। बस उदयपुर से जयपुर आ रही थी।

दूसरी घटना अलवर के घासोली गांव के पास की है। यहां रोडवेज बस बेकाबू होकर एक मकान में जा घुसी। हादसे में बस चालक व एक अन्य यात्री की मौके पर मौत हो गई,जबकि 7 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। बस हिडौंन से दिल्ली जा रही थी। बताया जा रहा है कि चालक को झपकी आ गई थी इस वजह से हादसा हुआ। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। करीब आधा दर्जन यात्रियों को गंभीर हालत में अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सांसदों ने कहा,मोदी को मत दो वीजा

सांसदों ने कहा,मोदी को मत दो वीजा

वाशिंगटन। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को बड़ा झटका लगा है। 25 अमरीकी सांसदों ने मोदी पर वीजा बैन जारी रखने की मांग की है। अमरीका के 25 सांसदों ने अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को पत्र लिखकर कहा है कि मोदी को वीजा न दिया जाए।

इन सांसदों का आरोप है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2002 के दंगा पीडितों को इंसाफ नहीं दिलाया। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के इन 25 सदस्यों का ये भी आरोप है कि अगर मोदी को वीजा दिया गया तो गुजरात दंगों की जांच पर असर पड़ेगा। क्लिंटन को ये पत्र 29 नवंबर को लिखा गया था।

पत्र में कहा गया है कि मोदी लगातार सत्ता में हैं। ऎसे में अमरीकी वीजा नीति में बदलाव से मोदी सरकार की उन कोशिशों को बल मिलेगा जिनकी वजह से दंगों की जांच और दोषियों को सजा दिलाने में मुश्किलें पैदा हो रही हैं। सांसदों का ये खत रिपब्लिकन पार्टी के सांसद जो पिट्स और फ्रैंक वूल्फ ने मीडिया को जारी किया।

मोदी को 2005 में जब वीजा देने से इनकार किया गया था तब जॉर्ज बुश अमरीकी राष्ट्रपति थे। हालांकि बीते कुछ दिनों में अमरीका ने अपने रूख में नरमी के संकेत दिए हैं और ये कहा है कि मोदी अगर वीजा के लिए अर्जी देते हैं तो वो इस पर विचार कर सकता है।

कांग्रेस सदस्यों ने पत्र में लिखा है कि भारत एक सफल लोकतंत्र है जो उच्च स्तर के नेतृत्व और प्रगति की आकांक्षा रखता है। यह परेशान करने वाली बात है कि गुजरात हमलों से उनका नाम जुड़ा होने के बावजूद भारत में कुछ राजनीतिक दल मोदी को बढ़ावा दे रहे हैं। अमरीका आने की मंजूरी मिलने से उन्हें 2002 के मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों में अपनी जिम्मेदारी से बच निकलने में और मदद मिलेगी।

जुए में बीवी को ही लगा दिया दांव पर

जुए में बीवी को ही लगा दिया दांव पर

नोएडा। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक व्यक्ति ने जुए में अपनी बीवी को ही दांव पर लगा दिया। वह यह दांव हार गया। पुलिस ने आरोपी शख्स के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पीडिता की ओर से दर्ज कराई शिकायत के मुताबिक दस दिन पहले उसके पति ने जुए में दांव पर लगा दिया। इसके बाद कई लोग उसे अगवा करने के लिए घर पर आ धमके। किसी तरह वह बदमाशों के चंगुल से भागने में कामयाब हो गई।

इसके बाद उसने नोएडा के जारचा पुलिस स्टेशन में पति के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पीडिता ने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही पति उसे प्रताडित करने लगा। वह छोटे भाई के साथ सेक्स के लिए दबाव बनाने लगा। जब उसने ऎसा करने से मना कर दिया तो उसकी जमकर पिटाई की गई।

रेत पर नाम लिखते नहीं


 रेत पर नाम लिखते नहीं 

रेत पर लिखे नाम कभी 

टिकते नहीं लोग कहते हैं 

पत्थर दिल हैं हम लेकिन 


पत्थरों पर लिखे नाम 

कभी मिटते नहीं.

foto....1971 भारत-पाक युद्धः भारतीय सेना की अमर गाथा







भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ 1971 का युद्ध भारतीय इतिहास में हमेशा अमर रहेगा। लगभग दो हफ्ते (3-16 दिसंबर) तक चले इस युद्ध के बाद दुनिया के पटल पर बांग्लादेश नामक नए मुल्क का उदय हुआ। भारतीय जाबांजों के साहस और जीवटता के आगे पाकिस्तानी सेना ने घुटने टेक दिए थे। इसे हिंदुस्तान की अब तक की सबसे बड़ी युद्ध विजय कहा जाता है।

25 मार्च, 1971 को पाकिस्तान के सैनिक तानाशाह याहिया खां ने पूर्वी पाकिस्तान की जन भावनाओं को सैन्य ताकत से कुचलने का आदेश दिया। पाकिस्तानी सेना ने बांग्लादेश के बड़े नेता शेख मुजीबुर्रहमान को गिरफ्तार कर दमन चक्र शुरू कर दिया। इधर परेशान और आहत पूर्वी पाकिस्तान के लोगों का हिंदुस्तान आने का सिलसिला शुरू हुआ।

पाकिस्तानी सेना के दमन चक्र बढ़ने के बाद भारत पर दबाव पड़ने लगा कि वह पूर्वी पाकिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप करे। तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस मसले पर थलसेना अध्यक्ष जनरल मानकेशॉ से राय मांगी। मानेक शॉ ने इंदिरा गांधी को साफ कर दिया कि वह पूरी तैयारी के साथ ही जंग के मैदान में उतरना चाहेंगे।

3 दिसंबर 1971 को अचानक पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय सीमा पर पठानकोट, श्रीनगर, अमृतसर, जोधपुर और आगरा के सैनिक हवाई अड्डों पर बम गिराने शुरू कर दिए। कलकत्ता में जनसभा कर रहीं इंदिरा गांधी ने उसी समय दिल्ली लौटने का फैसला किया। मंत्रिमंडल की आपात बैठक में इंदिरा ने देश को संबोधित किया। और फिर शुरू हुई भारतीय सेना की अमर गाथा...।

पूर्व में तेजी से आगे बढ़ते हुए भारतीय सेना ने जेसोर और खुलना पर कब्जा कर लिया। तंगेल पर कब्जा और पाकिस्तानी सेना के ढाका भागने वाले मार्गों को बंद करने के तुरंत बाद मानके शॉ ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल नियाजी को अपना संदेश भेजकर आत्मसमर्पण करने को कहा। इस युद्ध में पूर्वी कमान के स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल जेएफआर जैकब की भी अहम भूमिका रही।

15 दिसंबर को पाकिस्तानी सेनापति जनरल एके नियाजी ने युद्धविराम की प्रार्थना की। 16 दिसंबर 1971 को करीब 90,000 पाकिस्तानी फौजों ने आत्मसमर्पण कर दिया। याहिया खां पूरी तरह हार मान चुके थे। इस तरह बांग्लादेश नामक नए मुल्क का उदय हो गया।

foto...खतरे में जैसलमेर का किला






खतरे में जैसलमेर का किला


उपेक्षा के दंश, प्रकृति के बदलते तेवर और इंसान की बढ़ती जरूरतों ने विश्व की अनमोल धरोहरों में से एक सोनार किले को जर्जर हालात में पहुंचा दिया है. हालियां रिपोर्टों और आए दिन इसकी गिरती दीवारों ने यहां रहने वालों की पेशानी पर बल लाना तो शुरू कर दिया है पर प्रशासनिक उपेक्षा का आलम बरकरार है.
जैसलमेर का किला 
ज्‍योलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के एक उच्च अधिकारी बताते हैं कि किले के पहाड़ की मिट्टी 154 लाख साल पुरानी है. अब जहां मिट्टी का 'हृास' हो रहा है, वहीं सीवरेज का पानी नींव में जा रहा हैं. और तो और, किले में चल रहे नए निर्माण कार्य से पहाड़ पर बढ़े भार ने आग में घी का काम किया है.

बॉम्बे कोलेबरेटी अर्बन डिजाइनिंग ऐंड कंजर्वेशन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर, स्ट्रक्चरल ज्‍योटेकनीकल वर्क एस.सी. देशपांडे बताते हैं कि किले के पहाड़ में हो रही हलचल की जांच के लिए करीब 9 स्थानों पर टेस्टिंग की गई थी. इसके डाटा का आकलन यूके में किया गया था. इसकी स्टडी रिपोर्ट सचमुच चौंकाने वाली है. किले की हालत बहुत खराब है. इसके पहाड़ खिसक रहे हैं. करीब 3 स्थानों पर पहाड़ में न केवल मूवमेंट हो रहा है बल्कि कोटड़ी पाड़ा, ढूंढा पाड़ा और एक अन्य स्थान पर भूकंप की फॉल्ट लाइन की पहचान की गई है.

वर्ल्ड वॉच मॉन्युमेंट की भारत में प्रतिनिधि अमिता बेग दुनिया की चुनिंदा 100 धरोहरों में शुमार इस विख्यात किले के दिनोदिन खतरनाक हालत में तब्दील होने से खासी दुखी हैं. वे बताती हैं ''किले की नींव में लगातार पानी जाने से पहाड़ीनुमा ढलान धंसती जा रही है. इसमें झुकाव शुरू हो गया है. किले के पत्थर अंदर ही अंदर मिट्टी में बदलते जा रहे हैं.''

किले के साथ की जा रही छेड़छाड़ और बारिश से 99 बुर्जों वाले इस किले के 16 बुर्ज पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं. उधर, किले के बारे में स्टडी, रिसर्च व योजनाएं बनाने में पिछले 8 साल से बैठकें और दौरे हो रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्य शुरू नहीं हो सका है. हर छह माह में एएसआइ के उच्चाधिकारी बदल जाते हैं. पिछले तीन साल में जैसलमेर में पांच जिला कलेक्टर बदले जा चुके हैं. इसी कारण संरक्षण कार्य सही ढंग से नहीं हो पा रहा है.

केंद्र सरकार ने सोनार किले के संरक्षण के लिए किए जाने वाले खर्च के लिए नोडल एजेंसी नेशनल कल्चर फंड बना रखा है. उसने 4 करोड़ रु. दिए थे जबकि 2.5 करोड़ रु. वर्ल्ड वॉच मॉन्युमेंट ने मुहैया करवाए थे, यह राशि उनके बैक खातों में 2003 से पड़ी है. इस प्रकार 6.5 करोड़ रु. आठ साल से नेशनल कल्चर फंड के बैंक खातों में जमा हैं. लेकिन उनका कोई इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है.

गौरतलब है कि भाटी राजपूतों की आठवीं राजधानी लुद्रवापुर में थी. मगर वह हर लिहाज से असुरक्षित थी. मुगलों के बार-बार होने वाले हमलों से दुखी तत्कालीन राजा जैसल ने लुद्रवा से करीब 18 किमी दूर त्रिकुट पर्वत पर 1212 में 99 बुर्जों वाला एक शानदार किला बनवाया. इस किले की संरचना इस तरह की गई थी कि दुश्मन लाख चाहे तो इस पर हमला नहीं कर सकता था.

आज इस किले में एक पूरा शहर समाया हुआ है. यहां करीब 5,000 की आबादी, छोटे बड़े 30 से ज्‍यादा होटल, एक दर्जन रेस्तरां, 100 से ज्‍यादा छोटी-मोटी दुकानें हैं. पुरातत्व प्रशासनिक अधिकारी व अन्य संस्थाएं इसके संरक्षण को लेकर कभी-कभी होने वाली बैठकों में घड़ियाली आंसू बहा कर अपने फर्ज की इतिश्री कर लेते हैं.

जैसलमेर में 8 नवंबर, 1991 और 26 जनवरी, 2001 को जबरदस्त भूकंप आया था. इस दौरान भी सोनार किले को भारी नुकसान पहुंचा था. यहां के मकानों में दरारें आई थीं और कई जर्जर इमारतों की दीवारें ढह गई थीं. पिछले साल आए भूकंप से भी सोनार किले में बड़ी संख्या में मकानों में दरारें आई थीं.

इन सारे हालात को देखते हुए अगर सरकार समय रहते हरकत में नहीं आती तो ऐतिहासिक महत्व के इस किले को कभी भी बड़ा नुकसान होने की पूरी संभावना है. खास यह है कि यहां रहने वाले लोग भी खतरे के साये में हैं.



 

ओम बन्ना की पुण्यतिथि पर भजन संध्या

ओम बन्ना की पुण्यतिथि पर भजन संध्या
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रोहट बांडाई गांव के पास ओमबन्ना की पुण्यतिथि पर गुरुवार को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। शुक्रवार को महाप्रसादी होगी। भजन संध्या में रमेश माली सहित अनेक भजन गायक प्रस्तुतियां देंगे। आयोजन की तैयारियों को लेकर भीमसिंह चोटिला,चामुंडरायसिंह रोहट, मनोहरसिंह निंबली, गणपतसिंह चोटिला सहित भक्तगण तैयारियों में जुटे हुए हैं।

भू-माफियाओं पर मेहरबानी!



