शुक्रवार, 26 अक्टूबर 2018

*चुनाव लड़ने वाले अपराधी प्रत्यासी को तीन बार इस्तिहर के जरिये जनता को बताने होंगे किये हुए अपराध*


*चुनाव लड़ने वाले अपराधी प्रत्यासी को तीन बार इस्तिहर के जरिये जनता को बताने होंगे किये हुए अपराध*

चुनाव लडने वाले अभ्यर्थियों को आपराधिक मामलों की सूचना करनी होगी सार्वजनिक



बाड़मेर, 26 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव में सभी अभ्यर्थियों को नाम निर्देशन  पत्रों के साथ प्रारूप 26 में लम्बित आपराधिक मामलों के संबंध में सूचना देने के साथ-साथ मतदान होंने की तारीख से दो दिवस पहले तक तीन अलग अलग तिथियों में समाचार पत्रों एवं इलक्ट्रोनिक मीडिया में व्यापक प्रचार प्रसार करना होगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि आपराधिक पूर्ववृत वाले व्यक्तियों की ओर से निर्वाचन लड़ने से सम्बन्धित याचिका पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय की पालना में प्रपत्र-26 में लम्बित आपराधिक मामलों के सम्बन्ध में सूचना का ब्यौरा बडे अक्षरों में देना होगा। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को प्रपत्र सी-1 में नामांकन वापिस लेने की अंतिम तारीख से लेकर मतदान होने की तारीख तक तीन बार लम्बित मामलों की सूचना समाचार पत्रों में कम से कम 12 फोंट के आकार में समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाना आवश्यक होगा। 
जिला निर्वाचन अधिकारी नकाते ने बताया कि राजनीतिक दलों की ओर से खड़े किए गए आपराधिक मामलों वाले अभ्यर्थियों के मामलें में चाहे मान्यता प्राप्त दल हों या पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त दल हों, ऐसे अभ्यर्थियों को रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष यह घोषित करना होगा कि उन्होंने अपने राजनीतिक दल को अपने खिलाफ आपराधिक मामलों के बारे में सूचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आपराधिक मामलें चाहे वे लम्बित हो या पूर्व में दोषसिद्व हो गये हो, से जुडे़ अभ्यर्थियों को खडे़ करने वाले मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के लिए भी यह अपेक्षित हैं कि वे इस सम्बन्ध में अपनी वेबसाइट के साथ टी.वी. चैनलों में तथा व्यापक सर्कुलेशन वाले समाचार पत्रों में विवरण देते हुए घोषणा प्रकाशित करवानी होगी। सभी राजनीतिक दल मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक रिपोर्ट भी देगें, जिसमें इस सम्बन्ध में की गई कार्यवाही एवं प्रकाशित पेपरों की कटिंग संलग्न करनी होगी।
उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों को यदि सरकारी आवास आवंटित है तो उसके विरूद्व बकाया देन-दारियों के सम्बन्ध में अतिरिक्त शपथ-पत्र के लिए प्रावधान सार्वजनिक वित्तीय संसाधनों एवं सरकारी देयताओं से सम्बन्धित मद के अंतर्गत प्रारूप-26 में शामिल कर दिया गया है।
न्यायालय ने ये दिये आदेश-
-निर्वाचन लड़ने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी निर्वाचन आयोग की ओर से उपबंधित प्रारूप भर कर यथोचित ब्योरा
  देगा।
-अभ्यर्थी के विरूद्व लम्बित आपराधिक मामलों के सम्बन्ध में सूचना का ब्यौरा बड़े अक्षरों में जायेगा।
-यदि कोई अभ्यर्थी किसी दल विशेष के टिकिट पर चुनाव लड़ रहा है तो उसे अपने विरूद्व लम्बित आपराधिक मामलों के बारे में दल को सूचना देना अपेक्षित है।
-सम्बन्धित राजनीतिक दल आपराधिक पूर्ववृत वाले अभ्यर्थियों के सम्बन्ध में उक्त सूचना को अपनी वेबसाइट पर डालना बाध्य होगा।
-अभ्यर्थी और सम्बन्धित राजनीतिक दल अभ्यर्थी के पूर्ववृत्त के बारे में अपने इलाके में व्यापक रूप से 
 वितरित किये जाने समाचार पत्रों में एक घोषणा जारी करेंगे और इलेक्ट्रोनिक मीडिया में व्यापक
 प्रचार-प्रसार भी करेंगे।

*राजस्थान का एक मात्र लोकसभा क्षेत्र जंहा के चार सांसद विधायक रहे,पांचवा तैयारी में*


*राजस्थान का एक मात्र लोकसभा क्षेत्र जंहा के चार सांसद विधायक रहे,पांचवा तैयारी में*



*बाड़मेर न्यूज ट्रैक*

*जातिगत समीकरणों में उलझे बाड़मेर जेसलमेर के विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी हलचल शुरू हो गई। यह राजस्थान का एक मात्र लोकसभा क्षेत्र है जंहा के चार सांसद विधायक भी रहे।।पांचवे सांसद रहे हरीश चौधरी भी इस बार विधायक बनने की आजमाइस करेंगे बायतु से।।

बाड़मेर। राज्य और केन्द्र दोनों की राजनीति करने वाले कम ही राजनेता है लेकिन बाड़मेर जिले के चार सांसदों ने विधायकी भी की है। राजनीतिक उलटफेर के मुताबिक खुद की राजनीति को बचाने या उसकी साख जमाने के लिए वे कभी सांसद का चुनाव लड़े तो बाद में विधानसभा में भी आ गए।

जिले में रामराज्य परिषद से तनसिंह बाड़मेर से 1952 एवं 1957 में वे विधायक रहे। 1962 में उन्होंने सांसद का चुनाव जीता और 1977 में एक बार फिर तनसिंह सांसद रहे। उनके सामने ही 1952 में कांग्रेस से चुनाव हारने वाले वृद्धिचंद जैन 1967 में पहली बार बाड़मेर से विधायक बने। लगातार तीन बार 1962,72 एवं 77 में विधायक रहे वृद्धिचंद 1980 और 1984 में सांसद बन गए। 1998 में फिर वे बाड़मेर के विधायक बने। इसी तरह बतौर सांसद अपनी पानी शुरू करते हुए कर्नल सोनाराम चौधरी 1996,1998 एवं 1999 में तीन बार कांग्रेस से सांसद बने। 2008 में वे राज्य की राजनीति में आ गए और बायतु से विधायक चुने गए। यहां उनकी पटरी नहीं बैठी और 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली और फिर से सांसद हो गए। इसी तरह मानवेन्द्र ङ्क्षसह भी 2004 में बाड़मेर सांसद रहे लेकिन 2013 से वे शिव के विधायक हैं।

