सोमवार, 29 अक्तूबर 2012

मेरा पति जरुर लौटकर आएगा


मेरा पति जरुर लौटकर आएगा
बाड़मेर. पच्चीस वर्ष पूर्व लक्ष्मी का पति सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया तो उस पर दु:खों का पहाड़ टूट गया। एक तरफ पति का वियोग तो दूसरी तरफ संतान की परवरिश की जिम्मेदारी। इस अग्नि परीक्षा की घड़ी में लक्ष्मी ने हिम्मत नहीं हारी। विकट परिस्थितियों में जिंदगी से संघर्ष शुरु किया। अपनी संतान पर जान न्यौछावर करने वाली लक्ष्मी ने दिहाड़ी मजदूरी से पालन पोषण किया। उसकी पचीस वर्ष की तपस्या से बेटी व दो बेटों की पढ़ाई के साथ विवाह की महत्वूपर्ण जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुए उन्हें पिता की कमी का अहसास तक नहीं होने दिया।

पाकिस्तान के छाछारों के पास स्थित पाणियों गांव से आई लक्ष्मी ने वर्ष 1974 में धनाऊ निवासी भगूसिंह से शादी रचाई। महज ग्यारह साल तक पति का साथ मिला। इस बीच सन् 1985 में भगुसिंह पड़ौसी गांव गोहड़ का तला में पशुओं को चराने के साथ खेती करने की बात कहकर गया था। वह पशु चराते वक्त भूल से सीमा पार कर गया। यह दुखद समाचार मिलते ही लक्ष्मी की पैरों तले जमीन खिसक गई। इस गांव में लक्ष्मी के अलावा परिवार का कोई सदस्य नहीं होने से घर की पूरी जिम्मेदारी लक्ष्मी पर आ गई। वह पति के बिछोह का दर्द सहते हुए एक बेटी व दो बेटों के सहारे जिंदगी का सफर शुरु किया।

उसने कशीदाकारी के कार्य के बदले मिलने वाले मेहनताने से संतान का पालन पोषण शुरु किया। इस दौरान कभी काम नहीं मिलने पर वह भूखे ही सो जाती। संघर्ष के सफर में कई चुनौतियां का सामना करते हुए बच्चों की पढ़ाई शुरु करवाई। इसके साथ ही लक्ष्मी कशीदाकारी के साथ दिहाड़ी मजदूरी पर जाने लगी। धीरे -धीरे वक्त बीतता गया लेकिन लक्ष्मी पर दुखों का साया बना रहा। पति के लौटने की आस में हिम्मत से कार्य करती रही।

इस बीच लक्ष्मी पति की खैर खबर जानने सबसे पहले पुलिस थाना चौहटन पहुंची। जहां पर अपनी फरियाद सुनाई तो केवल आश्वासन देकर रवाना कर दिया। लंबे अर्से बाद जब कोई समाचार नहीं मिला तो फिर वह अपनी फरियाद लेकर तहसील कार्यालय की चौखट पहुंची। उसने अपनी पूरी कहानी सुनाते हुए पति का पता लगाने के साथ सहायता की गुहार लगाई।

यहां भी उसे आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। थकी हारी लक्ष्मी ने आखिरी दरखवास्त अपने गांव के मौजिज लोगों के सामने दर्ज करवाई। लेकिन सारे प्रयास विफल रहे। किसी ने भगुसिंह की पैरवी नहीं की। उसने ईश्वर पर पूरा भरोसे रखते हुए अपने बूते बेटी की शादी की। इसके बाद दो बेटों का विवाह कर दिया। तीनों की शादियां से लक्ष्मी कर्जदार बन गई। फिर भी उसने मेहनत कर धीरे -धीरे कर्जा उतारा। आज भी मुफलिसी की जिंदगी जी रही लक्ष्मी नरेगा कार्य पर दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण कर रही है।
कलेक्टर का फरमान बेअसर
तत्कालीन जिला कलेक्टर रवि जैन ने वर्ष 2008 में धनाऊ गांव में रात्रि चौपाल आयोजित की। फरियाद लेकर पहुंची लक्ष्मी ने कलेक्टर को अपना दुखड़ा सुनाया। धनाऊ गांव निवासी अचलसिंह व संजय बोहरा बताते है कि पाक जेलों बंद पांच भारतीय रिहा होकर आ गए। लेकिन भगुसिंह के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है।

सुख की आस में बेगानी हो गई. पाकिस्तान के छाछरों के पास स्थित पाणियों गांव में लक्ष्मी का बचपन गुजरा। भारत-पाक युद्ध के बाद हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के चलते कई परिवार सुख की आस में हिन्दुस्तान आ गए। इसमें लक्ष्मी का परिवार भी शामिल था। यहां आकर शादी रचाने के ग्यारह साल बाद पति पाकिस्तान चले जाने से उसकी खुशियां गम में बदल गई।
चिट्ठी आई न कोई संदेशपचीस वर्ष पूर्व पाकिस्तान गए भगुसिंह की न तो कोई चिट्ठी आई है और नहीं कोई संदेश। मां के आंचल में पले अर्जुन व प्रताप को विश्वास है उनके पिता के आने का शुभ समाचार आएगा।

मेरा पति जहां कहीं है, वह जरुर लौटकर आएगा। इसकी आस से मैने आज भी सुहाग की प्रतीक चुडियां पहन रखी है। मैने पच्चीस वर्ष तक संघर्ष करते हुए ईश्वर पर भरोसा किया है। वह मेरे साथ न्याय करेगा।
लक्ष्मी कंवर, पत्नी, भगुसिंह धनाऊ

'भ्रष्टाचारी है मेरा बाप, टिकट दिया तो ठीक नहीं होगा'

'भ्रष्टाचारी है मेरा बाप, टिकट दिया तो ठीक नहीं होगा' 

अमरेली (गुजरात)। गुजरात के सावरकुंडला से भाजपा विधायक कालू विराणी के खिलाफ खुद उनकी बेटी ने मोर्चा खोल दिया है। रीता ऊर्फ अल्पा विराणी ने पिता पर भ्रष्टाचारी होने के आरोप लगाते हुए भाजपा व मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से पुन: टिकट न देने की मांग की है। बकौल रीता, उन्हें पिता से जान का खतरा है। वे लगातार धमकी दे रहे हैं। रविवार सुबह भी पिता व उनके भाई ने धमकाया। टिकट न देने की मांग दोहराते हुए रीता ने कहा कि बावजूद इसके टिकट दिया गया तो वे खुद पिता के खिलाफ प्रचार करेंगी। रविवार को रीता ने संवाददाताओं से बातचीत में उक्त आरोप लगाए।
'भ्रष्टाचारी है मेरा बाप, टिकट दिया तो ठीक नहीं होगा' 


विधायक कालूभाई ने आरोपों को खारिज करते हुए बेटी को मानसिक रूप से अस्वस्थ बताया। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि 20 साल से बेटी का उपचार करवा रहा हूं। मार कैसे डालूंगा? चुनाव सिर पर हैं। निहित स्वार्थी लोग मेरी बेटी को ढाल बना कर मेरे खिलाफ तथ्यहीन आरोप लगाए हैं। 30 वर्षीय बेटी का विभिन्न शहरों के अस्पतालों में उपचार करवाया है किन्तु स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। 900 करोड़ की संपत्ति जुटाई : रीता ने आरोप लगाया कि उनके पिता का सिंगापुर, गोवा एवं दीव में पिता के होटल हैं। उन्होंने 900 करोड़ की संपत्ति जुटाई है। स्विस बैंक में पिता का खाता होने का भी रीता ने दावा किया है। पेशे से फैशन डिजाइनर रीता के अनुसार सूरत-अहमदाबाद एवं सावरकुंडला में भी पिता की बेशुमार संपत्ति है। फिर भी वे हर काम में भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हैं। रीता ने पिता कालूभाई को पहली पत्नी की मौत के लिए भी जिम्मेदार ठहराया। रीता ने फैशन डिजाइनिंग के अलावा सिंगापुर से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है। होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए उन्हें सरकार की ओर से मदद भी मिली थी।

दिल्ली-उदयपुर एक्सप्रेस के इंजन में लगी आग, जंगल में डेढ़ घंटे खड़ी रही ट्रेन



भीलवाड़ा। दिल्ली-उदयपुर चेतक एक्सप्रेस के इंजन में सोमवार अल सुबह तकनीकी खराबी आ जाने से आग लग गई। ट्रेन चालक और गार्ड की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। मगर करीब डेढ़ घंटे तक जंगल में अटकी रही चेतक एक्सप्रेस तीन घंटे देरी से उदयपुर के लिए रवाना हो पाई। वहीं भोपाल-जयपुर ट्रेन दो घंटे तक भीलवाड़ा स्टेशन पर अटकी रही।
 


चेतक एक्सप्रेस के इंजन में भीलवाड़ा स्टेशन से सात किलोमीटर पहले जौधड़ास अंडरब्रिज पर सुबह 4 बजे अचानक आग लग गई। चालक ने ट्रेन रोक दी। घटना के बाद इंजन के पास वाले चार डिब्बों में अफरा-तफरी मच गई। चारों डिब्बे देखते ही देखते खाली हो गए। चालक शिशुपाल ओझा, गार्ड दीपक शर्मा और सहायक ड्राइवर किशन रावत ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए बड़ा हादसा टाल दिया। चालक और सहायक ने लोगों की सहायता से जलते इंजन को ट्रेन से अलग कर दूर किया। धकेलने के दौरान ढलान होने से इंजन ट्रेन से दो किलोमीटर दूर चला गया।



कंट्रोल रूम व स्टेशन पर सूचना मिलते ही पुलिस व दमकल मौके पर पहुंची। सुबह 4.10 पर लगी आग पर 5 बजे काबू पाया गया। भीलवाड़ा से दूसरा इंजन भेजकर लाइन खाली कराई गई। लांबिया स्टेशन से मालगाड़ी का इंजन मंगवा दिल्ली-उदयपुर चेतक एक्सप्रेस को मांडल स्टेशन पहुंचाया गया। हादसे के बाद सुबह 4.06 बजे से भीलवाड़ा स्टेशन पर अटकी भोपाल-जयपुर ट्रेन को सुबह 6.30 बजे रवाना किया गया। ट्रैक पर हालात सामान्य होने पर चेतक एक्सप्रेस को उदयपुर के लिए सुबह 7.20 बजे मांडल स्टेशन से रवाना किया गया। घटना के बाद वरिष्ठ मंडल यांत्रिकी अभियंता पावर सत्यवीर सिंह यादव, लोको इंस्पेक्टर दिनेश शर्मा व राजेंद्र बुढ़ाना ने जांच शुरू की। आग का कारण इंजन के रबर फ्यूल पाइप में लीकेज बताया गया है।