जयपुर। प्रदेश में गृह निर्माण सहकारी समितियों पर लगी रोक के बाद भी सुविधा क्षेत्र को ताक पर रखकर अवैध तौर पर कॉलोनी की 70 फीसदी भूमि पर भूखंड काटने वाले भू-माफियाओं को राज्य सरकार ने उपकृत करने का फैसला किया है। इसके तहत सरकार अब प्रशासन शहरों के संग अभियान में प्रदेश भर में कृषि भूमि पर बसी ऎसी सैकड़ों कॉलोनियों का नियमन करेगी, जिनमें सुविधा क्षेत्र 40 के बजाय 30 फीसदी ही बचा हो। अभियान से जुड़े मामलों पर निर्णय के लिए नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के संयोजन मेंं गठित राज्य स्तरीय एम्पावर्ड कमेटी ने सोमवार को यह फैसला किया।
 
नियमों के अनुसार भूखंड और सुविधा क्षेत्र में 60:40 का अनुपात रखना जरूरी है। गृह निर्माण सहकारी समितियों की कॉलोनियों के नियमन की कट ऑफ डेट 17 जून 1999 के बाद भी भू-कारोबारियों ने अवैध कॉलोनियां काटने का गोरखधंधा जारी रखा। इसके कारण कॉलोनियों में 40 के बजाय 30 फीसदी ही सुविधा क्षेत्र बच पाया है।

80 फीसदी निर्माण जरूरी
कमेटी के फैसले के मुताबिक 17 जून 1999 के बाद इस वर्ष 2 मई तक बसी कॉलोनियों के भूखंडधारियों को भी पट्टे मिल सकेंगे। लेकिन कॉलोनी में 80 फीसदी या इससे अघिक भूखंडों पर निर्माण जरूरी है। कॉलोनी में सड़कों की न्यूनतम चौड़ाई भी 30 फीट हो। अगर मौके पर इससे कम चौड़ाई की सड़क है तो भूखंडधारी को पट्टा तो 30 फीट के हिसाब से ही मिलेगा। पट्टा लेने के लिए उसे यह शपथ पत्र देना होगा कि तीस फीट में आ रहे निर्माण को वह हटा लेगा और भविष्य में निर्माण नहीं करेगा।

जैसलमेर जिला प्रमुख अनाधिकृत रूप से अशोक स्तंभ का प्रयोग कर रहे हैं


जैसलमेर जिला प्रमुख अनाधिकृत रूप से अशोक स्तंभ का प्रयोग कर रहे हैं


प्रमुख के खिलाफ अभियोजन चलाने की स्वीकृति मांगी


जैसलमेरजिला परिषद के जिला प्रमुख अब्दुला फकीर द्वारा अपने व्यक्तिगत लेटर हेड पर राष्ट्रीय प्रतीक (अशोक स्तंभ) का प्रयोग करने को लेकर स्वच्छ सेवा संस्थान के अध्यक्ष ने गृहमंत्री भारत सरकार को पत्र लिखकर जिला प्रमुख के खिलाफ अभियोजन चलाने की स्वीकृति मांगी है।

संस्थान के अध्यक्ष डॉ. बी.पी.सिंह ने गृहमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि भारत के राष्ट्रीय प्रतीक का उपयोग एवं प्रयोग राष्ट्रीय संप्रतीक (अनुचित प्रयोग निषेध) अधिनियम 2005 की अनुसूची प्रथम, द्वितीय, तृतीय में नामित पदाधिकारियों द्वारा ही किए जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि जिला प्रमुख अब्दुला फकीर द्वारा बिना स्वीकृति के अपने व्यक्तिगत लेटर हेड पर अशोक स्तंभ को अनाधिकृत रूप से बिना स्वीकृति के छापकर इस राष्ट्रीय संप्रतीक का दुरुपयोग कर इस कानून के अधीन अपराध जानबूझ कर खुलेआम किया जा रहा है। डॉ. बी.पी.सिंह ने जिला प्रमुख अब्दुला फकीर के विरुद्ध सक्षम न्यायालय में अभियोजन चलाने की स्वीकृति मांगी है।

राजस्थानी भाषा रो हैलो जनजागरण कार्यक्रम का आयोजन



राजस्थानी भाषा रो हैलो जनजागरण कार्यक्रम का आयोजन


पोस्टकार्ड अभियान का दूसरा चरण 

बारह साल की बच्ची पर टूटा भाई-बाप का कहर, अकेली पाकर किया रेप

सवाई माधोपुर.कुंडेरा गांव के एक परिवार में रविवार शाम बारह वर्षीया बालिका से उसके पिता और भाई ने ज्यादती की। घटना से कस्बे एवं आसपास के गांवों में सनसनी फैल गई। घटना के समय बालिका की मां बड़ी बेटी के हालचाल पूछने गई थीं। शाम को पिता और भाई नशे में धुत्त घर लौटे। 
बालिका ने उन्हें गरम खाना बनाकर खिलाया। सोते समय भाई और पिता ने उसके कमरे घुसकर ज्यादती की। सूचना पर कोतवाली थानाधिकारी रामगोपाल पारीक स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे।

दोनों आरोपियों को पूछताछ के लिए थाने पर लाए। पुलिस अधीक्षक परम ज्योति ने भी थाने पहुंचकर पीड़िता और उसकी मां से बात की। थानाधिकारी को शीघ्र जांच पूरी करने के निर्देश दिए। कोतवाली थानाधिकारी रामगोपाल पारीक ने बताया कि मेडिकल जांच में बालिका की उम्र १२ साल व उससे ज्यादती होने की पुष्टि हुई है।

रविवार शाम कुंडेरा गांव में बारह वर्षीया बालिका से उसके पिता और भाई द्वारा ज्यादती किए जाने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही वे एएसआई वीरेंद्र सिंह और थाने के स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे।

इस दौरान पड़ोसियों एवं गांव के लोगों ने बालिका के पिता और भाई को पकड़कर बिठा रखा था। लोगों ने पुलिस को समूचे घटनाक्रम से अवगत कराया और पुलिस तफ्तीश के लिए आरोपी पिता और भाई को पकड़कर थाने पर ले आई। मामले की जांच थानाधिकारी द्वारा की जा रही है।

मां गई थी बड़ी बेटी से मिलने

घटना के अनुसार कुंडेरा गांव के एक परिवार में शाम के समय बारह वर्षीया बालिका, उसका भाई और पिता मौजूद थे।

मां उसकी बड़ी बेटी के हालचाल पूछने गई थी। शाम होने के बाद पिता और भाई दोनों नशे में धुत्त होकर घर लौटे, बालिका ने उन्हें गरम खाना बनाकर खिलाया। जब सोने का समय हुआ तो बालिका का भाई और उसका पिता उसके कमरे में घुस गए और उसके साथ ज्यादती की।

भाई ने किया भागने का प्रयास

बालिका के चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी एवं गांव के अन्य लोग दौड़ते हुए आए और कमरे को खुलवाने का प्रयास किया। काफी देर तक भी कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो कुछ लोगों ने दीवार की हटी हुई ईंट वाले स्थान से भीतर देखा। यहां बालिका खून से लथपथ पड़ी थी। उसके कपड़े फटे हुए थे तथा चिल्ला रही थी। लोगों ने घर को चारों ओर से घेर लिया।

भाई ने पीछे की दीवार को तोड़कर भागने का प्रयास किया। उसे लोगों ने पकड़ लिया। दीवार में बनाए गए रास्ते से गांव के लोगों ने भीतर घुसकर बाप को भी पकड़ लिया। दोनों नशे में थे। ग्रामीणों ने पिता और भाई को पकड़कर बिठा लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस द्वारा बालिका की मेडिकल जांच करवाई गई। जांच के दौरान चिकित्सकों ने बालिका की उम्र लगभग 12 साल तथा उसके साथ ज्यादती होने की पुष्टि की है। अस्पताल में काफी देर प्रयासों के बाद चिकित्सकों को खून का बहाव रोका जा सका। चिकित्सकों ने बच्ची की हालत खतरे से बाहर बताई है।

चाची से लिया पर्चा बयान

पीड़िता का चिकित्सा मुआयना करवाया गया है। उसका उपचार करवाया जारहा है। पीड़िता की चाची से बयान लिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक परम ज्योति ने भी कोतवाली थाने पर पहुंच कर पूरी घटना की जानकारी ली।

पहले भी लग चुका है आरोप

लोगों ने थानाधिकारी को बताया कि पीड़िता के भाई पर पूर्व में भी किसी लड़की से ज्यादती का आरोप लग चुका है। थानाधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपियों से मामले के बारे पूछताछ की जा रही है।

नाबालिग युवती से ज्यादती: SP व डिप्टी SP कोर्ट में पेश

बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक व गुड़ामालानी के उप पुलिस अधीक्षक सोमवार को जोधपुर हाईकोर्ट में पेश हुए। इन पुलिस अधिकारियों को एक नाबालिग युवती के साथ ज्यादती की जांच से संबंधित मामले में प्रार्थी जगराम की ओर से दायर विविध याचिका की सुनवाई के तहत तलब किया गया था।
 
अतिरिक्त महाधिवक्ता आनंद पुरोहित व प्रद्युम्न सिंह के माध्यम से पेश हुए बाड़मेर के एसपी राहुल बारहठ और गुड़ामालानी के डिप्टी एसपी अर्जुनसिंह ने कोर्ट में बताया कि प्रार्थी की नाबालिग पुत्री ने दर्ज बयान में एक व्यक्ति पर, जबकि बाद में मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए गए बयान में चार लोगों पर ज्यादती का आरोप लगाया है।

पहले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य की पहचान नहीं हो रही है। वैसे कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। इस पर अदालत ने संतोष प्रकट करते हुए दोनों अधिकारियों को अगली सुनवाई पर पेश होने से छूट दे दी।

सोमवार, 3 दिसंबर 2012

अलवर में फेल हुई कैश सब्सिडी योजना

गरीबों के खाते में सीधे नगद जमा कराने की केंद्र सरकार की भारी-भरकम 'गेमचेंजर' योजना उसके लिए उल्टी भी पड़ सकती है. कम से कम राजस्थान के अलवर में इसके एक साल पुराने पायलट प्रोजेक्ट का अनुभव तो यही दर्शाता है. योजना से जुड़ी मुसीबतों को लेकर कई लोग सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं.

केंद्र सरकार कैश सब्सिडी योजना को अपना ब्रह्मास्त्र बता रही है और इसे पूरे देश में लागू करने का ऐलान भी कर चुकी है. इसी योजना के बूते सरकार 2014 के चुनावी रण में विरोधियों को पटखनी देने का मनसूबा भी पाल रही है.

अगले साल 1 जनवरी से योजना लागू करने से पहले इसका पायलट प्रोजेक्ट भी राजस्थान के अलवर जिले में एक साल पहले शुरू किया गया था, लेकिन अलवर की हकीकत पर गौर करें तो यूपीए 2 का यही ट्रंप कार्ड उसके ही खिलाफ असंतोष की वजह बन सकता है.

ऐसा इसलिए क्योंकि बड़ी तादाद में लोग शिकायत कर रहे हैं कि साल भर हो गया उनके खाते में पैसे ही नहीं आए हैं. इसके अलावा बहुत सारे लोगों के खाते ही नहीं खुले हैं. कहीं बैंक गांव से दूर हैं तो कहीं खाते खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं हैं.

योजना के बारे में अलवर के एक किसान भजन यादव कहते हैं, 'क्या अच्छी है, पैसे देने की योजना. मजदूरी छोड़कर पैसे के लिए बैंक के चक्कर लगाते रहो. वो भी मिलती नही. हमें कोई फायदा नही है. वहीं किसान श्रीराम यादव की शिकायत है कि पहली बार पैसे दिए थे. उसके बाद तो कभी पैसे नहीं मिले. उनका कहना है, 'हमने बैंक में खाते भी खुलवा लिए लेकिन आज दिन तक पैसे नहीं आए.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पहली तिमाही में सभी 13,458 उपभोक्ताओं के खाते में पैसे दिए थे लेकिन दूसरी तिमाही में महज 7415 और तीसरी तिमाही में 3164 उपभोक्ताओं के ही खाते में पैसे जमा हुए. प्रशासन का कहना है कि जिन लोगों ने दिए गए पैसे से केरोसिन नहीं खरीदा उनका पैसा बंद कर दिया गया है.

अलवर के रसद अधिकारी रामचंद्र मीणा का कहना है कि जिन लोगों ने दिए गए पैसे से केरोसिन नहीं खरीदा उनका पैसा हमने बंद कर दिया है.

सवाल उठता है कि अगर किसी महीने में कोई किसी वजह से केरोसिन नहीं ले पाए तो क्या उसका नाम गरीबी लिस्ट से काट देना उचित है. इस योजना के बाद केरोसिन की खपत में 70 फीसदी की कमी आई है लेकिन केरोसिन की कीमत भी 50 रुपये प्रति लीटर हो गई है. जिन्हें खरीदना है वो लोग इस बढ़ी कीमत के लिए सरकार को दोषी मान रहे हैं.