तनसिंह
सांसद : रामराज्य परिषद-1962
विधायक: रामराज्य परिषद -1952 एवं 1957

वृद्धिचंद जैन
सांसद : कांग्रेस- 1977 एवं 1980
विधायक: कांग्रेस 1967,1972,1977,1998

कर्नल सोनाराम चौधरी
सांसद : कांग्रेस 1996,1998,1999 एवं 2014 (भाजपा )
विधायक: कांग्रेस- 2008

मानवेन्द्र सिंह
सांसद : भाजपा- 2004
विधायक: भाजपा- 2013


*अब फिर तैयारी*

पूर्व सांसद हरीश चौधरी बायतु से टिकट के दावेदारों में है। मानवेन्द्र सिंह ने कमल का फूल मेरी भूल कहकर भाजपा छोड़ दी है। अब वे विधानसभा चुनाव नही लड़ रहे है। कर्नल सोनाराम चौधरी को भी बाड़मेर या बायतु विधानसभा से चुनाव लड़ाया जा सकता है।हरीश चौधरी बायतु से चुनाव लड़ सकटे है।।

गुरुवार, 25 अक्टूबर 2018

*बाड़मेर मानवेन्द्र सिंह का होगा भव्य स्वागत बाड़मेर में कांग्रेस द्वारा,कार्यालय में लेंगे कार्यकर्ताओ की बैठक*

*बाड़मेर मानवेन्द्र सिंह का होगा भव्य स्वागत बाड़मेर में कांग्रेस द्वारा,कार्यालय में लेंगे कार्यकर्ताओ की बैठक*

*कांग्रेस जॉइन करने के बाद पहली बार बाड़मेर आ रहे मानवेन्द्र सिंह का अट्ठाइस अक्टूबर की शाम को भव्य स्वागत कांग्रेस द्वारा किया जाएगा।।
मानवेन्द्र सिंह खेड़ में दर्शन के बाद बाड़मेर के लिए रवाना होंगे।।मानवेन्द्र सिंह का दुदवा,बगुण्डी, बायतु,उत्तरलाई में कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया जाएगा। आठ बजे बी एन सी होटल के पास प्रवेश पर स्वागत होगा।।यहां से काँग्रेस पार्टी कार्यालय पहुंचेंगे।जंहा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे।।मानवेन्द्र सिंह कार्यकर्ताओ के साथ विधानसभा चुनावों को लेकर चर्चा करेंगे।।

चूरू पांच लाख ईक्कीस हजार तीन सौ रूपये जब्त व एक स्फिट वीडीआई गाडी जब्त*

*चूरू 33 कार्टन अवैध शराब जब्त, 01 गिरफ्तार*

जिला पुलिस अधीक्षक महोदय जिला चुरू श्री राममूर्ति जोषी के निर्देषन में आगामी विधानसभा चुनाव केे मध्यनजर चलाए गए अवैध शराब के खिलाफ अभियान के दौरान दिनांक 24.10.18 को पुलिस थाना छापर ईलाका क्षेत्र में जितेन्द्र सिंह पुत्र बजरंगसिंह जाति राजपूत निवासी चाड़वास के घर पर अवैध शराब की ईतला होने पर आरोपी के घर के मैन गेट के पास बने स्नानघर से थानाधिकारी श्री मनोज कुमार उ.नि. श्री पप्पुराम हैड कानि, श्री अविनाष जैफ हैड कानि, श्री भवानी सिंह कानि, श्री ब्रजलाल कानि, श्री श्रवण कुमार कानि द्वारा अवैध देषी शराब के 33 कार्टन देषी मदिरा पव्वे के जब्त किए। आरोपी को मौके पर गिरफ्तार किया गया।  अवैध देषी शराब की अनुमानित कीमत 63360 रूपये है।

*चूरू पांच लाख ईक्कीस हजार तीन सौ रूपये जब्त व एक स्फिट वीडीआई गाडी जब्त*

आज दिनांक 25.10.2018 को राकेष सांखला उपनिरीक्षक थानाधिकारी पुलिस थाना रतननगर, श्री राधाकृष्ण हैड कानि, धर्मेंन्द्र कुमार कानि, नवीन कुमार कानि के द्वारा एनएच 52 के रतननगर तीराहा पर नाकाबंदी कर वाहनो की चैकिंग की जा रही थी। चूरू की तरफ से एक स्फिट वीडीआई गाडी नम्बर एचआर 51 डीएफ 1534 को रोककर चैक किया जिसमें पांच लाख ईक्कस हजार तीन सौ रूपये नगद मिले जिनको धारा 102 सीआरपीसी मे जब्त किया व वाहन स्फिट वीडीआई गाडी नम्बर एचआर 51 डीएफ 1534 धारा 207 एमवी एक्ट मे सीज किया व गैरसायल सीरा पुत्र राजू जाति सांसी उम्र 28 साल निवासी जावरिया पीएस भवानी जिला संगरूर पंजाब व विजय कुमार पुत्र तरसेनसिंह जाति सांसी उम्र 20 साल निवासी मुरादपुर पीएस समाना जिला पटियाला पंजाब को धारा 151 सीआरपीसी मे गिरफतार किया गया।

जैसलमेर अकादमी के सब जूनियर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लगातार चार स्वर्ण जीतकर रचा इतिहास

जैसलमेर अकादमी के सब जूनियर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लगातार चार स्वर्ण जीतकर रचा इतिहास



