मुंबई. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने पूर्व आर्मी चीफ जनरल (रिटायर्ड) वी के सिंह के साथ मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ नई जंग का ऐलान कर दिया है। यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में अन्ना हजारे के साथ साथ जनरल सिंह ने केंद्र की यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधते मौजूदा संसद को भंग कर नए सिरे से चुनाव कराए जाने की मांग की।
जनरल सिंह ने सरकार को 'संविधान विरोधी' करार देते हुए कहा कि संसद को तत्काल भंग कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'सरकार प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रही है। निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है जबकि आदिवासियों को बेदखल किया जा रहा है। अंग्रेजों ने 200 सालों में जितना देश को नहीं लूटा उतना अपने देश के नेताओं ने 65 साल में लूट लिया। सांसदों ने आम आदमी से जुड़े मुद्दों को उठाना बंद कर दिया है। चाहे वो सत्तारूढ़ पार्टी के हों या विपक्ष के। ऐसे में जरूरी है कि इस संसद को तत्काल भंग किया जाए ताकि लोग तय कर सकें कि वह देश में कैसी सरकार चाहते हैं।'
पूर्व आर्मी चीफ ने काला धन और रिटेल में एफडीआई के मसले पर भी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए मनमोहन सरकार को अल्पमत करार दिया। उन्होंने कहा, 'सरकार काले धन पर चुप क्यों है? जब सरकार अल्पमत में है तो पीएम रिटेल में एफडीआई को मंजूरी कैसे दे सकते हैं? कांग्रेस इस वक्त अलग-थलग पड़ गई है। सहयोगी दलों ने भी सरकार का साथ छोड़ दिया है।
अन्ना ने पूर्व आर्मी चीफ के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि मौजूदा संसद संविधान के मुताबिक काम नहीं कर रही है। इसलिए इसे भंग कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमें देशवासियों को जगाना होगा। मैं और वी के सिंह 30 जनवरी से देशभर का दौरा शुरू करेंगे।'
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