 

औरंगाबाद में स्थित है मध्यकालीन भारत का सबसे ताकतवर किला

औरंगाबाद में स्थित है मध्यकालीन भारत का सबसे ताकतवर किला जिसे सभी दौलताबाद किले के नाम से जानते हैं. दौलताबाद औरंगाबाद से 14 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में बसा एक 14वीं सदी का शहर है. शुरू में इस किले का नाम देवगिरी था जिसका निर्माण कैलाश गुफा का निर्माण करने वाले राष्ट्रकुट शासक ने किया था.दौलताबाद किला
अपने निर्माण वर्ष (1187-1318) से लेकर 1762 तक इस किले ने कई शासक देखे. इस किले पर यादव, खिलजी, तुगलक वंश ने शासन किया. मोहम्मद बिन तुगलक ने देवगिरी को अपनी राजधानी बनाकर इसका नाम दौलताबाद कर दिया. आज दौलताबाद का नाम भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में वर्णित है.

दौलताबाद अपने दुर्जेय पहाड़ी किले के लिए प्रसिद्ध है. 190 मीटर ऊंचाई का यह किला शंकु के आकार का है. क़िले की बाहरी दीवार और क़िले के आधार के बीच दीवारों की तीन मोटी पंक्तियां हैं जिसपर कई बुर्ज बने हुए हैं. प्राचीन देवगिरी नगरी इसी परकोटे के भीतर बसी हुई थी. इस किले की सबसे प्रमुख ध्यान देने वाली बात ये है कि इसमें बहुत से भूमिगत गलियारे और कई सारी खाईयां हैं. ये सभी चट्टानों को काटकर बनाए गए हैं. इस दुर्ग में एक अंधेरा भूमिगत मार्ग भी है, जिसे ‘अंधेरी’ कहते हैं. इस मार्ग में कहीं-कहीं पर गहरे गड्ढे भी हैं, जो शत्रु को धोखे से गहरी खाई में गिराने के लिए बनाये गये थे.

किले के प्रवेश द्वार पर लोहे की बड़ी अंगीठियां बनी हैं, जिनमें आक्रमणकारियों को बाहर ही रोकने के लिए आग सुलगा कर धुआं किया जाता था. चांद मीनार, चीनी महल और बरादारी इस किले के प्रमुख स्मारक हैं. चांद मीनार की ऊंचाई 63 मीटर है और इसे अलाउद्दीन बहमनी शाह ने 1435 में दौतलाबाद पर विजयी होने के उपलक्ष्य में बनाया था. यह मीनार दक्षिण भारत में मुस्लिम वास्तुकला की सुंदरतम कृतियों में से एक है. मीनार के ठीक पीछे जामा मस्जिद है. इस मस्जिद के पिलर मुख्यतः मंदिर से सटे हुए हैं.

इसके पास चीनी महल है जहां गोलकोंडा के अंतिम शासक अब्दुल हसन ताना शाह को औरंगजेब ने 1687 में कैद किया था. इसके आस-पास घुमावदार दुर्ग हैं.

जैन पंडित हेमाद्रि के कथनानुसार देवगिरी की स्थापना यादव नरेश भिलम्म (प्रथम) ने की थी. यादव नरेश पहले चालुक्य राज्य के अधीन थे.

भिलम्म ने 1187 में स्वतंत्र राज्य स्थापित करके देवगिरी में अपनी राजधानी बनाई. उसके पौत्र सिंहन ने प्राय: संपूर्ण पश्चिमी चालुक्य राज्य अपने अधिकार में कर लिया. देवगिरी के किले पर अलाउद्दीन खिलजी ने पहली बार 1294 में चढ़ाई की थी. इसमें हार के फलस्वरूप यादव नरेश को राजस्व देना स्वीकारना पड़ा लेकिन बाद में उन्होंने जब दिल्ली के सुल्तान को राजस्व देना बन्द कर दिया तो 1307, 1310 और 1318 में मलिक कफूर ने फिर देवगिरी पर आक्रमण किया.

1327 में मोहम्मद बिन तुगलक ने देवगिरी को अपनी राजधानी बनाई और इन्होंने ही इसका नाम देवगिरी से दौलताबाद रखा. मुगल बादशाह अकबर के समय देवगिरी को मुगलों ने जीत लिया और इसे मुगल साम्राज्य में शामिल कर लिया गया. 1707 ईस्वी में औरंगजेब की मौत तक इस किले पर मुगल शासन का ही नियंत्रण रहा. जब तक कि ये हैदराबाद के निजाम के कब्जे में नहीं आया.

देवगिरी के आसपास क्या देखें

अजंता-एलोरा की गुफाएं यहां से केवल 16 किलोमीटर दूर हैं.

कैसे पहुंचें-

सड़क मार्ग
औरंगाबाद और एलोरा के बीच चलने वाली रोडवेज की बसों से यहां पहुंचा जा सकता है. इसके अलावा आप टैक्सी के जरिए भी यहां सुगमता से पहुंच सकते हैं.

वायु मार्ग
यहां से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा औरंगाबाद है. इस हवाई अड्डे के लिए मुंबई, दिल्ली, जयपुर और उदयपुर से उड़ानें भरी जा सकती हैं.

रेल यात्रा
मुंबई और देश के अन्य भागों से औरंगाबाद आसानी से पहुंचा जा सकता है. मुंबई से यहां दो सीधी ट्रेनें हैं. तपोवन एक्सप्रेस सुबह के समय मुंबई से चलती है और औरंगाबाद दिन में पहुंचा देती है. इसके अलावा देवगिरी एक्सप्रेस है जो मुंबई से रात को चलती है.


 

चीन की चांद पर सब्जियां उगाने की योजना





चीनी अंतरिक्ष वैज्ञानिक आने वाले भविष्य में चांद या मंगल ग्रह पर सब्जियां उगाने की योजना बना रहे हैं. अंतरिक्ष में जाने वाले वैज्ञानिकों को सब्जियां और आक्सीजन मुहैया कराने के लिए इस योजना पर काम किया जा रहा है.

बीजिंग स्थित चीनी एस्ट्रोनोट रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर के उप निदेशक देंग यीबिंग ने सफल लैब परीक्षणों के बाद कहा कि हालिया परीक्षण आक्सीजन, कार्बन डाईआक्साइड और जल को आधार बनाकर किए गए.

उन्होंने बताया कि एक 300 क्यूबिक मीटर के केबिन में दो लोगों को हवा, जल और खाद्य आपूर्ति के साथ रखा गया. केबिन में मौजूद दोनों लोगों को आक्सीजन उपलब्ध कराते हुए और कार्बन डाई आक्साइड ग्रहण करते हुए चार प्रकार की सब्जियां उगायी गयीं. ये दोनों व्यक्ति अपने भोजन के लिए ताजा सब्जियां भी उगा सकते थे. शिन्हवा संवाद समिति ने यह खबर दी है.

देंग ने बताया कि चीन में अपनी किस्म का यह पहला परीक्षण था और देश के मानव युक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के दीर्घकालिक विकास की दृष्टि से काफी