राज्य सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग व राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिशद जयपुर द्वारा संचालित जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी की टीम नें भीलवाड़ा में आयोजित 45 वीं सब-जूनियर राज्य स्तरीय बास्केटबाॅल प्रतियोगिता दिनांक 21 से 23 अक्टुबर 2018 तक भाग लेकर स्वर्ण पदक जीता। ज्ञात रहे 2015 में धौलपुर, 2016 में भीलवाड़ा, 2017 सीकर में भी स्वर्ण पदक विजेता टीम रही है। 45 वर्शो से आयोजित हो रही सब-जूनियर प्रतियोगिता में लगातार चार वर्श तक स्वर्ण पदक जीतकर जैसलमेर अकादमी नें राज्य में नया किर्तिमान स्थापित किया है। अकादमी की टीम ने इस प्रतियोगिता में सीकर को एकतरफा फाईनल मुकाबले में 60-35 के अन्तर से षिकस्त दी। प्रथम क्वाटर में ही अकादमी टीम नें 27-05 अकों से बढत बना ली थी। अकादमी टीम से उत्कृश्ट खेल प्रदर्षन करनें पर 5 खिलाड़ियों का चयन राश्ट्रीय पूर्व प्रषिक्षण षिविर हनुमानगढ हेतु किया गया है। जिसमें वैभव अमर षहीद गोपा स्कूल एवं धनंजय जाखड़, दीपक गहलोत, अजय कुमार व अनुराग सिंह राउप्रा विधालय पुलिस लाईन विधालय के नियमित विधार्थी है। प्रषिक्षण षिविर के पष्चात चयनित राजस्थान टीम काॅगड़ा-हिमाचल प्रदेष में 12 से 18 नवम्बर तक आयोजित होनें वाली राश्ट्रीय प्रतियोगिता की पदक विजेता टीमों में प्रमुख दावेदार होगी। राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिशद द्वारा राजस्थान टीम का प्रषिक्षक राकेष बिष्नोई जैसलमेर बास्केटबाॅल अकादमी से नियुक्त किया गया है। ज्ञात रहे गत वर्श डीडवाना में भी राजस्थान टीम राकेष बिष्नोई बास्केटबाॅल प्रषिक्षक के निर्देषन में अकादमी के 5 खिलाड़ियों के साथ इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त कर चुकी है।  जिला कलक्टर ओम कसेरा, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिशद के सचिव नारायण सिंह, खेल अधिकारी प्रषिक्षण जयपुर सुब्रत सैन, अकादमी प्रबन्धक जयपुर रणविजय सिंह नें अकादमी के प्रषिक्षक राकेष बिष्नोई, खिलाड़ियों व पुनः नियुक्त खेल अधिकारी एवं अकादमी के प्रभारी लक्ष्मण सिंह तंवर को अपनी और से षुभकामना दी। नवल किषोर प्रधानाचार्य अ.ष.सा.गो.राउ.मा.वि, गोवर्धन दास प्रधानाघ्यापक एवं षा.षि. पूनम सिंह राजकीय पुलिस लाईन स्कूल, जिला बास्केटबाॅल संघ व जिले के विभिन्न खेल संघों व खिलाड़ियों द्वारा टीम को बधाई दी गई।

बाड़मेर। आई.एन.बी. ग्रुप के युवाओं ने जरूरत मंद बच्चो में बांटे कपड़े ओर भोजन के पैकेट

बाड़मेर। आई.एन.बी. ग्रुप के युवाओं ने जरूरत मंद बच्चो में बांटे कपड़े ओर भोजन के पैकेट

रिपोर्ट: - छगन सिंह चौहान / बाड़मेर


बाड़मेर । शरद पूर्णिमा के अवसर पर आई.एन.बी. ग्रुप के युवाओं ने सराहनीय पहल करते हुए गरीब, असहाय ओर जरूरतमंद बच्चों में नए वस्त्रो एवं भोजन के पैकेट वितरण किए। इस दौरान मासूम बच्चों के चेहरे में खुशी एंव उत्साह देखने को मिला।



ग्रुप के जसवंत सिंह चौहान ने बताया कि शरद पूर्णिमा के अवसर पर मां अंबे गरबा समिति और इंदिरा नगर के युवा संगठन आई.एन.बी. ग्रुप की सहभागिता से सैकड़ो असहाय और जरूरतमंद बच्चों में भोजन के पैकेट और साथ ही नए वस्त्र भी बांटे गए। 




इस दौरान दिनेश सिंघल, चंदन सिंह बिजावा, ललित जोशी, गिरधर सिंह राव, राण सिंह राजपुरोहित, समुद्र सिंह राव, तरुण गोस्वामी, मूलसिंह चौहान, माधो सिंह राव, प्रकाश सिंह चौहान, प्रवीण सिंह राव, गुलाब सिंह राव सहित कई ग्रूप सदस्य उपस्थित रहे ।

*बाड़मेर कांग्रेस जॉइन के बाद पहली बार आ रहे मानवेन्द्र सिंह का भव्य स्वागत होगा

*कांग्रेस जॉइन के बाद पहली बार आ रहे मानवेन्द्र सिंह का भव्य स्वागत होगा*

शिव विधायक एवं  पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह जसोल के द्वारा कांग्रेश की सदस्यता ग्रहण कर पहली बार  28/10/18 को  पचपदरा विधानसभा क्षेत्र में आने पर कार्यकर्ताओं के द्वारा भव्य  स्वागत किया जाएगा जो निम्न प्रकार रहेगा 28/10 /2018 को सुबह 10:00 बजे जोधपुर बाड़मेर सीमा पर स्वागत किया जाएगा इसके बाद 10:30 बजे अराबा 11:00 बजे कल्याणपुर एवं 11:30 बजे नागाणा में नागणेची माता के दर्शन कर पूजा  अर्चना करेंगे 12:00 बजे नेवरी 12:30 बजे सरवड़ी 1:00 बजे कुड़ी  1:30 बजे पचपदरा में पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया जाएगा 2:00 बजे बालोतरा में सिटी स्क्वायर होटल मे अभिनंदन समारोह में एवंम कार्यकर्ताओं की बैठक को  संबोधित करेंगे 3:30 बजे ब्रह्मा धाम असोतरा 4:00 बजे राणी भटियाणी माताजी मंदिर जसोल 4:30 बजे नाकोड़ा 5:00 बजे खेड़ मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना करेंगे 5:30 बजे बागुंडी 6:00 बजे दूदवा   मै स्वागत किया जाएगा

*थार की राजनीति और सामाजिक शख्सियत महाराज रघुनाथ सिंह जी ,जनता के सच्चे हमदर्द* *आम जन के साथ घुलमिल के रहते थे,उनके सुखदुख के साथी रहे*


