रविवार, 28 अक्तूबर 2012

स्पेन का लार्को न बन जाये रेतीला बाड़मेर










स्पेन का लार्को न बन जाये रेतीला बाड़मेर 

 बाड़मेर रेतीले बाड़मेर से हजारो किलोमीटर दूर स्थित स्पेन के लरका शहर में 2011 में आये एक भूकम्प के कारणों ने हमारी पेशानी में बल दल दिए है . स्पेन के इस शहर में आये विनाशकारी भूकंप में पुरे शहर को चंद सेकेंडो में लील लिया . इस जगह आये भूकंप के कारणों की जब जाँच की गई तो जो नतीजे आये वह हमारे बाड़मेर के लिए आने वाले बड़े खतरे से कम नही है . स्पेन के इस शहर में आये भूकंप का कारण अत्यधिक जलदोहन है . भूजल में पानी की कमी से खली हुए स्थान की चटाने सरकी और एक हस्त खेलते शहर तबाह हो गया और यही आलम बाड़मेर का कभी भी हो सकता है . और उसका सबसे बड़ा कारण यह है की एक तो यह भूजल का अत्यधिक दोहन हो रहा है और बाड़मेर के 8 में से 7 ब्लोक डार्क जोन में आ चुके है और भूकंप के लिहाज से बाड़मेर अति स्वेंदशील इलाके में आता है और यह कभी भी 3-5 रिवेक्टर पैमाने पर भूकंप आ सकता हे . स्पेन के लार्को में आये भूकंप का रिएक्टर पैमाने पर 5 था . अगर एसा आलम बाड़मेर में हुआ तो परिणाम क्या होगा यह सोच कर भी रूह कांप जाती है .

जानकारी के मुताबित स्पने के शहर लॉर्का में 2011 में आए भूकंप का अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों का कहना है कि वहां भू-जल के अत्यधिक दोहन को भूकंप के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है.सैटेलाइट के ज़रिए भूकंप प्रभावित इलाक़े की ली गई तस्वीरें से वो ये जानने में सफल हुए कि ज़मीन के किस हिस्से में हलचल हुई थी और कौन सा हिस्सा अपनी जगह से हट गया था.यूनिवर्सिटि ऑफ़ वेस्टर्न ऑनटेरियो के प्रोफ़ेसर पैब्लो गॉनज़ालेज़ और उनके सहयोगियों ने सैटेलाइट रेडार के ज़रिए भेजे गए आंकड़ों के अध्ययन के बाद पाया कि स्पेन के शहर लॉर्का में आए भूकंप में ज़मीन के केवल तीन किलोमीटर नीचे ज़मीन का एक हिस्सा अपनी जगह से फिसला था .वैज्ञानिकों के अध्ययन से पता चला है कि किस तरह बोरिंग के ज़रिए वर्षों तक ज़मीन से पानी निकालने से भूकंप आने का ख़तरा बढ़ सकता है.वैज्ञानिकों के अनुसार इसी कारण भूकंप की तीव्रता केवल 5.1 होने के बावजूद बहुत ज़्यादा नुक़सान हुआ था. स्पेन के लार्को में जो हुआ वह रेतीले बाड़मेर के लिए लिए किसी चेतावनी से कम नहीं है . भू जलस्तर में कमी से भूकंप आने के इस मामले से झा आज दुनिया पूरी सरोकार रखे हुए है व्ही दूसरी तरफ रेतीले इलाके में जिस तेजी से भूजल का दोहन हो रहा है वह अपने आप में यह के लोगो द्वारा खुद के लिए कहदी की जा रही किसी विकत समस्या से कम नही है .

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