अब डे-नाइट हो सकेंगे क्रिकेट टेस्ट मैच

अब डे-नाइट हो सकेंगे क्रिकेट टेस्ट मैच

दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने दिनरात्रि के टेस्ट को सोमवार को अपनी मंजूरी दे दी लेकिन इन मैचों में किस तरह की और किस रंग की गेंद इस्तेमाल की जाएगी यह फैसला करने का अधिकार सदस्य बोर्डो पर छोड़ दिया। आईसीसी ने साथ ही श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच मंगलवार से शुरू हो रही सीरीज से पहले टेस्ट, वनडे और टवंटी-20 मैचों के लिए नए खेल नियमों की घोषणा कर दी।

इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया में पिछले कुछ समय से दिनरात्रि के टेस्ट को संभव बनाने के लिए प्रयोग चल रहे थे और अब आईसीसी की मंजूरी मिलने के बाद दूधिया रोशनी में टेस्ट आयोजित करने का रास्ता साफ हो गया है। विश्व संस्था ने एक बयान में कहा कि टीमें द्विपक्षीय आधार पर दिनरात्रि के टेस्ट आयोजित कर सकती हैं। दौरा करने वाली टीम और मेजबान बोर्ड तय फैसला करेंगे कि उन्हें किस समय छह घंटे खेलना है और किस ब्रांड की, किस तरह की और किस रंग की गेंद का इस्तेमाल करना है।

आईसीसी ने साथ ही वनडे में पावरप्ले, क्षेत्ररक्षण बाध्यता और शार्ट पिचों गेंदों से संबंधित नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। साथ ही टेस्ट और वनडे में अंपायर फैसला समीक्षा प्रणाली तथा तीनों फार्मेट में नो बाल, डेड बाल, ओवररेट से संबंधी नियम तथा टवंटी-20 में एक ओवर एलिमिनेटर संबंधी नियम में भी कुछ संशोधन किए हैं। विश्व संस्था ने कहा कि टेस्ट, वनडे और टवंटी-20 में नए नियम 30 अक्टूबर को श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच पल्लेकेल में शुरू हो रही सीरीज से प्रभावी हो जाएंगे। आईसीसी की क्रिकेट समिति ने मई में लंदन में हुई बैठक में जो सिफारिशें की थी उसे आईसीसी बोर्ड ने मंजूरी दे दी है।

मच रही है रेगिस्तान में धूम क्योंकि यहां चल रहा है कुछ ख़ास

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जोधपुर.मारवाड़ समारोह में रविवार को जब नाचते-गाते लोक कलाकारों व सजे-धजे ऊंटों के साथ शोभायात्रा शहर के भीतरी क्षेत्रों से निकली तो लोग राजस्थानी लोक कलाकारों के हुनर को निहारते रह गए। शोभायात्रा जिस रास्ते से गुजरी समां बांध गई। शोभायात्रा में ऊंट गाड़ियों, बैल गाड़ियों व तांगों पर रंग बिरंगी पोशाक पहने लोक कलाकारों की बानगी देखते ही बनती थी। कई कलाकार ऊंटों व घोड़ों पर बैठे थे। इसके बाद हुई रोचक प्रतियोगियों ने भी लोगों का मनमोह लिया। राजस्थान पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय मारवाड़ समारोह के दूसरे दिन रविवार सुबह नौ बजे उम्मेद स्टेडियम से प्रारंभ हुई शोभायात्रा को उप महापौर न्याज मोहम्मद ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।समारोह में मंडल रेल प्रबंधक राजेंद्र जैन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास भी समारोह में मौजूद रहीं।रस्सा-कस्सी में विदेशी टीम जीती :

मारवाड़ समारोह के अंतर्गत उम्मेद स्टेडियम में साफा बांधने की भारतीय प्रतियोगिता में अरशद अली प्रथम, गंगासिंह दूसरे तथा प्रमोद बिस्सा तीसरे स्थान पर रहे।प्रतियोगिता में यूएसए के पुनीत पहले स्थान पर, जर्मनी के हेलमट दूसरे तथा इंग्लैंड के बेन तीसरे स्थान पर रहे। रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता में विदेशी पर्यटकों की टीम ने देसी टीम को हराकर खिताब जीता। समारोह के दौरान बीएसएफ के प्रसिद्ध टैटू शो का चित्ताकर्षक प्रदर्शन किया।राजपुरोहित ‘मारवाड़श्री’ बने :

समारोह में रामसिंह राजपुरोहित को ‘मारवाड़ श्री’ से नवाजा गया। इसी प्रकार मटका रेस प्रतियोगिता में आस्ट्रेलिया की गैब्रिला प्रथम, जर्मनी की पावलीन दूसरे और भारत (जोधपुर) की सुश्री जाफरान तीसरे स्थान पर रहीं। बैंड वादन प्रतियोगिता में बीएसएफ ने रंग जमाते हुए पहला स्थान प्राप्त किया। मेहरानगढ़ बैंड को दूसरा व पुलिस बैंड को तीसरा स्थान मिला।धोरों पर धवल चांदनी में आज समापन:

थार रेगिस्तान के प्रवेश द्वार ओसियां की धरती धोरों पर सोमवार को मारवाड़ समारोह का समापन होगा। समारोह की आखिरी शाम चांदनी की शीतलता और समंदर की मानिंद चमकते धोरों पर लोक कलाकार अपनी लोककला का जलवा बिखेरेंगे।

यहां पर जयपुर से ज्योति डाबोड़िया एंड पार्टी का राजस्थानी नृत्य, भरतपुर के अशोक शर्मा एंड पार्टी की फूलों की होली, बाड़मेर की पुष्कर प्रदीप पार्टी का लोकनृत्य-लोक गायन, अलवर के अमर फारूख पार्टी का भपंग वादन, झुंझुनूं के गोपालराम एंड पार्टी का चंग-ढाप वादन, पारसनाथ पार्टी का कालबेलिया नृत्य, पाली-पादरला की दुर्गादेवी एंड पार्टी का तेरहताली तथा जैसलमेर के तगाराम भील एंड पार्टी का अलगोजा वादन होगा। समारोह के समापन पर आकर्षक आतिशबाजी होगी।

3 साल छोटे चचेरे भाई को 8 साल के लड़के ने गोली मारी

वेलिंग्टन।। न्यू जीलैंड के समोआ में शिकार पर गए दो बच्चे आपस में झगड़ पड़े और उनमें से आठ साल के बच्चे ने खुद से तीन साल छोटे चचेरे भाई पर गोली चला दी। गोली लगने से उस पांच साल बच्चे की मौत हो गई।

समोआ के पर्यवेक्षक ने कहा कि यह बच्चा एक धार्मिक समारोह में शामिल होने के लिए समोआ आया था। उसके चाचा उसे और उसके चचेरे भाई को एक सुनसान तटीय इलाके में कबूतरों के शिकार पर ले गए।

ऐसा कहा जा रहा है कि बच्चे के चाचा ने भरी हुई राइफल पेड़ के नीचे रख दी और छड़ी खोजने लगे। इतने में दोनों लड़के राइफल के लिए आपस में लड़ पड़े और इस लड़ाई में पांच साल के बच्चे के चेहरे पर गोली लग गई।

मारे गए बच्चे के पिता पाइटा लियुसा ने अखबार को बताया, 'मेरे भाई को मुड़े हुए कुछ क्षण ही हुए होंगे कि अगले ही पल उसने गोली चलने की आवाज सुनी। उस समय दोनों बच्चे आपस में राइफल के लिए लड़ रहे थे।' फेयरफैक्स न्यू जीलैंड ने मृतक बच्चे की पहचान जेम्स मे के रूप में की है।

टीवी न्यू जीलैंड ने कहा कि दूसरे बच्चे पर मृत्यु से जुड़ा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया लेकिन पुलिस बच्चे के चाचा से पूछताछ कर रही थी।

'जाट लड़की ने जीन्स पहनी, तो प्रधान दे जुर्माना'

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लखनऊ।। लड़कियों के जीन्स पहनने पर रोक लगा पाने में असमर्थ उत्तर प्रदेश के भारतीय किसान मोर्चा ने अब एक नया फरमान जारी कर दिया है। भारतीय किसान मोर्चा (बीकेएम) ने ऐलान किया है कि जिस गांव में जाट लड़कियां जीन्स पहने दिख जाएंगी, उस गांव के प्रधान को 20 हजार रुपए जुर्माना देना होगा।

बीकेएम चाहता है कि गांव के प्रमुख इस बात की जिम्मेदारी लें कि उनके गांव में कोई लड़की जीन्स न पहने। इस तुगलकी फरमान पर बीकेएम के नैशनल प्रेजिडेंट मन्नू लाल चौधरी ने कहा है, 'यदि कोई भी जाट लड़की जीन्स पहने पाई गई तो गांव के सरपंच को जुर्माना भरना होगा। उन्हें 20 हजार रुपए का दंड भरना होगा।'

शनिवार को बागपत जिले के धिकौली गांव में बीकेएम ने जाटों की मीटिंग बुलाई और यह ऐलान किया। चौधरी ने कहा कि लड़कियां उनके किसी फरमान को नहीं मान रही हैं चाहे वह जीन्स न पहनने का हो या फिर मोबाइल के इस्तेमाल को बंद करने का।

चौधरी का कहना है, 'ये चीजें हमारे बच्चों पर बुरा असर डाल रही हैं और हमें उनके भविष्य पर बुरा असर डालने वाली हर चीज को रोकने का हक है।' चौधरी ने कहा कि हर जाट लड़की पर नजर रखना नामुमकिन है लेकिन गांव का प्रधान उन सबको पहचानता है। इसलिए, यह उसकी जिम्मेदारी है कि वह हमारा फैसला लागू करे। चौधरी ने कहा, 'यदि कोई जाट लड़की जीन्स पहने दिख गई तो हम प्रधान से 20 हजार रुपए बतौर जुर्माना वसूलेंगे।'