*थार की चुनाव रणभेरी 2019 हमारे सांसद*

*थार की राजनीति और सामाजिक शख्सियत महाराज रघुनाथ सिंह जी ,जनता के सच्चे हमदर्द*

*आम जन के साथ घुलमिल के रहते थे,उनके सुखदुख के साथी रहे*

*चन्दन सिंह भाटी बाड़मेर न्यूज ट्रैक के लिए*

देश आजाद होने के बाद लोक तंत्र की स्थापना का महापर्व संसदीय चुनाव का दौर शुरू ही हुआ था।।उस वक़्त राजनीति के कोई मायने नही थे।।चुनाव में प्रभावशाली व्यक्ति को मैदान में उतारा जाता था ताकि वो जनता के सुख दुख में काम आ सके।बाड़मेर जेसलमेर जिलो को मिलाकर संसदीय क्षेत्र स्थापित था।।देश का पहला विशाल बहु भाग में फैला सनसदिय क्षेत्र।।देस दूसरे आम चुनाव की तैयारी 1957 को आरम्भ हुई।।उस वक़्त देसी रियासतों का एकीकरण भी हुआ था।।आम चुनाव में राजपरिवारों का दबदबा था।।1957 के चुनाव में कांग्रेस ने गोरधन दास बिनानी को मैदान में उतारा तो जेसलमेर के महाराज कैप्टेन (आर्मी की और से सम्मान) रघुनाथ सिंह जी निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे।।इन चुनाव में महाराज रघुनाथ सिंह ने गोवर्धन दास को करीब बीस हजार वोट से हराकर संसद में प्रवेश किया। महाराज रघुनाथ सिंह जी जेसलमेर की जनता की आंखों के नूर थे।।उनके और जनता के बीच दूरियां नही थी।।वो महाराज जवाहर सिंह जी की परंपरा को ही आगे बढ़ा रहे थे।।18 नवम्बर 1920 को जन्मे रघुनाथ सिंह जीने मेयो कॉलेज से शिक्षा अर्जित की।।उनका विवाह1950 में महारानी श्रीमती मुकुट राज्यलक्ष्मी नेपाल के संग हुआ।शादी के चार माह बाद ही उनका राजतिलक 27 अगस्त 1950 को हुआ।।घुड़ सवारी,तैराकी,शूटिंग,हाईकिंग,और पतंगबाजी के महाराज रघुनाथ सिंह बड़ा शौक रखते थे।।उनके चार पुत्रियां दो पुत्र युवराज बृजराज सिंह और पृथ्वीराज सिंह थे।।युवराज पृथ्वीराज सिंह का 1997 में निधन हो गया।। युवराज बृजराज सिंह जी का महारावल के रूप में राजतिलक हुआ।।।

*जेसलमेर में पर्यटन के भीष्म पितामह*

जेसलमेर को विश्व पटल पर उभारने और जेसलमेर को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने का श्रेय भी महाराज रघुनाथ सिंह जी को जाता है।उनके कार्यकाल में विख्यात फ़िल्म निदेशक सत्यजीत रे ने अपनी फिल्म सोनार किला के जरिये जेसलमेर की खूबसूरत पर्यटक स्थलों को विश्व पटल के सामने रखा।सत्यजीत रे को प्रेरित महाराज रघुनाथ सिंह ने किया उन्हें सुविधाएं उपलब्ध करवाई।।सोनार किला फ़िल्म के प्रदर्शन के साथ ही जेसलमेर पर्यटन क्षेत्र के रूप में चर्चित हुआ।।देस विदेश से लोग जेसलमेर देखने पहुंचने लगे।।इसी बीच जेसलमेर की लोकेशन सोनार किला में देख विख्यात फ़िल्म कलाकार सुनील दत्त ने अपनी फिल्म रेशमा और शेरा का फिल्मांकन जेसलमेर में करने की इच्छा लेकर महाराज रघुनाथ सिंह जी से मुलाकात की।।उस वक़्त महाराज ने फ़िल्म यूनिट की समस्त व्यवस्थाएं सुलभ करवाई।।जिसकी बदौलत सुनील दत्त रेशमा और शेरा जैसी बेजोड़ खूबसूरत फ़िल्म बना पाए।इस फ़िल्म में जेसलमेर के अंदरूनी भागो और रेगिस्तानी धोरों और लोक जीवन को बड़ी खूबसूरती के साथ उभारा। यही से जेसलमेर का पर्यटन दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ता गया ।

*मिलनसार और मददगार थे रघुनाथ सिंह*

जेसलमेर के महाराज होने के नाते रघुनाथ सिंह पर काफी बंदिशें थी।।मगर उन्होंने इन बंदिशों को दरकिनार कर अपनी जनता के मददगार बने।।जरूरतमंद लोगों की मदद करना उनकी प्राथमिकता रही ।उन्होंने आमो अवाम को कष्ट में नही रहने दिया।।आर्थिक मोर्चो पर भी मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते। जजेसलमेर में कोई तीज़ त्योहार हो वो जनता जे साथ ही मनाते। नजराना भी भेंट करते।जनता के सुख दुख में भी शरीक होते।।उन्हें होली की गैर खेलने जा बड़ा शौक था। घण्टो तक गैर खेलते। फाग गाते। तीज़ त्योहार रघुनाथ सिंह जी के बिना जनता कल्पना नही करते।।निर्धन और जरूरतमंद परिवारों की बालिकाओं के विवाह भी खुद के खर्चे से करवाते।  उनका दरबार चौबीस घण्टे आमजनता के लिए खुला रहता।कोई फरियादी खाली हाथ नही जाता।।

*अकाल में की मदद आज भी लोगो को याद है*

छपनिया अकाल में स्थितियां बेहद नाजुक हो गई थी इस रेगिस्तानी जनता की।अकाल के दुर्भिक्ष में जीना मुश्किल हो गया।सात सात अकाल लगातार।।राज्य सरकार ने  जेसलमेर के लोगो को गंगानगर बीकानेर में बसाने का फैसला लिया।जिसका महाराज रघुनाथ सिंह जी ने कड़ा विरोध करते हुए अपने स्तर पर राहत कार्य चलाने का फैसला किया।इस वक़्त महाराज रघुनाथ सिंह ने आमजन को अपना गांव छोड़ नही जाने को कहा।।उन्होंने उसी वक़्त बड़े पैमाने पर जिले भर में राहत कार्य शुरू करवा दिए।।रघुनाथ सिंह ने रियासत का खजाना आम जनता की मदद के लिए खोल दिया। बड़े पैमाने पर राहत कार्य शुरू होने के साथ ही जनता को भी राहत मिली।पशुधन के लिए भी बड़े पैमाने पर व्यवस्थाएं की।।अकाल में रघुनाथ सिंह की संवेदनषीलता और मानवीय गुणों के कारण लोग उन्हें देवता तुल्य मानने लगे।।रघुनाथ सिंह लोक संस्कृति ,परंपराओं का निर्वहन करने वाले,बड़े बुजुर्गों का आदर सम्मान करने के गुण थे। इन्ही गुणों के कारण जनता एक शासक के रूप में उन्हें बहुत मां सम्मान देती थी।।राजनीति में रहते हुए उन्होंने जेसलमेर के विकास के भरसक प्रयास किये।।

