सोमवार, 29 अक्तूबर 2012

महिला हॉस्टल रेप और यौन शोषण!

महिला हॉस्टल रेप और यौन शोषण!

मुम्बई। सरकार द्वारा यहां संचालित एक महिला हॉस्टल में बलात्कार और यौन शोषण के आरोपों को गम्भीरता से लेते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने सोमवार को मामले की जांच के आदेश दे दिए। एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपराध शाखा को इस मामले की विस्तृत जांच करने और प्राथमिकता के आधार पर रपट सौंपने के आदेश दिए हैं।

अधिकारी ने कहा कि सरकार उन रपटों को लेकर चिंतित है, जिनमें दावा किया गया है कि हथियारबंद गुंडों द्वारा आतंक पैदा किए जाने के बाद कई पीडित महिलाएं उत्तर मुम्बई के मानखुर्द स्थित नवजीवन महिला वसतिगृह से भाग गई। अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस घटना को बहुत गम्भीरता से लिया है। नवजीवन महिला वसतिगृह, देह व्यापार से बचाई गई महिलाओं के लिए एक पुनर्वास केंद्र है।

सोमवार को मीडिया रपटों में कोलकाता की एक महिला के साक्षात्कार हाईलाइट किया गया है, जो चार वर्ष पहले यहां एक बार में वेटर का काम करने आई थी। बार पर छापे के दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया गया और मई में उसे इस हॉस्टल में भेज दिया गया। साक्षात्कार में उसने हॉस्टल की भयानक स्थिति का बयान किया है और यह बताया है कि वहां रहने वाली लगभग तीन दर्जन महिलाओं ने वसतिगृह के प्रभारियों से झगड़े के बाद किस तरह भागने की कोशिश की।

13 महिलाओं को तो पकड़ लिया गया है, लेकिन बाकी 23 महिलाएं अभी भी फरार हैं और वे वापस लौटने को लेकर भयभीत हैं। मीडिया रपट में कहा गया है कि महिलाओं का नियमित यौन शोषण किया गया है और हथियारबंद गुंडों ने बेखौफ वसतिगृह में घुसकर महिलाओं के साथ बलात्कार किया। रपटों के अनुसार, हॉस्टल से जुड़े अधिकारियों ने इस मामले में कुछ करने में अक्षमता जाहिर की है, क्योंकि उनके पास कोई शक्ति नहीं है।

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