वैसे यहां बता दें कि यह कोई पहला तुगलकी फरमान नहीं है जिससे वेस्टर्न यूपी को दो चार होना पड़ रहा है। ऐसे ही फरमान कई गांवों में जारी किए गए हैं। हाल ही में खुद लड़कियों के एक समूह ने यह कसम खाई थी कि वे बड़ों के निर्देशों का पालन करेंगी। लेकिन, इन फरमानों को धता बता देने वाली लड़कियों की संख्या कहीं ज्यादा है।

एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक बागपत की एक अंडरग्रैजुएट स्टूडेंट ने बताया, 'बीकेएम के नेता ये सब पब्लिसिटी के लिए कर रह रहे हैं और वे खुद को भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) से आगे बताना चाहते हैं।' बीकेयू महेंद्र सिंह टिकैत द्वारा बनाई गई किसान यूनियन है। स्टूडेंट ने कहा कि जाट किसान बीकेयू के साथ खड़े होते हैं न कि बीकेएम के और इसलिए मन्नू लाल चौधरी जाटों की अटैंशन पाने के लिए यह सब कर रहा है। जबकि, हम इन सब फरमानों को सीरियसली लेते ही नहीं हैं।

रेप नहीं करने दिया तो ईंट से कुचल कर ले ली लड़की की जान, कचरे में फेंक दी लाश

नई दिल्ली। अश्लील हरकतों का विरोध करने वाली एक दस वर्षीय बच्ची की बेलन और ईंट से सिर कुचल कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गोपाल नामक हत्यारोपी को तुगलकाबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है। वह दिल्ली से फरार होने की कोशिश में था।
रेप नहीं करने दिया तो ईंट से कुचल कर ले ली लड़की की जान, कचरे में फेंक दी लाश 
दक्षिण पूर्वी जिला के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय चौधरी ने बताया कि 26 अक्टूबर की देर रात्रि पुल प्रहलादपुर इलाके में एक दस वर्षीय बच्ची का शव कूड़ेदान से बरामद किया गया। पूछताछ करने पर पुलिस को पता चला कि बच्ची के पड़ोस में रहने वाला गोपाल घटना के बाद से फरार है। इसके बाद पुलिस ने गोपाल को तुगलकाबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी गोपाल और पीड़िता का परिवार कटिहार (बिहार) के रहने वाला है। एक ही शहर से संबंधित होने की वजह से गोपाल का पीड़िता के घर आना-जाना था। शनिवार रात्रि गोपाल नशे में पीड़िता के घर टीवी देखने के बहाने पहुंचा। पीड़िता को घर में अकेला पाकर उसने अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। बच्ची ने जब परिजनों से शिकायत करने की बात कही तो आरोपी ने ईंट और बेलन से उसका सिर कुचल दिया।

जांच में पता चला कि आरोपी पहले भी गांव में एक लड़की के साथ बलात्कार के आरोप में पकड़ा जा चुका है। एक बार उसे बकरी के साथ अप्राकृतिक यौनाचार करने

नाबालिग लड़की की बेबसी का फायदा उठाकर करता रहा रेप

अंबाला के नाहन हाउस एरिया में छठी क्लास की नाबालिग लड़की से रेप के अरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। आरोपी दीपक ने पुलिस को बताया है कि वह लड़की के परिवार की हालत का फायदा उठा कर उससे लंबे समय से रेप कर रहा था। पीड़िता की मां पागल है और पिता का काफी समय पहले देहांत हो चुका है। लड़की की दादी लोगों के घरों में काम करके किसी तरीके से परिवार को चला रही है। बस इसी बात का फायदा उठा कर दीपक उससे रेप कर रहा था। यह भी पता चला है कि दीपक यह घिनौना काम तब-तब भी करता था, जब उसकी दादी घर से काम के लिए चली जाती थी। वह लड़की को अकेला पाकर उससे जबर्दस्ती किया करता था।rape 
गौरतलब है कि रेप पीड़िता की दादी ने पुलिस को बताया कि उसकी पोती के पेट में शनिवार रात दर्द हुआ था। वह उसे लेकर डॉक्टर के पास गईं जहां उन्हें लड़की के प्रेगनेंट होने का पता चला। उसके बाद इस बात की सूचना अन्य परिवार वालों को दी गई, तो वे पुलिस के पास अपनी बच्ची के साथ हुए अत्याचार की शिकायत लेकर पंहुचे।

पुलिस ने भी बिना समय गंवाए बच्ची का जब सिविल हॉस्पिटल में मेडिकल टेस्ट करवाया, तो उसके प्रेगनेंट होने की पुष्टि हुई। बाद में पुलिस ने पीड़िता के पड़ोस में ही रहने वाले 27 साल के दीपक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया।

केआरके का एक्ट्रेस के लिए अश्लील ट्वीट, खुलेआम की सेक्स की डिमांड

 

बिग बॉस के पूर्व प्रतिभागी और फिल्म प्रोड्यूसर कमाल आर खान (केआरके) एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने 'गैंग्स ऑफ़ वासेपुर' से मशहूर हुई एक्ट्रेस हुमा कुरैशी के बारे में ट्विटर पर कुछ ऐसा लिख दिया है, जिससे सब हैरान रह गए हैं। कमाल ने खुलेआम ट्विटर पर हुमा से सेक्स की डिमांड कर डाली है।

केआरके ने लिखा है, ‘मैं आपसे एक प्रश्न पूछना चाहता हूं, अगर आप बुरा न मानें तो। मैं आपके साथ सेक्स करना चाहता हूं।.. हा, हा, हा।’ केआरके ने आगे ट्वीट किया कि मैंने एफएचएम के कवर पेज पर आपका फोटो देखा। आप बहुत सेक्सी हो यार। कीप रॉकिंग।

कमाल ने यह भी ट्वीट किया कि 'गैंग्स ऑफ वासेपुर 2' को फिर से सिर्फ आपके लिए ही देख रहा हूं। अब देखना ये है कि कमाल के इस कॉन्ट्रोवर्शियल ट्वीट पर हुमा कमाल को क्या जवाब देती हैं?

महिला हॉस्टल रेप और यौन शोषण!

महिला हॉस्टल रेप और यौन शोषण!

मुम्बई। सरकार द्वारा यहां संचालित एक महिला हॉस्टल में बलात्कार और यौन शोषण के आरोपों को गम्भीरता से लेते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने सोमवार को मामले की जांच के आदेश दे दिए। एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपराध शाखा को इस मामले की विस्तृत जांच करने और प्राथमिकता के आधार पर रपट सौंपने के आदेश दिए हैं।

अधिकारी ने कहा कि सरकार उन रपटों को लेकर चिंतित है, जिनमें दावा किया गया है कि हथियारबंद गुंडों द्वारा आतंक पैदा किए जाने के बाद कई पीडित महिलाएं उत्तर मुम्बई के मानखुर्द स्थित नवजीवन महिला वसतिगृह से भाग गई। अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस घटना को बहुत गम्भीरता से लिया है। नवजीवन महिला वसतिगृह, देह व्यापार से बचाई गई महिलाओं के लिए एक पुनर्वास केंद्र है।

सोमवार को मीडिया रपटों में कोलकाता की एक महिला के साक्षात्कार हाईलाइट किया गया है, जो चार वर्ष पहले यहां एक बार में वेटर का काम करने आई थी। बार पर छापे के दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया गया और मई में उसे इस हॉस्टल में भेज दिया गया। साक्षात्कार में उसने हॉस्टल की भयानक स्थिति का बयान किया है और यह बताया है कि वहां रहने वाली लगभग तीन दर्जन महिलाओं ने वसतिगृह के प्रभारियों से झगड़े के बाद किस तरह भागने की कोशिश की।

13 महिलाओं को तो पकड़ लिया गया है, लेकिन बाकी 23 महिलाएं अभी भी फरार हैं और वे वापस लौटने को लेकर भयभीत हैं। मीडिया रपट में कहा गया है कि महिलाओं का नियमित यौन शोषण किया गया है और हथियारबंद गुंडों ने बेखौफ वसतिगृह में घुसकर महिलाओं के साथ बलात्कार किया। रपटों के अनुसार, हॉस्टल से जुड़े अधिकारियों ने इस मामले में कुछ करने में अक्षमता जाहिर की है, क्योंकि उनके पास कोई शक्ति नहीं है।

एमडी रोड पर तनाव,स्थिति नियंत्रण में

एमडी रोड पर तनाव,स्थिति नियंत्रण में

जयपुर। राजधानी के एमडी रोड पर ईद की दावत के बीच झगड़े से पैदा हुए तनाव और कर्फ्यू जैसे हालात शाम तक सामान्य नहीं हो पाए। मामूली कहासूनी से पत्थराव और तोड़-फोड़ से शुरू हुए उपद्रव में करीब एक दर्जन लोग जख्मी हो गए तथा 20 से अधिक वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए। घायलों में दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार झगड़े को समझाइश से शांत कर दिया गया है और इलाके में शांति बहाल हो गई है।

हालांकि,अब भी लोग घरों से निकलने में डर रहे हैं और एमडी रोड पर वाहनों की आवाजाही न के बराबर है। इलाके की सड़के सूनी पड़ी है और रास्तों पर बिखरे पड़े पत्थर और कांच के टुकड़े पूरे दिन का हाल बयां कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन की ओर से इलाके में पुलिस बल अब भी तैनात है।

यह था मामला

पुलिस के अनुसार मामला बेहद साधारण था,जो बाद में तूल पकड़ कर संवेदनशील बन गया। एमडी रोड पर एक परिवार की ओर से ईद की दावत दी जा रही थी और उसके लिए सड़क किनारे टेंट लगाया हुआ था। इसी बीच नजदीकी शटरवाले मोहल्ले के युवक की मोटरसाइकिल टेंट से टकराने से आपस में कहासूनी हो गई। युवकों के साथ इस झगड़े ने जल्दी गंभीर रूप ले लिया और एमडी रोड पर पत्थराव होने लगा। मामला शांत करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया और हालात कर्फ्यू जैसे बन गए।