उन्हें राजनीति ज्यादा रास नही आई।।वो अपनी जनता की सेवा में ही खुश रहे।। जेसलमेर की जनता आज भी उन्हें याद करती है।।अट्ठाइस फरवरी उनीस सौ ब्यासी को आपका देवगमन हुआ।।लोगो की आंखों से आंसू रुकने का नाम नही ले रहे थे।।

अमीन खान के बयान से मचा बवाल* *अमीन खान ने वही कहा जो राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले कहा,2014 में जाट हरीश चौधरी के साथ नही थे* *मुस्लिम और दलित वोट से बची थी ज़मानत हरीश चौधरी की*



*अमीन खान के बयान से मचा बवाल*

*अमीन खान ने वही कहा जो राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले कहा,2014 में जाट हरीश चौधरी के साथ नही थे*

*मुस्लिम और दलित वोट से बची थी ज़मानत हरीश चौधरी की*


अपनी बेबाकी और दबंगता के लिए जाने जाने वाले पूर्व मंत्री अमीन खान सच्ची और कड़वी बात कहने का मादा रखते है इसीलिए लोग इनके दीवाने है।

आज कांग्रेस पर्यवेक्षक प्रताप सिंह खाचरियावास के सामने पूर्व सांसद हरीश चौधरी की राजनीतिक पकड़ की पोल खोल के रख दी।।बेबाकी सेबोल दिया जाटों का नेता कर्नल सोनाराम हर।हरीश चौधरी जाटों का लीडर नही है।।न ही जाट इससे जुड़े ह..

अमीन ने साफ कहा कि 2014 में कर्नल के साथ60 फीसदी जाट वोटर भाजपा में चले गए।हरीश को कितने वोट मिले।।मुस्लिम और।  मेघवालों के दम पर ज़मानत बचा पाए।।अमीन ने पूर्व में भी वक्तव्य दिया था कि कांग्रेस में नए समीकरणों की जरूरत है।।राजपूतो को कांग्रेस में आना चाहिए।।कचरे को बाहर कर दे।।अमीन के इस बयान पर बवाल मच गया।।प्रताप सिंह भी भौंचक रह गए।।अमीन की बेबाकी पर जाट नेताओं ने अमीन से माफी मांगने को बोला तो अमीन नही माने।उन्होंने कहा कि मैने कांग्रेस के हित मे सच्चाई बयान की है।।जिससे जाट नेता और अमीन समर्थक आमने सामने हो गए।।बहरहाल अमीन खान के बयान ने कांग्रेस के सामने वो सच रख दिया जो कोई नही रख पाता ।।

बुधवार, 24 अक्टूबर 2018

सी बी आई ने राफेल पर सवाल उठाए, चौकीदार नेे डायरेक्टर को हटा दिया राहुल

सी बी आई ने राफेल पर सवाल उठाए, चौकीदार नेे डायरेक्टर को हटा दिया राहुल


कोटा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीबीआई विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीबीआई राफेल पर सवाल उठा रही थी इसलिए कल रात चौकीदार ने सीबीआई के डायरेक्टर को हटा दिया। हिंदुस्तान का किसान दिन भर काम करता है। उसे नोटबंदी के समय बैंक के सामने खड़ा कर दिया जाता है। सरकार कहती है, ये लड़ाई कालेधन के खिलाफ है। लेकिन उस लाइन में नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या और अनिल अंबानी नहीं दिखाई देते।

राहुल बुधवार को दो दिन के दौरे पर राजस्थान पहुंचे। कोटा में उन्होंने रैली में कहा- मोदीजी के लंब-लंबे भाषण होते हैं। सूट-बूट वाले लोग दिखाई देते हैं। मोदी और वसुंधरा की फोटो किसी किसान के साथ कभी नहीं दिखाई देती। ललित मोदी लंदन में बैठा है। उसने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे को करोड़ों रुपए दिए।

तालियां बजाने से नहीं बटन दबाने से होगा

राहुल गांधी ने राफेल डील और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर सरकार के खिलाफ बोला तो लोग तालियां बजाने लगे। इस पर राहुल ने कहा कि अब ताली बजाने से कुछ नहीं होगा, बटन दबाने से होगा। कुछ पुलिस वाले हंसने लगे तो राहुल ने बोला देखों पुलिसवाले भी हंस रहे हैं। इन्हें भी पता है।

वसुंधरा में 25 हजार स्कूल बंद किए

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- आपसे मोदी ने 15 लाख का वादा किया, रोजगार का वादा किया। राजस्थान में क्या रोजगार मिला? 2 करोड़ युवाओं को रोजगार का वादा किया गया था। लेकिन नहीं मिला। राजस्थान में वसुंधरा सरकार ने 25 हजार स्कूल बंद किए। किसान को पानी नहीं मिला। बिजली नहीं मिली। सही दाम नहीं मिला। किसान बीमा पॉलिसी का पैसा देता है लेकिन क्लेम नहीं मिलता। पिछले 5 साल में सरकार ने किसान का एक पैसा माफ नहीं किया है। किसान का कर्जा होता है तो उसे डिफॉल्टर कहा जाता है। वहीं, देश के बड़े बिजनेसमैन का कर्जा होता है तो बैंक लाल कपड़ा बिछा कर पूछते हैं कि तुम कैसे हो?