Jalta Hai Jiya Mera [Original song] Zakhmee - 1975

Tere Sang Pyar Mein Nahin Todna (Duet)-Naagin.flv

देश रे सबसूं बड़ै प्रदेश रै दूजै सबसूं बड़ै जिले रो नांव है बाड़मेर।

बाडमेर जिले रो सामान्य परिचय
सहयोग कर्ता रो नाम अने ठिकाणो
अर्जुन दान जी चारण
उगांव पोस्ट- करमावास
वाया-समदड़ी, जिला बाड़मेर-344021
हाल- सहायक वन संरक्षक
फलौदी, जिला- जोधपुर
मो.- 9414482882
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क्षेत्रफल28234.80 वर्ग कि.मी.साक्षरता59.65 प्रतिशत
समुद्र तल सु ऊँचाई3727 फ़ीटआदमियां री साक्षरता73.64 प्रतिशत
बिरखा रो औसत277 मि.मी.लुगाया री साक्षरता43.91 प्रतिशत
उच्चतम तापक्रम46 ं से.ग्रे.नगरपालिका2
न्युनतम तापक्रम5 ं से.ग्रे.55पंचायत समितियाँ8
कुल जनसंख्या19,63,758गांव पंचायता380
आदमियां री संख्या10,35,813राजस्व गांव1640
लुगाया री संख्या9,27,945,तहसील8
ग्रामीण जनसंख्या
शहरी जनसंख्या
देश रे सबसूं बड़ै प्रदेश रै दूजै सबसूं बड़ै जिले रो नांव है बाड़मेर। राजस्थान राज्य रै आथूणी दिस में आयौड़ौ जिलो बाड़मेर जिणरी 270 कि.मी. सीव पाकिस्तान सूं इ लागोड़ी। जिणरौ क्षेत्रफल 28387 वर्ग किलोमीटर है। जिले मांय 1964835 मिनख रेवै जिण मांय 926855 लुगायां अ'र 1038247 आदमी रेवै। शहरी क्षेत्र रै नांव माथै बाड़मेर अ बालोतरा दोय नगरपालिकावां जिणें कुल 145404 मिनख रेवै।
इतिहास
बाड़मेर जिले रौ घणकरौ भाग वो है जिणनै सुतंतरता सूं पैली मालाणी कया करता हा। मालाणी में न्यारा-न्यारा वगत में न्यारा-न्यारा राज। जागीरदरां आपरी हकुमत करी। पुराणै इतिहास में इण खेतर रो संबंध इतिहास सूं रयो है। खैड़ गुहिलां री राजधांनी ही। गुहिलां पछै परमार चौहाण अ'र राठौड़ा रौ राज इ अठै रयो है। राव मल्लीनाथ रै नांव माथे इज इण आखै क्षेत्र ने मालाणी रै नांव सू औलखीजै। जोधपुर रै राठोड़ां रै राज रौ प्रभाव होतां थकां इ मालाणी रा जागीरदार मांयली दीठ सूं सुतंतर ही हा। वि. सं. 1893 में अठै अंगरेजी हुकूमत आयगी अ'र जोधपुर रा हाकिम अठै अकूमत करता। सुतंतरता आंदोलन अ'र सामाजिक सुधार री लैङर अठे इ आई अ'र पछै बाड़मेर जिलौ बण्यौ। इण क्षेत्र री पिछांण मालांणी, शिव, सिवाणा अ'र पचपदरा परगनां सूं ही। आज इण जिले मांय बाड़मेर अ'र बालोतरा दोय उप खंड है। सात तहसीलां - बाड़मेर, बायतू, शिव, चौहटन, गुड़ामालांणी, पचपदरा अ'र सिवाणा है। अठै आठ पंचायत समितियां - बाड़मेर, बायतू, शिव, चौहटन, धौरीमन्ना, सिणधरी, बालोतरा अ'र सिवाणआ है। 380 ग्राम पंचायतां वालो औ जिलौ जैसलमेर पछै दूजे स्थान माथ है क्षेत्रफल रै हिसाब सूं। अई रै रैवासी आपरी मायडभासा राजस्थानी में बंतल करै। पण हिन्दी, अंग्रेजी, सिन्धी, गुजराती भासावां इ समझ लेवे है। साहित्य अ'र संस्कृति रौ अखूट भंडार है। रांणी रूपादे अ'र उणांरै गुरू धारू मेघवाल री भगती री बेलड़ी अठै बज पांगरी अ'र फूली-फली। एक मुसलमांन कवि आपरौ ग्रंथ घ्वीरवांणङ लिखियौ जिणमें उणां माता शारदा अ'र गणपति नै सैसूं पेली नमन करिया है। डाढ़ी बादर रो ग्रंथ डिंगल रो एक लूंठौ ग्रंथ है। डाढी बादर लिखै-सुमप समापौ शारदा, आपौ उकती आप।
कमधां जस वरणन करूं, तुझ महर परताप।।
समरू गणपत सरसती, पांण जोड़्द्व लग पाय।
गाऊं हूं सलपावियां, विध विध सुजस बखांण।।
डिंगल रा इज दूजा डकरेल कवि हा आसाणंदजी बारठ, जिणरा बाघा भरमलजी रा दूहा डिंगल री धरोहर है। आसाणंद रा भतीज अ'र स्वनाम धन्य ईसरदासजी भादरेस रा जाया जलमिया। ईसरदासजी भक्तिरस री धारा अठै चलाई। आप हरिरस, देवियांण जैड़ी भक्तिरस रै ग्रंथां री रचना करी अ'र साथै-साथै वीररस में हालां-झालां री कुडलियां री रचना करी जिकौ डिंगल साहित्य में आपरी ठावी ठौड़ राखै। बांकीदासजी आशिया जिका इण इज जिले रै पचपदरै परगणै रै गांव भांडियावास रा हा, जोधपुर रा राज कवि हा। अंगरेज रै देस माथे चढ़ आवण सूं दुखी होयङर आप राजा अ'र देसवासियों नै ओलभा देतां थकां कयो है।
आयौ अंगरेज मुलक रै ऊपर, आहंस लीधा खेंच उरा।
धणियां मूवां न दीधी धरती, धणियां ऊभां गई धरा।।
महि जातां चीचातां महिलां, ऐ दुय मरण तणा अवसांण।
राखौ रै किंहिक रजपूती, मरद हिंदू की मूसलमांण।।
बात आईज कै रजपूती कोई जात री हिमांणी नी है, जिकौ राखै उणरी है, चावै हिंदू वो कै मुसलमाण। साहित्य री सेवा अठारा स्व. भंवरदांनजी झिणकली, नृसिंहजी राजपुरोहित करी। अबरा इ कई कवि अ'र लिखारा साहित्य री सेवा कर रया है। जिणांमें खीमदांनजी बालेवा, डूंगरदांनजी बलाऊ डिंगल साहित्य में टणका नांव है। डॉ. आइदांनसिंह भाटी, महंत खुशालनाथ धीर, स्वामी जैठानाथ, छगन व्यास अ'र दूजा इ कई नांव है जिका साहित्य री लगोलग सेवा कर रया है।
लोक कला अ'र संस्कृति रा अठै भंडार भरियौड़ा है। अठारा लंगा, मांगलियार, मिरासी, ढोली जिणांरौ पीडियां रौ धंधौ रौ हो अ'र आपरी भेट भराई इण कला सूं इज करता हा। आजादी सू लेङयर 1965 तांई इणारी सगाई सगपण कै व्याव शादी रै मौके होवती ही। पण 1965 रै पछै कोमलजी कौठारी इण सगला गायकी जातियां नै आगे लावण सारू पूरी कोसिस करी अ'र रूपायन संस्थान रै सैयोग सूं इण सगला कलाकारो नै खास पैछांण नी फगत भारत में कराई बल्कि आखी दुनिया में इण कला रौ डंकौ बजाय दीनौ। दुनिया रौ एड़ौ कोई मुलक बाकी नी जठे लंगा, मांगलियार, मिरासी नी पहुंचिया व्है। इण कलाकारां मांय सूं कई जगचावा नांव है- अलादीन लंगा, दीन मोहम्मद लंगा, भूंगरखां, सद्दीक खां, समदर खां।
खनिज ' तेल 
फगत बाड़मेर जिल री आस इज नी खनिज अ'र तेल पण आ आखै राजस्थान री आस है। अठै मिलियौ लिग्नाइट आपरी किसम रौ अ'र इण सूं बिजली बणावण रौ कामं भादरेस गांव में चालू वैगो है। तिण रौ काम राजवेस्ट कम्पनी कर रही है। इणमें एक हजार मेगावाट बिजली बणाई जावेली। इण सारू सगणौ लिग्नाइट जालीपा अ'र कपूरड़ी गांव सूं लायौ जावेला। पाणी खातर 184 किमी लांबी पाइप लाइन इंदिरागांधी नहर सूं बिछाइजगी है। एड़ो अंदाज है कै पूरी खिमता सूं बिजली बणणी सरू होयां पछै प्रदेश में बिजली री कमी कोनी रेवेला। प्राकृतिक तेल रा भंडार इण जिले रै न्यारी न्यारी अगावां मिलिया है। जिणसुं अठै रिफाइनरी लागण री आस जागी है। रिफाइनरी लाग्यां सूं बाड़मेर जिले रै बाशिंदां नै रोजगार तो मिलेगा इस साथै-साथे प्रदेश ने अणूती आमदनी वैला। जिणसूं इण जिले अ'र प्रदेश रो कायापलट रौ काम व्हैला।
उद्योग धंधा अठै घणाइ चालै है। न्यारा न्यारा क्षेत्र में न्यारा न्यारा उद्योग है। बाड़मेर शहर में कपड़ा री रंगाई छपाई रौ आछौ धन्धो चालै है। अठारी चादरां, लुगायां रा कपड़ा अ'र अजख री छपाई जग चावी है। चौहटन अ'र उणरे आसै-पासै रे गांवां से लुगायां कांचरी कसीदाकारी रौ कां करै, जिकौ देखण अ'र सरावण जोग है। लुगायां रा कपड़ा माथै कांचरी कसीदाकारी री कारीगरी देखां तो बाकौ फाट जावै। लुगायां जद इण कसीदाकारी रा कपड़ा पहैरङर निकलै तो सूरज री रोशनी सूं कांच रै टुकडां सूं चिलकौ पड़ै जिकौ च्यारूं मैर चमक पैदा कर दे। बाड़मेर शहर में फर्नीचर रौ कां घणौ आछौ व्हे रयौ है। सरूपांत में अठै लकड़ी रा पागा अ'र घरटी री पुड़ी माथे खुदाई री कां करियो जावतौ पण अबै तो बड़ौ उद्योग बण गयौ है। बाड़मेर मांय 50 रै लगै-टगै कारखांना है, जठै फर्नीचर बणे है। रोहीड़ा री लकड़ी माथै नक्कासी रो कां घणौ सांतरौ व्है है। डबलबैड, ड्रेसिंग टेबल, सौफासेट, बार्डरोब सेन्ट्रल टेबल इत्याद सगला भांत-भांत रा आइटम अठै त्यार व्है रहा है, जिणरी आखै देश अ'र विदेशां में भारी मांग है। फर्नीचर उद्योग तो फल-फूल रयो है, पण इणरै साथे इ रोहिड़ा रौ नां निशान मिटण री तांई पहुंच गियो है। बाड़मेर जिले रै दूजै बड़े नगर बालोतरा री पिछांण रंग-छपाई रै कारण आखै देश में बणी थकी है। बालोतरा अ'र जसोल में 500 सूं वधती फैक्टरियां चाल रही है। जठै परतख अपरतख रूप सूं दस हजार लोगों ने रोजगार मिल रयो है। अठै पोपलीन छीट अ'र वायल री मनमोवणी छपाई रंगोई रौ कां व्है है। आज कालै स्क्रीन प्रिंट (Print) री साड़ियां इ त्यार करीजे है, जिणांरी मांग देश रै खुणै-खुणै में है।
बाड़मेर जिल में स्थापत्य कला रो घणौइ भण्डार है। किराड़ रा जैन मंदिर आपरी कहाणी खुद कैवे है। आज री तारीख में ऐ टूटा भाग मंदिर खुड मूंडै बोले जैड़ा है। उणानै देखङर अन्दाजौ लगायो जाय सके है जद व्है बणिया व्हैला कितरा फूटरा अ'र नांमी रया व्हैला। सिवांणा रौ किलौ, खेड़ रौ रणछोड़ मंदिर, नाकोड़ा रौ जैन मंदिर, जसोल में रांणी भटियांणी रो मंदिर, अटलधांम सिवाणा, आसोतरा रौ ब्रह्मधांम, भीमगोडा, हलदेसर, हिंगलाज माता रो मंदिर, चौहटन मे वीरातरा माता रो मंदिर, राठौड़ां री कुलदेवी नागणैच्या रौ मंदिर सगला आपरी स्थापत्य कला रा न्यारा-न्यारा नमूना पेश कर रया है।बाड़मेर जिले मांय मेळा घणाई भरीजे अ'र लोग इणा में घणै कोड सूं भाग लेवै। बाड़मेर में भरीजण वाला मेळा नीचे मुजब है :-
लाखेटा गैर मेळा :-होली रै पछै तीज रै दिन लाखेटा गांव मांय संतोषभारतीजी री समाधी माथै भरीजण वालो औ मेळो सांस्कृतिक एकता रौ लांठौ नमूनो है। आसै-पासे रा 20 गांवां रा लोग लुगाई टाबर इण मेळा में आवै। गैर नाच री होड़ व्है। पैले दूजै अ'र तीजै ठायै माथै आवण वाली गैर ने ईनांम दईजै।
कांनांणै (कानाना) रो डांडिया गैर मेळो-सीतला माता री याद में कांनांणा गांव में गैर मेळो व्है। अठै डांडिया गैर रो घणौ आछो आयोजन व्है। 30-40 गांवां री गैरां अठै धमचक मांडवै। लुगायां रा टोला ई लूर री तगड़ी बानगी पेश करै।
वीरातरा माता रौ मेळौ : चौहटन तहसील सूं 12 किमी दूर माथै आथूंणी दिस कांनी भाखरां रै बिचै वीरातरा माता रै मंदिर माथै साल मे तीन बार मेळौ भरीजै। मेळा चेत वदी तेरस, भादरवा सुदी तेरस अ'र माध सुदी तेरस रै दिन व्है है।
जसोल रौ रांणी भटियांणी मेळौ :- बालोतरा सूं पांच कि.मी. आंतरे लूणी नही रै दिखणादै कांठै बस्यौड़ीं है जसोल। अठै रांणी भटियांणी रो जग चावौ मंदिर है। अठै वैसाख, असाढ, भादरवा अ'र माघ रै महीनै मेळौ भरीजै। लुगायां रा थट्ट लाग जावे। हियौ हियौ दबीजै। तिल राखण में इ जगा नी रै।
बायत् रो खेमा बाब रौ मेळो :- बालोतरा अ'र बाड़मेर रै बिच्चै आयोड़ै गांव में भादरवा अ'र माध महीनै चांदणी नम रै खेमा बाब रौ मेळौ भरीजै। ऐड़ी मान्यता है कै बाब री किरपा सूं पांन हुयोड़ा ने अठै एकर फेरी दिरावण सूं ठीक होय जावै।
नागांणै रौ नागणेची मेळौ :- राठौड़ राजपूतां री कुलदेवी नागणेची माता रौ मंदिर नागांणै मे है जिसोक कल्याणपुरा सूं बालेसर जावण वाली सड़क माथै है। अठै नवरात्री में साल में दोय बार टणकौ मेळौ भरीजै। आखै देस सूं जातरू अठै आवे अ'र माता इणांरी मनरी इंछा पुरी करै। अठै लकड़ी री मूरत देखण जोग है।
कोलायत मे नौंका विहार री सुविधा भी हैं। अटे रे पवित्र सरोवर रे किनारे कई मंदिर व स्नान घाट बणयोडा हैं।
नागांणै रौ नागणेची मेळौ :- राठौड़ राजपूतां री कुलदेवी नागणेची माता रौ मंदिर नागांणै मे है जिसोक कल्याणपुरा सूं बालेसर जावण वाली सड़क माथै है। अठै नवरात्री में साल में दोय बार टणकौ मेळौ भरीजै। आखै देस सूं जातरू अठै आवे अ'र माता इणांरी मनरी इंछा पुरी करै। अठै लकड़ी री मूरत देखण जोग है।
ब्रह्मधांम आयोतर :- बालोतरा सूं सिवांणै जावतां मारग में आसोतरा ब्रह्मधांम आवै। अठै जैसलमेर रै भाठै रौ मनमोवणो मंदिर बलियोड़ी है। ब्रह्माजी अ'र सवित्रीजी री मूरतां मंदिर में बिराजै। मंदिर बणावणिया महान संत खेतारांमजी रौ मंदिर इ अठै बणियोड़ौ। यूं तो अठै बरस भर जातरू आवता रेवै। पण बैसाख री चांनणी पांचम अ'र छठ ने मेळो भरीजे।
नाकोड़ा तीर्थ :- बालोतरा सूं नव कि.मी. आंतरै भाखरां रै बिचै आयोड़ौ औ तीरथ पूरै देस मे चावौ है। अठै भगवांन री मूरत निज मंदिर मे थरपियोड़ी है। बाकी तीर्थकरां री मूरतां ई अठै बिराजै। नाकोड़ा भैरूजी री मूरत घणी मनमोवणी है। पोष में अंधारी दसमी रौ मेळौ भरीजै। जैन जातरूंवां रै अलावा अठै दूजा जातरू इ घणई आवै। अठै रैवण अ'र भोजन री आछी व्यवस्था है।
तिलवाड़ै री मेळौ :- भारत रा जूना पशु मेळां में सामिल मल्लीनाथ पशु मेळौ तिलवाड़ै जिकौ च्चेतरी रौ मेळौछ ई कैवीजे है। चेत वदी इग्यारस रै दिन झंडो रूपै अ'र पूरा 15 दिन तांई मेळो चालै। अठै राजस्थान, गुजरात, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब प्रदेशां सूं बौपारी डांगर खरीदण सारू आवै। लूणी नदी रै पाट में भरीजण वाले इण मेलै में मालाणी रा घोड़ा, थारपारकर बलद, बाड़मेरी उंट ज्यादा बेचीजै अ'र खरीदीजै। मेलै रै छैलै दिन पशुवां री होडाहोड व्है अ'र जीतववालां ने ईनांम दिरीजै।
बीजा पशुं मेळा :-इणीज भांत जसोल रांणी भटियांणी पशु मेळौ कात्ती सुद पांचम सूं इग्यारस तांई, गुड़ा मालाणी रौ जैतमाल पशुमेळौ काती वद आठम सूं चवदस तांई भरीजै। सिणधरी में बजरंग पशुमेळौ मिगसर सुद पांचम सूं इग्यारस तांई भरीजै।
थार महोत्सव :- होली रै दूजै दिन सूं सरू होयङर सीतला सातम तांई चालण वालौ औ महोत्सव देस विदेश रै पर्यटकां सारू घणौ महतारऊ है। इण मौकै पयर्ण्टकां सारू न्यारी-न्यारी मनमोवणी होड़ां राखीजै। थार महोत्सव बाड़मेर सूं सरू होयङर सीतला सातम रै दिन वीर दुर्गादास रै गांव कांनांणै (कानाना) मांय सीतला माता री पूजा रै साथै पूरो व्है। इण दिन न्यारा-न्यारा गांव री गैरा आवै अ'र पूरा जोस सूं आपरौ हुनर बतावै। इण री खास बात है आंगी गैर। आंगी गैर में गैरिया आपरी कमर माथै 15 मीटर घेर रौ कपड़े रौ वागौ पैरे अ'र पगां में दोय-दोय कीलो रा भारी घूघरा बांधै। पछै नाचै जद आंगी रा घेर अ'र घूघरां री घणकार देखण सुणण जोग व्है। लुगायां रौ नाच करङर सीतलामाता नै मनावै।
इण जिले रै रैवासियां देस आजाद हुवां पछै दोय युद्धां ने परतख झेलिया है। आंन-बांन सारू मरणिया मिनखां भूखा-तिरसा रय ई आपरै जवांनां रै हौसलौ बढ़यौ अ'र दुसमण रा दांत खाटा कर दिखाया है। 1965 रै जुद्ध में रेल्वे रा कर्मचारियां आपरी जांन जोखिम में घालङर काम करियौ। उण सगलां नै घणा-घणा नमन। अठा रा सपूत देस री सेवा में आगीवांण है। सेना में अठा रा सपूत सिपाही सूं लेयङर मेजरजनरल तांई रै औहदे पहुंच्या है तो सिविल सेवा में आई.ए.एस., आई.पी.एस, आई.एफ.एस. रै ऊंचै औहदे माथै इण धरा रा सपूत बिराजै अ'र आकै देस में आपरी सेवावां देवे है। हाईकोर्ट रा जज, पुलिस में डी.जी. माथै अठारा सपूत बिराजा रया है। एक बात, जिका अजै तांई खटकै है, वा आ है कै इण धरती सूं कोई ऐड़ो राजनेता नी हुवो जिणरो पिछांण भारत पूरै में व्है। अ'र जिकै इण क्षेत्र रो भलो पण कर सकै। विधांनसभा में इ कोई ऐड़ो नेता नी हुवो, जिकै जोर सूं अठारी अबखायां ने बताय नै उणाने मिटायी। आसा कर सकां कै आवण वालो समय में अठै ऐड़ौ नेता आवैला।
आज रे समय में इ अठै अजै तांई कई कुरीतियां जड़ां जमायोड़ी है। इणांने मिटावणी घणी जरूरी है। ऐ कुरीतियां फगत सरकारी कानून अ'र उणरै डंडा रै जोर नी मिटैला। समजा ने खुदनै आगै आवणौ पड़ैला। कई सामाजिक कार्यकर्ता कै गैर सरकारी संगठन आगै आवैला तो इज पार पड़ैला। आखातीज रै दिन अठै सैकड़ू बाल विवाह व्है जावै, जिणमें सगला सामिल व्है। नेता, अफसर, सगला। बाल विवाह रोकण सारू शारदा एक्ट बणियोड़ौ है, पण लागू करणो अबखौ कांम है। दूजी कुरीती है अमल खावणौ। सगाई, सगपण, ब्यांव, मुकलावौ अ'र मरतंग, सगला अवसरां माथै अमल खावण री परंपरा। सगाई, ब्यांव में तो एक दिन इज खावे पण मरतंग में तो बारै दिन तांई माखा भिणभिणावता। इणनै मिटावणो घणी जरूरी। एक औरूं कुरीती है टीका-दहेज। इण कुरीती कितरा घर बरबाद कर दीना है अ'र अबै तो इण कुरीती कितनी कन्यावां री भ्रूणहत्यावां कराय दीनी है। इणनै मिटावण री सगलां सूं पैली आवश्यकता है। सरकार कांनी सूं करड़ा कानून बणिया थका है, पण इण सारू आगीवांण तो समाज ने इज होवणो पड़ैला। जिण समाज में औ रोग घणौ बधियोड़ो है, उणांमे आज नी बल्कि अबै इज चेतणो पड़ेला नी तो लाडी री मन में इज रै जावैला।
मेह थोड़ौ नेह घणौ, आछी घणी आ ठौड़।
बढ़िया बाहड़मेर है, मरूधरा रौ मौड़।।