5 घंटे रहा अफरातफरी का माहौल

दोपहर 12 बजे की इस घटना के बाद से एमडी रोड और उसके समीपवृति इलाके में यातायात पूरी तहर से बाधित रहा। पुलिस के अनुसार शाम 4 बजे तक मामले को समझाइश से शांत कर लिया गया। हालांकि दोपहर बाद करीब 5 घंटे तक पूरे इलाके में हालात कर्फ्यू जैसे बने रहे। लोग घरों में कैद रहे और राहगीरों को कई किलोमीटर का चक्कर काटकर जाना पड़ा। उल्लेखनीय है कि रविवार को भी शहर के रामगंज इलाके में ऎसे ही तनाव के हालात बने हुए थे। गलियों में स्टंट करने से मना करने पर रामगंज इलाके के नीलगरान मोहल्ला में एक ही समुदाय के दो पक्ष आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों ने ही एक-दूसरे पर जम कर पथराव किया था।

पुलिस का भारी जाप्ता तैनात

गांधी नगर सर्किल के लालकोठी थाना के एसएचओ सम्पत सिंह ने बताया कि दोपहर में पत्थराव के बाद मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। झगड़ा बढ़ने और पत्थराव से लोगों में अफरा-तफरी मच गई। हालात सामान्य करने के लिए अतिरिक्त जाप्ता भी तैनात किया गया।


वॉलसिटी में ट्रैफिक जाम

एमडी रोड पर पत्थराव के बाद पूरे शहर में दहशत का माहौल और लोगों में अफरातफरी मच गई। त्योहारी खरीदारी करने बाजारों में पहुंचे लोग आनन-फानन में घरों की ओर भागने लगे। इस वजह से वॉलसिटी के बाजारों में ट्रेफिक जाम के हालात हो गए। पत्थराव के तुरंत बाद बड़ी चौपड़,एमआई रोड़, रामगंज बाजार और जेएलएन मार्ग से एमडी रोड की ओर ट्रेफिक रोक दिया गया। इन रास्तों से आने वाले ट्रैफिक को अन्य रास्तों से डायवर्ट किया गया।

बाजार बंद,व्यापारियों में डर

पत्थराव के बाद से ही इलाके के अधिकांश बाजारों में दुकानों के शटर गिरा दिए गए। व्यापारी किसी अनहोनी से बचने के लिए दुकाने खोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए और देर शाम तक ऎसे ही हालात रहे। सांगानेरी गेट के सामने एमआईरोड पर स्थित बॉम्बे मिष्ठान के मालिक श्रीधर ने बताया कि करीब 12 बजे पत्थरबाजी के बाद उन्होंने दुकान बंद करनी पड़ी। एक अन्य दुकानदार गणेश शर्मा ने बताया कि पत्थरबाजी के बाद गाडियों के शीशे तोड़ने और दुकानों पर भी पत्थराव की अफवाहों से सभी डर गए थे। हमने भी दुकानें बंद ही रखना बेहतर समझा।

मोदी ने पीएम को कहा "मौन-मोहन"

मोदी ने पीएम को कहा "मौन-मोहन"

मंडी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह पर व्यंग्यपूर्ण प्रहार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री "मौन-मोहन" सिंह हैं। मोदी यहां सोमवार को एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डा. "मौन-मोहन" सिंह और सोनिया गांधी ने हिमाचल प्रदेश का दौरा किया था और उन्होंने कुछ चीजों के बारे में बोला भी, लेकिन यदि वे महंगाई के बोझ से दबे गरीबों के प्रति थोड़ी चिंता दिखाते तो इससे बेहतर होता।

मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री को मूल्यवृद्धि कम करने के अपने वादे के बारे में बोलना चाहिए, लेकिन कांग्रेस तो अहंकारी है, उसे देश के लोगों की परवाह नहीं है। रसोई गैस सिलेंडरों की रियायती दर पर उपलब्धता सीमित किए जाने के संदर्भ में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की संवेदनहीनता को उजागर करते हुए भाजपा नेता ने लोगों को पाइप के जरिए गैस मुहैया कराने की गुजरात सरकार की पहल में बाधा उत्पन्न करने के लिए केंद्र सरकार की निंदा की।

मोदी ने कहा कि हम इस लड़ाई को सर्वोच्च न्यायालय ले गए हैं और हमें विश्वास है कि वहां हमारी जीत होगी। अगर आप गलत करेंगे या लोगों को धोखा देंगे तो कांग्रेस में आपको प्रोन्नति मिलेगी। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के मामले को ही ले लीजिए, उनके बिजली मंत्री रहते 19 राज्यों में एक साथ यादगार बिजली संकट पैदा हो गयाऔर 70 करोड़ लोग अंधेरे से घिर गए। इस पर उन्हें पद से हटा दिया जाना चाहिए लेकिन अगले ही दिन उन्हें प्रोन्नति देकर देश का गृह मंत्री बना दिया गया।

पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि वह गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं लेकिन उन्हें प्रोन्नति देकर विदेश मंत्री बनाया गया है। हिमाचल कांग्रेस कमेटी के प्रमुख वीरभद्र सिंह पर लगे आरोपों का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि एक तरफ तो उन्हें केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ने के लिए कहा गया और दूसरी तरफ उन्हें पार्टी में चुनाव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे दी गई।

मोदी ने कहा कि भारत का अपना एक संघीय ढांचा है लेकिन कांग्रेस ने भाजपा शासित राज्यों में विकास को ठप्प करने का प्रयास कर उसका सम्मान नहीं किया।

सोनिया गांधी के इस दावे पर कि संप्रग सरकार हिमाचल प्रदेश को 10,000 करोड़ रूपये की सहायता देगी, मोदी ने कहा कि यह धन उनका निजी नहीं, बल्कि लोगों का धन है। हिमाचल से अपने जुड़ाव को याद करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात के बाद मेरा दूसरा घर हिमाचल है। मैं इसी चुनावी मौसम में इस राज्य में कई बार आता, अगर गुजरात में इस समय चुनाव नहीं होता।

उन्होंने कहा कि यदि गुजरात से एक संदेश की बात की जाए तो मैं लोगों से यही कहूंगा कि वे बार-बार सरकार न बदलें। उल्लेखनीय है कि 68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुनाव चार नवम्बर को होगा और मतगणना गुजरात में विधानसभा चुनाव होने के बाद 20 दिसम्बर को होगी।

पत्नी और बच्चों की हत्या की कोशिश

पत्नी और बच्चों की हत्या की कोशिश
भरतपुर। भरतपुर के सेवर थाना इलाके में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या करने की कोशिश की। बाद में खुद ने फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया। आरोपी मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया जा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

जानकारी के अनुसार सेवर थाना इलाके के मलाह गांव के निवासी राकेश जाटव ने पत्नी श्रीदेवी और बेटे मोहित (6)बेटी मनीषा(3)पर चाकू से वार कर घायल कर दिया। चीख पुकार सुनकर राकेश का छोटा भाई और पड़ोसी मौके पर पहुंचे तो तीनों वहां लहूलुहान पड़े थे। उन्होंने तुरंत पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।

मोहित को गंभीर अवस्था में जयपुर के लिए रैफर किया गया है। आरोपी के छोटे भाई मुकेश ने बताया कि राकेश मानसिक रूप से बीमार है। उसका जयपुर में इलाज चल रहा है। वह पिछले कई दिनों से दवाईयां भी नहीं ले रहा था।

पुजारियों ने विवाहिता से किया दुष्कर्म

पुजारियों ने विवाहिता से किया दुष्कर्म

नायन/राड़ावास। शाहपुरा के शिवसिंहपुरा स्थित मंदिरों के दो पुजारियों ने हैवानियत की हद पार कर दी। गांव की ही एक विवाहिता को जबरन मन्दिर में खींच ले गए और बंधक बनाकर तीन दिन तक दुष्कर्म करते रहे। सहमी पीडिता ने 11 दिन बाद रविवार को हिम्मत जुटाकर पुलिस को जानकारी दी। अमरसर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों पुजारियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अभियुक्तों ने कई युवतियों के साथ ज्यादती की बात कबूली है।

गिरफ्तार आशादास (25) दुर्गा माता मंदिर का पुजारी है। वह जन्म से ही मन्दिर में रह रहा है। दूसरा श्रवण कुमार पास के ही ठाकुरजी मंदिर का पुजारी है। वह भी इसी गांव का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक पीडिता मंदिर के पास के गांव की रहने वाली है। वह 14 अक्टूबर को सुबह घर के बाड़े में काम कर रही थी।

तभी आशादास और श्रवण उसका मुंह बांधकर उठा ले गए। मंदिर के कमरे में ले जाकर बंधक बनाने के बाद तीन दिन तक उससे जबरदस्ती करते रहे। किसी को संदेह नहीं हो इसके लिए अभियुक्त कमरे के आस-पास ही डटा रहा। 17 अक्टूबर को आरोपितों ने महिला को किसी को न बताने की धमकी देकर छोड़ दिया।

संदिग्ध थीं हरकतें
घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अभियुक्तों की हरकतें पहले से संदिग्ध थीं। उनकी शिकार बनी महिलाओं की संख्या अधिक हो सकती है। पुलिस का कहना है कि आशादास मंदिर में ऎशो-आराम से रह रहा था। उसका कमरा वातानुकूलित है।

पूर्व आर्मी चीफ ने कहा, जल्‍द भंग हो संसद


मुंबई. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने पूर्व आर्मी चीफ जनरल (रिटायर्ड) वी के सिंह के साथ मिलकर भ्रष्‍टाचार के खिलाफ नई जंग का ऐलान कर दिया है। यहां प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में अन्‍ना हजारे के साथ साथ जनरल सिंह ने केंद्र की यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधते मौजूदा संसद को भंग कर नए सिरे से चुनाव कराए जाने की मांग की।
 
जनरल सिंह ने सरकार को 'संविधान विरोधी' करार देते हुए कहा कि संसद को तत्‍काल भंग कर दिया जाना चाहिए। उन्‍होंने कहा, 'सरकार प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रही है। निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है जबकि आदिवासियों को बेदखल किया जा रहा है। अंग्रेजों ने 200 सालों में जितना देश को नहीं लूटा उतना अपने देश के नेताओं ने 65 साल में लूट लिया। सांसदों ने आम आदमी से जुड़े मुद्दों को उठाना बंद कर दिया है। चाहे वो सत्‍तारूढ़ पार्टी के हों या विपक्ष के। ऐसे में जरूरी है कि इस संसद को तत्‍काल भंग किया जाए ताकि लोग तय कर सकें कि वह देश में कैसी सरकार चाहते हैं।'