*हनुमान बेनीवाल के उम्मीदवार किसका खेल बिगाड़ेंगे,बाड़मेर की पांच सीट पर* *जाट दलित होगा नया समीकरण,दो जाट,दो दलित ,एक जैन होगा मैदान में*

*हनुमान बेनीवाल के उम्मीदवार किसका खेल बिगाड़ेंगे,बाड़मेर की पांच सीट पर*

*जाट दलित होगा नया समीकरण,दो जाट,दो दलित ,एक जैन होगा मैदान में*

बाड़मेर आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन दल प्रत्यासियो को लेकर मगजमारी कर रहे है।वही निर्दलीय हनुमान बेनीवाल ने बाड़मेर जिले की पांच विधानसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवारों पर मोहर लगा बढ़त बना ली।।ये प्रत्यासी किसका खेल बिगाड़ेंगे। यह चुनाव में ही पता चलेगा।

बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से हनुमान बेनीवाल युवा जाट नेता को उतारेंगे । जो भाजपा के लिए सरदर्द होगा ।क्योंकि भाजपा यहां  जाट उम्मीदवार उतरेगी।।पिछले दस सालों से उस सीट पर कांग्रेस का कब्जा बरकरार है। जातिगत समीकरण और परंपरागत वोटर का समीकरण भी कांग्रेस के पक्ष में है।।बेनिवल के उम्मीदवार जाट और दलित वोट का ध्रुवीकरण कर सकते।अन्य जातियां कितनी उनके साथ जुड़ेगी उस पर परिणाम निर्भर है।

शिव विधानसभा क्षेत्र से हनुमान बेनीवाल दलित नेता को मैदान में उतार रहे है। दलित समाज की मीटिंगों में कांग्रेस के खिलाफ जहर उगलने वाले नेता को शिव विधानसभा के मतदाता कितना स्वीकार्य कर पाते है। यहां 35 हजार जाट मतदाता है।बेनिवल का गणित 35 हजार जाट 30 हजार दलित मिलकर कांग्रेस को पटखनी दे सकते है। मगर आम मतदाता बेनिवल के साथ कितना जुड़ेगा यह समय बताएगा ।भाजपा और कांग्रेस अभी उम्मीदवार तय नही कर पा रहे। कांग्रेस में सशक्त दावेदार शम्मा खान और अमीन खान है। भाजपा में स्वरूप सिंह खारा,खुमान सिंह सोढा और धन सिंह मौसेरी। यदि कांग्रेस शम्मा खान को इस बार टिकट नही देता है तो परिस्थतियां बदल सकती है।

चौहटन विधानसभा क्षेत्र से भी हनुमान बेनीवाल एक दलित युवा पर आज़माइश करेंगे।कभी यह युवा बहुत चर्चित रहा।कांग्रेस में दावेदारी भी की।मगर टिकट नही मिली।।भाजपा कांग्रेस अंतिम उम्मीदवार तय नही कर पाए अभी तक फिर भी जातिगत समीकरण कांग्रेस के पक्ष में है।।यह युवा दलित जाट के वोट के आधार पर इन दोनों दलों का नुकसान करते दिख रहा है।वर्तमान विधायक पिछली बार दलित वोट लेने में कामयाब रहे थे।इस बार कितने वोट मिलेंगे यह समय के गर्भ में है।।

बायतु विधानसभा क्षेत्र इस बार चुनाव में रणभूमि बनके उभरने वाला है। हनुमान बेनीवाल की पार्टी से एक दिग्गज जाट नेता को उतारा जा सकता है ।कांग्रेस पूर्व सांसद हरीश चौधरी और भाजपा वर्तमान विधायक को उतरेगी।सत्तर हजार जाट वोट तीन भागों में बंटने जा रहा जिससे अन्यजाति के मतदाताओं पर परिणाम निर्भर करेगा। किशोर सिंह कानोड़ अगर मैदान में उतरते ही तो बायतु के मुकाबले देखने लायक होंगे। इस बार बायतु में किसी दो जाट नेताओं की राजनीति जीवन संकट में आने की संभावना है

सिवाना विधानसभा क्षेत्र कहने को राजपूत बाहुल्य क्षेत्र है मगर कांग्रेस ने यहां से राजपूत उम्मीदवार उतारने की संभावनाओं पर पहले ही पिरन विराम लग दिया तो हनुमान बेनीवाल यहां से दमदार जैन को टिकट दे रहे जो पहले भी निर्दलीय मैदान में उत्तर कर कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेल दूसरे स्थान पर रहे थे। 2008 के चुनाव में।।जिसके चलते कांग्रेस के बालाराम कलबी तीसरे स्थान लुढ़क गए थे कान सिंह कोटड़ी विधायक बने।2013 में हमीर सिंह विधायक बने।।इस बार बेनीवाल फिर खेल बिगाड़ेंगे पर किसका यह अभी तय है।।अलबत्ता हनुमान बेनीवाल के संभावित उम्मीदवारों ने हड़कम मचा दिया।।

साफा दिवस राजस्थान आज भी कायम साफे की शान राजस्‍थान में ,समृद्धसंस्कृति और परंपरा का प्रतीक है साफा

साफा दिवस राजस्थान 
आज भी कायम साफे की शान राजस्‍थान में ,समृद्धसंस्कृति और परंपरा का प्रतीक है साफा


: राजस्थान की समृद्ध संस्कृति एवं रीति-रिवाज आधुनिकता की इस अंधी दौड़ में खोते जा रहे हैं। आधुनिकता और पाश्चात्य सभ्यता के साथ आये बदलाव ने परम्परागत रीति-रिवाजों को न केवल बदलकर रख दिया, अपितु राजस्थान की समृद्ध संस्कृति अपना आकार खोती जा रही हैं।

रोजमर्रा की भागदौड़ और पहियों पर घूमती वातानुकूलित जिन्दगी के बीच समारोह के दौरान साफा उपलब्ध नहीं होने अथवा इस ओर किसी का ध्यान आकृष्‍ट नहीं होने पर ऐसे मौके पर इसका प्रबन्ध नहीं हो पाता है। चुनिन्दा स्थानों से साफा लाने की जहमत कोई नहीं करता, लेकिन साफे का स्थान बरकरार है। इस स्थान को बदला नहीं जा सकता। दुनिया के कानून, संविधान तो बदले जा सकते हैं। मगर ‘साफे’ का स्थान नहीं बदला जा सकता। इसका महत्व इसी कारण बरकरार हैं। विभिन्न समारोहों में अतिथियों का साफा पहनाकर स्वागत करने की परम्परा है। 

‘साफा’ राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और परम्परा का अभिन्न हिस्सा हैं। लेकिन, राजपूती आन-बान-शान का प्रतीक साफा अब सिरों से सरकता जा रहा है। युवा पीढ़ी आधुनिक होकर ‘साफे’ का महत्व समझ नहीं पा रही है। इसके विपरीत ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी ‘पाग-पगड़ी-साफे’ को इज्जत और ओहदे का प्रतीक माना जाता है। साफे को आदमी के ओहदे व खानदान से जोड़कर देखा जाता हैं। साफा पहन कर बड़े-बुजुर्ग अपने आपको सम्पूर्ण व्यक्तित्व का मालिक समझते हैं। ‘साफा’ व्यक्ति के समाज का प्रतीक माना जाता हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग समाज में अलग-अलग तरह के साफे पहने जाते हैं। साफे से व्यक्ति की जाति व समाज का स्वतः पता चल जाता हैं। 