'अयोध्या में एक इंच ज़मीन नहीं छोड़ेंगे मुसलमान'

हैदराबाद. अयोध्या में मंदिर-मस्जिद का मुद्दा फिर से गर्माता लग रहा है। हैदराबाद से लोकसभा सांसद असादुद्दीन ओवैसी (तस्वीर में) ने कहा है कि मुसलमान अयोध्या में ढहाई गई बाबरी मस्जिद की एक इंच जमीन नहीं छोड़ेंगे। मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के अध्यक्ष ओवैसी ने कहा कि बाबरी मस्जिद मामले में हर कदम पर मुसलमान छले गए हैं। ओवैसी ने कहा कि देश में शांति और कानून-व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए न्याय किया जाना चाहिए।
'अयोध्या में एक इंच ज़मीन नहीं छोड़ेंगे मुसलमान' 
ओवैसी यहां एमआईएम मुख्यालय दारुस्सलाम में रविवार रात युनाइटेड मुस्लिम ऐक्शन कमिटी द्वारा आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे। यह सभा विवादित ढाचे को ढहाए जाने की 20वीं बरसी से पहले आयोजित की गई थी। अयोध्या में विवादित ढाचे को 06 दिसंबर, 1992 को ढहा दिया गया था। बाबरी मामले का पूरा ब्यौरा पेश करते हुए ओवैसी ने मुसलमानों से आग्रह किया कि उन्हें कानूनी लड़ाई में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सफलता के लिए दुआ करनी चाहिए। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच द्वारा 30 सितंबर, 2010 को दिए गए फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। हाई कोर्ट ने 2.77 एकड़ विवादित भूमि को हिंदुओं और मुसलमानों के बीच तीन भागों में बांटने का निर्देश दिया था। इसमें से दो हिस्सा भूमि हिंदू संगठनों को दिया जाना था, जबकि बाकी एक-तिहाई हिस्सा मुसलमानों को दिया जाना था।

युनाइटेड मुस्लिम ऐक्शन कमिटी के संयोजक अब्दुल रहीम कुरैशी ने कहा कि विवादित ढाचे के ढहाए जाने से धर्मनिरपेक्षता और न्याय की हत्या हो गई। उन्होंने कहा कि मुसलमान इस हादसे को कभी भी नहीं भूल पाएंगे। हालांकि, मुस्लिम जगत के कई जानकार यह कहते हैं कि अयोध्या मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह मुसलमानों को मंजूर होगा। वकील और मुस्लिम धर्म से जुड़ी कुछ प्रमुख संस्थाओं के सदस्य जफरयाब जिलानी ने हाल ही में एक टीवी चैनल से बातचीत में ऐसी बात की थी।

-राजस्थानी के बिना हम अपनी सांस्कृतिक पहचान खो देंगे





राजस्थानी भाषा मान्यता पोस्ट कार्ड अभियान


--राजस्थानी के बिना हम अपनी सांस्कृतिक पहचान खो देंगे

बाड़मेर। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति तथा राजस्थानी मोटियार परिषद के संयुक्त तत्वावधान में राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलाने के उद्देश्य से कलरव माध्यमिक विद्यालय में म्हारी जुबान रो तालो खोलो पोस्टकार्ड अभियान के द्वितीय चरण में अभियान के तहत संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता की अध्यक्षता में राजस्थानी भाषा रो हैलो जनजागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजस्थानी रो हैलो जन जागरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि राजस्थानी भाषा समृद्व भाषा है जो हमारी संस्कृति और परम्परा का प्रतीक है। उन्होने कहा कि राजस्थान की ओलखाण राजस्थानी से है। हम अपनी मायड़ भाषा को दरकिनार कर अपनी पहचान खोते जा रहे है। उन्होने कहा कि राजस्थान के विकास में राजस्थान की संस्कृति इतिहास और परंपरा का अहम योगदान रहा है। सात समंदर पार से आने वाला पर्यटक राजस्थानी संस्कृति परंपरा और इतिहास को देखने आता है जब हम अपनी पहचान ही खो देंगे तो पर्यटक राजस्थान क्यों आएगा।

उन्होने कहा कि घर की संस्कृति परंपरा को बरकरार रखना हमारा दायित्व हैं। हमें अपनी भाषा को मान्यता दिलाने का पुरजोर प्रयास करे। उन्होने कहा कि बाड़मेर जिले से राजस्थानी भाषा को मान्यता देने का जो प्रयास हो रहे है उन्हें राष्ट्रपति तक पहूंचाने की जिम्मेदारी मेरी है। उन्होने कहा कि बाड़मेर के राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल को राष्ट्रपति से मुलाकात के पूरे प्रयास कर जल्द मिलवाने तथा पुरजोर तरीके से मान्यता की मांग रखेंगे। उन्होने कहा कि अपनी घर की बोली हमारी धरोहर है। इस धरोहर को ध्वस्त ना होने दे। इस अवसर पर रिड़मल सिंह दांता ने कहा कि वो इंसान ही क्या जिसे अपनी माँ, मातृभूमि तथा मायड़ भाषा से प्रेम ना हो।

उन्होने कहा कि देश के अन्य प्रांतो की छोटीछोटी बोलियों को संवैधानिक भाषा का दर्जा दिया गया मगर राजस्थानी भाषा आज भी वंचित है जो कष्टदायी है। इस अवसर पर जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलने तक आंदोलन तथा अभियान जारी रहेगा। उन्होने कहा कि पूरे जिले में समिति का नेटवर्क बन गया है। जनता का सीधा जुड़ाव अभियान से होना साबित करता है कि राजस्थानीयों के मन में मायड़ भाषा की हुक उठ चुकी है जो संसद तक जाएगी।

इस अवसर पर राजस्थानी मोटियार परिषद के नगर अध्यक्ष रमेश सिंह इन्दा ने कहा कि मायड़ भाषा का सम्मान है। जिसका हमे दिल से सम्मान करना होगा। विद्यालय व्यवस्थापक रमेश सांचिहर ने कहा कि अभियान से मातृ शक्ति को जोड़ने का भी पूर्ण प्रयास होगा। उन्होने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के पीछे भागने की बजाए हमें अपनी संस्कृति और भाषा का निर्वहन करना चाहिए। इस अवसर परप्रधानाध्यापक लक्षमण सिंह राठोड ने कहा कि युवाओं का ऐसा दल तैयार हुआ जो निस्वार्थ भावना से अपनी मायड़ भाषा को मान्यता दिलाने का पुरजोर प्रयास कर रहा है। उन्होने कहा कि मायड़ भाषा के प्रति युवाओं में सकारात्मक सोच राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए पर्याप्त है। इस अवसर पर परिषद् के सह जिला संयोजक दिग्विजय सिंह चुली ने कहा कि बाड़मेर जिले में जो आवाज राजस्थानी भाषा को मान्यता की जुड़ी है वो पूरे राजस्थान में फैल चुकी है। उन्होने कहा कि हस्ताक्षर अभियान तथा पोस्टकार्ड अभियान में आमजन को भागीदारी ने मान्यता का रास्ता तय कर दिया है।समारोह में गिरीश व्यास ,हेमराज ,नवीन जोशी ,सवाई लाल ॐ प्रकाश ,किशोर कुमार ,तनुजा सांचिहर ,सुरेश सिंह कोमल सांवत ,सोनिया ,जीवन राम शांति सहित , ,सहित स्कूल के अध्यापक ,पार्षद और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ,इस अवसर पर शीत कालीन संसद सत्र में राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के लिए प्रधानमंत्री ,सांसद और गृह मंत्री के नाम सेकड़ो पोस्ट कार्ड लिखे गए ,.

राजस्थानी साहित्य किया भेंट

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति और मोटियार परिषद् द्वारा राजस्थानी भाषा के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए विद्यार्थियों के लिए राजस्थानी साहित्य स्कूलों में भेंट करने का भी आज आगाज़ किया ,समिति के पदाधिकारियों ने राजस्थानी साहित्य पत्रिका कठेसर की प्रतिया विद्यालय प्रबंधन को भेंट की ..

