सांसदों ने कहा,मोदी को मत दो वीजा
वाशिंगटन। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को बड़ा झटका लगा है। 25 अमरीकी सांसदों ने मोदी पर वीजा बैन जारी रखने की मांग की है। अमरीका के 25 सांसदों ने अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को पत्र लिखकर कहा है कि मोदी को वीजा न दिया जाए।
इन सांसदों का आरोप है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2002 के दंगा पीडितों को इंसाफ नहीं दिलाया। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के इन 25 सदस्यों का ये भी आरोप है कि अगर मोदी को वीजा दिया गया तो गुजरात दंगों की जांच पर असर पड़ेगा। क्लिंटन को ये पत्र 29 नवंबर को लिखा गया था।
पत्र में कहा गया है कि मोदी लगातार सत्ता में हैं। ऎसे में अमरीकी वीजा नीति में बदलाव से मोदी सरकार की उन कोशिशों को बल मिलेगा जिनकी वजह से दंगों की जांच और दोषियों को सजा दिलाने में मुश्किलें पैदा हो रही हैं। सांसदों का ये खत रिपब्लिकन पार्टी के सांसद जो पिट्स और फ्रैंक वूल्फ ने मीडिया को जारी किया।
मोदी को 2005 में जब वीजा देने से इनकार किया गया था तब जॉर्ज बुश अमरीकी राष्ट्रपति थे। हालांकि बीते कुछ दिनों में अमरीका ने अपने रूख में नरमी के संकेत दिए हैं और ये कहा है कि मोदी अगर वीजा के लिए अर्जी देते हैं तो वो इस पर विचार कर सकता है।
कांग्रेस सदस्यों ने पत्र में लिखा है कि भारत एक सफल लोकतंत्र है जो उच्च स्तर के नेतृत्व और प्रगति की आकांक्षा रखता है। यह परेशान करने वाली बात है कि गुजरात हमलों से उनका नाम जुड़ा होने के बावजूद भारत में कुछ राजनीतिक दल मोदी को बढ़ावा दे रहे हैं। अमरीका आने की मंजूरी मिलने से उन्हें 2002 के मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों में अपनी जिम्मेदारी से बच निकलने में और मदद मिलेगी।
वाशिंगटन। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को बड़ा झटका लगा है। 25 अमरीकी सांसदों ने मोदी पर वीजा बैन जारी रखने की मांग की है। अमरीका के 25 सांसदों ने अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को पत्र लिखकर कहा है कि मोदी को वीजा न दिया जाए।
इन सांसदों का आरोप है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2002 के दंगा पीडितों को इंसाफ नहीं दिलाया। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के इन 25 सदस्यों का ये भी आरोप है कि अगर मोदी को वीजा दिया गया तो गुजरात दंगों की जांच पर असर पड़ेगा। क्लिंटन को ये पत्र 29 नवंबर को लिखा गया था।
पत्र में कहा गया है कि मोदी लगातार सत्ता में हैं। ऎसे में अमरीकी वीजा नीति में बदलाव से मोदी सरकार की उन कोशिशों को बल मिलेगा जिनकी वजह से दंगों की जांच और दोषियों को सजा दिलाने में मुश्किलें पैदा हो रही हैं। सांसदों का ये खत रिपब्लिकन पार्टी के सांसद जो पिट्स और फ्रैंक वूल्फ ने मीडिया को जारी किया।
मोदी को 2005 में जब वीजा देने से इनकार किया गया था तब जॉर्ज बुश अमरीकी राष्ट्रपति थे। हालांकि बीते कुछ दिनों में अमरीका ने अपने रूख में नरमी के संकेत दिए हैं और ये कहा है कि मोदी अगर वीजा के लिए अर्जी देते हैं तो वो इस पर विचार कर सकता है।
कांग्रेस सदस्यों ने पत्र में लिखा है कि भारत एक सफल लोकतंत्र है जो उच्च स्तर के नेतृत्व और प्रगति की आकांक्षा रखता है। यह परेशान करने वाली बात है कि गुजरात हमलों से उनका नाम जुड़ा होने के बावजूद भारत में कुछ राजनीतिक दल मोदी को बढ़ावा दे रहे हैं। अमरीका आने की मंजूरी मिलने से उन्हें 2002 के मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों में अपनी जिम्मेदारी से बच निकलने में और मदद मिलेगी।
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