पूर्व आर्मी चीफ ने काला धन और रिटेल में एफडीआई के मसले पर भी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए मनमोहन सरकार को अल्‍पमत करार दिया। उन्‍होंने कहा, 'सरकार काले धन पर चुप क्‍यों है? जब सरकार अल्‍पमत में है तो पीएम रिटेल में एफडीआई को मंजूरी कैसे दे सकते हैं? कांग्रेस इस वक्‍त अलग-थलग पड़ गई है। सहयोगी दलों ने भी सरकार का साथ छोड़ दिया है।

अन्‍ना ने पूर्व आर्मी चीफ के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि मौजूदा संसद संविधान के मुताबिक काम नहीं कर रही है। इसलिए इसे भंग कर देना चाहिए। उन्‍होंने कहा, 'हमें देशवासियों को जगाना होगा। मैं और वी के सिंह 30 जनवरी से देशभर का दौरा शुरू करेंगे।'

बाड़मेर के बाद बालोतरा जेल में शराब पार्टी का मामला,


बाड़मेर के बाद बालोतरा जेल में शराब पार्टी का मामला, 

जेल में सजा काटने की बजाय मौज मस्ती कर रहे है कैदी


 बाड़मेर  बाड़मेर जेल में कैदियों को मोबाइल सेवाएं मुहैया करवाने के बाद बालोतरा जेल के कैदियों की ओर से जेल में ही शराब की पार्टियां की जा रही है। यहां पर शराब व अफीम की सप्लाई कोई नई बात नहीं है। बीते लंबे समय से कैदी सजा काटने की बजाय जेल में मौज मस्ती कर रहे हैं। हाल ही में जेल से रिहा हुए एक कैदी ने जेल में चल रही शराब पार्टियों के लाइव फोटो भास्कर को उपलब्ध करवाए हैं। जिसमें कैदी शराब पार्टी मना रहे हैं।

जेलों में सजा काट रहे कैदियों को मोबाइल व अन्य प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने पर प्रतिबंध भले ही लगा रखा है, मगर जेल प्रशासन की शह पर कैदियों को तमाम प्रकार की सुविधाएं आसानी से मिल रही है। बालोतरा जेल में सजा काट रहे कैदियों को शराब, अफीम व मोबाइल सरीखी कई सुविधाएं मिल रही है। जेल प्रशासन की ओर से कई बार निरीक्षण का हवाला दिया जा रहा है, जबकि हालात कुछ और बया कर रहे हैं। बालोतरा जेल में हाल ही में सजा काटकर आए एक कैदी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जेल में शराब की पार्टी तो आम है। कैदियों को खाने पीने के साथ मोबाइल सुविधा भी मिल रही है। जिसके माध्यम से वे रिश्तेदारों व अपराध जगत से जुड़े लोगों से बाते कर रहे हैं। इस मामले को जेल प्रशासन गंभीरता से लेने की बजाय चुप्पी साधे हुए है।



राजस्थान के 60 फीसदी हिस्से को थार मरुस्थल अपने में समेटे हुए दुर्लभ वन्य प्राणी

राजस्थान के 60 फीसदी हिस्से को थार मरुस्थल अपने में समेटे हुए दुर्लभ वन्य प्राणी 
बाड़मेर राजस्थान के 60 फीसदी हिस्से को थार मरुस्थल अपने में समेटे हुए है. दूर से देखने पर किसी को भी लग सकताहै कि मरुस्थल में होता ही क्या है, तो ऐसे लोगों को मैं बताना चाहूँगा कि यहाँ बहुत कुछ है. थार मरुस्थल में कुछऐसे जीव-जंतु पाए जाते हैं जो दुनिया में और कहीं नहीं पाए जाते. इन दुर्लभ प्रजातियों में से कुछ को तोआईयूसीएन (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कनजरवेशन आफ नेचर) ने अपनी रेड डेटा बुक में शामिल कररखा है. लेकिन कुछ प्रजातियों तो उसकी नजरों से भी चूक गईं. ये प्रजातियाँ रेड डेटा बुक में शामिल प्रजातियों से भी ज्यादा दुर्लभ हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि इन प्रजातियों के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते इसलिएउनपर किसी प्रकार का शोध भी नहीं हुआ. ऐसी प्रजातियों को डेटा डेफिशियेन्ट कहा जाता है.


भारतीय वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम 1972 के अंतर्गत रेगिस्तानी जीव-जंतुओं को बचाने के उद्देश्य से 1980 मेंपश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर-जैसलमेर जिलों में फैले 3,162 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को मरु राष्ट्रीय उद्यान (डेजर्टनेशनल पार्क) के रूप में घोषित किया गया.

इसके अलावा जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर, जोधपुर, चुरू और जालौर में 23,160 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र कोशिकार निषिद्ध क्षेत्रों के तौर पर सुरक्षित किया गया. इनमें जैसलमेर में उजला और रामदेवरा, बीकानेर में बज्जू,देशनोक, दियात्रा, जोड़वीर और मुकाम, बाड़मेर में धोरीमन्ना, चुरू में संवतसर-कोटसर, जालौर में सांचोर एवंजोधपुर में गुढ़ाविश्नोई, डेचूं, जम्भेश्वर जी, लोहावाट, साथिन और फिटकासनी नामक शिकार निषिद्ध क्षेत्रशामिल हैं. लेकिन वन्यजीव विशेषज्ञ मानते हैं कि इतने बड़े क्षेत्र में शोध करवाने के लिए सरकार ने कोई कदमनहीं उठाए, रेगिस्तान में जिस प्रकार के जीव-जंतु व पेड़-पौधे मिलते हैं उनको देखने के लिए रेगिस्तान आने केअलावा और कोई चारा नहीं है.
ये प्रजातियाँ हैं विशेष....

स्तनधारी
-मरु बिल्ली (डेजर्ट कैट) -रेड डेटा बुक में शामिल
- मरु लोमड़ी (डेजर्ट फॉक्स) - रेड डेटा बुक में शामिल
- सफेद झाऊ चूहा (पेल हैज हॉग) - शामिल नहीं
पक्षी
- गोडावण (ग्रेट इंडियन बस्टर्ड) - रेड डेटा बुक में शामिल
- क्रीम रंग की कोरसर (क्रीम कलर्ड कोरसर) - रेड डेटा बुक में शामिल
सरीसृप
सांप
- रेतिया सांप (सिन्ध आल हैडेड स्नेक) -शामिल नहीं
- लाल गुरावा (रेड स्पाटेड रॉयल स्नेक) - शामिल नहीं
छिपकली
-मरु मॉनिटर छिपकली (डेजर्ट मॉनिटर लिजार्ड) - रेड डेटा बुक में शामिल
- लौंगेवाला छिपकली (लौंगेवाला टोड हैडेड लिजार्ड) - शामिल नहीं

रविवार, 28 अक्तूबर 2012

कैलिफोर्निया में सास के कत्ल के आरोप में प्रेग्नेंट सिख महिला गिरफ्तार


वाशिंगंटन।अमेरिका के नार्दन कैलिफोर्निया में सास का कत्ल करने के आरोप में एक प्रेगनेंट सिख महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक कैलिफोर्निया की युबा सिटी में 24 अक्टूबर को 68 वर्षीय बलजीत कौर की लाश उसके घर में मिली । ऑटोप्सी में पाया गया की बलजीत कौर की मौत सिर में ब्लंट फोर्स ट्रॉमा की वजह से हुई है। पुलिस ने ऑटोप्सी रिपोर्ट आने के बाद बलजीत कौर की 37 वर्षीय बहू को अपनी सास का कत्ल करने के आरोप में शुक्रवार को गिर फ्तार कर लिया । सटर काउंटी शेरिफ ऑफिस ने बताया कि इस मामले में कोई और संदिग्‍ध के रूप में सामने नहीं आया है। कत्ल के इस घटना से युबा सिटी में शो की लहर दौड़ गई है। युबा सिटी में भारी संख्‍या में सिख रहते है। शेरिफ ने कहा कि जांच में मह्त्वपूर्ण सबूत मिले है। इन्हीं के आधार पर इस महिला को गिरफ्तार किया गया है।बलजिंदर के पेट में छह माह का बच्‍चा है।
नार्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन ने इस घटना को दुर्भाग्‍यपूर्ण करार दिया है। एसोसिएशन ने कहा कि इस तरह की घटनाएं सिख समुदाय के शानदार इतिहास पर धब्बा है।

नीतीश के लिए जेल में बंद पूर्व विधायक ने मांगी 7 करोड़ की रंगदारी

नीतीश के लिए जेल में बंद पूर्व विधायक ने मांगी 7 करोड़ की रंगदारी 

मुजफ्फरपु़र: पूर्व मंत्री बृजबिहारी हत्याकांड में सजा काट रहे पूर्व बाहुबली विधायक मुन्ना शुक्ला ने वैशाली के भगवानपुर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर से सात करोड़ की कथित रंगदारी मांगी है। इस बावत डायरेक्टर ने वैशाली एसपी को आवेदन देकर अपनी जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। रंगदारी मांगे जाने के बाद मुन्ना शुक्ला के सेल में शनिवार की देर संध्या छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान एक मोबाईल व चार्जर बरामद किया गया। जेल अधीक्षक के बयान पर मुन्ना शुक्ला समेत तीन अन्य कैदियों पर मिठनपुरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई।

पीड़ित क़ॉलेज निदेशक का कहना है कि रंगदारी ४ नवंबर को होने वाली नीतीश कुमार की अधिकार रैली के लिए मांगी गई थी। पूरे मामले पर टिप्पणी करते हुए बिहार के पूर्व सीएम और राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि नीतीश के लिए सिर्फ गुंडे ही नहीं बल्कि अधिकारी भी लोगों से रंगदारी वसूल रहे हैं।

हरियाणाः अब बच्चियों के 'पेट के दर्द' ने बलात्कारियों को पहुंचाया हवालात

अंबाला. लगातार बलात्कार की खबरों से शर्मसार हो रहे हरियाणा पर अब अंबाला जिले ने दाग लगाये हैं। यहां अलग-अलग मामलों में दो नाबालिगों से बलात्कार करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ही मामलों में लड़कियों के पेट में दर्द होने के बाद मेडिकल जांच में रेप का पता चला।

एक 13 साल की बच्ची के बलात्कार के आरोप में एक शादीशुदा व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। बच्ची के प्रेग्नेंट होने पर बलात्कार की बात परिजनों को पता चली। पीड़िता के पिता की मौत हो चुकी है और मां बीमार रहती है

पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पीड़िता ने अपने परिजनों से पेट में दर्द होने की शिकायत की थी। दादी उसे अस्पताल ले गई जहां जांच में उसे गर्भवती पाया गया।

गर्भवती होने की बात पता चलने के बाद पीड़िता ने बताया कि पड़ोस का रहने वाला दीपक उसके साथ कई महीनों से सेक्स संबंध बना रहा है। लड़की ने यह भी बताया की दीपक ने किसी को इस बारे में बताने पर बुरे अंजाम की धमकी भी दी था।

लड़की के इस बयान के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पीड़िता को पंचकूला के सिविल अस्पताल रैफर किया गया है। गौरतलब है कि 16 साल से कम उम्र की लड़की से मर्जी से सेक्स करने को भी बलात्कार माना जाता है।

वहीं अंबाला में ही एक 11वीं कक्षा की छात्रा ने दो युवकों पर लगातार गैंगरेप करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने पेट में दर्द की शिकायत की तो परिजनों ने मेडिकल टेस्ट करवाया गया। इसके बाद ही उसने रेप की बात परिजनों को बताई। इस नाबालिग छात्रा से रेप के मामले में अमित और बलविंदर नाम के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया।

रेप के मामलों से शर्मसार हरियाणा पर इन ताजा मामले ने एक और दाग लगा दिया है। गौरतलब है कि गैंगरेप की ताबड़तोड़ वारदातों के चलते हरियाणा की देशभर में तीखी आलोचना हो रही है।

बाड़मेर भूमि अवाप्ति विरोध पर दुनिया की नजर

बाड़मेर भूमि अवाप्ति विरोध पर दुनिया की नजर


बाड़मेर शिवकर लिग्नाइट परियोजना के विरोध में छह दिन से चल रहे धरने ने बाड़मेर को विश्व पटल पर ला दिया है, शहर से केवल आठ किलोमीटर की सीमा में बाड़मेर के सात गावों में उक्त परियोजना के लिए भूमि आवाप्ति के लिए कार्यवाही की जा रही है, जिसके विरोध में लीगल मित्र संस्था के बैनर तले पीड़ित किसान एक जुट हो कर पिछले छह दिन से कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे है, गौरतलब है की उक्त परियोजना से न केवल गोवों की तकरीबन पांच हजार लोग प्रभावित होंगे बल्कि शहर के इतने समीप होने वाले खनन से पुरे बाड़मेर शहर का वातावरण ख़राब हो जायेगा.


उक्त भूमि को आर एस एम् एम् एल कंपनी के लिए अवाप्त किया जाना प्रस्तावित है लेकिन सरकार ने अभी तक उक्त परियोजना के लिए पर्यावरण महकमे की मंजूरी नहीं ली है. लीगल मित्र के सचिव रितेश शर्मा ने बताया की " बिना पर्यावरण विभाग की अनुमति लिए और बिना सामाजिक सर्वेक्षण करवाए इतने लोगों को बेदखल किये जाने की कार्यवाही मनमानी है, यदि भूमि अवाप्त होने के बाद उक्त परियोजना को पर्यावरण की अनुमति नहीं मिलती तो गरीब किसान बेवजह बेघर हो जायेंगे" यही कारण है की बाड़मेर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा , तेल की खोज और सैन्य अभ्यास सुदर्शन के बाद इस धरने ने बाड़मेर को विश्व पटल पर ला दिया है , धरने के मीडिया प्रवक्ता स्वरुप सिंह आगोर और विक्रम सिंह तारातरा ने बताया की "पीड़ित किसानों और लीगल मित्र का उक्त धरने की खबर सम्पूर्ण भारत के अलावा अमरीका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में प्रकाशित हुई है, दुःख इस बात का है इस बार किसानों के रोष के लिए बाड़मेर ख़बरों में है" हालांकि किसानो को इस बात का भी दुःख हैं की सरकार ने भी सिवाय आश्वासन के अलावा अभी तक कोई लिखित कार्यवाही नहीं की हैं जो किसानो को निश्चिंत कर सके


जागरण का हुआ आयोजन भजनों के जरिये सरकार को जगाने का प्रयास


पिछले काफी दिनों से कलेक्ट्रेट के सामने गर्मी और रात को हाड़ कंपाने वाली सर्दी में बैठे किसानो को अभी तक सरकार से सकारात्मक कार्यवाही की उम्मीद हैं जो कब पूरी होगी इसी का किसानो को इंतज़ार हैं। इसी क्रम में धरना स्थल पर रविवार शाम को गंगागिरी मठ के महंत खुशालगिरी एंड पार्टी के द्वारा भजन संध्या में भजनों की प्रस्तुतियां दी गई इस भजन संध्या के जरिये सरकार की सोई चेतना को जगाने के लिए प्रार्थना की गई और तमाम किसानो ने भगवान से प्रार्थना की कि सरकार जल्द सभी किसानो को भूमि अवाप्ति नहीं होने की खुशखबरी दे


स्थानीय विधायक मेवाराम जैन धरने ने छठे दिन बाड़मेर पहुंचते ही सीधे धरना स्थल पर पहुँच कर धरनार्थियों को "शिवकर लिग्नाइट परियोजना" के अवाप्ति के बारे में उनकी मुख्य मंत्री से हुई मुलाकात के बारे में बताते हुए कहा की मुख्यमंत्री जी ने भूमि अवाप्ति रुकवाने के लिए सकारात्मक कार्यवाही करने को कहा है उन्होंने किसानो को भरोसा दिलाया की उनके साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नही होगा उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री इस मामले को लेकर गम्भीर हैं और उन्होंने किसानो की जमीन पर किसी प्रकार की अवैधानिक कार्यवाही नहीं किये जाने का भरोसा दिलाया हैं

वर्षो से फरार तीन स्थाई वारन्टी पुलिस की गिरफ्त में



वर्षो से फरार तीन स्थाई वारन्टी पुलिस की गिरफ्त में
जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के आदेशानुसार जिले में स्थाई वारन्टी/भगौडों को गिरफ्तार करने के लिए चलाये जा रहे अभियान के तहत कल्याणमल बंजारा वृताधिकारी के निर्देशन में थानाधिकारी पोकरण रमेश कुमार शर्मा द्वारा गठित टीम गंगाराम उ.नि., कानि. नारायणसिंह, भाईराम, सुभाषचन्द, व सवाईसिंह द्वारा रविवार  स्थाई वारन्टी ईलमदीन पुत्र आलमखां मुसलमान निवासी जेमला पुलिस थाना बाप जो दुर्धटना के मामले में वर्ष 2003 से, ईस्लामदीन पुत्र हासमखां मुसलमान निवासी बडली पुलिस थाना पोकरण जो मारपीट के मामले में वर्ष 2011 से व बाबुशाह पुत्र गनीशाह मुसलमान निवासी ताजियों का चौक पोकरण जो चोरी के मामले में वर्ष 2011 से फरार चल रहे थे को गिरफतार किया गया। तीना स्थाई वारंटी काफी समय से फरार चल रहे थे। पुलिस की कडी मेहनत एवं लगातार दबिशो के कारण तीनो स्थाई वारन्टीयों को गिरफतार कर न्यायालय में पेश किया गया।

बाड़मेर जालोर पीरो की जाल दरगाह का चमत्कार के तीन सौ साल

पीरो की जाल दरगाह का चमत्कार के तीन सौ साल 



बाड़मेर जालोर पीरो की जाल दरगाह का चमत्कार के तीन सौ साल बाडमेर सीमावर्ती बाडमेर जिले की जालोर जिले की सरहद पर स्थित तीन सौ साल पुरानी बाबा अब्बनशाह की दरगाह जिसे पूरा हिन्दुस्तान पीरों की जाल के नाम से जानता हैं।इस दरगाह में गत तीन सौ सालों से चमत्कार हो रहे हैं।इस चमत्कार से हजारों लोगों को नयी जिन्दगी मिली।विज्ञान के इस युग में भले ही लोग इसे अंधविश्वास का नाम दें मगर जो लोग चमत्कार से नई जिन्दगी पाऐं हैं।

उनकी मानें तो पीरों की जाल आस्था और चमत्कार का अवतार हैं।जॅहा मानसिक रोगी बुरी स्थिति से बाहर निकल आते हैं। कहते हें किसी मर्ज का इलाज अस्पताल में होता हें लेकिन कभी सुना हें आपने कि कब्रिस्तान में किसी मर्ज का इलाज होता हें . आपकी सोच और दिमागी दोड़ से कोसो दूर हम आपको रूबरू करवा रहे हें एक ऐसे अस्पताल में जहा अपने दिमाक का संतुलन कहो चुके मरीजो के इलाज के दावे होते हें . लेकिन ये दावे धरती पे एक कब्रिस्तान में उतरते नजर आते हें . बाड़मेर जालोर कि सीमा पर स्थित पिरो की जाल में हें कब्रिस्तान में हें पागलो का अस्पताल . राजस्थान के जालोर जिले में एक कब्रिश्तान में पागलो का अस्पताल है. देश और दुनिया की सोच से परे एक इसी जगह झा होता हे पागलपन का इलाज . न किसी तरह का बिस्तर न कोई डाक्टर और न ही कोई दवाई . यह हे पिरो की जाल . 
पिरो की जाल में राजस्थान ,गुजरात ,महारास्ट,बिहार सहित देश के की इलाको से अलग अलग मजहब से जुड़े लोग आते हे . बताते हे कि जिन पर पागलपन या फिर भूतो का साया हो और जो किसी भी इलाज से सही नही हुए है उन लोगो के घर वाले यहा पर उन्हें लेकर आते है जिस समय उन को लाया जाता है उस समय उनकी हालत मरने सरीखी होती हे . लेकिन उन्हें यहा लेन पर बरसों से चले आ रहे इलाज को दोर होता हे शुरू . उन लोगो को कब्रिश्तान में जजीरो से बांध दिया जाता हे . बाड़मेर के रहने वाले सरकारी कर्मचारी राजेंद्र खत्री के अनुसार सन 1971 में उसके घर पर किसी ने पलित टूने टोटेक कर दिया थे क्योकि उनके पास जो धन और सम्पति हडपना चाहते थे इस वजह से उनके रिश्तेदारों ने उन पर जादू टोना कर दिया था जिस वजह से उसकी घरवाली और बच्चे की मोत हो गयी थी मुझ पर भी टोटका किया गया था तो मुझे भी इलाज के लिए यहा लाया गया . 
कई महीनो के इलाज के बाद वह सही हो गया राजेंद्र खत्री निवासी बाड़मेर सन 1971 में मरे घर पर किसी ने पलित टूने टोटेक कर दिया थे क्योकि उनके पास जो धन और सम्पति हडपना चाहते थे इस वजह से उनके रिश्तेदारों ने उन पर जादू टोना कर दिया था जिस वजह से मेरी घरवाली और बच्चे की मोत हो गयी थी मुझ पर भी टोटका किया गया था तो मुझे भी इलाज के लिए यहा लाया गया . कई महीनो के इलाज के बाद वह सही हो गया राजेद्र खत्री के अनुसार पागलपन के दोर में इस कब्रिश्तान में रहकर उसने बाबा की पूजा अर्चना की तो तिन सालो बाद उसकी जजीरे अपने आप खुल गयी और आज में हर साल में तीन बार आता हु. वह कहता हे कि मेरा सही होना एक चमत्कार ही था राजेंद्र खत्री निवासी बाड़मेर पागलपन के दोर में इस कब्रिश्तान में रहकर उसने बाबा की पूजा अर्चना की तो तिन सालो बाद उसकी जजीरे अपने आप खुल गयी और आज में हर साल में तीन बार आता हु. वह कहता हे कि मेरा सही होना एक चमत्कार ही था पिरो कि जाल में बरसों से कब्रिस्तान में होता आ रहा हे पागलो का इलाज . इस अनूठे अस्पताल के बारे में वह के खलीफा मोहोमद बक्स खिलिफा बताते हे कि कब्रिश्तान में पागलो का अस्पताल में इनको इसलिए रखा जाता है की ये किसी जायरीन के साथ मारपीट न करे फिर ये २ या तीन साल में जब ये सही होते है तो अपने आप इनका जजीरो का ताला खुल जाता है .