जैसलमेर से चोरी गई बोलेरो बरामद, खरीदार आरोपी गिरफ्तार


एक पखवाडे में वाहन चोरो के विरूद्ध जैसलमेर जिला पुलिस की दूसरी बडी कार्यवाही,
  जैसलमेर   से चोरी गई बोलेरो बरामद, खरीदार आरोपी गिरफ्तार

जैसलमेर हाल ही के कुछ दिनों में जिला जैसलमेर में वाहन चोरियों की वारदातो के बने के कारण पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियों एवं थानाधिकारियो को अपनेअपने हल्खा क्षैत्र में चोरी हुए वाहनो को तलाश कर जल्द से जल्द बरामद कर वाहन चोरो को गिरफतार करने के निर्देश दिये। जिस पर पुलिस थाना सांगड के हल्खा क्षैत्र में दिनांक 20.11.2012 की रात्रि में चोरी हुई गाडी को बरामद किया जाकर आरोपियों की तलाश जारी है।

इसी प्रकार गत दिनों  मध्यरात्रि इण्डेन गैस एजेन्सी के सामने जैसलमेर से दो अज्ञात चोरों द्वारा एक बोलेरो गाड़ी नम्बर आर.जे. 04 टीए 2249 के डुप्लीकेट चाबी लगाकर चुराकर ले जाने की वाहन मालिक सुमेरसिंह की रिपोर्ट पर पुलिस थाना जैसलमेर में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान भगवानसिंह सउनि के जिम्मे किया गया। उक्त घटना की सुचना उच्च अधिकारियो को देने पर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल द्वारा उक्त घटना को गम्भीरता से लेते हुए थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर वीरेन्द्रसिंह निपु को उक्त चोरी पर जल्द से जल्द कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। जिस पर वीरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर व ओम प्रकाश गौदारा नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना सांगड़ के नेतृत्व में विशोष टीमें गठित की गई जिसमें पुलिस थाना जैसलमेर से भगवानसिंह सउनि, कानि0 बस्ताराम, माधोसिंह एवं कार्यालय में तैनात मुकेश बीरा व पुलिस थाना सांगड़ से मुख्य आरक्षक नीम्बसिंह, कानि. रामसिंह, रायमलराम, दिलीप कुमार मामुर किये गये तथा विश्वसनीय मुखबीर मामुर कर चोरी गये वाहन व मुल्जिम की तलाश हेतु पुलिस टीम द्वारा धोरीमना, गुड़ा मालानी, रामजीका गोल, सिणधरी, होण्डू, सरणू आदि संभावित स्थानों पर धोरों में पैदलपैदल लगातार 0708 दिन तक दबीश्ों दी गई। पुलिस की लगातार दबीशों एवं पुलिस की कडी मेहनत एवं लगन से कार्य करने पर सिणधरी ग्राम में स्थित मईयों की ़ाणी से मुखबीर ईतलानुसार मेघाराम पुत्र गिरधारीराम जाति जाट नि0 मईयों की ़ाणी एड सिणधरी को दस्तयाब कर गहनता से पुछताछ की गई तो उसने उक्त चोरी गये वाहन खरीदना स्वीकार किया तथा उक्त अपराधी की ईतला पर उसकी ़ाणी के पिछवाडे में सीणीयों के घास के निचे छिपाकर रखी बोलेरो डीआई नम्बर आर.जे. 15 टीए 2249 को बरामद की गई। उक्त वाहन सस्ती दाम में खरीदने वाले मेघाराम को गिरफ्तार किया जाकर लगातार पुछताछ जारी है। मुल्जिम से चोरी गये वाहन बेचने वालों का पता लगाया जाकर गिरफ्तारी होगी।

गठित टीम द्वारा कड़ी मेहनत, सूज बूझ व लग्न से चोरी गई बोलेरो बरामद कर इनका कार्य सराहनीय रहा। शीघ्र ही बोलेरो चोरी करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी की जाकर अन्य वाहन चोरी के प्रकरणों में भी गहनता से पुछताछ होगी।

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सीसीडीयू कंसलटेंट व उने कार्य के निजीकरण की तैयारी


केंद्र  सरकार की राशि के  बंदरबांट की तैयारी 

- सीसीडीयू कंसलटेंट व उने कार्य के  निजीकरण की तैयारी 

- दो माह से नहीं बढ़ा अनुबंध 

जयपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (एनआरडीडबल्यूपी) े तहत ेन्द्र सरकार से प्राप्त होने वाली राशि े बंदरबांट चल रही है। इस कार्यक्रम े तहत सम्प्रेषण एवं क्षमता संवर्द्धन इकाई (सीसीडीयू) में लगे परामर्शदाताओं को गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) को देने की तैयारी चल रही है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग े अधिकारियों ने इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली है। सीसीडीयू े तहत राज्य े सभी जिलों में लगे कंसलटेंट का अनुबंध सितम्बर 2012 े बाद अभी तक नहीं बढ़ाया गया है। अनुबंध बढ़ाने की मांग को लेकर जिला कंसलटेंट आंदोलन पर उतारू हो गए हैं और उन्होंने आंदोलन का आगाज कर दिया है। सभी जिलों े कंसलटैंटों ने सोमवार को विभाग े मुख्य अभियंता (ग्रामीण) कार्यालय में धरना लगाया और नारेबाजी की। धरने का नेतृत्व अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) े प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र सिंह ने किया। उन्होंने कंसलटेंटों की मांग को लेकर अधिकारियों को जमकर कोसा। 

ेन्द्र सरकार की ओर से चल रहे एनआरडीडबल्यूपी े तहत एसडबल्यूएसएम, सीसीडीयू े अंतर्गत प्रत्येक जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टरों की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने जिला परामर्शदाताओं की नियुक्ति की गई थी। इन परामर्शदाताओं ने अनुबंध अवधि बढ़ाने की मांग को लेकर विभाग े अधिकारियों से कई बार सम्पर्क किया, परन्तु कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। ये परामर्शदाता एसडबल्यूएसएम, सीसीडीयू े तहत लगे हुए हैं, जो कि राज्य सरकार की पंजीकृत संस्था है। ऐसी स्थिति े बावजूद इन परामर्शदाताओं को एनजीओ े मार्त करने की तैयारी चल रही है। इन परामर्शदाताओं को एनजीओ े मार्त लगाने े लिए विभाग अड़ा हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में सीधा विभाग े मार्त अनुबंध नहीं किया जा सकता, जबकि अन्य विभाग जैसे एनआरएचएम व अन्य योजनाओं े तहत अनुबंध अवधि बढ़ाइर जा रही है। इसे अलावा जहां ेन्द्र सरकार का शतप्रतिशत फंड होता है, वहां परामर्शदाताओं को सीधे अनुबंध पर लिया जा सकता है। इस संबंध में रेपसार नियम भी है और इस नियम की प्रति भी अधिकारियों को उपलब्ध करवा दी गई, इसे बावजूद अधिकारी नहीं मान रहे और सीसीडीयू े कार्य एनजीओ को देने की तैयारी कर रहे हैं। इस कार्य में अधिकारियों व एनजीओ की मिलीभगत स्पष्ट नजर आ रही है। एनआरडीडबल्यूपी ेन्द्र सरकार का एक फ्लेगशिप कार्यक्रम है, जिसमें समस्त कार्य ग्र्रामीण जनता े लिए किए जाते हैं। सरकारी अधिकारी ग्रामीण जनता े हितों का ध्यान नहीं रखते हुए परामर्शदाताओं को हटाने पर आमदा है। दिनांक 21 नवम्बर को परामर्शदाताओं ने श्रीमान मुख्य सचिव से सम्पर्क किया, इसमें मुख्य सचिव महोदय ने स्पष्ट निदेर्श दिए भी, इसे बावजूद विभाग े आला अधिकारियों ने इन निदेर्शों की पालना नहीं की। इस सम्बंध में अधिकारियों का कहना था कि ऐसे आदेश बहुत आते हैं। समस्त परामर्शताओं की अनुबंध अवधि जून 2012 में समाप्त होने े पश्चात विभाग की ओर से यह अवधि आगामी तीन माह अर्थात सितम्बर 2012 तक बढ़ा दी गई, लेकिन सितम्बर माह े बाद आज दो माह से अधिक समय बीतने े बावजूद इन परामर्शदाताओं की अनुंबंध अवधि नहीं बढ़ाई गई। जबकि नियुक्ति े समय टीआओर एवं अनुबंध पत्र में स्पष्ट उल्लेख था कि एक वर्ष की अनुबंध अवधि पूरी होने पर दस प्रतिशत मानदेय में बढ़ोतरी करते हुए कार्य अवधि बढ़ा दी जाएगी। 

चुनावी वर्ष होने की वजह से रोजगार पा चुे युवाओं को बेरोजगार करते हुए किसी एनजीओ या ठेदार े माध्यम से लगाना यह कुछ अधिकारियों की सोची समझी रणनीति े तहत किया जा रहा है। हमारा सरकार से आग्रह है कि एसडबल्यूएसएम, सीसीडीयू े परामर्शदाताओं की अनुबंध अवधि को बढ़ाया जाए, जिससे राजस्थान प्रदेश पूर्व की भांति एनआरडीडबल्यूपी में प्रथम स्थान पर काबिज हो से। प्रत्येक जिला मुख्यालय पर चार जिला स्तरीय परामर्शदाता हैं, जिनका पिछले दो माह से अनुबंध अवधि नहीं बढ़ने से सभी े परिवारों पर रोजगार एवं रोजीरोटी का संकट खड़ा हो गया है। 


सीसीडीयू में एक सी प्रिक्रया में दो नियम 
सी सी डी  यू  के तहत नियुक्त किए गए राज्य स्तरीय परामर्शदाता एवं जिला स्तरीय परामर्शदाताओं की नियुक्ति में अलग-अलग नियम बरते जा रहे हैं। राज्य स्तरीय परामर्शदाताओं का अनुबंध विभाग े मार्त नियमित रूप से बढ़ रहा है, परन्तु जिला स्तरीय परामर्शदाताओं े अनुबंध अवधि को नहीं बढ़ाकर अपने निजी स्वार्थ े लिए एनजीओ को देने की तैयारी की जा रही है। 

पिछड़ रहा है राजस्थान 

एनआरडीडबल्यूपी े तहत जून 2012 में जिला स्तरीय परामर्शदाताओं की नियुक्ति े पश्चात ऐसा कार्य हुआ कि राजस्थान प्रदेश प्रथम स्थान पर काबिज हुआ। एक वर्ष पश्चात परामर्शदाताओं की अनुबंध अवधि नहीं बढ़ने से योजना में गिरावट आई है और राजस्थान वर्तमान में छठे पायदान पर आ चुका है। ेन्द्र सरकार े निदेर्शानुसार एनआरडीडबल्यूपी े तहत स्पोर्ट एक्टीविटी े लिए एसएलएससी अर्थात स्टेट लेवल सेक्शन कोमिटी अधिकृत है। एसएलएससी की बैठक मार्च 2012 में हुई, इसमें समस्त परामर्शदाताओं े पद मार्च 2013 तक स्वीकृत किए जा चुे हैं तथा बजट भी ेन्द्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को भिजवाया जा चुका है। परन्तु अनुबंध अवधि नहीं बढ़ने से इस बजट से कार्य भी नहीं हो रहे।



पदोन्नति में आरक्षण के लिए नई दिल्ली में आरक्षण महारैली ।

पदोन्नति में आरक्षण के लिए नई दिल्ली में आरक्षण महारैली । 


नई दिल्ली, 3दिसम्बर 2012: राष्ट्रीय दलित पंचायत व आल इण्डिया एससी/एसटी रेलवे एम्पलाइज एसोसियशन द्वारा पदोन्नति में आरक्षण को जारी रखने के लिये प्रस्तावित संविधान संशोधन विधेयक चालू संसद सत्र में पास करवाने के लिये दिनांक 03 दिसम्बर 2012 को जन्तर मन्तर, नई दिल्ली में आरक्षण महारैली आयोजित की जा रही है। जिसमें भाग लेने के लिये अनु.जाति, जनजाति आरक्षण मंच सहित अन्य संगठनों ने भी आव्हान किया है। 

राष्ट्रीय दलित पंचायत के संयोजक व आल इण्डिया एससी/एसटी रेलवे एम्पलाइज एसोसियशन के राष्ट्रीय महासचिव श्री अशोक कुमार ने बताया कि राजस्थान व उत्तर प्रदेश में अनु.जाति, जनजाति आरक्षण के लिये पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ माननीय न्यायालय के निर्णय आने के बाद इस बात की सख्त आवश्यकता हो गई है कि सरकार संविधान संशोधन कर इसे सुरक्षित करे अन्यथा धीरेधीरे अन्य राज्यों व केन्द्र सरकार के विभागों में भी पदोन्नति में आरक्षण व्यवस्था खतरे में पड जायेगी।

श्री अशोक कुमार ने बताया कि इस मामले को लेकर दि. 22 अगस्त 2012 को दिल्ली में लाखों लोगों की महारैली के परिणामस्वरुप सरकार ने संविधान संशोधन विधेयक राज्यसभा में पेश कर दिया लेकिन कुछ आरक्षण विरोधी राजनैतिक दलों के विरोध के कारण इसे पास नहीं किया जा सका। अब सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि संसद के चालू सत्र में इसे पास किया जाये।

श्री अशोक कुमार ने बताया कि इस आरक्षण महारैली को भारत भर से आने वाले अनेक सांसदों सहित राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन डॉ. पी.एल.पुनिया, राजस्थान के सांसद श्री अर्जुन राम मेघवाल, डा. किरोडीलाल मीणा एवं श्री खिलाडी लाल बैरवा भी संबोधित करेंगे तथा्र प्रस्तावित संविधान संशोधन विधेयक संसद के चालू सत्र में ही पास करने की माँग की जायेगी।