‘पगड़ी’ आदमी के व्यक्तित्व की निशानी समझी जाती है। ‘पगड़ी’ की खातिर आदमी स्वयं बरबाद हो जाता है, मगर उस पर आंच नहीं आने देता। ‘साफा’ ग्रामीण क्षेत्रों में सदा ही बांधा जाता है। खुशी और गम के अवसरों पर भी ‘साफे’ का रंग व आकार बदल जाता हैं। खुशी के समय रंगीन साफे पहने जाते हैं। जैसे शादी-विवाह, सगाई या अन्य उत्सवों, त्यौहारों पर विभिन्न रंगो के साफे पहने जाते हैं। मगर, गम के अवसर पर खाकी अथवा सफेद रंग के साफे पहने जाते हैं, ये शोक का प्रतीक होते हैं। हालांकि, मुस्लिम समाज (सिन्धी) में सफेद साफे शौक से पहने जाते हैं। सिन्धी मुसलमान सफेद ‘पाग’ का ही प्रयोग करते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में आपसी मनमुटाव, लडाई-झगडों का निपटारा ‘साफा’ पहनकर किया जाता है। जैसलमेर व बाड़मेर जिलों के कई गांवो में आज भी अनजान व्यक्ति अथवा मेहमानों को ‘नंगे’ सिर आने की इजाजत नहीं हैं। राजपूत बहुल गांवों में साफे का अत्यधिक महत्व है। इन गांवो में सामंतशाहों के आगे अनुसूचित जाति, जनजाति (मेघवाल, भील आदि) के लोग साफा नहीं पहनते, अपितु सिर पर तेमल (लूंगी) अथवा टवाल बांधते हैं। इनके द्वारा सिर पर पगड़ी न बांधने का मुख्य कारण ‘ठाकुरों या सामन्त’ के बराबरी न करना है। विवाह, सगाई अथवा अन्य समारोह में साफे के प्रति परम्पराओं में तेजी से गिरावट आई है। अभिजात्य परिवारों में साफा आज भी ‘स्टेटस सिम्बल’ बना हुआ हैं। अभिजात्य वर्ग में साफे के प्रति मोह बढ़ता जा रहा है। शादी विवाह या अन्य समारोह में ‘साफे’ के प्रति छोटे-बड़ों का लगाव आसानी से देखा जा सकता है।

हाथों से बांधने वाले ‘साफे’ का जवाब नहीं होता। हाथों से साफे को बांधना एक हुनर व कला है। इस कला को जिंदा रखने वाले कुछ लोग ही बचे हैं। आजकल चुनरी के साफों का अधिक प्रचलन है। लहरियां साफा भी प्रचलन में है। मलमल, जरी, तोता, परी कलर के साफे भी पसन्द किए जा रहे हैं। जोधपुरी साफा पहनना युवा पसन्द करते हैं, जबकि बड़े-बुजुर्ग जैसलमेरी साफा, जो गोल होता है, पहनना पसन्द करते हैं। केसरिया रंग का गोल साफा पहनने का प्रचलन अधिका हैं। बहरहाल, साफे का महत्व आज भी कायम हैं।

मंगलवार, 23 अक्टूबर 2018

भारतीय जनता पार्टी दो समानांतर संगठन से दुविधा में,अब मुख्य संगठन को मिली जिम्मेदारी,वसुंधरा राजे फिर आहत*

*भारतीय जनता पार्टी दो समानांतर संगठन से दुविधा में,अब मुख्य संगठन को मिली जिम्मेदारी,वसुंधरा राजे फिर आहत*

*लम्बे समय से भारतीय जनता पार्टी में चल रही वर्चस्व की लड़ाई अब लोगो की जुबान पर आ गई तो आलाकमान को भी अब दो समानांतर संगठन स्पस्ट नजर आनेवलगे तो डोर भाजपा के मुख्य संगठन के विश्वासपात्रों को सौंप दी।।जिससे वसुंधरा राजे आहत हैं।

लम्बे समय से वसुंधरा राजे और भाजपा अपने अपने समानांतर संगठन के जरिये चुनावी गतिविधियां चला रहे थे।वसुंधरा राजे अपने विश्वास पात्र अशोक परनामी,राजेन्द्र राठौड़,यूनुस खान आदि के साथ तो मदनलाल सैनी ,ओमप्रकाश माथुर, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल अमित मोदी की टीम में थे। रणकपुर में रायशुमारी के नाम पर जो खेल वसुंधरा राजे ने रचा उससे अमित शाह खफा बताये जा रहे।रणकपुर में प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी की पूरी उपेक्षा की गई। कार्यकर्ताओ और नेताओं के साथ भेदभाव की खबरे अमित शाह तक पहुंची तो उन्होंने रायशुमारी के लिए अलग अलग जॉन बना ओमप्रकाश ममथुर को कमान सौंप दी।।वसुंधरा राजे के बाड़मेर जोधपुर दौरे में व्यस्त होने के बावजूद ओमप्रकाश माथुर टीम ने जयपुर में उम्मीदवारों से रायसुमारी जारी रखी।यानी वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति में रायसुमारी करवा ली। दो समानांतर संगठन चलने की वजह से भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता असमंज की स्थति में थे।आखिर किसके हुकुम माने। अपने क्षेत्र की दावेदारियों आखिर किस गट के नेताओ को दे।कसुंधर राजे गुट को या मदनलाल सैनी गुट को। अब विभिन क्षेत्रो के वसुंधरा राजे द्वारा दरकिनार किये भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को फील्ड में भेजा गया है जिताऊ उम्मीदवार की रायसुमारी के लिए।।ये वरिष्ठ नेता पांच साल ठाले बेठे थे एकाएक माथुर और गजेंद्र सिंह ने ऐसे नेताओं को सक्रिय कर वसुंधरा राजे पर नकेल कसने की कवायद शुरू की है।पार्टी की बुरी स्थति को भांप लिया।कई स्थानों पर पार्टी को अपेक्षानुरूप दावेदार नही मिल रहे। टिकट चयन के अंतिम दौर में अमित शाह वीटो का इस्तेमाल कर सर्वाधिकार अपने गुट के विश्वनीय नेताओ को कमान सौंपी है।ये सभी कभी न कभी वसुंधरा राजे के विरोधी रहे।।वसुंधराराजे की हिटलिस्ट में रहे।।इन तमाम बातों से भाजपा को कितना फायदा होगा यह भविष्य के गर्भ में है मगर एक बार फिर वसुंधरा राजे को अमित शाह ने देर से सही आहत जरूर किया।।केंद्र संगठन से अविनाश पांडे और प्रकाश जावड़ेकर भी काफी सक्रिय दिख रहे है।