फिर हम इनके घर वालो को इतला कर देते है ये सब बाबा का चमत्कार होता है इस कब्रिश्तान में हर वक्त दर्जनों भर मानसिक रोगियों को रखा जाता है मोहोमद बक्स खिलिफा पीरो की जाल जालोर कब्रिश्तान में पागलो का अस्पताल में इनको इसलिए रखा जाता है की ये किसी जायरीन के साथ मारपीट न करे फिर ये २ या तीन साल में जब ये सही होते है तो अपने आप इनका जजीरो का ताला खुल जाता है फिर हम इनके घर वालो को इतला कर देते है ये सब बाबा का चमत्कार होता है इस कब्रिश्तान में हर वक्त दर्जनों भर मानसिक रोगियों को रखा जाता है

बाड़मेर खड़ताल का जादुगर सदीक खान

खड़ताल का जादुगर सदीक खान



बाड़मेर पिश्चमी सीमावर्ती बाड़मेर जिले की लोक गायिकी ने थार की थळी के इस क्षैत्र की ख्याति सात समुन्द्र पार पहुचांई है।थार की थळी के लाल मांगणियार जाति के लोक गायको ने अपनी सुर साधनां के लिए ऐसे पारम्परिक वाद्य यत्रों का प्रयोग किया है जो अनुठेपन के कारण कला साधको को रोमांचित कर देते हैं।लोक गायकी के सरताज सदीक खान ने ऐसे पारम्परिक वाद्य यंत्र खड़ताल का आविश्कार कर अपने फन की विश्व भर में धूम मचा दी थी।खड़ताल का जादू संगीत प्रेमियो के सिर च कर बोला। खड़ताल ने सदीक की ख्याति में चार चॉद लगा दिए ं।खड़ताल ने सदीक को तथा सदीक ने खड़ताल को अमर कर दियां।

बाड़मेर जिले के शिव तहसील के झॉपली में जन्में सदीक ने अपने बचपन में लोक गययिकी में महारत हासिल कर ली थी।उन्होने लोक सगींत को गली कुच्चो से उठाकर सात समुन्द्र पार पंहुचाया ।सदीक का परिवार सदियो से गांव के उच्च घरानो में लोक गीतसंगीत की महफिले सजा कर जीवन निर्वाहन करते। यजमानी के साथसाथ शादी विवाह सगाई एवं अन्य समारोह में लोक गीत संगीत के जरिए दो वक्त की रोटी परिवार को मुहैया कराते थे।मंगत की बैशाखी पर लोक गायकी टिकी थी।


बचपन से ही सदीक अपने पिता के साथ झॉपली एवं शिव के विभिन्न ठिकानो पर गा बजा कर लोक गायिकी तथा वादय में दक्षता हासिल कींउनके पिता की सारंगी,तन्दुरा,कमायचा,और खड़ताल बजाने में ख्याति क्षैत्र में अर्जित की थी।अपने पूर्वजो की इस विरासत को सदीक ने जिस मनोयोग ,साधना,और समर्पित भाव से अंगीकार किया उसके परिणामस्वरुप उनकी खास पहचान बनी।सदीक अनप अवश्य था मगर लोक गीत ,संगीत ओैर वाद्य के ज्ञान का समृद्ध भण्डार था।

ोलकक,सारंगी,तन्दुरा,कमायचा ,रावणहत्था, तथा खड़ताल बजाने के फन में माहिर थे।साथ ही सैकड़ो लोक गीत कंठस्थ थे वहीं सैकड़ो लोक गीतो के रचयिता थे जिसमें उनके द्घारा रचे लोक गीत नीम्बुड़ानिम्बुड़ा ने कई कीर्तिमान स्थापित किए।


सदीक और खड़ताल एक दूसरे के पर्याय थे। खड़ताल बजाने में उनका कोई सानी ना था।खड़ताल बजाने में उनको उच्च कोटि की दक्षता हासिल थी।लोक संगीत की महफिलें सदीक के बिना अधूरी लगती थी।खास अंदाज में खड़ताल बजाने की दक्षता के कारण वे कई अन्तराश्टिृय समारोहो की शान बनकर थार को ख्याति दिलाइ्रं।जल्द सदीक खड़ताल के जादुगर के रुप में चर्चित और ख्यातिनाम हो गए।खड़ताल से इन्हे लोकप्रियता और सम्मान मिला।

छः से आठ ईंच लम्बी और डेदो ईंच चौड़ी साधरण सी दिखने वाली लकड़ी की दो पटियां जब सदीक के हाथो से बजती संगीत प्रेमी झूम उठतेंसदीक जब हाथ के अंुठे के आन्तरिक भाग एवं दूसरी चारों अंगुलियों में हथेली के बीच खड़ताल रखकर अंगुलियों के बल अधखड़ा हो कर झूमता हुआ खड़ताल बजाता तो वह सब कुछ भूल कर उसी में खो जाते थे।सुर और गीतों के स्वर जितने तेजी से साथी गायको के कण्ठ से निकलते उससे कहीं तेज गति से सदीक के हाथो से खड़ताल बजतीं। सुरीले मनमोहक लोक गीतों को जब सदीक की खड़ताल का साथ मिलता संगीत प्रेमी झूम उठतें।

सदीक ने खड़ताल का जादु सात समुन्द्र पार अमेरिका,अजे्रटिना,आस्टेृलिया,जापान, रुस सहित कई देशो में लोक गीत संगीत की स्वर लहरियॉ बिखेर कर परचम लहराया।पिश्चमी राजस्थान के लोक गीत संगीत को नई उॅचाईयां देने वाले सदीक को केन्द्रिय संगीत नाटक अकादमी ने दस हजार रुपये का नकद पुरस्कार देकर उनकी साधना को सम्मान दिया।वहीं मध्यप्रदेश सरकार ने तुलसी सम्मान से 1989 -90 में सम्मानित किया।

प्रदेश स्तर पर कई र्मतबा सम्मानित हुए हैं सदीक खान।मंगत की बैशाखी पर टिकी लोक गायिकी तथा खड़ताल की स्वर लहरियों को विश्व भर में नई पहचान देने वाले सदीक के फ.न को उनके कई शार्गिद इागे बा रहे हैं। केसरिया बालम पधारो म्हारे देस,निम्बुडानिम्बूडा चिड़कली,कुरजां,गोरबधं जेसे सैकड़ों गीत जो सदीक ने गाए आज भी संगीत प्रेमियों के बीच खासे लोक प्रिय हैं सिदिक खान के गाए लोक गीतों की कैसेट सीडीयों की मांग बराबर बनी हुई हैं।

सदीक खान की जयपुर के जवाहर कला केन्द्र में एक कार्यक्रम के दौरान तबीयत बिगड़ने से मार्च 2002 में मौत हो गई थीं।राजस्थानी लोक गीत संगीत को सादिक खान ने ना केवल नई उॅचाईयां प्रदान की बल्कि लोक गायिकी में दक्ष शार्गिद तैयार कर दिए।उनके शार्गिद अनवर खान,फकीरा खान,गाजी खान, साकर खान, परम्परागत लोक गायिकी को अन्तरराश्टिृय स्तर पर नई उॅचाईयां प्रदान कर रहे हैं।

सदीक खान के पुत्र समुन्द्र खान और शाकर खान लोक गायकी के जीते जागते उदाहरण हैं,खड़ताल बजाने में दक्ष समुन्द्र खान और ाकर खान लोक कला के सरक्षण के लिए स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से पुरजोर प्रयास कर रहे हैं।समुन्द्र खान स्थानिय लोक कलाकारो के लिये विदेशो में कार्यक्रम तय कर उन्हें अवसर प्रदान कर रहे हैं।सादिक खान का पूरा परिवार लोक कला के संरक्षण में जुटा ह