सड़क हादसे में एक की मौत ,आधा दर्जन मारपीट के मामले

सड़क हादसे में एक की मौत   ,आधा दर्जन मारपीट के मामले 
बाड़मेर बीते चौबीस घंटो में जिले के विभिन थानों में मारपीट और सड़क हादसे के मामले दर्ज किये गए पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार पुनमाराम पुत्र हरजीराम प्रजापत नि. इन्द्रानगर ने मुलजिम निम्बाराम पुत्र धनाराम मेगवाल नि. राणीगांव के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस के प्लाट में प्रवेश कर साईकल व पट्टे चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इधर दुर्गाराम पुत्र केवलाराम माली नि. नगर ने मुलजिम दिनेश पुत्र जेठाराम गोड़ नि. आडेल के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा बस नम्बर आरजे 04 टीए 0598 को तेजगति व लापरवाही से चलाकर मोटर साईकल पर सवार किशोरकुमार के टक्कर मारने से मृत्यु होना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गुड़ामालानी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इसी तरह मोहबतसिंह पुत्र उतमसिंह राजपूत नि. थुम्बली ने मुलजिम रूपसिंह पुत्र जामतसिंह राजपूत नि. थुम्बली के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस से शराब के लिए रूपये मांगना मना करने पर रोककर मारपीअ करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना शिव पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।  वही श्रीमति ेली पत्नि ईशराराम जोगी नि. जोगीयो की दडी बाड़मेर ने मुलजिम रसूल पुत्र अनवर मुसलमान नि. जोगीयो की दड़ी वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीसा के कब्जा सुदा जमीन पर कब्जा करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। उधर मगाराम पुत्र सोनाराम जाट नि. खारी ने मुलजिम रामाराम पुत्र प्रेमाराम जाट नि. खारी के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस का रास्ता रोककर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बाखासर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

मोदी ने खोला पिटारा,देंगे गरीबों को घर

मोदी ने खोला पिटारा,देंगे गरीबों को घर

अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र में कई लोकलुभावन वादे किए गए हैं।

घोषणा पत्र में कहा गया है कि सत्ता में आने पर पार्टी गरीबों को अर्फोडेबल मकान देगी। हर गुजराती का बीमा कराया जाएगा। किसानों को कम ब्याज दर पर लोन दिया जाएगा। पार्टी ने अगले पांच साल में 30 लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का भी वादा किया है।

मोदी ने कहा कि अगले पांच साल में 50 लाख नए मकान बनाए जाएंगे। 28 लाख ग्रामीण इलाकों में और 22 लाख शहरी इलाकों में होंगे। राज्य के सभी जिलों में एग्रो प्रोसेसिंग यूनिट और कोल्ड स्टोरेज लगाए जाएंगे।


घोषणा पत्र में 16 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचित किए जाने की बात कही गई है। मोदी ने कहा कि गुजरात देश का पहला ऎसा राज्य होगा जहां स्कील डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी होगी। गुजरात में 13 और 17 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा।

घोषणा पत्र की अन्य बातें

1.अगले 5 साल में बिजली का उत्पादन दोगुना करेंगे
2.सभी गुरजातियों को स्वच्छ पानी मुहैया कराया जाएगा
3.वृद्ध लोगों के लिए अस्पताल में नए वार्ड खोले जाएंगे
4.महिलाओं के लिए तालुका स्तर पर और अदालतें गठित होगी
5.लड़कियों का जन्म प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष स्कीम लाएंगे
6.सूरत,वडोदरा,राजकोट और उत्तरी गुजरात में नए स्पेशियलिटी अस्पताल बनाएंगे
7.नौजवनों के लिए ऎसी योजना बनाई जाएंगी जिससे उनका समग्र विकास सुनिश्चित हो
8.गरीब और मध्यवर्गीय आय वाले परिवारों के बच्चों के लिए अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलेंगे
9.आदिवासी किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 4125 करोड़ की योजना को मंजूरी देंगे

चीन सागर में जा सकती है नौसेना

चीन सागर में जा सकती है नौसेना

नई दिल्ली। दक्षिण चीन सागर में बढ़ती चीनी धौंस के मद्देनजर नौसेना प्रमुख एडमिरल डी के जोशी ने सोमवार को साफ कहा कि भारतीय हितों की रखवाली के लिए जरूरत पड़ी तो नौसेना वहां जाने को तैयार है और इसके लिए वह अभ्यास भी कर रही है।

एडमिरल जोशी ने नौसेना दिवस के एक दिन पहले अपने सालाना संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय कंपनी "ओएनजीसी विदेश" वियतनाम के जल क्षेत्र में तेल दोहन के काम में जुटी है और यदि तेल खंडों को सुरक्षा देने की जरूरत पड़ी तो नौसेना वहां जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो नौसेना वहां जा सकती है। यदि आप मुझ से पूछें कि क्या हम इसकी तैयारी कर रहे हैं तो मेरा संक्षिप्त जवाब "हां" है।

दक्षिण चीन सागर को लेकर भारत और चीन के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है। यह विवाद तेल की खोज को लेकर है। चीन दक्षिण चीन सागर को अपना क्षेत्र बता रहा है। वियतनाम चीन के इस दावे को खारिज कर रहा है। दक्षिण चीन सागर में भारतीय तेल कंपनी ओएनजीसी विदेश तेल की खोज कर रही है। नौसेना प्रमुख ने कहा कि ओएनजीसी विदेश के चार ब्लॉक्स हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम इनकी सुरक्षा करेंगे।

उन्होंने कहा कि भारत की सार्वभौम संपदा की सुरक्षा करना नौसेना का कर्तव्य है। हमारे लिए दो प्रमुख चिंताए हैं। पहली इंटरनल वॉटर्स में नेविगेशन की फ्रीडम और हमारी आंतरिक संपदा की सुरक्षा। चीनी मीडिया ने हाल ही में घोषणा की थी कि दक्षिण हैनन प्रांत ने उस कानून को मंजूरी दे दी थी जिसके तहत पुलिस को दक्षिण चीन सागर से गुजरने वाले जहाजों की तलाशी का अधिकार मिल गया है। भारत,ताईवान,फिलीपींस और वियतनाम ने हाल ही में नए चीनी पासपोर्ट पर दिए गए उस नक्शे पर विरोध जताया था जिसमें विवादित क्षेत्र को चीन का हिस्सा बताया गया था।

मुंबई: रेप का अड्डा बने रिमांड होम से फिर भागीं 10 लड़कियां


मुंबई: रेप का अड्डा बने रिमांड होम से फिर भागीं 10 लड़कियां
मुंबई. यहां के मानखुर्द स्थित एक रिमांड होम से लड़कियों के भाग निकलने का सिलसिला जारी है। खबर है कि अंधेरे का फायदा उठाकर 10 लड़कियां 'नवजीवन महिला वस्तिगृह' रिमांड होम से भाग गई हैं। इस सुधार गृह से पिछले तीन महीने में लड़कियों के भागने की यह तीसरी घटना है। बीते अक्‍टूबर में यहां से 23 लड़कियां भागी थी। इनमें से एक लड़की (तस्‍वीर में) ने मीडिया से बातचीत करने की हिम्‍मत जुटाई। इसने रिमांड होम में रहने वाली लड़कियों के साथ रेप होने की बात कह सनसनी मचा दी। इससे पहले सितंबर में भी 19 लड़कियां इस रिमांड होम से भाग निकली थीं।

तस्‍वीर में दिख रही लड़की ने दावा किया कि कुछ लोग अक्‍सर इस सुधार गृह में आया करते हैं और यहां रहने वाली लड़कियों को 'टॉर्चर' करते हैं। उसका आरोप है कि इन लोगों का विरोध करते करते एक लड़की पागल हो गई जबकि दो लड़कियों को जान से मार दिया गया। उन लड़कियों के शव का पता नहीं चल सका। हालांकि यह खुलासा करने वाली लड़की अभी कहां इस बारे में कोई पता नहीं है।

शादी का झांसा देकर विवाहिता से दुष्कर्म

शादी का झांसा देकर विवाहिता से दुष्कर्म
जयपुर। शास्त्री नगर थाना इलाके में शादी का झांसा देकर विवाहिता से सोने के आभूषण-नकदी ठगने व दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने घटना के संबंध में मामला दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर गहनता से जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार शास्त्री नगर थाना इलाके में रहने वाली 26 वर्षीया एक विवाहिता ने मामला दर्ज कराया है कि आरोपी की उसके घर के नजदीक ही किराने की दुकान है। पीडिता अकसर उसके यहां सामान लेने आती थी। इस दौरान आरोपी ने उसे बातों में फंसा लिया और शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता रहा।

इस बीच आरोपी ने विवाहिता से शादी करने से पहले प्लाट खरीदने का झांसा दिया और सोने के जेवर व नकदी भी ले ली। इसके बाद आरोपी ने विवाहिता से शादी से इंकार कर दिया, विवाहिता ने जब दिए हुए जेवर व नकदी मांगे तो उसने देने से मना कर दिया।

इसके बाद पीडिता थाने पहुंची और पुलिस को घटनाक्रम की जानकारी देते हुए मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच कर रहे थाना प्रभारी नाथूलाल ने बताया कि पीडिता का मेडिकल मुआयना करा लिया गया है, आरोपी से मामले में गहनता से पूछताछ की जा रही है।

बीवी को ब्रैड पीट के साथ सेक्स करते पकड़ा

बीवी को ब्रैड पीट के साथ सेक्स करते पकड़ा
नई दिल्ली। पूर्व बॉक्सिंग चैंपियन माइक टायसन ने अपनी बीवी को हॉलीवुड स्टार ब्रैड पीट के साथ सेक्स करते हुए पकड़ा था। द सन समाचार पत्र ने टायसन के हवाले से यह खबर दी है। समाचार पत्र के मुताबिक टायसन ने 1980 में अपनी पत्नी रॉबिन गिवंस को ब्रैड पीट के साथ बिस्तर में प्यार करते हुए देखा था। उस वक्त टायसन अपनी पत्नी को तलाक देने वाले थे।

हालांकि वह अभी भी उससे सेक्स कर रहे हैं। जब ब्रैड पीट ने टायसन को देख लिया तो उसके चेहरे की हवाईयां उड़ गई। टायसन ने कहा कि जब पीट ने मुझे देखा तो उसका चेहरा देखने लायक था। मुझे लगा कि मैं नर्क में हूं। गौरतलब है कि ब्रैड पीट एंजेलिना जोली से सगाई रचा चुके हैं। दोनों की जल्द ही शादी होने वाली है। पीट का कहना है कि उनके बच्चों का शादी के लिए भारी दबाव है। पीट ने एंजेलिना जोली के लिए हाल ही में 25 हजार डॉलर में एक घड़ी खरीदी थी।

अतिरिक्त मुख्य सचिव की सड़के हादसे में मौत

अतिरिक्त मुख्य सचिव की सड़के हादसे में मौत

जयपुर। राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन व पर्यावरण) वीएस सिंह की सोमवार को एक सड़क हादसे में मौत हो गई। 1978 बैच के सिंह ने जयपुर कलेक्टर सहित कई अहम पदों पर रहते हुए महत्वपूर्ण सेवाएं दी। प्रभावी प्रशासक और अधिकारों के लिए उनकी दंबग छवि सदैव याद रखी जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्री बीना काक ने सिंह के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।

दुर्घटना की खबर मिलते ही चिकित्सा मंत्री दुर्रूमियां, पर्यटन मंत्री बीना काक , पूर्व चिकित्सा मंत्री नरपत सिंह राजवी, मुख्य सचिव सीके मैथ्यू व अन्य प्रशासनिक अधिकारी उनका हाल जानने एसएमएस अस्पताल पहुंचे। संभागीय आयुक्त मधुकर गुप्ता, जयपुर कलक्टर टी रविकांत,श्रीमत पाण्डे, डीजीपी हरीशचंद मीणा, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रवीण गुप्ता, पवन अरोड़ा, राजेश्वर सिंह सहित कई प्रशासनिक अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे। दुर्घटना में सिंह के साथ वॉक करने वाले तिलकनगर निवासी वाणिज्यिक कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर विजेंद्र सिंह भी घायल हुए हैं। वे लंबे समय से उनके साथ मॉर्निग वॉक पर जाते रहे हैं।

बेकाबू कार ने ली जान

सूत्रों के मुताबिक सिंह सुबह मार्निग वॉक पर निकले थे और लौटते समय नारायण सिंह सर्किल के नजदीक एक बेकाबू ऑल्टो कार ने टक्कर मार दी। सुबह 6 बजे इस हादासे के बाद सिंह को गंभीर अवस्था में एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे में बुरी तरह घायल सिंह की इलाज के दौरान 10.35 बजे मौत हो गई।