बाड़मेर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में देश की सबसे बड़ी साँप सीढ़ी का बाड़मेर ने किया नया कीर्तिमान स्थापित

बाड़मेर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में देश की सबसे बड़ी साँप सीढ़ी का बाड़मेर ने किया नया कीर्तिमान स्थापित


बाड़मेर। विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की अधिकाधिक सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इसके तहत मंगलवार को मतदाता जागरूकता को समर्पित गेम शो के जरिये लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में देश की सबसे बड़ी साँप सीढ़ी का नया रिकॉर्ड दर्ज करवाया।


देश की सबसे बड़ी साँप सीढ़ी ( 900 वर्ग फीट ) का लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की डब्ल्युएसएसओ इकाई के आईईसी कंसल्टेंट अशोकसिंह राजपुरोहित के नाम है आज उस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 1600 वर्ग फीट की साँप सीढ़ी के साथ मतदाता जागरूकता को समर्पित गेम शो के जरिये लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में देश की सबसे बड़ी साँप सीढ़ी का नया रिकॉर्ड दर्ज करवा नया कीर्तिमान स्थापित किया ।


जिला मुख्यालय पर मुल्तानमल भीखचन्द छाजेड़ महिला महाविद्यालय में देश की सबसे बड़ी साँप सीढ़ी के तौर पर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होने वाले इस  कार्यक्रम में जिला निर्वाचन अधिकारी शिव प्रसाद मदन नकाते मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे ।


इस कार्यक्रम में विजेता रहने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर समानित किया गया । इस दौरान कॉलेज प्रधानाचार्य , छात्रसंघ परामर्शदाता हुकमा राम सुथार , सहायक नोडल अधिकारी मुकेश पचौरी , सहित कई लोगो मौजूद रहे ।


मतदान नियमो की अनदेखी करने पर..

स्वीप साँप सीढ़ी में मतदाता सूची में अपना नाम जुडवाना, मतदान के दिन अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करना , सही उम्मीदवार को मतदान,भेदभाव मुक्त मतदान , योग्य युवाओं को मतदाता सूची में नाम जुडवाने के लिए प्रेरित करना, बुज़ुर्ग-दिव्यांग मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करना और सहयोग करना, मतदान में गड़बड़ी की आशंका पर कण्ट्रोल रूम, सी विजिल एप पर  सूचना पर, प्रगति की सीढ़ियां होगी। वहीं इस गेम शो में मतदाता सूची के प्रति लापरवाही , मतदान के प्रति उदासीनता,लोभ लालच में मतदान, भेदभाव पूर्ण मतदान , दबाव में मतदान,भ्रामक प्रचार,अफवाह फैलाने और दबाव में मतदान करने पर साँप काटेगा। साँप सीढ़ी के इस गेम के जरिये सहजता से मतदान जागरूकता का संदेश दिया गया ।

बाङमेर "मेड इन बाङमेर दिखेगा राजस्थान हेरिटेज वीक के फैशन शो में बाङमेर मालाणी पट्टू ओर कशीदाकारी आयेगें नये अवतार में

बाङमेर

"मेड इन बाङमेर दिखेगा राजस्थान हेरिटेज वीक के फैशन शो में

बाङमेर मालाणी पट्टू ओर कशीदाकारी आयेगें नये अवतार में "

ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान  'मेड इन बाङमेर' राजस्थान हेरिटेज वीक के लिए डिग्गी पैलेस,जयपुर में आयोजित हुई प्रेस वार्ता में सम्मिलित  हुई ।

संस्थान अध्यक्ष रूमा देवी ने बाङमेर के खूबसूरत कलेक्शन पर विभिन्न मिडीया जगत के पत्रकारों को बाङमेर  की कलात्मक खूबियों से रूबरू करवाया। इस दौरान सैम्पल तोर पर मोडल्स ने प्रेस के लिए रैम्प वाॅक भी किया।
प्रसाद बिङप्पा के निर्देशन में आयोजित हो रहे इस शो में 24 से 26 अक्टूबर तक बाङमेर के हैंडलूम हैंडीक्राफ्ट पर विशेष शो आयोजित होने जा रहे हैं ।

बाङमेर के मालाणी पट्टू को इस बार फैशन के नये रंग में लाने के लिए ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान ने मशहूर डिजाइनर रोहित कामरा के साथ, साऊथ सिल्क में मनीष सक्सेना  ओर पवित्रा मुदया के साथ, एप्लीक वर्क में निलोफर खान मंगलिया व यूएसए की डिजाइनर एलमंडा के साथ काम किया ही है साथ ही संस्थान का खुद का एप्लीक साङी ओर मेन्स वीयर्स का कलेक्शन फैशन शो के रैम्प पर आ रहा है ।

संस्थान सचिव विक्रम सिंह ने बताया कि बाङमेर के गांवो की कलात्मक कला नये जमाने के आधुनिक रंग में लाने के लिए संस्थान इस फैशन शो में बाङमेर के दस्तकारों ओर बुनकरों के लिये अंतराष्ट्रीय डिज़ाइनरों के साथ नये यंग डिजाइनर को भी साथ ला रही हैं ।
इस कार्यक्रम में बीबी रसैल सहित देश विदेश के नामी डिजाइनर ओर कला क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों के साथ बाङमेर से महिला दस्तकार चूनी देवी, खातू देवी, सुगणी देवी, पूरी देवी, दस्तकार गणेश बोसिया, मोहनलाल, दमाराम, नेशनल एवार्डी राणामल खत्री, पिताम्बर खत्री, सवाई खत्री, खेमराज माहेश्वरी विशेष तोर पर बाङमेर फैशन शो के लिए संस्थान का होंसला बढ़ाने के लिये उपस्थित रहे।