अतिरिक्त मुख्य सचिव की सड़के हादसे में मौत
जयपुर। राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन व पर्यावरण) वीएस सिंह की सोमवार को एक सड़क हादसे में मौत हो गई। 1978 बैच के सिंह ने जयपुर कलेक्टर सहित कई अहम पदों पर रहते हुए महत्वपूर्ण सेवाएं दी। प्रभावी प्रशासक और अधिकारों के लिए उनकी दंबग छवि सदैव याद रखी जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्री बीना काक ने सिंह के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
दुर्घटना की खबर मिलते ही चिकित्सा मंत्री दुर्रूमियां, पर्यटन मंत्री बीना काक , पूर्व चिकित्सा मंत्री नरपत सिंह राजवी, मुख्य सचिव सीके मैथ्यू व अन्य प्रशासनिक अधिकारी उनका हाल जानने एसएमएस अस्पताल पहुंचे। संभागीय आयुक्त मधुकर गुप्ता, जयपुर कलक्टर टी रविकांत,श्रीमत पाण्डे, डीजीपी हरीशचंद मीणा, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रवीण गुप्ता, पवन अरोड़ा, राजेश्वर सिंह सहित कई प्रशासनिक अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे। दुर्घटना में सिंह के साथ वॉक करने वाले तिलकनगर निवासी वाणिज्यिक कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर विजेंद्र सिंह भी घायल हुए हैं। वे लंबे समय से उनके साथ मॉर्निग वॉक पर जाते रहे हैं।
बेकाबू कार ने ली जान
सूत्रों के मुताबिक सिंह सुबह मार्निग वॉक पर निकले थे और लौटते समय नारायण सिंह सर्किल के नजदीक एक बेकाबू ऑल्टो कार ने टक्कर मार दी। सुबह 6 बजे इस हादासे के बाद सिंह को गंभीर अवस्था में एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे में बुरी तरह घायल सिंह की इलाज के दौरान 10.35 बजे मौत हो गई।
डेढ़ घंटे तक थमी रही सांसे
सिंह को एसएमएस अस्पताल के न्यूरो सर्जरी के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। विभागाध्यक्ष डॉ. आरएस मित्तल, वरिष्ठ चिकित्सक अशोक पानगडिया सहित कई चिकित्सक सिंह के इलाज में जुटे। सिंह की पहले दो बार बायपास सर्जरी हो चुकी थी, इसलिए कार्डियक सर्जरी के चिकित्सक भी उपस्थिति थे। चिकित्सकों ने उनका पेस मेकर के जरिए भी इलाज किया। करीब एक से डेढ़ घंटे इलाज के बाद चिकित्सकों ने 10:35 पर उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कार जब्त, चालक गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने कार जब्त कर चालक को हिरासत में ले लिया। कार चालक महारानी फार्म गायत्री नगर निवासी दीनदयाल पुत्र राधेश्याम से पुलिस घटना के संबंध में पूछताछ कर रही है।
कई महत्वपूर्ण पदों पर दी सेवाएं
राजस्थान कैडर के 1978 बैच के आईएएस ऑफिसर सिंह का जन्म 25 जुलाई 1955 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। वाराणसी से सांइस पोस्ट ग्रेजुएट सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था का अध्ययन करते हुए राजस्थान यूनिवर्सिटी से इकॉनोमिक्स में मास्टर डिग्री ली और अलवर एसडीओ के रूप में सेवाएं प्रारम्भ की। वे कई जिलों के कलक्टर, सचिव व प्रमुख शासन सचिव रहे सिंह 1990 से 1993 तक जयपुर जिला कलक्टर, 1994 में दो माह के लिए जयपुर के संभागीय आयुक्त भी रहे। पूर्व सरकार में गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव के पद पर काम किया था। वर्तमान में वह वन एवं पर्यावरण विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर तैनात थे।
गुर्जर आंदोलन में प्रभावी भूमिका
प्रदेश में पहले गुर्जर आंदोलन के दौरान वीएस सिंह गृह विभाग में प्रमुख शासन सचिव के पद पर कार्यरत थे। इस हिंसक आंदोलन के दौरान सिंह ने गृह विभाग और पुलिस के बीच बेहतरीन तालमेल बनाया और आंदोलन को समाप्त करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। सिंह 2015 में रिटायर्ड होने थे। वे प्रदेश के तेज-तर्रार प्रशासकों में से एक माने जाते थे।