डेढ़ घंटे तक थमी रही सांसे

सिंह को एसएमएस अस्पताल के न्यूरो सर्जरी के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। विभागाध्यक्ष डॉ. आरएस मित्तल, वरिष्ठ चिकित्सक अशोक पानगडिया सहित कई चिकित्सक सिंह के इलाज में जुटे। सिंह की पहले दो बार बायपास सर्जरी हो चुकी थी, इसलिए कार्डियक सर्जरी के चिकित्सक भी उपस्थिति थे। चिकित्सकों ने उनका पेस मेकर के जरिए भी इलाज किया। करीब एक से डेढ़ घंटे इलाज के बाद चिकित्सकों ने 10:35 पर उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कार जब्त, चालक गिरफ्तार

घटना के बाद पुलिस ने कार जब्त कर चालक को हिरासत में ले लिया। कार चालक महारानी फार्म गायत्री नगर निवासी दीनदयाल पुत्र राधेश्याम से पुलिस घटना के संबंध में पूछताछ कर रही है।


कई महत्वपूर्ण पदों पर दी सेवाएं

राजस्थान कैडर के 1978 बैच के आईएएस ऑफिसर सिंह का जन्म 25 जुलाई 1955 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। वाराणसी से सांइस पोस्ट ग्रेजुएट सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था का अध्ययन करते हुए राजस्थान यूनिवर्सिटी से इकॉनोमिक्स में मास्टर डिग्री ली और अलवर एसडीओ के रूप में सेवाएं प्रारम्भ की। वे कई जिलों के कलक्टर, सचिव व प्रमुख शासन सचिव रहे सिंह 1990 से 1993 तक जयपुर जिला कलक्टर, 1994 में दो माह के लिए जयपुर के संभागीय आयुक्त भी रहे। पूर्व सरकार में गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव के पद पर काम किया था। वर्तमान में वह वन एवं पर्यावरण विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर तैनात थे।

गुर्जर आंदोलन में प्रभावी भूमिका

प्रदेश में पहले गुर्जर आंदोलन के दौरान वीएस सिंह गृह विभाग में प्रमुख शासन सचिव के पद पर कार्यरत थे। इस हिंसक आंदोलन के दौरान सिंह ने गृह विभाग और पुलिस के बीच बेहतरीन तालमेल बनाया और आंदोलन को समाप्त करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। सिंह 2015 में रिटायर्ड होने थे। वे प्रदेश के तेज-तर्रार प्रशासकों में से एक माने जाते थे।

फिल्म निर्माता की पोती की हत्या?

फिल्म निर्माता की पोती की हत्या?

कोलकाता। बंगाल के फिल्म निर्माता ऋत्विक घटक की पोती अदिति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर सस्पेंस बरकरार है। वह शुक्रवार रात सोनापुर की एक नहर से बेहोशी की हालत में मिली थी। दोस्तों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। इस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है।

अदिति शहर के एक कॉलेज की फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। उसे शुक्रवार रात दक्षिण कोलकाता में अपने ब्वॉयफ्रेंड और दो अन्य स्टूडेंट के साथ एक कार में आखिरी बार देखा गया था। शुक्रवार की रात उसके दोस्तों ने अदिति को बेहोशी की हालत में नहर के किनारे पड़े हुए देखा था। वह आधी भीगी हुई थी। वे उसे अस्पताल लेकर आए थे। सोनारपुर पुलिस ने मामला तिजारा पुलिस को सौंप दिया। तिजारा पुलिस मामले की जांच कर रही है।

तिजाला पुलिस स्टेशन के सूत्रों का कहना है कि शायद अदिति की कार का एक्सीडेंट हुआ था। इसमें दो छात्राएं घायल हुई थी। इनमें से एक अदिति की इलाज के दौरान मौत हो गई। राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने पुलिस से जल्द से जल्द अदिति के शव का पोस्ट मार्टम कराने और परिजनों की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत पर विस्तृत जांच करने को कहा है।

जोधपुर सीबीआई तक पहुंचा जमीन घोटाला!

सीबीआई तक पहुंचा जमीन घोटाला!

जोधपुर। एयरफोर्स स्टेशन के अधिग्रहित भूमि व उससे सटी जमीन को भू-माफिया द्वारा हथियाने के मामले की जांच सीबीआई तक पहुंच गई है। सीबीआई की ओर से मामले की जांच करवाई जा रही है। इसे बेहद गोपनीय रखा गया है। हालांकि सीबीआई के स्थानीय अधिकारियों ने ऎसी किसी भी जांच से इनकार किया है।

दो भागों में बेची जमीन
सन 2005 में खातेदार कृष्ण काक के कथित आम मुख्तयार ने खसरे की 86 बीघा 10 बिस्वा जमीन दो टुकड़ों में एक व्यवसायी के नाम कर दी। 9 जनवरी 2004 को 66 बीघा 10 बिस्वा भूमि बेच दी गई। 4 अप्रेल 2005 को आम मुख्तयार ने शेष बीस बीघा जमीन भी उसी व्यवसायी को बेची। जिसमें वायुसेना की अधिग्रहित भूमि भी शामिल थी।

सैन्य अधिकारियों ने सीबीआई से ली जानकारी
इस प्रकरण में जेडीए व प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। ऎसी संभावना है कि सेना ने आंतरिक स्तर पर मामले की जांच की। कथित तौर पर जांच से संबंधित दस्तावेज सीबीआई को सौंपे गए। अब इस आधार पर सीबीआई ने गोपनीय तरीके से मामले की जांच शुरू की है। हालांकि इस संबंध में कोई अधिकृत जानकारी नहीं मिल पाई है। सीबीआई के स्थानीय अधिकारियों ने भी ऎसी किसी जांच से इनकार किया है, लेकिन अधिकृत सूत्रों की मानें तो कुछ समय पहले सेना के अधिकारियों ने सीबीआई अधिकारी से प्रकरण के बारे में जानकारी लेने के लिए फोन पर सम्पर्क किया था।

यह है मामला
राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार जिला प्रशासन ने भींचड़ली गांव स्थित खसरा 4/36/1 की 6 बीघा 5 बिस्वा जमीन का अधिग्रहण वायुसेना के लिए किया था। 13 मई 1985 को राज्य सरकार ने राजपत्र में इसे अधिसूचित किया। जमीन का फर्द कब्जा 17 अप्रेल 1986 को रक्षा सम्पदा अधिकारी को सौंप दिया गया। वष्ाü 1987 में खातेदार कृष्ण काक के आम मुख्तयार सुमन परिहार को मुआवजा भी दे दिया गया। 1987 से 2011 तक रक्षा विभाग ने जमीन नामान्तरण रक्षा मंत्रालय के नाम करने के लिए प्रशासन को दर्जनों चिçटयां लिखीं, लेकिन नाम नहीं हो पाई। मामले के दस्तावेज से प्रशासनिक अफसरों की भूमिका संदिग्ध नजर आई।

फायरिंग में दो मरे,लगाया जाम

फायरिंग में दो मरे,लगाया जाम

भरतपुर/कुम्हेर। थाना क्षेत्र के गांव सिकरोरी व पिचूमर के बीच बम्बोला मंदिर के पास रविवार शाम दो पक्षों में हुए विवाद के दौरान फायरिंग में दो जनों की मौत हो गई, जबकि पांच जने घायल को गए।

घटना से गुस्साए लोगो ने कुम्हेर अस्पताल के सामने मृतकों के शव रखकर कर प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया। तनाव को देखते हुए मौके पर कई थानों का पुलिस जाब्ता व कोबरा टीम को तैनात किया है। जाम रात साढ़े दस बजे तक जारी था। बाद में मौके पर एसपी व डीएम पहुंच गए और घटना की जानकारी ली।

जिला पुलिस अधीक्षक अंशुमन भौमिया के अनुसार गांव सिकरोरी व पिचूमर के बीच बम्बोला मंदिर के पास शाम करीब पांच बजे सिकरोरी गंाव के कुछ लोग अपने खेत में पानी दे रहे थे। इन लोगों की पास में ही चारपाई व साइकिल खड़ी हुई थी। जिसमें गांव पिचूमर निवासी बाइक सवार ने टक्कर मार दी। इस पर दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। बाद में बाइक सवार गांव लौट गया। कुछ देर बाद मौके पर दोनों पक्षों के लोग एकत्र हो गए और पथराव शुरू हो गया। इस बीच, हुई फायरिंग में गांव सिकरोरी निवासी गोविंदराम (35) पुत्र भजनलाल, लच्छीराम (40) पुत्र हरिमोहन व श्यामसंुदर (45) पुत्र हुकमचंद के गोली लग गई जबकि चार अन्य घायल हो गए। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई, जिसे देखकर पथराव व फायरिंग कर रहे लोग भाग निकले।

पुलिस ने मौके से घायलों को कुम्हेर अस्पताल लाकर भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने गोविंदराम व लच्छी को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल श्याम सुंदर, जगमोहन (50) पुत्र सरमन, चेतराम (45) पुत्र खुन्नी व ईश्वदयाल (40) पुत्र हरिराम निवासी सिकरोरी को इलाज के लिए जिला आरबीएम अस्पताल रैफर किया। घायलों को अस्पताल के सर्जीकल वार्ड में भर्ती कराया है। उधर, घटना में घायल भजनलाल (55) पुत्र श्रीचंद निवासी सिकरोरी को रात करीब आठ बजे कुम्हेर अस्पताल में भर्ती कराया। वह घटना के बाद गांव सिकरोरी चला गया था।

गिरफ्तारी की मांग पर अड़े
घटना में दो लोगों की मौत की सूचना पर मृतक के परिजन व ग्रामीण स्थानीय अस्पताल पहुंच गए। गुस्साएं ग्रामीणों ने मृतकों के शव यहां अस्पताल के सामने रख दिए और टायर जलाकर जाम लगा दिया। सूचना पर एएसपी राजेश यादव, सीओ (ग्रामीण) मानवेन्द्र सिंह व पुलिस बल अस्पताल पहुंच गए और समझाइश की लेकिन ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तार पर अड़ गए। इस बीच विधायक डा.दिगम्बर सिंह भी मौके पर पहुंच गए और समझाइश की।

पाली आज की ताज़ा खबरे ..सोमवार


सड़क हादसे में एक की मौत, दो जने घायल

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सोजत  क्षेत्र के अटबड़ा ग्राम से जैती रोड मार्ग पर रविवार दोपहर दो बाइक की आपसी टक्कर में एक चालक की मौत हो गई। वहीं दूसरी और सरदारपुरा ग्राम के निकट अज्ञात पिकअप चालक ने बाइक को टक्कर मार दी, जिससे दो जने घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि जेतीवास निवासी दीपाराम पुत्र बोहराराम जाट ने रिपोर्ट दर्ज कर बताया कि वह तथा उसका चचेरा भाई बाबूलाल पुत्र शंकरलाल अटबड़ा से जैती जा रहे थे। सामने से बाइक पर तेजी से आ रहे श्रवण पुत्र मन्नाराम सीरवी निवासी जैलवा ने टक्कर मार दी। हादसे में बाबूलाल की मृत्यु हो गई। वहीं दूसरी और रविवार देर सायं सरदारपुरा ग्राम के निकट एक अज्ञात पिकअप चालक ने बाइक को टक्कर मार दी, जिसमें दो जने घायल हो गए।  



युवती की मौत के मामले में चिकित्साकर्मियों पर मुकदमा


उपचार के दौरान हुई थी युवती की मौत, एक डॉक्टर समेत दो के खिलाफ लापरवाही बरतने का आरोप


 तखतगढ़  सुमेरपुर के भगवान महावीर अस्पताल में शनिवार को उपचार के दौरान एक युवती की मौत होने के मामले में युवती के भाई ने रविवार को तखतगढ़ थाने में रिपोर्ट देकर एक डॉक्टर समेत दो जनों के खिलाफ उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पुलिस के अनुसार गत दिनों पीचावा निवासी ज्योति पुत्री दूलाराम मीणा की अचानक तबीयत बिगडऩे पर उसे पहले स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां से उसे सुमेरपुर के भगवान महावीर अस्पताल में रेफर कर दिया था। शनिवार को इस युवती की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। इस मामले में पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया था। पुलिस ने मर्ग की कार्रवाई भी कर दी थी। रविवार को मृतका के भाई रामपुरा ढाणी निवासी शैतानराम पुत्र दूलाराम मीणा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी बहन ज्योति की तबीयत बिगडऩे पर पीचावा गांव के सरकारी अस्पताल में मेलनर्स ने दवाई दी थी। इसके बाद कोसेलाव ले गए जहां डॉ. परमेश्वर ने विवाहिता को इंजेक्शन लगाकर सुमेरपुर के लिए रेफर कर दिया, जहां विवाहिता ने दम तोड़ दिया। मृतका के भाई ने तखतगढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

॥पेंशेंट को लेकर परिजन कोसेलाव आए और उसे उल्टी-दस्त होने की बात कही। मैंने जब चेकअप किया, उस दौरान उसके मुंह से झाग निकल रहे थे और पॉइजन जैसे लक्षण दिख रहे थे। फिर भी परिजनों के आग्रह पर मरीज को एलर्जी का इंजेक्शन लगाया और उपचार के लिए सुमेरपुर अस्पताल ले जाने की सलाह दी। - डॉ. परमेश्वर, कोसेलाव।