बाड़मेर जहॉ बच्चे मॉ के नाम से जाने जाते हैं

जहॉ बच्चे मॉ के नाम से जाने जाते हैं

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के सिवाना क्षैत्र के सांवरड़ा गांव जिले की एक मात्र बदनाम बस्ती हैं।जहॉ सदियों से नगर वधुऐं देह व्यापार में लिप्त हैं।साटिया जाति के लगभग सत्तर परिवार यहा आबाद हैं।पुरुषविहीन इस बस्ती में नगर वधुऐं और उनके बच्चें निवास करते हैं।यहा पैदा हुए बच्चों को कभ्ज्ञी पिता का नाम नहीं मिला जिसके कारण ये बच्चे अपनी माताओं के नाम से ही जाने जाते हैं।यहॉ तक की इन बच्चों के विद्यालयों में भी पिता के नाम के सिन पर माता का नाम दर्ज हैं।बाड़मेर जिले का सांवरडा गांव सदियों से देह व्यापार के धन्धे में लिप्त हे।ंसत्तर परिवारों के इस गांव में 132 नगर वधुऐं हैं वहीं 4045 बच्चे हैं।इस गांव में प्राथमिक स्तर का एक विद्यालय हैं।जिसमें नगर वधुओं के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं।इन बच्चों के नाम विद्यालय में दर्ज हैं।इन बच्चों के पिता के नाम के सिन पर माता का नाम दर्ज हैं।विद्यालय के अध्यापक पुखराज जो इसी बस्ती का बेटा हैं ने बताया कि बस्ती की महिलाऐं देह व्यापार कर दो जून की रोटी का इंतजाम कर अपना और अपने परिवार का पेट पालती हैं।इन परिवारों में शादी का रिवाज नही हैं।जिसके कारण घर पुरुष विहीन हैं।बस्ती के बच्चों को पिता का भान नहीं हैं।बच्चो के लिए उनको जन्म देने वाली मॉ ही मॉबाप का फर्ज अदा करती हैं।देह व्यापार से जुड़ी पेम्पली देवी ने बताया कि बस्ती में परम्परागत रुप से देह व्यापार होता हैं।कुछ नगर वधुऐं पी लिखी हैं।पहले हम बच्चों को विद्यालय नहीं भेजते थे।कृष्णा संस्था के द्घारा हमें समझाइ्रस कर बच्चो को विद्यालय में भिजवाना आरम्भ किया।समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की चाह के चलते इन नगर वधुओं ने अपना नाम देकर बच्चों को शिक्षित करने का साहस दिखाया।विद्यालय दस्तावेजों में देवा पुत्र छगनी,राजु पुत्र शारदा ,संतोष पुत्री मदनी देवी आदी दर्ज हैं।विद्यालय में इन बच्चो को माकुल सुविधा तो दूर आवश्यक सुविधा तक उपलब्ध नही हैं।इन विद्यार्थियों को नि:शुल्क पुस्तके,पोशाके और पाठय सामग्री तक नहीं मिलती।कृष्णा संस्था द्घारा प्रयास कर इन बच्चो के लिए पानी का एक टेंक बनाया गया था।इसके बाद इनकी तरफ प्रशासन या सरकार ने कभी झांका तक नही॥बस्ती की महिलाओं ने विद्यालय की क्रमोनति की कई र्मतबा प्रशासन से मांग की मगर कोई कार्यवाही नही हुई।इस बस्ती के पुखराज,शांति,और मदन प लिख कर सरकारी सेवा तक पहुॅचने में सफल हुए हैं।इन बच्चों को सम्बल की आवश्यक्ता हैं।प लिख कर बच्चे समाज की मुख्य धारा में जुड़ना चाहते हैं।

बाड़मेर.मुनाबाव सड़क मार्ग को डबल लेन करने की योजना गृह मंत्रालय में अटक गई


बाड़मेर.मुनाबाव सड़क मार्ग को डबल लेन करने की योजना गृह मंत्रालय में अटक गई

बाड़मेर से सटी भारत.पाकिसतान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात जवानों और सरहदी इलाको में बसे ग्रामीणों की सुविधा के लिहाज से 76 करोड़ की लागत से बाड़मेर.मुनाबाव सड़क मार्ग को डबल लेन करने की योजना गृह मंत्रालय में अटक गई है। इस योजना की स्वीकृति को लेकर जनप्रतिनिधि उदासीनता बरत रहे हैं। नतीजतन सरहद पर दूरदराज के इलाकों में बसी गांव.ढाणियों के लोगों को संकरे मार्गों से लंबी दूरी तय करके बाड़मेर पहुंचने को मजबूर होना पड़ रहा है।

करीब डेढ़ वर्ष पूर्व बाड़मेर से मुनाबाव मार्ग पर 127 किलोमीटर तक की सड़क को डबल लेन करने की योजना बनाई गई थी। इसके तहत मौजूदा समय में ग्रीफ के अधीन इस मार्ग को पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर किया जाना था। तत्पश्चात इस मार्ग को डबल लेन करने की प्रक्रिया शुरू होनी थीए मगर इस योजना का खाका गृह मंत्रालय को भेजने के बाद अभी तक इसकी फाइल इसी मंत्रालय में अटकी हुई है। इससे इस मार्ग को अभी तक डबल लेन नहीं किया जा सका है। उधर ग्रीफ के अधिकारियों का तर्क है कि बाड़मेर.मुनाबाव मार्ग को पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर करने को लेकर लिखित रूप में किसी तरह के आदेश नहीं मिले हैं। अतरू पीडब्ल्यूडी को सड़क हैंडओवर नहीं की गई हैए जबकि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की मानें तो गृह मंत्रालय से हरी झंडी मिलने की स्थिति में ही यह योजना गति पकड़ पाएगी।

बाड़मेर.मुनाबाव मार्ग को डबल लेन करने के फायदे

बाड़मेर में प्रतिवर्ष सरहदी इलाकों में होने वाले युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए मुनाबाव मार्ग से बड़ी संख्या में सेना व बीएसएफ के वाहन आवागमन करते हैं। इसके साथ ही आम दिनों में यहां से सवारी व मालवाहक वाहनों का आवागमन रहता है। इस मार्ग के डबल लेन होने से मारूड़ीए जसाईए देरासर खड़ीनए हाथमाए भाचभरए रामसर और गागरिया व गडरा समेत मुनाबाव के ग्रामीणों को भी काफी फायदा होगा।

स्पेन का लार्को न बन जाये रेतीला बाड़मेर










स्पेन का लार्को न बन जाये रेतीला बाड़मेर 

 बाड़मेर रेतीले बाड़मेर से हजारो किलोमीटर दूर स्थित स्पेन के लरका शहर में 2011 में आये एक भूकम्प के कारणों ने हमारी पेशानी में बल दल दिए है . स्पेन के इस शहर में आये विनाशकारी भूकंप में पुरे शहर को चंद सेकेंडो में लील लिया . इस जगह आये भूकंप के कारणों की जब जाँच की गई तो जो नतीजे आये वह हमारे बाड़मेर के लिए आने वाले बड़े खतरे से कम नही है . स्पेन के इस शहर में आये भूकंप का कारण अत्यधिक जलदोहन है . भूजल में पानी की कमी से खली हुए स्थान की चटाने सरकी और एक हस्त खेलते शहर तबाह हो गया और यही आलम बाड़मेर का कभी भी हो सकता है . और उसका सबसे बड़ा कारण यह है की एक तो यह भूजल का अत्यधिक दोहन हो रहा है और बाड़मेर के 8 में से 7 ब्लोक डार्क जोन में आ चुके है और भूकंप के लिहाज से बाड़मेर अति स्वेंदशील इलाके में आता है और यह कभी भी 3-5 रिवेक्टर पैमाने पर भूकंप आ सकता हे . स्पेन के लार्को में आये भूकंप का रिएक्टर पैमाने पर 5 था . अगर एसा आलम बाड़मेर में हुआ तो परिणाम क्या होगा यह सोच कर भी रूह कांप जाती है .

जानकारी के मुताबित स्पने के शहर लॉर्का में 2011 में आए भूकंप का अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों का कहना है कि वहां भू-जल के अत्यधिक दोहन को भूकंप के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है.सैटेलाइट के ज़रिए भूकंप प्रभावित इलाक़े की ली गई तस्वीरें से वो ये जानने में सफल हुए कि ज़मीन के किस हिस्से में हलचल हुई थी और कौन सा हिस्सा अपनी जगह से हट गया था.यूनिवर्सिटि ऑफ़ वेस्टर्न ऑनटेरियो के प्रोफ़ेसर पैब्लो गॉनज़ालेज़ और उनके सहयोगियों ने सैटेलाइट रेडार के ज़रिए भेजे गए आंकड़ों के अध्ययन के बाद पाया कि स्पेन के शहर लॉर्का में आए भूकंप में ज़मीन के केवल तीन किलोमीटर नीचे ज़मीन का एक हिस्सा अपनी जगह से फिसला था .वैज्ञानिकों के अध्ययन से पता चला है कि किस तरह बोरिंग के ज़रिए वर्षों तक ज़मीन से पानी निकालने से भूकंप आने का ख़तरा बढ़ सकता है.वैज्ञानिकों के अनुसार इसी कारण भूकंप की तीव्रता केवल 5.1 होने के बावजूद बहुत ज़्यादा नुक़सान हुआ था. स्पेन के लार्को में जो हुआ वह रेतीले बाड़मेर के लिए लिए किसी चेतावनी से कम नहीं है . भू जलस्तर में कमी से भूकंप आने के इस मामले से झा आज दुनिया पूरी सरोकार रखे हुए है व्ही दूसरी तरफ रेतीले इलाके में जिस तेजी से भूजल का दोहन हो रहा है वह अपने आप में यह के लोगो द्वारा खुद के लिए कहदी की जा रही किसी विकत समस्या से कम नही है .

भज्जी के हाथ से गई डीएसपी की नौकरी

भज्जी के हाथ से गई डीएसपी की नौकरी

चंडीगढ़। टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं। पहले बीसीसीआई ने उनको ए ग्रेड से डिमोट कर बी ग्रेड में डाल दिया अब पंजाब सरकार ने भज्जी को 10 साल पहले दिए उस ऑफर को बंद कर जिसमें उन्हें डीएसपी की पोस्ट लेने को कहा गया था।

हरभजन सिंह ने हाल ही में पंजाब सरकार के उस ऑफर में रूचि दिखाई थी जो उन्हें 2002 में दिया गया था। पंजाब पुलिस ने भज्जी को उप पुलिस अधीक्षक पद पर ज्वाइन करने का ऑफर दिया था। उस वक्त पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने हरभजन को पंजाब दा पुत्तर की उपाधि से सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें पाच लाख रूपए नगद और जालंधर में एक प्लॉट भी दिया गया था।

उस वक्त हरभजन अपने करियर के टॉप पर थे। क्रिकेट कमिटमेंट और ढेरों कमर्शियल ऑफर्स के कारण भज्जी ने पंजाब पुलिस के ऑफर पर ध्यान नहीं दिया।
करीब दस साल बाद पंजाब सरकार ने साफ किया है कि 10 साल पुराना ऑफर अब खत्म हो गया है। पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने भज्जी की फाइल पर प्रतिकूल टिप्पणी लिखते हुए मामले को बंद कर दिया।