जयपुर। राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन व पर्यावरण) वीएस सिंह की सोमवार को एक सड़क हादसे में मौत हो गई। 1978 बैच के सिंह ने जयपुर कलेक्टर सहित कई अहम पदों पर रहते हुए महत्वपूर्ण सेवाएं दी। प्रभावी प्रशासक और अधिकारों के लिए उनकी दंबग छवि सदैव याद रखी जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्री बीना काक ने सिंह के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
दुर्घटना की खबर मिलते ही चिकित्सा मंत्री दुर्रूमियां, पर्यटन मंत्री बीना काक , पूर्व चिकित्सा मंत्री नरपत सिंह राजवी, मुख्य सचिव सीके मैथ्यू व अन्य प्रशासनिक अधिकारी उनका हाल जानने एसएमएस अस्पताल पहुंचे। संभागीय आयुक्त मधुकर गुप्ता, जयपुर कलक्टर टी रविकांत,श्रीमत पाण्डे, डीजीपी हरीशचंद मीणा, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रवीण गुप्ता, पवन अरोड़ा, राजेश्वर सिंह सहित कई प्रशासनिक अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे। दुर्घटना में सिंह के साथ वॉक करने वाले तिलकनगर निवासी वाणिज्यिक कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर विजेंद्र सिंह भी घायल हुए हैं। वे लंबे समय से उनके साथ मॉर्निग वॉक पर जाते रहे हैं।
बेकाबू कार ने ली जान
सूत्रों के मुताबिक सिंह सुबह मार्निग वॉक पर निकले थे और लौटते समय नारायण सिंह सर्किल के नजदीक एक बेकाबू ऑल्टो कार ने टक्कर मार दी। सुबह 6 बजे इस हादासे के बाद सिंह को गंभीर अवस्था में एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे में बुरी तरह घायल सिंह की इलाज के दौरान 10.35 बजे मौत हो गई।
डेढ़ घंटे तक थमी रही सांसे
सिंह को एसएमएस अस्पताल के न्यूरो सर्जरी के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। विभागाध्यक्ष डॉ. आरएस मित्तल, वरिष्ठ चिकित्सक अशोक पानगडिया सहित कई चिकित्सक सिंह के इलाज में जुटे। सिंह की पहले दो बार बायपास सर्जरी हो चुकी थी, इसलिए कार्डियक सर्जरी के चिकित्सक भी उपस्थिति थे। चिकित्सकों ने उनका पेस मेकर के जरिए भी इलाज किया। करीब एक से डेढ़ घंटे इलाज के बाद चिकित्सकों ने 10:35 पर उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कार जब्त, चालक गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने कार जब्त कर चालक को हिरासत में ले लिया। कार चालक महारानी फार्म गायत्री नगर निवासी दीनदयाल पुत्र राधेश्याम से पुलिस घटना के संबंध में पूछताछ कर रही है।
कई महत्वपूर्ण पदों पर दी सेवाएं
राजस्थान कैडर के 1978 बैच के आईएएस ऑफिसर सिंह का जन्म 25 जुलाई 1955 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। वाराणसी से सांइस पोस्ट ग्रेजुएट सिंह ने भारतीय अर्थव्यवस्था का अध्ययन करते हुए राजस्थान यूनिवर्सिटी से इकॉनोमिक्स में मास्टर डिग्री ली और अलवर एसडीओ के रूप में सेवाएं प्रारम्भ की। वे कई जिलों के कलक्टर, सचिव व प्रमुख शासन सचिव रहे सिंह 1990 से 1993 तक जयपुर जिला कलक्टर, 1994 में दो माह के लिए जयपुर के संभागीय आयुक्त भी रहे। पूर्व सरकार में गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव के पद पर काम किया था। वर्तमान में वह वन एवं पर्यावरण विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर तैनात थे।
गुर्जर आंदोलन में प्रभावी भूमिका
प्रदेश में पहले गुर्जर आंदोलन के दौरान वीएस सिंह गृह विभाग में प्रमुख शासन सचिव के पद पर कार्यरत थे। इस हिंसक आंदोलन के दौरान सिंह ने गृह विभाग और पुलिस के बीच बेहतरीन तालमेल बनाया और आंदोलन को समाप्त करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। सिंह 2015 में रिटायर्ड होने थे। वे प्रदेश के तेज-तर्रार प्रशासकों में से एक माने जाते थे।
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